मकान की पूर्व दिशा में हो वास्तु दोष तो करें ये उपाय...
यदि भवन का निर्माण वास्तु नियमों के अनुसार किसी कारण वश नहीं हो पाता या किसी तरह की कोई कमी रह जाती है तो यह मकान में रहने वालों गंभीर प्रभाव डालता है। जिसके परिणाम स्वरूप मान हानि, पारिवारीक संबंधों में तनाव, आर्थिक रूप से असंतुष्टि, कानूनी विवाद और वैवाहिक जीवन में उतार- चढ़ाव समेत कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए कुछ उपाय सुझाएं गए हैं। इन उपायों को करने से वास्तु दोष से बचा जा सकता है।
- पूर्व दिशा वास्तु दोष उपाय
भवन में पूर्व दिशा का शुद्ध होना घर, परिवारिक तनाव, विवाद निवारण हेतु एवं परिवार व सदस्यों की वृद्धि हेतु बहुत ही अनिवार्य है। यदि यह बाधित हो जाये तो मान सम्मान में कमी, मानसिक तनाव, गंभीर रोग व बच्चो का विकास बाधित होता है। ऐसे में दोष निवारण के लिए किसी ब्राह्मण को तांबे के पात्र में गेहूं व गुड़ के साथ लाल वस्त्र का दान करें। साथ ही पूर्व में सूर्य यंत्र की स्थापना प्राण प्रतिष्ठित विधि पूर्वक कराये अथवा सूर्योदय के समय तांबे के पात्र से सूर्य देव को सात बार गायत्री मंत्र का जापकर जल में लाल चन्दन या रोली व गुड, लाल पुष्प मिलाकर अध्र्य दें। वास्तुदोष से शांति मिलेगी।
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