कई रोगों से बचाव और उनके उपचार में मदद करती है पिप्पली
पिप्पली एक प्राचीन आयुर्वेदिक हर्ब है, जो आमतौर पर हम सभी भारतीयों के किचन में मौजूद होता है। इसका कई पकवान बनाने के लिए मसाले के तौर पर भी किया जाता है। यह मसाला सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है। इसमें शक्तिशाली औषधीय गुण होते हैं, इसलिए पारंपरिक चिकित्सा में इसका प्रयोग कई स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। पाचन को दुरुस्त करने से लेकर श्वसन प्रणाली से बेहतर बनाने तक इसके जबरदस्त लाभ मिलते हैं।
सेहत के लिए पिप्पली के फायदे और प्रयोग का तरीका
1. सर्दी-खांसी की समस्या का रामबाण इलाज है। यह खांसी और सर्दी से राहत प्रदान करने में मदद कर सकती है।
2. शरीर के मेटाबॉलिज्म में सुधार करके वजन घटाने को बढ़ावा देने में मदद करती है।
3. अपने रेचक गुण के कारण मल त्याग को बढ़ावा देकर कब्ज के प्रबंधन में मदद करती है।
4. पिप्पली में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और इसका कारण पिपेरिन जैसे यौगिकों की उपस्थिति को माना जा सकता है।पिप्पली में पाए जाने वाले पिपेरिन का इसके संभावित एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रभावों के लिए अध्ययन किया गया है। ऐसा माना जाता है कि ये यौगिक मसाले की प्रतिरक्षा प्रणाली को व्यवस्थित करने और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव प्रदान करने की क्षमता को बढ़ाने में योगदान देते हैं।
5. नींद से जुड़ी समस्याएं दूर करती है। साथ ही वात दोष को संतुलित करती है। वात संतुलन गुण के कारण पिप्पली का उपयोग अनिद्रा को प्रबंधित करने के लिए किया जा सकता है।
पिप्पली का सेवन करने के तरीके
-पिप्पली का सेवन चूर्ण, कैप्सूल और टैबलेट के रूप में किया जा सकता है।
-सर्दी-खांसी से छुटकारा पाने के लिए भोजन के बाद शहद के साथ 1/4 चम्मच पिप्पली पाउडर लें। अपने कफ निस्सारक गुण के कारण यह बलगम को कम करने में मदद करती है, जिससे आपको चैन की सांस लेने में मदद मिलती है।
-नींद से जुड़ी समस्याएं दूर करने के लिए आप पिप्पल का सेवन सोने से पहले दूध के साथ कर सकते हैं। 1/2 चम्मच पिप्पली पाउडर लें, इसे दूध में मिलाएं और सोने से ठीक पहले लें।
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