5 जून को लगने वाले चंद्र ग्रहण का किन राशियों पर होगा कैसा असर......पढ़ें...
5 जून को पडऩे वाले उपच्छाया चंद्रग्रहण का विभिन्न राशियों में क्या असर पडऩे वाला है, आइये जानते हैं इस बारे में जाने-माने ज्योतिषाचार्य पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी से।
ज्योतिषाचार्य पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी ने कहा कि ग्रहण को वैज्ञानिक केवल एक खगोलीय घटना मानते हैं तो वहीं धार्मिक मान्यताएं भी अपना तर्क देती हैं। ज्योतिषों के अनुसार, ग्रहण से केवल प्रकृति पर फर्क नहीं पड़ता है बल्कि मानव जाति पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। सूर्य और चंद्रग्रहण का अलग-अलग राशियों पर अलग प्रभाव पड़ता है।
पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी ने बताया कि साल का दूसरा चंदग्रहण 5 जून की मध्य रात्रि को 11 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा और 6 जून को 2 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। इस ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 19 मिनट है। भारत में ग्रहण दृश्य नहीं होगा, इसलिए ग्रहण सूतक नहीं लगेगा, पर चन्द्रमा के संचार से राशियों पर इसका असर जरूर हो सकता है। यह उपच्छाया चंद्रग्रहण ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा शुक्रवार को ज्येष्ठा नक्षत्र के दूसरे चरण और वृश्चिक राशि में लग रहा है। यह उपच्छाया चंद्रग्रहण यूरोप, अफ्रीका , एशिया और ऑस्ट्रेलिया में देखा जाएगा।
पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी के अनुसार उपच्छाया चंद्रग्रहण का बारह राशियों पर क्या होगा प्रभाव और जातक क्या करें उपाय -
मेष राशि- इस ग्रहण से इस राशि वालों के जीवन में हानियां और परेशानियां बढ़ेंगी, धोखा मिल सकता है। इस राशि के जातक ग्रहण के शुभ प्रभाव के लिए तिल, गुड़ का दान करें । ओम ह्रीं श्रीं लक्ष्मीनारायण नम: का 11 माला जाप करें।
वृष राशि- इस राशि वाले जातक ग्रहण के प्रभाव से मानभंग यानी अपयश और शारीरिक कष्ट पा सकते हैं तथा अपनों से मतभेद हो सकता है। इस राशि के जातक कंबल व गर्म ऊनी वस्त्र का दान करें । भगवान विष्णु के ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का 5 माला जाप करें।
मिथुन राशि- व्यापार में नुकसान और पति-पत्नी को होगा कष्ट। इस राशि के जातक ग्रहण से कष्टों से बचने एवं मनोभिलाषाओं की पूर्ति के लिए ग्रहण के पश्चात चींटियों को पंजीरी और गाय को हरा चारा अवश्य ही खिलाएं, फल और हरी सब्जी का दान करें । भगवान श्री कृष्ण के मंत्र ओम क्लीं कृष्णायै नम: मन्त्र का 11 माला जाप अवश्य ही करें।
कर्क राशि- कर्क राशि के जातकों को होगी स्त्री चिन्ता शत्रु होंगे परास्त, करिअर में उन्नति। इस राशि के जातक ग्रहण के शुभ फलों हेतु घी और गुड़ का दान करें, हनुमान चालीसा का पाठ करें, ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का 5 माला जाप करें ।
सिंह राशि- इस राशि के जातक निजी जीवन में ज्यादा अच्छा अनुभव करेंगे ,इस राशि के जातक ग्रहण से शुभ फलों को प्राप्त करने के लिए गुड और शहद का दान करें, ओम क्लीं ब्रह्मणे जगदाधारायै नम: मंत्र का 11 माला जाप करें।
कन्या राशि- इस राशि के जातकों चिंता बढ़ेगी, महिला पक्ष से कष्ट, कर्जों में बढ़ोतरी। इस राशि के जातक गुड, तिल और अनाज का दान करें । भगवान श्री हरि के मन्त्र ओम विष्णवे नम: मंत्र का 21 माला जाप करें।
तुला राशि- इस राशि के जातकों की व्यथा और चिंता में बढ़ोतरी, सिर दर्द से परेशान। इस राशि के जातक ग्रहण से शुभ फलों को प्राप्त करने के लिए गर्म वस्त्र, कम्बल, पुस्तकों का दान करें। ओम हं हनुमतये नम: मंत्र का 11 माला जाप करें।
वृश्चिक राशि- इस राशि पर ही ग्रहण पड़ रहा है इसलिए इन्हें विशेष सावधानी रखनी चाहिए आकस्मिक घात,निवेश से नुकसान हो सकता है । इस राशि के जातको3 को सफेद तिल, गुड], दूध और गेंहू का दान करना चाहिए । इस राशि के जातक ओम घृणि: सूर्याय नम: मन्त्र का 21 जाप करें। आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें।
धनु राशि- इस राशि के जातकों के लिए ग्रहण क्षति दे सकता है अच्छी सेहत और कष्टों की निवृत्ति के लिए इस राशि के जातक घी, शहद, तिल, गुड़, का दान करें। धनु राशि के जातक ओम क्लीं कृष्णायै नम: का 11 माला जाप करें।
मकर राशि- इस राशि के जातकों के लिए धन लाभ के योग बनेंगे नए कामों की शुरुआत बेहतर साथ ही खर्चों में भी बढ़ोतरी होगी। इस राशि के जातक ऊनी वस्त्र, कंबल, गेहूं, का दान करें। ओम नमो भगवते वासुदेवाय का 21 जाप करें और श्री सूक्त का पाठ करें।
कुंभ राशि- इस राशि के जातकों के लिए ग्रहण सुखकारी ,रूके हुए धन की वापसी। इस राशि के जातक शहद, गुड़, तिल का दान करें । ओम ह्रीं नीलकंठाय नम: का 11 माला जाप अवश्य ही करें। साथ ही शिव स्तोत्र का पाठ करें।
मीन राशि- इस राशि के जातकों के लिए ग्रहण सुख एवं श्री देने वाला ,परिवार में सुखों की बढ़ोत्तरी होगी । इस राशि के जातक ग्रहण के शुभ फलों को प्राप्त करने के लिए गुड़, घी और चने की दाल का दान करें। ओं नमो भगवते वासुदेवाय मन्त्र का 21 माला जाप करें। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
---
Leave A Comment