कल सजेगी भाइयों की कलाइयों पर राखियां
- - रक्षाबंधन पर 29 साल बाद बना शुभ संयोग
- - जाने कब रहेगा शुभ मुहूर्त...
रायपुर। भाई और बहन के अटूट रिश्ते का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन कल मनाया जाएगा। इस साल सावन के आखिरी सोमवार यानी 3 अगस्त पर रक्षाबंधन का त्यौहार पड़ रहा है।
जाने-माने ज्योतिषाचार्य पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी ने बताया कि भाई-बहन के अटूट प्रेम का पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन इस बार बेहद खास होगा क्योंकि इस साल रक्षाबंधन पर सर्वार्थ सिद्धि और दीर्घायु आयुष्मान का शुभ संयोग बन रहा है। रक्षाबंधन पर ऐसा शुभ संयोग 29 साल बाद आया है। साथ ही इस साल भद्रा और ग्रहण का साया भी रक्षाबंधन पर नहीं पड़ रहा है।
इस साल रक्षाबंधन पर सर्वार्थ सिद्धि और दीर्घायु आयुष्मान योग के साथ ही सूर्य शनि के समसप्तक योग, सोमवती पूर्णिमा, मकर का चंद्रमा श्रवण नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र और प्रीति योग बन रहा है। इसके पहले यह संयोग साल 1991 में बना था। इस संयोग को कृषि क्षेत्र के लिए विशेष फलदायी माना जा रहा है।
रक्षाबंधन से पहले 2 अगस्त को रात्रि 8 बजकर 43 मिनट से 3 अगस्त को सुबह 9 बजकर 28 मिनट तक भद्रा रहेगी। इसके साथ ही शाम 7 बजकर 49 मिनट से दीर्घायु कारक आयुष्मान योग भी लग जाएगा।
शिशुपाल राजा का वध करते समय भगवान श्री कृष्ण के बाएं हाथ से खून बहने लगा, तो द्रौपदी ने तत्काल अपनी साड़ी का पल्लू फाड़कर उनके हाथ की अंगुली पर बांध दिया। कहा जाता है कि तभी से भगवान कृष्ण द्रौपदी को अपनी बहन मानने लगे और सालों के बाद जब पांडवों ने द्रौपदी को जुए में हरा दिया और भरी सभा में जब दुस्शासन द्रौपदी का चीरहरण करने लगा तो भगवान कृष्ण ने भाई का फर्ज निभाते हुए उनकी लाज बचाई थी। कहा जाता है कि रावण की बहन ने भद्रा में उन्हें रक्षा सूत्र बांधा था, जिससे रावण का सर्वनाश हो गया था।
कब रहेगा भद्राकाल और कब है शुभ मुहूर्त
- 3 अगस्त को सुबह 9 बजकर 28 मिनट तक भद्रा
- रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त राखी बांधने का मुहूर्त- प्रात: 9 बजकर27 मिनट 30 सेंकेंड से प्रात: 9 बजकर 11 मिनट 21 सेकेंड
- रक्षा बंधन अपराह्न मुहूर्त- 1 बजकर 45 मिनट 16 सेकेंड से 4 बजकर तेइस मिनट 16 सेकेंड तक
-रक्षा बंधन प्रदोष मुहूर्त- शाम 7 बजकर एक मिनट 15 सेकेंड से 9 बजकर 11 मिनट 21 सेकेंड तक
रक्षा बंधन मुहूर्त अवधि-11 घंटे 43 मिनट
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