खेखसी की सब्जी, फल और जूस का सेवन है बहुत फायदेमंद
मानसून के मौसम में एक सब्जी की मांग बहुत रहती है और वो है खेखसी, जिसे ककोड़ा या कंटोला भी कहते हैं। बाजार में काफी मंहगे दाम में बिकती है क्योंकि इसका उत्पादन बहुत कम होता है। खेखसी को ज़्यादातर सब्ज़ी के रूप में खाया जाता है। इसमें अद्भुत औषधीय गुण पाए जाते हैं।
खेखसी से बनी औषधि श्वास प्रणाली समंधी रोग, मूत्र विकार, बुखार, सूजन आदि में बहुत उपयोगी मानी जाती है। खेखसी की पत्तियों से बना लेप घाव भरने और दर्द से राहत दिलाने में बहुत लाभकारी होता है। इस फल के बीज को भी हम अपने आहार में शामिल कर सकते है। खेखसी फल से बने जूस का सेवन करने से शरीर को ठंडक मिलती है और साथ ही इसमें मौजूद पौषक तत्व भी शरीर में अवशोषित होते हैं। आइये जानते हैं इसके अन्य फायदों के बारे में -
वजऩ कम करने में सहायक
खेखसी में पानी की मात्रा सबसे अधिक होती है, जो वजऩ कम करने में बहुत उपयोगी होता है।
बीपी को करे नियंत्रित
खेखसी का सेवन करने से हाई बीपी से ग्रस्त लोगों को बहुत फायदे होंगे। ककोडा में हाई फाइबर होने से यह बीपी की समस्या को दूर कर देता है। इसमें मौजूद फाइबर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और साथ ही हृदय संबंधित बाकी रोगों को भी खत्म कर देता है।
मधुमेह विरोधी
खेखसी में मौजूद फाइटो-पोषक तत्व, पॉलीपेप्टाइड-पी शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखते है। फाइबर और पानी की मात्रा अधिक होने की वजह से खेखसी मधुमेह विरोधक है। मधुमेह के रोगियों को निश्चित तौर पर इसका सेवन करना चाहिए।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए
खेखसीमें मौजूद एस्कार्बिक एसिड यानी विटामिन-सी रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ावा देता है। विटामिन सी शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाएं बढ़ाने में योगदान देता है। यही श्वेत रक्त कोशिकाएं शरीर को इंफेक्शन और वायरस से बचाती हैं।
त्वचा के लिए लाभकारी
खेखसी का रोज़ाना सेवन करने से चेहरे पर झुर्रियां, स्किन में ढीलापन, माथे पर रेखाएं जल्दी नहीं आती। खेखसी को एक एंटी एजिंग फल माना गया है।
शरीर को बनाए मजबूत
प्रोटीन की मात्रा में अधिक होने के कारण खेखसी को मांसपेशियों के विकास के लिए बहुत लाभकारी बताया गया है। प्रोटीन शरीर के बिल्डिंग ब्लॉक्स होते हैं। साथ ही यह शरीर को अदभुत ऊर्जा प्रदान करता है।
पाचक तंत्र को रखे स्वस्थ
खेखसी के पौष्टिक तत्व पाचक तंत्र को स्वस्थ रखते हैं। कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन, और मॉइश्चर यानी पानी की मात्रा अधिक होने के कारण खेखसी के सेवन से खाना पचाने में आसानी होती है। इसके सेवन से हमारा पेट स्वस्थ और हल्का रहता है।
आंखो के लिए लाभदायक
खेखसी में थियामाइन यानी विटामिन-बी होता है, जो आंखों के लिए एक ज़रूरी न्यूट्रिएंट होता है।
पथरी और बवासीर के लिए उपयोगी
खेखसी से बना पाउडर बवासीर और पथरी जैसी समस्याओं से मुक्ति दिलाने की क्षमता रखता है। ककोड़ा का पाउडर तैयार कर के रोज़ाना दूध या पानी के साथ सेवन करें। यह पाउडर खांसी ज़ुकाम में भी फायदेमंद साबित होता है। इसका सेवन आप बुखार आने पर भी कर सकते हैं। यह पूरी तरह से प्राकृतिक है।
कैंसर से बचाता है
खेखसी में मौजूद विटामिन-सी कैंसर से लडऩे में सबसे शक्तिशाली तत्व होते हैं। खेखसी में कैरोटीन की मौजूदगी भी कैंसर से बचाती है। ये शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाते है और कैंसर के खतरे को कम करके लडऩे की क्षमता देते हैं।
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