रोज इस तरह बनाकर पिएं नीम की पत्तियों से बनी हर्बल चाय, सेहत को मिलेंगे कई जबरदस्त फायदे
आयुर्वेद में नीम का उपयोग हजारों सालों से होता रहा है। एंटीबायोटिक और एंटी बैक्टीरियल गुणों से युक्त नीम को सर्वोत्तम औषधि के रूप में जाना जाता है। स्वाद में कड़वा होने के बावजूद शरीर की कई बीमारियों को दूर करने के लिए नीम बहुत उपयोगी माना जाता है। नीम के पत्तों, बीज, टहनी और पेड़ के छिलकों का उपयोग आयुर्वेद में किया जाता है। शरीर में खून साफ़ करने से लेकर बैक्टीरिया से सुरक्षा, शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को निकालने और अल्सर जैसे रोगों में नीम बेहद फायदेमंद मानी जाती है। आइये जाने नीम की पत्ती की चाय पीने से शरीर को क्या फायदा मिलता है।
नीम की पत्तियों की चाय बनाने का तरीका
तमाम बीमारियों में फायदेमंद नीम का उपयोग कई तरीकों से किया जाता है। नीम के पत्तों, फल, फूल, और टहनी या छाल का उपयोग बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। नीम के पत्तों का उपयोग नीम की चाय बनाने में करते हैं। नीम के पाटों की चाय का सेहत के लिए अनोखे फायदे हैं। भले ही नीम के पत्तों की चाय स्वाद में कड़वी हो लेकिन इसके अनेकों मीठे फायदे हैं। अनेकों औषधीय गुणों से युक्त नीम के पत्तों की चाय बनाने का आसान तरीका ये है।
-नीम के साफ और हरे पत्ते
-शहद या नींबू
-आधा लीटर पानी
सबसे पहले नीम के ताजे हरे पत्तों को लेकर उन्हें साफ़ कर लें, इसके बाद एक गहरे आकार के बर्तन में लगभग आधा लीटर पानी डालें और तेज आंचा पर इसे उबाले। पानी उबलना शुरू हो जाए तो इसमें कुछ नीम की पत्तियां डाल दें और मध्यम आंच पर इसे उबलने दें। इससे पूरी तरह से उबल जाने के बाद छानकर इसमें शहद या नींबू का रस मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं।
नीम की चाय से होने वाले फायदे
नीम की चाय का स्वाद बहले ही बेहद कड़वा हो लेकिन इसके तमाम मीठे फायदे हैं। नीम के पेड़ को आयुर्वेदिक चिकित्सा में बेहद उपयोगी माना जाता है। नीम के पत्तों की चाय शरीर को बैक्टीरियल संक्रमण से दूर रखती है, तमाम बीमारियों को जड़ से ख़त्म करने में भी नीम की चाय असरदार शाबित होती है। खून की सफाई से लेकर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में नीम की चाय बेहद उपयोगी मानी जाती है। नीम की चाय के सेवन से होने वाले कुछ प्रमुख फायदे इस प्रकार से हैं।
एंटीऑक्सीडेंट
नीम में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट के गुण शरीर को संक्रमण और बैक्टीरिया से लडऩे में सहयता प्रदान करते हैं। नीम की चाय के सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है और इसके एंटीऑक्सिडेंट गुण कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे को कम करने में बेहद सहायक होते हैं।
एंटी इंफ्लेमेटरी
नीम के पत्तों में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो शरीर को कई समस्याओं से दूर रखने में मददगार होते हैं।
बीमारियों से लडऩे में सहायक
नीम के पत्तों की चाय का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है। नीम में पाए जाने वाले एंटिफंगल और एंटीमाइरियल गुण तमाम रोगों से लडऩे में सहायक होते हैं।
खून को साफ़ रखने में फायदेमंद
नीम के पत्तों की चाय का सेवन करने से शरीर को खून साफ़ रखने में मदद मिलती है। यह स्किन को भी साफ़ रखने में फायदेमंद माना जाता है।
कब्ज और पेट की गड़बड़ी दूर करे
नीम के पत्तों की चाय कब्ज और पेट से जुड़ी समस्याओं में भी फायदेमंद मानी जाती है। इसके नियमित सेवन से कब्ज और पेट संबंधी दिक्कतें ख़त्म होती है।
बुखार से बचाव
नीम के पत्तों का उपयोग बुखार जैसी समस्या को दूर करने में बेहद फायदेमंद माना जाता है। नीम के पत्तों से बनी चाय का उपयोग करने से निमोनिया और वायरल बुखार जैसी समस्या होने का ख़तरा बेहद कम हो जाता है।
नीम की चाय का सेवन करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
नीम की चाय वैसे तो बेहद फायदेमंद होती है , लेकिन सही तरीके से इसका सेवन नही किया गया तो इसके दुष्परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं। नीम की चाय का सेवन गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं को नहीं करना चाहिए। नीम की चाय का सेवन कम मात्रा में ही करना चाहिए, इसका सेवन हफ्ते में दो या तीन दिन से ज्यादा करने पर इसके साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। नीम के पत्तों की चाय का सेवन लिथियम लेने वाले लोगों, ऑटोइम्यून विकारों या डायबिटीज, अंग प्रत्यारोपण और हाल ही में हुई या होने वाली सर्जरी वाले किसी व्यक्ति को नहीं करना चाहिए। यदि आप किसी गंभीर बीमारी से पीडि़त हैं तो इसके सेवन से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।



.jpg)




.jpeg)
Leave A Comment