ब्रेकिंग न्यूज़

 बाजार में मिलने वाले पैकेट, टेट्रा पैक या कच्चे दूध में कौन सा है बेहतर... जानें...

भारत में आमतौर पर दूध तीन तरह से मार्केट में उपलब्ध होते हैं। बाज़ार में पैकेट, टेट्रा पैक और खुला कच्चा दूध बेचा जाता है। दूध में मिलावट की समस्या अब आम हो गई है, तमाम रिपोट्र्स यह बताती हैं कि दुनियाभर के बाज़ारों में मिलावटी दूध की बिक्री लगातार बढती जा रही है। ऐसे में यह जान लेना बेहद जरूरी हो जाता है कि बाज़ार में मौजूद कौन सा दूध मिलावटी नही है और हमारी सेहत के फायदेमंद होगा। पैकेट में मिलने वाला या फिर टेट्रा पैक का प्रसंस्कृत दूध या बाज़ार में बिकने वाला कच्चा खुला दूध सेहत के लिए फायदेमंद है .....

 दूध के सेवन से होने वाले फायदे  
 दूध भारतीय घरों में इस्तेमाल किया जाना वाला मुख्य पेय पदार्थ है। दूध में विटामिन और कैल्शियम के साथ-साथ तमाम पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को सम्पूर्ण पोषण देने का काम करते हैं। दूध के सेवन से शरीर को अनेक  लाभ होते हैं, दूध में मौजूद कैल्शियम और विटामिन हमारी हड्डियों को मजबूती देते हैं। दूध विटामिन, कैल्शियम, पोटेशियम और प्रोटीन का अच्छा स्रोत माना जाता है, इसका रोजाना सेवन करने से शरीर को होने वाले स्वास्थ्य लाभ कुछ इस प्रकार हैं।
-हड्डियों और दांतों को मजबूत करता है।
-उचित मात्रा में शरीर को प्रोटीन प्रदान करता है।
-वजन का नियंत्रण और मोटापे से दूर रखता है।
-हार्टबर्न को रोकने में सहायक।
-स्ट्रोक और हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को कम करता है।
-स्किन के लिए भी फायदेमंद होता है।
-मांसपेशियों को मजबूती देता है।
-विटामिन, पोटेशियम और मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत।
-शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता विकसित करता है।
 कौन सा दूध है सेहत के लिए सही  
 पैकेट वाला दूध  
बाज़ारों में मिलने वाला पैकेट का दूध एक निश्चित तापमान पर गर्म करके तमाम प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद पैकेट में रखा जाता है। इसे दूध का पास्चुरीकृत, होमोजिनाइज्ड वर्जन भी कहते हैं। दूध में मौजूद बैक्टीरिया आदि को ख़त्म करने के बाद इसे पैक किया जाता है। यह बाज़ारों में कई तरह का मिलता है। पैकेट वाले दूध में फुल क्रीम, टोन्ड और डबल टोन्ड दूध आते हैं। इसे आर्गेनिक कच्चे दूध से बेहतर नहीं माना जाता है।
 कच्चा दूध  
कच्चा दूध डेयरी या मवेशियों को पलने वाले लोगों के पास मिलता है। बाज़ार में डेयरी के माध्यम से इसकी भी बिक्री की जाती है। कच्चे दूध में भी मिलावट की तमाम रिपोट्र्स सामने आई हैं। बिना मिलावटी कच्चा दूध सबसे शुद्ध माना जाता है। आर्गेनिक कच्चा दूध सेहत के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोट्र्स के मुताबिक तमाम जगहों पर दूध के अधिक उत्पादन के लिए जानवरों को दवाओं के साथ कई इंजेक्शन भी दिए जाते हैं। चारों में मिलावट और इंजेक्शन या दवा खिलाकर उत्पादित कच्चा दूध सेहत के लिए हानिकारक होता है। अगर दूध का उत्पादन पूरी तरह से आर्गेनिक तरीके से हुआ है तो कच्चा दूध सेहत के सबसे ज्यादा फायदेमंद होगा।
 टेट्रा-पैक  
  UHT या UHT तकनीक का उपयोग करते हुए कच्चे दूध को टेट्रा पैक वाले दूध में परिवर्तित किया जाता है। इसे पहले निश्चित तापमान पर गर्म किया जाता है उसके बाद ठंडा करके टेट्रा पैक में बंद किया जाता है। यह माना जाता है कि टेट्रा पैक में दूध की सुरक्षा के लिए 6 लेयर की सुरक्षा का उपयोग किया जाता है। तमाम विशेषज्ञों का मानना है कि बाज़ार में उपलब्ध इन सभी प्रकार के दूध में टेट्रा पैक सबसे सुरक्षित दूध होता है। टेट्रा पैक वाले दूध को 6 लेयर की सुरक्षा में पैक किया जाता है जिससे इसमें हानिकारक तत्वों या बैक्टीरिया के पैदा होने की उम्मीद कम होती है।

 

Related Post

Leave A Comment

Don’t worry ! Your email address will not be published. Required fields are marked (*).

Chhattisgarh Aaj

Chhattisgarh Aaj News

Today News

Today News Hindi

Latest News India

Today Breaking News Headlines News
the news in hindi
Latest News, Breaking News Today
breaking news in india today live, latest news today, india news, breaking news in india today in english