छत्तीसगढ़ में महिला विधायकों का टूटा रिकार्ड, पहली बार 18 महिलाएं पहुंची विधानसभा
-भाजपा ने 15 और कांग्रेस ने 18 महिलाओं को मैदान में उतारा था
-सरगुजा संभाग से चुनी गई सबसे अधिक छह महिला विधायक
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी ने 54 सीटें प्राप्त करके एक बार फिर सत्ता में वापसी की है। वहीं कांग्रेस को 35 सीटों पर संतोष करना पड़ा है।
इस चुनाव में महिला उम्मीदवारोंं की बात करें तो 18 महिला नेत्रियां विधायक बनी हैं। जिसमें से भाजपा से आठ और कांग्रेस से 10 महिलाएं शामिल हैं। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इससे पहले छत्तीसगढ़ में इतनी बड़ी संख्या में महिलाएं चुनाव जीतकर नहीं आई थीं। इसमें से 10 महिलाएं पहली बार विधायक बनी हैं।
पिछली बार 2028 के चुनाव में 13 महिलाएं विजयी रही थीं। इसके बाद हुए उपचुनाव में 3 महिलाएं ही जीतीं। इस तरह से 16 महिला विधायक विजयी हुई थीं।
महिला विधायक: 2023 विधानसभा चुनाव
भाजपा की आठ महिला विधायक
भाजपा की महिला विधायकों में भरतपुर-सोनहट से रेणुका सिंह, भटगांव से लक्ष्मी राजवाड़े, प्रतापपुर शकुंतला सिंह पोर्ते, सामरी से उद्धेश्वरी पैकरा, जशपुर से रायमुनि भगत, पत्थलगांव से गोमती साय, पंडरिया से भावना बोहरा और कोंडागांव से लता उसेंडी विधायक बनी हैं।
कांग्रेस की 10 महिला विधायक
लैलुंगा विधायक विद्यावती सिदार, सारंगढ़ से उत्तरी जांगड़े, सरायपाली से चातुरीनंद, बिलाईगढ़ से कविता प्राण लहरे, सिहावा से अंबिका मरकाम, संजारी बालोद से संगीता सिन्हा, डौंडी लोहारा से अनिला भेडिय़ा, खैरागढ़ से यशोदा निलंबर वर्मा, डोंगरगढ़ हर्षिता स्वामी बघेल और भानुप्रतापपुर से सावित्री मनोज मंडावी विधायक बनी हैं।
छत्तीसगढ़ में पहला विधानसभा का चुनाव 2003 में हुआ था। उस समय चुनाव लडऩे वाली महिलाओं की संख्या 62 थी। 2018 के चुनाव में इनकी संख्या बढक़र 115 हो गई थी । इस बार 2023 के चुनाव में 155 महिलाएं चुनावी मैदान में रहीं।





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