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 सुकून भरी नींद के ल‍िए अपनाएं ये आयुर्वेद‍िक पद्धति, द‍िनभर रहेंगे फ्रेश और एक्‍ट‍िव
  एक्‍सपर्ट्स और डॉक्‍टर्स ऐसा मानते हैं क‍ि अगर आप हर द‍िन 7 से 8 घंटे की नींद नहीं लेंगे, तो पूरे द‍िन थकान व कमजोरी महसूस करेंगे। लेक‍िन हर क‍िसी के ल‍िए सुकून भरी नींद लेना संभव नहीं। द‍िनभर की थकान के बाद भी रात को इंसान सो नहीं पाता। इसका कारण मानस‍िक समस्‍याएं जो व्‍यक्‍त‍ि की नींद छीन लेती हैं। अगर आप भी अन‍िद्रा की समस्‍या से परेशान हैं, तो इस लेख में हम आपको बताएंगे कुछ आयुर्वेद‍िक तरीके ज‍िनकी मदद से आप सुकून भरी नींंद लेकर सो पाएंगे।  
 1. शांभवी महामुद्रा करें 
 शांभवी महामुद्रा की मदद से तनाव कम होता है, नींद आती है और आंखें हेल्‍दी रहती हैं। ध्यान आसन में आराम से बैठ जाएं। रीढ़ और सिर को सीधा रखें। अपने हाथों को अपने घुटनों पर रखें।अंगूठे और पहली उंगली के ऊपरी भाग को जोड़ें और बाकी अंगुलियों को सीधा रखें। अपनी हथेलियों को घुटनों पर रखें। फिर अपनी आंखें बंद करें। ऊपर देखते हुए अपनी भौंहों के केंद्र पर ध्यान केंद्रित करें। अपनी आंखों को ऊपर उठाते हुए धीरे-धीरे सांस लें। सिर को हिलाना नहीं है।  जब यह मुद्रा सही ढंग से किया जाता है, तो दो घुमावदार भौहें नाक पर एक वी-आकार की छवि बनाएंगी।  अगर वी शेप दिखाई नहीं दे रहा है, तो समझ जाएं क‍ि आंखें सही ढंग से फोकस नहीं कर रही हैं। शुरुआत में थोड़े समय के लिए ही फोकस बनाएं और अगर असुविधा महसूस हो तो इसे छोड़ दें। पूरी प्रक्रिया के दौरान आंखें बंद रखनी चाहिए और आराम करना चाहिए। जैसे ही आपका ध्यान केंद्रित हो धीरे-धीरे सांस छोड़ें। धीरे-धीरे मूल स्थिति में आएं और अपनी आंखें खोलें।
 2. नस्य थेरेपी लें- 
नस्य थेरेपी एक आयुर्वेदिक इलाज है ज‍िसकी मदद से स‍िर दर्द और अन‍िद्रा जैसी कई समस्‍याओं का इलाज क‍िया जाता है। इस थेरेपी के मुताब‍िक, नस्‍य यानी नाक से दी जाने वाली दवा मस्तिष्क तक जाती है और रोग पैदा करने के लिए जिम्मेदार दोष को खत्‍म करती है। इस प्रक्र‍िया को करने के ल‍िए नाक के प्रत्येक नथुने में नस्य तेल की 2-3 बूंदे डालें। सावधानी के साथ एक-एक बूंद डालें। इसके बाद एक लंबी सांस लें और कुछ मिनटों के लिए रिलैक्स करें। सांस की समस्‍या में इसे ट्राई न करें।
 3. जीभ को साफ करें
आयुर्वेद में जीभ साफ करने की प्रक्र‍िया या टंग स्‍क्रेप‍िंग को मानस‍िक और शारीर‍िक सेहत के ल‍िए लाभदायक बताया गया है। जीभ को साफ करने से जीभ पर च‍िपकी गंदगी हट जाती है और हमें ताजगी महसूस होती है। जीभ पर लगी गंदगी, खराब पाचन का कारण बन सकती है ज‍िससे नींद भी प्रभाव‍ित हो सकती है इसल‍िए रोज जीभ और दांतों को साफ करके लेटने से आप नींद को बढ़ावा दे सकते हैं।     
 4. पादाभ्यंग करें 
आयुर्वेद में पैरों का बहुत अधिक महत्व होता है और पैर की माल‍िश करने की व‍िध‍ि को पादाभ्‍यंग कहते हैं। पैर हमारे शरीर का जरूरी ह‍िस्‍सा है। पैर में ऐसे प्रेशर प्‍वॉइंट्स होते हैं जो ऊर्जा के केंद्र होते हैं। अगर आप सुकून भरी नींद लेना चाहते हैं, तो तेल से पैरों की माल‍िश करें, इससे आराम म‍िलेगा और आप सो सकेंगे।
 5. सूर्य उगने की द‍िशा में सोना लाभदायक 
आयुर्वेद‍िक शास्‍त्र यह कहता है क‍ि अगर आप पृथ्‍वी के उत्तरी गोलार्ध यानी नॉर्थन ह‍ेम‍िस्‍फ‍ियर (Northern Hemisphere) में रहते हैं, तो आपको ईयर (East) यानी पूर्व की ओर स‍िर करके सोना चाह‍िए। इस डायरेक्‍शन में सूरज उगता है। इससे आपको सुकून भरी नींद आएगी। उत्तर यानी नॉर्थ (North) की ओर स‍िर करके सोने से बचना चाह‍िए। ऐसा करने से द‍िमाग पर पृथ्‍वी की चुंबक‍ीय शक्‍त‍ि का जोर पड़ता है। इससे ब्‍लड सर्कुलेशन ब‍िगड़ता है और आपको सोने में अड़चन महसूस हो सकती है। 
 
 

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