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 कोविड-19 निगरानी ऐप के अलर्ट से लोगों की मुश्किलें बढ़ी, बड़ी संख्या में लोग पृथकवास को मजबूर
लंदन। ब्रिटिश सरकार गुरुवार को कोविड-19 की वजह से 'पैनडेमिक'' के साथ-साथ 'पिंगडेमिक' से भी जूझती नजर आई। दरअसल, कोविड-19 मरीजों की निगरानी करने के लिए शुरू किए गए ऐप ने इस महीने के शुरुआती एक हफ्ते में ही करीब 60 हजार लोगों को स्वत: पृथकवास के लिए चेतावनी संदेश भेजे हैं। 
नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) के ऐप द्वारा भेजे जा रहे चेतावनी परामर्श हैं और कानूनी रूप से बाध्यकारी नहीं है। हालांकि, सरकार का निर्देश है कि किसी संक्रमित से संभवत: संपर्क में आने पर भेजे गए चेतावनी संदेश के बाद व्यक्ति 10 दिनों तक स्वयं पृथकवास में रहे। वहीं, कारोबार और सुपरमार्केट से लगातार शिकायत बढ़ती जा रही है कि ऐप के अलर्ट संदेश से उनके यहां कर्मचारियों की कमी हो रही है और आवश्यक सेवाएं एवं वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित हो रही है। ब्रिटेन के व्यापार मंत्री क्वासी क्वारतेंग ने  कहा, ''अगर आपके पास संदेश आता है तो आपको पृथकवास में चले जाना चाहिए। मैं जानता हूं कि यह चुनौती पेश करता है। हमें कर्मचारियों की कमी की खबरें मिल रही हंै जिसकी हम निगरानी कर रहे हैं लेकिन नियम स्पष्ट है और मेरा मानना है कि उन्हें इसका पालन करना चाहिए।'' उन्होंने स्वीकार किया कि सरकार बड़े पैमाने पर लोगों के पास संदेश जाने और उनके काम नहीं कर पाने को लेकर चिंतित है और 'जल्द ही' अहम सेवाओं में लगे कर्मचारियों को छूट देने संबंधी सूची जारी करने की योजना बना रही हैं। उन्होंने कहा, ''रियायती सूची सीमित होगी क्योंकि निश्चित तौर पर हमें कहीं सीमा तय करनी होगी।''
 ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के प्रवक्ता ने कहा कि ऐप वही काम कर रहा है जिसके लिए उसे बनाया गया है। प्रवक्ता ने बताया कि 16 अगस्त से पूरी तरह से टीकाकरण करा चुके लोगों के ऐप पर संदेश आने के बावजूद पृथकवास में रहने के निर्देश को खत्म कर दिया जाएगा। इस बीच ऐप को डाउनलोड करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है और एक हफ्ते में संख्या 2 करोड़ 65 लाख 23 हजार 853 से बढ़कर 2 करोड़ 68लाख 26 हजार 748 हो गई है। ऐसा माना जा रहा है कि कई लोगों ने संदेश के डर से ऐप को अपने फोन से हटाया भी है। 

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