फाल्गुन अमावस्या का क्या है महत्व, जाने पूजा का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग का आखिरी महीना फाल्गुन जारी है और इस महीने की कृष्ण पक्ष की आखिरी तिथि यानी अमावस्या तिथि को फाल्गुन अमावस्या कहा जाता है। इस बार यह तिथि 13 मार्च, शनिवार को है। पंचांग के साथ ही धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भी फाल्गुन अमावस्या के दिन का विशेष महत्व है। इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान कर, जरूरतमंदों को दान करते हैं। साथ ही इस दिन पितरों की शांति और पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए तर्पण और श्राद्ध भी किया जाता है।
फाल्गुन अमावस्या का महत्व
फाल्गुन अमावस्या के मौके पर देशभर में कई जगहों पर फाल्गुन मेला भी लगता है। फाल्गुन अमावस्या के महत्व की बात करें तो ऐसी मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों में सभी देवी-देवता साक्षात प्रकट होते हैं, इसलिए इस दिन नदियों में स्नान करके दान-पुण्य अवश्य करना चाहिए। इस दिन व्रत और पूजन करने से पितरों को मोक्ष मिलता है। इस दिन पितरों की शांति और अपने पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए दान, तर्पण और श्राद्ध आदि किया जाता है। ऐसा करने से परिवार के सदस्यों को किसी भी तरह की बाधाओं से बचाया जा सकता है।
- वैसे तो फाल्गुन अमावस्या के दिन चंद्र दर्शन नहीं होते, बावजूद इसके चंद्र देव और यम के साथ ही सूर्यदेव का भी आशीर्वाद पाने के लिए यह दिन विशेष माना जाता है।
- फाल्गुन अमावस्या के अनुष्ठान का अत्यधिक महत्व है क्योंकि इसे समृद्धि, कल्याण और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
- फाल्गुन अमावस्या के दिन शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसो के तेल का दीपक लगाने सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
फाल्गुन अमावस्या का शुभ मुहूर्त
फाल्गुन मास कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि- 13 मार्च 2021 शनिवार
अमावस्या तिथि प्रारंभ- 12 मार्च 2021, शुक्रवार दोपहर 03.04 बजे से
अमावस्या तिथि समाप्त- 13 मार्च 2021, शनिवार दोपहर 03.52 मिनट तक
चूंकि उदया तिथि से दिन को माना जाता है इसलिए फाल्गुन अमावस्या 13 मार्च शनिवार को है।
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