एसिडिटी से छुटकारा दिलाएंगे ये 3 फूड्स
अनहेल्दी फूड, प्रदूषण, और खराब लाइफस्टाइल के कारण अधिकतर लोग एसिडिटी और कब्ज की समस्या से परेशान रहते हैं। पेट में गैस बनने के कारण किसी दूसरे काम में मन भी नहीं लगता और पूरा दिन बेकार जाता है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग सभी लोगों में एसिडिटी की समस्या काफी आम हो गई है। ऐसे में 3 फूड्स का इस्तेमाल करने से एसिडिटी की समस्या से राहत मिल सकता है, तो आइए जानते हैं क्या हैं वो फूड्स और उन्हें खाने के हेल्थ बेनिफिट्स…
एसिडिटी में फायदेमंद है ये तीन फूड्स
भिगी हुई काली किशमिश
दही-पोहा
गुलकंद का पानी
काली किशमिश खाने के फायदे -
काली किशमिश में पेक्टिन नाम का फाइबर मौजूद होता है, जो हमारे शरीर में जाकर खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। इसका सेवन करने से एसिडिटी कंट्रोल होती है, आंखों की रोशनी बढ़ती है, हाई ब्लड प्रेशर कम होता है और वजन कम करने में भी मदद मिलती है। रात को सोने से पहले 4-5 काली किशमिश पानी में भिगोकर रख दें और सुबह उठने के बाद किशमिश को खा लें और एक गिलास पानी पी लें।
पोहे के साथ दही खाने के फायदे
दही के साथ पोहा खाने से आपके शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते है। इतना ही नहीं यह पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में भी मदद करता है। उत्तर प्रदेश और बिहार में पेट खराब होने पर लोग इसे खाना बहुत पसंद करते हैं। पोहे को खाने से पहले इसे पानी से अच्छी तरह साफ कर लें, इसके बाद इसमें दही और काला नमक मिला लें। आप दही पोहे का स्वाद बढ़ाने के लिए हरी मिर्च भी इसमें मिला सकते हैं।
गुलकंद का पानी पीने के फायदे -
गुलकंद की तासीर ठंडी होती है, जिस कारण इसे पीने से एसिडिटी की समस्या दूर होती है, मुंह के छाले ठीक होते हैं और दिमाग भी तेज होता है। एसिडिटी की समस्या को दूर करने के लिए रात को सोने से पहले या दिन में किसी भी समय आप गुलकंद का पानी पी सकते हैं। आपको बस एक गिलास पानी में एक चम्मच गुलकंद मिलाना है और इसे पी जाना है।
-स्वास्थ्य से जुड़ी ये समस्याएं भी होगी दूर
-पेट की सूजन कम करने में फायदेमंद
-प्री मेन्स्ट्रूअल सिंड्रोम से मिले राहत
-हीट एक्जाशन करें दूर
एसिडिटी से बचने के लिए इन बातों का भी रखें ध्यान
-खाने के बीच में ज्यादा समय का अंतराल न रखें।
-समय पर ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर करें।
-अपने भूख लगने के संकेतों को पहचाने और थोड़ी-थोड़ी देर पर कुछ खाते रहें।
-पेट भरने के संकेतों को पहचानने की कोशिश करें और भूख से अधिक खाने से बचें।
-एसिडिटी की समस्या को नजरअंदाज न करें, यह किसी बड़ी बीमारी का भी संकेत हो सकता है। इसलिए एसिडिटी की परेशानी बढ़ने पर अपने निजी डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
Leave A Comment