नवजात शिशु के सिर के नीचे रखते हैं तकिया?
रात को सोते समय सिर के नीचे तकिए का इस्तेमाल बड़े से लेकर बच्चे सभी उम्र के लोग करते हैं। सिर के नीचे तकिया लगाने से गर्दन और सिर को आराम मिलता है। साथ ही नींद भी अच्छी आती है। वहीं नवजात शिशुओं के सिर के नीचे भी लोग सरसों का ये बेबी पीलो का उपोयोग करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि बच्चे के सिर के नीचे तकिया लगाने से उनके स्कैल्प का आकार गोल रहता है, सिर को सही शेर देने में मदद मिलती है। लेकिन क्या सच में शिशुओं के सिर के नीचे तकिया लगाना सेफ और फायदेमंद होता है।
शिशुओं के लिए तकिया इस्तेमाल करने से जुड़े फैक्ट्स
1. अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) शिशुओं के लिए तकिए का उपयोग न करने की सलाह देता है, क्योंकि इससे दम घुटने का जोखिम बढ़ सकता है। बता दें कि अगर तकिए लगाने के कारण शिशुओं को सांस लेने में समस्या होती है तो इस कारण उन्हें सिर हिलाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
2. कुछ माता-पिता पोजिशनल प्लेगियोसेफली (फ्लैट हेड सिंड्रोम) को रोकने के लिए बेबी तकिए का उपयोग करते हैं। हालांकि, इस स्थिति को रोकने या उसका इलाज करने के लिए रीपोजिशनिंग तकनीक और टमी टाइम सुरक्षित और अधिक प्रभावी तरीके हैं।
3. तकिए का उपयोग करने से शिशु की लुढ़कने, बैठने या सही मोटर कौशल विकसित करने की क्षमता में बाधा आ सकती है, क्योंकि उन्हें इन हरकतों का अभ्यास करने के लिए एक सपाट, और सही सतह की जरूरत होती है।
4. चाइल्ड स्पेशलिस्ट आमतौर पर शिशुओं को तकिया देने से पहले बच्चे के कम से कम 18 महीने से 2 साल की उम्र होने का इंतजार करने की सलाह देते हैं, क्योंकि बड़े बच्चे बेहतर तरीके से हिलने-डुलने में सक्षम होते हैं और दम घुटने के जोखिम से बचते हैं।
5. शिशुओं के सिर के नीचे तकिया लगाने से गर्दन में खिंचाव या असुविधा हो सकती है, क्योंकि बच्चों की रीढ़ और गर्दन तकिए के इस्तेमाल के लिए सही तरह से विकसित नहीं होती है।
तकिए का इस्तेमाल शिशुओं के लिए सही नहीं माना जाता है, फिर चाहे शिशु का सिर बड़ा हो या चपटा हो। शिशु के सिर का आकार समय के साथ अपने आप धीरे-धीरे सही होने लगता है। इसलिए, जब तक आपका बच्चा 18 महीने का न हो जाए आप उसके सिर के नीचे तकिया न लगाएं और उसे एक सपाट और खुला स्थान दें। इसके साथ ही, किसी भी तरह की कंफ्जून होने पर अपने बच्चे के डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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