रुआबांधा स्कूल के स्टूडेंट्स हस्तशिल्प कला में हुए दक्ष
टी सहदेव
भिलाई नगर। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, रुआबांधा में हस्तशिल्प कला के प्रति विद्यार्थियों का रुझान बढ़ाने के लिए सात दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। 27 मार्च से शुरू हुए शिविर के अंतिम दिन बुधवार को पुरस्कार वितरण समारोह भी आयोजित किया गया, जिसमें जिला शिक्षाधिकारी अरविंद मिश्रा खास तौर पर मौजूद थे। शिविर में न्यूज पेपर से बैग और लिफाफे, कपड़े से ज्वेलरी तथा फूल, स्कैच, चित्रकला, धान से बैज बनाना सिखाया गया। इनके अलावा स्टूडेंट्स को मिलेट्स की जानकारी देने के साथ-साथ योगासन तथा संगीत का भी अभ्यास कराया गया। प्रशिक्षण शिविर में छात्रों की तुलना में छात्राओं ने ज्यादा दिलचस्पी दिखाई।
एनएमएमएसई में दुर्ग ने मारी बाजी
शिक्षाधिकारी ने शिविर की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षक की पहचान उनके कार्य एवं व्यवहार से होती है। यदि हम अच्छे कर्म करेंगे, तो उनके परिणाम भी अच्छे ही रहेंगे। प्राचार्या दीप्ति गुप्ता ने शिविर में प्रशिक्षकों के योगदान से बच्चों को रचनात्मक कार्य करने हेतु प्रोत्साहन मिलने की बात कही। इस अवसर पर संकुल समन्वयक नेमसिंह साहू ने शाला में आयोजित शैक्षणिक और अन्य गतिविधियों की जानकारी दी। वहीं विकासखंड शिक्षाधिकारी गोविंद साव ने बताया कि दुर्ग विकासखंड को नेशनल मेरिट कम मीन्स स्कॉलरशिप एक्जाम (एनएमएमएसई) परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। आभार प्रदर्शन व्याख्याता कुबेर देशमुख तथा संचालन व्याख्याता कल्पना डाहके ने किया। इस मौके पर संस्कृति शुक्ला, तुमनलाल साहू समेत पूरा स्टाफ मौजूद था।
सामान्य ज्ञान में केसरी साहू प्रथम
अंतरशालेय प्रतियोगिताओं के नतीजों के मुताबिक सामान्य ज्ञान में प्रथम केसरी साहू, द्वितीय चंचल साहू तथा तृतीय दीपिका सायर रहीं, जबकि अंग्रेजी शब्द शक्ति में यामिनी राजपूत फर्स्ट रहीं। इस दौरान शिक्षाधिकारी, विकासखंड शिक्षाधिकारी एवं सेवा समिति की अध्यक्ष ललिता सिंह की मौजूदगी में प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें रानू बंजारे, आराधना, यामिनी, संस्कृति, सानिया सायर, दीपिका सायर, पूनम, हर्षिता वर्मा, राखी, जानकी, भूमिका, मधु यादव तथा शीतल ने हिस्सा लिया। उनके उत्साहवर्धन के लिए विद्यालय की ओर से पुरस्कार एवं प्रमाणपत्र भी दिए गए। कार्यक्रम की सफलता में ओजस समाज सेवा समिति की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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