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- -‘‘जनजातीय वाचिकोत्सव 2023’’ का तीन दिवसीय आयोजन 25 मई से प्रतिदिन विषयानुसार किया जाएगा वाचन-जनजातीय वाचिक परंपरा के संरक्षण एवं अभिलेखीकरण में मिलेगी मददरायपुर / आदिवासी जीवन से संबंधित वाचिक परंपरा के संरक्षण, संवर्धन और उनके अभिलेखीकरण के उददेश्य से तीन दिवसीय ‘‘जनजातीय वाचिकोत्सव 2023’’ का आयोजन 25 मई से नवा रायपुर स्थित आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (TRTI) में किया जा रहा है। मंत्री आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम के मुख्य आतिथ्य और संसदीय सचिव श्री द्वारिकाधीश यादव के अध्यक्षता में 25 मई को ‘‘जनजातीय वाचिकोत्सव 2023’’ का शुभारंभ होगा। तीन दिवसीय यह आयोजन 25 मई से 27 मई तक चलेगा, जिसमें राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के जनजातीय वाचकों द्वारा जनजातीय वाचिक परंपरा की विभिन्न विधाओं के अंतर्गत अपनी प्रस्तुति दी जाएगी। यह आयोजन आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा भारत सरकार जनजातीय कार्य मंत्रालय एवं राज्य शासन के सहयोग से किया जा रहा है।जनजातीय वाचिकोत्सव के तीन दिवसीय कार्यक्रम के निर्धारित विषयानुसार प्रथम दिवस 25 मई को जनजातीय देवी-देवता एवं मड़ई मेला के संबंध में वाचिक ज्ञान, जनजातियों में प्रचलित लोक कहानियाँ, कहावतें एवं लोकोक्तियां, जनजातीय लोकगीत, उनका अभिप्राय एवं भावार्थ विषय पर जनजातीय वाचन किया जाएगा। द्वितीय दिवस 26 मई को ‘‘जनजातीय तीज-त्यौहार एवं वाचिक परम्परा, जनजातीय जीवन संस्कार (जन्म, विवाह, मृत्यु इत्यादि) संबंधी वाचिक परम्परा एवं जनजातीय समुदाय की उत्पत्ति संबंधी धारणा एवं वाचिक परंपरा विषय पर जनजातीय वाचन किया जाएगा। अंतिम दिन 27 मई को जनजातीय समुदाय में गोत्र व्यवस्था एवं गोत्र चिन्हों की अवधारणा संबंधी वाचिक ज्ञान, जनजातियों में प्रचलित विशिष्ट परम्परा (गोदना, लाल बंगला, घोटूल, धनकूल, जगार, जात्रा, धुमकुरिया आदि) रीति-रिवाज तथा परम्परागत ज्ञान एवं विश्वास’’ विषय पर जनजातीय वाचन किया जाएगा।विभाग के अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कार्यक्रम में शामिल होने जनजातीय प्रबुद्धजन विभिन्न जिलों से रायपुर पहुंचने शुरू हो गए हैं। देर शाम तक सभी के पहुचने की संभावना है। इस संबंध में हर प्रकार की उचित व्यवस्था बनाए रखने हेतु आयुक्त सह संचालक, ज्त्ज्प् श्रीमती शम्मी आबिदी के निर्देश अनुसार अधिकारियों की अलग-अलग टीमें बनाकर व्यवस्था की गई है।इस तीन दिवसीय आयोजन के उपरांत संस्थान द्वारा जनजातीय वाचिक परंपरा के संरक्षण एवं अभिलेखीकरण के दृष्टिगत पुस्तक का प्रकाशन भी किया जाएगा, जिसमें कार्यक्रम में प्रस्तुत किए गए विषयों के साथ-साथ राज्य के अन्य जनजातीय समुदाय के व्यक्तियों से भी जनजातीय वाचिक परंपरा के क्षेत्र में प्रकाशन हेतु आलेख आमंत्रित किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि पूरा आयोजन टी.आर.टी.आई. संस्थान के नवनिर्मित भवन में ही होगा।
- -वर्मी कम्पोस्ट, जैविक कीटनाशक, सब्जी उत्पादन सहित अनेक कार्य कर सशक्त हो रही हैं महिलाएंरायपुर ।महासमुंद जिले के से ग्राम बिरकोनी में शासन की महत्वपूर्ण योजना गोधन न्याय योजना अंतर्गत निर्मित गौठान में महिला स्व सहायता समूह अपने आर्थिक स्थिति में बदलाव की सकारात्मक कहानियां लिख रही हैं। यहां गौठान न केवल पशुओं के रखने की एक जगह है, बल्कि आजीविका गतिविधियों का एक सशक्त माध्यम भी है। यहां समूहों द्वारा द्वारा विभिन्न आय जनित गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। जिसके माध्यम से वे अपना और अपने परिवार की आजीविका को समृद्ध और मजबूत बना रही है।गौठान में जय मां दुर्गा एवं राम जानकी महिला स्व सहायता समूह द्वारा वर्मी खाद का उत्पादन किया जा रहा है। समूहों द्वारा अब तक कुल 31,367 किलोग्राम खाद का निर्माण किया जा चुका है तथा 3 लाख रुपए की राशि का लाभ प्राप्त कर चुकी है। समूह की सदस्य बताती है कि वर्मी खाद से प्राप्त आय से कमर करधन, पति के लिये मोटरसायकल एवं बच्चों के पढ़ाई में पैसा का उपयोग किया गया है।श्री सांई महिला स्वसहायता समूह द्वारा गौदान में 1720 लीटर गौ मूत्र का क्रय कर जैविक कीटनाशक दवाई को बनाकर 22 हजार रूपये का जैविक कीटनाशक का विक्रय किया गया है। समूह की दीदी बताती है कि जैविक कीटनाशक के उपयोग से फसलों में अच्छा उत्पादन देखने को मिला है। इसके साथ-साथ समूह सब्जी उत्पादन का कार्य भी करती है जिसे आंगनबाड़ी एवं स्कूलों में विक्रय कर अब तक 65 हजार रुपए की आय प्राप्त कर चुकी है।भाग्यलक्ष्मी महिला स्वसहायता समूह ने मुर्गीपालन कर 48 हजार रूपए की आय प्राप्त की है। श्री गणेश महिला स्वसहायता समूह द्वारा दोना पत्तल निर्माण एवं लड्डू निर्माण का कार्य भी किया जाता है। ओम महिला स्वसहायता समूहों के द्वारा बिहान केन्टीन एवं छत्तीसगढ़ी व्यंजन एवं विभिन्न प्रकार का मिठाई बनाकर 2 लाख 50 हजार रुपए की आय प्राप्त कर चुकी है, जिसे ग्रामीण बाजारों में एवं शादी एवं अन्य कार्यक्रम में विक्रय कर अच्छा लाभ प्राप्त की है.माया महिला स्वसहायता समूह द्वारा मशरूम उत्पादन का कार्य भी किया जा रहा है जिससे 28 हजार रुपए की आय हो चुकी है इसके अतिरिक्त कपड़ा सिलाई एवं हर्बल गुलाल का निर्माण कर अच्छा आय प्राप्त कर चुकी है।समूह की दीदियां बताती है कि समूह से जुड़ने के बाद उनको कई प्रकार से लाभ एवं आर्थिक सहायता प्राप्त हुआ है। घर से कभी बाहर ना जाने वाली दीदी आज गौठान से जुड़कर आत्मनिर्भर बनी। इसके अतिरिक्त उक्त समूहों को बिहान योजना अंतर्गत चक्रिय निधि 15 हजार रूपये, सामुदायिक निवेश निधि 60 हजार रूपये एव बैंक से बैंक ऋण आर्थिक रूप से सशक्त बनाने हेतु प्रदान किया गया है।
- - फ़ुंडहर में गायों को गर्मी से बचाने शेड व फ़ॉगर की सुविधा, सब्ज़ी मार्केट से लाकर खिला रहे ताजी तरकारीरायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की गौठान योजना का क्रियान्वयन करते हुए रायपुर नगर निगम द्वारा फुंडहर, गोकुल नगर, जरवाय के गौठानों में गौवंशीय पशुओं के बेहतर रख-रखाव के साथ ही आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में अभिनव पहल की जा रही हैं। गोकुल नगर गौठान में महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएं गौमूत्र का अर्क तैयार करने के साथ ही साथ ब्रम्हास्त्र जैविक कीटनाशक, पौधों के पोषण में उपयोगी जीवा अमृत, गौकाष्ठ और गोबर से 32 तरह के उत्पाद तैयार कर अपने आर्थिक स्तर में बड़ा बदलाव ला रही है। जरवाय गौठान में दीवारों की पुताई के लिए पेंट तैयार किया जा रहा है, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर अब नगर निगम सहित शासकीय भवनों को इस पेंट से ही पुताई की जा रही है।फुन्डहर गौठान, जहाँ परित्यक्त, घायल ,बीमार व सड़कों पर विचरण करते लावारिस गौ वंशियों को रखने की सभी व्यवस्थायें की गई है,इस गौठान में 281 गायें है।गर्मी के मौसम में इन्हें ठंडक देने फ़ॉगर की व्यवस्था के साथ ही सब्ज़ी बाज़ार से चारे , तरकारी आदि भी नगर निगम द्वारा ख़रीदकर दिए जा रहे हैं।इस गौठान में 24 घंटे पशु चिकित्सक की सेवा उपलब्ध है तथा 10 कर्मचारी गौठान में नियमित साफ-सफाई, चारे, पानी हेतु शिफ्ट में काम करते हैं। गायों की संख्या बढ़ने पर इन पशुओं को ग्रामीण गौठानॉ में स्थानांतरित किया जाता है और सड़कों पर लावारिस हालत में यहाँ लाए गये पशु की पहचान कर पशु मालिक नियत जुर्माना अदा कर वापस भी ले जाते हैं।रायपुर नगर निगम द्वारा इस समय शहर में तीन गौठानों का संचालन किया जा रहा है। इन गौठानों में परित्यक्त व दुर्घटना में घायल गौधन के देखभाल की व्यवस्था की जाती है। इन गौठानों के बेहतर प्रबंधन से न केवल गौवंशीय पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है, बल्कि गौ सेवा में जुटे स्व-सहायता समूहों का जीवन स्तर भी बदला है। गोकुल नगर में “एक पहल महिला स्व-सहायता समूह“ की महिलाएं अर्क निकालने 4 रूपये लीटर पर गौमूत्र क्रय कर रही हैं। समूह द्वारा उत्पादित जैविक कीटनाशक ब्रम्हास्त्र की भी अत्यधिक मांग है और 50 रूपये लीटर में इस कीटनाशक की बिक्री इस गौठान से की जा रही है। पौधों के लिए उपयोगी जीवा अमृत नामक पोषक भी इस गौठान में उत्पादित हो रहा है। महिलाएं बताती है कि 50 रूपये लीटर बिकने वाले इस जीवा अमृत में पौधों को जीवन प्रदान करने की अद्भुत शक्ति है। इन महिलाओं ने बरसों पुराने मोटे ठूंठ को इसी गौठान में ही वृक्ष के रूप में पुनर्जीवित करने का कार्य भी किया है। महिला समूह द्वारा निर्मित गोबर से बने सूटकेश, दीये, मूर्तियां, पूजन सामग्री, सजावटी सामान की मांग भी बहुतायत है। इसके अलावा वैदिक पद्धति से तैयार बिलौना घी, पनीर, दूध, दही से गौठान की अपनी अलग पहचान बनी है।महिला समूह की सचिव श्रीमती नोमिल पाल बताती है कि कई घायल गौवंशीय के स्वास्थ्य में निरंतर सुधार के बाद अब इन पशुओं के लिए गौठान अब स्थायी बसेरा है। घायल अवस्था में दो साल पहले गौठान पहुंचे मुर्रा नस्ल की भैंस अब बच्चे को जन्म देने वाली है। गौवंशीय के वंश वृद्धि के लिए गौठान में कृत्रिम गर्भाधान पद्धति अपनायी जाती थी, किन्तु अब इनके जोड़े भी गौठान में तैयार हो चुके हैं। इस गौठान में छत्तीसगढ़ की कोसली नस्ल के गाय, बछड़ों के अलावा, साहीवाल, थारपार, गिर नस्ल के गौधन भी हैं, जो घायल अवस्था में पशु पालकों द्वारा सड़कों पर छोड़ दिए गए थे, यही गौधन अब स्वस्थ्य होकर दुग्ध व अन्य उत्पादों से महिला समूहों के लिए नये आर्थिक स्त्रोत सृजित करने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।जरवाय के गौठान में दीवारों को रंगने के लिए गोबर से पेंट का उत्पादन किया जा रहा है। इस उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भी स्वयं पहल की है। उनके निर्देश पर रायपुर नगर निगम मुख्यालय सहित अन्य भवनों की दीवारों को गोबर से बने पेंट से ही रंगने की शुरूआत की जा चुकी है। समूह की महिलाएं बताती है कि यह पेंट किसी भी रसायनिक पेंट से ज्यादा उपयोगी है। गोबर पेंट किफायती होने के साथ ही साथ एंटीबैक्टीरियल, एंटी फंगल, नॉन टॉक्सिक और इको फ्रेंडली पेंट के रूप में जाना जाता है, जो कि कैमिकल पेंट की तुलना में अधिक आकर्षक और प्रभावशाली है। समूह की महिलाएं इसे गौठान योजना का बेहतर उत्पाद मानते हुए इसे कृषि आधारित उद्योगों में एक क्रांतिकारी बदलाव के रूप में देखती है।इन सब प्रयासों से गौठानों की आत्म निर्भरता बढ़ रही है एवं इससे जुड़े स्व-सहायता समूह के जीवन में भी बड़े बदलाव की आहट है।
- रायपुर / छत्तीसगढ़ शासन के महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशानुसार एकीकृत बाल विकास परियोजना रायपुर शहरी - 02, जिला रायपुर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के रिक्त पदों हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए आठ एवं सहायिका के लिए 23 रिक्त पदों पर 25 मई से 08 जून तक आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये है। परियोजना अधिकारी रायपुर ने बताया कि निर्धारित प्रारूप में आवेदन पत्र परियोजना कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है । पूर्णरूप से भरे गये आवेदन निर्धारित तिथि व कार्यालयीन समय पर एकीकृत बाल विकास परियोजना रायपुर शहरी - 02, एच.आई.जी 82 सेक्टर - 01,डी.डी. नगर स्थित कार्यालय में सीधे जमा किया जा सकता है। अर्हता संबंधी विस्तृत जानकारी के लिए परियोजना कार्यालय, नगर निगम रायपुर तथा वार्ड पार्षद कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है ।
- -जिले के 411 गौठानो में की जा रही है गोबर की नियमित खरीद-01 लाख 40 हजार 699 क्विंटल खाद का विक्रय महिलाओं ने कमाए 04 करोड़ 60 लाखबालोद। जिला प्रशासन द्वारा जिले के जनप्रतिनिधियों के द्वारा जिले के गोठान अवलोकन के संबंध में प्रकाशित खबर पर तत्काल संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा के निर्देशानुसार अधिकारियों द्वारा तत्काल संबंधित गौठानों का जांच कर वस्तु स्थिति की जानकारी ली गई। जांच में गोठानों में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित पाई गई। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना से ग्रामीण क्षेत्रो में एक जागृति आयी है और किसानो के जीवन में परिवर्तन एवं खुशहाली आया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। गोधन न्याय योजना के जिला नोडल अधिकारी श्री सूर्य नारायण ताम्रकार ने बताया कि बालोद जिला क्षेत्रान्तर्गत कुल 437 ग्राम पंचायतो में 405 ग्रामीण क्षेत्रों में तथा 10 शहरी क्षेत्र में, इस प्रकार कुल 415 गौठान जिले में स्वीकृत है। सभी गौठानो में राज्य शासन की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना के तहत् नियमित रूप से गोबर खरीदी की जा रही है।श्री ताम्रकार ने बताया कि अब तक कुल 22 हजार 573 गोबर विक्रेताओ से कुल 5 लाख 82 हजार 749 क्विंटल गोबर का क्रय गौठानो में किया गया है तथा क्रय किये गये गोबर के अनुपात में कुल 1 लाख 68 हजार 4 सौ 75 क्विंटल जैविक खाद का उत्पादन किया जाकर 1 लाख 40 हजार 6 सौ 99 क्विंटल खाद का विक्रय किया जा चुका है। वर्मी कम्पोस्ट विक्रय से अब तक स्व-सहायता समुहो को कुल 4 करोड़ 80 लाख रू. से अधिक लाभांश राशि का भुगतान किया गया है। वर्तमान स्थिति में जिले में कुल 249 गौठान स्वावलंबी हो चुके है। जिले में कुल 415 गौठानो हेतु चार चरणो में स्वीकृति प्रदान की गयी है, जिसके अंतर्गत 411 गौठानों में मूलभूत सुविधाओं के साथ गोबर खरीदी कार्य आगामी खरीफ में खाद की पूर्ति हेतु जोर शोर से चल रहा है।सुराजी गांव योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में आयी जागृति, समुहों को दिया जा रहा प्रशिक्षणजैविक खाद निर्माण हेतु कृषि विभाग को नोडल है, विभाग द्वारा स्व-सहायता समूहो को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है एवं आवश्यकता अनुरूप समय-समय पर मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है। खाद की गुणवत्ता नियंत्रण हेतु सैम्पल समय-समय पर प्रयोगशाला में प्रेषित किया जाता है। जिले के गौठानो में बिजली एवं पानी की उपलब्धता हेतु विद्युत विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं समस्त जनपद पंचायतो को निर्देशित किया गया है, जिसके अनुसार संबंधित विभागो द्वारा इस हेतु समुचित प्रयास करते हुए कार्य कराया जा रहा है।ग्रामीण अर्थव्यवस्था बन रही मजबूत, किसानो को किया जा रहा पैरा दान हेतु प्रेरितगौठानो में पशुओं की सुखे चारे की उपलब्धता हेतु किसानो को प्रेरित कर जिले में कुल 65 हजार 2 सौ 03 क्विंटल पैरा दान कराया गया है साथ ही पैरा के संरक्षण हेतु बेलर मशीन से बंडल तथा पशु विभाग द्वारा पैरा उपचार भी कराया गया है। गौठानो में समूहों के द्वारा सामुदायिक बाड़ी, मत्स्यपालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन, मशरूम उत्पादन एवं अन्य आय मूलक आजिविका गतिविधि विभागीय सहयोग से संचालित की जा रही है, जिससे उनकी आय में वृद्धि हुई है।
- -डाॅक्टरों एवं चिकित्सा कर्मियों की पूरे समय उपस्थिति सुनिश्चित कराने के दिए निर्देशबालोद। कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने आज जिला मुख्यालय बालोद स्थित जिला चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण कर अस्पताल के व्यवस्थाओं का पड़ताल किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल के रजिस्ट्रेशन कांउटर, आपातकालीन चिकित्सा कक्ष सहित अस्पताल के विभिन्न वार्डो एवं रसोई कक्ष आदि में पहुंचकर व्यवस्थाओं का मुआयना किया। श्री शर्मा ने अस्पताल के विभिन्न वार्डो एवं ओपीडी कक्ष में पहुंचकर मरीजों एवं उनके परिजनों से बातचीत कर उन्हें अस्पताल में मिलने वाली सुविधा एवं डाक्टरों की नियमित उपस्थिति के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने सिविल सर्जन डाॅ. श्रीमाली को डाॅक्टरों एवं अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी चार्ट बनाकर रोस्टर अनुसार पूरे समय उनकी उपस्थिति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। जिससे की डाॅक्टर एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारियों की अनुपस्थिति के कारण मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके लिए उन्होंने सिविज सर्जन को प्रत्येक माह ड्यूटी चार्ट बनाने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने कहा कि बिना विधिवत छुट्टी स्वीकृति के कोई भी डाॅक्टर एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी अपने कार्य से अनुपस्थित न रहे। यदि वाजिब कारणों से डाॅक्टर एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारियों के अनुपस्थित रहने पर उनके कक्ष के बाहर इसकी जानकारी भी प्रदर्शित कराने को कहा।कलेक्टर श्री शर्मा ने अस्पताल के रजिस्ट्रेशन कांउटर में पहुंचकर रजिस्ट्रेशन के कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने मरीजों से बातचीत कर रजिस्ट्रेशन पर्ची हेतु उनसे लिए गए कुल शुल्क के संबंध में भी जानकारी ली। मरीजों ने कलेक्टर को रजिस्ट्रेशन पर्ची के लिए 10 रुपये की राशि जमा करने की जानकारी दी। इस दौरान श्री शर्मा ने अस्पताल के ओपीडी, मेडीसिन विशेषज्ञ कक्ष आदि का निरीक्षण कर अस्पताल के व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान उन्होंने डाॅक्टरों एवं अन्य चिकित्सा कर्मीयों की उपस्थिति पंजी का भी अवलोकन किया एवं नियमित रूप से पंजी संधारित करने तथा डाॅक्टरों की अनुपस्थिति में अन्य डाॅक्टरों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने एनसीडी कक्ष में पहुंचकर ड्यूटी में तैनात चिकित्सक डाॅ. बीएल रात्रे से बातचीत कर प्रतिदिन जाँच के लिए आने वाले मरीजों के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने बी.पी. जाँच करा रहे मरीजों से बातचीत कर उनका हालचाल जाना और डाॅक्टरों के द्वारा दिए गए पर्ची को संभाल कर रखने को कहा। श्री शर्मा ने स्वास्थ्य जाँच के लिए अस्पताल पहुंचे गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम चीचबोड़ के बुजुर्ग व्यक्ति श्री कृपाराम साहू से बातचीत कर उनका हालचाल पूछा। श्री शर्मा ने बुजुर्ग कृपाराम को अस्पताल में मरीजों को निःशुल्क दवाईयां मिलने की भी जानकारी दी। कलेक्टर ने मौके पर उपस्थित चिकित्सकों को कृपाराम का ईसीजी एवं शूगर जाँच करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर के मधुर एवं आत्मीय व्यवहार से मरीज एवं उनके परिजन अभिभूत हो गए।इस दौरान कलेक्टर ने अस्पताल के स्पर्श क्लीनिक, शिशु रोग विशेषज्ञ कक्ष, फिजियो थेरेपी कक्ष, नैदानिक मनोविज्ञान कक्ष, अस्थि रोग विभाग आदि का भी निरीक्षण किया। श्री शर्मा ने अस्पताल के महिला एवं पुरुष शौचालय का निरीक्षण कर सिविज सर्जन एवं अधिकारियों को साफ-सफाई समूचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने पैथालाॅजी लैब, एक्स-रे कक्ष का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सिविल सर्जन एवं चिकित्सकों को डीजीटल एक्स-रे के कार्य को सक्रिय करने के निर्देश दिए। श्री शर्मा ने अस्पताल के रसोई कक्ष का भी निरीक्षण कर मरीजों के लिए बनाए जा रहे भोजन की गुणवत्ता का पड़ताल किया। उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों से मरीजों को प्रतिदिन प्रदान की जाने वाली भोजन एवं नाश्ता के संबंध में भी जानकारी ली। कलेक्टर ने मरीजों को प्रतिदिन गर्म एवं ताजा पौष्टिक भोजन एवं नाश्ता प्रदान करने के निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम श्रीमती शीतल बंसल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
- दुर्ग /भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु श्री लक्ष्मण तिवारी (सहायक कलेक्टर) को जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत् प्रशासनिक व्यवस्था की बारिकीयों का अध्ययन व प्रशासनिक व्यवस्था से अवगत होने के लिए जिले के पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत सीईओ और प्रशासन के विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ संलग्न किया गया है। प्रशिक्षण हेतु जिला पंचायत में 22 मई से 4 जून, जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों में 5 जून से 11 जून तथा पुलिस अधीक्षक व जिला स्तरीय पुलिस अंतर्गत 12 जून से 18 जून तक प्रशिक्षण की तिथि तय की गई है ताकि एडमिस्ट्रेशन, पुलिसिंग व गवर्नेंस से संबंधित हर सेक्टर की जानकारी प्राप्त कर सके।
- - स्थानीय लोगों को रोजगार के समुचित अवसर मिलने से ग्रामीण बन रहे हैं आत्मनिर्भर एवं आर्थिक रूप से सशक्त-करकाभाट के युवाओं ने कूलर एवं आलमारी निर्माण कर कमाए 65 हजार रुपए-बालोद जिले के 11 औद्योगिक पार्क में 26 से अधिक गतिविधियां संचालितबालोद।, राज्य शासन के महत्वाकांक्षी महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क अपने स्थापना के उद्देश्यों पर सफलीभूत होकर ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का अत्यंत सुगम एवं कारगार माध्यम बन गया है। बालोद जिले में संचालित कुल 11 महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क के माध्यम से स्थानीय ग्रामीणों को उनके गांव एवं गांव के आसपास ही सहज रूप से रोजगार मिलने से ग्रामीण आत्मनिर्भर एवं आर्थिक रूप से सशक्त बन रहे हैं। जिले के सभी ग्रामीण औद्योगिक पार्क के माध्यम से ग्रामीणों को समूचित रोजगार मिलने से पलायन की समस्या से मुक्ति मिल रही है। वास्तव में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों इस योजना का बहुत ही अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। इस योजना के फलस्वरूप जिले के बालोद विकासखण्ड के ग्राम करकाभाट में संचालित महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क में आलमारी एवं कूलर निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया है। यहां पर 11 उद्यमी कार्यरत् है जिन्होंने प्रारंभिक प्रशिक्षण के दौरान ही 70 कूलर एवं 72 आलमारी का निर्माण कर कुल 65 हजार रुपये का आय अर्जित की है। वास्तव में इतने कम अवधि में इतनी बड़ी आय अर्जित करना इस योजना के सफलता को बयां करती है। जिससे ग्रामीण औद्योगिक करकाभाट में कार्यरत् उद्यमी काफी उत्साहित है।ग्रामीण औद्योगिक पार्क करकाभाट में कार्यरत् उद्यमी विजय कुमार ने अनुभव साझा करते हुए बताया कि हमारे द्वारा पिछले एक माह से कूलर एवं आलमारी का प्रशिक्षण प्राप्त किया जा रहा है। यहां हमें प्रशिक्षण के साथ-साथ स्वरोजगार का भी साधन प्राप्त हो रहा है। जिससे हमें अपने कौशल से संबंधित कार्य करने हेतु अन्य स्थानों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है, अब हमें गांव में ही रोजगार मिल रहा है। उन्होंने अपने ग्राम करकाभाट में महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके प्रति विनम्र आभार व्यक्त किया है। इसके अलावा उन्होंने उनकेे द्वारा निर्मित किए जा रहे सामग्रियों के बिक्री के लिए सतत् सहयोग, प्रोत्साहन एवं जरूरी मदद प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन के प्रति भी आभार व्यक्त किया है। उल्लेखनीय है कि बालोद जिले के अन्य महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क में भी ग्रामीणों को रोजगार प्रदान करने हेतु विभिन्न कार्य संचालित किए जा रहे है। जिसमें से प्रमुख रूप से मिलेट, चिक्की, अपेरल पार्क (रेडिमेट वस्त्र), कूलर आलमारी निर्माण, नॉन वूवेन बैग, बेकरी उत्पाद, राइस वैल्यू एडेड प्रोडक्ट एवं कृषि आधारित प्रसंस्करण इकाई के साथ-साथ एलोविरा जूस, लेमन ग्रास ऑइल केला तना रेशा के अलावा क्लीनिंग मटेरियल झाडू मोप, फिनाईल डिटर्जेंट केक एवं पावडर आदि 26 गतिविधियाँ संचालित है। वर्तमान में यहाँ पर 206 उद्यमी कार्यरत है जिसमें 140 महिला एवं 66 पुरुष शामिल है। इन सभी स्थानों पर 01 माह के अल्प अवधि में निर्माण कार्य प्रारंभिक स्तर के दौरान ही 12 लाख रुपये का आय अर्जित किया गया है। जिससे प्रतिव्यक्ति 4800 रुपये औसत आमदानी प्राप्त हो रही है। इसके साथ ही जिला प्रशासन द्वारा कार्यरत उद्यमियों के दक्षता बढ़ने के साथ-साथ आय में वृद्धि के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है।
- बिलासपुर /ग्रामोद्योग विभाग द्वारा जिला हाथकरघा कार्यालय के माध्यम से 25 मई से 1 जून तक आठ दिवसीय कोसा एवं कॉटन ऑफ छत्तीसगढ़ हाथकरघा वस्त्र प्रदर्शनी सह विक्रय का आयोजन किया जा रहा है। जिसका शुभारंभ एसईसीएल के बसंत विहार कॉलोनी के बसंत क्लब में 25 मई को दोपहर 1 बजे से होगा। यह प्रदर्शनी 1 जून तक प्रतिदिन सवेरे 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुली रहेगी।इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के हाथकरघा बुनकरों को विपणन हेतु उचित माध्यम उपलब्ध कराना, बुनकरों के बुनाई कला को आम नागरिक तक सीधे पहुचाना तथा उपभोक्ता के माध्यम से हाथकरघा वस्त्र प्रदर्शनी में नित नवीन डिजाईनों के विकास हेतु सुझाव प्राप्त करना, राज्य स्तरीय हथकरघा वस्त्र उत्पादन को एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराकर आम उपभोक्ताओं तक सीधे पहुंचना, बुनकरों के लिए नियमित रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। छत्तीसगढ़ में हथकरघा पर वस्त्र उत्पादन का कार्य महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और कई हुनरमंद महिलाएं बुनकर सामने आ रही हैं।छत्तीसगढ़ राज्य की कोसा वस्त्र बुनाई कला राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त है। कोसा वस्त्र बुनाई कला में मुख्यतः रायगढ़, जांजगीर-चांपा, बिलासपुर, चन्द्रपुर, छुरी, सिवनी आदि क्षेत्र के बुनकरों को राष्ट्रपति एवं राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त है। ऐसे पुरस्कृत बुनकरों के द्वारा कोसा एवं सूती वस्त्रों की कलात्मक डिजाईनर साड़ियों का उत्पादन कर प्रदर्शन किया जाएगा। छत्तीसगढ़ के लगभग 25 बुनकर सहकारी समिति एवं बुनकर प्रतिनिधि के माध्यम से आकर्षक कोसा एवं कॉटन वस्त्र जैसे उत्कृष्ट कलात्मक कोसा साडियॉ, कोसा मलमल, कोसा ड्रेस मटेरियल, कोसा सलवार सूट, कोसा बाफ्ता, सूती साडियॉ आदि का प्रदर्शन किया जाएगा। यहां की हस्तशिल्प कला भी देश-विदेश में प्रख्यात है। प्रदर्शनी में हस्तशिल्प के बेलमेटल, टेराकोटा, आयरन, काष्ट कला की आकर्षक सामग्रियां आकर्षण का केंद्र होंगी। file photo
- -अरण्यकाण्ड के प्रसंगों पर विशेष मंचन-कला-संस्कृति की समृद्ध परंपरा का दिखेगा संगम-मशहूर कलाकार महोत्सव में करेंगे शिरकतरायपुर / आगामी 1 से 3 जून तक छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के रामलीला मैदान में होन जा रहे राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में नेपाल, कंबोडिया, इंडोनेशिया और थाईलैंड सहित 14 राज्यों की रामायण मंडलियों की विशेष प्रस्तुतियां देखने को मिलेगी। महोत्सव में अरण्यकाण्ड के प्रसंगों पर विशेष प्रस्तुतियां होंगी। इस मौके पर छत्तीसगढ़ की कला-संस्कृति और समृद्ध आतिथ्य का संगम दिखेगा। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के लिए रायगढ़ में जोर-शोर से तैयारियां चल रही है। रायगढ़ कलेक्टर श्री तारण प्रकाश सिन्हा ने संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में विधायक श्री प्रकाश नायक, संस्कृति विभाग के संचालक श्री विवेक आचार्य, पुलिस अधीक्षक श्री सदानंद कुमार भी उपस्थित थे।गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर रायगढ़ में 1 से 3 जून तक राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। देश-विदेश की मंडलियां इस भव्य आयोजन में भाग लेंगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल कार्यक्रम के शुभारंभ और समापन कार्यक्रम में शामिल होंगे। संस्कृति विभाग के संचालक श्री विवेक आचार्य ने बताया कि राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के मंच में नेपाल, कंबोडिया, इंडोनेशिया और थाईलैंड सहित देश के 14 राज्यों के कलाकार विशेष रूप से अरण्यकांड के प्रसंगों पर प्रस्तुति देंगे।बैठक में बताया गया कि तीन दिवसीय इस राष्ट्रीय आयोजन में पहले दिन 1 जून को महोत्सव की शुरुआत होगी। जिसमें प्रतिभागी दलों का मार्च पास्ट होगा। दोपहर 3 बजे से रामायण मंडलियों की प्रस्तुति शुरू होगी। शाम में इंडियन आइडल फेम प्रसिद्ध सिंगर शन्मुख प्रिया और शरद शर्मा की परफॉर्मेंस होगी। दूसरे दिन 02 जून को दोपहर तीन बजे से रामायण मंडलियां प्रस्तुति देंगी। शाम को प्रसिद्ध गायक बाबा रघुवंशी और भजन गायक श्री लखबीर सिंह लक्खा का कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम का समापन 03 जून को दोपहर 03 बजे मंडलियों की अंतिम प्रस्तुतियां होंगी। शाम 6 बजे केलो महाआरती और दीपदान का कार्यक्रम होगा। जिसके पश्चात प्रख्यात कवि कुमार विश्वास रामकथा कहेंगे और प्रसिद्ध गायिका मैथिली ठाकुर के भजनों की प्रस्तुति होगी। रामायण महोत्सव में सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ भी किया जाएगा। बैठक में विधायक श्री प्रकाश नायक ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल से रायगढ़ में यह विराट आयोजन होने जा रहा है। यह हम सबके लिए गौरव की बात है।
- -सक्ती जिला प्रशासन ने ओडिशा प्रशासन से समन्वय कर दर्ज कराया एफआईआर, 4 गिरफ्ताररायपुर / ओडिशा से लौट रहे तीर्थयात्रियों से कटक जिले में मंगोली के पास बैरियर में अवैध वसूली तथा मारपीट की शिकायत मिलते ही सक्ती जिला प्रशासन ने ओडिशा प्रशासन से संपर्क किया। सक्ती के अधिकारियों ने ओडिशा के अधिकारियों से कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्जकर आरोपियों पर कार्रवाई की जाए। इसके बाद कटक जिले के अतरगढ़ थाने में इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया।उल्लेखनीय है कि मल्दा छत्तीसगढ़ की श्री कृष्णलीला मंडली के सदस्य रामेश्वरम यात्रा के लिए निकले थे। भुवनेश्वर के नंदन कानन घूमने के बाद संबलपुर के रास्ते यह घर के लिए निकले। कटक जिले में मंगोली के पास महानदी टोल में इनसे अवैध वसूली हुई और महिलाओं के साथ भी मारपीट की गई। इसकी सूचना मिलते ही सक्ती जिला प्रशासन के अधिकारियों ने ओडिशा पुलिस के साथ संपर्क किया।
- दुर्ग / आयुष मंत्रालय के तात्वाधान में 9 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन 21 जून को होना है। योग के लाभ से लोगों को अवगत कराने व जन जागरूकता हेतु विभिन्न स्तरों पर अनेक गतिविधियों के माध्यम से इस दिवस को मनाया जाना है। त्रि-स्तरीय पंचायत व्यवस्था के अंतर्गत आयोजन के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला पंचायत सीईओ श्री अश्वनी देवांगन द्वारा जनपद पंचायत दुर्ग, धमधा व पाटन के सीईओ को पंचायत भवन व कार्यालय परिसर में बैनर का प्रदर्शन करने, योग प्रशिक्षण आयोजित करने, योग विशेषज्ञों द्वारा योग पर व्याख्यान करने, योग के महत्व के बारे में प्रचार-प्रसार करने के लिए कार्याशाला आयोजित करने, प्रधानमंत्री के योग संदेश का प्रचार प्रसार करने, योगकिट उपलब्ध कराकर योग सत्र संचालित करने (ग्राम पंचायत की स्वयं की व्यय क्षमता के आधार पर) व योग के अभ्यास व लाभ की जानकारी का प्रचार- प्रसार करने हेतु निर्देशित किया गया है।
- -समूह द्वारा 01 लाख 08 हजार 275 बोरियां निर्माण कर अर्जित किया गया 04 लाख रुपयेबालोद जिले के गुण्डरदेही विकासखंड के ग्राम पंचायत गब्दी में स्वसहायता समूह की महिलाओं ने वर्मी खाद हेतु बोरी निर्माण कर बनाया अपना आय का साधन। श्री गणेशाय स्वसहायता समूह जो वर्ष 2018 से समूह में जुड़कर 50-50 रू. बचत राशि इकट्ठा कर आपसी लेनदेन का कार्य कर रही थीं। वर्ष 2020 में गोधन न्याय योजना की शुरूआत हुई और गौठानो में वर्मी खाद का उत्पादन जोरो-शोरो से प्रारंभ हुआ तथा गौठानों में बोरियों की जरूरत पड़ने लगी तथा बोरियों को अधिक मूल्य में क्रय करना पड़ता था। तब महिला समूह ने सोचा कि क्यों न वर्मी खाद के लिए बोरी निर्माण किया जाये। बोरी निर्माण के लिए मशीन की आवश्यकता थी जो जिला प्रशासन के सहयोग से मिला तथा कच्चे माल एवं अन्य अतिरिक्त खर्च के लिए बिहान के माध्यम से पैसों की व्यवस्था हुई जिससे समूह द्वारा बोरी निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया। समूह की सदस्य श्रीमती संतोषी सिन्हा ने बताया कि अब तक कुल 01 लाख 08 हजार 275 बोरियों का निर्माण कर 14 लाख रू. का विक्रय कर 04 लाख रुपये आय प्राप्त हुआ है, समूह में 07 सदस्य कार्यरत् है। उन्होंने बताया कि उनकी बोरियां बालोद जिले सहित अन्य जिलों में भी आपूर्ति की जा रही है। जिससे समूह के सदस्यों को प्रतिमाह 20 से 25 कार्य दिवस के आधार पर 05 से 06 हजार रुपये मासिक आय प्राप्त हो रहा है। पहले खुले बाजारों में यह बोरी 18 से 20 रुपये में मिलती थी परन्तु हम इसे 12.50 रुपये में विक्रय करते है। समूह की महिलाओं ने बताया कि यह गतिविधि प्रारंभ करने से पहले उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, कर्ज लेकर आवश्यकताओं की पूर्ति करने पड़ती थी परन्तु अब हमें पूर्णकालिक रोजगार की प्राप्त हो गई है। जिससे हमारी आर्थिक स्थिति में सुधार आया है और हमें कार्य करने के लिए गांव से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती और हमारे समूह की आय में वृद्धि हो रही है जिससे वे अपने परिवार की जिम्मेदारियों में सहभागी बन पा रहे हंै।
- -छत्तीसगढ़ का भगवान राम, माता कौशल्या और महाकाव्य रामायण से है गहरा संबंध-राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की भागीदारी से राष्ट्रीय रामायण महोत्सव की बढ़ेगी भव्यता और गरिमा-01 से 03 जून 2023 तक कला और संस्कृति की नगरी रायगढ़ में होगा राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजनरायपुर। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव 01 जून 03 जून तक रामलीला मैदान, रायगढ़, छत्तीसगढ़ में आयोजित होगा। यह एक प्रकार का प्रतियोगिता वाला कार्यक्रम होगा, इसलिए राज्यों से रामायण ‘झांकी प्रदर्शन‘ समूह के प्रतिनिधि मंडल को आमंत्रित किया गया है। नृत्यनाटिका का विषय महाकाव्य रामायण के अरण्यकाण्ड पर आधारित होगा।छत्तीसगढ़ राज्य धार्मिक व सांस्कृतिक विरासतों से समृद्ध एक ऐसा प्रदेश है, जिसका श्रीराम, माता कौशल्या व उनके जीवन चरित्र पर आधारित महाकाव्य रामायण से बहुत गहरा संबंध है। छत्तीसगढ़ राज्य को श्रीराम की माता कौशल्या की जन्मभूमि होने का विशेष गौरव प्राप्त है। माता कौशल्या का जन्म तत्कालीन दक्षिण कोसल में हुआ था, जो वर्तमान छत्तीसगढ़ में है। माता कौशल्या को उनके उदार भाव, उनके ज्ञान व श्रीराम के प्रति उनके वात्सल्य भाव के लिये जाना जाता है, यही कारण है कि उन्हें मातृत्व भाव के प्रतीक के रूप में कई स्थानों पर पूजा जाता है, परंतु छत्तीसगढ़ राज्य एक मात्र ऐसा प्रदेश है जहां चन्द्रखुरी नामक स्थान पर माता कौशल्या को समर्पित मंदिर स्थापित है।भगवान राम ने अपने 14 वर्ष के वनवास के लगभग 10 वर्ष अधिकांशतः दण्डकारण्य में व्यतीत किये हैं एवं उक्त सभी स्थानों पर श्रीराम की उपस्थिति से संबंधित बहुत सी कथाएं प्रचलित हैं। मध्य भारत में स्थित छत्तीसगढ़ प्रदेश के वनक्षेत्र के संदर्भ में ऐसी धारणा है कि श्रीराम ने अपने वनवास अवधि का एक महत्वपूर्ण भाग यहां व्यतीत किया था, इसलिए इस क्षेत्र में श्रीराम को समर्पित बहुत से मंदिर एवं पवित्र स्थल स्थित हैं ।यह क्षेत्र कई आदिवासी समुदायों का भी निवास स्थान माना जाता है, जिन्होंने सदियों से अपने पूर्वजों की परंपराओं व संस्कृति को सहेज कर रखा है। श्रीराम ने छत्तीसगढ़ की दो सर्वाधिक महत्वपूर्ण नदियां शिवनाथ व महानदी के तट के निकट अपने वनवास का अधिकांश समय बिताया था।छत्तीसगढ़ में पहली बार आयोजित हो रहे राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के रामायण ‘झांकी प्रदर्शन समूह‘ को आमंत्रित किया गया है। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के अंतर्गत प्रतियोगी कार्यक्रम होंगे, जिसमें प्रस्तुत की जाने वाली नृत्य नाटिका का विषय महाकाव्य रामायण के अरण्य-कांड पर आधारित होगा। छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति की नगरी रायगढ़ के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
- -हांगकांग में आयोजित “द एसेट ट्रिपल-ए अवार्ड्स“ में रायपुर हुआ सम्मानित-डिजिटल बेस्ट पेमेंट एंड कलेक्शन सॉल्यूशन श्रेणी में शहर का डीडीएन प्रोजेक्ट रहा अव्वलरायपुर। हांगकांग में ‘द एसेट ग्रुप’ द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित “द एसेट ट्रिपल-ए अवार्ड्स“ समारोह में रायपुर स्मार्ट सिटी लि. के “डिजिटल डोर नंबर“ प्रोजेक्ट को बेस्ट पेमेंट एंड कलेक्शन सॉल्यूशन श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ मानते हुए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया। एक भव्य समारोह में “द एसेट ग्रुप“ के एडिटर एंड चीफ डेनियल वाय. यू. द्वारा रायपुर स्मार्ट सिटी लि. को अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया गया। रायपुर स्मार्ट सिटी लि. के प्रबंध संचालक श्री मयंक चतुर्वेदी ने प्रोजेक्ट से जुड़े नगर निगम, स्मार्ट सिटी व प्रोजेक्ट पार्टनर बैंक के अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई दी है एवं नागरिकों को इस सुविधा का पूर्ण लाभ के लिए प्रेरित करने हेतु निर्देशित किया है।रायपुर स्मार्ट सिटी लि. के डीडीएन प्रोजेक्ट को मिले “द एसेट ट्रिपल-ए अवार्ड्स“ का आयोजन ‘द एसेट ग्रुप’ द्वारा प्रत्येक वर्ष अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किया जाता है, जिसमें मध्य-पूर्व व एशिया महाद्वीप के सभी महत्वपूर्ण देश विश्व मंच पर अपने महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट ज्यूरी के समक्ष प्रस्तुत करते हैं। विशेषज्ञ इन परियोजनाओं की गुणात्मक व जनोपयोगी स्वरूप का मूल्यांकन कर उपयोगिता अनुरूप अवार्ड का निर्धारण करते हैं।परियोजना के तहत प्रोजेक्ट पार्टनर इंडसइंड बैंक के सहयोग से रायपुर स्मार्ट सिटी लि. व नगर पालिक निगम रायपुर द्वारा शहर के 3.11 लाख घरों में डीडीएन प्लेट लगाए जा रहे है, जिसके माध्यम से मकान मालिक अपने इस प्लेट में लगे क्यू-आर कोड को स्कैन कर संपत्ति कर, जल कर सहित अन्य विभिन्न करों के भुगतान के साथ ही डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, नल कनेक्शन सहित 26 तरह की आवश्यक व आपातकालीन सेवाएं घर बैठे सुगमता पूर्वक प्राप्त करते हैं।हाल ही में आयोजित एक भव्य समारोह में रायपुर स्मार्ट सिटी लि. के डीडीएन प्रोजेक्ट को डिजिटल अवार्ड अंतर्गत बेस्ट पेमेंट एंड कलेक्शन सॉल्यूशन श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ प्रोजेक्ट के तौर पर चयनित किया गया। रायपुर स्मार्ट सिटी लि. व प्रोजेक्ट पार्टनर इंडसइंड बैंक द्वारा इस श्रेणी हेतु डीडीएन प्रोजेक्ट को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया गया।रायपुर स्मार्ट सिटी लि. द्वारा नगर निगम के सहयोग से अब तक 1.55 लाख घरों में डीडीएन प्लेट लगाए जा चुके है एवं 55 हजार घरों में उक्त प्लेट वर्तमान में लगाए जा रहे है। शेष घरों में यह प्लेट शीघ्र ही लगाकर रायपुर शहर के प्रत्येक घर को ऑनलाइन टैक्स पेमेंट सिस्टम व नगर निगम सुविधाओं से जोड़ा जाएगा।
- बालोद। कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने बालोद जिले में पदस्थ तहसीलदारों एवं नायब तहसीलदारों का नवीन पदस्थापना आदेश जारी करते हुए उन्हें जिले के अलग-अलग तहसीलों की जिम्मेदारी दी है। इसके अंतर्गत उन्होंने श्री कोमल धु्रव को तहसील कार्यालय मार्री-बंगला, नायब तहसीलदार श्री आशीष देहारी को तहसील कार्यालय मार्री-बंगला-देवरी से तहसील कार्यालय गुरूर, नायब तहसीलदार दीपक चंद्राकर को तहसील कार्यालय अर्जुंदा से तहसील कार्यालय गुण्डरदेही एवं श्रीमती प्रीति चिवर्तकर को तहसील कार्यालय अर्जुंदा में आगामी आदेश पर्यंत कार्य संपादन हेतु पदस्थ किया गया है।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 24 मई को पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री श्री बघेल सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री निवास से प्रस्थान कर सुबह 11.15 बजे पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम पहुंचेंगे और वहां 11.30 बजे से विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे। समारोह पश्चात मुख्यमंत्री दोपहर 1.30 मुख्यमंत्री निवास वापस आएंगे।
- -आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में हर पुष्य नक्षत्र तिथि में 0-16 वर्ष के बच्चों को कराया जाता है स्वर्ण प्राशन-बच्चों के शारीरिक-मानसिक विकास में मददगार होने के साथ एकाग्रता और स्मरण शक्ति भी बढ़ाता हैरायपुर.। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने 24 मई को रायपुर के शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया जाएगा। आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में हर पुष्य नक्षत्र तिथि में शून्य से 16 वर्ष के बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया जाता है। चिकित्सालय के कौमारभृत्य बाल रोग विभाग में सवेरे नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक इसका सेवन कराया जाता है। यह औषधि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, श्वसन संबंधी एवं अन्य रोगों से रक्षा करने के साथ ही एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ाने में अत्यंत लाभकारी है। यह बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में भी मदद करता है।शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में हर पुष्य नक्षत्र तिथि में बच्चों के लिए स्वर्ण प्राशन का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष की आगामी पुष्य नक्षत्र तिथियों 24 मई, 20 जून, 18 जुलाई, 14 अगस्त, 10 सितम्बर, 7 अक्टूबर, 4 नवम्बर, 1 दिसम्बर और 29 दिसम्बर को बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया जाएगा। file photo
- - भिलाई-चरौदा नगरीय निकाय के आदर्श व्यवसायिक परिसर पर पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत की गई जानकारीदुर्ग / कलेक्टर श्री पुष्पेन्द्र कुमार मीणा द्वारा आज ली गई अर्बन की बैठक में नगर के विकास और निर्माण के लिए किए जा रहे योजनाबद्ध चरण पर चर्चा की गई। जिसमें चारों नगरीय निकाय के डेवलपमेंट के संबंध में उपस्थित संबंधित अधिकारी से कलेक्टर द्वारा जानकारी मांगी गई। बैठक में नगर पालिका निगम भिलाई चरोदा के आयुक्त श्री अजय त्रिपाठी द्वारा नगरी निकाय में विकास के लिए किये जा रहे रोड मैप का प्रस्तुत किया गया। जिसके अंतर्गत आदर्श व्यवसायिक परिसर हेतु चिन्हित मार्केट निहारिका (सिरसा चौक के पास), भिलाई 03 मार्केट (वार्ड क्रमांक 16 पुरानी भिलाई बाजार चौक के पास) व (चरोदा मार्केटलाइन जीई रोड के किनारे) में चल रहे डेवलपमेंट के संबंध में आयुक्त द्वारा जानकारी मुहैया कराई गई। आयुक्त ने कलेक्टर को बताया कि उक्त चिन्हित सभी क्षेत्रों में यातायात का अत्याधिक भार है। इसलिए इन क्षेत्रों के निकटतम स्थल पर पार्किंग के लिए स्थान चिन्हित किए गए हैं। इसके साथ ही मार्केट प्लेस होने के कारण यहां सीसीटीवी, पेयजल, शौचालय, स्टॉर्म वाटर ड्रेन, स्ट्रीट लाईट, प्लांटेशन इत्यादि बुनियादी चीजों पर विशेष ध्यान दिया गया है। प्रस्तावित वेंडिंग जोन संबंधित कार्यों को भी युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है। ताकि मार्केट को सुनियोजित तरीके से स्थापित कर सड़क में लगने वाले अव्यवस्थित गुमटियों को व्यवस्थित और गुमटियों में कार्य कर रहे दुकानदारों को स्थाई विकल्प दिया जा सके।निहारिका परिसर (सिरसा चौक के समीप)- निहारिका परिसर क्षेत्र में यातायात का भार अधिक होने के कारण परिसर के निकटतम खाली स्थल में तीन जगह पार्किंग के लिए स्थान चिन्हित किया गया है, इसके साथ ही वेंडिंग जोन, प्लांटेशन, पेयजल, शौचालय, सीसीटीवी, स्टॉर्म वॉटर ड्रेन, स्ट्रीट लाइट इत्यादि का कार्य सतत मॉनिटरिंग के साथ कराया जा रहा है। जी.ई रोड व सर्विस लेन के किनारे का पार्किंग कार्य पूर्ण है। इसके अलावा अन्य कार्य योजनाओं पर सतत् मॉनिटरिंग के साथ कार्य कराया जा रहा है।भिलाई 3 मार्केट - सबसे पुरानी और घनी आबादी वाले मार्केट भिलाई 3 के संबंध में भी आयुक्त द्वारा जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि यहां भी 3 पार्किंग स्थल चिन्हित किए गए हैं। जिसमें बीएसपी को ऑपरेटिव के पास स्थित पार्किंग स्थल पूर्ण हो चुका है। इसके अलावा पंचवटी मंदिर के पास वह पुरानी सब्जी मंडी के पास के पार्किंग स्थल 30 जून तक व पंचवटी मंदिर के पास का पार्किंग स्थल 15 जुलाई तक पूर्ण होने की संभावना है।चरौदा मार्केट लाईन - चरोदा मार्केट लाइन में बनने वाले पार्किंग स्थल शौचालय सीसीटीवी कैमरा स्टॉर्म वॉटर ड्रेन और स्ट्रीट लाइट के संबंध में भी जानकारी दी। जिसमें जीई रोड व सर्विस रोड के मध्य में जो स्थान छुटा है उसे पेवर ब्लॉक के माध्यम से लेवल किया जा रहा है, जिसे कि पार्किंग के रूप में उपयोग में लाया जाएगा। इस कार्य के पूर्ण होने की संभावना लगभग 30 जून तक की है।इसके अलावा आयुक्त ने निहारिका मार्केट, तहसील रोड अटल आवास के पास व कॉलोनी पदुम नगर में प्रस्तावित वेंडिंग जोन के संबंध में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कुछ लोन प्रकरण अपने अंतिम स्तर पर है और 30 मई तक इन सभी वेंडिंग जोन को पूर्ण कर लिया जाएगा।
- बालोद। गोधन न्याय योजना अंतर्गत ग्राम गोरकापार गौठान से गोबर विक्रेता कृषक एवं महिला समूह गोबर बेचकर हो रहंे आत्मनिर्भर। गोबर विक्रेता अर्जित लाभांश से संतुष्ट है। साथ ही ग्रामवासी भी संतुष्ट है। ग्राम गोरकापार के सामुदायिक पशु आश्रय स्थल का कुल रकबा 03 एकड़ है एवं चारागाह उद्यान का कुल रकबा 05 एकड़ है। जिसमें फलदार वृक्ष एवं मौसमी चारा लगाया जाता है। उक्त स्थल पर ग्राम सुखरी की समहित महिला स्वसहायता समूह के द्वारा गोबर खरीदी का कार्य किया जाता है। महिला समुह द्वारा अब तक 01 लाख 47 हजार 312 किलोग्राम गोबर खरीदी की गई जिसके एवज में 40 हजार 740 किलोग्राम वर्मी खाद उत्पादन कर विक्रय हेतु सेवा सहकारी समिती गोरकापार को दिया गया है, जिसका लाभांश महिला समुह को 78 हजार 578 रु. प्राप्त हो चुका है। अर्जित लाभांश का समूह की महिलाओं द्वारा अपने घरेलू आवश्यक सामग्री खरीदी कर आर्थिक जरूरत पूरी करने में मदद भी मिल रहा है। जिससे महिला समुह खुश होकर कार्य कर रही हंै। सामुदायिक पशु आश्रय स्थल ग्राम गोरकापार में कुल 27 पशुपालक है। जिनके द्वारा माह भर में प्रत्येक खरीदी दिवस पर अपने पशुधन द्वारा प्राप्त गोबर का विक्रय महिला समुह को किया जाता है। जिससे गोबर विक्रय के 15 दिवस अंतराल में पशुपालकों के खाते में राशि अंतरित हो जाता है। साथ ही सामुदायिक पशु आश्रय स्थल में पशुओ के लिए चारा हेतु 175 क्विंटल पैरा उपलब्ध है। पशुओं के लिए पीने हेतु पर्याप्त मात्रा में जल एवं छाया उपलब्ध है। उल्लेखनीय है कि ग्रीष्मकाल में पशु खुले स्थानों में चराई करते है। वर्षाकाल में लावारिस पशुओं का एवं अन्य गौवंश पशुओं का अस्थायी आश्रय स्थल के रुप में प्रयोग किया जाता है।
- -कलेक्टर ने जनदर्शन में सुनी आम लोगों की समस्याएं-जनदर्शन में पहुंचे अनेक लोगों के समस्याओं का मौके पर किया निराकरणबालोद। बालोद जिला प्रशासन द्वारा आम लोगों के समस्याओं के निराकरण हेतु प्रत्येक मंगलवार को आयोजित की जाने वाली कलेक्टर जनदर्शन कार्यक्रम जिले वासियों के लिए अत्यंत कारगर साबित हो रहा है।इसी क्रम में संयुक्त जिला कार्यालय सभाकक्ष में आज आयोजित कलेक्टर जनदर्शन कार्यक्रम जिले के गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम चैरेल के दिव्यांग महिला श्रीमती उर्मिला बाई एवं गुरूर विकासखण्ड के ग्राम टेंगनाबरपारा निवासी श्री फूलसिंह के समस्याओं का निराकरण करने वाले तथा उनके लिए सौगातों भरा साबित हुआ। उल्लेखनीय है कि जनदर्शन में आज दिव्यांग महिला श्रीमती उर्मिला बाई उन्हें चलने-फिरने में हो रहे असुविधा के कारण बैसाखी प्रदान करने की मांग करने पहुंची थी। कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने दिव्यांग श्रीमती उर्मिला बाई की मांग पर पूरी संवेदनशीलता के साथ त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल बैसाखी प्रदान करने के निर्देश दिए। इसी तरह गुरूर विकासखण्ड के ग्राम टेंगनाबर पारा निवासी श्रवण बाधित बुजुर्ग व्यक्ति श्री फूलसिंह कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा से मुलाकात कर उन्हें श्रवण यंत्र प्रदान करने की मांग की। कलेक्टर के निर्देश पर समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तत्काल श्रीमती उर्मिला बाई को बैसाखी एवं बुजुर्ग श्री फूलसिंह को श्रवण यंत्र प्रदान किया। कलेक्टर के संवेदनशीलता से तत्काल इन दोनों दिव्यांगों के समस्या के निराकरण होने पर दोनों बहुत ही प्रसन्नचित नजर आ रहे थे। अपने समस्या का मौके पर निराकरण होने पर श्रीमती उर्मिला बाई एवं फूलसिंह ने कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा एवं बालोद जिला प्रशासन को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके प्रति विनम्र आभार व्यक्त किया है। इसी तरह कलेक्टर श्री शर्मा ने जनदर्शन में पहुंचे अनेक लोगों के समस्याओं का तत्काल निराकरण करने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए। जनदर्शन में उनके समस्याओं का तत्काल निराकरण होने से आवेदकों के चेहरे पर खुशी एवं संतोष के भाव नजर आ रहे थे। जनदर्शन में आज जिले के सुदूर अंचलों एवं विभिन्न स्थानों से बड़ी संख्या में लोग अपनी मांगों एवं समस्याओं के निराकरण हेतु कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा से मुलाकात करने पहुंचे थे। कलेक्टर श्री शर्मा जनदर्शन में पहुंचे सभी लोगों से बारी-बारी से मुलाकात कर पूरी संवेदनशीलता के साथ उनके मांगों एवं समस्याओं को सुना। श्री शर्मा ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को तलब कर उनके आवेदनों के निराकरण हेतु त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।जनदर्शन में आज गुण्डरदेही विकासखण्ड के श्रीमती परमीला बाई ने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने, ग्राम हल्दी के होमबाई साहू ने नल कनेक्शन लगाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया। इसी प्रकार गुरूर विकासखण्ड के ग्राम पलारी के श्री सुखचंद एवं समस्त ग्रामवासी ने विद्युत पोल लगाने, ग्राम बोडरा के श्री महेश कुमार ने चना फसल की क्षति राशि दिलाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया। विकासखण्ड बालोद के ग्राम करहीभदर के श्री सेवक राम सिन्हा ने दलहन एवं तिलहन फसल की क्षति राशि दिलाने, झलमला के श्री इन्द्रजीत ठाकुर ने बकरी पालन हेतु ऋण दिलाने हेतु कलेक्टर के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किए। इस दौरान जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रेणुका श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा तोमर सहित राजस्व अनुविभागीय अधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
- -छत्तीसगढ़ भ्रमण पर आए 42 से अधिक अधिकारियों को चिप्स कार्यालय में आईटी योजनाओं की दी गई जानकारीरायपुर / आज यहाँ राजधानी रायपुर के सिविल लाईन्स स्थित कार्यालय में ओडिशा के 42 से अधिक राज्य सेवा के अधिकारियों ने चिप्स कार्यालय का भ्रमण किया। इन अधिकारियों को चिप्स द्वारा संचालित आई.टी. योजनाओं की जानकारी दी गयी। उक्त जानकारी देते हुए चिप्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अमिताभ शर्मा ने बताया कि शासकीय क्रय विक्रय के लिए संचालित एकीकृत ई-प्रोक्योरमेंट परियोजना द्वारा शासन की खरीदी-बिक्री में पारदर्शिता और मितव्यवता लाई जा रही है। इस परियोजना से राज्य के 56 विभाग, मंडल, निगम, बोर्ड जुड़े हुए हैं, जिनके प्रोक्योरमेंट से संबंधित समस्त कार्य एकीकृत ई-प्रोक्योरमेंट पोर्टल के माध्यम से किया जा रहा है। फलस्वरूप राज्य के बहुमूल्य समय और धन की बचत रही है। श्री अमिताभ शर्मा ने बताया कि यह परियोजना वैश्विक महामारी के दौरान अत्यंत उपयोगी रही, जिसके माध्यम से लॉकडाउन के बावजूद शासन को नागरिक सुविधा के लिए आवश्यक सामाग्रियों की खरीदी न्यूनतम दरों पर संभव हुई।इस अवसर पर चिप्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अमिताभ शर्मा के अलावा श्री अनिल पाठक, डिप्टी डायरेक्टर, वित्त विभाग, छत्तीसगढ़ शासन, श्री बिज्जू दत्ता, संयुक्त संचालक, वित्त, ओडिशा, श्री विवेक कुमार सिंह, संयुक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी, वित्त एवं प्रशासन, चिप्स और परियोजना प्रमुख श्री प्रतीक पाण्डे भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
- -आवासीय हॉकी अकादमी बिलासपुर की खिलाड़ी गीता यादव का ‘खेलो इण्डिया वार्षिक स्कॉलरशिप’ में चयन-मुख्यमंत्री एवं खेल एवं युवा कल्याण मंत्री ने दी बधाई और शुभकामनाएंरायपुर / बी. आर. यादव. राज्य खेल प्रशिक्षण केंद्र बहतराई बिलासपुर में खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा संचालित आवासीय खेल अकादमी से हॉकी खिलाड़ी कुमारी गीता यादव का चयन भारतीय खेल प्राधिकरण की ‘खेलो इण्डिया वार्षिक स्कॉलरशिप’ के लिए किया गया है। कुमारी गीता यादव को स्कॉलरशिप के तहत प्रतिवर्ष 6 लाख 20 हजार रूपये दिए जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गीता यादव को इस उपलब्धि पर बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा की उनकी यह उपलब्धि बाकी खिलाड़ियो को प्रेरणा देगी। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल ने गीता को बधाई दी और कहा की राज्य सरकार खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के हिसाब से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न खेल अकादमियों का निर्माण कर रही है। ताकी यहां से खिलाड़ी प्रशिक्षण पाकर देश का नाम रोशन करें।खेलो इण्डिया नई दिल्ली द्वारा 16 से 20 मई 2023 तक एसेसमेंट कैंप का आयोजन किया गया था। राजनांदगांव में आयोजित वेस्ट जोन जूनियर हॉकी प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ से नेशनल टीम की सदस्य रही कुमारी गीता यादव ने शानदार प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के आधार पर हॉकी की प्रशिक्षणार्थी खिलाड़ी कु. गीता यादव का चयन खेलो इंडिया स्कॉलरशिप के लिए किया गया। बहतराई बिलासपुर में हॉकी, तीरंदाजी एवं एथलेटिक्स की आवासीय अकादमी संचालित हैं। यहां पर आधुनिक प्रशिक्षण एवं बेहतर सुविधाओं की उपलब्धता के आधार पर भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा एक्सीलेंस सेंटर की मान्यता दी गई है। इस अकादमी में 95 खिलाड़ी प्रशिक्षणरत हैं। जिसमें हॉकी में 57, तीरंदाजी में 12 एवं एथलेटिक्स में 26 खिलाड़ी शामिल हैं। कुमारी गीता यादव की इस उपलब्धि पर खेल सचिव श्री नीलम नामदेव एक्का, खेल संचालक श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव सिन्हा, बिलासपुर अकादमी के हेड कोच श्री विकास पॉल, हेड परफॉमेंस मैनेजर सहित सभी अधिकारियों ने बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
- दुर्ग / एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग ग्रामीण अंतर्गत संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र जेवरा केन्द्र क्रमांक 01, रसमड़ा केन्द्र क्रमांक 05 में सहायिका पद हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। आवेदन पत्र समस्त प्रमाण पत्रों सहित कार्यालय परियोजना अधिकारी, एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग ग्रामीण में कार्यालयीन समय में 06 जून 2023 तक जमा किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए संबंधित ग्राम पंचायत एवं एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय से संपर्क कर सकते है।
- बिलासपुर /जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र द्वारा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन के लिए ऑनलाईन आवेदन आमंत्रित किया गया है। योजना अंतर्गत निजी एवं नवीन सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योग जैसे राईस मिल, पोहा मिल, केटल फीड, बेकरी, नमकीन उद्योग, रेडी टू इट उत्पाद, मसाला उद्योग, पापड़, बड़ी, आचार, मुरमुरा उद्योग, फुटा चना उद्योग आदि को शामिल किया गया है। योजना अंतर्गत प्रति पात्र उद्योगों को परियोजना लागत का 35 प्रतिशत की दर से क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी परंतु अधिकतम 10 लाख रूपये दिये जाने का प्रावधान है एवं लाभार्थी का कुल लागत का न्यूनतम 10 प्रतिशत अंशदान राशि होगा एवं शेष राशि बैंक ऋण होगा।आवेदन करने हेतु पीएमएफएमई के ऑनलाईन पोर्टल http://pmfme.mofpi.gov.in में पंजीयन कर आवेदन कर सकते है। योजना एवं आवेदन प्रक्रिया की अधिक जानकारी के लिए कार्यालय मुख्य महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र, प्रथम तल न्यू कंपोजिट बिल्डिंग, बिलासपुर में संपर्क कर सकते है अथवा प्रबंधक श्री शुभम शुक्ला मो.नं. 7697230751, श्री संदीप वर्मा मो.नं. 9407775844 से संपर्क कर सकते है।