आदि कर्मयोगी अभियान : महासमुंद जिले में 308 ग्रामों में विविध गतिविधियां संचालित
-कलेक्टर श्री लंगेह ने सभी गतिविधियों का सफल आयोजन के दिए निर्देश
महासमुंद / जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आदिवासी बाहुल्य ग्रामों के सर्वांगीण विकास हेतु प्रारंभ किए गए विशेष आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत जिले में चयनित धरती आबा योजना के 308 ग्रामों में व्यापक गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं।
कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने समय सीमा की बैठक में सभी विभाग प्रमुखों एवं जनपद सीईओ को निर्देशित किया है कि अभियान की महत्ता को ध्यान में रखते हुए सभी गतिविधियों का सफल आयोजन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अभियान का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति, परिवार और समुदाय केंद्रित विकास के साथ-साथ आदिवासी संस्कृति एवं सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण है। विलेज एक्शन प्लान को वर्ष 2030 के ग्राम विकास दृष्टि को आधार बनाकर तैयार करने पर बल दिया।
आदिवासी विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम स्तर पर आदि साथी, आदि सहयोगी और आदि कर्मयोगियों की टीम सक्रिय रूप से कार्ययोजना बना रही है। जिले के 6 मास्टर ट्रेनरों को राज्य स्तर पर प्रशिक्षित कर प्रत्येक विकासखंड में 10-10 मास्टर ट्रेनरों को तैयार किया गया है। इन्हीं मास्टर ट्रेनरों द्वारा ग्राम स्तर पर उन्मुखीकरण कार्यक्रम कराए गए, जिसमें ग्राम के युवा, जनजातीय मुखिया, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हुए। लगभग 20 सदस्यीय ग्राम टीम अब स्वयं अपने गांव के विकास हेतु विलेज एक्शन प्लान तैयार कर रही है। यह योजनाएँ आगामी 2 अक्टूबर को विशेष ग्राम सभाओं में अनुमोदित की जाएंगी, जिसके पश्चात इन्हें केंद्र सरकार के पोर्टल पर अपलोड कर क्रियान्वयन की दिशा में बढ़ाया जाएगा।
सेवा पर्व का आयोजन 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 तक किया जा रहा है। अभियान अंतर्गत सेवा पर्व भी मनाया जा रहा है, जिसमें विभिन्न विभाग सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। 17 सितम्बर को सभी 308 ग्रामों में आदि सेवा केंद्र का शुभारंभ किया गया। यह केंद्र समस्याओं के समाधान हेतु एकल खिड़की प्रणाली के रूप में कार्य करेगा और प्रति सप्ताह 2 घंटे संचालित होगा। 18 सितम्बर को स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित, जिसमें सिकल सेल, एनीमिया जांच, टीकाकरण एवं आयुष्मान कार्डबनाए गए। इसी तरह 19 सितम्बर को वन, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास तथा पंचायत विभाग द्वारा एक पेड़ मां के नाम के अंतर्गत वृहद वृक्षारोपण तथा खाद्य, सहकारिता, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभागों द्वारा राशन कार्ड, उज्ज्वला कार्ड, पेंशन, मनरेगा कार्य, महिला स्वसहायता समूह उत्पादों की प्रदर्शनी व बिक्री तथा ग्राम चैपाल का आयोजन किया गया। समापन कार्यक्रम 2 अक्टूबर को सेवा पर्व का समापन स्वच्छता अभियान, जल श्रोतों की सफाई, जनभागीदारी से सोख्ता निर्माण और आदि शपथ कार्यक्रम से होगा।












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