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- बालोद । कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने आज संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित साप्ताहिक कलेक्टर जनदर्शन कार्यक्रम में जिले के विभिन्न स्थानों से पहुँचे लोगों से मुलाकात कर उनके मांगों एवं समस्याओं के संबंध में जानकारी ली। जनदर्शन में आज जिले के सुदूर अंचलों एवं विभिन्न स्थानों से बड़ी संख्या में लोग अपने मांगों एवं समस्याओं के निराकरण हेतु कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा से मुलाकात करने पहुंचे थे। कलेक्टर श्री शर्मा जनदर्शन में पहुंचे सभी लोगों से बारी-बारी से मुलाकात कर पूरी संवेदनशीलता के साथ उनके मांगों एवं समस्याओं को सुना। श्री शर्मा ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को तलब कर उनके आवेदनों के निराकरण हेतु त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।जनदर्शन में आज बालोद विकासखण्ड के श्रीमती शिल्पा शशि साहू ने नया राशन कार्ड बनाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया। इसी प्रकार ग्राम तरौद निवासी श्री बिसम्भ्सर यादव ने पशु शेड निर्माण कराने, ग्राम कोड़ेवा निवासी श्रीमती उर्मिला साहू ने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने, दल्लीराजहरा विकासखण्ड के ग्राम कुसुमकसा निवासी श्रीमती शिल्पा जगनायक ने नोनी सुरक्षा योजना का प्रमाण पत्र बनाने, ग्राम घोटिया निवासी श्रीमती कमला साहू ने शौचालय निर्माण के लिए राशि दिलाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया। इस दौरान जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रेणुका श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा तोमर सहित राजस्व अनुविभागीय अधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
- -दलहन, तिलहन एवं मक्का क्षेत्र विस्तार को बढ़ावा देने के दिया गया जोर-कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के केन्द्र पोषित एवं राज्यपोषित योजनाओं की हुई समीक्षा-किसानों को ऋण की व्यवस्था सुनिश्चित करने दिए गए निर्देशरायपुर / कृषि उत्पादन आयुक्त छत्तीसगढ़ शासन की उपस्थिति में रबी 2022-23 की समीक्षा एवं खरीफ 2023 का कार्यक्रम निर्धारण के संबंध में समीक्षा बैठक कन्वेंशनल हॉल न्यू सर्किट हाऊस में आयोजित किया गया। बैठक में कमिश्नर दुर्ग, विशेष सचिव कृषि, महाप्रबंधक मार्कफेड, रायपुर एवं दुर्ग संभाग के समस्त कलेक्टर, समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, संचालक कृषि, संचालक उद्यानिकी, संचालक मत्यपालन, संचालक पशुचिकित्सा एवं कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मछलीपालन, सहकारीता, बीज निगम, मार्कफेड विभाग के जिला एवं राज्य स्तर के अधिकारी उपस्थित रहे। एपीसी द्वारा प्रथम पाली में कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के केन्द्र पोषित एवं राज्यपोषित योजनाओं की समीक्षा की गई। इसके अतिरिक्त गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना अंतर्गत फसल परिवर्तन की समीक्षा करके कार्ययोजना तैयार कर दलहन, तिलहन के फसलों को प्रोत्साहन कर, धान के क्षेत्र को कम करके दलहन, तिलहन एवं मक्का क्षेत्र विस्तार को बढ़ावा देने के निर्देश दिये गये। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, वाटरशेड योजना की भी समीक्षा की गई एवं आगामी कार्ययोजना हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। द्वितीय पाली में पशुपालन एवं मछली पालन विभाग के विभागीय योेजनाओं के तहत गोठानों पर आधारित पशु चारा, पशु टीकाकरण, मछली बीज उत्पादन, दूध उत्पादन आदि की समीक्षा करते हुए आगामी कार्ययोजना हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। इसके अतिरिक्त पशुपालन, मछली पालन एवं उद्यानिकी फसल लेने वाले कृषकों को सहकारी समिति के माध्यम से किसान क्रेडिट कार्ड का निर्माण कराते हुए लोन दिलाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये गये।
- -खेलों के प्रति युवाओं में रूचि लाने प्रतिवर्ष दिया जाता है प्रशिक्षण- खेल प्रशिक्षण शिविर निःशुल्क होगा-खेल विभाग द्वारा खेल सामग्री एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी-उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को पुरस्कृत भी किया जाएगारायपुर / खेल एवं युवा कल्याण विभाग जिला रायपुर एवं जिला प्रशासन द्वारा विगत वर्ष की भांती इस वर्ष भी 30 दिवसीय ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 17 मई से 15 जून 2023 तक किया जाएगा। खेल प्रशिक्षण शिविर निःशुल्क होगा। प्रतिदिन प्रातः 6 बजे से 8 बजे एवं संध्या 5 बजे से 7 बजे तक प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने ग्रीष्म कालीन अवकाश में अधिक से अधिक बच्चों व उनके अभिभावकों से शिविर में शामिल कराने सभी संबंधितो से कहा है।शिविर के आयोजन के संबंध में नगर पालिक निगम रायपुर के सभाकक्ष में नगर पालिक निगम रायपुर के आयुक्त श्री मयंक चतुर्वेदी की अध्यक्षता में खेल संघों के पदाधिकारियों एवं प्रशिक्षकों की बैठक आहूत की गई । खेल विभाग के अधिकारियों ने बताया की उक्त प्रशिक्षण शिविर से खिलाड़ी खेल विधाओं की जानकारी से अवगत होंगे, जो उनके खेल कौशल में सहायक सिद्ध होगी। प्रशिक्षण में वॉलीबाल, एथलेटिक्स, बॉस्केटबाल, फुटबाल, सॉफ्टबाल, हेण्डबाल, हॉकी, कराते, जूडो, ताईक्वान्डो, टेबल टेनिस, कबड्डी, तीरंदाजी, कुश्ती, क्याकिंग केनोईंग, लॉन टेनिस, सॉफ्टटेनिस, भारोत्तोलन, बेसबॉल, फेंसिंग, थ्रोबॉल, क्रिकेट, बॉक्सिंग जैसे 24 खेलों में विकासखण्ड आरंग, अभनपुर, तिल्दा, धरसींवा एवं शहरी क्षेत्र रायपुर के विभिन्न मैदानों पर नवोदित खिलाड़ियों के लिए खेल संघों के सहयोग से प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा। खेल विभाग द्वारा खेल सामग्री एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।खेल संघों के प्रशिक्षक प्रशिक्षण में अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। शिविर के समापन अवसर पर भाग लेने वाले प्रत्येक खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र प्रदान किये जाएंगे साथ ही उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
- रायपुर / कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने आज देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता की श्रेणी में आने वाले विभिन्न शालाओं में अध्ययनरत बच्चों को सम्मानित किया। ज्ञात हो किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2021 एवं नियम 2022 के तहत् महिला एवं बाल विकास विभाग के अधीनस्थ मिशन वात्सल्य के अंतर्गत संचालित बाल देखरेख संस्थाओं में निवासरत देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता की श्रेणी में आने वाले विभिन्न शालाओं में अध्ययनरत 10 वीं और 12 वीं के बच्चों ने प्रथम श्रेणी प्राप्त किया है। कलेक्टर डॉ. भुरे के निर्देशन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी के मार्ग दर्शन में अधिनियमों के निहित प्रावधानों के अनुसार शालाओं में अध्ययनरत बच्चों में से 14 बच्चों ने कक्षा 10वी एवं कक्षा 12वीं की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया। बालकों को डॉ. भुरे ने सम्मानित करते हुए मार्गदर्शन एवं आशीर्वाद प्रदान किया। इस दौरान बालकों को बधाई दते हुए उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थिति में रहकर आप सभी ने बहुत अच्छा से पढ़ाई किया है। आप सभी को इसी तरह से निरंतर पढ़ाई करते हुए आगे बढ़ना है।विभिन्न राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए स्नातक तक की पढ़ाई जरूर करना है।सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते करते हुए आगे की पढ़ाई करें और अपने पैरों में खड़ा हो सके । कक्षा 12वी की परीक्षा में 04 बालिका एवं 01 बालक ने प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण किया।इसी तरह कक्षा 10वी में 07 बालिका तथा 02 बालक प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण किया। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला बाल संरक्षण अधिकारी, मिशन वात्सल्य तथा संबंधित बाल देखरेख संस्थाओं के अधीक्षक उपस्थित रहे।
- -साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने विभागीय योजनाओं के प्रगति की समीक्षा कीरायपुर / कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज यहां कलेक्टोरेट परिसर स्थित रेडक्रास सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी अधिकारी समन्वय से काम कर शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से नागरिकों को समय पर लाभ दिलाना सुनिश्चित करें।समस्त जिला स्तरीय अधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि समस्त कार्य बेहतर तरीके से हो।आधारभूत जैसे साफ-सफाई,निर्माण,कृषि,रोजगार आदि से संबंधित कार्यो को गंभीरता से नियमित रूप से करें।इसी तरह जिले में जिन जगहों पर स्कूल निर्माण कार्य चल रहे,उनको 15 जून तक पूर्ण करने के निर्देश दिए।बैठक में उन्होंने कहा कि जिले के गौठानो में आवश्यक चारा और पानी के साथ-साथ बजली की व्यवस्था हो।इसमे किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।आगामी खरीफ फसल को ध्यान में रखते हुए आवश्यक मात्रा में बीज,खाद और उर्वरक की व्यवस्था करने कहा।बारिश के पूर्व जिले के ऐसे सभी जगहों जहां पर अनावश्यक जल भराव होता है,वहाँ पानी निकालने की व्यवस्था अनिवार्य रूप से हो।इसी तरह नाला और नालियों की साफ-सफाई किया जाना है,इससे आमजनों को जलभराव की स्थिति से मुक्ति मिलेगी।इस संबंध में उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को गंभीरता से कार्य करने कहा।उन्होंने सभी अनुविभागीय दंडाधिकारी राजस्व को इस संबंध में समीक्षा करने के निर्देश भी दिए।कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों से उनके विभाग में संचालित कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। कलेक्टर ने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सभी पात्र हितग्राहियों के राशन कार्ड बनाने के निर्देश दिए।कलेक्टर ने गत् दिवस जिले में हुए मुख्यमंत्री के भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान प्राप्त आवेदनों, घोषणाओं एवं शिकायतों से संबंधित विषयों पर अधिकारियों से चर्चा कर निर्देशित किए।इसी तरह उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों से गोबर खरीदी , वर्मी कंपोस्ट उत्पादन तथा विक्रय हेतु शासन द्वारा दिए गए लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए ।बैठक में नगर निगम रायपुर के आयुक्त श्री मयंक चतुर्वेदी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश छिकारा,अपर कलेक्टर श्री बी.बी.पंचभाई्, श्री गजेन्द्र ठाकुर एवं श्री बी.सी.साहू एवं सभी एस.डी.एम तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
- भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत राजीव गांधी आश्रय योजना के तहत नवीन पट्टा तैयार किया गया है। शासन की गाइडलाइन के मुताबिक 10 रुपए प्रति वर्ग फीट की राशि के अनुसार से इसका शुल्क निर्धारित होता है। इस शुल्क को अभी तक कई पट्टा धारी हितग्राहियों ने निगम में जमा नहीं किया है, जिसके चलते उन्हें पट्टा प्रदान नही किया जा पा रहा है। निगम आयुक्त रोहित व्यास ने हितग्राहियों को योजना से लाभान्वित करने तथा जानकारी प्रदाय करने के लिए सभी जोन आयुक्त को पट्टाधारी हितग्राहियों की बैठक लेने के निर्देश दिए थे। ताकि गणना अनुरूप हितग्राही निर्धारित शुल्क जमा कर ले और अपना पट्टा प्राप्त कर मालिकाना हक हासिल कर सके। इसी तारतम्य में आज जोन क्रमांक 2 वैशाली नगर जोन में जोन आयुक्त येशा लहरे के द्वारा पट्टा हितग्राहियों की बैठक ली गई और पट्टा निर्मित होने के बाद राशि जमा कराने निर्धारित शुल्क के बारे में हितग्राहियों को अवगत कराया गया। बता दे कि वैशाली नगर जोन में शुल्क जमा नहीं करने के कारण 12 हितग्राहियों को पट्टा नही दिया जा सका है। इनमें से एक व्यक्ति ने आज पट्टा की राशि जमा कर दी जिन्हें तुरंत पट्टा प्रदान कर दिया गया, इसी प्रकार से एक आवेदक द्वारा दूसरे दिन राशि जमा करने कहा गया है राशि जमा करने उपरांत इन्हें भी तत्काल पट्टा प्रदान कर दिया जाएगा। पट्टा मिलने के बाद इन्हें अब मालिकाना हक प्राप्त हो चुका है। पट्टा प्रदान करने के दौरान जोन अध्यक्ष रामानंद मौर्या, कार्यपालन अभियंता अमरेश लोहिया एवं सहायक राजस्व अधिकारी जगदीश तिवारी भी मौजूद थे।
- -महापौर नीरज पाल एवं रोहित व्यास ने अधिकारियों के साथ लिया जायजाभिलाई नगर/ सिविक सेंटर में स्थित भिलाई का एकलौता पार्क जो कि बेजान सा हो चुका है, अब महापौर नीरज पाल की पहल से इसका रिनोवेशन का काम होगा। इसके लिए बेहतर प्लान तैयार किया जा रहा है। पार्क के उद्धार के लिए महापौर नीरज पाल एवं निगम आयुक्त रोहित व्यास ने अधिकारियों के साथ स्थल निरीक्षण कर जायजा भी लिया तथा पार्क के पुनर्जीवन के लिए अधिकारियों से चर्चा की। पार्क का रिनोवेशन करने के लिए आर्किटेक्ट इसका प्लान तैयार कर प्रेजेंटेशन भी देंगे सबसे अच्छा प्लान तैयार करने वाले आर्किटेक्ट के प्रयोजन के मुताबिक कार्य किया जाएगा। सिविक सेंटर स्थित पार्क काफी समय से देखरेख आदि के अभाव में वीराना सा हो गया है। विधायक देवेंद्र यादव एवं महापौर नीरज पाल की पहल से अब इस पार्क में वापस रौनकता लौट जाएगी। उप अभियंता श्वेता वर्मा ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि पार्क में वर्तमान प्लान के मुताबिक ओपन थिएटर चालू किया जाएगा इसके साथ ही मिनी ट्रेन भी चलाया जाएगा। प्रकाश व्यवस्था, पाथवे लैंडस्कैपिंग जैसे विकास के कार्य होंगे। प्लान में म्यूजिकल फाउंटेन आदि को भी शामिल किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सिविक सेंटर शहर का प्रमुख स्थल है जहां लोगों का जमवाड़ा लगा रहता है। हॉल ही में सिविक सेंटर स्थित अर्जुन रथ परिसर का बेहतरीन सौंदर्यीकरण किया गया है, इसके चलते भिलाई वासी इस परिसर में आनंद ले पा रहे हैं। आगे इसी तर्ज पर सिविक सेंटर स्थित पार्क को भी आकर्षक बनाने का प्लान तैयार किया जा रहा है। ट्रैफिक पार्क के निरीक्षण के दौरान जोन आयुक्त खिरोद्र भोई, सहायक अभियंता वसीम खान एवं उप अभियंता अर्पित बंजारे आदि मौजूद रहे।
- दुर्ग / संभाग स्तर पर जन्म मृत्यु पंजीयन प्रशिक्षण 17 मई 2023 को समय 11:00 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की गई है। उक्त प्रशिक्षण दुर्ग संभाग के सभी जिलों के जिला रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु)/ उपसंचालक एवं अधीनस्थ जन्म मृत्यु संबंधी एक कर्मचारी, विकासखण्ड स्तर पर कार्यरत अन्वेषक, डी.पी.ए. व सभी नगरीय निकायों के रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) एवं उनके अधीनस्थ एक कर्मचारी को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- -मिलेट मिशन को बिलासपुर-सरगुजा संभाग में अच्छी सफलता-धान की नई प्रजातियों से किसानों को ज्यादा फायदा-जिओ टेग वाली सुगंधित प्रजातियों को बढ़ावा देने पर बल-छूटे किसानों का केसीसी बनाने चलेगा अभियान-कृषि उत्पादन आयुक्त ने की खरीफ 2023 के कार्यक्रम निर्धारण एवं रबी 2022-23 फसलों की प्रगति की समीक्षारायपुर /कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने कहा कि उद्यानिकी एवं वाणिज्यिक फसलों की खेती में परम्परागत खेती से कई गुना ज्यादा आमदनी होती हैं। राज्य सरकार इनकी खेती के लिए आकर्षक अनुदान के साथ इस साल से सहकारी बैंक शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण भी मुहैया करा रही है। लिहाजा किसानों को योजनाओं की जानकारी देकर इनकी खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। डॉ. सिंह आज यहां जिला कार्यालय के सभाकक्ष में बिलासपुर एवं सरगुजा संभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर वर्ष 2023 के लिए खरीफ फसल निर्धारण एवं वर्ष 2022-23 की रबी फसल कार्यक्रम की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। डॉ. सिंह ने बिलासपुर एवं सरगुजा संभाग के जिलों में राज्य सरकार की मिलेट मिशन की सफलता पर खुशी जताई है। दोनों संभाग मिलाकर लगभग 50 हजार हेक्टेयर में पहली बार इसकी फसल ली जा रही है। दो सत्रों में आयोजित बैठक में संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग, विशेष सचिव श्री फकीर अयाज तम्बोली, कृषि संचालक रानू साहू, उद्यानिकी संचालक मतेश्वरन व्ही सहित दोनों संभागों के जिला कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, उप संचालक कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन एवं मत्स्य पालन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।एपीसी डॉ. सिंह ने कहा कि इस साल खाद की पर्याप्त उपलब्धता है। गत साल के विपरीत सभी तरह की खाद भरपूर पात्रा में उपलब्ध हैं। अब तक कुल मांग का 50 प्रतिशत भंडारित किया जा चुका है। किसानों को अग्रिम उठाव के लिए प्रोत्साहित किया जाए। गोदामों में जगह खाली होने पर पुनः आपूर्ति की जाएगी। किसानों को इससे कई फायदे हैं। खाद की कोई एक्सपायरी नहीं होती और शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिलने के कारण अतिरिक्त आर्थिक नुकसान नहीं होता है। उन्होंने कहा की खाद की बिक्री पॉश मशीन से ही किया जाए। इसी को केंद्र सरकार आधार मानकर खाद आबंटन करती है। सन एवं ढेंचा जैसे जैविक खाद को किसानों की प्रैक्टिस में लाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। गोठानों में रोज गोबर खरीदी हो। इससे बने कंपोस्ट किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। प्रत्येक जिले की एक कार्ययोजना बने कि कितने किसानों को मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने गोबर से वर्मी खाद बनाने की बदलाव रेट 33 फीसदी से कम नहीं होनी चाहिए। मरवाही और मुंगेली जिले में कम कन्वर्जन होने पर इसे दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कुछ अपूर्ण गोठानों को 30 जून तक हर हाल में चालू करने को कहा है।एपीसी डॉ. कमलप्रीत ने किसानों को धान की नई प्रजातियों को लोकप्रिय बनाने के निर्देश दिए। ये अपेक्षाकृत ज्यादा फायदेमंद होती हैं। नई प्रजातियां कम अवधि में पक जाती हैं। जिसके कारण रबी की खेती के लिए किसानों को पर्याप्त समय एवं नमी मिल जाता है। उन्होंने बताया कि मरवाही एवं सरगुजा में धान की कई सुगंधित प्रजातियों को जिओ टेग मिली हुई है। इससे इनका बाजार मूल्य काफी बढ़ गया है। इसलिए उन क्षेत्रों में ज्यादा रकबे में जिओ टेग वाली फसल उगाया जाए ताकि किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा हो सके। उन्होंने सूरजपुर के गन्ना किसानों को कबीरधाम जिले का भ्रमण कराने का सुझाव दिया। सूरजपुर में गन्ने की पर्याप्त उत्पादन नहीं होने के कारण गन्ना फैक्टरी में आपूर्ति प्रभावित होती है। श्री सिंह ने कहा कि किसानों की आमदनी तभी बढ़ेगी जब उन्हें खेती के लिए आसान ऋण मिले। इसके लिए हर किसान को केसीसी योजना का लाभ दिलाया जाये। उन्होंने राज्य के लगभग आधे किसानों को केसीसी सुविधा नहीं मिल पाने पर चिंता जताई। उन्होंने जिला प्रशासन को बैंको के साथ मिलकर अभियान चलाने के निर्देश दिए। किसानों को दिए जा रहे अल्पकालीन ऋण की हर दिन समीक्षा करने के निर्देश कलेक्टर्स को दिए हैं।डॉ. सिंह ने गोठानों में उद्यानिकी विभाग द्वारा विकसित किये गये सामुदायिक बाड़ी योजना की सराहना की। उन्होंने कहा कि यहां उत्पादित साग-सब्जी को बिक्री के लिए शासकीय योजनाओं से लिंक किया किया जाये तो महिलाओं को और ज्यादा फायदा हो सकेगा। उन्होंने कहा कि परम्परागत फसलों में आमदनी की एक सीमा होती है। ज्यादा आमदनी के लिए किसानों को वाणिज्यिक खेती की ओर ले चलना होगा। छत्तीसगढ़ की एग्रो क्लाईमेटिक जोन के अनुरूप जशपुर में चाय, सरगुजा में लीची एवं कटहल, रायगढ़ एवं सारंगढ़ में पाम ऑयल की खेती उपयुक्त है। राज्य सरकार इनकी खेती के लिए अनुदान के साथ गारण्टी भी देती है। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा किसानों को लाभान्वित करने के लिए प्रकरण तैयार करने के निर्देश दिए।
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भैंस खटाल संचालित कर सार्वजनिक स्थान में पसार रहा था गंदगी
भिलाई नगर/ भिलाई क्षेत्र अंतर्गत सार्वजनिक स्थानों में गंदगी फैलाने वालों पर जुर्माना लगाने की कार्यवाही निगम के द्वारा निरंतर की जा रही है। आज जोन क्रमांक 2 वैशाली नगर क्षेत्र अंतर्गत बाबा दीप सिंह नगर तालाब के समीप राजन नामक भैंस खटाल संचालक के द्वारा तालाब में गोबर डंप कर रखा गया था, जिससे आसपास में गंदगी फैल रही थी, संचालक को बार-बार समझाई दी जा चुकी थी उसके बाद भी इनके द्वारा समझाइश को अनदेखा किया गया जिसके चलते आज निगम की टीम ने निरीक्षण के दौरान भैंस खटास संचालक राजन को 60000 रुपए अर्थदंड आरोपित करते हुए गंदगी को 3 दिनों के भीतर हटाने कहा गया है। कार्यवाही के दौरान जोन स्वास्थ्य अधिकारी अनिल मिश्रा मौके पर मौजूद रहे। गौरतलब है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के तहत भिलाई निगम क्षेत्र अंतर्गत सभी स्थानों पर निगम के द्वारा साफ सफाई का विशेष अभियान चलाया जा रहा है परंतु जो लोग गंदगी पसार रहे हैं और निगम के समझाइश तथा अपील का पालन नहीं कर रहे हैं उन पर जुर्माने की कार्रवाई की जा रही है। नगर निगम भिलाई पुनः अपील करता है कि सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी न फैलाएं, सूखा एवं गीला कचरा पृथक-पृथक ही प्रदान करें, प्रतिबंधित प्लास्टिक एवं सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करें। शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने में निगम प्रशासन की सहायता करें। -
- इंजीनियरिंग क्षेत्र के छात्रों के लिए सुनहरा मौका
दुर्ग . जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र दुर्ग द्वारा निजी नियजकों द्वारा उपलब्ध रिक्त पदों को भरने के लिए प्लेसमेंट कैंप का आयोजन 18 मई 2023 को किया जाएगा। प्लेसमेंट कैम्प में नियोजक श्री शक्ति एंटरप्राइज ट्रांसपोर्ट नगर दुर्ग, ए.सी.एम.डब्लू. ऑटोमेशन प्रा.लि., टेक्नोटॉस्क बिजियस सोल्यून प्रा.लि., प्रकाश ज्वेलर्स शनिचरी बाजार दुर्ग, एन.आई.आई.टी. लिमिटेड के लिए विभिन्न पद रिक्त हैं। यह प्लेसमेंट इंजीनियरिंग क्षेत्र के छात्रों के लिए एक सुनहरा मौका है। जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र दुर्ग के उपसंचालक श्री आर.के.कुर्रे के अनुसार इच्छुक आवेदक समस्त शैक्षणिक मूल प्रमाण एवं अंकसूची, पहचान पत्र (मतदाता परिचय पत्र, आधार कार्ड, पेन कार्ड, ड्रायविंग लाइसेंस, राशन कार्ड) रोजगार कार्यालय का पंजीयन पत्रक, छ.ग. निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र के साथ जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र दुर्ग में 18 मई को समय प्रातः 10.30 बजे से उपस्थित हो सकते है। पदों, योग्यता, आयु एवं अनुभव से संबंधित जानकारी आवेदक प्लेसमेंट कैम्प स्थल पर प्राप्त कर सकते हैं। रिक्तियों से संबंधित विस्तृत जानकारी के लिए नेशनल कॅरियर सर्विस के वेबसाइट पर प्राप्त कर सकते हैं। -
– विश्व उच्चरक्तचाप दिवस पर विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन
दुर्ग . जिले में एनसीडी अंतर्गत 17 मई को विश्व उच्चरक्तचाप दिवस के अवसर पर जनसामान्य में जागरूकता लाने एवं उच्च रक्तचाप से संबंधित बीमारियों के रोकथाम हेतु विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जायेगा। ‘‘स्वस्थ जीवन शैली‘‘ अपनाने का लक्ष्य भारत सरकार द्वारा एनपीसीडीसीएस कार्यक्रम अंतर्गत चिन्हाकित हैं इस वर्ष की थीम ‘‘मेजर योर ब्लड प्रेशर एक्युरेटली, कंट्रोल ईट, लाइव लॉन्गर‘‘ है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार 17 मई 2023 को प्रातः 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक बी.पी एवं शुगर की जांच हेतु विशेष शिविर का आयोजन कार्यालय कलेक्ट्रेट परिसर, जिला दुर्ग में आयोजित किया जायेगा। शिविर में स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा बी.पी, शुगर जांच के लिए आने वाले नागरिकों का निःशुल्क जांच किया जायेगा। -
- जुनवानी के वार्ड क्रं. 1 में 6 पेयजल व्यवस्था को लेकर दिया गया आवेदन
- बेटे ने अपनी वृद्ध मॉ को किया बेसहारा
- अतिक्रमण से घर के दरवाजे व खिड़की को पड़ोसी ने किया बंद
दुर्ग . कलेक्टर सभाकक्ष में आयोजित जनदर्शन में बड़ी संख्या में जनदर्शन के आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। जिसमें जिला प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा त्वरित कार्यवाही करने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। प्राप्त आवेदनों में आवेदक जो कि खुडमुड़ा अमलेश्वर पाटन के निवासी हैं द्वारा नगर पालिका परिषद अमलेश्वर में मोबाइल टॉवर लगाने के लिए आवेदन दिया गया था। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में मोबाइल सिग्नल को लेकर समस्या बनी हुई है। एरिया में मोबाईल टॉवर तो स्थापित है परंतु स्ट्रेंथ और एरिया कव्हरेज बहुत ही कमजोर है। जिसके चलते इंटरनेट व कॉल ड्रॉप से संबंधित समस्याएं लगातार निर्मित होती रहती हैं। आवेदक ने आगे बताया कि इससे नगर वासियों को फोन लगाने और इंटरनेट चलाने के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर भ्रमण करना पड़ रहा है। परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थी को भी ऑनलाइन क्लासेस का विडियो देखने के लिए दिक्कतें हो रही हैं। इसके चलते सूचना संचार से संबंधित कार्य चाहे सरकारी हो या गैर सरकारी निवासियों को व्यवधान हो रहा है। समस्या के निदान के लिए संबंधित अधिकारी को आवेदन प्रेषित किया गया।
जुनवानी वार्ड क्रमांक 1 में पानी की समस्या को लेकर जनदर्शन में आवेदन प्रस्तुत किया। आवेदक ने बताया कि वार्ड में पेयजल व जल प्रबंधन दुरूस्त नहीं है। जुनवानी में हैंडपम्प खराब हो जाने व भीषण गर्मी के चलते पानी की बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। उन्होंने बताया कि ग्रामवासियों को पीने का पानी एवं अन्य कार्यों के लिए क्षेत्र में स्थित छह हैंड पंपों पर मुख्य रूप से निर्भर रहना पड़ता है, जो कि अभी वर्तमान में खराब हो चुके हैं। इसके लिए पूर्व में भी शिकायत की गई है जिस पर कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई है। निगम द्वारा रिपेयरिंग कार्य के लिए कर्मचारी भेजा जाता है लेकिन पर्याप्त संसाधन नहीं होने के कारण रिपेयरिंग का कार्य भी पूर्ण नहीं हो पाता हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित अधिकारी को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
भिलाई निवासी वृद्ध महिला ने बेटे द्वारा किये जा रहे प्रताड़ना को लेकर उचित न्याय दिलाने के लिए आवेदन किया। उन्होंने बताया कि उनके आवासीय मकान से वंचित करने का कार्य उनके बेटे द्वारा किया जा रहा है और बेटा मकान में ताला भी लगा देता है। वृद्धावस्था व आर्थिक स्थिति कमजोर होने उनके पास कोई और विकल्प नहीं है। इसलिए आवेदक ने निवेदन किया कि उसे उसका आवासीय मकान दिला दिया जाए। आवेदन को एसडीएम दुर्ग को विधिपूर्ण कार्रवाई के लिए प्रेषित किया गया।
नंदिनी नगर अहिवारा निवासी ने घर पर अतिक्रमण किए जाने के लिए आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि उसके पति मंदबुद्धि हैं और पूरे परिवार की जिम्मेदारी का निर्वहन उनके द्वारा किया जाता है। आवेदक ने बताया कि उनका आवास प्रधानमंत्री आवास के अतंर्गत बना है। लेकिन पड़़ोसी द्वारा अतिक्रमण कर दरवाजे और खिड़की के रास्ते को बंद कर दिया गया है, जिससे आवेदक को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आवेदन को सीएमओ अहिवारा को विधिपूर्ण कार्रवाई के लिए प्रेषित किया गया।
आज कलेक्टर जनदर्शन में 141 आवेदन प्राप्त हुए। - -बजट में दोगुनी वृद्धि करते हुए 38 करोड़ रूपए आबंटित-गरीब परिवार की हर बेटी के विवाह पर व्यय की जाएगी 50 हजार रूपए की राशि-विवाह के मौके पर कन्या को मिलेगा 21 हजार रूपए का ड्रॉफ्ट और 15 हजार रूपए का उपहाररायपुर / छत्तीसगढ़ में गरीब परिवारों की बेटियों की शादी अब पूरे सम्मान के साथ होगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की राशि अब बढ़ाकर 50 हजार रूपए कर दी गई है। विवाह के अवसर पर प्रत्येक कन्या को 21 हजार रूपए की राशि बैंक खाते या बैंक ड्रॉफ्ट के रूप में दी जाएगी। इसके अलावा 15 हजार रूपए की राशि के उपहार भी दिए जाएंगे। चालू वित्तीय वर्ष में प्रथम छमाही में तीन हजार कन्याओं और वार्षिक आधार पर 07 हजार 500 कन्याओं के विवाह का लक्ष्य निर्धारित किया है, इससे कई निर्धन परिवारों का अपनी बेटियों के सम्मानजनक रूप से विवाह का सपना पूरा हो सकेगा।मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में प्रत्येक कन्या को विवाह आयोजन व्यवस्था और परिवहन पर प्रति कन्या 8 हजार रूपए, इसके साथ विवाह के मौके पर वर-वधु के कपड़े, श्रृंगार सामग्री इत्यादि पर 6 हजार रूपए खर्च किए जाएंगे। इसके साथ ही विवाहित जोड़े को 15 हजार रूपए की उपहार सामग्री भी भेंट की जाएगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बेटियों के विवाह के लिए सहायता राशि में दो बार वृद्धि की है। श्री बघेल ने वर्ष 2019 में योजना के तहत सहायता राशि को 15 हजार रूपए से बढ़ाकर 25 हजार रूपए कर दिया था। अब 2023-24 के बजट में यह राशि बढ़ाकर 50 हजार रूपए कर दी गई है। वर्ष 2019 की तुलना में निर्धारित बजट राशि भी दोगुनी करते हुए 38 करोड़ रूपए कर दी गई है।योजना तहत देय लाभयोजनान्तर्गत गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवार और मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना अंतर्गत कार्डधारी परिवार की 18 वर्ष से अधिक आयु की अधिकतम दो कन्याओं को आर्थिक सहायता दी जाती है। योजनांतर्गत विधवा, अनाथ, निराश्रित कन्याओं को भी शामिल किया जाता है। योजना का लाभ लेने के लिए जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी/जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है। विकास खंड स्तर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी या एकीकृत बाल विकास अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। योजना के संबंध में अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से भी जानकारी ली सकती है।
- -घासीदास संग्रहालय की कला-विथिका में होगा प्रदर्शनी का आयोजन-दुर्लभ छाया चित्र प्रदर्शनी में 40 से 150 वर्ष पुराने चित्र किए जाएंगे प्रदर्शितरायपुर / छत्तीसगढ़ के लोगांें को राज्य के पुरावैभव से परिचित कराने के लिए पुरातत्व एवं अभिलेखागार विभाग द्वारा राजधानी रायपुर के घासीदास संग्रहालय की कला-विथिका में 18 एवं 19 मई को छाया-चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी में पुरातात्विक विषय से संबंधित दुर्लभ चित्र प्रदर्शित किए जाएंगे। ये चित्र लगभग 40 से 150 वर्ष पुराने है।गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय परिषद द्वारा संग्रहालयों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करने और तत्संबंध में जनजागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 18 मई को अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी कड़ी में पुरातत्व एवं अभिलेखागार विभाग द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय जैन संस्था महावीर इंटरनेशनल रायपुर के श्री लोकेश कावड़िया एवं पदाधिकारियों द्वारा संग्रहालय में सेवा प्रदान करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया जावेगा।अधिकारियों ने बताया कि पुरातात्विक वैभव के संबंधित छाया-चित्र प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ के मूर्त सांस्कृतिक धरोहरों के बरसों पुराने और वर्तमान समय के चित्रों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी । इसमें जे. डी. वेगलर (1873-74), ए. एच. लॉन्गहर्स्ट ( 1909-10), एम. जी. दीक्षित (1955), डोनाल्ड एम. स्टेडनर ( 1979-80), माईकल डब्ल्यू. मैस्टर, एम.ए. ढाकी और कृष्णदेव (1983) द्वारा प्राचीन धरोहरों के प्रकाशित चित्रों जिसमें 3री सदी ईसा पूर्व से लेकर 15वीं सदी ईसवी तक के प्रमुख स्मारकों सहित महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय रायपुर के वर्तमान भवन के 1953 में स्थापना के समय के चित्र शामिल हैं।स्कूली बच्चों के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताप्रदर्शनी के अवसर पर 18 मई को संग्रहालय आने वाले स्कूली विद्यार्थियों में धरोहरों के प्रति जागरूकता सर्वर्द्धित करने के लिए तात्कालिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन संग्रहालय में किया जाएगा। संग्रहालय देखने के बाद बच्चों से 10 सवाल पूछे जायेंगे। सवाल महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय रायपुर और उसमें प्रदर्शित कलाकृतियों से संबंधित होंगे। अधिकतम अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को आकर्षक पुरस्कार भी दिया जावेगा।
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*निगम तुहर द्वार अंतर्गत महापौर संग गोठ 17 मई को वार्ड 30 प्रगति नगर में में होगा आयोजित*
*-महापौर नीरज पाल लोगो से होंगे रूबरू, शिविर में प्राप्त आवेदनों एवं समस्याओं का किया जाएगा निराकरण*भिलाई नगर. नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत 17 मई को निगम तुहर द्वार अंतर्गत महापौर संग गोठ के जरिए शिविर का आयोजन किया जायेगा। महापौर नीरज पाल इस दौरान वार्ड छेत्र का दौरा करते हुए लोगों से रूबरू होंगे और समस्याओं को सुनकर उसका समाधान करेंगे। निगम तुहर द्वार के अंतर्गत महापौर संग गोठ के शिविर का आयोजन 17 मई को जोन क्रमांक 3 मदर टैरेसा नगर अंतर्गत वार्ड क्रमांक 30 प्रगति नगर स्वास्थ्य कार्यालय कैंप एक पानी टंकी दशहरा मैदान में आयोजित होगा। शिविर के माध्यम से शिकायतों एवं समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। आयुक्त रोहित व्यास ने अधिकारियों को शिविर स्थल की तैयारियों को लेकर आवश्यक निर्देश दिए हैं। वही अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी ने शिविर का शेड्यूल भी जारी कर दिया है। शिविर के माध्यम से प्राप्त आवेदनों एवं समस्याओं का निराकरण होगा। शिविर का समय प्रातः 10 बजे से रखा गया है। प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री मितान योजना, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, श्रम कार्ड, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, शहरी आजीविका मिशन के तहत व्यक्तिगत लोन एवं अन्य योजना, नए नल कनेक्शन, गुमास्ता लाइसेंस एवं अनुज्ञप्ति लाइसेंस, भवन, दुकान, व्यापारिक प्रतिष्ठान का नियमितीकरण, स्ट्रीट लाइट संधारण, संपत्तिकर, भू भाटक, जलकर, यूजर चार्ज वसूली काउंटर, पाइपलाइन, बोर, पंप, हैंड पंप संधारण, वार्ड स्तर पर नाली रोड टूट-फूट संधारण, सफाई कार्य तथा मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत शिविर में लोगों को लाभान्वित किया जाएगा। -
महापौर नीरज पाल ने रखी नींव*
*-वार्ड क्रमांक 18 कांट्रैक्टर कॉलोनी में आंगनबाड़ी भवन का महापौर नीरज पाल ने किया उद्घाटन, मोहल्ले वासियों को मिलेगी सुविधा*
भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्रमांक 18 कांट्रैक्टर कॉलोनी में दो महत्वपूर्ण कार्यों की सौगात महापौर ने दी है। महापौर नीरज पाल ने आज आंगनबाड़ी भवन का उद्घाटन किया वही शिवनाथ कांप्लेक्स मार्ग में बनने वाले सीसी रोड का भूमि पूजन कर कार्य को प्रारंभ कराया। निगम मुख्य कार्यालय से लगे हुए शिवनाथ कंपलेक्स ब्लॉक नंबर 28 से 21 तक सीमेंटीकरण कार्य किया जाएगा। जिसके चलते नेशनल हाईवे से शिवनाथ कांप्लेक्स जाने वाले रास्ते पर रोड की कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी और आने जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। शिवनाथ कांप्लेक्स में डामरीकरण एवं सीसी रोड का काम अब तक नहीं हुआ था केवल मुरूम और गिट्टी की सहायता से सड़क में आवागमन हो रहा था, महापौर की पहल से काफी वर्षों बाद सीमेंटीकरण कार्य होने जा रहा है। इस रास्ते पर काफी सारे बड़े-बड़े होटल भी मौजूद है जहां भिलाईवासी विभिन्न प्रकार के वैवाहिक तथा अन्य कार्यक्रम का आयोजन भी करते हैं, ऐसे सभी लोगों को सीमेंटीकरण कार्य पूरा हो जाने से राहत मिलेगी। 20 लाख 80 हजार की लागत से सीमेंटीकरण काम होगा। महापौर नीरज पाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि भिलाई में सड़कों की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है, सड़कों के डामरीकरण और सीमेंटीकरण चलते लोगों को आवागमन में सुविधा मिल रही है।
*आंगनबाड़ी भवन का महापौर नीरज पाल ने किया शुभारंभ* महापौर नीरज पाल ने आज कांट्रैक्टर कॉलोनी में नवनिर्मित आंगनबाड़ी भवन का उद्घाटन किया। पहले यह आंगनबाड़ी केंद्र किराए के भवन में संचालित होता था, परंतु अब वार्ड क्रमांक अट्ठारह में खुद का आंगनबाड़ी भवन संचालित होगा। जिसके चलते मोहल्ले वासियों को इसकी सुविधा मिल पाएगी। 6 लाख 45 हजार की लागत से आंगनबाड़ी भवन का निर्माण किया गया है। आंगनबाड़ी भवन सर्व सुविधा युक्त है जिसमें एक हॉल, एक कमरा, एक किचन तथा शौचालय की सुविधा मौजूद है। भूमि पूजन एवं आंगनबाड़ी भवन के उद्घाटन के दौरान अंतावसाई सहकारी समिति एवं वित्त विकास निगम की उपाध्यक्ष नीता लोधी, जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, सभापति गिरवर बंटी साहू, बृजेश सिंह, महापौर परिषद के सदस्य एवं स्थानीय पार्षद लालचंद वर्मा, एमआईसी मेंबर संदीप निरंकारी, नेहा साहू, रीता सिंह गेरा, चंद्रशेखर गवई, जोन अध्यक्ष रामानंद मौर्या एवं राजेश चौधरी, पार्षद सुरेश वर्मा, नोमिन साहू, कोमल टंडन, सेवन कुमार, हरिओम तिवारी एवं प्रभाकर जन बंधु, गिरि राव, आर एस शर्मा, नरसिंहनाथ, जी राजू, वाई के सिंह, दुर्गेश ताम्रकार, मनीष जिज्ञासी व रफीक मोहम्मद आदि मौजूद रहे। -
सोमवार को जनचौपाल में लगभग 50 आवेदन प्राप्त हुए*
रायपुर कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे के मार्गदर्शन में अपर कलेक्टर श्री बी बी पंचभाई ने सोमवार को कलेक्टोरेट परिसर स्थित कलेक्टर सभाकक्ष में जनचौपाल के माध्यम से शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों से आए नागरिकों की विभिन्न मांग एवं समस्याओं से संबंधित आवेदनों को सुना। जन चौपाल में आज लगभग 50 आवेदन प्राप्त हुए।आज आयोजित जनचौपाल में ग्राम आलेसुर के मोहरदास ने अपने भूमि के खसरे का रकबा सुधार कराने, खरोरा निवासी महेश मित्तल ने खरोरा नगर पंचायत में अतिरिक्त आधार केंद्र स्थापित कराने, ग्राम धुसेरा के मन्नूलाल सतनामी ने जमीन अधिग्रहण का मुआवजा दिलाने, मठपुरैना निवासी केपी मंडल ने ग्राम टेकारी में अपनी जमीन पर अतिक्रमण, रावांभाठा निवासी जीपी पिल्ले ने अपनी भूमि पर अवैध अतिक्रमण की शिकायत संबंधी आवेदन दिया ।इसी तरह बोरिया खुर्द निवासी वहीदा बेगम ने निराश्रित पेंशन का लाभ दिलाने, मंदिर हसौद निवासी मिथलेश यादव ने मंदिर हसौद रोड पर अनाधिकृत रूप से खड़े वाहनों को हटाने, लालपुर निवासी डॉ. राहुल कुमार गोयल ने नलकूप खनन की अनुुज्ञा प्राप्त करने आवेदन प्रस्तुत किया।इसी प्रकार अन्य आवेदकों द्वारा मुआवजा राशि दिलाने, पट्टा, पेंशन, सहायता राशि प्रदान करने संबंधी आवेदन प्राप्त हुए। जिस पर अपर कलेक्टर ने प्राप्त आवेदनों को संबंधित विभाग को अग्रेषित कर आवश्यक कार्यवाही करते हुए त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिये है। उल्लेखनीय है कि शासन के मंशानुरूप आमजनों की समस्याओं का प्राथमिकता के साथ निराकरण करने के उद्देश्य से कलेक्टर द्वारा कलेक्ट्रेट कार्यालय में जिला स्तरीय जनदर्शन का आयोजन प्रत्येक सोमवार को सुबह 10ः30 बजे से दोपहर 1ः30 बजे तक आयोजित किया जाता है। - रायपुर. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित चिराग परियोजना के तकनीकी सहायक संस्था इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा ‘‘पर्यावरण एवं सामाजिक प्रबंधन’’ विषय पर कृषि महाविद्यालय रायपुर में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के संचालक अनुसंधान सेवायें डॉ. विवेक त्रिपाठी थे। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में कृषि महाविद्यालय, रायपुर के अधिष्ठाता डॉ. जी. के. दास उपस्थित थे। इस अवसर पर पर्यावरण एवं सामाजिक प्रबंधन कार्यक्रम का प्रशिक्षण नियमावली का विमोचन किया गया। मुख्य अतिथि डॉ. विवेक कुमार त्रिपाठी ने उद्बोधन में कहा कि हमें पर्यावरण का संरक्षण करते हुए समाज का विकास करना चाहिए। वर्षा, जलवायु, एवं फसल पद्धति की स्थिति को ध्यान में रखकर कृषि कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में पर्यावरण की स्थिति काफी अच्छी है, परन्तु हमें जंगल कटाई, जलप्रदूषण एवं मृदा क्षरण को ध्यान में रखकर कार्य करना चाहिए।कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. जी. के. दास ने कहा कि ग्रीन हाऊस गैस, समसमायिकी को ध्यान में रख कर कार्य करना है क्योंकि जलवायु और समाज दोनों का घनिष्ठ संबंध है। उन्होंने कहा कि यदि हम विकास की ओर अग्रसर होंगे तो निश्चित ही प्रकृति का संतुलन प्रभावित होगा, इसलिए हमें राज्य की जलवायु, समाज की स्थिति, संस्कृति और परम्पराओं को ध्यान में रखकर ही कार्य करना होगा। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के विभागाध्यक्ष एवं टीम लीडर टी.एस.ए., चिराग डॉ. के. एल. नन्देहा ने कहा कि चिराग परियोजना अन्य परियोजनाओं से बहुत ही भिन्न है क्यांकि इसमें ग्रीन हाऊस गैसों, पर्यावरण एवं जलवायु को ध्यान में रखकर कृषि पद्धति का उद्देश्य समाहित है। इस परियोजना में ऐसी कोई भी क्रियाकलाप नहीं करना जिससे मानव सभ्यता एवं पर्यावरण को हानि पहुंचे। इस दो दिवसीय प्रशिक्षण में लगभग पचहत्तर प्रतिभागियों को पर्यावरण एवं सामाजिक प्रबंधन पर प्रशिक्षण विस्तार पूर्वक दिया गया। इस कार्यक्रम में डॉ. गौतम रॉय, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, कृषि विज्ञान केन्द्र रायपुर, कार्यक्रम समन्वयक, डॉ. नरेन्द्र पाण्डे, श्रीमती भावना साहू पर्यावरण एवं सामाजिक अधिकारी, अनुसंधान सहायक चिराग एवं सभी परियोजना क्षेत्र से आए सीनियर रिसर्चफेलो, चिराग, राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई रायपुर, ग्रामीण विकास ट्रस्ट और कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक एवं सदस्यगण उपस्थित रहे।
- राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर भिलाई निगम ने निकाला जागरूकता रैली, मच्छर उन्मूलन तथा डेंगू विरोधी गतिविधियों के लिए भिलाई में साल भर से विशेष टीम एक्टिव*भिलाई नगर/ राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर आज भिलाई निगम के सभी जोन क्षेत्रों में विशेष जन जागरूकता अभियान के तहत रैली निकालकर लोगों को मच्छर उन्मूलन तथा डेंगू नियंत्रण के बारे में बताया गया और लोगों को इससे जोड़ने का प्रयास किया गया। कलेक्टर डॉ पुष्पेंद्र मीणा के निर्देश पर फाइट द बाइट अभियान के तहत निगम ने भिलाई में मच्छर उन्मूलन के तहत विशेष गतिविधियां अपनाई है जिसके चलते विगत 3 महीने से डेंगू के एक भी केस नहीं मिले हैं न ही डेंगू से कोई भी मृत्यु हुई है। जिला मलेरिया अधिकारी सीबीएस बंजारे ने जानकारी देते हुए बताया कि जागरूकता और मच्छर उन्मूलन गतिविधियों के कारण डेंगू के अलावा मलेरिया और फाइलेरिया के केस भी नहीं आए है। फाइट द बाइट के तहत कॉलोनी को इससे जोड़ते हुए विशेष मुहिम की शुरुआत की गई थी। जिसमें भिलाई के विभिन्न कॉलोनी ने बढ़ चढ़कर भाग लिया था। विजेता कॉलोनी को पुरस्कार स्वरूप प्रशस्ति पत्र प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय के रूप में प्रदान भी किया गया है। निगम आयुक्त रोहित व्यास के निर्देश पर भिलाई में एक विशेष टीम का गठन किया गया है जो कि मच्छर उन्मूलन तथा डेंगू नियंत्रण के लिए वर्ष भर कार्य करती है। यह टीम वरिष्ठ स्वच्छता निरीक्षक के के सिंह के नेतृत्व में डेंगू नियंत्रण एवं रोकथाम संबंधी गतिविधि साल भर से भिलाई निगम क्षेत्र में करते आ रही है। गठित विशेष टीम के द्वारा मार्च माह से लेकर मई माह तक 7260 घरों का सर्वे मच्छर उन्मूलन के तहत किया जा चुका है, 16554 कूलर, टंकी, कंटेनर आदि की जांच की गई है। जन जागरूकता के तहत पॉम्पलेट एवं लोगों को संवाद आदि के माध्यम से मच्छर उन्मूलन मुहिम में जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। डेंगू, मलेरिया एवं फाइलेरिया से बचाव के लिए सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करना चाहिए, जल जमाव वाले पात्रों में पुराना पानी जमा नहीं होने देना चाहिए, मच्छर के लार्वा के समाप्ति के लिए टेमीफास् का उपयोग करना चाहिए। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल में अपनी जांच करानी चाहिए। आस पास के क्षेत्रों में सफाई रखना चाहिए और जलभराव नहीं होने देना चाहिए। इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए मच्छर उन्मूलन अभियान में अपनी भागीदारी निभाई जा सकती है।
- भिलाईनगर/ नगर पालिक निगम भिलाई के विभिन्न क्षेत्रों में जलप्रदाय के वक्त ही टूल्लूपंप से कई लोगो के द्वारा पानी खींच लिया जाता है। जिसके कारण अंतिम छोर तक पानी पहुंचने में दिक्कत होती है। जल प्रदाय के समय विद्युत अवरोध होने पर टूल्लू पंप की भूमिका समाप्त हो जायेगी और अंतिम छोर तक पानी पहुंचने लगेगा। बता दें कि कई दिनों से टूल्लू पंप का उपयोग कर पानी खींचने वालों को समझाइश देकर अपील की जा रही थी। इन प्रयासों के बाद निगम क्षेत्र के सभी घरों में पानी पहुंचाने के लिए अंतिम विकल्प के रूप में विद्युत अवरोध करने कलेक्टर महोदय को अवगत कराते हुए, विद्युत विभाग को पत्र जारी करने अनुरोध किया गया। विद्युत विभाग ने भिलाई निगम क्षेत्र में प्रतिदिन सुबह 1 घंटे विद्युत अवरुद्ध करने अपनी सहमति प्रदान कर दी है। भिलाई निगम क्षेत्र में सुबह 6:30 बजे से 7:30 बजे तक विद्युत प्रवाह बंद रहेगा। उल्लेखनीय है कि जल प्रदाय करने के समय ही अधिकतर लोगो के द्वारा टूल्लू पंप लगाकर पानी खींच लिया जाता है, वितरण पाइप लाइन से पानी खींचने के कारण पाइप लाइन के पहले वाले क्षेत्रों में पानी प्रेशर के साथ टुल्लू पंप के कारण मिल जाता है, पाइप लाइन से पानी जैसे ही अंतिम छोर की ओर बढ़ती है वैसे ही पानी का प्रेशर ऐसे पंपों के कारण कम होता जाता है और अंतिम घरों तक पानी नहीं पहुंच पाता है। जिसको देखते हुए 17 मई 2023 दिन बुधवार से भिलाई निगम क्षेत्र में प्रातः 6ः30 बजे से 7ः30 बजे तक विद्युत प्रवाह बंद किया जायेगा। ताकि सभी इलाको में सामान रूप से जल प्रदाय हो सके और अंतिम छोर के घरों तक पर्याप्त पानी मिल सके।
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बालोद। जिला मुख्यालय बालोद में राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण कार्य में पोल शिफ्टिंग का कार्य निरंतर जारी है। जिसमें 33/11 के.व्ही. उपकेंद्र से निकलने वाली 11 के.व्ही. बालोद फीडर में 17 मई 2023 दिन बुधवार को सुबह 8.30 बजे से दोपहर 01 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र में समस्त नगरीय निकाय क्षेत्र एवं ग्राम पर्रेगुड़ा शामिल है।
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बालोद। जिले के कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विकास बालोद में रिक्त पदों की पूर्ति सीधी भर्ती द्वारा किया जाना है। आदिवासी विभाग के सहायक आयुक्त श्री सुरेश साहू ने बताया कि रिक्त पदों की सीधी भर्ती हेतु निर्धारित योग्यता रखने वाले पात्र अभ्यर्थियों से आवेदन पत्र पंजीकृत डाक अथवा स्पीड पोस्ट के माध्यम से कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विकास बालोद के नाम से 31 मई 2023 को शाम 5.30 बजे तक आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि रिक्त पदों की भर्ती के संबंध में विस्तृत जानकारी जिले के वेबसाईट बालोद डाॅट जीओवी डाॅट इन या कार्यालयीन समय पर कार्यालय के सूचना पटल पर देखा जा सकता है।
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बालोद। सी.बी.एस.ई. द्वारा शैक्षणिक सत्र 2022-23 में कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम घोषित हो चुका है। जिसमें बालोद जिले में संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय दुधली बालोद के कक्षा 10वीं का परिणाम शतप्रतिशत रहा। जवाहर नवोदय विद्यालय दुधली की प्राचार्य श्रीमती साधना अनुपम दलेला ने बताया कि विद्यालय के कुल 39 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए जिसमें सभी 39 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं। उन्होंने बताया कि छात्र वैभव देशमुख ने 95.2 प्रतिशत के साथ प्रथम स्थान हासिल किया। इसी प्रकार हर्ष कुमार ने 94.4 प्रतिशत एवं कुमारी हुनिका सिन्हा ने 93.8 प्रतिशत के साथ क्रमशः द्वितीय एवं तृतीय स्थान हासिल किए हैं। श्रीमती दलेला ने सभी विद्यार्थियों को उनके उत्कृष्ट परिणाम के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
- -16.72 लाख मानक बोरा के लक्ष्य के विरूद्ध 7.48 लाख मानक बोरा संग्रहितरायपुर / छत्तीसगढ़ में तेन्दूपत्ता संग्रहण वर्ष 2023 के दौरान अब तक 7 लाख 48 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया जा चुका है, जो लक्ष्य के 45 प्रतिशत के करीब है। ज्ञातव्य है कि राज्य में चालू वर्ष के दौरान 16 लाख 72 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता के संग्रहण का लक्ष्य रखा गया है। वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में वनांचल के आदिवासी-वनवासियों द्वारा तेंदूपत्ता का संग्रहण कार्य तेजी से जारी है।प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज संघ श्री अनिल राय से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में अब तक संग्रहित मात्रा में से वनमण्डल बीजापुर में 38 हजार 579 मानक बोरा तथा सुकमा में 85 हजार 799 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण शामिल है। इसी तरह वनमण्डल दंतेवाड़ा में 15 हजार 630 मानक बोरा, जगदलपुर में 195 हजार 446 मानक बोरा, दक्षिण कोण्डागांव में 17 हजार 853 मानक बोरा तथा केशकाल में 24 हजार 577 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हुआ है। वनमण्डल नारायणपुर में 17 हजार 369 मानक बोरा, पूर्व भानुप्रतापपुर में 39 हजार 663 मानक बोरा, पश्चिम भानुप्रतापपुर में 11 हजार 874 मानक बोरा, तथा कांकेर में 28 हजार 312 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।इसी तरह वनमण्डल राजनांदगांव में 30 हजार 581 मानक बोरा, खैरागढ़ में 14 हजार 781 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हुआ है। बालोद में 15 हजार 159 मानक बोरा, कवर्धा में 19 हजार 41 मानक बोरा, वनमण्डल धमतरी में 19 हजार 228 मानक बोरा, गरियाबंद में 73 हजार 537 मानक बोरा, महासमुंद 57 हजार 484 मानक बोरा तथा बलौदाबाजार 11 हजार 832 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया गया है। वनमण्डल बिलासपुर में 12 हजार 580 मानक बोरा, मरवाही 3 हजार 16 मानक बोरा, जांजगीर-चांपा में 4 हजार 936 मानक बोरा, रायगढ़ में 38 हजार 908 मानक बोरा, धरमजयगढ़ में 56 हजार 177 मानक बोरा, कोरबा में 29 हजार 989 मानक बोरा तथा कटघोरा में 26 हजार 744 मानक बोरा का संग्रहण हुआ है। इसी तरह वनमण्डल जशपुर में 18 हजार 761 मानक बोरा, मनेन्द्रगढ़ 4 हजार 410 मानक बोरा और सरगुजा में 7 हजार 357 मानक बोरा, बलरामपुर में 1 हजार 519 मानक बोरा, सूरजपुर में 3 हजार 183 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।