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- - परिवहन अधिकारियों को एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्यवाही करने के दिए गए निर्देशरायपुर, / अनाधिकृत रूप से हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण प्लेट की बिक्री और आपूर्ति करने वालों के विरूद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। परिवहन आयुक्त श्री एस. प्रकाश द्वारा ऐसा करने वाले डीलर्स और व्यक्तियों के विरूद्ध सीधे एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश सभी परिवहन अधिकारियों को दिए गए हैं।गौरतलब है कि सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली द्वारा एचएसआरपी के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों, केन्द्रीय मोटरयान अधिनियम 1988 एवं केन्द्रीय मोटरयान नियम 1989 के प्रावधानों, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के परिपालन में छत्तीसगढ़ में 01 अप्रैल .2019 के पूर्व पंजीकृत प्रत्येक वाहन पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह (एचएसआरपी) लगाया जाना अनिवार्य किया गया है। जिसे राज्य में लागू कर प्रक्रिया प्रारंभ की जा चुकी है। अब वाहन स्वामी विभागीय वेबसाइट cgtransport.gov.in के माध्यम से सीधे आवेदन कर सकते हैं। इस संबंध में परिवहन विभाग द्वारा दो वेंडर क्रमशः M/s Real Mazon India Ltd. एवं M/s Rosmerta Safety Systems Ltd. को निर्धारित दर पर एचएसआरपी लगाने के लिए अधिकृत किया गया है।परिवहन आयुक्त द्वारा आम जनता से धोखाधड़ी कर अनाधिकृत रूप से नकली एचएसआरपी, समान दिखने वाली नकली प्लेट, स्मार्ट नंबर प्लेट जैसे होलोग्राम, इंडिया मार्क, इंडिया शिलालेख आदि से लैस हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह (एचएसआरपी) की बिक्री और आपूर्ति करने वाले डीलर, व्यक्तियों के विरूद्ध सीधे एफआईआर कर कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश समस्त परिवहन अधिकारियों को दिये जा चुके हैं। परिवहन विभाग द्वारा आम जनता से यह अपील की गई है कि सभी भुगतान केवल डिजिटल मोड के माध्यम से किया जाए तथा पंजीकृत मोटरवाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह (आवश्यक तीसरी पंजीकरण प्लेट सहित) प्रत्येक इंस्टालेशन हेतु 100 रूपए अतिरिक्त चार्ज का ही भुगतान किया जाए। घर पहुंच सेवा हेतु अतिरिक्त राशि देय होगी। अवैध तरीके से अधिक शुल्क मांगे जाने वाले डीलर, व्यक्ति की शिकायत सीधे जिला परिवहन अधिकारी से की जाए।
- -छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों की दस्तकरायपुर /प्रदेश की तकनीकी शिक्षा को सशक्त बनाने और युवाओं को डिजिटल कौशल से लैस करने की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में नवा रायपुर अटल नगर में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (NIELIT) के स्टेट ऑफ द आर्ट केंद्र की स्थापना को मंजूरी दी गई। इस संस्थान की स्थापना के लिए 10.023 एकड़ भूमि निःशुल्क आबंटित करने के प्रस्ताव को भी मंत्रिपरिषद ने स्वीकृति प्रदान की। यह निर्णय राज्य के डिजिटल भविष्य की आधारशिला साबित होगा।NIELIT, जो भारत सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संस्था है, हाल ही में डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा प्राप्त कर चुकी है। संस्थान द्वारा छत्तीसगढ़ में स्थायी केंद्र स्थापना हेतु भूमि की मांग की गई थी, जिसका उद्देश्य प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी और डिजिटल कौशल के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रशिक्षण को बढ़ावा देना है।इस मांग को दृष्टिगत रखते हुए नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण द्वारा ग्राम तेंदुआ के लेयर-2 क्षेत्र में 10.023 एकड़ भूमि चिन्हांकित की गई है, जिसे लीज़ पर NIELIT को आवंटित किया जाएगा। इसकी प्रतिपूर्ति राज्य शासन द्वारा प्राधिकरण को की जाएगी।इस अत्याधुनिक संस्थान की स्थापना से छत्तीसगढ़ में तकनीकी शिक्षा, डिजिटल स्किल डेवलपमेंट और रोजगार के अवसरों को नया बल मिलेगा। यह केंद्र युवाओं को न केवल आधुनिक तकनीकी ज्ञान प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें रोजगार के योग्य बनाकर राज्य के डिजिटल इकोसिस्टम को सशक्त करेगा। साथ ही, छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षा मानचित्र पर एक प्रभावशाली केंद्र के रूप में उभरेगा।गौरतलब है कि नवा रायपुर में पहले से ही कई राष्ट्रीय महत्व के संस्थान स्थापित हो चुके हैं, जैसे – आईआईएम, आईआईआईटी और नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी। हाल ही में मंत्रिपरिषद द्वारा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइन की स्थापना को भी मंजूरी दी गई है।
- रायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के कमल विहार में अत्याधुनिक न्यूरो स्पाइन रिहैबिलिटेशन सेंटर का विधिवत उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने अस्पताल परिसर का भ्रमण कर उपलब्ध आधुनिक सुविधाओं का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने भर्ती मरीजों से मिलकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी भी ली।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है। राज्य की रजत जयंती वर्ष में हम यह गर्व से कह सकते हैं कि आज छत्तीसगढ़ चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई पहचान बना रहा है।उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रही आयुष्मान भारत योजना की सराहना करते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक पहल ने देशभर के लाखों जरूरतमंदों को सुलभ एवं गुणवत्तापूर्ण इलाज की सुविधा दी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार नवा रायपुर, अटल नगर में ‘मेडिसिटी’ विकसित कर रही है, जिससे छत्तीसगढ़ न केवल देश के स्वास्थ्य मानचित्र पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करेगा, बल्कि मेडिकल टूरिज्म को भी नई गति मिलेगी।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि रायपुर आज देश के नए मेडिकल हब के रूप में उभर रहा है। अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त संस्थानों की स्थापना से आम लोगों को घर के पास ही विश्वस्तरीय इलाज की सुविधा मिल रही है।कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री श्री साय ने "न्यूरो स्पाइन रिहैबिलिटेशन सेंटर" के प्रबंधन और समस्त चिकित्सकीय स्टाफ को बधाई देते हुए कहा कि यह संस्थान न्यूरो और स्पाइन से जुड़ी बीमारियों के इलाज में विशेष योगदान देगा तथा जनसेवा के क्षेत्र में एक नया उदाहरण बनेगा।
- -गांव और शहर के बीच की दूरी होगी कम : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय-दूरस्थ अंचल के लोगों को मिलेगी आवागमन की सुविधा-मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद ने दी मंजूरीरायपुर / राज्य के ग्रामीण इलाकों विशेषकर रिमोट एरिया के लोगों को सुगम और सुरक्षित परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने मुख्यमंत्री ग्रामीण बस सुविधा योजना शुरू करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज महानदी मंत्रालय भवन में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में इस योजना की मंजूरी दी गई। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि मुख्यमंत्री ग्रामीण बस सुविधा योजना ग्रामीण जनता को विकास की धारा से जोड़ने की एक क्रांतिकारी पहल है। यह योजना गांव और शहर के बीच की दूरी को कम करेगी और लोगों के जीवन को आसान बनाएगी।इस योजना के तहत हल्के/मध्यम परिवहन मोटरयान 18 से 42 बैठक क्षमता (चालक को छोड़कर) के वाहन को अनुज्ञा पत्र और सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। नवीन ग्रामीण मार्गाें के चिन्हांकन के लिए राज्य एवं जिला स्तर पर समिति का गठन किया जाएगा। अनुज्ञा का लाभ छत्तीसगढ़ राज्य के स्थानीय निवासियों को मिलेगा, जिसमें अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, महिलाओं तथा नक्सल प्रभावितों को प्राथमिकता दी जाएगी। लाभार्थियों का चयन निविदा प्रक्रिया से किया जाएगा। इस योजना के तहत संबंधित वाहन स्वामी को ग्रामीण मार्गाें पर वाहनों के संचालन के लिए प्रथम परमिट निर्गमन की तिथि से तीन साल अधिकतम अवधि के लिए मासिक कर में पूर्णतः छूट दी जाएगी।इस योजना के तहत संचालित विभिन्न श्रेणी के वाहनों को राज्य शासन द्वारा प्रथम वर्ष 26 रूपए प्रति किलोमीटर, द्वितीय वर्ष 24 रूपए प्रति किलोमीटर तथा तृतीय वर्ष 22 रूपए प्रति किलोमीटर विशेष वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना में दृष्टिहीन, बौद्धिक दिव्यांग, दोनों पैरों से चलने में असमर्थ दिव्यांग, 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक, एड्स से पीड़ित व्यक्तियों को एक परिचारक के साथ किराया में पूरी छूट रहेगी, वहीं नक्सल प्रभावित व्यक्तियों को आधा किराया लगेगा।मुख्यमंत्री ग्रामीण बस सुविधा योजना के तहत पहले वर्ष में राज्य के लगभग 100 चिन्हित ग्रामीण मार्गों पर बस सेवा प्रारंभ की जाएगी। राज्य सरकार ने इस योजना को शुरू करने के लिए 25 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा है। इससे किसान, मजदूर, विद्यार्थी, छोटे व्यापारी व ग्रामीण नागरिकों को जनपद, तहसील और जिला मुख्यालयों तक आवागमन की सुविधा प्राप्त होने से शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों तक सुलभ पहुंच संभव होगी।
- रायपुर, /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस (मई दिवस) के अवसर पर प्रदेश के सभी श्रमवीरों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर उन्होंने श्रमिकों के सुखद, सुरक्षित और उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि एक मई का दिन उन मेहनतकश हाथों को सम्मान देने का अवसर है, जो अपने परिश्रम और समर्पण से समाज व राष्ट्र की प्रगति को आधार देते हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि श्रमिक समाज के अभिन्न अंग हैं और किसी भी समावेशी विकास यात्रा की नींव श्रमिकों के परिश्रम पर टिकी होती है। राज्य सरकार श्रमिकों की सामाजिक और आर्थिक उन्नति के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मण्डल के माध्यम से श्रमिकों और उनके परिवारों के लिए कई जनहितकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। शासन के प्रयासों से केवल श्रमिकों को ही नहीं बल्कि उनके परिजनों को भी सम्मानजनक और समृद्ध जीवन जीने हेतु संबल प्राप्त हो रहा है।
- -टीबी मुक्त ग्राम पंचायत कार्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए छत्तीसगढ़ को मिला राष्ट्रीय सम्मान : मंत्री श्री जायसवाल-देश में टीबी उन्मूलन प्रयासों में प्रथम स्थान प्राप्त कर राज्य ने दिखाई अपनी कार्यक्षमता-स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य के उत्कृष्ट स्वास्थ्य कर्मियों को किया सम्मानितरायपुर / स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल आज रायपुर मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में आयोजित टीबी उन्मूलन एवं एनक्यूएएस (NQAS) में उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में शामिल हुए।इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सजग, संवेदनशील और सक्रिय है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य की दिशा में छत्तीसगढ़ भी पूरे समर्पण और संकल्प के साथ काम कर रहा है।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ को देश में टीबी मुक्त ग्राम पंचायत कार्य को सर्वश्रेष्ठ ढंग से लागू करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है, जो हम सभी के लिए गौरव की बात है। राज्य की 4103 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त घोषित की गई हैं। यह उपलब्धि ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्यकर्मियों और नागरिकों की सहभागिता का परिणाम है।उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए टीम भावना से काम करना जरूरी है, ताकि योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे।गौरतलब है कि निक्षय निरामय अभियान के अंतर्गत राज्य में 36 लाख से अधिक हाई रिस्क व्यक्तियों की स्क्रीनिंग, 4.5 लाख एक्स-रे जांच और 1.5 लाख टीबी जांच उच्च तकनीक NAT मशीनों से की गई। इन प्रयासों से 100 दिनों के भीतर 17 हजार नए टीबी मरीजों की पहचान कर उपचार प्रारंभ किया गया। साथ ही 3130 नए नि-क्षय मित्रों का पंजीयन कर, 25 हजार से अधिक टीबी मरीजों को पोषण आहार प्रदान किया गया।इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री अमित कटारिया ने कहा कि यह उपलब्धि हमारे जमीनी स्वास्थ्यकर्मियों की मेहनत और प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हमारा उद्देश्य सिर्फ लक्ष्य तय करना नहीं, बल्कि ठोस परिणाम देना है। टीबी के खिलाफ हमारी यह लड़ाई अब केवल अभियान नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सेवा है।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की प्रबंध संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने कहा कि 'नि-क्षय मित्र' अभियान ने प्रदेश में सामुदायिक भागीदारी की एक नई मिसाल कायम की है। उन्होंने कहा कि यह वर्ष टीबी उन्मूलन की दिशा में निर्णायक सिद्ध होगा और सभी स्वास्थ्यकर्मी इसे अपना व्यक्तिगत संकल्प मानें।सम्मान समारोह में विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जिलों को पुरस्कृत किया गया। 350 से कम पंचायतों की श्रेणी में मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर को पहला, कोरिया को दूसरा और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। वहीं, 350 से अधिक पंचायतों की श्रेणी में जशपुर को प्रथम, सरगुजा को द्वितीय और रायगढ़ को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।नि-क्षय मित्र पहल श्रेणी में गरियाबंद को प्रथम और रायपुर को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 100 दिवसीय निक्षय निरामय अभियान में उच्च वरीयता वाले जिलों के अंतर्गत नारायणपुर को प्रथम और कोंडागांव को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ, जबकि निम्न वरीयता वाले जिलों में कांकेर को पहला और मुंगेली को दूसरा पुरस्कार प्रदान किया गया।राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण (NQAS) श्रेणी में रायपुर को प्रथम, महासमुंद को द्वितीय और दुर्ग को तृतीय पुरस्कार मिला।इस राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में संचालक डॉ. सुरेंद्र पामभोई, विभागीय अधिकारीगण, जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन, डीपीएम सहित विकासखंड स्तरीय अधिकारी एवं चिकित्सकगण उपस्थित थे।
- -उप मुख्यमंत्री ने 1.49 करोड़ के कार्यों का किया भूमिपूजन, विकास कार्यों के लिए 50 लाख देने की घोषणा की-सामूहिक विवाह में भी हुए शामिल, 20 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेरायपुर.। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव राजनांदगांव के घुमका में विकास कार्यों के भूमिपूजन और मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह योजना के अंतर्गत आयोजित सामूहिक विवाह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने घुमका नगर पंचायत में एक करोड़ 49 लाख रुपए से अधिक के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। उन्होंने इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में घुमका में विभिन्न कार्यों के लिए 50 लाख रुपए देने की घोषणा की। इनमें विद्युतीकरण के लिए नौ लाख 85 हजार रुपए, सड़क में बोर्ड लगाने के लिए नौ लाख 83 हजार रुपए तथा तीन द्वारों के लिए दस-दस लाख रुपए शामिल हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा घुमका में आयोजित सामूहिक विवाह में 20 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। श्री साव ने सभी जोड़ों को आशीष प्रदान करते हुए बधाई और शुभकामनाएं दीं। सांसद श्री संतोष पाण्डेय और विधायक श्रीमती हर्षिता स्वामी बघेल भी दोनों कार्यक्रमों में शामिल हुईं।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह योजना के अंतर्गत यहां 20 जोड़ों का विवाह हो रहा है, 40 परिवारों में खुशियां आ रही हैं। आज का दिन ऐतिहासिक है, सामूहिक विवाह के साथ ही एक करोड़ 49 लाख रुपए से अधिक के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार हर व्यक्ति के विकास के लिए कार्य कर रही है। राज्य और केंद्र सरकार हर परिवार के आवास और इलाज की व्यवस्था के साथ ही सामूहिक विवाह कार्यक्रमों के माध्यम से बेटे-बेटियों के विवाह की चिंता भी दूर कर रही है। छत्तीसगढ़ में विष्णु का सुशासन कल्याणकारी है।सांसद श्री संतोष पाण्डेय ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि आज बड़ी खुशी का दिन है, सामूहिक विवाह में 20 दम्पति परिणय सूत्र में बंधे हैं, उनके जीवन में कृपा और समृद्धि आए। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव घुमका नगर पंचायत की सोच के अनुरूप सुंदर शहर की परिकल्पना से समग्र विकास के लिए कार्य कर रहे हैं। विधायक श्रीमती हर्षिता स्वामी बघेल ने भी सभी नवदम्पत्तियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह शासन की महत्वपूर्ण योजना है। इससे गरीब एवं जरूरतमंदों को मदद मिल रही है। राज्य तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष श्री जितेन्द्र साहू, राजनांदगांव जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव और समाज सेवी श्री कोमल सिंह राजपूत सहित अनेक जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और अधिकारी-कर्मचारी भी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।
- रायपुर/ रायपुर ग्रामीण विधायक श्री मोतीलाल साहू ने रायपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत नगर निगम जोन क्रमांक 1 के तहत संत कबीर दास वार्ड नम्बर 3 में गोगांव में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय में 10 लाख में प्रार्थना शेड निर्माण कार्य, 10 लाख में रंगमंच और शेड निर्माण कार्य, 5 लाख रूपये में सूर्यनगर गोगांव में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य हेतु नगर निगम लोक कर्म विभाग के अध्यक्ष श्री दीपक जायसवाल, वार्ड पार्षद डॉक्टर मनमोहन मनहरे, रायपुर ग्रामीण विधायक प्रतिनिधि श्री अर्जुन साहू, भनपुरी मंडल अध्यक्ष श्री मनोज जोशी सहित नगर के गणमान्यजन, सामाजिक कार्यकर्त्ता, महिलाएं, युवा, बच्चोँ आमजनों की बड़ी संख्या में उपस्थिति के मध्य नए विकास कार्यों का शुभारम्भ कर रायपुर ग्रामीण विधायक श्री मोतीलाल साहू ने जोन 1 जोन कमिश्नर डॉक्टर दिव्या चंद्रवंशी, कार्यपालन अभियंता श्री डी. के. पैकरा को तत्काल नए विकास कार्यों को प्रारम्भ करवाकर सतत मॉनिटरिंग करते हुए तय समयसीमा के भीतर गुणवत्तायुक्त तरीके से जनहित में जन सुविधा विस्तार की दृष्टि से पूर्ण करवाने निर्देशित किया है।
- मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा एवं पोर्टफोलियो न्यायाधीश श्री नरेंद्र कुमार व्यास करेंगे भूमिपूजन एवं शिलालेख का वर्चुअली अनावरणबालोद/ जिले के गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम खल्लारी में नवीन व्यवहार न्यायालय भवन के भूमिपूजन एवं शिलालेख अनावरण का वर्चुअली कार्यक्रम 01 मई को सुबह 10 बजे आयोजित किया गया है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस श्री रमेश सिन्हा एवं पोर्टफोलियो न्यायाधीश जस्टिस श्री नरेंद्र कुमार व्यास की वर्चुअली उपस्थिति में 01 मई को सुबह 10 बजे नवीन व्यवहार न्यायालय भवन के भूमिपूजन एवं शिलालेख अनावरण कार्यक्रम संपन्न किया जाएगा।
- - विधायक रिकेश सेन ने दी तिरुमला तेलुगु महिला समाज को भवन की सौगातटी सहदेवभिलाई नगर। तिरुमला तेलुगु महिला समाज ने मंगलवार को सेक्टर 01 के गणेश पंडाल के डोमशेड में उगादि समारोह धूमधाम से मनाया। अध्यक्ष टी जयारेड्डी की अगुवाई में आयोजित समारोह में रंगोली, व्यंजन और नृत्य प्रतियोगिताएं भी रखी गईं। तीनों प्रतियोगिताओं में जज की भूमिका मनप्रीत कौर ओशान, के सबिता और डॉ नेहा गुप्ता ने निभाई। वैशाली नगर के विधायक रिकेश सेन बतौर विशेष अतिथि खास तौर पर मौजूद थे। उन्होंने घोषणा की कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र वैशाली नगर में तिरुमला तेलुगु महिला समाज के लिए भवन बना कर देंगे और जब तक भवन निर्मित नहीं होगा, तब तक समारोह की व्यवस्था सेक्टर 04 स्थित एसएनजी विद्यालय के ऑडिटोरियम में की जाएगी। समारोह का संचालन रमा गोर्ती ने किया।भरत नाट्यम से की गणेश वंदनासमारोह का शुभारंभ भगवान बालाजी, श्रीदेवी तथा भूदेवी के चित्र के समक्ष अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। उसके बाद बी पूर्वी ने भरत नाट्यम के माध्यम से गणेश वंदना की मनमोहक प्रस्तुति दी। गणेश वंदना के बाद मीनाक्षी ग्रुप ने शानदार तरीके से उगादि नृत्य पेश कर दर्शक दीर्घा में बैठीं महिलाओं को थिरकने पर मजबूर कर दिया। पुष्पा फिल्म के गानों की धुन पर पारंपरिक परिधान में महिलाओं ने कमाल का डान्स किया, डान्स का ऐसा खुमार छाया कि मंच के बाहर अन्य महिलाएं कलाकारों की देखादेखी नाचने लगीं। हर परफॉरमेंस के बाद लोगों ने जोरदार तालियों से कलाकारों का उत्साह बढ़ाया। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कलाकारों ने पेशेवर नर्तकियों के समान एक से बढ़कर एक नृत्य पेश किया। इस मौके पर डॉ अप्पल नायडु का सम्मान भी किया गया।नृत्य में चरोदा और सेक्टर 04 प्रथमनृत्य प्रतियोगिता के नतीजों के मुताबिक चरोदा और सेक्टर 04 को प्रथम स्थान मिला। चरोदा ग्रुप में एल मीनाक्षी, जी राजेश्वरी, एम सुनीता, पुष्पा एवं श्रद्धा तथा सेक्टर 04 ग्रुप में के शारदा, सृजना, पी अनिता, एस कलावती, पी जया एवं लक्ष्मी शामिल थी। तालपुरी और सेक्टर 01 ग्रुप द्वितीय रहे। तालपुरी से दीपिका, माधुरी, टी वीणा, बी तुलसी तथा उमा और सेक्टर 01 से जे उषा, हर्षा, निर्मला, स्वप्ना तथा काव्या ने हिस्सा लिया। सेक्टर 02 को तृतीय स्थान मिला, जिसमें पूजा, सरिता, गायत्री, अन्नू एवं शिवानी शामिल थी। सेक्टर 06 को चौथे स्थान से ही तसल्ली करनी पड़ी। व्यंजन में प्रथम ए लक्ष्मी, द्वितीय सृजना एवं तृतीय के लक्ष्मी और रंगोली में प्रथम बी कांतम्मा एवं तुलसी, द्वितीय श्यामला एवं पी नागमणि, तृतीय रागम्मा एवं कल्पना रही। विजेताओं और सभी प्रतिभागियों को स्मृतिचिह्न से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर लोकनाथ राव, संतोष खिचलू, शिवराज शुक्ला समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
- रायपुर/बढ़ती गर्मी और तपती धूप में बस से यात्रा करने वाले यात्रियों के गले को तर करने लू से बचाव करने की कोशिश को लेकर आज भारत स्काऊट गाइड जिला संघ रायपुर के द्वारा मठपारा टिकरापरा स्थित अंतरजातीय बस स्टैंड में प्याऊ घर प्रारम्भ किया।जिला मुख आयुक्त डॉ शुक्ला ने कहा कि पुरातन परम्परा रही है जल दान करने व प्यासे को पानी पिलाने की ।इसी परम्परा का निर्वाह भारत स्काऊट गाइड के द्वारा प्रतिवर्ष किया जाता है।इसमे सामाजिक ,राजनेताओं सभी वर्गों के सहयोग से स्काउटर,गाइडें रेंजर रोवहर मिलकर जल सेवा करते है।इस अवसर पर श्री जी स्वामी अध्यक्ष जिला संघ श्री विजय खंडेलवालआयुक्त,मृत्युंजय शुकला सचिव श्रीमती रिया जयश्री नायक पार्षद महामाया पारा वार्ड श्री मृत्युंजय शुक्ला जिला सचिव ,लक्ष्मी नायक जिला संगठन आयुक्त गाइड , श्रीमती आरती राजपूत गाइडर, श्रीमती शीलू शाक्य गाइडर, श्री टिकेश स्काउटर, नमन साहू रोवर, संगम त्रिपाठी अभय तिवारी, सत्यनारायण नायक, राजू यादव, सत्तू निर्मलकर, जोहन यादव, पप्पू निर्मलकर,स्काउट रेखराज, उदय कुमार, गाइड कावेरी, खुशबू, रवि यादव, उदय निषाद ,रेखराज आदि उपस्थित थे।
- -40 छात्राओं का दल चार दिन रहेंगा बस्तर में-वनवासी कल्याण आश्रम ने किया एक्सपोजर विजिट का आयोजनरायपुर। रायपुर के शबरी कन्या आश्रम में रहकर पढ़ाई करने वाली पूर्वोत्तर राज्यों की लगभग 40 वनवासी बहनें छत्तीसगढ़ के बस्तर की जनजातीय संस्कृति और रीति-रिवाजों से परिचित होंगी। वनवासी कल्याण आश्रम की स्थानीय इकाई वनवासी विकास समिति द्वारा इन छात्राओं को चार दिन के बस्तर एक्सपोजर विजिट पर भेजा गया है। आज कल्याण आश्रम की अखिल भारतीय प्रशिक्षण टोली की सदस्य श्रीमती माधुरी जोशी, समिति के रायपुर महानगर के सचिव श्री राजीव शर्मा, सहसचिव श्री प्रवीण अग्रवाल,हितरक्षा प्रमुख कृष्णकांत वैष्णव, कार्यालय प्रमुख राजेश बघेल सहित अन्य सदस्यों ने इस दल को बस द्वारा बस्तर के लिए रवाना किया। इन छात्राओं को प्रांत सह छात्रावास प्रमुख श्रीमती संगीता चौबे की देखरेख में बस्तर भेजा गया है। पूर्वोत्तर की इन छात्राओं के साथ भनपुरी के दुर्गावती कन्या आश्रम की बालिकाओं द्वारा जगदलपुर में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी जाएंगी।समिति के महानगर सचिव श्री राजीव शर्मा ने बताया कि अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम से सम्बद्ध वनवासी विकास समिति द्वारा रायपुर में संचालित शबरी कन्या आश्रम में पूर्वोत्तर राज्यों असम, अरूणाचल, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड की लगभग 40 बहनें रह रहीं हैं और रायपुर में अपनी पढ़ाई कर रहीं हैं। इन बहनों को छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर अंचल की आदिवासी परम्पराओं, रीति-रिवाजों और संस्कृति से परिचित कराने के लिए यह एक्सपोजर विजिट कराया जा रहा है।इस विजिट का मुख्य उद्देश्य विभिन्न जनजातीय समाजों को एक-दूसरे की संस्कृति से परिचित कराना, एक-दूसरे के प्रति संवेदनशीलता और आत्मीयता का भाव जागृत करना और जनजातीय तथा गैर जनजातीय समाजों के बीच एकत्व का भाव विकसित करना है। उन्होंने बताया कि यह बहनें अगले चार दिन बस्तर में रहेंगी। सभी बहनें चित्रकोट, दन्तेवाड़ा, बारसुर, भानपुरी आदि जगहों पर भ्रमण करेंगी। बस्तर के प्राकृतिक सौंदर्य, पर्यटन स्थलों के साथ-साथ खान-पान, रहन-सहन आदि का अनुभव इन बहनों को अपने इस प्रवास के दौरान मिलेगा।बस्तर प्रवास के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों की आदिवासी बालिकाएं अपने गृह राज्यों के वनवासी जीवन-संस्कृति और बस्तर की आदिवासी संस्कृति में समानता का भी अनुभव कर सकेंगी। खेती के तरीकों, वनांचलों में जीवन-यापन, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि के साथ-साथ खूबसूरत पर्यटन स्थलों से आजीविका के अवसरों का आकलन भी पूर्वोत्तर और बस्तर के नजरिए से इस प्रवास के दौरान किया जा सकेगा।प्रवास से ," वनवासी समाज और अन्य समाज एक समान ही है, सभी की संस्कृति भी एक जैसी है’’ की भावना का विकास होगा।
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-हीट स्ट्रोक वार्ड का भ्रमण कर जाना मरीजों का हाल, दवा उपलब्धता की जानकारी ली
रायपुर । कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के निर्देश पर जिला पंचायत रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुमार बिश्वरंजन द्वारा मंगलवार को जिला चिकित्सालय पंडरी, हमर अस्पताल राजातालाब और मातृ एवं शिशु चिकित्सालय कालीबाड़ी का औचक निरीक्षण किया गया। जिला चिकित्सालय पंडरी के निरीक्षण के दौरान सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन ने सर्वप्रथम हीट स्ट्रोक वार्ड का भ्रमण कर वहां भर्ती मरीजों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। इसके उपरांत ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर का निरीक्षण कर नेक्स्ट जेन ई-हॉस्पिटल से संबंधित प्रक्रियाओं की जानकारी प्राप्त की गई। वहां उपस्थित स्टाफ द्वारा स्कैन शेयर प्रणाली की जानकारी दी गई।इसके अतिरिक्त, सीटी स्कैन, एक्स-रे एवं सोनोग्राफी कक्ष का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं की जानकारी ली गई। दवाई वितरण कक्ष में उपस्थित फार्मासिस्ट से औषधियों की उपलब्धता एवं ऑनलाइन इंडेंट व्यवस्था के संबंध में चर्चा की गई।
मातृ एवं शिशु चिकित्सालय, कालीबाड़ी
जिला पंचायत सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन ने मातृ एवं शिशु चिकित्सालय कालीबाड़ी में ओपीडी पंजीयन कक्ष, दवा वितरण कक्ष, प्रसव कक्ष का निरीक्षण किया। नवजात शिशु चिकित्सा इकाई में उपस्थित डॉ. निधि गुप्ता द्वारा वहां भर्ती नवजात शिशुओं के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही अलग से स्थापित 10 बिस्तर को संचालित करने के लिए आवश्यक मानव संसाधन की मांग से संबंधित जानकारी दी गई।सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन ने पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती बच्चों के फीडिंग डेमोंस्ट्रेशन और उनको दिए जाने वाले आहार के संबंध में जानकारी ली। साथ ही उन्होंने बच्चों के माताओं को बच्चों के आहार के संबंध में आवश्यक जानकारी प्रदान करने निर्देशित किया।
हमर अस्पताल शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, राजातालाब
हमर अस्पताल शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजातालाब में सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन ने ओपीडी पंजीयन कक्ष, दवा वितरण कक्ष में दवाईयों की उपलब्धता, प्रसव कक्ष, सोनोग्राफी लैब का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल परिसर में साफ-सफाई बनाए रखने का निर्देश दिया। इस दौरान मेडिकल स्टाफ एवं कर्मचारियों से उनकी समस्या पर चर्चा की गई। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश चौधरी, सिविल सर्जन डॉ. संतोष कुमार भंडारी, अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. वी.के. झा सहित अन्य डॉक्टर एवं स्टाफ उपस्थित रहे।
- रायपुर - आज रायपुर नगर पालिक निगम के आयुक्त श्री विश्वदीप ने रायपुर नगर पालिक निगम की प्रशासनिक व्यवस्था अंतर्गत अस्थायी रूप से आगामी आदेश तक उपायुक्त डाॅ. दिव्या चंद्रवंशी को जोन 1 जोन कमिश्नर, श्रीमती राजेश्वरी पटेल जोन 5 कमिश्नर को जोन 8 कमिश्नर राजस्व अधिकारी श्री खीरसागर नायक को जोन 5 जोन कमिश्नर, जोन 1 जोन कमिश्नर श्रीमती प्रीति सिंह को नगर निगम मुख्यालय में उपायुक्त डाॅ. दिव्या चंद्रवंशी को आबंटित समस्त कार्य सौपने, जोन 8 जोन कमिश्नर श्री जसदेव सिंह बाबरा को निगम मुख्यालय उपायुक्त को राजस्व अधिकारी श्री खीरसागर नायक को आबंटित समस्त कार्य सौपने सहित उपायुक्त डाॅ. अंजलि शर्मा को उपायुक्त उद्यान विभाग के प्रभार से मुक्त किये जाने का आदेश जारी करते हुए प्रशासनिक कार्य दायित्व सौपा है। आयुक्त ने उक्ताशय का प्रशासनिक आदेश तत्काल प्रभावशील कर दिया है।
- रायपुर/ सरयूपारीण ब्राह्मण सभा छत्तीसगढ़ के द्वारा ब्राम्हण कुल गौरव भवान विष्णु के छठे अवतार चिरंजीवी भगवान परशुराम का अवतरण दिवस सरयूपरीण भवन स्थित तुलसी कक्ष में आयोजित किया गया। इस अवसर पर भगवान परशुराम की तस्वीर पर माल्यार्पण कर विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। साथ ही सरयूपारीण समाज के आधारस्तम्भ विश्व प्रसिद्ध ग्रन्थ रामचरित मानस के रचयिता तुलसी दास की पूजा और आरती की गई।सरयूपारी ब्राह्मण समाज की महिला मंडल द्वारा भगवान परशुरामजी का जन्मोत्सव के मौके पर भवन के बाहर पंडाल लगाकर लोगों को मठा एवं शीतल जल का वितरण किया गया।इस अवसर पर सरयूपारीण ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष डॉ . सुरेश शुक्ला और समाज के सर्व श्री डी एस परोहा,कैलाश तिवारी,विजय कांत मिश्रा राजेन्द्र प्रसाद दुबे, एन डी तिवारी चन्द्रशेखर द्विवेदी,अभय तिवारी,भागवत तिवारी अंकुश शुक्ला, कुन्नू मिश्रा,राममूरत तिवारी,कृपाशंकर शुक्ला,संगमलाल त्रिपाठी ,अक्षत तिवारी,,लक्ष्मण प्रसाद मिश्रा,व्ही के मिश्रा ,घनश्याम मिश्रा शिवम त्रिपाठी,राजीव मिश्रा उमाकांत पांडे,राज कुमार पांडे,रामनिवास शुक्ला राजेश त्रिपाठी,अपर्णा तिवारी,सीमा पांडे,कुसुम त्रिपाठी,पदमा ओझा किरण तिवारी बृजेश त्रिपाठी,ममता शर्मा ममता तिवारी पुष्पा मिश्रा शशि द्विवेदी आदि उपस्थित थे।
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-मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन ने एनआईटी रायपुर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने के लिए 71 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता जताई
रायपुर। छत्तीसगढ़ के लिए अत्यंत गर्व के इस क्षण में, छत्तीसगढ़ की धरती के सपूत और मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री रामदेव अग्रवाल ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर में इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप इन इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (CoE-IEET) हेतु सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए 71 करोड़ रुपये का ऐतिहासिक योगदान देने की घोषणा की है। यह परिवर्तनकारी पहल एनआईटी रायपुर को नवाचार और उद्यमिता के एक राष्ट्रीय केंद्र के रूप में स्थापित करेगी, जो भारतभर में आर्थिक विकास को गति देने और भविष्य के लिए तैयार प्रतिभाओं को सशक्त बनाने का कार्य करेगी।डॉ. सुरेश के. हावरे, अध्यक्ष, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, प्रो. एन. वी. रमना राव, निदेशक, एनआईटी रायपुर, कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, आईएएस और श्री अबिनाश मिश्रा, आईएएस के दूरदर्शी नेतृत्व में, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का प्रस्ताव प्रो. समीर बाजपेयी, प्रमुख, करियर डेवलपमेंट सेंटर; डॉ. अनुज कु. शुक्ला, संकाय प्रभारी, इनक्यूबेशन सेल; और श्री पवन कटारिया, सहायक कुलसचिव द्वारा 04 अप्रैल 2025 को मुंबई में प्रस्तुत किया गया था। इस परियोजना को श्री रामदेव अग्रवाल के साथ-साथ फाउंडेशन की निदेशक वेदिका अग्रवाल और मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री महर्षी वैष्णव द्वारा अत्यंत उत्साह के साथ स्वीकार किया गया। यह पहल मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन, एनआईटी रायपुर और छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, आईएएस और श्री अबिनाश मिश्रा, आईएएस के प्रतिनिधित्व में त्रिपक्षीय सहयोग से विकसित की जाएगी, जिनका यह प्रस्ताव आरंभ से ही पारित कराने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इस सहयोग की नींव 03 नवंबर 2024 को श्री रामदेव अग्रवाल की एनआईटी रायपुर यात्रा के दौरान रखी गई थी।छत्तीसगढ़ के गौरवशाली सपूत श्री रामदेव अग्रवाल, जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं, आज भी अपनी जड़ों से गहराई से जुड़े हुए हैं। उनका यह उदार योगदान केवल राष्ट्र निर्माण में उनकी रणनीतिक प्रतिबद्धता को ही नहीं दर्शाता, बल्कि मातृभूमि के प्रति उनके गहन प्रेम और कृतज्ञता को भी व्यक्त करता है। संस्थान और समाज हेतु उनका यह सहयोग एक प्रेरणादायक उदाहरण है।इस सेंटर का उद्देश्य छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था से जुड़े महत्वपूर्ण क्षेत्रों—जैसे खनन, लौह एवं इस्पात, ऊर्जा और प्रोसेस इंडस्ट्रीज—में अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता को प्रोत्साहित करते हुए एक विश्वस्तरीय केंद्र के रूप में कार्य करना है। यह सेंटर अत्याधुनिक प्रतिभाओं को विकसित कर औद्योगिक परिवर्तन को सशक्त बनाएगा। आने वाले समय में यह सेंटर राष्ट्रीय दृष्टिकोण के अनुरूप एक मील पत्थर साबित होगा और नवाचार एवं उद्यमिता के नए मानदंड स्थापित करेगा।प्रो. एन. वी. रमना राव, निदेशक, एनआईटी रायपुर ने इस साझेदारी के लिए गहरी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा,“हमें गर्व है कि छत्तीसगढ़ के सपूत श्री रामदेव अग्रवाल ने अपनी मातृभूमि के भविष्य में निवेश करने का निर्णय लिया है। उनका यह असाधारण योगदान नवप्रवर्तकों, उद्यमियों और भावी नेताओं की एक नई पीढ़ी को सशक्त बनाएगा, जो न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे भारत के भविष्य को आकार देंगे।” श्री अबिनाश मिश्रा, आईएएस ने कहा कि “यह पहल आत्मनिर्भर और नवाचार-संपन्न छत्तीसगढ़ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। राज्य सरकार ऐसे परिवर्तनकारी सहयोगों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो समावेशी और सतत विकास की हमारी दृष्टि के अनुरूप हों।”यह ऐतिहासिक सहयोग एनआईटी रायपुर की विकास यात्रा में एक निर्णायक अध्याय सिद्ध होगा, जो यह दर्शाता है कि कैसे दूरदर्शी परोपकार से समाज के व्यापक परिवर्तन को संभव बना सकता है। - -पूरे प्रदेश में बना नंबर वन जिला-रिकॉर्ड समय में 14,541 आवास पूर्ण, मिशन मोड में हुआ कार्य- आवास प्लस सर्वे 2024 में भी दिखाया दमरायपुर / प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत रायगढ़ जिले ने पूरे छत्तीसगढ़ में अव्वल प्रदर्शन करते हुए एक मिसाल कायम की है। आवास निर्माण के क्षेत्र में रायगढ़ प्रदेश का नंबर एक जिला बन गया है। वर्ष 2024-25 में जिले को मिले 60,609 आवासों के लक्ष्य में से अब तक 52,307 आवासों को स्वीकृति दी जा चुकी है, और इनमें से 14,541 आवासों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जो पूरे राज्य में सर्वाधिक है।मिशन मोड में कामरायगढ़ की इस सफलता के पीछे जिला प्रशासन की रणनीतिक योजना, फील्ड विजिट और सतत समीक्षा की अहम भूमिका रही। प्रशासन ने मिशन मोड में काम करते हुए जिला और जनपद स्तर के अधिकारियों को प्रतिदिन ग्राम पंचायतों में निरीक्षण के लिए भेजा। इन निरीक्षणों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रतिदिन समीक्षा की गई।निर्माण कार्य में आ रही चुनौतियों जैसे लेबर, राजमिस्त्री, सेंट्रिंग प्लेट और जल आपूर्ति की समस्याओं का तुरंत समाधान सुनिश्चित किया गया। साथ ही, बड़े स्तर पर निर्माण वाले गांवों में आवश्यक सामग्री को एक स्थान पर संग्रहीत कर हितग्राहियों को सामग्री खरीदने में सुविधा प्रदान की गई।आवास प्लस सर्वे में भी अग्रणीकेवल निर्माण कार्य ही नहीं, बल्कि श्आवास प्लस सर्वे 2024श् में भी रायगढ़ जिले ने उल्लेखनीय प्रगति की है। इस सर्वे के माध्यम से उन पात्र हितग्राहियों को योजना से जोड़ा गया, जो पूर्व में किसी कारणवश योजना से वंचित रह गए थे। जिले में कुल 1,01,011 नए हितग्राही इस सर्वे के जरिए चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से 8,740 हितग्राही सेल्फ सर्वे और 92,271 हितग्राही असिस्टेड सर्वे के माध्यम से शामिल हुए।रायगढ़ मॉडल बन रहा है उदाहरणरायगढ़ जिले की यह सफलता राज्य के अन्य जिलों के लिए एक मॉडल के रूप में सामने आ रही है। प्रशासन की तत्परता, संसाधनों का कुशल प्रबंधन और फील्ड लेवल पर कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) को ज़मीन पर प्रभावी ढंग से उतारने में सफलता दिलाई है।
- -उप मुख्यमंत्री तहसील साहू संघ में नवनिर्मित सामाजिक सामुदायिक भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में हुए शामिल-श्री साव ने 40 लाख रूपए की लागत से नवनिर्मित सामाजिक सामुदायिक भवन का किया लोकार्पण, साहू भवन के विस्तार के लिए 15 लाख रूपए की राशि देने की घोषणा कीरायपुर। उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव आज राजनांदगांव शहर के चौखडिय़ा पारा स्थित तहसील साहू संघ के नवनिर्मित सामाजिक सामुदायिक भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने 40 लाख रूपए की लागत से नवनिर्मित सामाजिक सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया। उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने साहू भवन के विस्तार के लिए 15 लाख रूपए की राशि देने की घोषणा की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने कहा कि आज का यह दिन ऐतिहासिक एवं गौरवमयी है। यह भवन नये स्वरूप में स्थापित हुआ है। इसके लिए उन्होंने सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि साहू समाज का यह सामुदायिक भवन जरूरतमंद के लिए जरूरत में खड़े होने वाला भवन है और इस भवन का इतिहास पुराना है। उन्होंने ऐतिहासिक पुरूष दानवीर भामाशाह की जयंती पर सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि दानवीर भामाशाह केवल एक प्रखर योद्धा ही नहीं, बल्कि महाराणा प्रताप के अनन्य मित्र भी थे। हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की रसद सामग्री समाप्त होने पर महाराणा प्रताप ने मुगलों की सेना के समक्ष आत्मसमर्पण नहीं किया और वे तथा उनकी सेना वन में चले गए। ऐसे कठिन समय में राष्ट्र भक्त एवं योद्धा दानवीर भामाशाह ने अपनी मित्रता निभाते हुए महाराणा प्रताप को सोने और चांदी की अशर्फी देकर सेना को सशक्त बनाया। उन्होंने कहा कि आज उनकी जयंती के अवसर पर संस्कारधानी में इस भवन का लोकार्पण एक बड़ी उपलब्धि है। अपनी मेहनत से सुंदर भवन का निर्माण साहू समाज द्वारा किया गया है। यह समाज मेहनत से हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है और सभी समाज को साथ लेकर चल रहा है। इस समाज की विशेषता ईमानदारी एवं मेहनत से कार्य करना है। साहू समाज ने अपने कार्यों से छत्तीसगढ़ महतारी और देश का मान-सम्मान बढ़ाया है।सांसद श्री संतोष पाण्डेय ने कहा कि साहू समाज का यह मंगल भवन सभी के लिए मंगलकारी है। सामाजिक भवन से साहू समाज के विकास के लिए कार्य होगा। यह समाज पढ़ा-लिखा एवं जागरूक समाज है। साहू समाज से उप मुख्यमंत्री, सांसद एवं विभिन्न पदों पर सभी ने अपना योगदान दिया है तथा अपने आचरण व्यवहार से अच्छा कार्य किया है। उन्होंने साहू समाज के लिए 10 लाख रूपए प्रदान करने की घोषणा की। इस अवसर पर अध्यक्ष प्रदेश साहू संघ श्री टहल साहू, अध्यक्ष जिला साहू संघ श्री भागवत साहू, पूर्व अध्यक्ष एवं संरक्षक जिला साहू संघ डॉ. नरेन्द्र साहू, पूर्व अध्यक्ष श्री कमल किशोर साहू ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। महापौर श्री मधुसूदन यादव, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती देवकुमारी साहू, जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती गीता साहू, जिला पंचायत की सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह और नगर निगम के आयुक्त श्री अतुल विश्वकर्मा सहित जनप्रतितिनिधि, अधिकारी एवं साहू समाज के पदाधिकारी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में उपस्थित थे।
- रायपुर / जल संसाधन मंत्री श्री केदार कश्यप कल 30 अप्रैल बुधवार को सुबह 10:30 बजे न्यू-सर्किट हाउस, नवा रायपुर में विभागीय दर अनुसूची-2025 (एसओआर) का विमोचन करेंगे। इस अवसर पर जल संसाधन सचिव श्री राजेश सुकुमार टोप्पो, मुख्य अभियंता श्री इन्द्रजीत उईके सहित समस्त मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता उपस्थित रहेंगे।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में बुधवार 30 अप्रैल 2025 को सवेरे 11.30 बजे कैबिनेट की बैठक अटल नगर नवा रायपुर स्थित मंत्रालय (महानदी भवन )में आयोजित होगी।
- -अनुबंध के मुताबिक समय-सीमा में कार्य को पूर्ण नहीं करने वाले ठेकेदारों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश-लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने की निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षारायपुर. 29 अप्रैल 2025. राज्य शासन के लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने बस्तर राजस्व संभाग में निर्माणाधीन सड़कों, पुल-पुलियों और भवनों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने संभागीय मुख्यालय जगदलपुर में आयोजित बैठक में अधिकारियों से कहा कि बस्तर की स्थानीय जरूरतों के अनुसार कनेक्टीविटी बढ़ाने सड़कों एवं पुल-पुलियों के निर्माण कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता से संचालित कर अनुबंध के अनुसार समय-सीमा में पूर्ण करें। उन्होंने महत्वपूर्ण भवनों के निर्माण कार्यों को भी प्राथमिकता के साथ पूर्ण करने को कहा। उन्होंने बैठक में राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में ज्यादा ध्यान केंद्रित करने के साथ ही भारत माला परियोजना की सड़क को जोड़ने वाली सड़कों सहित दस वर्षों से अधिक पुराने राज्य मार्गों के नवीनीकरण कार्य पर जोर दिया। डॉ. सिंह ने वर्किंग सीजन में कार्यों में तेजी लाते हुए टीम भावना के साथ काम कर आशातीत परिणाम हासिल करने को कहा। उन्होंने बारिश के पहले पूर्ण होने वाले पुल-पुलियों के लिए पहुंच मार्ग अनिवार्यतः बनाने के निर्देश दिए। इससे लोगों को आवाजाही में मदद मिलेगी।लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने बस्तर में प्रगतिरत सड़कों, पुल-पुलियों और भवनों की कार्यवार समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कार्यादेश जारी होने के साथ ही सभी कार्यों में योजनाबद्ध ढंग से प्रगति के लिए पर्याप्त निर्माण सामग्री, मशीनरी, उपकरण और श्रमिकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने तकनीकी मापदंडों एवं गुणवत्ता के मानकों के अनुरूप कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने फील्ड विजिट कर निर्धारित तकनीकी मापदंडों और गुणवत्ता मानकों का अनुपालन तथा कार्य प्रगति की नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।ठेकेदारों को क्षमता के अनुरूप दें कामडॉ. सिंह ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को ठेकेदारों को उनकी क्षमता के अनुरूप कार्य देने को कहा। उन्होंने कहा कि ठेकेदार के पास प्लांट, मशीनरी, उपकरण इत्यादि संसाधनों की उपलब्धता पर नजर रखें, एक साथ तीन-चार निर्माण कार्य लेने वाले ठेकेदारों के कार्यों की मॉनिटरिंग पर अधिक ध्यान केंद्रित करें। नियमित निर्माण कार्य नहीं करने वाले, धीमी प्रगति वाले, अतिरिक्त समय देने के बाद भी निर्माण कार्य में प्रगति नहीं लाने वाले तथा काम को लम्बे समय तक बंद रखने वाले ठेकेदारों के विरुद्ध अनुबंध की शर्तों के तहत कार्रवाई करें। काम को अपूर्ण छोड़कर जाने वाले ठेकेदारों को काली सूची में डालें और उन्हें सभी निविदाओं से बाहर रखें।भवन निर्माण के लिए सही स्थल का करें चयनलोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने सार्वजनिक भवनों के निर्माण के लिए स्थानीय प्रशासन से समन्वय कर उपयुक्त स्थलों के चयन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक भवनों तथा आवासों का सदुपयोग सुनिश्चित हो, इसे दृष्टिगत रखते हुए वहां सड़क, पेयजल एवं बिजली की उपलब्धता सहित सभी जरूरी सुविधाएं सुलभ कराएं।सड़कों के निर्माण में रोड-सेफ्टी का रखें ध्यानडॉ. सिंह ने सड़कों के निर्माण के दौरान सड़क सुरक्षा के मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह बहुत जरूरी है। उन्होंने दुर्घटनाजन्य स्थलों को चिन्हित कर संकेतक बोर्ड व ब्लिंकर लगाने तथा डिवाइडर एवं गति अवरोधकों का निर्माण करने को कहा। उन्होंने सड़क सुरक्षा सम्बन्धी सभी मानकों को शामिल कर नवीन सड़कों के निर्माण के लिए कारगर कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। डॉ. सिंह ने बैठक में लोक निर्माण विभाग के अधीन आरआरपी फेज-एक और आरसीपीएलडब्ल्यूईए के प्रगतिरत कार्यों के साथ ही विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत निर्माणाधीन सड़कों, भवनों एवं सेतु निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण तथा चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में शामिल निर्माण कार्यों के प्राक्कलन की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता श्री वी.के. भतपहरी, बस्तर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता श्री जी.आर. रावटे, मुख्य अभियंता (सेतु निर्माण) श्री एस.के. कोरी और मुख्य अभियंता (विद्युत एवं यांत्रिकी) श्री टी.आर. कुंजाम सहित बस्तर एवं कांकेर मण्डल के अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता तथा ठेकेदार भी समीक्षा बैठक में मौजूद थे।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को अक्ति (अक्षय तृतीया) तिहार की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अक्षय तृतीया के दिन आरंभ किए गए कार्यों की पूर्णता सुनिश्चित मानी जाती है। इसलिए यह दिन अत्यंत शुभ और अक्षय (अविनाशी) माना गया है। यह सौभाग्य, सफलता और समृद्धि का प्रतीक दिवस है। विवाह जैसे मांगलिक कार्यों के लिए भी इस दिन अलग से मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं होती, इसलिए बड़ी संख्या में विवाह संस्कार इस दिन आयोजित होते हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर समाज से बाल-विवाह जैसी सामाजिक कुरीति को समाप्त करने का आह्वान करते हुए कहा कि इस बुराई से समाज को मुक्त करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कृषि परंपरा में भी अक्ति तिहार का विशेष महत्व है। इस दिन से नई फसल के लिए तैयारियों की शुरुआत होती है। उन्होंने कहा कि मिट्टी के गुड्डे-गुड़ियों के विवाह की परंपरा के माध्यम से हमारे पूर्वजों ने धरती माता से हमारे संबंध को जीवंत रखा है। इस परंपरा के माध्यम से जीवन के आधार—माटी—का आदर और सम्मान करना सिखाया गया है।
- -उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की सतत् निगरानी एवं समुचित देखभाल सुनिश्चित करने के दिए निर्देश-टीबी, कुष्ठ व मलेरिया को समन्वित प्रयास करते हुए सम्पूर्ण उन्मूलन करना प्राथमिकता: श्री कटारियारायपुर, / स्वास्थ्य सचिव श्री अमित कटारिया ने आज सर्किट हाउस, रायपुर में आयोजित बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों तथा सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (CMHO) के साथ स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) की वर्तमान कार्ययोजना एवं भावी रणनीतियों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।श्री कटारिया ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेशवासियों को गुणवत्तापूर्ण एवं निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, अतः उपलब्ध संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग कर सेवा गुणवत्ता में निरंतर सुधार सुनिश्चित किया जाए। स्वास्थ्य सचिव ने सभी अधिकारियों को लक्ष्य आधारित कार्य प्रणाली अपनाने के निर्देश भी दिए और कहा कि राज्य निर्माण के बाद से स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, जिसे और सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।श्री कटारिया ने मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बताई। उन्होंने उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की सतत निगरानी एवं समुचित देखभाल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, साथ ही मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में प्रभावी कमी लाने के लिए ठोस कार्ययोजना अपनाने पर बल दिया।बैठक में टीबी, मिज़ल रूबेला , मलेरिया और कुष्ठ रोग को त्वरित लक्ष्य के रूप में चिन्हित करते हुए इनके उन्मूलन के लिए प्रभावी एवं ठोस कार्यवाही करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। श्री कटारिया ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े प्रत्येक अधिकारी और चिकित्सक को संवेदनशीलता और सेवा भाव के साथ कार्य करना चाहिए, ताकि आमजन तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर पहुंच सकें।बैठक के दौरान आयुक्त सह संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं डॉ प्रियंका शुक्ला ने स्पष्ट किया कि उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत वेतन भुगतान में हो रही देरी को तत्काल समाप्त करने तथा चिकित्सा अधिकारियों, खंड चिकित्सा अधिकारियों एवम अन्य स्वास्थ्य अमले की समय-समय पर प्रशिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। डॉ. शुक्ला ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता बताई और इसके लिए समन्वित कार्य योजना बनाकर प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत सरकार की मंशा के अनुरूप वर्ष 2026 तक मीसल्स-रूबेला उन्मूलन का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सुनियोजित कार्यवाही आवश्यक है।बैठक में महामारी नियंत्रण के संचालक डॉ. एस.के. पामभोई तथा संयुक्त संचालक श्रीमती प्रेमलता चंदेल सहित सभी जिलों के सीएमएचओ, संभागीय संयुक्त संचालक, उप संचालक एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित रहे।
- -एक वर्ष में सर्वाधिक स्वास्थ्य संस्थाओं को मिली राष्ट्रीय गुणवत्ता पहचान-मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा संस्थाओं और टीम को दी बधाईरायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवा प्रदायगी के क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित किए जा रहे हैं। राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और सेवा भावना का परिणाम है कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले शासकीय अस्पतालों की संख्या में ऐतिहासिक वृद्धि हुई है।मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि वर्ष 2024-25 में 427 से अधिक शासकीय स्वास्थ्य संस्थानों ने राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाणन हासिल किया है, जो पूर्व वर्षों की तुलना में सबसे अधिक है। यह प्रदेश की स्वास्थ्य प्रणाली में आए अभूतपूर्व सुधार और सेवा के अंतिम छोर तक पहुँच सुनिश्चित करने का प्रमाण है।मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल तथा स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम को उनकी समर्पित कार्यशैली और दूरदर्शी प्रयासों के लिए बधाई दी। उन्होंने विशेष रूप से सुदूर अंचलों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सुकमा जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र ‘चिंतागुफा’ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की उपलब्धि का उल्लेख करते हुए कहा कि जो क्षेत्र कभी चुनौतियों का प्रतीक रहा, आज वहाँ का स्वास्थ्य केन्द्र राष्ट्रीय स्तर पर अपनी सेवा गुणवत्ता के लिए सम्मानित हुआ है। चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र को 28 नवंबर 2024 को भारत सरकार के राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है।स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने कहा कि प्रदेश में कुल 436 शासकीय अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों को गुणवत्ता प्रमाणन मिल चुका है, वहीं 644 अन्य संस्थानों का मूल्यांकन प्रक्रियाधीन है। यह दर्शाता है कि छत्तीसगढ़ सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को सुसंगत, भरोसेमंद और उत्कृष्ट बनाने के लिए लगातार प्रतिबद्ध है।उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) प्रमाणन केवल उन्हीं अस्पतालों को प्रदान किया जाता है, जो उपलब्ध सेवाओं, मरीज अधिकारों, इनपुट गुणवत्ता, क्लिनिकल सर्विसेज, इन्फेक्शन कंट्रोल और गुणवत्ता प्रबंधन जैसे सख्त मानकों पर खरे उतरते हैं। विशेषज्ञों की टीम द्वारा गहन मूल्यांकन के बाद ही यह प्रमाणन प्रदान किया जाता है।मुख्यमंत्री श्री साय ने विश्वास जताया कि सरकार की सतत पहल और समर्पित टीम वर्क के जरिए छत्तीसगढ़ शीघ्र ही देश के अग्रणी स्वास्थ्य सेवा प्रदायक राज्यों में शामिल होगा।
- -उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने निधि का सदुपयोग कर शहरी आबादी को समुचित लाभ पहुंचाने के दिए निर्देशरायपुर. ।. राज्य शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने नगर निगमों में महापौर निधि, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में अध्यक्ष निधि तथा तीनों तरह के निकायों में पार्षद निधि के रूप में 103 करोड़ रुपए जारी किए हैं। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन मंत्री श्री अरुण साव के अनुमोदन के बाद विभाग ने नगरीय निकायों को ये राशि जारी कर दी है। उन्होंने नगरीय निकायों को इन निधियों का सदुपयोग करते हुए राज्य की शहरी आबादी तक यथाशीघ्र योजनाओं का समुचित लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। इस राशि से निकायों में मूलभूत विकास के कार्य किए जाएंगे।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव के निर्देश पर चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए नगर निगमों में महापौर निधि तथा नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों में अध्यक्ष निधि की 50-50 प्रतिशत राशि की प्रथम किस्त के रूप में कुल 30 करोड़ 63 लाख 75 हजार रुपए जारी किए गए हैं। तीनों तरह की नगरीय निकायों में पार्षद निधि के रूप में कुल 72 करोड़ 33 लाख 75 हजार रुपए भी जारी किए गए हैं।विभाग द्वारा नगर निगमों में महापौर निधि के दस करोड़ 12 लाख 50 हजार रुपए, नगर पालिकाओं में अध्यक्ष निधि के दस करोड़ 50 लाख रुपए तथा नगर पंचायतों में अध्यक्ष निधि के दस करोड़ एक लाख 25 हजार रुपए जारी किए गए हैं। वहीं पार्षद निधि के प्रथम किस्त (50 प्रतिशत) के रूप में नगर निगमों को 21 करोड़ 96 लाख रुपए, नगर पालिकाओं को 23 करोड़ 37 लाख 75 हजार रुपए एवं नगर पंचायतों को 27 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं।