कुबेर की है यह दिशा...भूलकर भी ना रखें ये चीजें....
वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बहुत महत्व माना जाता है। हर दिशा के दिग्पाल और ग्रह अलग-अलग होते हैं, इसलिए हर दिशा का अपना एक अलग महत्व होता है। इसी तरह से घर की उत्तर दिशा को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। वास्तु के अनुसार घर की उत्तर दिशा में धन के कोषाध्यक्ष कुबेर का स्थान होता है। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा का भंडार मानी जाती है। उत्तर दिशा का घर भी बहुत शुभ माना जाता है।
उत्तर दिशा के घर में सुख-समृद्धि आती है, इसलिए घर की उत्तर दिशा में कुछ भी निर्माण करते या सामान रखते समय बहुत ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जिन्हें यदि इस दिशा में रखा जाए तो आपके घर में धन की आवक रूक जाती है। आपके घर में आर्थिक तंगी आने लगती हैं। जानते हैं कि वे कौन सी चीजें हैं जिन्हें उत्तर दिशा में नहीं रखना चाहिए।
जूते-चप्पल
घर की उत्तर दिशा में कभी भी जूते-चप्पल रखने का स्थान नहीं बनाना चाहिए। बाहर से घर में आते समय कभी भी उत्तर दिशा में जूते-चप्पल नहीं उतारने चाहिए। इससे आपके घर में नकारात्मकता बढऩे लगती है। इसके साथ ही आपके घर में आर्थिक तंगी होने लगती है।
भारी-भरकम फर्नीचर
वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा को खाली और खुला हुआ रखना चाहिए। इससे आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। इस दिशा में भूलकर भी भारी सामान या फिर भारी-भरकम फर्नीचर नहीं रखना चाहिए। इससे आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बाधित होने लगता है। आपको धन संबंधित समस्याओं और अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
कूड़ेदान
उत्तर दिशा को जितना हो सके एक दम साफ-सुथरा रखना चाहिए। इस दिशा में भूलकर भी गंदगी या कूड़ेदान नहीं रखना चाहिए। यदि आप उत्तर दिशा में कूड़ेदान रखते हैं तो आपको आए दिन पैसों की समस्या का सामना करना पड़ता है।
टॉयलेट या बाथरूम
उत्तर दिशा के सबसे बड़ा दोष होता है टॉयलेट या बाथरूम का निर्माण करवाना। यदि किसी के घर की उत्तर दिशा में टॉयलेट और बाथरूम बना हुआ है तो उसके घर में हमेशा पैसों की किल्लत बनी रहती हैं और दरिद्रता बढ़ती जाती है। यदि इस दिशा में आपने गलती से बाथरूम या फिर टॉयलेट का निर्माण करवा लिया हो तो एक कांच की कटोरी में नमक भरकर बाथरूम के एक कोने में रख दें। पंद्रह दिन या सप्ताह में इसे बदलते रहें। इससे नकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह में कमी आती है।
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