कृषक वामन टिकरिहा डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार हेतु चयनित
- बलौदाबाजार जिले से पहली बार पुरस्कार क़े लिये चयनित होने पर किसान उत्साहित
बलौदाबाजार / राज्य स्थापना के पश्चात वर्ष 2025-2026 में प्रथम बार जिले के कृषक का राज्य स्तरीय कृषक अलंकरण डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार हेतु चयनित किया गया है।
प्राप्त जानकारी क़े अनुसार विकासखंड पलारी क़े ग्राम ग्राम मुसुवाडीह निवासी कृषक वामन टिकरिहा द्वारा कुल 18.500 हे. रकबे में खेती की जाती है, जिसमें कृषि के क्षेत्र खरीफ में 9.496 है। रकबे में सुगंधित धान, देवभोग, जंवाफूल, एच एम टी, चिंटू एवं अन्य धान एवं रबी में गेहूँ 5.040 हे. चना 1.0 है, सरसो 1 हे. अलसी 2 हे. आदि फसलों की खेती की जाती है। उद्यानिकी क्षेत्र में 1 हे. रकबे में अमरूद, नीबु अदरक, जिमीकंद, आम, बेर, करौंदा, की खेती व्यवसायिक रूप से की जा रही है, विशेष रूप से बेर की 8 उन्नतशील किस्में अमरूद की 5 किस्में एवं करौदा 2 किस्में लगी हुई है। मछली पालन के क्षेत्र में 1 है. रकबे में स्वयं के तलाब में रोहू, कतला व अन्य मछलियों का पालन किया जाता है। पशुपालन क्षेत्र में 5 गाये, 10 बकरी, 10 बत्तख का पालन किया जा रहा है। जिसकी बाजार में विशेष मांग है। खेत के मेडों पर दलहन तिलहन फसल जैसे अरहर, तिल आदि की खेती भी की जाती है। अलसी का बीज उत्पादन के साथ उनके डंठलो से लिनेन रेशा निकाल कर कपडे निर्माण के लिये जिला बेमेतरा में विक्रय कर अतिरिक्त लाभ प्राप्त कर रहे है। जैविक खेती मिशन योजनान्तर्गत निर्मित मॉ लक्ष्मी जैविक कृषक समुह के माध्यम से गौ आधारित प्राकृतिक खाद, जीवामृत, घनजीवामृत एवं कीटनाशक नीमास्त्र, ब्रम्हास्त्र एवं आग्नेयास्त्र घर पर ही तैयार कर स्वयं के द्वारा उपयोग किया जाता है, जिससे खेती में होने वाले कृषि लागत में कमी आती है, एवं पर्यावरण पर दुष्प्रभाव भी कम प्रभाव पड़ता है। प्रतिवर्ष रायपुर में फल एवं पुष्प प्रदर्शनी में भाग लेकर बेर उत्पादन में प्रथम एवं द्वितीय पुरुस्कार एवं मिर्ची उत्पादन में द्वितीय पुरूस्कार प्राप्त किये है। राष्ट्रीय आम महोत्सव रायपुर में आम एवं आम से तैयार उत्पादो की प्रदर्शनी के साथ सहभागी रहते है।












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