नवरात्रि में जन्मे बच्चों पर होती है माता रानी का विशेष कृपा
हिंदू धर्म में नवरात्रि को अत्यंत पवित्र और पावन पर्व माना गया है। इन नौ दिनों में माता दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की आराधना की जाती है। इस दौरान भक्त सात्विक जीवन जीते हैं और वातावरण में भी एक विशेष शुद्धता बनी रहती है। शास्त्रों में कहा गया है कि नवरात्रि के समय जन्म लेने वाले लोग भी खास गुणों के धनी होते हैं। आइए जानते हैं कि इस अवधि में जन्मे लोगों का स्वभाव कैसा होता है और उनके जीवन कैसा होता है।
नवरात्रि में जन्मे लोगों का स्वभाव
नवरात्रि में जन्म लेने वाले बच्चे बहुत भाग्यशाली माने जाते हैं, क्योंकि इन पर मां दुर्गा की विशेष कृपा होती है। इनके स्वभाव में सकारात्मकता और विनम्रता झलकती है। सामाजिक जीवन में ये अपनी बातों से दूसरों को आकर्षित कर लेते हैं। हालांकि कभी-कभी ये एकांतप्रिय भी हो जाते हैं। ऐसे लोग सीमित मित्र बनाते हैं, लेकिन जिनसे जुड़ते हैं उनके लिए समर्पण भाव रखते हैं।
बौद्धिक क्षमता
नवरात्रि के दौरान जन्म लेने वालों की बुद्धि तेज होती है। वे नई चीजें जल्दी सीखने की सक्षमता रखते हैं। साथ ही कठिन परिस्थितियों में भी सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखते हैं। शिक्षा और ज्ञान की ओर इनका विशेष झुकाव होता है, जिससे इन्हें पढ़ाई में सफलता और सम्मान दोनों मिलते हैं। अक्सर इनके जीवन में शैक्षणिक या बौद्धिक क्षेत्र से जुड़ी कोई न कोई उपलब्धि देखने को मिलती है।
भाग्य का साथ
ऐसे लोग भाग्यशाली माने जाते हैं। हालांकि इन्हें परिश्रम भी करना पड़ता है, लेकिन इनकी मेहनत अपेक्षाकृत जल्दी फल देती है। कई बार इनका भाग्योदय अचानक और अप्रत्याशित रूप से होता है। इनकी एक खासियत यह भी होती है कि ये कर्मशील रहते हैं, इसलिए इनका भाग्य खुद ही इनके प्रयासों का साथ देता है।
नवरात्रि में जन्मी कन्या
नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना होती है। मान्यता है कि इस अवधि में यदि किसी घर में कन्या जन्म ले, तो उसका आगमन सुख-समृद्धि का सूचक होता है। ऐसी कन्याएं जहां जाती हैं, वहां समृद्धि और शुभता का संचार होता है। ये कन्याएं प्रभावशाली व्यक्तित्व की धनी होती हैं और समाज में अपना अलग स्थान बना लेती हैं।


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