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बालोद। गर्भधारण पूर्व प्रसव निदान तकनीक (पीसीपीएनडी) एक्ट अंतर्गत जिला सलाहकार समिति की बैठक 29 जनवरी को दोपहर 02 बजे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय बालोद मंे आयोजित की गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि बैठक में पंजीकृत सोनोग्राफी सेंटरों का नियमित भ्रमण, नवीन आवेदित संस्था के निरीक्षण के संबंध में चर्चा की जाएगी। उन्होंने सर्व संबंधितों को बैठक में निर्धारित तिथि एवं समय में उपस्थित होने को कहा है।
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बेलतरा विधायक श्री शुक्ला ने शीश गांव मंदिर परिसर में की साफ-सफाई
बिलासपुर/प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर जिले के मंदिरों और तीर्थ स्थानों पर स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में बेलतरा विधायक श्री सुशांत शुक्ला ने शीश गांव मंदिर परिसर व तालाब की सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। शासन की मंशानुरूप जिले में मंदिर परिसरों की सफाई के निर्देश जिला प्रशासन द्वारा दिए गए हैं। जिसके परिपालन में जिले के सभी ग्राम पंचायत के मंदिरों व सार्वजनिक स्थल पर स्वच्छता पखवाड़ा चलाया जा रहा है। स्वच्छता पखवाड़ा में बड़ी संख्या में जन भागीदारी की गई। इसके साथ ही सभी ग्राम पंचायतों में रंगोली कार्यक्रम आयोजित किया गया। स्वच्छता पखवाड़ा के तहत आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्व सहायता समूह की महिलाएं, युवा एवं ग्रामीणजन, जन प्रतिनिधि व स्कूली बच्चे व अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे। - रायपुर। प्रदेश में गुरुवार को विभिन्न जिलों से 17 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों की पहचान हुई। इन्हें मिलाकर राज्य में कोरोना के एक्टिव मरीज़ों की संख्या 88 पहुंच गई है। प्रदेश में गुरुवार को 4 हजार 577 सैंपलों की जांच की गई।स्वास्थ्य विभाग ने अपने मेडिकल बुलेटिन में यह जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार को दुर्ग और रायपुर जिले में 4-4, बस्तर और कांकेर में 3-3, बिलासपुर में 2, रायगढ़ जिले में 1 मरीजों की पहचान हुई।

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सच्चे इंसान गढ़ने की फैक्टरी होतेे हैं विश्वविद्यालय: श्री विश्वभूषण हरिचंदन
विश्वविद्यालयों के अस्तित्व के लिए नये-नये क्षेत्रों में रिसर्च जरूरी: राज्यपाल
विश्व राजनीति एवं समस्याओं के निपटारें में भारत की अहम भूमिका
बिलासपुर/राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने बिलासपुर के केन्द्रीय गुरू घासीदास विश्वविद्यालय में भारतीय विश्वविद्यालय संघ मध्य क्षेत्र द्वारा आयोजित कुलपतियों के दो दिवसीय समागम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय सच्चे इंसान गढ़ने की फैक्टरी एवं प्रमुख केन्द्र हैं। नये-नये अनुसंधान एवं नवाचारों के माध्यम से नये ज्ञान का सृजन करना इनका महत्वपूर्ण काम है। विश्वविद्यालय के स्वयं के अस्तितत्व के साथ-साथ देश दुनिया की निरंतरता के लिए भी नित नये अनुसंधान किया जाना अनिवार्य माना गया है। राज्यपाल ने इस अवसर पर भारतीय विश्वविद्यालय संघ द्वारा प्रकाशित पत्रिका यूनिवर्सिटीस न्यूज के विशेषांक का विमोचन भी किया। शुभारंभ समारोह की अध्यक्ष संघ के अध्यक्ष श्री जीडी शर्मा एवं विशेष अतिथि के रूप में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली के सचिव श्री अतुल कोठारी उपस्थित थे। समागम में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उप्र, महाराष्ट्र, ओडिशा, तेलंगाना राज्यों के विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं शिक्षाविद बड़ी संख्या में शामिल हुए।
राज्यपाल श्री हरिचंदन ने कहा किमध्य क्षेत्र के कुलपति सम्मेलन 2023-24 के अवसर पर आपके बीच आकर मुझे खुशी हो रही है। मुझे उम्मीद है कि इस बैठक से कुछ ठोस सिफारिशें सामने आएंगी जो सरकार और उच्च शिक्षा के शीर्ष निकायों और हमारे देश के भविष्य युवाओं और छात्रों के लिए मददगार साबित होंगी। उन्होंने कहा कि कि भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों खासकर प्रमुख संस्थानों ने अनुसंधान के मामले में अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन इसमें और बहुत कुछ किये जाने की संभावना है। भारतीय विश्वविद्यालयों की प्रतिष्ठा अन्य देशों के विश्व स्तरीय विश्वविद्यालयों के सामने कहीं नहीं टिकती। विश्व विश्वविद्यालय रैंकिंग में केवल 75 भारतीय विश्वविद्यालय शामिल हैं, लेकिन उनमें से कोई भी शीर्ष 200 रैंक तक नहीं पहुंच सका। इनमें सुधार के लिए एक अच्छी तरह से अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र की आवश्यकता है।
राज्यपाल ने कहा कि देश में नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत इको-सिस्टम बनाने के लिए भारत सरकार ने एक ‘स्टार्टअप इंडिया एक्शन प्लान‘ लॉन्च किया है जो मान्यता प्राप्त स्टार्टअप को हैंडहोल्डिंग फंडिंग और इनक्यूबेशन के माध्यम से सहायता प्रदान करता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 रिपोर्ट में भी अनुसंधान और नवाचार पर पर्याप्त जोर दिया गया है। अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र को जीवित रखने के लिए, प्रत्येक खिलाड़ी और हितधारक को एक भूमिका निभानी होगी। विश्वविद्यालय अनुसंधान को प्राथमिकता देकर उत्पादकता में सुधार के लिए कुछ उपाय अपना सकते हैं। विश्वविद्यालयों को उद्योगों, सरकार और अन्य हितधारकों के साथ संबंध मजबूत करने चाहिए।
श्री हरिचंदन ने स्वतंत्रता के बाद देश की विकास यात्रा पर रोशनी डाली। उन्होंने जय जवान, जय किसान से लेकर जय, जवान, जय किसान, जय विज्ञान एवं जय अनुसंधान तक की विकास यात्रा के विभिन्न सोपानों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने कोरोना वैक्सीन विकसित की। इससे न केवल हमारे देश के नागरिकों को जानलेवा कोरोना से बचाये अपितु 50 देशों को निःशुल्क वैक्सीन देकर उनकी भी प्राणरक्षा कर मानवता का परिचय दिया। उन्हांेने कहा कि हमारा देश आज विश्व राजनीति में अहम भूमिका अदा कर रहा है। बड़ी से बड़ी समस्याओं के निबटारे में भारत की राय पर विचार किया जा रहा है। श्री हरिचंदन ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। समस्याओं को आपसी विचार-विमर्श से निपटाने में हमारा विश्वास है। इसके अलावा हिंसा या अन्य कोई साधन से स्थायी शांति नहीं आ सकती है। समारोह को भारतीय विश्वविद्यालय संघ के अध्यक्ष श्री जीडी शर्मा, उपाध्यक्ष श्री विनयकुमार पाठक, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली के सचिव श्री अतुल कोठारी ने भी सम्बोधित किया। स्वागत भाषण केन्द्रीय गुरूघासीदास विश्वविद्यालय के कुलपति श्री आलोक कुमार चक्रवाल एवं आभार ज्ञापन कुलसचिव श्री मनीष श्रीवास्तव ने किया। -
बालोद। बालोद जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 के अंतर्गत धान खरीदी का कार्य निरंतर जारी है। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 01 लाख 49 हजार 161 किसानों ने धान विक्रय हेतु पंजीयन कराया है। जिसमें से अब तक 01 लाख 31 हजार 697 किसानों द्वारा कुल 06 लाख 39 हजार 196 मेट्रिक टन धान विक्रय किया गया है। जिसकी कुल राशि 1399 करोड़ 57 लाख रूपए है। उन्होंने बताया कि अब तक 05 लाख 18 हजार 305 मेट्रिक टन धान हेतु डीओ जारी किया गया है, जिसमें से 03 लाख 97 हजार 93 मेट्रिक टन का धान उठाव कर लिया गया है। उपार्जन केन्द्रों में 02 लाख 42 हजार 103 मेट्रिक टन धान शेष है। उन्होंने बताया कि आगामी खरीदी दिवस हेतु 6084 किसानों के लिए टोकन जारी किया गया है, जिसमें कुल 21 हजार 189 मेट्रिक टन धान की खरीदी की जाएगी।
- -श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर मंच द्वारा किया जाएगा दीप वितरणरायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से आज यहां राज्य अतिथि गृह पहुना में मारवाड़ी युवा मंच की राजधानी शाखा के सदस्यों ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री को मारवाड़ी युवा मंच के सदस्यों ने बताया कि मंच की राजधानी शाखा द्वारा 22 जनवरी को होने वाले प्रभु श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर छोटे-छोटे गांव के मंदिरों एवं असहाय लोगों के बीच दीप व तेल वितरण किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने मंच द्वारा दीप वितरण कार्य की सराहना की।मुख्यमंत्री को संरक्षक श्री संजय रामविलास चौधरी एवं संयोजक श्री नितिन अग्रवाल ने बताया कि शाखा द्वारा 2100 किट तैयार किया गया है, जिसमें 101 दीपक, रुई की बत्ती, हनुमान चालीसा और दिया जलाने के लिए तेल शामिल किए गए हैं। इस मौके संस्था के अध्यक्ष श्री शेखर गोयल, संरक्षक श्री योगेश अग्रवाल, श्री संजय रामविलास चौधरी, श्री सुनील रामदास, श्री मुकेश अग्रवाल, श्री नितिन अग्रवाल, श्री शुभम चौधरी, श्री नीरज बिरमीवाल, श्री आयुष मित्तल, श्री अनिल अग्रवाल, श्री आकाश अग्रवाल, श्री गोपाल अग्रवाल, श्री रमन सराफ सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
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मरीजों का समुचित ईलाज एवं जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के दिए निर्देश
बालोद। कलेक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने जिला चिकित्सालय बालोद का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जिला चिकित्सालय में ईलाज हेतु आने वाले मरीजांे का समुचित ईलाज करने के साथ-साथ उन्हें अस्पताल में मिलने वाली जरूरी सुविधाओं का लाभ सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। इस दौरान संयुक्त कलेक्टर श्री योगेन्द्र श्रीवास, एसडीएम श्रीमती शीतल बंसल मुख्य चिकित्सक एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ जेएल उइके, सिविल सर्जन डाॅ आरके श्रीमाली सहित जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों के अलावा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
इस दौरान कलेक्टर श्री चंद्रवाल ने जिला चिकित्सालय के पंजीयन कक्ष, ओपीडी कक्ष के अलावा ब्लड बैंक, डायलिसिस यूनिट, सर्जिकल वार्ड, महिला एवं पुरुष वार्ड सहित विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने मौके पर उपस्थित अधिकारियों को अस्पताल में प्रतिदिन भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या एवं उनके ईलाज के व्यवस्था के संबंध में भी जानकारी ली। श्री चन्द्रवाल ने अधिकारियों से आयुष्मान कार्ड के अंतर्गत मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं तथा हमर लैब आदि की सुविधा के संबंध मंे भी जानकारी ली। कलेक्टर ने अस्पताल के औषधि वितरण कक्ष का निरीक्षण कर वहाँ उपस्थित कर्मचारी से आज औषधि वितरण कक्ष से दवाई लेने वाले मरीजों की कुल संख्या के संबंध मंे भी जानकारी ली। श्री चन्द्रवाल ने जिला चिकित्साल श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स में पहुँचकर दवाईयों की समुचित उपलब्धता एवं जेनेरिक दवाईयों के निर्धारित दर आदि के संबंध में जानकारी ली।
कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय परिसर में स्थित 100 बिस्तर वाले मातृ शिशु अस्पताल में पहुँचकर वहाँ की सुविधाआंे एवं व्यवस्थाओं का पड़ताल किया। इस दौरान उन्होंने मातृ शिशु अस्पताल के प्रसव कक्ष, आॅपरेशन कक्ष आदि का निरीक्षण कर अधिकारियों से आवश्यक जानकारी ली। श्री चन्द्रवाल ने अधिकारियों से अस्पताल में प्रसव हेतु प्रतिदिन आने वाले गर्भवती माताओं के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल में उनकी सुरक्षित प्रसव एवं सर्जरी हेतु उपलब्ध टेबल एवं अन्य सुविधाओं के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने मातृ शिशु अस्पताल के सोनोग्राफी कक्ष, होम्योपैथी एवं आयुर्वेद विभाग के अलावा पोषण पुनर्वास केंद्र आदि का भी निरीक्षण किया। श्री चन्द्रवाल ने अधिकारियों से पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती होेने वाले बच्चों की कुल संख्या आदि के संबंध में जानकारी ली तथा बच्चों की समुचित ईलाज एवं देखभाल हेतु जरूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 10-10 बिस्तर का पोषण पुनर्वास केंद्र प्रारंभ करने के संबंध में शासन को पत्र लिखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने वहाँ पर विशेष नवजात देखभाल इकाई का भी निरीक्षण किया। श्री चन्द्रवाल ने सिविल सर्जन डाॅ. श्रीमाली को मातृ शिशु अस्पताल में मरीजों के लिए समुचित मात्रा में दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। -
कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित संजीवनी धान के तीन इम्यूनोबूस्टर उत्पादों का लोकार्पण करेंगे
कृषि स्टार्टअप तथा पोषण एवं लोक स्वास्थ्य पर केन्द्रित दो संगोष्ठियों का शुभारंभ भी करेंगे
रायपुर। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के 38वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। श्री धनखड़ इस अवसर पर कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित शरीर की प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने में कारगर धान की नवीन किस्म संजीवनी से निर्मित तीन उत्पादों का लोकार्पण भी करेंगे। यह किस्म इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा भाभा अटॉमिक रिसर्च सेन्टर, मुम्बई के साथ किये गये अनुसंधान द्वारा विकसित की गई है। उपराष्ट्रपति इस अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित दो एक दिवसीय संगोष्ठियों का शुभारंभ भी करेंगे जिनमें से एक कृषि के क्षेत्र में स्टार्टअप, नवाचार एवं उद्यमिता विकास पर केन्द्रित होगी तथा एक अन्य संगोष्ठी कृषि, पोषण एवं लोक स्वास्थ्य पर केन्द्रित होगी। श्री धनखड़ इस मौके पर कृषि विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित किसानोपयोगी ‘‘कृषि पंचांग 2024’’ का विमोचन भी करेंगे। समारोह की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन करेंगे। समारोह में अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री द्वय श्री अरूण साव तथा श्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम और विशिष्ट अतिथि के रूप में सांसद रायपुर श्री सुनील सोनी, धरसींवा विधायक श्री अनुज शर्मा तथा रायपुर ग्रामीण विधायक श्री मोतीलाल साहू भी उपस्थित रहेंगे।
स्थापना दिवस समरोह में उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित धान की इम्यूनोबूस्टर एवं कैंसर रोधी किस्म संजीवनी से निर्मित तीन उत्पादों संजीवनी इंस्टैन्ट, संजीवनी मधु कल्क तथा संजीवनी राइस बार का लोकार्पण करेंगे। उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने छत्तीसगढ़ के पारंपरिक ज्ञान का उपयोग करते हुए धान की एक नवीन औषधीय किस्म ‘‘संजीवनी’’ विकसित की है जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने तथा कैंसर कोशिकाओं की रोक-थाम में उपयोगी पाई गई है। संजीवनी का विकास छत्तीसगढ़ की पारंपरिक देशी औषधीय धान की किस्मों से चयन द्वारा किया गया है। इसके औषधीय गुणों के वैज्ञानिक आधार का विस्तृत विश्लेषण कर एक ऐसी प्रजाति का विकास किया गया है जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सक्षम है तथा केवल 10 दिन तक इसका उपयोग करने पर प्रतिरोधक क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। यह किस्म भाभा अटॉमिक रिसर्च सेन्टर, मुम्बई के सहयोग से विगत छह वर्षां तक किये गये अनुसंधान के द्वारा विकसित की गई है।
विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर कृषि के क्षेत्र में नवाचार एवं उद्यम की संभावनाओं एवं चुनौतियों पर विचार विमर्श के लिए एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें कृषि आधारित स्टार्टअप एवं नवाचार से संबंधित विभिन्न विषयों पर देश एवं प्रदेश के विख्यात विशेषज्ञ युवाओं एवं छात्रों का मार्गदर्शन करेंगे। संगोष्ठी में खाद्य एवं पोषण सुरक्षा के लिए शासकीय नीतियों, नवाचार में स्टार्टअप की भूमिका, कृषि उद्योगों का उन्नयन, नवाचार के प्रोत्साहन के लिए औद्योगिक नीति, कृषि निर्यात के माध्यम से उद्यमिता का विकास, आदि पर विचार-मंथन किया जाएगा। इस संगोष्ठी में स्टार्टअप उद्यमी, नवाचारी विद्यार्थी, उद्योग प्रतिष्ठान, निवेशक, शासकीय संस्थाएं, कृषि उत्पादक संघ, प्रगतिशील कृषक एवं कृषि उद्यमी शामिल होंगे। संगोष्ठी में र्स्टाटअप एवं उद्यमिता विकास, बाजार एवं उद्योगों से संबंध, नेटवर्किंग के अवसर, ज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का उन्नयन विषयों पर चर्चा की जाएगी एवं नवीन स्टार्टअप द्वारा निर्मित उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा। संगोष्ठी के दौरान सफल स्टार्टअप की सफलता की कहानी भी बताई जाएगी।
कृषि पोषण एवं लोक स्वास्थ्य विषय पर संगोष्ठी का आयोजन पौष्टिक आहार, सूक्ष्म पोषक तत्वों के महत्व एवं पोषक तत्वों से परिपूर्ण आहार के प्रति जनजागरूकता उत्पन्न करने हेतु किया जा रहा है। इस संगोष्ठी में फूड फोर्टिफीकेशन, बायोफोर्टिफीकेशन एवं फंक्शनल फूड, पोषक खाद्य पदार्थां के उत्पाद एवं पोषण सुरक्षा, लोक स्वास्थ्य के क्षेत्र में खाद्य उद्यगों की भूमिका, वितरण एवं उपयोग संबंधित नीतियों एवं नियमों पर चर्चा की जाएगी। संगोष्ठी में छत्तीसगढ़ शासन के कृषि, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, स्कूल शिक्षा (मध्यान्ह भोजन) के प्रतिनिधि, कृषि विश्वविद्यालय, चिकित्सा महाविद्यालय, विज्ञान महाविद्यालय एवं अन्य विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि, यूनाईटेड नेशन्स वर्ल्ड फूड प्रोगाम, बिल एवं मिलीण्डा गेट्स फऊण्डेशन के प्रतिनिधि, प्रगतिशील कृषक, खाद्य एवं कृषि उद्योगों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर की स्थापना 20 जनवरी 1987 को हुई थी। इस विश्वविद्यालय को छत्तीसगढ़ प्रदेश में कृषि शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार की जिम्मेदारी दी गई है, जिसे विश्वविद्यालय अपने 28 महाविद्यालयों, 08 अनुसंधान केन्द्रों एवं 27 कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से संचालित कर रहा है। विश्वविद्यालय की स्थापना के पश्चात् 52 फसलों की लगभग 162 प्रजातियों का विकास किया गया है एवं कृषि से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए 100 से अधिक तकनीकें विकसित की गई है। स्थापना दिवस समारोह में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, कुलसचिव श्री जी.के. निर्माम सहित विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, विभिन्न शासकीय विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, प्रगतिशील कृषकगण तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहेंगे। -
नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा ने किया शास्त्री बाजार, मालवीय रोड, जवाहर बाजार का निरीक्षण
रायपुर स्मार्ट सिटी का बहुमंजिला शास्त्री मार्केट मार्च तक होगा पूरा
रायपुर। कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह के मार्गदर्शन में रायपुर नगर निगम क्षेत्र में संचालित स्वच्छता अभियान के तहत आयुक्त श्री अबिनाश मिश्रा ने आज शहर के पुराने बाजारों में से एक शास्त्री मार्केट, मालवीय रोड, जवाहर बाजार का निरीक्षण किया एवं व्यापारी संघ के पदाधिकारियों से भेंट की। इस दौरान उन्होंने रायपुर स्मार्ट सिटी लि. व नगर निगम द्वारा निर्मित महिला एवं पुरुष प्रसाधन गृहों में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। श्री मिश्रा ने निगम अधिकारियों को निर्देशित किया है कि सार्वजनिक स्थलों, बाजारों आदि में सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनों को साथ लेकर स्वच्छता जागरूकता संबंधी कार्यक्रमों का आयोजन प्रत्येक सप्ताह किए जाए।
विशेष स्वच्छता अभियान के तहत इस समय नगर निगम का जोन और स्वच्छता अमला सभी वार्ड में सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने में जुटा हुआ है। आयुक्त श्री मिश्रा ने सभी अपर आयुक्त व स्वास्थ्य अधिकारियों व जोन कमिश्नरों को भी व्यवस्था में सुधार के लिए मिशन मोड पर काम करने के लिए जिम्मेदारी भी तय की है। स्वयं नगर निगम कमिश्नर भी लगातार औचक निरीक्षण कर रहे है एवं आम लोगों से सीधे संवाद कर स्वच्छता के महा-अभियान में सभी की सहभागिता की अपील भी कर रहे हैं।
निगम आयुक्त श्री मिश्रा ने शास्त्री बाजार का दौरा किया और निर्माणाधीन शास्त्री मार्केट कॉम्पलेक्स में चल रहे निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी ली। रायपुर स्मार्ट सिटी के मुख्य परिचालन अधिकारी श्री उज्जवल पोरवाल, महाप्रबंधक (ई. एंड टी.) श्री पी.के. पंचायती, असिस्टेंट मैनेजर श्री योगेन्द्र साहू इस दौरान साथ थे। निर्माण एजेंसी ने अवगत कराया कि आगामी मार्च तक यह प्रोजेक्ट पूरा कर सुव्यवस्थित बाजार संचालन सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने इस प्रोजेक्ट के मार्ग को भी सुव्यवस्थित करने हेतु निगम अधिकारियों को निर्देशित किया है। थोक व चिल्हर सब्जी मार्केट के निरीक्षण के दौरान वे लघु व्यवसायियों से भी मिले और निकलने वाले कचरे को व्यवस्थित तौर पर निपटान करने के लिए कहा है। उन्होंने जोन कमिश्नर श्री राकेश शर्मा को निर्देशित किया है कि जोन स्वास्थ्य अधिकारी की निगरानी में सब्जी व मटन मार्केट में अपशिष्ट के निपटारे के लिए यदि अतिरिक्त वाहन की आवश्यकता प्रतीत होती है, तो इसकी भी व्यवस्था निर्धारित करें। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि बाजार के समीप मुक्कड़ नहीं बनने दिए जाएंगे और सभी बाजारों में स्वच्छता बरतने व्यापारियों की भी सक्रियता बढ़ाई जाए। इस दौरान जवाहर बाजार व्यापारी संघ के अध्यक्ष श्री सुभाष बजाज, उपाध्यक्ष श्री अविनाश चिठानी, श्री कैलाश सचदेव, श्री सुशील कृष्णानी, श्री राजेश विधानी, श्री जगदीश गुडवानी, मालवीय रोड व्यापारी संघ के अध्यक्ष श्री तरल मोदी, महामंत्री श्री राजेश वासवानी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। - -महिला बाल विकास विभाग की सचिव शम्मी आबिदी ने दिए निर्देश, विभागीय कामकाज की समीक्षारायपुर / छत्तीसगढ़ के चुने हुए आंगनबाड़ी केन्द्रों में कामकाजी महिलाओं की सुविधा के लिए आंगनबाड़ी कम क्रेच (झूलाघर) की स्थापना की जाएगी। राज्य के आंगनबाड़ी केन्द्रों में 1500 झूलाघर की स्थापना करने का लक्ष्य दिया गया है। महिला बाल विकास विभाग की सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी ने महिला बाल विकास विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि झूलाघर की स्थापना के लिए गांवों में सर्वे कर बच्चों का चिन्हाकन कर लिया जाए। आंगनबाड़ी केन्द्रों में बनाए जाने वाले झूलाघरो में काम-काजी महिलाओं के 6 माह से 6 वर्ष के बच्चों की देखभाल की जाएगी।महिला बाल विकास विभाग की सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी ने आज इन्द्रावती भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में कहा कि सभी मैदानी स्तर के अधिकारी नियमित रूप से आंगनबाड़ी केन्द्रों का भ्रमण करें और इन केन्द्रों के माध्यम से दी जा रही सुविधाओं का लाभ दिलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि गंभीर कुपोषण वाले बच्चों का चिन्हांकन करके उनके पौष्टिक आहार पर विशेष ध्यान दें। पोषण ट्रैकर पोर्टल के माध्यम से ही इसकी निगरानी की जाए। मुख्यमंत्री बाल सन्दर्भ योजना का लाभ अधिक से अधिक बच्चों लाभ दिलाया जाए। योजना के तहत गंभीर बीमारी दिल की बिमारी, मानसिक रूप से दिव्यांग, कटें-फटे होंठ वाले आदि अन्य बिमारियों से प्रभावित बच्चों का चिरायु टीम के माध्यम से उच्च स्तरीय ईलाज की व्यस्था कराए।समीक्षा बैठक में श्रीमती आबिदी ने पीएम जनमन योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजातियों के बच्चों का डोर-टू-डोर सर्वे कर आंगनबाड़ी की सेवाओं से लाभान्वित किया जाए। सभी आंगनबाड़ी केंद्र में साफ-सफाई की जाए जहां रंग-रोगन की जरूरत है वहां रंग-रोगन का कार्य कराया जाए। पोषण वाटिका तैयार किए जाए। जहां पोषण वाटिका तैयार हैं वहां बच्चों को पौष्टिक सब्जियां दी जाए। इसी प्रकार जिन आंगनबाड़ी केन्द्रों में विद्युती की सुविधा उपलब्ध नही है, उन केन्द्रों में विद्युतीकरण का कार्य कराया जाए। बैठक में महिला बाल विकास विभाग की संचालक श्रीमती तुलिका प्रजापति और महिला बाल विकास विभाग के सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।बैठक में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री बाल संदर्भय योजना, चाईल्ड हेल्प लाइन, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, मुख्यमंत्री बाल उदय योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना, मिशन शक्ति, महिला जागृति शिविर आदि अन्य योजनाओं समीक्षा की गई।
- -महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टॉल में शिशुओं को कराया अन्नप्राशन, गर्भवती महिलाओं को सुपोषण किट, किशोरियों को उपहार प्रदान किया-वन विभाग में स्व सहायता समूह की महिलाओं ने कोदो, कुटकी और रागी से बनी लड्डू, कुकीज भेंट कीरायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज कबीरधाम जिले के ग्राम कुसुमघटा में किसान सम्मेलन एवं अभिनंदन कार्यक्रम स्थल पर महिला एवं बाल विकास विभाग और वन विभाग द्वारा लगाए गए स्टाल का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टॉल में शिशुओं को खीर खिलाकर अन्नप्राशन कराया। उन्होंने स्टॉल में गर्भवती महिलाओं को सुपोषण किट तथा किशोरियों को उपहार प्रदान किया। उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने भी मुख्यमंत्री के साथ स्टालों का अवलोकन किया।महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टॉल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा रेडी टू ईट से विभिन्न प्रकार के पकवान बनाए गए हैं। रेडी टू ईट से ही खुरमी, सलोनी, गुलगुला, अनरसा, अइरसा, बर्फी, सोहरी, चीला, सलोनी, हलवा, लड्डू सहित विटमिन से भरपूर फलों की प्रदर्शनी लगाई गई। स्टॉल में पोषण अभियान के तहत विभिन्न प्रकार की भाजी पालक, गोभी भाजी, तिवारा भाजी, लाल भाजी, मेथी भाजी, करामता, चना भाजी, मूलीभाजी, चौलाई भाजी, सुनसुनिया भाजी सहित फलों की प्रदर्शनी लगाई गई।वन विभाग के स्टाल में मुख्यमंत्री श्री साय को स्व सहायता समूह की महिलाओं ने कोदो, कुटकी और रागी से बनी लड्डू, कुकीज भेंट की। विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री वनधन योजना अन्तर्गत ज़िले की आदिवासी महिला समूह शिव शक्ति द्वारा अन्नपूर्णा माहुल पत्ता से दोना पत्तल और नाश्ता प्लेट बना कर आमदनी अर्जित कर रही हैं। वहीं वन धन योजना में जय देव ठाकुर, जय माँ शीतला महिला समूह और नई किरण स्व सहायता समूह हाट बाज़ार से कच्चे लघु वनोपज से संग्रहण के बाद साफ़-सफ़ाई कर विभिन्न प्रकार के खाने की सामग्री बना रही हैं। समूह की महिलाएं कोदो, कुटकी, रागी से लड्डू, कुकीज़, चावल और आटा का निर्माण करती हैं। समूह शहद प्रसंस्करण का कार्य भी करता है।इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय के साथ सांसद श्री संतोष पाण्डेय, पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा, श्री बिसराम यादव, श्री पवन साय, श्री अजय जामवाल उपस्थित रहे।
- -छत्तीसगढ़ के युवाओं की अग्निवीर योजना में भागीदारी बढ़ाने संभाग स्तरीय कार्यशालारायपुर /देश की सुरक्षा में लगे जवानों का शौर्य युवा शक्ति को सेना में जाने के लिए प्रेरित करती है। किसी भी देश की रक्षा का दारोमदार युवा शक्ति के हाथों में होती है, इसे देखते हुए हमने छत्तीसगढ़ के युवाओं को अधिक से अधिक संख्या में अग्निवीर के रूप में सेना में सहभागिता बढ़ाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया है। मुझे विश्वास है कि युवाओं के लिए यह कार्यशाला उपयोगी होगी। सेना में उनकी सहभागिता बढ़ेगी। साथ ही राज्य के युवा अग्निवीर योजना से जुडेंगे। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा आज यहां स्थानीय शहीद स्मारक भवन में अग्निवीर की भर्ती के संबंध में आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे।उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी के कथन को याद करते हुए कहा कि सरकारें आती हैं, जाती हैं, सरकारें आती, जाती रहेंगी, किंतु लोकतंत्र सदैव अमर रहता है। लोकतांत्रिक व्यवस्था की मजबूती के लिए शांति और सुरक्षा आवश्यक है। हमारी सेनाएं यह कार्य बखूबी से कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत की सीमाएं किसी अन्य देश की सीमाओं से ज्यादा विविधता और चुनौती भरा है। सेना में जाकर युवा ही इस चुनौती को स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ के युवाओं में भी देश की सीमाओं की रक्षा करने का भाव है आप सभी देश के लिए सर्वाेच्च बलिदान करने तैयार है। इसके लिए मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं।उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सेनाओं को हमें भरपूर सम्मान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब भी वे ट्रेन में सफर करते हैं और उनके सामने कोई जवान आता है, तो सबसे पहले मैं अपने स्थान से खड़े होकर उस जवान के प्रति सम्मान का भाव व्यक्त करता हूं। मेरा आप सभी से आग्रह है कि इसी प्रकार का सम्मान का भाव सेना के जवानों के प्रति व्यक्त करें।इस मौके पर उन्होंने अधिकारियों से छत्तीसगढ़ राज्य से अधिक से अधिक युवाओं का चयन अग्नि वीर भर्ती के लिए हो, इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि अग्निवीर भर्ती परीक्षा हेतु सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों से व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पंजीयन, आवेदन, वेबसाइट की जानकारी, लिखित परीक्षा, भर्ती रैली एवं चिकित्सा परीक्षण सहित अन्य आवश्यक निर्देशों की जानकारी विभिन्न माध्यमों से युवाओं तक पहुंचाई जाए। जिस राज्य के अधिक से अधिक युवाओं को लाभ मिल सके। उन्होंने अग्निवीर योजना में ऑनलाईन आवेदन की प्रक्रिया सम्पन्न कराने के लिए चॉइस सेंटर के संचालकों को भी ट्रेनिंग देने के निर्देश दिए।रोजगार और प्रशिक्षण विभाग की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने बताया कि भारतीय सैन्य बलों में छत्तीसगढ़ के अधिक से अधिक युवा सम्मिलित हो, इस उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा संचालनालय रोजगार एवं प्रशिक्षण के अधीनस्थ जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्रों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि अपने कार्य क्षेत्र में सेना भर्ती की जानकारी युवओं को देते हुए ऑनलाईन पोर्टल में पंजीयन कराएं। सभी संभागों में अग्नि वीर भर्ती हेतु कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।इस अवसर रायपुर कलेक्टर श्री गौरव कुमार सिंह, जिला पंचायत रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विश्वदीप सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।कार्यशाला में भारतीय वायु सेना भोपाल से विंग कमान्डर श्री पारस अग्रवाल एवं भारतीय थल सेना रायपुर से मेजर श्री पी. के. माथुर द्वारा अग्निवीर भर्ती के संबंध में जानकारी प्रदान की गई। रोजगार विभाग जिला रायपुर के उप संचालक श्री ए.ओ. लॉरी ने भारतीय वायु सेना के अग्निवीर भर्ती के लिए 17 जनवरी 2024 से 06 फरवरी 2024 तक एवं भारतीय थल सेना के अग्निवीर भर्ती के लिए 08 फरवरी 2024 से 21 मार्च 2024 तक होने वाले ऑनलाईन पंजीयन, भर्ती के लिए आवश्यक मापदण्ड एवं तैयारियों आदि से संबंधित विस्तृत जानकारी प्रदान की।कार्यशाला में प्रतिभागी के रूप में प्रदेश के सभी जिलों के जिला रोजगार अधिकारी, रायपुर संभाग के जिला शिक्षा अधिकारी, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के प्राचार्य, अधीक्षक, महाविद्यालयों के प्राचार्य, हायर सेकेण्डरी स्कूलों के प्राचार्य, पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों के प्राचार्य सहित शिक्षण संस्थाओं के छात्र उपस्थित थे।
- -आधुनिक एवं तकनीकी विधि से संचालित होगा माँ रूखमणी गुड़ उद्योगरायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज शुक्रवार को कबीरधाम जिले के ग्राम कुसुमघटा में आधुनिक एवं तकनीकी विधि से संचालित माँ रूखमणी गुड़ उद्योग का विधिवत शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री के साथ इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद श्री संतोष पाण्डेय एवं पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा भी उपस्थित रहे।मुख्यमंत्री श्री साय को संचालक श्री चन्द्रशेखर वर्मा ने बताया कि यह गुड़ उद्योग नई तकनीकी विधि से संचालित है। इसकी पेराई क्षमता प्रतिदिन 1200 सौ क्विंटल है। इसमें सामान्य गुड़ उद्योग की तुलना में मजदूरी अथवा कुशल श्रमिक कम लगता है। सिर्फ 25 से 30 मजदूर एवं कुशल श्रमिक की मौजूदगी में गुड़ बनने का काम शुरू हो जाएगा। इस तरह की आधुनिक एवं नई तकनीकी से संचालित गुड़ उद्योग जिले में 7-8 ही संचालित है। इसकी पेराई क्षमता अधिक होने के क्षेत्र के गन्ना उत्पादक किसानों को ज्यादा लाभ मिलेगा साथ ही जिले में गुड़ उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय के साथ डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना, श्री बिसराम यादव, श्री पवन साय, श्री अजय जामवाल उपस्थित रहे।
- रायपुर.। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव 19 जनवरी को बिलासपुर में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। वे अपने निवास कार्यालय में सवेरे दस बजे से दोपहर सवा 12 बजे तक ‘जनदर्शन’ करेंगे। वे दोपहर साढ़े 12 बजे बिलासपुर में गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय कुलपति सम्मेलन के समापन समारोह में शामिल होंगे। वे दोपहर दो बजे सीएमडी कॉलेज के वार्षिकोत्सव में शामिल होंगे। उप मुख्यमंत्री श्री साव शाम सात बजे होटल यश पैलेस में साधना न्यूज चैनल के ‘छत्तीसगढ़ के विकास की बात’ कार्यक्रम में शामिल होंगे। वे रात आठ बजे न्यू होराइजन डेंटल कॉलेज (New Horizon Dental College) के वार्षिकोत्सव में शामिल होंगे। वे बिलासपुर में रात्रि विश्राम करेंगे।
- -शासन द्वारा मार्च 2024 के पहले तक इस प्रणाली को अनिवार्य रूप से लागू करने के निर्देशरायपुर /छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी पंजीयन कार्यालयों में ई-पंजीयन साफ्टवेयर के स्थान पर राष्ट्रीय सामान्य दस्तावेज़ पंजीकरण प्रणाली (एन.जी.डी.आर.एस.) चरणबद्ध रूप से लागू करने का निर्णय लिया गया है। जिसके तहत् मार्च-2024 के पहले तक सभी पंजीयन कार्यालयों में एन.जी.डी.आर.एस. साफ्टवेयर अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा।छत्तीसगढ़ में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में एन.जी.डी.आर.एस. साफ्टवेयर को तीन पंजीयन कार्यालयों अभनपुर, महासमुन्द एवं धमतरी में प्रारंभ किया गया था। ई-पंजीयन प्रणाली की बीओटी अवधि समाप्ति उपरान्त अब सभी पंजीयन कार्यालयों में एन.जी.डी.आर. एस. साफ्टवेयर लागू करने का कार्य तेजी के साथ किया जा रहा है। इसके लिए पंजीयन विभाग द्वारा सभी प्राथमिक तैयारी की जा रही है, जिसमें हार्डवेयर उपकरणों, नेटवर्क लाईन की व्यवस्था के साथ-साथ विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।एनजीडीआरएस प्रणाली के पायलट रन के दौरान तीन पंजीयन कार्यालयों में अब तक लगभग 45 हजार से अधिक दस्तावेजों का पंजीयन किया जा चुका है। द्वितीय चरण में धमतरी एवं महासमुन्द जिले के पंजीयन कार्यालयों सराईपाली, बसना, पिथौरा, कुरूद एवं नगरी में 11 जनवरी 2024 से लागू किया गया है। शीघ्र ही एनजीडीआरएस प्रणाली को राज्य के सर्वाधिक व्यस्तता वाले रायपुर पंजीयन कार्यालय में लागू किया जाना है, जिसके सफल संचालन उपरान्त, आवश्यक हार्डवेयर सह-उपकरण स्थापन कर शेष सभी पंजीयन कार्यालयों में एनजीडीआरएस प्रणाली लागू की जाएगी।भारत सरकार द्वारा पंजीयन प्रणाली को और अधिक कारगर एवं सुविधाजनक बनाये जाने हेतु एन.आई.सी. पुणे के माध्यम से एक कॉमन जेनरिक सॉफ्टवेयर (एनजीडीआरएस) विकसित किया गया है। राज्यों के आवश्यकता के अनुरूप इस सॉफ्टवेयर को कस्टमाईज कर एनआईसी के माध्यम से लागू किया जाता है। इस प्रणाली को लागू करने के लिए एन.आई.सी. द्वारा केवल साफ्टवेयर उपलब्ध कराया जाता है, शेष सभी संशाधनों तथा परिचालन का कार्य संबंधित विभाग के द्वारा किया जाता है। इस परियोजना में अब तक देश के 11 राज्यों में एनजीडीआरएस प्रणाली से पंजीयन कार्य किया जा रहा है।एनजीडीआरएस प्रणाली में सभी राज्यों का डाटा एनआईसी के क्लाउड सर्वर में सुरक्षित रूप से संधारित होता है। केन्द्रीय रूप से डाटा संधारित होने से वेबसाईट के माध्यम से कहीं से भी सुरक्षित आई०डी० पासवर्ड के माध्यम से सभी प्रकार की आवश्यक रिपोर्ट प्राप्त करने की सुविधा है। एनजीडीआरएस साफ्टवेयर के क्रियान्वयन से पंजीयन प्रक्रिया सरलीकृत होने के साथ ही पंजीयन में लगने वाले समय में भी कमी आयेगी। राजस्व विभाग के भू-अभिलेख, ई-स्टाम्पिंग, आयकर विभाग, ई-चालान व बैंकिंग प्रणाली से जुड़े होने से विभिन्न प्रकार की व्यावहारिक सहूलियतें होंगी।एनजीडीआरएस प्रणाली में ऑनलाईन आधार एवं पैन वेरिफिकेशन के लिए संबंधित एजेन्सी से इंटीग्रेशन की कार्यवाही की जाएगी। पंजीयन शुल्क ऑनलाईन जमा करने की सुविधा हेतु बैकों से इंटीग्रेशन की कार्यवाही भी शीघ्र ही पूर्ण कर ली जाएगी। पक्षकारों को पंजीयन कार्यालय में कम से कम समय लगे एवं सुविधाजनक रूप से पंजीयन कार्य संपादित हो इसके लिए एनजीडीआरएस प्रणाली का सरलीकरण किया गया है।एनजीडीआरएस प्रणाली में ऑनलाईन आधार एवं पैन वेरिफिकेशन के लिए संबंधित एजेन्सी से इंटीग्रेशन की कार्यवाही की जाएगी। पंजीयन शुल्क ऑनलाईन जमा करने की सुविधा हेतु बैकों से इंटीग्रेशन की कार्यवाही भी शीघ्र ही पूर्ण कर ली जाएगी। पक्षकारों को पंजीयन कार्यालय में कम से कम समय लगे एवं सुविधाजनक रूप से पंजीयन कार्य संपादित हो इसके लिए एनजीडीआरएस प्रणाली का सरलीकरण किया गया है।एनजीडीआरएस प्रणाली में राजस्व विभाग के साथ इंटीग्रेशन किया गया है। जिसके तहत् पंजीयन के दौरान अचल संपत्ति के खसरा नम्बर से स्वत्त्व की रीयलटाईम जांच करने का प्रावधान है। पंजीयन के उपरान्त नामांतरण की कार्यवाही के लिए आवश्यक जानकारी राजस्व विभाग के पोर्टल में ऑनलाईन प्रेषित किये जाने का प्रावधान है।NGDRS प्रणाली आमजनता के लिए सुविधाजनक -एनजीडीआरएस प्रणाली में दस्तावेजों के पंजीयन के लिए पक्षकार अथवा उसके प्रतिनिधि द्वारा प्रथम बार वेबसाईट https://www.ngdrs.cg.gov.in/NGDRS_CG के सिटीजन पार्ट में ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन करने के उपरान्त सिटीजन लॉगिन कर ऑनलाईन उपलब्ध फार्म में पक्षकारों तथा संपत्ति विवरण को भरने पर स्वतः बाजार मूल्य, स्टाम्प शुल्क एवं पंजीयन शुल्क की गणना हो जाती है। इसके उपरान्त पक्षकारों द्वारा पंजीयन हेतु सुविधानुसार समय एवं तिथि का चयन कर स्वेच्छापूर्वक अपाइन्टमेंट लिया जाकर निर्धारित तिथि में पंजीयन कार्यालय में उपस्थित होकर मूल दस्तावेज प्रस्तुत किया जाएगा। पंजीयन की सभी कार्यवाही पंजीयन अधिकारियों के द्वारा पंजीयन कार्यालय में संपादित की जायेगी। दस्तावेज के पंजीयन की कार्यवाही अल्प समय में पूर्ण की जाकर, दस्तावेज की स्केनिंग उपरान्त पक्षकार को मूल दस्तावेज की वापसी की जाती है।पक्षकारों को दस्तावेज के पंजीयन की स्थिति से संबंधित समस्त जानकारी वेबसाईट https://www.ngdrs.cg.gov.in/NGDRS_CG तथा एसएमएस एलर्ट के माध्यम से दिये जाने का प्रावधान है। एनजीडीआरएस साफ्टवेयर को वर्तमान प्रचलित ई-पंजीयन प्रणाली की अपेक्षाकृत सरल बनाया गया है, नागरिकों के लिए सिटीजन पार्ट में प्रविष्टि की प्रक्रिया को समझने के लिए यूजर मैन्युअल भी उक्त वेबसाईट पर उपलब्ध कराया गया है। दस्तावेज तैयार करने का कार्य करने वाले वकील, दस्तावेज लेखकों के लिए भी साफ्टवेयर के संचालन संबंधी प्रशिक्षण दिया जाना है। विभाग द्वारा सभी उपयोगकर्ताओं को प्रशिक्षित करने के साथ-साथ ऑनलाईन विडियों भी जारी किया गया है। जिसके क्यूआर कोड को स्कैन किया जाकर कोई भी उपयोगकर्ता ऑनलाईन प्रशिक्षण प्राप्त कर सकता है, क्यूआर कोड़ सभी पंजीयन कार्यालयों में चस्पा किया गया है।कम्पूयटरीकृत पंजीयन प्रणाली की विशेषतापक्षकार को ऑनलाईन डाटा की प्रविष्ट कर अपॉईन्टमेंट लेना होता है। कार्यालय मे किसी प्रकार की डाटा एन्ट्री नही होती है। उप पंजीयक द्वारा पंजीयन की सभी प्रक्रिया ऑनलाईन की जाती है। ऑनलाइन संपत्ति के बाजार मूल्य की सटीक गणना के साथ नियम आधारित मूल्यांकन होने से एनजीडीआरएस प्रणाली पारदर्शी है। पक्षकार द्वारा ऑनलाईन सभी जानकारी स्वतः प्रविष्टि किये जाने से, त्रुटि की संभावना कम एवं दस्तावेज की पर्याप्त जांच संभव। डिजीटल फोटो एवं हस्ताक्षर लिये जाने का प्रावधान होने से पंजीयन प्रणाली सुरक्षित एवं भरोसेमंद है। राजस्व विभाग से इंटीग्रेशन के फलस्वरूप विक्रयशुदा खसरे तथा मालिकाना हक की जांच करना आसान हो जाएगा।
- रायपुर / छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम के तहत प्रत्येक तीन मास में कम से कम एक सम्मिलन आयोजित करने का प्रावधान है। छत्तीसगढ़ शासन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के निर्देशानुसार निर्धारित तिथियों 23 जनवरी, 14 अप्रैल, 20 अगस्त एवं 02 अक्टूबर के अतिरिक्त प्रतिवर्ष माह जून एवं नवम्बर में सुविधाजनक तिथियों में प्रत्येक ग्राम में ग्राम सभा का आयोजन अनिवार्य रूप से कराये जाने के निर्देश है। पंचायत विभाग द्वारा इस संबंध में सभी जिला कलेक्टरों को जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय एवं उनके आश्रित ग्रामों में ग्रामसभा का आयोजन करने के लिए एक समय-सारिणी तैयार कर स्थानीय आवश्यकता अनुसार अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष जिम्मेदारी देने के निर्देश दिये है।पंचायत संचालनालय द्वारा जारी निर्देशानुसार आगामी 23 जनवरी से आयोजित ग्रामसभा में विशेष रूप से चर्चा करने के लिए 17 बिन्दु तय किए हैं। इनमें ग्राम सभा की पूर्व बैठक में पारित सकल्पों के क्रियान्वयन संबंधी पालन प्रतिवेदन, पंचायतों के विगत तिमाही के आय-व्यय की समीक्षा एवं अनुमोदन, पिछली छमाही में विभिन्न योजनाओं से स्वीकृत कार्य के नाम प्राप्त राशि स्वीकृत राशि व्यय राशि एवं कार्य की अद्यतन स्थिति का वाचन करने कहा गया है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत ग्राम पंचायतों में ग्रामीण परिवारों द्वारा रोजगार की मांग तथा उपलब्ध कराये गये रोजगार की स्थिति की समीक्षा, सामाजिक सहायता कार्यक्रम अंतर्गत संचालित पेंशन योजनाओं का सामाजिक अंकेक्षण एवं हितग्राहियों का सत्यापन के संबंध में कार्यवाही करने, जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए पंचायतों द्वारा वितरित खाद्यान्न एवं उसके लाभान्वितों के नामों का वाचन करने तथा जन्म, मृत्यु एवं विवाह पंजीयन से संबंधित प्रकरणों के लंबित निराकृत एवं वितरित प्रमाण पत्रों की जानकारी, मौसमी बीमारियों के निदान एवं निवारण पर चर्चा एवं उससे निपटने चिकित्सकीय सुविधाओं का अवलोकन करना एवं इस संबंध में जागरूकता फैलाना, ग्राम पंचायतों में अनिवार्य कर के आरोपण एवं वसूली के प्रगति की समीक्षा, पंचायतों के वर्तमान पदाधिकारियों तथा अधिकारी कर्मचारियों जिनसे पंचायतों के लेखा हिसाब लेना है, अथवा बकाया राशि है, उनके नामों का वाचन किया जाए। राज्य की समस्त सड़को पर, मवेशियों (आवारा एवं पालतू) के कारण हो रहे दुर्घटनाओं में जान-माल की क्षति को रोकने हेतु उस ग्राम पंचायत क्षेत्र से गुजरने वाली समस्त सड़कों (विशेषतः राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य मार्ग तथा मुख्य जिला मार्गाे) के संबंध में सभी संभव उपायों एवं प्रभावी व्यवस्था की चर्चा, आमजनों में जागरूकता बढ़ाना एवं अपने मवेशियों को सड़कों पर खुले नहीं छोड़ने का संकल्प पारित कर चर्चा की जाए।इसके अतिरिक्त अनुसूचित क्षेत्र (संविधान के पाँचवीं अनुसूची अंतर्गत शामिल अनुसूचित क्षेत्र) की ग्राम सभाओं में पेसा नियम 19 एवं 20 के तहत् संसाधन योजना और प्रबंधन समिति तथा शांति एवं न्याय समिति पर चर्चा की जाए। ग्राम सभा में पेसा नियम 23 (1.2) के तहत् प्रस्ताव पास कर सरपंच एवं सचिव के संयुक्त हस्ताक्षर से ग्राम सभा कोष के नाम से निकटतम कोर बैकिंग सुविधायुक्त राष्ट्रीयकृत बैंक में खाता खुलवाने, पेसा नियम 2022 के कंडिका 24 एवं 25 के प्रावधानों के अंतर्गत मानव संसाधनों एवं स्थानीय संस्थाओं के समीक्षा के संबंध में चर्चा की जाए। पेसा नियम 2022 के अंतर्गत लघु जल निकायों के लीज एवं बाजारों के नीलामी, छत्तीसगढ़ गौण खनिज साधारण रेत का उत्खनन एवं व्यवसाय (अनुसूचित क्षेत्र हेतु) नियम, 2023 अंतर्गत साधारण रेत के उत्खनन एवं व्यवसाय के संबंध में चर्चा की जाए। इन बिन्दुओं के अतिरिक्त जनपद एवं ग्राम पंचायत द्वारा स्थानीय आवश्यकता को ध्यान में रखते हुये अन्य विषयवस्तु को ग्रामसभा के एजेण्डे में सम्मिलित कर चर्चा की जा सकती है।ग्राम सभा की बैठक आयोजन हेतु नोडल अधिकारी दल प्रभारी एवं सदस्य का गठन करने के निर्देश दिए गए हैं। संबंधितों से कहा गया है कि जिस ग्राम पंचायत में सचिव अतिरिक्त प्रभार में है, उस स्थिति में नोडल अधिकारी ग्रामसभा की कार्यवाही सम्पन्न करेंगे। एक समय-सारिणी तैयार कर संबंधित ग्रामों एवं ग्राम पंचायतों के मुख्यालयों में ग्राम सभा आयोजित करें।
- -उप मुख्यमंत्री स्मृति दिवस एवं आदिवासी सम्मेलन में हुए शामिल-मोहबंधा में सांस्कृतिक भवन के लिए पांच लाख रुपए देने की घोषणा कीरायपुर । उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव आज मुंगेली जिले के लोरमी विकासखण्ड के मोहबंधा में अमर शहीद वीर नारायण सिंह स्मृति दिवस एवं आदिवासी सम्मेलन में शामिल हुए। स्थानीय लोगों ने आदिवासी समाज का गमछा तथा पुष्पाहार से उनका भव्य स्वागत किया। श्री साव ने शहीद वीर नारायण सिंह के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर तथा दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने मोहबंधा में सांस्कृतिक भवन के लिए पांच लाख रुपए देने की घोषणा की।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आदिवासी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह देश के वीर सपूत थे। उन्होंने देश और समाज के लिए स्वयं को समर्पित कर दिया। शहीद वीर नारायण के जीवन से प्रेरणा लेकर आप सभी अपने जीवन में आगे बढ़े।श्री साव ने कहा कि आदिवासियों का इतिहास गौरवशाली रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आदिवासी समाज के विकास के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को योजनाओं से लाभान्वित करने प्रधानमंत्री जन मन योजना के तहत शिविर भी लगाए जा रहे हैं। लोरमी के पूर्व विधायक श्री तोखन साहू और जिला पंचायत की सदस्य श्रीमती शीलू साहू सहित अनेक जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीण कार्यक्रम में मौजूद थे।
- -ढनढनी में जूनी सरोवर मेला स्थल का किया निरीक्षणरायपुर / खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्री श्री दयाल दास बघेल ने आज बेमेतरा जिले के नवागढ़ विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम ढनढनी में मेला स्थल का निरीक्षण किया। जूनी सरोवर मेला का आयोजन 25 जनवरी को होगा। मंत्री श्री बघेल ने जूनी सरोवर मेला की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 17 जनवरी से 25 जनवरी तक छेर-छेरा पुन्नी के पावन अवसर पर श्रीमद्भागवत महापुराण एवं विशाल मेला का आयोजन किया जा रहा है। जूनी मेला का परिसर 14 एकड़ में फैला हुआ है। इस परिसर पर मेला अवधी में विभिन्न व्यवसायिक प्रतिष्ठान एवं मनोरंजन केन्द्र सजा होता है। इस मेले में आस-पास के क्षेत्रवासियों के साथ-साथ दूर-दूर के आस्थावन पर्यटक भी पहुंचते हैं ।उन्होंने मेला स्थल,सरोवर,हेलीपेड,मंच व्यवस्था, पार्किंग, सुरक्षा व्यवस्था, पेयजल, विद्युत व्यवस्था आदि की जानकारी ली। सरोवर की साफ सफाई कराने,मंदिर परिसर और सरोवर के चारो तरफ पौधे लगवायें। मंदिर के टूटे हुए गेट एवं रेलिंग को सही करवाने के निर्देश दिए।
- -किसानों को 25,678 करोड़ रूपए का भुगतान-कस्टम मीलिंग के लिए 76 लाख मीट्रिक टन धान का उठावरायपुर /छत्तीसगढ़ में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 के तहत एक नवंबर 2023 से धान खरीदी का अभियान निरंतर जारी है। राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष मोदी की गारंटी के अनुरूप किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान की खरीदी की जा रही है। राज्य सरकार द्वारा अब तक किसानों से 118.81 लाख मीट्रिक टन धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा चुकी है। धान के एवज में किसानों को 25678 करोड़ रूपए से अधिक की राशि का भुगतान बैंक के माध्यम से किया गया है।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान विक्रय का लाभ पूर्व में धान बेच चुके किसानों को भी मिलेगा। इसका आशय यह है कि एक नवम्बर से अब तक पूर्व निर्धारित मात्रा के अनुरूप धान बेच चुके किसान, शेष मात्रा का धान, उपार्जन केन्द्र में 31 जनवरी तक बेच सकेंगे। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में 130 लाख मीट्रिक टन धान उपार्जन का लक्ष्य रखा गया है।मार्कफेड के महाप्रबंधक से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में समर्थन मूल्य पर अब तक 21 लाख 91 हजार 935 किसानों से 118 लाख 81 हजार 335 मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है। इसके एवज में किसानों को 25 हजार 678 करोड़ रूपए से अधिक की राशि का भुगतान बैंक के माध्यम से किया गया है। धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए निरंतर धान का उठाव जारी है। अब तक 94 लाख 77 हजार 669 मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है। जिसके विरूद्ध मिलर्स द्वारा 76 लाख 206 मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है।
- -छत्तीसगढ़ के आदिवासी छात्र-छात्राओं ने संसद का भ्रमण किया-भारत के उपराष्ट्रपति से मुलाकात कीरायपुर / भारत के उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने कहा है कि आदिवासी हमारे देश की शान हैं। उप राष्ट्रपति ने अपने निवास पर छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश से आए आदिवासी छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा “मैं आपको यही कहूंगा कि आप इस देश के मालिक हैं। आप जमीन से जितना जुड़े हुए हैं और कोई वर्ग नहीं जुड़ा हुआ है’’।छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल बीजापुर, सुकमा, बस्तर, दंतेवाड़ा, कांकेर, नारायणपुर और राजनांदगांव जिले के 140 आदिवासी छात्र-छात्राएं और मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के 60 छात्र-छात्राएं आज उप राष्ट्रपति से ‘जनजातीय युवा एक्सचेंज कार्यक्रम’ के तहत उप राष्ट्रपति के निवास पर उनसे मुलाकात के लिए पहुंचे थे। इस वर्ष देश भर के 25 प्रमुख शहरों में ‘जनजातीय युवा एक्सचेंज कार्यक्रम’ कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। प्रत्येक कार्यक्रम में 200 प्रतिभागी होते हैं। गुरुग्राम (हरियाणा) में भी एक कार्यक्रम 15 से 21 जनवरी, 2024 तक हो रहा है। इस कार्यक्रम में भाग ले रहे छात्र-छात्राएं आज उप राष्ट्रपति से मिले। छत्तीसगढ़-मध्य प्रदेश के आदिवासी छात्र-छात्राओं ने ‘जनजातीय युवा एक्सचेंज कार्यक्रम’ के तहत संसद का भ्रमण भी किया।गौरतलब है कि गृह मंत्रालय द्वारा पिछले 15 वर्षों से जनजातीय युवा एक्सचेंज कार्यक्रम (TYEP) का संचालन युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के नेहरू युवा केंद्र संगठन (NYKS) के माध्यम से किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में दूर-दराज के व उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के जनजातीय युवक-युवतियों को देश भर के प्रमुख शहरों में भ्रमण पर ले कर जाते हैं। इस कार्यक्रम के उद्देेश्य प्रमुखतः आदिवासी युवाओं की आकांक्षा (Aspiration) बढ़ाना, उन्हें देश की विकास गतिविधियों, योजनाओं व रोजगार के अवसरों से अवगत कराना और देश के दूसरे भागों के युवाओं से मिलवाना है।उपराष्ट्रपति ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि 2024 की शुरुआत मेरे लिए, राज्यसभा परिवार के लिए और उपराष्ट्रपति के परिवार के लिए बहुत ही सौभाग्यशाली रहेगी क्योंकि आपके कदम यहां पड़ चुके हैं। श्री धनखड़ ने कहा कि जनजाति की ताकत, इनके महत्व और प्रतिभा को समझना है तो राष्ट्रपति भवन चले जाइए। जनजाति वर्ग की श्रीमती द्रौपदी मुर्मु भारत की राष्ट्रपति हैं। भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा और जीवंत लोकतंत्र है, जो तेजी से प्रगति की राह पर आगे बढ़ रहा है। श्री धनखड़ ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की स्मृति में जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि आज भारत अमृत काल में है। दुनिया हमारी प्रगति को देखकर आश्चर्यचकित है। उपराष्ट्रपति ने उपस्थित छात्र-छात्राओं से कहा कि आपके सबल कंधों पर विकसित भारत के निर्माण का दायित्व है। उन्होंने सभी छात्रों को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं दी।
- -टाटामारी में पहुंच रहे विदेशी पर्यटक-देश-विदेश के एक लाख से अधिक पर्यटकों ने की टाटामारी की सैररायपुर / छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के कोण्डागांव जिले का टाटामारी तेजी से टूरिज्म हॉटस्पॉट के रूप में उभरा है। यहां की प्राकृतिक सुन्दरता का लुत्फ उठाने बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी पहुंच रहे हैं। साल भर के भीतर देश-विदेश के एक लाख से अधिक पर्यटकों ने टाटामारी की सैर कर ली है। फ्रांस की एक पर्यटक को तो टाटामारी इतना अच्छा लगा कि वे दोबारा अपनी मां को लेकर सैर के लिए टाटामारी पहुंचीं।कोण्डागांव अपने आप में ढेरों प्राकृतिक संसाधनों के साथ अमूल्य सांस्कृतिक एवं पारम्परिक कलाओं को समेटे हुए है। यहां की संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्यता अपने आप में विलक्षण है। इन सभी संसाधनों से पूर्व में पूरा विश्व अनभिज्ञ था। जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा जिले में मावा कोंडानार पर्यटन सर्किट का विकास किया गया है। इस सर्किट के बन जाने से जिले में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। जहां एक वर्ष में टाटामारी में देश-विदेश के 01 लाख से अधिक लोगों ने टाटामारी के विहंगम दृश्यों का आनंद लिया है।फ्रांस से आयी पर्यटक क्लेयर ने बताया कि उन्होंने दो बार टाटामारी और कोण्डागांव का भ्रमण किया है। पहली बार जब अपने दोस्तों के साथ आयी तो उन्हें यहां की प्राकृतिक खुबसूरती इतनी अच्छी लगी की जब अपनी मां को भी इसके संबंध में बताया तो वे भी मेरे साथ कोण्डागांव का भ्रमण करने आयी थी।फ्रांस के ही अल्बाने एवं गेल ने बताया कि वे इससे पहले कई स्थानों पर गये हैं परंतु कोण्डागांव में आदिम परम्परा और यहां के लोगों की सादगी उन्हें बहुत पसंद आयी। आदिवासी लोगों से मिलकर एवं उनकी दिनचर्या को पास से देखने का मौका मिला जिससे उन्हें बहुत खुशी मिली।फिनलेंड के थॉमस, निकोडेम, टोपीयाज ने कहा कि कोण्डागांव में स्थानीय युवाओं द्वारा हमें ट्रेकिंग करते हुए जलप्रपातों, वनस्पतियों को देखना एवं प्रकृति के बीच प्राकृतिक माहौल में मांझिनगढ़ के ऊपर कैम्पिंग करने का अनुभव अपने आप में अनूठा था। उन्हें यहां आकर बहुत खुशी महसूस हुई।युवाओं के बीच सिविल सेवाओं की तैयारी हेतु प्रसिद्ध असिस्टेंट प्रोफसर एवं कांउसलर डॉ. विजेन्द्र सिंह चौहान हाल ही में बस्तर के प्रवास पर थे। उन्होंने अपने प्रवास की शुरूआत कोण्डागांव जिले के टाटामारी पर्यटन स्थल से की। जैसे ही वे टाटामारी पहुंचे टाटामारी के प्राकृतिक सौदर्य एवं विहंगम दृश्य को देखकर मंत्र मुग्ध हो गये और वे अपने आप को वहां के प्राकृतिक सौदंर्य का वीडियो बनाने से नहीं रोक पाये और एक ट्रेवल ब्लॉगर की तरह अपने सोशल मीडिया एकाउंट के माध्यम से यहां की सुंदरता को वर्णित करते हुए कहा कि अक्सर बस्तर को अशांति से जोड़ा जाता है पर टाटामारी को देखकर आप इसकी तुलना केवल स्वर्ग से कर सकते हैं।जगदलपुर से कोण्डागांव घुमने आये 36 सदस्यी दल के महेश ने बताया कि उनके कार्यालय वर्म फाईनेंश के सभी लोगों ने जब कोण्डागांव में घूमने का सोचा तो उन्हें इसकी खूबसूरती का अंदाजा नहीं था। यहां सभी ने ट्रेकिंग के साथ मांझिनगढ़ के दृश्यों का आनंद लिया। जो अभूतपूर्व था।इसी प्रकार नये साल के उत्सव में लिमदरहा में कैम्पिंग कर लोगों ने चंद्रमा एवं तारों को टेलीस्कोप की सहायता से देखा। विगत एक वर्ष में टाटामारी जहां अकेले 01 लाख से अधिक पर्यटक आये वहीं कुंएमारी जलप्रपात को देखने 97 हजार, होनहेड़ जलप्रपात में 72 हजार पर्यटक देखने को जिससे स्थानीय लोगों को भी आजीविका का नया साधन प्राप्त हुआ है।कोण्डागांव को शिल्प नगरी के रूप में जाना जाता है। इसे पर्यटन क्षेत्र में पहचान दिलाने के लिए समय समय पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिसमंे कोण्डागांव हस्तशिल्प महोत्सव, जल जगंल यात्रा, कोण्डागांव एडवेंचर फेस्टिवल, फायर फ्लाई ट्रेल, हेरिटेज वॉक, स्टार गेजिंग फेस्टिवल, भंगाराम यात्रा, मांझिनगढ़ वन महोत्सव, फ्रिडम ट्रेक आदि आयोजन कराया जा चुका है।क्या है मावा कोंडानार सर्किट-कोण्डागांव जिले में पर्यटन की क्षमता के विकास के द्वारा स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार प्रदान करने के लिए उन्हें पर्यटकों के लिए टूर गाईड, हॉस्पिटालिटी एवं अन्य क्षेत्रों में कार्य करने हेतु अवसर प्रदान किया जा रहा है। स्थानीय महिला समूहों को पर्यटन क्षेत्रों के निकट जलपान व्यवस्था द्वारा रोजगार उपलब्ध कराये जा रहे हैं। इस सर्किट में घुमाने हेतु स्थानीय युवाओं के पर्यटन समूहों द्वारा दो दिन तक का पैकेज तैयार किया गया है। जिसमें टाटामारी में विश्राम, नाइट कैम्पिंग, स्टॉर गेजिंग, स्टोरी टेलिंग, बोन फायर, हर्बल टी, पारम्परिक आदिवासी भोजन, सुर्याेदय का विहंगम दृश्य, मांझिनगढ़ में आदिम काल के शैल चित्र सूर्यास्त का विहंगम दृश्य के अतिरिक्त कुएंमारी, लिंगोदरहा, ऊपरबेदी एवं होनहेड़ जैसे सुंदर जलप्रपातों का भ्रमण कराया जाता है। इस सर्किट के माध्यम से यहां के स्थानीय 40 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष एवं 200 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त हो रहा है। इस सर्किट में पर्यटन हेतु ऑनलाइन बुकिंग केशकाल ईको टूरिज्म की वेबसाइट https:èèwww.keshkalecotourism.inèk~ पर जाकर कराया जा सकता है।
- -उज्ज्वला गैस से सुशीला, जानकी के उज्ज्वल होते सपने-झरना, डेरहीन को मिली 5 लाख तक के इलाज की गारंटी-त्रिवेणी, सावित्री को पानी भरने के लिए अब दूर नहीं जाना पड़ता-ज्योति और पुन्नी का पूरा हुआ पक्के घर का सपनारायपुर / विकसित भारत संकल्प यात्रा से लोगों के सपने साकार हो रहे हैं। यात्रा के दौरान लगाए गए शिविर स्थलों पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जन, महिलाएं, युवा, सहित ऐसे हितग्राही जो पात्र हैं और जिन्हें योजना से लाभ मिलने की उम्मीद है उनकी उम्मीदें भी पूरी हो रही हैं। महासमुंद जिला में अभी तक 377 ग्राम पंचायतों में संकल्प यात्रा के शिविरों का आयोजन किया जा चुका है। यात्रा के दौरान हितग्राही पूरे उत्साह से उन्हें मिले लाभ की जानकारी “मेरी कहानी मेरी जुबानी“ के रूप में साझा कर रहे हैं।ग्राम खैरझिटी की श्रीमती कुसुमलता चेलक एवं श्रीमती जानकी कोसले ने शासन की योजनाओं से मिले लाभ और अपने जीवन में आए बदलाव को साझा किया। उन्होंने बताया कि उज्ज्वला योजना के अंतर्गत गैस कनेक्शन मिलने से उन्हें चूल्हे के धुंए से राहत मिली है। इसी तरह के विचार भुनेश्वरी कोसले व लता चंद्राकर ने भी व्यक्त किए। ग्राम साराडीह में उज्ज्वला गैस से लाभान्वित हुई श्रीमती सुशीला साहू ने बताया कि इस कैम्प में मुझे उज्ज्वला गैस कनेक्शन प्राप्त हुआ। जिसमें एक सिलेंडर, चूल्हा, पाईप आदि शामिल हैं। अब मुझे लकड़ी और धुएं से मुक्ति मिलेगी। बेलटुकरी शिविर में उषा बाई ने बताया कि जब से उज्ज्वला योजना अंतर्गत गैस मिला है, तब से जल्दी खाना बन जाता है। समय और मेहनत कम लगती है।ग्राम साराडीह की श्रीमती झरना साहू ने बताया कि उनका आयुष्मान कार्ड से एक लाख 50 हजार रुपए का निःशुल्क इलाज हुआ है। उन्होंने बताया कि डिलीवरी के दौरान विषम परिस्थिति के कारण स्वास्थ्यगत समस्याओं का सामना करना पड़ा। इस दौरान डॉक्टर ने बताया कि इलाज में लगभग डेढ़ लाख रुपए खर्च होंगे। ऐसे समय में आयुष्मान कार्ड का सहारा मिला। यदि उस परिस्थिति में आयुष्मान कार्ड नहीं होता तो शायद मेरा इलाज सम्भव नहीं हो पाता। कार्ड के माध्यम से ही निःशुल्क उपचार के पश्चात मुझे और मेरी बेटी को नयी जिंदगी मिली। आज मैं अपने गुड़िया के साथ बेहद खुश हूं। इसी तरह ग्राम बेलटुकरी में श्रीमती डेरहिन कोशले ने बताया कि उनको प्रथम डिलिवरी के लिए निजी अस्पताल जाना पड़ा लेकिन आयुष्मान कार्ड उपलब्ध होने के कारण निःशुल्क उपचार हो गया। इससे मुझे बहुत सहायता मिली।‘मेरी कहानी मेरी जुबानी’ अंतर्गत ज्योति निर्मलकर ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने आवास की जानकारी देते हुए कहा कि यह आवास हम जैसे गरीब परिवार के लिए एक सपना ही था। हम जैसे गरीबों का सपना मोदी सरकार ने पूरा किया है। इसी तरह साराडीह शिविर में प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत ईश्वर यादव, पुन्नी यादव एवं भीष्मति साहू ने मेरी कहानी मेरी जुबानी अंतर्गत अपने विचार रखे।साराडीह शिविर में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल कनेक्शन की हितग्राही त्रिवेणी, सावित्री ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि पानी की समस्या हमारे लिए बहुत ही तकलीफ दायक थी। हमें पानी के लिए बहुत दूर चलकर जाना पड़ता था। कई बार वहां भी भीड़ के कारण तनाव की नौबत आ जाती थी। अब हर घर नल कनेक्शन से हमें इन समस्याओं से निजात मिली है। हमारे आंगन में नल से पानी मिल रहा है अब हम बेहद खुश है। इसी तरह बेलटुकरी शिविर में नल जल योजना के बारे में लक्ष्मी चंद्राकर और राधा साहू ने कहा कि अब शुद्ध पेयजल सपना नहीं रहा अब घर में लगे नल से पर्याप्त पानी मिल रहा है।वहीं ग्राम कांपा में प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना से लाभान्वित किसान श्री मिलन साहू ने बताया कि उन्हें अब तक 15 किस्तों की राशि प्राप्त हो गई है। इससे मुझे कृषि कार्य में काफी सहयोग मिला। ‘मेरी कहानी मेरी जुबानी’ अंतर्गत लमकेनी समूह की मानमोती ने बताया कि उन्हें प्रतिमाह लगभग 12 से 15 हजार रुपए की आमदनी होती है। बैंक से उन्हें एक लाख रुपए का ऋण भी मिला है। इसी तरह बेलटुकरी में महिला समूह की ज्ञान बाई ने बताया कि उनके समूह ने 3 लाख रुपए का लोन लेकर टेंट और सब्जी बाड़ी का अपना काम शुरू किया। आज वे स्वावलंबी है। इस तरह विकसित भारत संकल्प यात्रा से लोगों के सपने साकार हो रहे हैं।
- -मुख्यमंत्री श्री साय ग्राम कुसुमघटा में आयोजित किसान सम्मेलन एवं अभिनंदन कार्यक्रम में हुए शामिल-मुख्यमंत्री का तुलसी माला, शस्त्र और शास्त्र भेंट कर अभिनंदन किया गयारायपुर / प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज कबीरधाम जिले के बोड़ला विकासखंड के ग्राम कुसुमघटा में आयोजित किसान सम्मेलन एवं अभिनंदन कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के पहंुचने पर क्षेत्रवासियों, ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया। सर्वप्रथम मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों ने भगवान राम के तैल चित्र पर पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री श्री साय को तुलसी माला, शस्त्र और शास्त्र भेंट, अभिनंदन किया गया। मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद श्री संतोष पाण्डेय, पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा, डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना, श्री बिसराम यादव, श्री पवन साय, श्री अजय जामवाल, श्री चंद्रशेखर वर्मा भी उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री पद का दायित्व सम्हालने के बाद पहली बार कवर्धा आगमन हुआ है। इस अवसर पर आप सभी का स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा कि मोदी जी गारंटी के अनुरूप आप लोगों ने हम पर जो विश्वास किया है। मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूं कि मोदी के गारंटी में जो वायदे किए गए हैं उसे पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल के गठन हुए एक महीना ही हुआ है और इतने कम समय में मोदी जी के गांरटी को पूरा करने की ओर कदम बढ़ा चुके है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश में 18 लाख परिवारों को प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति दी। हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन सुशासन दिवस पर 02 वर्ष की धान की बोनस राशि 3 हजार 716 करोड़ रूपए 12 लाख से अधिक किसानों के खाते में अंतरित की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (पीएससी) भर्ती मामले की सीबीआई जांच कराने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के शिक्षित युवाओं के साथ धोखाधड़ी करने वालों पर सख्ती से कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर किसानों से प्रति एकड़ अधिकतम 21 किं्वटल धान खरीदी 3100 रूपए प्रति किं्वटल के मान से की जा रही है। उन्होंने कहा कि समर्थन मूल्य के अतिरिक्त अंतर की राशि जल्द ही किसानों के खाते में पहंुच जाएगी। किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना के लिए बजट में प्रावधान कर लिया गया है। प्रतिवर्ष 12 हजार रूपए की राशि माताओं के खाते में डाली जाएगी। उन्होंने कहा कि तेंदूपत्ता की खरीदी 5500 रूपए में की जाएगी, इसके लिए 4000 रूपए बोनस का भी प्रावधान है। कार्डधारियों को 500 रूपए में सिलेंडर दिया जाएगा। भूमिहीन मजदूरों को प्रतिवर्ष 10 हजार रूपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी वायदों को मोदी जी की गारंटी में पूरा किया जाएगा।छत्तीसगढ़ भगवान श्री राम का ननिहाल, अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर मनाएं उत्सव: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायमुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया कहावत को चरितार्थ करना है। आज 18 जनवरी को भगवान श्री राम मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश किए है। इसके लिए आप सभी को बधाई। आने वाले 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम मंदिर में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की धरती है, भगवान श्री राम का ननिहाल वाला प्रदेश है। इसलिए हमको और अधिक खुशी के साथ उत्सव के रूप में मनाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश सहित छत्तीसगढ़ प्रदेश राममय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी को दीवाली के तर्ज पर सभी अपने घरों में दिया जलाएं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आवहान पर मंदिरों में स्वच्छता अभियान के तहत साफ-सफाई करना है।सभी समाज प्रमुखों का किया गया स्वागतकिसान सम्मेलन एवं अभिनंदन कार्यक्रम में सभी समाज प्रमुखों का भी आत्मीय स्वागत किया गया। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने सभी समाज प्रमुखों कों रामचरित मानस और तुलसी के माला से स्वागत किया।
- -खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा युवा उत्सव में हुए शामिल-मर्मस्पर्शी काव्यपाठ से कवियों ने बांधा भक्तिमय शमा- युवाओं ने किया प्रतिभा का उम्दा प्रदर्शन, 25 श्रीयुवा हुए सम्मानितरायपुर /युवा सप्ताह अन्तर्गत गुरुवार को जिला मुख्यालय बलौदाबाजार स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर भवन में जिला प्रशासन तथा खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में जिला स्तरीय युवा उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। अतिथियों के द्वारा मां सरस्वती, छत्तीसगढ़ महतारी एवं स्वामी विवेकानन्द के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर युवा उत्सव का शुभारंभ किया गया। युवा उत्सव में मुख्य वक्ता पाटेश्वर धाम बालोद के संत रामबालक दास महात्यागी एवं रामकृष्ण मिशन विवेकानंद विद्यापीठ नारायणपुर के प्राचार्य स्वामी कृष्णामृतानंद ने स्वामी विवेकानंद के संदेशों पर सारगर्भित व्याख्यान दिया। इस अवसर पर प्रदेश के सिद्धहस्त कवि श्री मीर अली मीर, श्री देवेंद्र परिहार एवं श्री महेंद्र बेजुबां ने काव्यपाठ से भक्तिमय शमा बांधा। युवाओं ने वाद्य, गायन, नृत्य आदि विधाओं में अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन किया। इस अवसर पर 25 श्रीयुवाओं, 3 सांस्कृतिक मंडली को सम्मानित भी किया गया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की जयंती पर हर वर्ष 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है तथा 12 से 18 जनवरी तक युवा सप्ताह का आयोजन किया जाता है। स्वामी विवेकानंद हमारे पुरोधा हैं। उन्होंने भारतीय संस्कृति और सभ्यता को देश-दुनिया में पहुंचाया। उनके जीवन से प्रेरणा लेकर किसी भी लक्ष्य तक पहुंचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि हर काम संभव है लेकिन उसके लिए ईमानदारी व लगन से मेहनत करना जरूरी है। युवा अपनी ताकत सही दिशा में लगाकर सफलता प्राप्त कर सकते हैं। सृष्टि ने मनुष्य को बहुत ताकत दी है,उस ताकत को सही दिशा में लगाना जरूरी है। उन्होंने जीवन मे लक्ष्य निर्धारण की अहमियत बताने के लिए तमिलनाडु की एन.अम्बिका के द्वारा लक्ष्य प्राप्ति के लिए किए गए संघर्ष की कहानी भी सुनाई।जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राकेश वर्मा ने कहा कि युवा उत्सव का मुख्य उद्देश्य युवाओं की प्रतिभा निखारना और उन्हें एक मंच प्रदान करना है। युवा देश के भावी पीढ़ी हैं उन्हें संस्कारवान बनाना हम सब की जिम्मेदारी है। युवा उत्सव में इस बार भक्तिमय माहौल निर्मित है जो स्वागत योग्य है। कार्यक्रम को नगरपालिका परिषद बलौदाबाजार के अध्यक्ष श्री चित्तावर जायसवाल, शिक्षाविद श्री खोडस राम कश्यप, पूर्व नागपालिका अध्यक्ष श्री अशोक जैन, सेवानिवृत्त प्राध्यापक श्री एसएम पाध्ये ने भी संबोधित किया।इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष श्रीमती सुमन वर्मा,पार्षद श्रीमती सविता साहू, श्री विजय केशरवानी, श्री नरेश केशरवानी, श्री टेसू लाल धुरंधर, अपर कलेक्टर द्वय श्री व्ही. सी. एक्का एवं श्री अनुपम तिवारी, जिला खेल अधिकारी श्रीमती प्रीति बंछोर सहित अन्य अधिकारी- कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में युवा मौजूद थे।
- -कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित संजीवनी धान के तीन इम्यूनोबूस्टर उत्पादों का लोकार्पण करेंगे- कृषि स्टार्टअप तथा पोषण एवं लोक स्वास्थ्य पर केन्द्रित दो संगोष्ठियों का शुभारंभ भी करेंगेरायपुर, / भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ 20 जनवरी को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के 38वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। श्री धनखड़ इस अवसर पर कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित शरीर की प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने में कारगर धान की नवीन किस्म संजीवनी से निर्मित तीन उत्पादों का लोकार्पण भी करेंगे। यह किस्म इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा भाभा अटॉमिक रिसर्च सेन्टर, मुम्बई के साथ किये गये अनुसंधान द्वारा विकसित की गई है। उपराष्ट्रपति इस अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित दो संगोष्ठियों का शुभारंभ भी करेंगे जिनमें से एक कृषि के क्षेत्र में स्टार्टअप, नवाचार एवं उद्यमिता विकास पर केन्द्रित होगी तथा एक अन्य संगोष्ठी कृषि, पोषण एवं लोक स्वास्थ्य पर केन्द्रित होगी। श्री धनखड़ इस मौके पर कृषि विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित किसानोपयोगी ‘‘कृषि पंचांग 2024’’ का विमोचन भी करेंगे। समारोह की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन करेंगे। समारोह में अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री द्वय श्री अरूण साव तथा श्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम और विशिष्ट अतिथि के रूप में सांसद रायपुर श्री सुनील सोनी, धरसींवा विधायक श्री अनुज शर्मा तथा रायपुर ग्रामीण विधायक श्री मोतीलाल साहू भी उपस्थित रहेंगे।स्थापना दिवस समरोह में उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित धान की इम्यूनोबूस्टर एवं कैंसर रोधी किस्म संजीवनी से निर्मित तीन उत्पादों संजीवनी इंस्टैन्ट, संजीवनी मधु कल्क तथा संजीवनी राइस बार का लोकार्पण करेंगे। उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने छत्तीसगढ़ के पारंपरिक ज्ञान का उपयोग करते हुए धान की एक नवीन औषधीय किस्म ‘‘संजीवनी’’ विकसित की है जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने तथा कैंसर कोशिकाओं की रोक-थाम में उपयोगी पाई गई है। संजीवनी का विकास छत्तीसगढ़ की पारंपरिक देशी औषधीय धान की किस्मों से चयन द्वारा किया गया है। इसके औषधीय गुणों के वैज्ञानिक आधार का विस्तृत विश्लेषण कर एक ऐसी प्रजाति का विकास किया गया है जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सक्षम है तथा केवल 10 दिन तक इसका उपयोग करने पर प्रतिरोधक क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। यह किस्म भाभा अटॉमिक रिसर्च सेन्टर, मुम्बई के सहयोग से विगत छह वर्षां तक किये गये अनुसंधान के द्वारा विकसित की गई है।विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर कृषि के क्षेत्र में नवाचार एवं उद्यम की संभावनाओं एवं चुनौतियों पर विचार विमर्श के लिए एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें कृषि आधारित स्टार्टअप एवं नवाचार से संबंधित विभिन्न विषयों पर देश एवं प्रदेश के विख्यात विशेषज्ञ युवाओं एवं छात्रों का मार्गदर्शन करेंगे। संगोष्ठी में खाद्य एवं पोषण सुरक्षा के लिए शासकीय नीतियों, नवाचार में स्टार्टअप की भूमिका, कृषि उद्योगों का उन्नयन, नवाचार के प्रोत्साहन के लिए औद्योगिक नीति, कृषि निर्यात के माध्यम से उद्यमिता का विकास, आदि पर विचार-मंथन किया जाएगा। इस संगोष्ठी में स्टार्टअप उद्यमी, नवाचारी विद्यार्थी, उद्योग प्रतिष्ठान, निवेशक, शासकीय संस्थाएं, कृषि उत्पादक संघ, प्रगतिशील कृषक एवं कृषि उद्यमी शामिल होंगे। संगोष्ठी में र्स्टाटअप एवं उद्यमिता विकास, बाजार एवं उद्योगों से संबंध, नेटवर्किंग के अवसर, ज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का उन्नयन विषयों पर चर्चा की जाएगी एवं नवीन स्टार्टअप द्वारा निर्मित उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा। संगोष्ठी के दौरान सफल स्टार्टअप की सफलता की कहानी भी बताई जाएगी।कृषि पोषण एवं लोक स्वास्थ्य विषय पर संगोष्ठी का आयोजन पौष्टिक आहार, सूक्ष्म पोषक तत्वों के महत्व एवं पोषक तत्वों से परिपूर्ण आहार के प्रति जनजागरूकता उत्पन्न करने हेतु किया जा रहा है। इस संगोष्ठी में फूड फोर्टिफीकेशन, बायोफोर्टिफीकेशन एवं फंक्शनल फूड, पोषक खाद्य पदार्थां के उत्पाद एवं पोषण सुरक्षा, लोक स्वास्थ्य के क्षेत्र में खाद्य उद्यगों की भूमिका, वितरण एवं उपयोग संबंधित नीतियों एवं नियमों पर चर्चा की जाएगी। संगोष्ठी में छत्तीसगढ़ शासन के कृषि, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, स्कूल शिक्षा (मध्यान्ह भोजन) के प्रतिनिधि, कृषि विश्वविद्यालय, चिकित्सा महाविद्यालय, विज्ञान महाविद्यालय एवं अन्य विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि, यूनाईटेड नेशन्स वर्ल्ड फूड प्रोगाम, बिल एवं मिलिण्डा गेट्स फऊण्डेशन के प्रतिनिधि, प्रगतिशील कृषक, खाद्य एवं कृषि उद्योगों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर की स्थापना 20 जनवरी 1987 को हुई थी। इस विश्वविद्यालय को छत्तीसगढ़ प्रदेश में कृषि शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार की जिम्मेदारी दी गई है, जिसे विश्वविद्यालय अपने 28 महाविद्यालयों, 08 अनुसंधान केन्द्रों एवं 27 कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से संचालित कर रहा है। विश्वविद्यालय की स्थापना के पश्चात् 52 फसलों की लगभग 162 प्रजातियों का विकास किया गया है एवं कृषि से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए 100 से अधिक तकनीकें विकसित की गई है। स्थापना दिवस समारोह में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, कुलसचिव श्री जी.के. निर्माम सहित विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, विभिन्न शासकीय विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, प्रगतिशील कृषकगण तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहेंगे।



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