शरीर पर कैसे असर करती है चीनी....
चीनी मीठी तो होती है, लेकिन क्या सेहत के लिए भी? हमारे जीवन में कई तरह से चीनी का उपभोग बढ़ता जा रहा है और इसका असर सीधा सेहत पर पड़ रहा है। जानिए चीनी के असर के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें.
मोटा बनाती है चीनी
अनाज के मुकाबले चीनी 5 गुना ज्यादा जल्दी फैट में बदल जाती है और मोटापा लाती है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो जब आप चीनी खाते हैं तो मतलब आप अपनी मोटापे वाली कोशिकाओं को खाना खिलाते हैं।
चीनी अवसाद में डालती है
कम मात्रा में हो तो चीनी सेरोटोनिन नाम के हार्मोंस का इजाफा कर देती है। यह आपके मिजाज को खुशनुमा बनाता है, लेकिन ज्यादा चीनी का इस्तेमाल आपको अवसाद में डालता है और एंक्जायटी यानि घबराहट होती है।
बूढ़ा बनाती है चीनी
त्वचा पर भी चीनी का असर होता है। ग्लाइकेशन की प्रक्रिया में चीनी के अणु कोलेजन फाइबर से मिलते हैं। इससे कोलेजन फाइबर की प्राकृतिक इलास्टिसिटी धीरे-धीरे खत्म होती जाती है। इससे आपकी त्वचा में झुर्रियां बनने लगती हैं और आप उम्रदराज दिखने लगते हैं।
आंतों के लिए खतरनाक है चीनी
आपकी आंतों का माइक्रोफ्लोरा पाचनक्रिया को बढ़ाता है और आपके पाचन तंत्र को बैक्टीरिया से सुरक्षित रखता है, लेकिन अधिक चीनी खाने से आपकी आंतों का माइक्रोफ्लोरा बाहर निकल जाता है। इससे कई किस्म के रोग संभव हैं।
लत बन सकती है चीनी
अधिक वजन वाले लोगों में चीनी खाने पर मष्तिष्क डोपोमीन छोडऩे लगता है। ठीक उसी तरह जिस तरह शराब और दूसरी नशे की चीजों के इस्तेमाल में होता है। इससे किसी भी चीज की लत लग जाती है।
गुस्सैल बनाती है चीनी!
जो लोग ज्यादा चीनी खाते हैं वे गुस्सैल स्वभाव के होते हैं। इसलिए खासकर बच्चों को स्कूल के घंटों में चीनी ना खाने की सलाह दी जाती है।
रोगप्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करती है चीनी
चीनी का ज्यादा इस्तेमाल रोगप्रतिरोधक क्षमताओं पर भी प्रतिकूल असर डालता है। चीनी के उपभोग के बाद रोग प्रतिरोधी तंत्र की कीटाणुओं को मारने की क्षमता 40 प्रतिशत तक घट जाती है।
एल्जाइमर को बढ़ाती है चीनी
2013 में हुए एक अध्ययन के मुताबिक इंसुलिन प्रतिरोध और उच्च रक्तचाप जो कि सामान्यतया मधुमेह से जुड़े होते हैं, ये न्यूरोडिजेनरेटिव रोगों जैसे एल्जाइमर में भी खतरनाक साबित होते हैं।
कैंसर का खतरा बढ़ाती है चीनी
कैंसर की कोशिकाओं को बढऩे के लिए चीनी की जरूरत होती है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के लेविस कैंटले के नेतृत्व में एक अंतराष्ट्रीय शोध संस्थान इस विषय पर ही शोध कर रहा है कि कैसे घातक कोशिकाओं की बढ़ोत्तरी में शुगर का योगदान होता है।
मूर्ख भी बनाती है चीनी
चीनी के अधिक इस्तेमाल का असर याददाश्त पर भी पड़ता है। एक अध्ययन के मुताबिक हाई ब्लड शुगर वाले लोग याददाश्त के परीक्षण में उन लोगों के मुकाबले पीछे थे जिनका ब्लड शुगर कम था।
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