73 साल की हुई ड्रीमगर्ल... कभी पारंपरिक पहनावे के कारण बॉलीवुड में आलोचना का शिकार हुई....
मुंबई। बॉलीवुड इंडस्ट्री की ड्रीम गर्ल और बीजेपी से लोकसभा सांसद हेमा मालिनी आज अपना 73वां जन्मदिन मना रही हैं। हेमा मालिनी का जन्म 16 अक्तूबर 1948 को तमिलनाडु के अमंकुदी में हुआ था।
हेमा मालिनी दक्षिण भारत से ताल्लुक रखती हैं। लेकिन इसके बावजूद एक्ट्रेस ने बॉलीवुड में अपना अलग मुकाम स्थापित किया है। हेमा मालिनी ने फिल्म 'सपनों का सौदागरÓ से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था। इस फिल्म में उनके हीरो राजकपूर थे। हेमामालिनी ने 'शोले', 'सीता गीता', 'नसीब', 'जॉनी मेरा नाम', 'सत्ते पे सत्ता', 'त्रिशूल', 'क्रांति', 'प्रेम नगर' जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया है और अपनी खूबसूरचती के कारण ड्रीमगर्ल का खिताब पाया।
हेमा मालिनी अपनी फिल्मों के अलावा निजी जीवन की वजह से सुर्खियां में रही हैं। कई बार उन्हें तारीफ मिली, तो कई बार एक्ट्रेस को आलोचना का शिकार भी होना पड़ा है। कभी हेमा मालिनी को अपनी पारंपरिक दक्षिण भारतीय पहनावे के कारण लोगों की बातें सुननी पड़ती थीं और ये बात खुद हेमा ने बताई थी। आज भी वे अक्सर साउथ की सिल्क साडिय़ों में नजर आती हैं और अब महिलाएं उन्हें फालो करती हैं।
दरअसल, दक्षिण भारत से ताल्लुक रखने की वजह से हेमा मालिनी के फैशन में कांजीवरम साड़ी हमेशा रही है। आज भी वह अक्सर कांजीवरम साड़ी पहने स्पॉट होती हैं, जिसे फैंस द्वारा काफी पसंद किया जाता है। लेकिन अपने करियर की शुरुआती दिनों में जब हेमा मालिनी ये साडिय़ां पहननी थीं, तब प्रोड्यूसर की पत्नियां तक उनका मजाक उड़ाती थीं और उन्हें मद्रासन कहती थीं और उनकी आलोचना भी करती थीं।
कुछ साल पहले हेमा मालिनी ने एक इंटरव्यू में इस बारे में खुलकर बात की थी। उन्होंने बताया था कि, उनकी मां उन्हें हमेशा पारंपरिक साड़ी पहनाती थीं। वह हमेशा इसका विरोध करती थीं, लेकिन अपनी मां के आगे उनकी एक नहीं चलती थी। इसी वजह से उन्होंने अपने कल्चर में पारंपरिक साड़ी को शामिल कर लिया था। वह हमेशा बड़े-बड़े इवेंट्स में साड़ी पहने ही नजर आने लगी थीं।
हेमा ने बताया था कि, जब भी मैं कांजीवरम साड़ी पहनती थीं, तब निर्माताओं की पत्नियां (खासकर पंजाबी) मुझ पर हंसती थीं। वह मेरी साड़ी और ब्लाउज का मजाक उड़ाती थीं। वह कहती थीं, देखो, मद्रासन आ गई। हालांकि, हेमा पर इन बातों का कोई असर नहीं पड़ता था। इसके आगे हेमा ने बताया था कि, उनकी परवरिश में मां का बहुत बड़ा हाथ था। वह आज अपनी जिंदगी में जो भी हैं, उनकी वजह से ही हैं। उन्हें उनकी मां ने ही शास्त्रीय नृत्य सीखने के लिए प्रेरित किया। हेमा भरतनाट्यम, कथक और ओडि़शी में पारंगत हैं। आज भी जब वे स्टेज पर राधा रानी के रूप में अपना नृत्य प्रस्तुत करती हैं, तो लोग भावविभोर हो जाते हैं।
हेमा मालिनी ने बॉलीवुड के साथ-साथ राजनीति की दुनिया में भी सफलता हासिल की है। वह वर्तमान में उत्तरप्रदेश के मथुरा से लोकसभा सांसद हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने फिल्मी करियर में कई अवॉड्र्स हासिल किए हैं। हेमा को साल 2000 में भारत सरकार की तरफ से पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, वह फिल्मफेयर के लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाजी जा चुकी हैं।
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