जानें नीम की दातुन करना है कितना है सही ..
दांतों को स्वस्थ रखने के लिए लोग अलग-अलग तरीके अपनाते हैं, ज्यादातर लोगों को नीम की दातुन से दांतों की सफाई और ब्रश करते देखते हैं। लोगों का मानना है कि नीम की दातुन से दांतों की सफाई करने से दांतों में संक्रमण पर रोकथाम होती है और दांत अच्छी तरह से चमक सकते हैं। लेकिन कई लोग ऐसे भी होंगे जो इस पर यकीन नहीं करते होंगे। कई लोगों के बीच ये सवाल होता है कि क्या दातुन से दांतों की सफाई करना सही है या नहीं और कैसे ये हमारे दांतों को स्वस्थ रखने में मददगार है। आइये जानते हैं नीम दातून करना फायदेमंद है या नुकसानदायक।
दांतों के लिए कैसे फायदेमंद है नीम की दातुन
बरसों से लोग नीम की दातुन से अपने दांतों की सफाई करते आ रहे हैं। भारत में इसे आयुर्वेदिक ब्रश के रूप में देखा जाता है। जर्नल 'फार्माकोग्नॉसी रिव्यू' में 'अजादिराचट्टा इंडिका: अ हर्बल पैनेशिया इन डेंटिस्ट्री - एन अपडेट नाम से प्रकाशित एक अध्ययन में दिखाया गया है कि नीम की छाल दांतों के लिए एक सक्रिय घटक के रूप में काम करती है। सामने आए अध्ययन के मुताबिक, नीम की छाल का मसूड़ों की समस्या और दांतों में संक्रमण को दूर करने का काम करते हैं। इस अध्ययन में नीम की छाल को दांतों के इलाज के लिए एक बेहतरीन तरीके के रूप में देखा जाता है।
क्या कहते हैं एक्सपट्र्स
विशेषज्ञों के अनुसार नीम अपने बहुत से फायदेमंद गुणों के साथ जाना जाता है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहतरीन होते हैं। लेकिन नीम की दातुन से लगातार और ज्यादा देर तक दांत को साफ करना नुकसानदायक हो सकता है। अगर हम बहुत देर तक दांतों को दातुन से साफ करते हैं तो इस कारण हमारे दांत भी घिसने लगते हैं जिस कारण ये कमजोर हो जाते हैं। जबकि जिन लोगों का ये मानना है कि दातुन से आपके दांत मजबूत होते हैं तो ये धारण गलत है। विशेषज्ञों के अनुसार हकीकत है कि नीम कई संक्रमण और वायरस का खात्मा करता है लेकिन इसकी दातुन का बहुत ज्यादा इस्तेमाल नुकसानदायक है।
- नीम की जड़ की छाल का चूर्ण 50 ग्राम, सोना गेरू 50 ग्राम तथा सेंधा नमक 10 ग्राम, इन तीनों को मिला कर खूब महीन पीस लें। इसे नीम के पत्ते के रस में भिगो कर छाया में सुखा दें। इस चूर्ण से दांतों को मंजन करने से दांतों से खून गिरना, पीव निकलना, मुंह में छाले पडऩा, मुंह से दुर्गन्ध आना, जी का मिचलाना आदि रोग दूर होते हैं।
- 100 ग्राम नीम की जड़ को कूट कर आधा लीटर पानी में एक चौथाई शेष रहने तक उबालें। इस पानी से कुल्ला करने से दांतों के अनेक रोग दूर होते हैं।
नीम की दातून में कौन से प्रभावी गुण हैं?
नीम सदियों से कई इलाज के काम आती है, आयुर्वेद में इसे ज्यादातर इलाज के लिए एक बेहतरीन विकल्प के रूप में देखा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि नीम में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो हमारे बालों, त्वचा, संपूर्ण स्वास्थ्य और दांतों को फायदा पहुंचाते हैं। नीम में फाइटोकेमिकल और एंटी माइक्रोबियल एजेंट गुण होते हैं जो इसे फायदेमंद बनाते हैं।
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