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- -जिले के अधिकारी- कर्मचारियों ने झीरम घटना के शहीदों को नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित कीबालोद // झीरम श्रद्धांजलि दिवस के अवसर पर आज कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने संयुक्त जिला कार्यालय परिसर में अधिकारी कर्मचारियों को अहिंसा और सहनशीलता की परंपरा में दृढ़ विश्वास करते हुए सभी प्रकार के नक्सलवाद और हिंसा का डटकर विरोध करते हुआ राज्य को पुनः शांति का टापू बनाने का संकल्प लेने की शपथ दिलाई। झीरम श्रद्धांजलि दिवस के अवसर पर आज बालोद जिले के अधिकारी कर्मचारियों ने अपने-अपने कार्यालयों में झीरम घटना में शहीद हुए शहीदों के सम्मान में 2 मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने सभी प्रकार के हिंसा और नक्सलवाद का डटकर विरोध करने का संकल्प भी लिया। संयुक्त जिला कार्यालय परिसर में आज एडीएम श्रीमती इंदिरा तोमर संयुक्त कलेक्टर श्री गायकवाड एवम योगेंद्र श्रीवास सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
- भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई के महापौर नीरज पाल ने आज डी मार्ट के समीप एवं कोसनागर गौठान का अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। उन्होंने गौठान में मौजूद सारी व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा स्व सहायता समूह की महिलाओं एवं उपस्थित अधिकारियों के साथ आजीविका मूलक गतिविधियों को लेकर चर्चा की। गौठान के देखरेख करने वाले कर्मचारी तथा उपस्थित स्व सहायता समूह की महिलाओं व अधिकारियों ने महापौर को जानकारी देते हुए बताया कि गौठान में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं है। पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में चारा और पानी उपलब्ध है। पशुओं की देखभाल अच्छे से की जा रही है। पशु चिकित्सालय के चिकित्सक पशुओं का निरंतर परीक्षण और उपचार कर रहे हैं। गौ सेवकों के माध्यम से हरा चारा प्रतिदिन उपलब्ध हो रहा है। पशुपालकों से गोबर खरीद कर उच्च गुणवत्ता का वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जा रहा है। पशुओं के लिए शेड की व्यवस्था मौजूद है। मवेशियों की उचित देखभाल के लिए गौठान में कर्मचारी उपलब्ध है। महापौर नीरज पाल ने निरीक्षण के दौरान कहा कि गौठान में हर प्रकार की सुविधाएं मौजूद है इसके बावजूद किसी भी प्रकार का भ्रम न फैलाएं। निरीक्षण के दौरान जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी, जोन आयुक्त राजेंद्र नायक, नोडल अधिकारी प्रीति सिंह, कार्यपालन अभियंता विनीता वर्मा, सहायक अभियंता आर एस राजपूत, उप अभियंता अर्पित बंजारे एवं पुरुषोत्तम सिन्हा आदि मौजूद रहे।
- - चौक-चौराहों के सौंदर्यीकरण के प्लानिंग के दिए निर्देश, महापौर नीरज पाल एवं निगम आयुक्त रोहित व्यास ने ली समीक्षा बैठकभिलाई नगर/ भिलाई निगम महापौर नीरज पाल एवं निगम आयुक्त रोहित व्यास ने आज निगम के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। समीक्षा बैठक में चौक-चौराहों के सौंदर्यीकरण को लेकर प्लानिंग के निर्देश दिए गए हैं। सड़कों के डामरीकरण एवं मरम्मत तथा संधारण के कार्यों को 15 जून के पूर्व पूर्ण करने के निर्देश दिए गए, इसके साथ ही सड़कों की स्थिति को बारिश से पूर्व दुरुस्त करने कहा गया है। महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट जैसे तारामंडल, रीपा की तर्ज पर अर्बन कॉटेज, गारमेंट फैक्ट्री, स्विमिंग पुल, ऑडिटोरियम, अर्बन इंडस्ट्रियल पार्क, सुपेला अस्पताल का विकास कार्य तथा ट्रेफिक पार्क के प्रगति को लेकर भी विस्तार से समीक्षा हुई। महापौर एवं आयुक्त ने नेहरू नगर चौक, सम्राट अशोक चौक, पावर हाउस चौक, मरोदा टैंक, पावर हाउस बस स्टैंड, छावनी चौक, साक्षरता चौक, सूर्या मॉल चौक, जूनवानी चौक आदि के सौंदर्यीकरण को लेकर प्लानिंग के निर्देश दिए है। सामुदायिक एवं सार्वजनिक शौचालय में सुविधाओ को लेकर जानकारी ली गई। शौचालय में हमेशा केयरटेकर की मौजूदगी रखने के निर्देश दिए गए है, बावजूद इसके केयर टेकर द्वारा लापरवाही की गई तो भुगतान से कटौती की जाएगी। स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के मापदंडों के अनुरूप की तैयारियों की समीक्षा बैठक में वृहद रूप से की गई। निगम क्षेत्र में वार्ड वार जलभराव वाले स्थलों की जानकारी लेकर इनके समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना, मितान योजना, गोधन न्याय योजना, नियमितीकरण योजना, मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना, धन्वंतरी योजना, बेरोजगारी भत्ता एवं आयुष्मान कार्ड जैसे प्रमुख योजनाओं की समीक्षा बैठक में की गई। इसके अलावा बाजार क्षेत्रों में आदर्श मार्केट की जानकारी ली गई और बारिश से पूर्व सभी बड़े छोटे नालों को सफाई करने के निर्देश दिए गए। समीक्षा बैठक में अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी, अधीक्षण अभियंता बीएल जोशी, जोन आयुक्त राजेंद्र नायक, येशा लहरे, पूजा पिल्ले एवं खिरोद्र भोई, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा, भवन अनुज्ञा अधिकारी हिमांशु देशमुख, नोडल अधिकारी प्रीति सिंह, लेखा अधिकारी जितेंद्र ठाकुर आदि मौजूद रहे।
- -कलेक्टर डाॅ. भुरे ने अहिंसा और सहनशीलता की दिलाई शपथरायपुर / दस वर्ष पहले बस्तर जिले के झीरम घाटी नक्सल हिंसा में शहीद हुए जनप्रतिनिधियों और नागरिकों को आज रायपुर कलेक्टोरेट कार्यालय में भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। झीरम श्रद्धांजलि दिवस के अवसर पर इन शहीदों के सम्मान में आज यहां 2 मिनट का मौन रखा गया। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर भुरे ने सभी अधिकारी कर्मचारियों को अहिंसा एवं सहनशीलता की परंपरा बनाये रखते हुए किसी भी प्रकार की हिंसा का डटकर विरोध करने की शपथ दिलाई। सभी ने नक्सलवाद और हिंसा का विरोध करने तथा छत्तीसगढ़ राज्य को फिर से शान्ति का टापू बनाने का संकल्प लिया।झीरम घाटी में हुई नक्सल हिंसा में शहीद हुए जनप्रतिनिधियों, वरिष्ठ पदाधिकारीगण, सुरक्षाबलों के जवान एवं विगत वर्षों तथा वर्तमान में नक्सल हिंसा के शहीदों को श्रद्धांजली अर्पित की गई। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री एन आर साहू, अपर कलेक्टर श्री बी. सी. साहू, अपर कलेक्टर बी.बी. पंचभाई सहित सभी संयुक्त एवं डिप्टी कलेक्टर और कार्यालय के अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
- बिलासपुर /भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा पद्म पुरस्कार श्रृंखला के तहत पद्म विभूषण, पद्म भूषण तथा पद्म श्री पुरस्कार के लिए वर्ष 2024 हेतु नामांकन प्रस्ताव 30 अगस्त तक ऑनलाईन www.padmaawards.gov.in के माध्यम से चाही गई है। यह पुरस्कार कला, साहित्य, शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान, इंजीनियरिंग, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार और उद्योग आदि क्षेत्रों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों एवं सेवा के लिए प्रदान किया जाता है। कोई भी व्यक्ति, किसी जाति, व्यवसाय, लिंग के भेदभाव के बिना इन पुरस्कारों के लिए महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गाें जैसे अनुसूचित जातियां, जनजातियां, दिव्यांग व्यक्तियों आदि में से प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान कर पुरस्कार के लिए विचार किये जा सकते हैं।
- बिलासपुर /संघ लोक सेवा आयोग द्वारा सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन 28 मई को दो पालियों में किया जा रहा है। इस हेतु जिले के महाविद्यालय एवं विद्यालयों में भी परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। परीक्षा की प्राथमिक तैयारियों के संबंध में बैठक का आयोजन 26 मई को अपरान्ह 4 बजे जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में किया जाएगा।
- बिलासपुर, /राजीव युवा उत्थान योजनांतर्गत जिले के अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग हेतु प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग हेतु प्राक्चयन परीक्षा 4 जून को सवेरे 11 बजे से 1 बजे तक आयोजित की जाएगी। पात्र प्रशिक्षार्थी प्रवेश पत्र परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र कार्यालय, सांइस कॉलेज के पास बिलासपुर से प्राप्त कर सकते हैं।
- बिलासपुर /प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना-जलग्रहण विकास घटक-2.0 में स्वीकृत परियोजना अंतर्गत डब्ल्यूडीटी के रिक्त पदों जैसे डब्ल्यूडीटी यांत्रिकी, डब्ल्यूडीटी आजीविका, डब्ल्यूडीटी समूह विकास, लेखापाल सह डाटा एण्ट्री ऑपरेटर की पात्र-अपात्र की सूची जारी की गई है। यदि किसी अभ्यर्थी को उक्त सूची में दावा आपत्ति हो तो वह मय अभिलेख सहित स्वयं या पंजीकृत डाक से 25 मई से 31 मई तक प्रस्तुत कर सकते हैं। विस्तृत जानकारी जिले की वेबसाईट https://bilaspur.gov.in पर उपलब्ध है।
- बिलासपुर /छत्तीसगढ़ में वो दिन लद गए जब महिलाएं दूसरों पर आश्रित रहती थी। छत्तीसगढ़ की महिलाएं अब विकास की नयी इबारत लिख रही है। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने में छत्तीसगढ़ शासन की गोधन न्याय योजना की महती भूमिका है। महिलाओं के जीवन में गोठानों ने आर्थिक संपन्नता का एक नया रंग भर दिया है। महिलाओं को समूह के माध्यम से एक ही समय में एक से अधिक कार्य करके आर्थिक मजबूती प्राप्त करने का रास्ता गौठानों ने बखूबी दिखाया है। मोपका शहरी गोठान में कार्यरत गोवर्धन समूह की महिलाओं से अन्य महिलाएं भी प्रेरित हो रही है। श्रीमती खुशबू वस्त्रकार ने अपनी आमदनी से स्कूटी खरीदी है। उनका आत्मविश्वास दोगुना हो गया है।गोवर्धन समूह की अध्यक्ष श्रीमती खुशबू वस्त्रकार ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उनके समूह में 30 महिलाएं कार्यरत है। उन्होंने 1200 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट बना लिया है। जिसमें से 900 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री करने पर लगभग समूह को 9 लाख की आमदनी हो चुकी है। इसके अलावा समूह ने 358 क्विंटल गो काष्ट बना लिया है। वे कहती हैं कि इस योजना से समूह की महिलाओं को आर्थिक मजबूती मिली है। अब वे घर के खर्चाें में बराबर की हिस्सेदारी निभा रही है। श्रीमती वस्त्रकार कहती हैं कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वे अपनी कमाई से स्कूटी खरीद पायेंगी। उन्होंने कहा कि स्कूटी मिलने से हर सफर जैसे आसान हो गया है। इस योजना से उनके सपनों को पंख मिल गए है। इतनी अच्छी योजना लाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रति आभार जताया।
- -मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कलेक्टर कार्यालय परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का किया अनावरण- संभाग का पहला जिला कार्यालय जहाँ छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा हुई स्थापितजगदलपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज जगदलपुर के कलेक्टर कार्यालय परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण किया और पुष्पार्पित कर उन्हें नमन किया। संभाग का पहला जिला कार्यालय जहाँ छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा स्थापित की गई है।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने प्रतिमा अनावरण के उपरांत कहा कि छत्तीसगढ़ की अस्मिता, स्वाभिमान और सम्मान की प्रतीक है छत्तीसगढ़ महतारी। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा लगाई जा रही है ताकि लोगों में अपनी संस्कृति को लेकर चेतना जागृत की जा सके। अपने तीज-त्यौहार, लोक परम्पराओं को जानने-समझने का भावी पीढ़ी को पर्याप्त अवसर मिले, यही हमारा प्रयास है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है। छत्तीसगढ़ के परंपरागत तिहारों का आयोजन किया जा रहा है। तीजा-पोरा, अक्ती, हरेली छेरछेरा जैसे लोक जीवन के तिहारों को व्यापक स्तर पर मनाने की सार्थक पहल हुई है। बोरे-बासी को आज पूरा देश जानने लगा है। आदिवासी नृत्य महोत्सव, देवगुड़ी का कायाकल्प, आदिवासी परब सम्मान निधि जैसी पहल के माध्यम से जनजातीय संस्कृति को सम्मान दिलाने का काम किया गया है।इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, बस्तर सांसद श्री दीपक बैज, बविप्रा के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल, बविप्रा के उपाध्यक्ष श्री विक्रम मंडावी, संसदीय सचिव श्री रेखचन्द जैन, विधायक नारायणपुर श्री चंदन कश्यप, पूर्व सांसद श्री नन्द कुमार साय, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, नगर पालिक निगम की अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू, इंद्रावती बेसिन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री राजीव शर्मा, अक्षय ऊर्जा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री मिथिलेश स्वर्णकार, कमिश्नर श्री श्याम धावड़े, आई जी श्री सुंदरराज पी., कलेक्टर श्री विजय दयाराम के. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री जितेंद्र मीणा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण व अधिकारी उपस्थित थे।
- रायपुर / योजना एवं आर्थिक सांख्यिकी विभाग के नवनियुक्त 10 सहायक संचालकों की पदस्थापना कर दी गई है। इनमें श्री राहुल राजपूत को आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय नवा रायपुर, अटल नगर, श्री देबोजीत दास को जिला योजना एवं सांख्यिकी कार्यालय कोरिया, सुश्री शिवानी शुक्ला जिला कार्यालय दंतेवाड़ा, सुश्री आराधना यादव जिला कार्यालय बेमेतरा, श्री सागर साहू जिला कार्यालय दुर्ग, श्री विकास ध्रुव जिला कार्यालय बलौदाबाजार भाटापारा, श्री मुकेश ठाकुर जिला कार्यालय बालोद, श्री रूपेश कुमार नाग आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय नवा रायपुर, श्री दिनेश कुमार देवांगन जिला कार्यालय बस्तर, श्री वेंकटेश मार्वल जिला कार्यालय बलरामपुर में पदस्थ किया गया है। उपरोक्त अधिकारियों को वेतन मैट्रिक्स लेवल 56100 रुपए तथा समय-समय पर महंगाई भत्ते सहित 3 वर्ष की परीवीक्षा अवधि के लिए आगामी आदेश तक पदस्थापित किया गया है।
- -17 लाख रुपए का वर्मी खाद बेचकर समूह ने कमाया 7 लाख रुपए का शुद्ध लाभ-गौठान के जरिए खरीदी स्कूटी,बनाया अपना घररायपुर। शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना आज आमजनों के सपने साकार करने वाली योजना बन गयी है। योजनांतर्गत पशुपालकों को गोबर विक्रय से एक ओर अतिरिक्त आमदनी मिली, वहीं दूसरी ओर गोबर से वर्मी कम्पोस्ट खाद निर्माण एवं विक्रय ने महिलाओं को स्वरोजगार का नया जरिया दिया। कोरिया जिले के गौठानों में संचालित आजीविकामूलक गतिविधियों से स्व सहायता समूह की महिलाओं को जोड़ा गया है, कभी घरेलू कार्यों में व्यस्त रहने वाली ये महिलाएं आज दूसरों को लिए प्रेरणा बनीं हैं।महिलाएं अपनी सफ़लता की कहानी स्वयं बताते हुए कहती हैं कि गौठान गतिविधियों ने उनकी जिंदगी बदल दी है, आर्थिक रुप से मजबूत होकर सक्षम होना बहुत ही सुखद अनुभव है।ऐसा ही एक उदाहरण पेश कर रही हैं जागृति महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं, जो निरंतर वर्मी कंपोस्ट बनाने का कार्य कर रहीं हैं। वर्मी कंपोस्ट निर्माण के लिए जिला प्रशासन द्वारा सम्मान पा चुकी कोरिया जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर के ग्राम छिंदिया की दीदी नीलम बताती हैं कि शासन की मदद से आज उनका सपना पूरा हुआ है। समूह द्वारा 2019 से वर्मी तथा सुपर कम्पोस्ट खाद का निर्माण और विक्रय गौठान में किया जा रहा है। उन्होंने अब तक कुल 17 लाख रुपए का वर्मी कम्पोस्ट खाद बेचकर 7 लाख रुपए का लाभ प्राप्त किया है, वहीं 2.5 लाख का केंचुआ खाद भी समूह द्वारा विक्रय किया गया।नीलम बताती हैं कि लंबे समय से उनका सपना था कि उनका स्वयं का घर बन जाए, इसके साथ ही उनकी एक टू व्हीलर लेने की भी बेहद इच्छा थी। वर्मी खाद के विक्रय से जो लाभांश मिला, उससे इन दोनों इच्छाओं को पूरा करने में उन्हें मदद मिली। अब वे शान से अपनी गाड़ी से आना-जाना करती हैं। इसी प्रकार समूह की अन्य महिलाओं के जीवन में भी गौठान गतिविधियों के द्वारा सपने पूरे होने से खुशहाली आयी है।
- -9.34 लाख रुपये का वर्मी कम्पोस्ट बेचा, महिलाओं का सामूहिक लाभांश 3.06 लाख रूपए, साथ ही बटेर और मुर्गी पालन, अंडा उत्पादन से भी कर चुकी हैं 3.85 लाख रुपये से ज्यादा की कमाईबेहतर ग्रामीण अर्थव्यवस्था तैयार करने पर आधारित योजना के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का महिलाओं ने जताया आभाररायपुर । सरगुजा जिले के जनपद पंचायत लुण्ड्रा अंतर्गत ग्राम बटवाही के गौठान में वर्मी कंपोस्ट निर्माण करने वाली प्रगति समूह की महिलाएं लगातार लाभ अर्जित कर आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। इन महिलाओं ने ना केवल वर्मी कम्पोस्ट निर्माण का काम किया, बल्कि साथ ही साथ बटेर, मुर्गी, मछली पालन और अंडा उत्पादन से 3.85 लाख रुपये की आय भी हासिल कर चुकी है।आमदनी से मिली कुछ राशि को फिर काम में इन्वेस्ट किया और इससे भी इन्हें 1.85 लाख रूपए तक का लाभ मिला.।गोधन न्याय योजना के तहत इस महिला समूह ने 934 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन किया है जिसका मूल्य लगभग 9 लाख 34 हजार रुपये है। समूह द्वारा तैयार वर्मी खाद का विक्रय सहकारी सोसायटी के माध्यम से किया गया है। विक्रय के बाद महिला स्व सहायता समूह को 3 लाख 06 हजार रुपये की शुद्ध आमदनी प्राप्त हुई है। इसके अतिरिक्त महिला स्व सहायता समूह द्वारा बटेर और मुर्गी पालन सहित अंडा उत्पादन जैसे आजीविका भी चलाई जा रही हैं जिससे समूह की महिलाओं को लाभ मिला. ।प्रगति महिला स्व सहायता समूह की सचिव एंजिला कहती है कि हमारे समूह में 6 से 8 महिलाएं काम करती हैं। हम लोग लगभग दो साल से लगातार वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन कर रहे हैं। इसके साथ ही अन्य आजीविका में भी शामिल रहे। गौठान के माध्यम से हमें यह मौका मिला कि हम अपने परिवार के लिए आर्थिक मजबूती के स्तंभ बन सके। वर्मी कंपोस्ट के लाभांश से हमने अपने लिए परिवार और घर के लिए बहुत सा सामान खरीदा। इसके साथ ही हमने गौठान में बटेर और मुर्गी पालन का काम किया। अंडा उत्पादन का भी काम किया जिससे आर्थिक लाभ मिला।समूह की अन्य सदस्य रामेश्वरी दीदी ने अपने बच्चे के इलाज के लिए 5 हजार रुपये का उपयोग किया। समूह की ही सदस्य इलीना तिग्गा भी प्राप्त लाभांश से अपने परिवार में वैवाहिक कार्यक्रम में आर्थिक योगदान कर पाई जिसपर वे बेहद खुश हैं। समूह की सदस्य श्रीमती जुगनी ने गांव की बेहतर अर्थव्यवस्था तैयार करने पर आधारित इस योजना के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद ज्ञापन करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया है।
- - कुमरावंड स्थित शहीद गुंडाधुर कृषि महाविद्यालय परिसर में किया गया मूर्ति की स्थापनाजगदलपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने एक दिवसीय बस्तर प्रवास के दौरान कुमरावंड स्थित शहीद गुंडाधुर कृषि महाविद्यालय परिसर में भूमपाल विद्रोह के जननायक रहे वीर गुंडाधुर की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि बस्तर के आदिवासी जननायक में से एक रहे वीर गुंडाधुर ने भूमकाल जैसे महान विद्रोह का नेतृत्व किया। आज उनकी प्रतिमा स्थापित कर उनके योगदान को चिरस्थाई बनाने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय परिसर में प्रतिमा स्थापित होने से हमारे युवा भी उनके अदम्य साहस और वीरता से परिचित हो सकेंगे। बस्तर क्षेत्र में स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आदिवासी संस्कृति के संरक्षण संवर्धन के लिए बस्तर के आदिवासी नायक सदैव मुखर रहे और अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। सरकार भी बस्तर सहित समूचे छत्तीसगढ़ की आदिवासी संस्कृति को सहेजने लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है।मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण मद से स्वीकृत राशि दस लाख से निर्मित शहीद वीर गुण्डाधुर की मूर्ति के अनावरण के दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल ग्राम नेतानार से पहुंचे वीर गुंडाधुर के परिजनों में उनके परपोते जयदेव नाग, पुनु नाग, दुलारू नाग, परदेसी नाग से भी मुलाकात की।इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, बस्तर सांसद श्री दीपक बैज, बविप्रा के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल, बविप्रा के उपाध्यक्ष श्री विक्रम मंडावी,पूर्व सांसद श्री नंद कुमार साय, संसदीय सचिव श्री रेखचन्द जैन, विधायक नारायणपुर श्री चंदन कश्यप, संजरी बालोद विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा,महापौर श्रीमती सफीरा साहू, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू,इंद्रावती बेसिन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री राजीव शर्मा, संभागायुक्त श्री श्याम धावड़े, आईजी श्री सुंदरराज पी., कलेक्टर श्री विजय दयाराम के. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र मीणा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।शहीद वीर गुण्डाधुर-शहीद वीर गुंडाधुर ने आदिवासियों की धरती को बचाने के लिए अंग्रेजों के विरुद्ध ‘भूमकाल’ आंदोलन 1910 का नेतृत्व किया था । भूमकाल आंदोलन भूमकाल का अर्थ भूमि में कम्पन या भूकंप से है। भूमकाल एक ऐसा आंदोलन था जिसने सम्पूर्ण बस्तर को हिलाकर रख दिया था। इस आंदोलन के पीछे अनेक कारण थे इनमें वन नीति, अनिवार्य शिक्षा, धर्म परिवर्तन, बेगारी प्रथा, नौकरशाही आदि प्रमुख था। भूमकाल विद्रोह की इतनी सूक्ष्म योजना तैयार की गई थी कि आदिवासियों ने तीर-धनुष और भाला-फरसा के साथ अंग्रेजी सेना का डटकर मुकाबला किया। यही कारण है आज छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पूरा देश वीर गुंडाधुर के शौर्य को जानने लगा है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा वीर गुण्डाधुर की स्मृति में साहसिक कार्य और खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए गुण्डाधुर सम्मान स्थापित किया है।
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रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 25 मई को बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर के लाल बाग मैदान स्थित झीरम घाटी मेमोरियल में झीरम घाटी शहादत दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री श्री बघेल रायपुर पुलिस ग्राउण्ड हेलीपेड से पूर्वान्ह 11.30 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर दोपहर 12.40 बजे जगदलपुर स्थित मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट पहुंचेंगे और झीरम शहादत दिवस पर लाल बाग मैदान स्थित झीरम स्मृति उद्यान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री इसके बाद दोपहर 1.25 बजे शहीद गुण्डाधुर कृषि महाविद्यालय कुम्हरावंड पहुंचेंगे और वहां शहीद गुण्डाधुर की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद यहां परिसर में आयोजित ग्रामीण औद्योगिक पार्क की संभाग स्तरीय कार्यशाला में शामिल होंगे। श्री बघेल दोपहर 2.10 बजे जगदलपुर कलेक्टोरेट कार्यालय परिसर पहुंचकर वहां छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे तथा पत्रकारों से चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री शाम 4.30 बजे रायपुर लौट आएंगे। - रायपुर, / मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन की शीर्ष समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जल जीवन मिशन के अंतर्गत जल प्रदाय योजनाओं के कार्यों सहित वार्षिक कार्य योजना 2023-24 पर विस्तार से चर्चा की गई। मुख्य सचिव ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये है कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिन योजनाओं को पूर्ण कर लिया गया है, उनकी लगातार मॉनिटरिंग की जाए। बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू भी शामिल हुये। बैठक में समूह जल प्रदाय योजनाओं के लिए आमंत्रित निविदाओं पर प्री-बिड में वेंडर्स से प्राप्त सुझाव के उपरांत संशोधन किये जाने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।वीडियों कॉन्फेंसिंग के जरिये आयोजित इस बैठक में जल जीवन मिशन के संचालक श्री आलोक कटियार, मिशन संचालक स्वच्छ भारत मिशन सुश्री इफ्फत आरा सहित वित्त विभाग एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग और जनसम्पर्क विभाग और अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हुये।
- बिलासपुर /प्रधानमंत्री कृशि सिंचाई योजना-जलग्रहण विकास घटक-2.0 में स्वीकृत परियोजना अंतर्गत डब्ल्यूडीटी के रिक्त पदों जैसे डब्ल्यूडीटी यांत्रिकी, डब्ल्यूडीटी आजीविका, डब्ल्यूडीटी समूह विकास, लेखापाल सह डाटा एण्ट्री ऑपरेटर की पात्र-अपात्र की सूची जारी की गई है। यदि किसी अभ्यर्थी को उक्त सूची में दावा आपत्ति हो तो वह मय अभिलेख सहित स्वयं या पंजीकृत डाक से 25 मई से 31 मई तक प्रस्तुत कर सकते हैं। विस्तृत जानकारी जिले की वेबसाईट https://bilaspur.gov.in पर उपलब्ध है।
- बिलासपुर /जिले के मस्तूरी विकासखंड के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पचपेड़ी में कक्षा पहली से बारहवीं तक के रिक्त सीटों में प्रवेश हेतु 25 मई तक आवेदन मंगाए गए थे। प्राप्त आवेदनों के आवश्यक परीक्षण के बाद पात्रता सूची के अनुसार 25 मई को सवेरे 10.30 बजे लॉटरी प्रक्रिया के माध्यम से छात्रों का चयन किया जाएगा। प्राचार्य श्री सी.के. राठौर ने बताया कि लॉटरी प्रक्रिया नोडल अधिकारी, शाला प्रबंधन एवं विकास समिति, विद्यालय के शैक्षणिक स्टाफ, जनप्रतिनिधियों एवं पालकों की उपस्थिति में नियमानुसार किया जाएगा।
- बिलासपुर /जिले की 7 स्वामी आत्मानंद विद्यालयों में संविदा आधार पर 168 विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए निर्धारित तिथि तक 11002 आवेदन प्राप्त हुए है। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा ऑनलाईन तरीके से 23 मई तक आवेदन लिए गये। जिले में शैक्षणिक सत्र 2023-24 में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय दयालबंद, चिंगराजपारा, पचपेड़ी, सीपत, बेलपान, करगीकला एवं सकरी में स्कूल शुरू किये जाने है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार आवेदनों के परीक्षण उपरांत 31 मई को पात्र-अपात्र आवेदकों की प्रारंभिक सूची का प्रकाशन किया जाएगा। इस पर दावा-आपत्ति 31 मई से 4 जून तक लिये जाएंगे। प्रमाण पत्रों का सत्यापन 6 जून से 10 जून तक किया जाएगा। पात्र अभ्यर्थियों की अंतिम वरिष्ठता सूची का प्रकाशन 11 जून को होगा। अंतिम सूची पर दावा-आपत्ति 11 जून से 13 जून तक लिया जाएगा तथा चयन सूची और प्रतिक्षा सूची 15 जून को प्रकाशित की जाएगी। भरती का कार्य कलेक्टर द्वारा गठित जिला स्तरीय चयन समिति की देखरेख में किया जा रहा है।
- बिलासपुर /कमिश्नर डॉ. संजय अलंग इस बार 31 मई को कोरबा में कलेक्टर्स कांफ्रेंस लेंगे। कोरबा के सतरेंगा रिसॉर्ट में सवेरे 11 बजे से बैठक शुरू होगी। संभाग में शामिल जिले-बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, सक्ती, रायगढ़, सारंगढ़-बिलाईगढ़, कोरबा, मुंगेली तथा जीपीएम जिले के कलेक्टर व जिला पंचायत के सीईओ बैठक में शामिल होंगे।संभाग स्तरीय कलेक्टर्स कांफ्रेंस के लिए निर्धारित एजेण्डों में राजस्व न्यायालयों की स्थिति, राजस्व रिकार्डों के शुद्धता, भू-राजस्व एवं विविध राजस्व संबंधी पंजियों का संधारण, भू-राजस्व एवं विविध राजस्व की वसूली, आर.आर.सी. वसूली, विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक, जल जीवन मिशन, सड़क मरम्मत कार्य, वर्ष 2022-23 के बजट में शामिल सड़क, भवन एवं पुल कार्य, वर्ष 2023-24 के बजट में शामिल सड़क एवं भवन कार्य, उचित बीज चयन समिति स्तर पर वितरण, उचित खाद चयन समिति स्तर पर वितरण, जिला साख योजना निर्माण, स्वच्छ भारत मिशन, स्वच्छ भारत मिशन की अद्यतन प्रगति (ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन), मनरेगा अंतर्गत कार्यों की भौतिक एवं वित्तीय स्थिति एवं कार्यों की जानकारी, प्रति परिवार प्रदाय किये गये औसत मानव दिवस की जानकारी, अमृत सरोवर कार्य चिन्हांकन एवं प्रगति की जानकारी, रीपा योजना का त्वरित क्रियान्वयन, एफआरए ग्रामों में आदर्श ग्राम विकसित किये जाने की जानकारी, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ठ विद्यालय अंग्रेजी/हिंदी माध्यम की प्रगति एवं भवनों की स्थिति, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय अंग्रेजी/हिंदी माध्यम में कुल स्वीकृत/प्रतिनियुक्ति/संविदा एवं रिक्त पदों की स्थिति, नये स्वामी आत्मानंद विद्यालय का प्रस्ताव, कलेक्टर द्वारा अपने जिले में किये गये किसी एक नवाचार की प्रस्तुति एवं आगामी आम निर्वाचन की तैयारी की समीक्षा के साथ अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी।
- -गौठानों में पशुओं को आराम तो महिला समूहों को मिल रहा कामरायपुर। पूरे प्रदेश की तरह ही रायपुर जिले में भी गौठान अब ग्रामीणों की आय बढ़ाने और अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के सक्रिय केन्द्र के रूप में स्थापित हो गये है। गौठानों में पशुओं को आराम तो मिल ही रहा है, गांव के महिला समूहों की सदस्यों को रोजगार का साधन भी मिल गया है। गौठानों के संचालन में गौठान समितियों के साथ-साथ महिला समूहों की सक्रिय भागीदारी है। गौठानों में भरपूर पानी की उपलब्धता के लिए नलकूप और कुएं तो खोदे ही गए है। गर्मी के मौसम में भी पानी के कमी को पूरा करने के लिए निचले या गहरे भू-जल स्तर वाले इलाकों के गौठानों में बाहर से टैंकरों द्वारा भी पानी पहुंचाया जा रहा है, जिससे गौठानों में आने वाले पशुओं को पीने का भरपूर पानी मिल रहा है साथ ही रोजगार मूलक गतिविधियों के लिए महिलाओं को भी पर्याप्त पानी उपलब्ध हो रहा है। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर भुरे ने गर्मी के मौसम को देखते हुए पहले ही सभी जनपद पंचायतों को निर्देश जारी कर गौठानों में पानी की वैकल्पिक व्यवस्था समय रहते पूरी करने के निर्देंश भी दिए थे। कई गौठानों में क्रेडा द्वारा सोलर पंपों से भी नलकूप से पानी निकालने की व्यवस्था की गई है।जिले के अभनपुर विकासखण्ड के जामगांव गौठान में मवेशियों के लिए पानी की भरपूर व्यवस्था है। गौठान में बोरवेल के द्वारा पानी की आपूर्ति लगातार हो रही है। दस कोटनों में सुबह-शाम पानी भरने के लिए एक व्यक्ति भी समिति द्वारा नियोजित किया गया है। गिरौला गौठान में पानी की समस्या होने पर टैंकर के माध्यम से आपूर्ति की जा रही है। डोंगीतराई गौठान में कुआं बनाकर पानी की व्यवस्था की गई है, वहीं पिपरौद, सुन्दकेरा, उमरपोटी के गौठानों में भी पानी की पर्याप्त व्यवस्था है। गौठानों में मुर्गी पालन, बकरी पालन, वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के कामों में महिला समूहों के सदस्यों की सक्रिय भागीदारी है। आरंग विकासखण्ड के गिधवा गौठान में गर्मी में बोरवेल का जल स्तर भी काफी नीचे चले जाने के कारण बाहर से पानी की आपूर्ति की जा रही है।गर्मी के मौसम में खेतों में फसल नहीं होने के कारण पूरे प्रदेश में पशुओं की छुट्टा चराई की प्रथा है ऐसे में गौठानों में सुबह पशुओं को चरवाहों द्वारा लाया जाता है। चारा-पानी देकर पशुओं को चरवाहों द्वारा खुले में चराने ले जाया जाता है और शाम को अपने-अपने गौ पालकों के घर तक वापस पहुंचाया जाता है। गौठानों में चारे की भी पर्याप्त व्यवस्था है। गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट बनाने के साथ-साथ गोबर खरीदी, बकरी पालन, मुर्गी पालन, सब्जी बाड़ी जैसे काम भी हो रहें है जिससे गांव स्तर पर महिला समूहों को पर्याप्त आमदनी हो रही है। धरसीवां विकासखण्ड के दतरेंगा गौठान में ही स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने ढाई लाख रूपये से अधिक का वर्मी कम्पोस्ट बनाकर बेंचा है। गौठान में ही महिलाएं रोजाना लगभग दो सौ किलो गोबर खरीद रही है। तिल्दा-नेवरा विकासखण्ड के अड़सेना के गौठान में 4 लाख 71 हजार किलो से अधिक गोबर की खरीदी की जा चुकी है, जिससे महिला समूहों को लगभग 10 लाख रूपये का व्यवसाय मिला है। इसी तरह गनियारी गौठान में भी गोबर खरीदी का काम जारी है अभी तक गौठान में लगभग ढाई लाख रूपये का 1 लाख 12 हजार किलो गोबर खरीदा जा चुका है। बे-मौसम बरसात और तेज अंधर के कारण एक दो गौठानों में पशु शेड क्षतिग्रस्त हुए है। जिनकी रिपेयरिंग का काम तेजी से किया जा रहा है।
- -रोजगार कार्यालय में पानी, टैंट, कूलर, कुर्सी की पर्याप्त व्यवस्थारायपुर /रोजगार कार्यालय में पंजीयन कराने के लिए शिक्षित बेरोजगार युवाओं को दफ्तर के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है। राज्य शासन ने रोजगार पंजीयन और नवीनीकरण के लिए आवेदन करने ऑनलाइन व्यवस्था की है। शिक्षित बेरोजगार युवा वेबसाइट www.exchange.cg.nic.in/exchange पर लाॅगिन कर रजिस्ट्रेशन और नवीनीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। जिले के रोजगार कार्यालय के उप संचालक ने बताया कि रोजगार पंजीयन और नवीनीकरण संबंधित सभी आवेदन केवल ऑनलाइन ही लिए जाते है। इन आवेदनों को तीन महिनें की समय अवधि में सत्यापन कराना होता है। पंजीयन और नवीनीकरण के आवेदनों को रोजगार कार्यालयों में ऑफलाइन स्वीकार नहीं किया जाता है इसलिए ऐसे आवेदन करने युवाओं को रोजगार कार्यालय में उपस्थित होना जरूरी नहीं है।उप संचालक ने बताया कि ऑनलाइन किए गए आवेदन अनुसार दस्तावेजों का सत्यापन कराने की अवधि तीन महिनें की है। युवाओं का आवेदन तीन महिनें तक वैध होता है। युवा अपने सुविधा अनुसार कार्यालयीन समय में तीन महीने में किसी भी दिन रोजगार कार्यालय आकर सत्यापन करा सकते है। उप संचालक ने यह भी बताया कि जिला रोजगार कार्यालय में पंजीयन और नवीनीकरण के लिए बड़ी संख्या में युवाओं की भीड़ को देखते हुए गर्मी के मौसम में पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई है। आवेदकों के लिए कूलर से लेकर पीने के पानी तक की व्यवस्था कार्यालय परिसर में है। धूप से बचने के लिए टेंट और बैठने के लिए कुर्सियों की भी व्यवस्था की गई है। आवेदकों की सुविधा के लिए टोकन सिस्टम से पंजीयन सत्यापन का काम किया जा रहा है।
- -17 जून को बी.एड, डी.एड, 24 जून को होगी नर्सिंग की प्रवेश परीक्षारायपुर /छत्तीसगढ़ में व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा प्री बी.एड, प्री डीएलएड, बीएससी नर्सिंग, एमएससी नर्सिंग और पोस्ट बेसिक नर्सिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए परीक्षा आवेदन 28 मई तक ऑनलाईन भरे जाएंगे। भरे गए आवेदनों में अगले तीन दिन 29, 30 और 31 मई तक त्रुटि सुधार किया जा सकेगा। बीएड एवं डीएड की परीक्षा 17 जून 2023 को होगी। इन परीक्षाओं के लिए वेबसाइट परीक्षा मंडल द्वारा 9 जून को प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे। बीएससी नर्सिंग, एमएससी नर्सिंग और पोस्ट बेसिक नर्सिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए परीक्षा 24 जून को होगी। इन परीक्षाओं के लिए प्रवेश पत्र 16 जून को जारी किए जाएंगे। परीक्षाओं में शामिल होने के इच्छुक अभ्यर्थी छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल की वेबसाइट vyapam.cgstate.gov.in पर लाॅगिन कर आवेदन कर सकते है। राज्य शासन द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार इन परीक्षाओं के लिए छत्तीसगढ़ राज्य के स्थानीय निवासी प्रतिभागियों से किसी भी प्रकार का परीक्षा शुल्क नहीं लिया जाएगा।ऑनलाईन आवेदन के साथ अभ्यर्थी की जाति, जन्मतिथि, स्थानीय निवासी आदि संबंधित प्रमाण-पत्र नहीं लिए जाएंगे। अभ्यर्थी के दस्तावेजों का परीक्षण काॅउसलिंग के दौरान होगा। अभ्यर्थी द्वारा दी गई गलत जानकारी के लिए व्यावसायिक परीक्षा मंडल जवाबदार नहीं होगा। ऑनलाईन आवेदन में हुई त्रुटि को फार्म जमा करने की निर्धारित समय सीमा के दौरान भी सुधारा जा सकेगा। इसके अलावा आॅनलाईन फार्म भरने की अंतिम तिथि के बाद तीन दिन की समय अवधि में भी त्रुटि सुधार की सुविधा उपलब्ध रहेगी। परीक्षा के दिन किसी भी प्रकार की त्रुटि सुधार सुविधा नहीं दी जाएगी।
- -मुख्यमंत्री श्री बघेल की मंशा के अनुरूप छत्तीसगढ़ में मृदा-जल संरक्षण पर हो रहे कार्यों की तारीफ-केन्द्रीय विशेष सचिव तथा महानिदेशक श्री गोयल ने अन्य राज्यों के लिए बताया अनुकरणीय-कार्यशाला में मिट्टी और नमी संरक्षण के लिए विभिन्न उपायों पर विस्तार से हुई चर्चारायपुर / छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ‘नरवा विकास कार्यक्रम‘ अंतर्गत वन क्षेत्रों में स्थित 6 हजार 395 नालों को पुरर्जीवित किया जा चुका है। इसके तहत इन नालों में 774 करोड़ रूपए की राशि से अब तक एक करोड़ 19 लाख 84 हजार भू-जल संवर्धन संबंधी संरचनाओं का निर्माण किया गया है, जिससे 22 लाख 92 हजार हेक्टेयर क्षेत्र उपचारित हुआ है।वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के तत्वाधान में मृदा-जल संरक्षण पर राजधानी रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय सेमीनार में यह जानकारी दी गई। 25 मई तक आयोजित राष्ट्रीय सेमीनार का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा 23 मई को किया गया। सेमीनार में मुख्यमंत्री श्री बघेल की मंशा के अनुरूप नरवा विकास कार्यक्रम अंतर्गत कैम्पा मद के तहत राज्य के वनांचल में मृदा एवं जल संरक्षण के क्षेत्र में हो रहे कार्यों की तारीफ केन्द्रीय विशेष सचिव तथा महानिदेशक श्री चन्द्रप्रकाश गोयल ने भी की और इसे देश के अन्य राज्यों के लिए अनुकरणीय बताया। कार्यशाला में वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, संसदीय सचिव श्री शिशुपाल सोरी, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, महानिदेशक एवं केन्द्रीय विशेष सचिव, वन एवं जलवायु परिवर्तन श्री चन्द्रप्रकाश गोयल, वन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज पिंगुआ, केन्द्रीय कैम्पा के सीईओ श्री सुभाष चन्द्र, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री व्ही. श्रीनिवास राव तथा वानिकी विशेषज्ञ और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में नरवा विकास कार्यक्रम के तहत कैम्पा मद अंतर्गत वनांचल स्थित नालों में काफी तादाद मेें भू-जल संरक्षण संबंधी कार्याे का तेजी से क्रियान्वयन जारी है। इससे वन क्षेत्रों के भू-जल स्तर में काफी सुधार दिखाई देने लगा है और वनवासियों सहित क्षेत्रवासियों को पेयजल, सिंचाई तथा निस्तारी आदि सुविधाओं का भरपूर लाभ मिलने लगा है। साथ ही साथ इससे वन संरक्षण तथा संवर्धन के कार्यों को भी बढ़ावा मिला है। राज्य में इसके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग को ’स्कॉच अवार्ड’ के पर्यावरण श्रेणी के लिए स्वर्ण पुरस्कार भी मिल चुका है।छत्तीसगढ़ में गत चार वर्षों के दौरान राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे महत्वाकांक्षी ‘नरवा विकास‘ योजना के तहत वनांचल स्थित 6 हजार 395 नालों के लगभग 23 लाख हेक्टेयर जल ग्रहण क्षेत्रों को उपचारित करते हुए विभिन्न जल संरचनाओं का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। इसके तहत एक करोड़ 61 लाख से अधिक भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का निर्माण शामिल हैं। इन संरचनाओं में ब्रश वुड चेक डैम, लूज बोल्डर चेक डैम, गेबियन संरचना, मिट्टी चेक डैम, कंटूर ट्रेंच, वाटर अब्जॉर्प्शन ट्रेंच तथा स्टेगर्ड कंटूर ट्रेंच का निर्माण शामिल है। इसके अलावा गली प्लग, चेक डैम, स्टॉप डैम, परकोलेशन टैंक तथा तालाब, डबरी और वाटरहोल आदि भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है।इनमें वर्ष 2019-20 में 863 नालों का चयन कर लगभग 5 लाख हेक्टेयर भूमि को उपचारित करने के लिए 12 लाख से अधिक संरचनाओं का निर्माण शामिल है। जिसमें 160 करोड़ 55 लाख रूपए की राशि से 25 जिलों के अंतर्गत कुल 32 वनमंडल, 01 राष्ट्रीय उद्यान, 2 टायगर रिजर्व, 01 सामाजिक वानिकी तथा 01 एलीफेंट रिजर्व में भू-जल संवर्धन संबंधी संरचनाओं का निर्माण जारी है।इसी तरह वर्ष 2020-21 में 2 हजार 055 नालों का चयन कर 6 लाख हेक्टेयर भूमि के उपचार के लिए 46 लाख से अधिक संरचनाओं का निर्माण प्रगति पर है। इनमें 421 करोड़ रूपए की अधिक राशि से 32 वन मंडल, 2 राष्ट्रीय, 3 टायगर रिजर्व एवं 01 एलीफेंट रिजर्व में भू-जल संवर्धन संबंधी संरचनाओं का निर्माण जारी है। वर्ष 2021-22 में एक हजार 974 नालों का चयन कर 5 लाख 70 हजार हेक्टेयर भूमि के उपचार के लिए 73 लाख से अधिक भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का निर्माण शामिल हैं। इनमें 407 करोड़ रूपए की अधिक राशि से 32 वन मंडल, 2 राष्ट्रीय उद्यान, 2 टायगर रिजर्व, 01 सामाजिक वानिकी तथा 01 एलीफेंट रिजर्व भूजल संवर्धन संबंधी संरचनाओं का निर्माण प्रगति पर है।इसके अलावा वर्ष 2022-23 में एक हजार 503 नालों का चयन कर 6 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि के उपचार के लिए 29 लाख से अधिक संरचनाओं का निर्माण जारी है। इनमें 300 करोड़ रूपए की अधिक राशि से 32 वनमंडल, 2 राष्ट्रीय उद्यान, 3 टायगर रिजर्व तथा 01 एलीफेंट रिजर्व में भू-जल संवर्धन संबंधी संरचनाओं का निर्माण प्रगति पर है।
- -‘‘जनजातीय वाचिकोत्सव 2023’’ का तीन दिवसीय आयोजन 25 मई से प्रतिदिन विषयानुसार किया जाएगा वाचन-जनजातीय वाचिक परंपरा के संरक्षण एवं अभिलेखीकरण में मिलेगी मददरायपुर / आदिवासी जीवन से संबंधित वाचिक परंपरा के संरक्षण, संवर्धन और उनके अभिलेखीकरण के उददेश्य से तीन दिवसीय ‘‘जनजातीय वाचिकोत्सव 2023’’ का आयोजन 25 मई से नवा रायपुर स्थित आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (TRTI) में किया जा रहा है। मंत्री आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम के मुख्य आतिथ्य और संसदीय सचिव श्री द्वारिकाधीश यादव के अध्यक्षता में 25 मई को ‘‘जनजातीय वाचिकोत्सव 2023’’ का शुभारंभ होगा। तीन दिवसीय यह आयोजन 25 मई से 27 मई तक चलेगा, जिसमें राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के जनजातीय वाचकों द्वारा जनजातीय वाचिक परंपरा की विभिन्न विधाओं के अंतर्गत अपनी प्रस्तुति दी जाएगी। यह आयोजन आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा भारत सरकार जनजातीय कार्य मंत्रालय एवं राज्य शासन के सहयोग से किया जा रहा है।जनजातीय वाचिकोत्सव के तीन दिवसीय कार्यक्रम के निर्धारित विषयानुसार प्रथम दिवस 25 मई को जनजातीय देवी-देवता एवं मड़ई मेला के संबंध में वाचिक ज्ञान, जनजातियों में प्रचलित लोक कहानियाँ, कहावतें एवं लोकोक्तियां, जनजातीय लोकगीत, उनका अभिप्राय एवं भावार्थ विषय पर जनजातीय वाचन किया जाएगा। द्वितीय दिवस 26 मई को ‘‘जनजातीय तीज-त्यौहार एवं वाचिक परम्परा, जनजातीय जीवन संस्कार (जन्म, विवाह, मृत्यु इत्यादि) संबंधी वाचिक परम्परा एवं जनजातीय समुदाय की उत्पत्ति संबंधी धारणा एवं वाचिक परंपरा विषय पर जनजातीय वाचन किया जाएगा। अंतिम दिन 27 मई को जनजातीय समुदाय में गोत्र व्यवस्था एवं गोत्र चिन्हों की अवधारणा संबंधी वाचिक ज्ञान, जनजातियों में प्रचलित विशिष्ट परम्परा (गोदना, लाल बंगला, घोटूल, धनकूल, जगार, जात्रा, धुमकुरिया आदि) रीति-रिवाज तथा परम्परागत ज्ञान एवं विश्वास’’ विषय पर जनजातीय वाचन किया जाएगा।विभाग के अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कार्यक्रम में शामिल होने जनजातीय प्रबुद्धजन विभिन्न जिलों से रायपुर पहुंचने शुरू हो गए हैं। देर शाम तक सभी के पहुचने की संभावना है। इस संबंध में हर प्रकार की उचित व्यवस्था बनाए रखने हेतु आयुक्त सह संचालक, ज्त्ज्प् श्रीमती शम्मी आबिदी के निर्देश अनुसार अधिकारियों की अलग-अलग टीमें बनाकर व्यवस्था की गई है।इस तीन दिवसीय आयोजन के उपरांत संस्थान द्वारा जनजातीय वाचिक परंपरा के संरक्षण एवं अभिलेखीकरण के दृष्टिगत पुस्तक का प्रकाशन भी किया जाएगा, जिसमें कार्यक्रम में प्रस्तुत किए गए विषयों के साथ-साथ राज्य के अन्य जनजातीय समुदाय के व्यक्तियों से भी जनजातीय वाचिक परंपरा के क्षेत्र में प्रकाशन हेतु आलेख आमंत्रित किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि पूरा आयोजन टी.आर.टी.आई. संस्थान के नवनिर्मित भवन में ही होगा।