मानसून में पाचन को बेहतर बनाने के लिए पिएं मूंग दाल का पानी, दूर होंगी पेट से जुड़ी समस्याएं
दाल को प्रोटीन का एक मुख्य सोर्स माना जाता है। यह शारीरिक कमजोरी और रोग से रिकवर होने के समय को तेजी से कम करने में मदद करती है। यही कारण है कि बच्चे हो या बुजुर्ग सभी को दाल का पानी पीने के लिए कहा जाता है। लेकिन, डाइटिशियन श्वेता शाह पंचाल के अनुसार अन्य दालों की तुलना में मूंग की दाल का पानी ज्यादा फायदेमंद होता है। यह आसानी से डाइजेस्ट हो जाता है, साथ ही इससे गैस और पाचन संबंधी अन्य समस्या का जोखिम काफी हद तक कम होता है। दालों में फाइबर, विटामिन, मिनरल्स जैसे पौटेशियम, फॉस्फोरस, फोलेट, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन, थायमिन आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। मूंग की दाल को आप खिचड़ी, स्प्राउट्स व सलाद आदि के साथ खा सकते हैं। इस दाल के फायदों के चलते आप इसका हलवा भी बना सकते हैं। बारिशों के मौसम में अक्सर लोगों को पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बारिशों के मौसम में बैक्टीरियल व अन्य इंफेक्शन होने की संभावना अधिक होती है। साथ ही, पाचन क्रिया धीमी हो सकती है। आगे जानते हैं मूंग दाल के पानी के फायदे और इसे बनाने का तरीका।
मूंग दाल के पानी के फायदे
पाचन में सुधार
मूंग दाल का पानी फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन तंत्र और बाउल मूवमेंट को बेहतर करता है। इससे आपकी पाचन क्रिया बेहतर होती है और आपको मौसम बदलते समय भी पेट में गैस, अपच और कब्ज आदि की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है।
हाइड्रेशन
मानसून के दौरान शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। मूंग दाल का पानी न केवल पानी की कमी को पूरा करता है, बल्कि इसमें आवश्यक इलेक्ट्रोलाइट्स भी होते हैं, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं।
ऊर्जा प्रदान करना
मूंग दाल का पानी प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स का अच्छा स्रोत होता है, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो अक्सर थकान महसूस करते हैं।
पाचन क्रिया को बेहतर कराने के लिए मूंग दाल का पानी कैसे तैयार करें
-मूंग दाल को उबालते समय आप उसमें थोड़ा पानी ज्यादा मिला दीजिए।
-इसके बाद करीब एक 150 से 200 ग्राम पानी को निकाल लें।
-इस पानी में करीब एक चम्मच देशी घी, एक चुटकी काली मिर्च और करीब एक चुटकी हल्दी मिलाएं।
-इस पानी को आप किसी भी समय पी सकते हैं।
-यह आपके पाचन को बेहतर करता है और मानसून में होने वाली गैस, अपच, कब्ज और एसिडिटी को दूर करने में मदद करता है।
आयुर्वेद के अनुसार मौसम बदलते समय आप मूंग दाल की खिचड़ी का भी सेवन कर सकते हैं। मूंग दाल में मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं, जिससे शरीर इंफेक्शन से लड़ने के लिए तैयार होता है। मूंग दाल का पानी कम कैलोरी वाला होता है और पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है। यह वजन नियंत्रित करने वालों के लिए भी एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
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