अपने कर्मचारियों के लिए हैंड सैनेटाइजर बना रहा है रेल मंडल
नई दिल्ली। कोरोना वायरस प्रकोप के बीच देशभर के रेलमंडल अपने कर्मचारियों को हैंड सैनिटाइजर मुहैया कराने के लिए उसके उत्पादन की तैयारी कर रहे हैं।
पूर्वी रेल मंडल आसनसोल ने अपने कर्मचारियों के लिए 500 लीटर वाला हैंड सैनिटाइजर बनाय है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हर लोको शेड में लैब हैं, इसलिए हम हर मंडल में इस तरह के सैनिटाइजर का उत्पादन करेंगे। पश्चिम बंगाल के आसनसोल में अंडाल डीजल शेड की प्रयोगशाला में उत्पादित इस सैनिटाइटर में 760 मिलीलीटर आइसो प्रोपाइल अल्कोहल (99 प्रतिशत), हाइड्रोजन पेरोक्साइड 42 मिली (3 प्रतिशत), 15 मिली ग्लीसरीन, 183 मिली डिस्टिल्ड पानी और परफ्यूम है।
मंडल के प्रवक्ता ने बताया कि हमारे पास कर्मचारी हैं जो इस महामारी के दौरान भी काम कर रहे हैं और हमने सोचा कि यह आवश्यक है कि हम उन्हें सुरक्षित करें। हमने लगभग 500 लीटर का उत्पादन किया है और हमने इसे अपने कर्मचारियों को छोटी बोतलों में दिया है। हम इसे अन्य मंडलों में भी बनाने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि कच्चे माल की खरीद कोलकाता से की गई है और सैनिटाइजर की कीमत 310 रुपये प्रति लीटर तय की गई है, हालांकि यह फिलहाल व्यावसायिक उपयोग के लिए नहीं है।
आसनसोल मंडल से प्रेरणा लेते हुए, जोधपुर मंडल ने भी 215 लीटर हैंड सैनिटाइजर तैयार कर इसे मंडल की 13 इकाइयों को वितरित कर दिया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने उपलब्धि की प्रशंसा करते हुए ट्वीट किया, ''कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए रेलवे द्वारा पश्चिम बंगाल के आसनसोल में डीजल शेड द्वारा 500-लीटर सैनिटाइजऱ बनाया गया है जो वितरण के लिए तैयार है। इसे अन्य रेलवे इकाइयों द्वारा भी तैयार किया गया है।
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