त्वचा से संबंधी रोगों का रामबाण इलाज है नीम का घी
हमारे देश में बरसों से त्वचा से संबंधित समस्याओं को ठीक करने में नीम का प्रयोग होता आ रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि नीम का घी भी त्वचा संबंधित समस्याओं के लिए बहुत ही अच्छा और एक रामबाण उपाय है। यह हमारे पुरखों का एक अजमाया हुआ नुस्खा हैं। ऐसा माना जाता है कि त्वचा से संबंधित समस्याओं को ठीक करने में हम अपना हजारों रुपया बर्बाद कर देते हैं लेकिन जब बात प्राकृतिक नुस्खों की आती है तो हमारे मुंह पर पहला शब्द नीम ही आता है।
एलोपैथिक दवाओं से भले ही ये समस्या एक बार में ठीक हो जाती है लेकिन कुछ दिनों बाद ये अपनी दोगुनी शक्ति से दोबारा निकल आती है और दवाओं का प्रभाव कम हो जाता है। लेकिन नीम की पत्तियों से बना हुआ घी आपकी इन समस्याओं का एक बहुत ही अच्छा और सस्ता उपाय है। अगर आप सोच रहे हैं कि नीम की पत्तियों से घी कैसे बनाया जा सकता है तो इस लेख में हम आपको पत्तियों से घी बनाने का तरीका बता रहे हैं, जो आपकी हर छोटी-मोटी त्वचा से संबंधित समस्याओं को दूर कर सकता है।
नीम का घी बनाने की विधि
नीम का घी बनाने के लिए आप सबसे पहले नीम की कुछ ताजी पत्तियां लें और उन्हें अच्छी तरह से धोकर मिक्सी में दरदरा कर पीस लें। उसके बाद इस पेस्ट को देसी घी में अच्छी तरह से पका लें। जब नीम की पत्तियों में बसा पानी बिल्कुल सूख जाए और सिर्फ घी ही घी दिखाई दे तो गैस बंद कर दें। इस मिश्रण को थोड़ा ठंडा होने दें और ठंडा होने के बाद छानकर किसी बर्तन में रख लें।
सेवन का तरीका
आपको रोजाना सुबह -सुबह खाली पेट इस घी की आधी चम्मच का सेवन करना है। हां आप इसे हल्का सा गर्म कर चाय के साथ भी ले सकते हैं। नियमित रूप से इस घी का सेवन करने पर आप देखेंगे कि त्वचा से संबंधित समस्याएं कुछ ही दिनों में खत्म हो जाएंगी। नीम का घी आपको खारिश, खुजली, फोड़े, फुंसी इत्यादि को ठीक करने में बहुत ही कारगर उपाय हैं।
क्यों फायदेमंद है नीम का घी
बता दें कि नीम में अच्छी मात्रा में औषधीय गुण पाए जाते हैं। आयुर्वेद के अनुसार नीम में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबायल, शुक्राणुनाशक, हाइपोग्?लाइसेमिक और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो इन समस्याओं का संहार करते हैं। इसके अलावा नीम के पत्तों में निबिडीन, सोडियम से संबंधित योगिक होता है, जो त्वचा रोगों में उपचार के काम आता है। नीम में शुक्राणुनाशक गुण है, जो शरीर पर मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करता है। नीम में जीवाणुरोधक बैक्टीरिया के खात्मे में मदद करते हैं।
नीम का रस पीने के फायदे
नीम का रस शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें प्रचुर मात्रा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो त्वचा के काले धब्बे को दूर करने में मदद करते हैं। इसके अलावा नीम का रस, त्वचा पर मुंहासे और पिंपल्स को भी दूर करने का काम करता है। नीम का रस एक डिटॉक्स पेय है, जो शरीर में से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालता है और त्वचा की सुरक्षा करता है।
- अगर आप नाइटब्लाइंसलेंस की शिकायत से परेशान हैं और इस समस्या को दूर करना चाहते हैं तो नीम रस बेहद लाभदायक होता है। कुछ शोधकर्ता के अनुसार नीम का रस पीने से आंखो के अंधापन की समस्या कम हो जाती है। इतना ही नहीं हल्का नीम का रस आंखो पर लगाने से भी साफ दिखाई देने लगता है। लेकिन एक बार डॉक्टर से बात जरूर करें।
-आयुर्वेद के मुताबिक, बुखार में नीम के रस पीने से मरीज की तबीयत में सुधार होता है। बुखार को कम करने के लिए ताजी नीम की पत्तियों का रस चम्मच में निकालकर मरीज को पिलाना चाहिए। ऐसा करने से बुखार कम होने लगता है।
- वजन कम करने वाले लोगों के लिए नीम का रस बहुत फायदेमंद है। नीम का रस रोजाना पीने से वजन कम होता है क्योकि इनकी पत्तियों में मेटाबॉलिज्म तेज करने की क्षमता होती है, जो वजन कंट्रोल करने में मदद करता है। स्वाद के लिए आप नीम के रस में शहद व नींबू मिलाकर भी पी सकते हैं।
(नोट- ऊपर दिए गए कोई भी उपाय करने से पहले एक बार अपने चिकित्सक की अवश्य राय लें।)
Leave A Comment