डायबिटीज के मरीजों में दिख रहे हैं कोरोना के ये 3 नए लक्षण...
देश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार कमी हो रही है। इस समय देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर चल रही है। दूसरी लहर में कोरोना वायरस के कई नए म्यूटेंट ने भी दस्तक दी है, जिसकी वजह से इसके लक्षणों में लगातार बदलाव नजर आते रहे हैं। कोरोना वायरय होने पर अकसर लोगों में गले में खराश, सूखी खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ और बदन दर्द जैसे लक्षण नजर आते हैं। लेकिन इस बार उल्टी, डायरिया और निमोनिया जैसे लक्षण कोरोना के मरीजों में नजर आ रहे हैं।
दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर में कुछ लोगों में इसके नए लक्षण नजर आ रहे हैं। लेकिन ये लक्षण ज्यादातर डायबिटीज या हाई ब्लड शुगर के रोगियों में ही नजर आ रहे हैं। हाई ब्लड शुगर होने पर मरीजों में निमोनिया, स्किन रैशेज और छाती में दर्द होना भी कोरोना के लक्षण हो सकते हैं।
1. स्किन पर रैशेज होना
वॉकहार्ट हॉस्पिटल, मुंबई सेंट्रल के डायबिटोलॉजिस्ट डॉक्टर अल्तमश शेख बताते हैं कि डायबिटीज रोगियों में स्किन पर रैशेज भी कोरोना वायरस का एक लक्षण हो सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ब्लड शुगर लेवल ज्यादा होने पर अकसर लोगों में ये लक्षण नजर आ रहे हैं। हाई ब्लड शुगर की वजह से स्किन ड्राय हो रही है, जिससे स्किन रैशेज की समस्या होती है। इसमें स्किन इंफेक्शन के साथ ही त्वचा पर रेड स्पॉट्स भी दिखाई देते हैं। लेकिन जरूरी नहीं है कि यह लक्षण सिर्फ डायबिटीज रोगी में ही देखने को मिले, दूसरे लोगों में भी कोरोना होने पर स्किन रैश के लक्षण नजर आ सकते हैं। कोरोना की दूसरी लहर में अक्सर त्वचा से जुड़े लक्षण जैसे रैशेज, सूजन और एलर्जी के मामले सामने आ रहे हैं। इसके साथ ही इसका असर नाखूनों पर भी देखने को मिल रहा है। इस स्थिति में डायबिटीज के रोगियों को अपनी त्वचा का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। त्वचा में थोड़ा सा बदलाव आने पर तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
2. निमोनिया
डॉक्टर अल्तमश शेख बताते हैं कि कोरोना से संक्रमित डायबिटीज मरीजों में निमोनिया के भी लक्षण देखने को मिल रहे हैं। कोरोना और निमोनिया बेहद गंभीर स्थिति होती है। डायबिटीज मरीजों को कोरोना और निमोनिया दोनों का रिस्क बहुत ज्यादा है। हाई ब्लड शुगर लेवल से कोरोना तेजी से पूरे शरीर में फैलता है, जिससे जोखिम ज्यादा बढ़ जाता है। इस दौरान मरीज को सांस से जुड़ी दिक्कतें हो सकती है। ऐसे में आपको अपनी सेहत का ध्यान रखने की बहुत जरूरत होती है। इस स्थिति को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें।
3. ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल कम होना
कोरोना की दूसरी लहर में हैप्पी हाइपोक्सिया के भी मामले सामने आ रहे हैं। हैप्पी हाइपोक्सिया वह स्थिति होती है, जब शरीर में ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल कम हो जाता है, लेकिन इसका पता मरीज को नहीं चल पाता है। फिर अचानक से मरीज की तबियत बिगड़ती है और मरीज गंभीर हो जाता है। डायबिटीज या हाई ब्लड शुगर के मरीजों में इसका सबसे ज्यादा खतरा रहता है। इसकी वजह से कोरोना से संक्रमित डायबिटिक्स को सीने में दर्द और सांस लेने में भी दिक्कत हो सकती है।
कोरोना के दूसरी लहर में ये सारे लक्षण भी सामने आए हैं। इसलिए इन लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। शुरुआत में ही इन लक्षणों पर गौर करें और तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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