ठंड के मौसम में इस वक्त खाना शुरू करें ये चीज
सिंघाड़ा सेहत के लिए बेहद लाभकारी है। दिल के आकार से मिलता-जुलता लाल और हरे रंग का सिंघाड़ा पानी में पैदा होता है। यह एक मौसमी फल है और इसमें कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इन दिनों कई तरह की बीमारियों से बचाने में कारगर होते हैं। सिंघाड़े को नियमित रूप से खाने से सांस संबधी समस्याओं से भी आराम मिलता है। दिल की बीमारियों के लिए यह रामबाण औषधि है। साथ ही गले में खराश, थकावट, सूजन और ब्रोंकाइटिस में फायदेमंद है। वैसे तो आप इसे किसी भी वक्त खा सकते हैं, लेकिन खाली पेट इसका सेवन ज्यादा फायदेमंद माना गया है.
सिंघाड़े में पाए जाने वाले पोषक तत्व
सिंघाड़ा में विटामिन ए, सिट्रिक एसिड, फॉस्फोरस, विटामिन सी, मैंगनीज, थायमिन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, आयोडीन और मैग्नीशियम पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है, ये सभी पोषक तत्व सेहत के लिए फायदेमंद हैं।
सेहत के लिए फायदेमंद सिंघाड़ा
1. थॉयराइड में लाभकारी
सिंघाड़े में मौजूद आयोडीन, मैग्नीज जैसे मिनरल्स थायरॉइड और घेंघा रोग की रोकथाम में अहम भूमिका निभाते हैं। यह रक्तपित्त तथा मोटापा कम करने में फायदेमंद होता है।
2. पीलिया की बीमारी में राहत
पीलिया के बीमारी में शरीर में पित्त दोष बढ़ जाता है। सिंघाड़े में पित्त शामक गुण होते हैं, जोकि काफी लाभदायक होता है। सिंघाड़ा के आटे में उच्च रक्तचाप के जोखिम को कम करने की ताकत है।
3. महिलाओं के लिए फायदेमंद
प्रेग्नेंसी में सिंघाड़ा खाने से मां और बच्चा दोनों स्वस्थ रहते हैं। इससे गर्भपात का खतरा भी कम होता है। इसके अलावा सिंघाड़ा खाने से पीरियड्स की समस्याएं भी ठीक होती है।
4. गैस और अपच से राहत
पेट की दिक्कतों को कम करने में भी सिंघाड़े का सेवन काफी फायदा करता है। ये गैस, एसिडिटी, कब्ज और अपच जैसी दिक्कतों से राहत देता है। साथ ही भूख न लगने की परेशानी को कम करने में भी मदद करता है।
सिंघाड़े खाने का सही तरीका
आप सिंघाड़े को कच्चा भी खा सकते हैं। इसके अलावा इसे उबाल कर नमक के साथ भी खाया जाता है। जब सिंघाड़े का सीजन नहीं होता, तब भी इसके आटे का इस्तेमाल हलवा वगैरह बनाने में किया जाता है।
Leave A Comment