इस मेवे के फायदे अनेक, डायबिटीज और हृदय रोगियों के लिए है सेहत का खजाना
मौजूदा समय में लोगों की सबसे बड़ी प्रथामिकता है- सेहत को ठीक रखना और इम्यूनिटी बढ़ाना। आप भी निश्चित ही तमाम प्रकार के उपायों को प्रयोग में लाकर स्वास्थ्य को ठीक रखने के प्रयास में लगे होंगे। आहार और पोषण विशेषज्ञों की मानें तो सेहत को ठीक रखने के लिए सभी लोगों के लिए रोजाना ड्राई-फ्रूट्स का सेवन करना चाहिए। इनमें कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
इस लेख में हम सेहत के लिए बेहद फायदेमंद अखरोट के बारे में बताने जा रहा हैं। आहार विशेषज्ञों के मुताबिक अखरोट, शरीर के लिए बेहद फायदेमंद सुपरफूड है जो हृदय, मस्तिष्क और आंत को स्वस्थ रखने के साथ शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति कर सकता है। इसका नियमित सेवन कई गंभीर रोगों में लाभदायक हो सकता है। आइए इस लेख में विस्तार से इससे होने वाले फायदों को समझते हैं।
अखरोट के फायदे
पोषण विशेषज्ञों के मुताबिक सभी लोगों को रोजाना कम से कम सात अखरोट (28 ग्राम) का सेवन करना चाहिए। यह करीब एक मुट्ठी की मात्रा के बराबर है। करीब 28 ग्राम अखरोट में 4 ग्राम प्रोटीन, 2 ग्राम फाइबर और 2.5 ग्राम ओमेगा-3 की मात्रा पाई जाती है। यह सभी पोषक तत्व शरीर के लिए बेहद फायदेमंद और आवश्यक हैं। अखरोट का सेवन वजन को नियंत्रित करने, भूख को शांत करने और शरीर के कई अंगों के लिए बेहद लाभकारी हो सकता है। आइए अध्ययन आधारित इन फायदों के बारे में जानते हैं।
डायबिटीज रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, डायबिटीज रोगियों के लिए अखरोट का सेवन काफी लाभदायक हो सकता है। विशेषकर टाइप-2 डायबिटीज के रोगियों के लिए अखरोट के तेल का सेवन फायदेमंद माना जाता है। यह रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में काफी मददगार है। इसके अलावा डायबिटीज रोगियों के लिए सभी आवश्यक पोषक तत्व इससे प्राप्त किए जा सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है
अखरोट को स्वस्थ वसा का समृद्ध स्रोत माना जाता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, रक्त लिपिड, एपोलिपोप्रोटीन और रक्तचाप को नियंत्रित रखने के लिए इस ड्राई फ्रूट का सेवन फायदेमंद हो सकता है। अखरोट में कोलेस्ट्रॉल को कम करने के गुण पाए जाते हैं। यह शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सहायक है, जिससे हृदय की गतिविधियां सुचारू बनी रहती हैं।
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