हरा धनिया के सेवन से मिलते हैं कई लाभ...
अलग-अलग तरह के व्यंजन बनाने में धनिया पत्ता का खूब इस्तेमाल होता है। दरअसल धनिया एक शक्तिशाली औषधि है, जिससे शरीर को काफी फायदा पहुंचता है। धनिया पत्ता में थाइमाइन, विटामिन सी, राइबोफ्लाविन, फास्फोरस, कैल्सियम, आइरन, नाइसिन, सोडियम, कैरोटीन, ऑक्सलिक एसिड और पोटैशियम प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। साथ ही इसमें कार्बोहाईड्रेट, प्रोटीन, फैट, फाइबर और पानी भी बड़ी मात्रा में पाया जाता है।
इसका स्वाद हल्का तीखा होता है, जिससे यह भोजन में एक खास किस्म का फ्लेवर पैदा करता है। धनिया पत्ती भले ही ज्यादा महंगा न हो, पर स्वास्थ्य के लिए यह काफी फायदेमंद है। व्यंजनों को और भी लजीज बनाने के साथ-साथ यह कई बीमारियों को भी दूर करता है। ताजा धनिया पत्ता में विटामिन सी, विटामिन ए, एंटी ऑक्सीडेंट और फॉस्फोरस जैसे मिनरल पाए जाते हैं, जो मस्कुलर डिजेनरेशन, नेत्र शोथ और आंखों की उम्र वृद्धि को कम करता है। साथ ही इससे आंखों को आराम भी पहुंचता है। अपने एंटी-फंगल, एंटी-सेप्टिक, डिटॉक्सीफाइंग और डिसइंफेकटेंट गुणों के कारण ताजा धनिया पत्ता त्वचा से संबंधित कुछ समस्याओं से भी निजात दिलाता है
-धनिया पत्ता एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी माइक्रोबायल और एंटी इंफेक्शस का बेहतरीन स्नेत है। साथ ही इसमें पाए जाने वाला आयरन और विटामिन सी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। चेचक के दौरान इससे आराम पहुंचता है। साथ ही यह चेचक के दर्द को भी कम कर देता है।
-धनिया के सुगंधित तेल में सिटरोनेलोल पाया जाता है, जो कि एक बेहतरीन एंटी सेप्टिक है। इसके अलावा दूसरे तत्वों की बात करें तो इसमें एंटी माइक्रोबायल और उपचारात्मक गुण भी पाया जाता है, जो जख्म और मुंह के छाले के लिए फायदेमंद होता है। धनिया से सांसों में ताजगी आती है और मुंह के छाले भी ठीक होते हैं।
- ताजा धनिया का पत्ता ओलक्ष्क एसिड, निलओलक्ष्क एसिड, स्टेरिक एसिड, पलमिटिक एसिड और एस्कॉर्बिक एसिड का बेहतरीन स्रोत है। यह सारे तत्व रक्त के कोलेस्ट्रोल स्तर को घटाने में बेहद प्रभावी होते हैं। साथ ही यह शिरा और धमनी की अंदरूनी परत पर कोलेस्ट्रोल को जमा होने से रोकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा काफी कम हो जाता है।
-ताजा धनिया पत्ता ऐपटाइजर के रूप में भी काम करता है। यह एंजाइम और पाचन के लिए जरूरी रस के स्राव में मददगार होता है। यानी धनिया पत्ता भोजन को पचाने में भी मदद करता है। धनिया पत्ता ऐनरेक्सीया से निजात पाने में भी सहायक होता है।
-धनिए में एंटी-इंफ्लेमेंट्री गुण होते हैं इसलिए धनिए का सेवन करने से सूजन कम होती है। त्वचा की सूजन कम करने हेतु धनिए के एसेशिंयल ऑयल का भी उपयोग करना लाभकारी होता है।
- हरा धनिया में फाइबर होता है। इसलिए इसका सेवन करने से सेहत पाचन तंत्र सही रहता है और पेट की बीमारियां नहीं होती है।
- धनिया खून में शर्करा के लेवल को कम करता है इसलिए इसका सेवन करने से इंसुलिन का स्तर सही बना रहता है। यही कारण है कि धनिए का सेवन करना डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। धनिया खाने से शुगर जैसी समस्या से राहत मिलती है।
-धनिया पत्ते का जूस शरी के विषैले तत्वों को बाहर निकालता है। कैलोरी कम होने से इसके सेवन से वजन कंट्रोल रहता है। खून की कमी भी दूर होती है। आंखों की कमजोरी भी दूर होती है।
-धनिया के पत्ते में मौजूद पौटेशियम इंसान की दिल की बीमारियों को दूर रखने में मदद करता है।
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