भेदभाव ना करे, सरकारी आवास खाली कराने के नियम सभी के लिए हो समान – शर्मा
पूर्व सांसदों को सरकारी आवास खाली करने के सरकार के फरमान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने मंगलवार को कहा कि ऐसे कई पूर्व सांसद हैं जो गरीब हैं और इनमें से कई सांसदों की तबीयत ठीक नहीं रहती। सरकार को आदेश जारी करने से पहले इन पहलुओं पर भी गौर करना चाहिए। साथ ही कांग्रेस नेता ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ के भांजे रतुल पुरी की गिरफ्तारी पर कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। शर्मा ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। सरकार के इस फरमान पर आनंद शर्मा ने सोमवार को भी सवाल उठाए थे। बता दें कि केंद्र सरकार ने पूर्व सांसदों को आवंटित बंगला खाली करने के लिए सात दिनों का समय दिया है। इस आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए आनंद शर्मा ने कहा, ‘नियम सभी के लिए एक समान होना चाहिए। सरकार के कुछ मुलाजिमों को बंगले खाली करने के लिए आठ महीनों का समय दिया जाता है जबकि कुछ लोगों से कहा जाता है कि वे जितना जल्दी हो सके आवास खाली कर दें। यह देखने में आया है कि जनता की सेवा करने वाले लोगों की छवि खराब करने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे कई सांसद हैं जो कि गरीब हैं और उनकी सेहत अच्छी नहीं है। सरकार को इस आशय का आदेश जारी करने से पहले इन पहलुओं को भी ध्यान में रखना चाहिए था।’रक्षा उत्पादन क्षेत्र में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर शर्मा ने कहा, ‘हम रक्षा मंत्री के बयान का स्वागत करते हैं। रक्षा उत्पादन में स्वावलंबी बनने की जरूरत है और इसे देखते हुए हमने इस क्षेत्र में एफडीआई की अनुमति दी। सरकार को इस बारे में केवल बयान जारी नहीं करना चाहिए बल्कि उसे कुछ करने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा, ‘हमने सरकार के मेक इन इंडिया और स्टैंड अप इंडिया के बारे में बातें सुनीं लेकिन क्या सरकार अपने इन कार्यक्रमों पर श्वेत पत्र जारी कर सकती है ताकि इन योजनाओं के लाभ के बारे में पता चल सके।’
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