डायबिटीज के मरीजों के लिए रामबाण है दूधी घास, जानें कैसे करें सेवन
डायबिटीज या मधुमेह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें शरीर या तो पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाता या फिर बनाया गया इंसुलिन शरीर की कोशिकाओं द्वारा ठीक से उपयोग नहीं हो पाता है। नतीजा ये होता है कि खून में शुगर का स्तर लगातार बढ़ता रहता है। डायबिटीज को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता, लेकिन हेल्दी डाइट और एक्टिव जीवनशैली अपनाकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है। डायबिटीज में ब्लड शुगर कंट्रोल में रखने और परेशानियों से बचने के लिए दूधी घास का सेवन बहुत फायदेमंद होता है।
डायबिटीज में दूधी घास के फायदे
कम कैलोरी और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स: दूधी में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है। 100 ग्राम दूधी में केवल 17 कैलोरी होती हैं। साथ ही इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है (लगभग 44)। ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) किसी खाद्य पदार्थ को खाने के बाद कितनी जल्दी ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ेगी उसे दिखाता है। कम GI वाली चीजें खाने से ब्लड शुगर लेवल को अचानक बढ़ने से रोका जा सकता है।
फाइबर से भरपूर: दूधी में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर पाए जाते हैं। फाइबर ब्लड शुगर के अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे खाने के बाद ब्लड शुगर का स्तर तेजी से नहीं बढ़ता। साथ ही फाइबर आपको जल्दी तृप्ति का एहसास कराता है, जिससे आप कम खाते हैं और वजन नियंत्रण में रहता है।
एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर: दूधी में विटामिन A, C और E जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं। ये एंटीऑक्सिडेंट शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान को कम करते हैं। डायबिटीज के रोगियों में फ्री रेडिकल्स का स्तर अधिक होता है, जो शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। दूधी का सेवन इन फ्री रेडिकल्स को कम करने में मदद करता है।
पानी की अच्छी मात्रा: दूधी में 92% पानी होता है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना शरीर को हाइड्रेट रखता है और खून के गाढ़ेपन को कम करता है। इससे शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है, जो डायबिटीज के रोगियों के लिए काफी जरूरी है।
अन्य पोषक तत्व: दूधी में मैंगनीज, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे जरूरी मिनरल्स भी पाए जाते हैं। ये मिनरल्स शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए जरूरी होते हैं और साथ ही इंसुलिन के बेहतर उत्पादन में भी मदद करते हैं।
डायबिटीज में दूधी का सेवन कैसे करें?-
डायबिटीज में दूधी का सेवन कई तरह से कर सकते हैं-
-दूधी की सब्जी: आप दूधी का साग बनाकर खाने से भी डायबिटीज के मरीजों को फायदा मिलता है।
-दूधी का रायता: दूधी का रायता बनाकर आप दोपहर या रात के भोजन के साथ खा सकते हैं। रायता बनाने के लिए दही, कटी हुई लौकी, जीरा, पुदीना और हरी मिर्च का इस्तेमाल करें।
-दूधी का सूप: दूधी का सूप हल्का और पौष्टिक होता है। आप नाश्ते में या शाम के नाश्ते के समय इसका सेवन कर सकते हैं।
-डायबिटीज के रोगियों को दूधी घास सेवन से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए। दूधी घास एक प्राकृतिक और पौष्टिक सप्लीमेंट है जो डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, इसका सही तरीके से सेवन करने के लिए डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
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