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- भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र (भिलाई स्टील प्लांट) के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र में 25 सितम्बर को विश्व फार्मेसी दिवस 2025 के अवसर पर जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। फार्मेसी विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत विभाग प्रांगण में दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई।जन-जागरूकता पर केंद्रित लघु नाटिका ने लोगों को यह संदेश दिया कि बिना चिकित्सकीय परामर्श के एंटीबायोटिक का प्रयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। नाटिका के माध्यम से जनता को केवल पंजीकृत डॉक्टरों से परामर्श लेने और पंजीकृत फार्मेसी से ही दवा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया गया। इसी कड़ी में मरीजों के लिए एक जानकारीपूर्ण पेम्फलेट का विमोचन भी किया गया।चिकित्सालय सभागार में फार्मासिस्ट श्री शुभांग और श्री प्रदीप द्वारा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जबकि वरिष्ठ फार्मासिस्ट श्री पुखराज ताम्रकार ने संगीतमय प्रस्तुति देकर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध किया। फार्मेसी विभाग के सदस्यों के बीच विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं और विजेताओं को सम्मानित किया गया। साथ ही एकल एवं समूह नृत्य प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को जीवंत बना दिया।यह आयोजन कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ) डॉ. एम. रविंद्रनाथ के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनीता द्विवेदी, डॉ. कौशलेंद्र ठाकुर, डॉ. सौरव मुखर्जी और डॉ. उदय कुमार ने विशेष सहयोग प्रदान किया। फार्मेसी विभाग प्रभारी श्री बी.आर. ढोके, डॉ. रुचिर भटनागर, डॉ. मनीष देवांगन, डॉ. प्राची मेने, डॉ. मीता सचदेव, डॉ. रघुनंदन बिसोई, डॉ. पूजा सियाल सहित फार्मासिस्ट श्रीमती रचना आनंद, श्रीमती अर्चना मसीह, श्री देवेश कुमार नायक एवं चिकित्सालय स्टाफ की सक्रिय मौजूदगी रही। कार्यक्रम का संचालन श्री सतीश बंजारे ने किया।
- भिलाई । भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भिलाई और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) के संयुक्त तत्वावधान में “लोको शेड कर्मचारियों के ज्ञान संवर्धन” प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वितीय चरण का सफल समापन किया गया। दस दिवसीय इस प्रशिक्षण का उद्देश्य इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के संचालन और रखरखाव में संलग्न एसईसीआर तकनीशियनों की तकनीकी दक्षता को और परिष्कृत करना था।समापन समारोह की अध्यक्षता आईआईटी भिलाई के निदेशक प्रोफेसर राजीव प्रकाश ने मुख्य अतिथि के रूप में की। उनके साथ आईआईटी भिलाई के शोध एवं विकास के प्रभारी डीन डॉ. बालकृष्ण मेहता भी उपस्थित थे। कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए संयोजक डॉ. शशांक कुर्म ने बताया कि इस प्रशिक्षण में सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अभ्यास का संतुलित समावेश किया गया, जिससे प्रतिभागियों को लोकोमोटिव प्रणालियों की समग्र समझ प्राप्त हुई।अपने संबोधन में प्रो. प्रकाश ने प्रतिभागियों से तकनीकी ज्ञान को गहराई से समझने पर बल देते हुए कहा कि व्यावहारिक अनुभव और सैद्धांतिक ज्ञान के बीच संतुलन स्थापित करना आवश्यक है। डॉ. मेहता ने एसईसीआर तकनीशियनों की सीखने की प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों के बीच निरंतर सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि आईआईटी भिलाई के छात्र भी लोको शेड का भ्रमण कर वास्तविक परिस्थितियों को समझें और व्यावहारिक समस्याओं के समाधान में योगदान दें। साथ ही उन्होंने प्रतिभागियों से ईमानदार प्रतिक्रिया देने का आग्रह किया ताकि भविष्य के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को और बेहतर बनाया जा सके।इस अवसर पर आईआईटी भिलाई के विद्युत अभियंत्रण विभागाध्यक्ष डॉ. अविषेक अधिकारी ने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे प्रशिक्षण से अर्जित ज्ञान को अपने सहकर्मियों तक भी पहुंचाएं ताकि कार्यक्रम का व्यापक लाभ सुनिश्चित हो सके।कार्यक्रम का समापन डॉ. ललित कुमार साहू द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस पहल ने आईआईटी भिलाई और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की उस प्रतिबद्धता को पुनः पुष्ट किया, जिसके अंतर्गत तकनीकी दक्षता में वृद्धि, उद्योग-शैक्षणिक सहयोग को प्रोत्साहन तथा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव संचालन की कार्यकुशलता और विश्वसनीयता को मजबूत किया जा रहा है।***
- रायपुर । महिलाओं में सिकल सेल रोग की गंभीर चुनौती से निपटने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), रायपुर ने “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” के तहत जागरूकता एवं स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन किया। इस पहल ने सिकल सेल रोग से प्रभावित गर्भवती महिलाओं के लिए समय पर निदान और सक्रिय देखभाल की आवश्यकता पर बल दिया।कोटा कॉलोनी में आयोजित इस शिविर में लगभग 125 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें गर्भवती महिलाएं, माताएं और सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता शामिल थे। कार्यक्रम का आयोजन एम्स रायपुर की सिकल सेल समिति और जैव रसायन विभाग द्वारा, एसोसिएशन ऑफ बायोकैमिस्ट्री क्लिनिकल वेलफेयर के सहयोग से किया गया।इस अवसर पर सिकल सेल समिति की अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) एली मोहापात्रा ने समिति सदस्यों डॉ. सुप्रवा पटेल, डॉ. तुषार जागज़पे, डॉ. नीलज बगड़े, डॉ. आशीष गुप्ता और डॉ. अमित मिश्रा के साथ मिलकर इस बात पर जोर दिया कि नियमित स्क्रीनिंग और समय पर उपचार से गर्भावस्था के दौरान मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य की प्रभावी सुरक्षा संभव है।शिविर के दौरान 47 रक्त नमूने एकत्र किए गए जिनकी जांच सिकल सेल स्क्रीनिंग, हीमोग्लोबिन और ग्लूकोज़ परीक्षण के लिए की गई। प्रतिभागियों को रोग प्रबंधन, निवारक उपायों और जीवनशैली में आवश्यक बदलावों पर व्यक्तिगत परामर्श भी प्रदान किया गया।इस पहल ने यह स्पष्ट किया कि गर्भावस्था के दौरान नियमित स्वास्थ्य जांच और विवाह पूर्व स्क्रीनिंग सिकल सेल रोग के दीर्घकालिक प्रभाव को कम करने के लिए अत्यंत आवश्यक है।इस सामुदायिक जागरूकता प्रयास के माध्यम से एम्स रायपुर ने एक बार फिर सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और आनुवंशिक एवं जीवनशैली संबंधी चुनौतियों से जूझ रहे परिवारों को समग्र देखभाल उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
- रायपुर। आदिवासी अंचलों में ग्रामीण अवसंरचना को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से भारत सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025–26 के लिए प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) के अंतर्गत छत्तीसगढ़ को 259 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा जारी यह स्वीकृति आदेश राज्य के दूरस्थ और सेवाओं से वंचित क्षेत्रों में अंतिम छोर तक संपर्क सुविधा को बेहतर बनाने और सड़क नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है।ग्रामीण संपर्क प्रभाग ने 25 सितंबर को यह स्वीकृति आदेश लेखा एवं भुगतान अधिकारी को जारी किया। इसे “मदर सैंक्शन” कहा गया है। निधि आवंटन वित्त मंत्रालय की जस्ट-इन-टाइम प्रोटोकॉल व्यवस्था के अनुरूप किया गया है और इसे सिंगल नोडल एजेंसी (SNA) स्पर्श मॉडल के जरिए संचालित किया जाएगा। यह स्वीकृति आदेश पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम (PFMS) पर अपलोड किया गया है, ताकि राज्य सरकार वर्तमान वित्तीय वर्ष में हुए वास्तविक व्यय के आधार पर इसका उपयोग कर सके।निर्देशों के अनुसार, कार्य की प्रगति और आवश्यकता के अनुसार एक से अधिक मदर सैंक्शन जारी किए जा सकते हैं, हालांकि किसी भी समय प्रणाली पर केवल एक सक्रिय सैंक्शन मान्य होगा और अप्रयुक्त शेष राशि आगे ले जाई जाएगी।यह 259 करोड़ रुपये की स्वीकृति पीएम-जनमन के अंतर्गत चल रहे परियोजना चरणों से जुड़ी है। इससे पहले मार्च 2024 में 126.70 करोड़ रुपये, मार्च 2025 में 180 करोड़ रुपये तथा मई 2025 में 1 करोड़ रुपये की प्रतीकात्मक राशि जारी की गई थी। नवीनतम मंजूरी के साथ छत्तीसगढ़ को ग्रामीण संपर्क योजनाओं के लिए पीएम-जनमन के तहत केंद्रीय सहायता 500 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है।मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ सरकार को निर्देश दिया है कि निधियों का उपयोग योजना के मानकों के अनुरूप शीघ्र किया जाए और वित्त मंत्रालय के उन निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए, जिनमें सभी SNA खातों को बंद करने तथा अप्रयुक्त केंद्रीय शेष राशि को भारत की समेकित निधि में और अप्रयुक्त राज्य शेष राशि को राज्य की समेकित निधि में वापस जमा करने की अनिवार्यता है।मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि वित्त प्रभाग की सहमति से जारी यह स्वीकृति छत्तीसगढ़ के आदिवासी अंचलों में संपर्क अवसंरचना को सशक्त करेगी और वहां की कमजोर वंचित समुदायों को महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक लाभ पहुंचाएगी।
- बलौदाबाजार /छत्तीसगढ़़ रजत जयंती वर्ष एवं सेवा पखवाड़ा के अवसर पर कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशानुसार समाज कल्याण विभाग द्वारा नगर भवन बलौदाबाजार में वरिष्ठ नागरिक की सुरक्षा तथा सम्मान के प्रति समाज में सकारात्मक वातावरण विकसित करने हेतु 1 अक्टूबर 2025 को अंतर्राष्ट्रीय वृध्दजन दिवस का आयोजन किया जायेगा। इस अवसर पर विशेषज्ञों की टीम द्वारा वृध्दजनों की समस्याओं का समाधान तथा वृध्दजनों का सम्मान किया जायेगा। साथ ही चिकित्सकों द्वारा वृध्दजनों का बी.पी. शुगर जांच कर मुल्याकंन एवं वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण अधिनियम 2007 के बारे में विस्तृत जानकारी समाज कल्याण विभाग द्वारा दी जायेगी।
- बलौदाबाजार, / वनमण्डलाधिकारी गणवीर धम्मशील के निर्देशानुसार सेवा पर्व के तहत सोमवार को सिद्धखोल पर्यटन स्थल में स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान में पर्यटन स्थल परिसर को स्वच्छ एवं आकर्षक बनाए रखने हेतु विशेष पहल की गई।इस पहल का उद्देश्य स्थानीय समुदाय की सहभागिता को बढ़ाकर पर्यटन स्थल को पर्यावरणीय दृष्टि से अधिक टिकाऊ और व्यवस्थित बनाना था । साथ ही यह संदेश दिया गया कि स्वच्छता केवल पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी जिम्मेदारी ही नहीं है, बल्कि पर्यटन स्थलों की पहचान और आकर्षण बनाए रखने के लिए भी अत्यंत आवश्यक है।अभियान के दौरान समिति के सदस्यों के साथ सिद्धखोल पर्यटन स्थल के संचालन एवं प्रबंधन संबंधी विषयों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर प्रशिक्षु वनक्षेत्रपाल दीपक कौशिक, वन प्रबंधन समिति कुकरीकोना के कार्यकारिणी सदस्य एवं सुरक्षा श्रमिक उपस्थित थे।
- -विजेताओं को मिलेंगे नकद पुरस्कार,प्रतिभागी 6 अक्टूबर तक ले सकते हैं हिस्साबलौदाबाज़ार -भाटापारा । वाइल्डलाइफ वीक 02 अक्टूबर - 08 अक्टूबर, 2025 के अवसर पर, बारनवापारा वन्यजीव अभयारण्य में "कैप्चर टू कंजर्व" विषय पर वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। वन मंडलाधिकारी श्री गणवीर धम्मशील ने बताया कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य वन्यजीवों के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।प्रतियोगिता की अंतिम तिथि 6 अक्टूबर है।प्रतियोगिता में विजेताओं को नकद पुरस्कार दिए प्रथम पुरस्कार ₹10,000, द्वितीय पुरस्कार: ₹7,000 और तृतीय पुरस्कार: ₹5,000 है।प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन करके गूगल फॉर्म भरना होगा। फोटोग्राफी में छत्तीसगढ़ के वन्यजीवों और प्राकृतिक सौंदर्य को प्रदर्शित करना होगा। परिणाम की घोषणा 7 अक्टूबर को की जाएगी। प्रतियोगिता के नियमानुसार केवल छत्तीसगढ़ राज्य से संबंधित वन्यजीव/प्रकृति फोटोग्राफ स्वीकार किए जाएँगे। इसके लिए प्रतिभागियों को सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म भी भरना होगा।यदि किसी भी प्रकार की अनियमितता हुई तो प्रविष्टियों को अस्वीकार किया जा सकेगा। इस प्रतियोगिता में भाग लेकर अपनी फोटोग्राफी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के इच्छुक प्रतिभागी वन्यजीवों के संरक्षण में योगदान दे सकते हैं। पंजीकरण कर हेतु गूगल फॉर्म लिंक https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSeYNEIjjXZXro4mHuJNDZdc5m5iOEBqvq9lU7_5iy9hfTCF1w/viewformअधिक जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक अथवा QR कोड स्कैन किया जा सकता है।
- महासमुंद / राज्य शासन के निर्देश एवं परिवहन मंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेशभर में आयोजित सेवा पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत जिला परिवहन विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज बस स्टैंड महासमुंद में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में बस एवं ऑटो चालकों, परिचालकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जिसमें लगभग 120 लोगों की शुगर, बीपी एवं आंखों की जांच की गई।शिविर में जिला परिवहन अधिकारी श्री रामकुमार ध्रुव सहित पूरा स्टाफ उपस्थित थे। स्वास्थ्य विभाग की से नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. मंजुसा चंद्रसेन, चिकित्सा अधिकारी डॉ. पंकज राय, नेत्र सहायक अधिकारी श्री उमेश गोतमारे, श्री टकेश्वर सिन्हा, श्रीमती मिलन भदौरिया एवं नर्सिंग अधिकारी श्री शेखर पटेल ने अपनी सेवाएं प्रदान कीं। इस पहल का उद्देश्य चालकों एवं परिचालकों के स्वास्थ्य परीक्षण करना तथा सुरक्षित यातायात सुनिश्चित करना रहा।
- -पीएचसी कटगी में पहली बार उपलब्ध कराई गई अत्याधुनिक जांच एवं विशेषज्ञ सेवाएंबलौदाबाजार/ स्वास्थ्य विभाग बलौदाबाजार द्वारा सोमवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कटगी में जिला स्तरीय मेगा हेल्थ कैम्प का आयोजन किया गया। इस शिविर में जिलेभर से आए 1098 मरीजों ने पंजीयन कर विशेषज्ञ परामर्श और उपचार का लाभ उठाया। शिविर में स्त्री रोग विशेषज्ञ, मेडिसिन विशेषज्ञ, शल्य चिकित्सक,हड्डी रोग विशेषज्ञ, ईएनटी विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, दंत रोग विशेषज्ञ एवं फिजियोथेरेपी विशेषज्ञ की सेवाएं उपलब्ध कराई गईं। मरीजों ने अपने रोगों के लिए विशेषज्ञ परामर्श, उपचार एवं जांच की सुविधा प्राप्त की।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर पहली बार अत्याधुनिक जांच सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं। इसमें सोनोग्राफी, फंडस कैमरा जांच, एक्स-रे एवं फिजियोथेरेपी सेवाएं शामिल रहीं। इन सेवाओं ने ग्रामीण अंचल के मरीजों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उनके नजदीक ही सुलभ कराईं गई।मेगा हेल्थ शिविर में 27 हितग्राहियों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए, 712 मरीजों की बीपी जांच,632 मरीजों की शुगर जांच एवं 36 मरीजों ट्रूनॉट जाँच किया गया। इसके साथ ही स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. करुणा यादव द्वारा 64 सोनोग्राफी की गई।स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. वंदना भेले द्वारा 153 गर्भवती महिलाओं की जाँच की गई।हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. कल्याण कुरुवंशी द्वारा 62 मरीजों की जाँच कर 2 मरीजों को तत्काल प्लास्टर लगाया गया।नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अंजली द्वारा 82 मरीजों का नेत्र परीक्षण किया गया, जिनमें 14 मोतियाबिंद (कैटरैक्ट) मरीज पाए गए एवं 30 हितग्राहियों को चश्मा वितरित किया गया।ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. राजेंद्र माहेश्वरी ने 34 मरीजों का परीक्षण किया। शल्य विशेषज्ञ डॉ. योगेश शर्मा द्वारा 23 मरीजों की जांच की गई, जिनमें एक बच्चे को हाइड्रोसील की समस्या पाई गई।शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. के. के. टेभुरने ने 41 बच्चों का परीक्षण किया, जिनमें एक बच्चे में बाल लकवा का संदेह और 2 बच्चों में जन्मजात मस्तिष्क विकृति पाई गई। इन बच्चों का उपचार चिरायु योजना के अंतर्गत कराया जाएगा।फिजियोथेरेपिस्ट गणेश वर्मा ने 21 मरीजों को उपचार दिया।दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. सुप्रीत शिरोलकर ने 19 मरीजों का उपचार किया। मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. एस. आर. बंजारे द्वारा 74 मरीजों की जाँच की गई, जिनमें 2 महिलाओं में लकवा पाया गया (एक को प्रसव पश्चात् लकवा हुआ)।इस दौरान एक कुष्ठ रोगी की भी पहचान की गई। शिविर में सीएमएचओ डॉ. राजेश अवस्थी, बीएमओ डॉ. रवि अजगल्ले,डीपीएम सृष्टि मिश्रा सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
- महासमुंद / प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान भारत सरकार की एक पहल है, जिसके तहत प्रत्येक माह की निश्चित 9 एवं 24 तारीख को सभी गर्भवती महिलाओं को व्यापक और गुणवत्ता युक्त प्रसव पूर्व देखभाल प्रदान करना सुनिश्चित किया गया है। इस अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर उनकी गर्भावस्था के दूसरी और तीसरी तिमाही की अवधि (गर्भावस्था के 3 महीने के बाद) के दौरान व्यापक और गुणवत्ता पूर्व प्रसव पूर्व देखभाल सेवाएं प्रदान किया जाता है। इसके तहत उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की शीघ्र पहचान और उपचार को प्राथमिकता दी जाती है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत इस बार विशेष कर उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच, उपचार एवं परामर्श दिया गया, जिस हेतु जिले में पूर्व से स्वास्थ्य संस्थाओं का चिन्हांकन, उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की नाम वार सूची तैयार कर पूर्व आवश्यक तैयारियां की गई थी। जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल, समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं चिन्हाकित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच किया गया। साथ ही सोनोग्राफी की सुविधा मेडिकल कॉलेज अस्पताल एवं समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध कराई गई। गर्भवती महिलाओं में प्रसूति चिकित्सा के इतिहास और मौजूदा नैदानिक स्थिति के आधार पर उच्च जोखिम गर्भधारण की पहचान एवं हर गर्भवती महिला को विशेष रूप से जिनकी पहचान किसी भी जोखिम कारक या सहरुग्णता स्थिति में की गयी हैं, उनके लिए उचित जन्म योजना बनाई गई।इस माह प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का आयोजन स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के तहत 24 से 26 सितम्बर 2025 तक तीन दिवसीय किया गया। जिसमें कुल पंजीकृत गर्भवती 9060 में से 1712 गर्भवती जांच हेतु चिन्हांकित स्वास्थ्य केन्द्रों में पहुंची। जिसमें से 528 गर्भवती को उच्च जोखिम गर्भावस्था चिन्हांकित किया गया। साथ ही सोनोग्राफी हेतु द्वितीय तिमाही एवं तृतीय तिमाही की गर्भवती को प्राथमिकता देते हुए सोनोग्राफी के लिए चिन्हांकित स्वास्थ्य केन्द्रों में 321 गर्भवतियों की सोनोग्राफी की गई। स्वास्थ्य संस्थाओं का जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा टीम बनाकर निरीक्षण किया गया। जिसके तहत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आई. नागेश्वर राव एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्रीमती नीलू घृतलहरे द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिथौरा और तुमगांव का निरीक्षण किया एवं प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के क्रियान्वयन की स्थिति को जांचा तथा आवश्यक सुझाव एवं दिशा निर्देश प्रदान किया। इसी प्रकार जिला टीकाकरण अधिकारी, जिला नोडल अधिकारी, समस्त खंड चिकित्सा अधिकारी एवं जिला सलाहकारों की टीम ने विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया।
- महासमुन्द / स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के तहत आज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तुमगांव एवं विकासखण्ड महासमुन्द के सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में स्वस्थ माँ दिवस जिरियाट्रिक केयर थीम पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।आयोजन में स्वस्थ माँ शिविर, मेगा हेल्थ कैंप, वयोवृद्ध स्वास्थ्य कार्यक्रम, वय वंदन कार्ड वितरण, आभा आईडी निर्माण तथा चिरायु दल द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण जैसी गतिविधियाँ संपन्न हुईं। साथ ही नवरात्रि शिविर स्थलों में व्यापक प्रचार-प्रसार कर समाज को यह संदेश दिया गया कि नारी जब तक स्वस्थ, शिक्षित और सशक्त नहीं होगी तब तक परिवार, समाज और देश का विकास संभव नहीं है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आई. नागेश्वर राव तथा खण्ड चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तुमगांव डॉ. विकास चंद्राकर के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम संचालन में बी.पी.एम. श्री सुरेन्द्र चंद्राकर, बी.ई.टी.ओ. श्री गिरीश ध्रुव, सभी सेक्टर सुपरवाइजर, आर.एच.ओ., बी.सी. और मितानिन का विशेष सहयोग रहा। इस आयोजन से समस्त जनसमुदाय ने लाभ प्राप्त किया।
- महासमुंद / इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, कृषि विज्ञान केन्द्र महासमुंद द्वारा ग्राम धनसुली में निकरा परियोजना अंतर्गत धान की फसल में कृषि ड्रोन तकनीक का सफल प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर किसानों को ड्रोन से कीटनाशक छिड़काव की प्रक्रिया दिखाते हुए इसके संचालन की तकनीकी जानकारी दी गई। कार्यक्रम में कृषि में ड्रोन तकनीक के उपयोग और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही कृषक प्रशिक्षण का भी आयोजन किया गया, जिसमें किसानों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, प्रधान अन्वेषक, निकरा परियोजना डॉ. आर.एल. शर्मा, विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ. रवीश केशरी, कृषि विभाग से ग्रामीण कृषि विकास विस्तार अधिकारी श्रीमती कल्पना साहू, निकरा परियोजना के वरिष्ठ अनुसंधान अध्येता श्री तरुण प्रधान एवं ग्राम धनसुली के कृषक उपस्थित रहे।
- बलौदाबाजार / विश्व पर्यटन दिवस एवं छत्तीसगढ़ रजत जयंती महोत्सव के अवसर पर आयोजित टूर दे बलौदाबाजार साइक्लोथॉन में कलेक्टर दीपक सोनी ने निर्धारित 50 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए फिनिश पॉइंट तक साईक्लिंग पूरी की।साईक्लिंग से उन्होंने युवाओं में जोश व ऊर्जा का संचार किया जिससे प्रतिभागी उत्साहित हुए।कलेक्टर श्री सोनी ने साईक्लिंग के दौरान साईक्लिस्टों की सुविधा के लिए बनाए गए डिहाईड्रेशन सेंटर का भी अवलोकन किया। उन्होंने रूट में स्व सहायता समूह एवं ग्रामीणों के अभिवादन को स्वीकार करते हुए उनके द्वारा साईक्लिस्टों के उत्साहवर्धन कार्य को सराहा। समहू की महिलाएं एवं अन्य ग्रामीण साईक्लिस्टों के लिए हाथ में पानी बॉटल व फल लेकर खड़े होते थे और जय जोहर, जय छत्तीसगढ़ कहते साईक्लिस्टों को अभिवादन करते थे।उल्लेखनीय है कि रविवार को आयोजित "टूर दे बलौदाबाजार साइक्लोथॉन" सोनबरसा वन विहार से प्रारम्भ होकर लटुआ, बलौदाबाजार, रवान, अर्जुनी,टोनाटार, नावागांव, धंवई, पाटन रेलवे फाटक, बिटकुली, करहीबाजार एवं सोनबरसा तक 50 किलोमीटर की दूरी तय कर फिनिश पॉइंट में सम्पन्न हुआ।साइक्लोथॉन में स्पर्धा के दो श्रेणी थे जिसमें जिला अंतर्गत एवं जिले से बाहर के प्रतिभागी शामिल हुए। दोनों श्रेणी में पुरुष एवं महिला वर्ग को प्रथम पुरस्कार ₹25,000, द्वितीय पुरस्कार ₹15,000 और तृतीय पुरस्कार₹10,000 पृथक -पृथक प्रदान किया गया। इस तरह साइक्लोथॉन में कुल दो लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया।
- जांजगीर-चांपा.।ग्राम पंचायत लच्छनपुर के सचिव रमाशंकर कश्यप को वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत बम्हनीडीह के द्वारा गठित जांच दल ने पाया कि पंचायत के 13 कार्यों में लगभग 6 लाख 55 हजार 324 रुपए की राशि का अनियमित व्यय किया गया है। कई स्थलों पर कार्य नहीं पाए गए। इस पर सचिव से स्पष्टीकरण मांगा गया था, किंतु उनका जवाब संतोषजनक नहीं मिला। जांच में यह साबित हुआ कि सचिव ने अपने कर्तव्यों का सही निर्वहन नहीं किया और गंभीर लापरवाही बरती है। सचिव द्वारा अपने पदीय कर्तव्यों का समुचित निर्वहन नहीं किया गया है तथा उन्होंने वित्तीय अनियमितता की है। यह आचरण घोर उदासीनता, लापरवाही, स्वेच्छाचारिता एवं वरिष्ठ अधिकारियों की अवहेलना की श्रेणी में आता है, जो छत्तीसगढ़ पंचायत (आचरण) नियम 1998 के विपरीत है। जिला पंचायत सीईओ गोकुल रावटे ने कार्रवाई करते हुए श्री कश्यप को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जनपद पंचायत बम्हनीडीह कार्यालय रहेगा और उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।
- महासमुंद / जिला जेल महासमुंद में आज अंडर ट्रायल रिव्यू कमेटी द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती अनिता डहरिया, कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट चेतना ठाकुर, अतिरिक्त कलेक्टर सुश्री अक्षा गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती प्रतिभा पाण्डेय, तहसीलदार श्री जुगल किशोर, सहायक जेल अधीक्षक श्री मुकेश प्रसाद कुशवाहा, जेल चिकित्साधिकारी श्री महेन्द्र चैधरी सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।निरीक्षण के दौरान कमेटी के सदस्यों ने सभी बैरकों का दौरा कर बंदियों की समस्याओं की जानकारी ली, जिनमें विधिक सहायता, खान-पान, स्वास्थ्य सुविधाएं एवं जेल सुरक्षा जैसी व्यवस्थाएं शामिल थीं। कमेटी ने समग्र व्यवस्था को संतोषजनक पाया।बैठक में बंदियों के स्वास्थ्य एवं विधिक सहायता, जेल के विस्तारीकरण हेतु भूमि हस्तांतरण, नए बैरकों के निर्माण, आधुनिक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम और मुलाकात कक्ष की स्थापना, बंदियों के कौशल विकास हेतु प्रशिक्षण की व्यवस्था जैसे मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। साथ ही सरायपाली में 300 क्षमता वाले उप-जेल निर्माण हेतु भूमि हस्तांतरण एवं प्रस्ताव पर भी विचार किया गया।
- महासमुन्द / महासमुंद किसान को ऑपरेटिव्ह राइस मिल एंड मार्केटिंग सोसाइटी लिमिटेड महासमुंद द्वारा आहता के अंदर स्थित 66,160 वर्गफीट खुली भूमि को मांगलिक कार्य, सभा, सम्मेलन तथा पार्टी आदि कार्यों के आयोजन हेतु 5 वर्षों की लीज/किराया अवधि के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए संस्था द्वारा निविदा आमंत्रित किए हैं।प्राधिकृत अधिकारी ने बताया कि इच्छुक व्यक्ति 13 अक्टूबर 2025 तक कार्यालयीन समय में निविदा बंद लिफाफे में प्रस्तुत कर सकते हैं। प्राप्त निविदाओं को 14 अक्टूबर 2025 को दोपहर 12 बजे खोला जाएगा। संस्था द्वारा जारी सूचना के अनुसार 5,000 रुपये की राशि जमा करना अनिवार्य किया गया है। निविदा स्वीकृत होने पर 15,000 रुपये तत्काल जमा करने होंगे तथा यदि पन्द्रह दिवस के भीतर अनुबंध नहीं किया जाता है तो जमा राशि संस्था के पास ही रहेगी और किसी भी स्थिति में वापस नहीं होगी। नियम एवं शर्तों की जानकारी इच्छुक व्यक्ति कार्यालयीन समय में संस्था कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं।
- -अब तक 15 ग्रामों की प्लान विजन किए जा चूके है तैयारदंतेवाड़ा । आदि कर्मयोगी अभियान केन्द्र एवं राज्य शासन के ’’दूरदर्षी मंत्र’’ ’’सबका साथ सबका विकास’’ ’’सबका विश्वास सबका प्रयास’’ का संजीव और स्थाई रूपांतरण है। एक ऐसा प्रयास जो विकसित भारत की ऐतिहासिक यात्रा में जनजाति समाज को एक अग्रणी स्थान देता है। जहां शासन और समुदाय भागीदार बनकर कार्य करते है और साझे दृष्टिकोण से विकास को गढ़ा जाता है। इस क्रम में जिले में भी इस अभियान के तहत नोडल अधिकारियों द्वारा सक्रिय रूप से ग्राम क्षेत्रों में पहुंच कर ग्रामीणों के संग बैठक आयोजित कर सहभागी विकास के दस्तावेज तैयार किए जा रहे है। जिले में अब तक 15 ग्रामों के प्लान विजन को पोर्टल में अपलोड कर दिया गया हैं। इस प्लान के तहत मुख्यतः स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका, सामाजिक सुरक्षा, एवं बुनियादी सेवाओं के प्रत्यक्ष लाभ को सुनिश्चित करना तो है ही इसके अलावा भविष्य के विकसित ग्राम की परिकल्पना और विकास कार्यों को अमलीजामा पहनाना इसका मुख्य लक्ष्य है। दंतेवाड़ा जिले के अन्तर्गत जावंगा, गुमड़ा, पाहुरनार, मुस्तलनार, मुरकी, मूस्केल, फुलनार, कोरलापाल, हिरोली, गजेनार, मसेनार, मोलसनार, छिंदनार, नागूल, गोगपाल, छोटेगुडरा ग्रामों में पहुंकर नोडल अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर कार्ययोजना बनाई है। इस संबंध में कलेक्टर श्री कुणाल दुदावत द्वारा महत्वपूर्ण बैठक लेकर अभियान की सुचारू क्रियान्वयन हेतु दिशा निर्देश दिए गए है और इस संबंध में दिए गए कार्ययोजना प्रारूप को समय सीमा में पूरा करने को कहा है।
- महासमुंद। रविशंकर सागर बांध (गंगरेल) का जलभराव स्तर लगातार वर्षा के कारण तेजी से बढ़ रहा है। शुक्रवार रात 8 बजे की स्थिति में बांध का जलभराव 94.82 प्रतिशत दर्ज किया गया, जिसमें 17,356 क्यूसेक पानी की आवक रही। इस दौरान सिंचाई हेतु 3,700 क्यूसेक एवं महानदी नदी में 4,026 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। ज्ञात है कि शनिवार सुबह 11 बजे तक बांध का जलभराव 94 प्रतिशत हो चुका था। बांध के कैचमेंट क्षेत्र में लगातार वर्षा के चलते लगभग 15,000 क्यूसेक पानी की आवक दर्ज हुई है। मौसम की स्थिति को देखते हुए पानी की आवक 25,000 क्यूसेक तक पहुँचने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में जलस्तर नियंत्रित करने हेतु बांध से प्रति घंटे लगभग 4,000 क्यूसेक पानी महानदी नदी में छोड़े जाने की संभावना व्यक्त की गई थी। महासमुंद जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री अजय खरे ने जानकारी दी कि महानदी नदी के किनारे बसे ग्रामवासियों को सतर्क किया जा रहा है। साथ ही, उच्च अधिकारियों को अग्रिम कार्यवाही हेतु सूचित कर दिया गया है, ताकि संभावित बाढ़ की स्थिति में किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। उन्होंने नदी किनारे बसे गांवों को सतर्क रहने की अपील की है। file photo
- -रामलीला का मंचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं आतिशबाजी के साथ होगा 55 फीट के रावण का दहनरायपुर। विजयादशमी के अवसर पर बोरियाखुर्द रायपुर में चौथे वर्ष दशहरा सांस्कृतिक महोत्सव कार्यक्रम समिति एवं ग्रामवासियों द्वारा बोरियाखुर्द के खेल मैदान में रावण दहन के साथ विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। विगत दिनों कार्यक्रम की तैयारी एवं रुपरेखा तैयार करने हेतु समिति के सदस्यों की बैठक संपन्न हुई जिसमें समिति के अध्यक्ष गजेंद्र तिवारी, वार्ड पार्षद श्रीमति सुषमा तिलक साहूजी कार्यकारी अध्यक्ष लच्छुराम निषाद, सचिव रुद्र कुमार साहू, उपाध्यक्ष गण रमेश कुमार नन्दे, दूजराम साहू सहित समिति के सदस्यणों ने हिस्सा लिया। अध्यक्ष गजेन्द्र तिवारी ने बताया कि पिछले 3 वर्ष की भांति इस वर्ष भी 55 फिट के रावण, 40 फिट के मेघनाथ एवं 40 फिट के कुंभकरण के पुतलों का दहन किया जाएगा साथ ही नई विधा के साथ रामलीला का मंचन होगा। रामलीला के पूर्व भगवान श्रीराम जी पूजा एवं शस्त्र पूजा किया जायेगा। रामलीला में रामजन्म से लेकर लंकादहन के साथ रावण का अंत तक का वृतांत को नये कलेवर के साथ प्रस्तुत किया जायेगा, जो पूरे नगरवासियों एवं दर्शकदीर्घा के लिये के लिए बहुत ही आकर्षक व रोमांचकारी होगा। रावण दहन के समय आकर्षक इलेक्ट्रॉनिक आतिशबाजी की जाएगी एवं रावण दहन के पश्चात जस गीत सम्राट दुकालू यादव एवं उनकी टीम के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुती दी जायेगी।बैठक के पश्चात ही समिति के सदस्यों द्वारा बोरियाखुर्द के खेल मैदान में आयोजित होने वाले दशहरा उत्सव का भूमिपूजन विधि विधान के साथ संपन्न कर मैदान में ध्वजारोहरण किया गया। अध्यक्ष गजेंद्र तिवारी ने बताया कि यह आयोजन नगर वासियों के लिए सौभाग्य पूर्ण तथा भाईचारा एकता संप्रभुता अखंडता सदाचार समरसता की भावना को जागृत करने वाला कार्यक्रम होगा। भूमिपूजन कार्यक्रम में श्री रामाधार साहू पूर्व सरपंच, श्री चन्द्रहास निर्मलकर जी समाज सेवक,श्री जितेन्द्र धुरंधर जी समाज सेवक, नरेश साहू, कोमल साहू,अनन्त साहू, द्विजराम साहू, रोशनलाल साहू, गोपाल साहू, टीकम साहू,कृष्ण कुमार,आर एल ठाकुर, फलेश्वर साहू, देवेन्द्र निषाद, विजय वर्मा व अन्य सदस्यगण तथा वार्ड के नागरिक गण उपस्थित थे।
- महासमुन्द । बड़ौदा ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा जिले के ग्रामीण युवक एवं युवतियों के लिए कम्प्यूटर में डेस्कटाॅप पब्लिशिंग में निःशुल्क प्रशिक्षण का सुनहरा अवसर प्रदान किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण 45 दिनों का रहेगा। प्रशिक्षण के लिए इच्छुक अभ्यर्थी 3 अक्टूबर 2025 तक पंजीयन करा सकते है। प्रशिक्षण हेतु आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, बीपीएल राशन कार्ड को 2-2 छायाप्रति, अंकसूची न्यूनतम 12 वीं उत्तीर्ण एक छायाप्रति एवं पासपोट साईज की 5 फोटो शामिल है। प्रशिक्षण के लिए अभ्यर्थी द्वारा बड़ौदा आरसेटी बरोण्डा बाजार में उपस्थित होकर या कमलेश पटेल के मोबाईल नम्बर 79997-00673, अक्षय सिंग राजपूत के मोबाईल नम्बर 83194-62874 एवं राजू निर्मलकर के मोबाईल नम्बर 91310-65767 पर सम्पर्क कर पंजीयन कराया जा सकता है। सम्पर्क करने का समय सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक है।
- रायपुर। छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 1138.9 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1562.9 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 527.2 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।रायपुर संभाग में रायपुर जिले में 1028.9 मि.मी., बलौदाबाजार में 919.4 मि.मी., गरियाबंद में 1096.7 मि.मी., महासमुंद में 952.0 मि.मी. और धमतरी में 1056.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।बिलासपुर संभाग में बिलासपुर जिले में 1131.0 मि.मी., मुंगेली में 1110.9 मि.मी., रायगढ़ में 1334.9 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 1074.0़ मि.मी., जांजगीर-चांपा में 1350.9 मि.मी., सक्ती में 1240.8 मि.मी., कोरबा में 1117.0 मि.मी. और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 1038.8 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।दुर्ग संभाग में दुर्ग जिले में 884.8 मि.मी., कबीरधाम में 805.4 मि.मी., राजनांदगांव में 974.5 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 1415.5 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 874.1 मि.मी. और बालोद में 1251.3 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।सरगुजा संभाग में सरगुजा जिले में 760.2 मि.मी., सूरजपुर में 1142.1 मि.मी., बलरामपुर में 1519.3 मि.मी., जशपुर में 1056.5 मि.मी., कोरिया में 1195.1 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 1075.5 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। बस्तर संभाग में बस्तर जिले में 1524.7 कोंडागांव जिले में 1097.5 मि.मी., कांकेर में 1318.9 मि.मी., नारायणपुर में 1391.6 मि.मी., दंतेवाड़ा में 1552.3 मि.मी., और सुकमा जिले में 1203.9 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।
- जगदलपुर । कलेक्टर श्री हरिस एस. द्वारा राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत् प्राकृतिक आपदा पीड़ित दो परिवारों को 08 लाख रूपए की आर्थिक सहायता राशि प्रदान करने की स्वीकृति दी गई है। जिसके तहत् तहसील करपावण्ड ग्राम कोलावल निवासी कुमारी खिरमनी की मृत्यु पानी में डूबने से पिता श्री सुदर्शन और ग्राम गारेंगा निवासी सावित्री नागे की मृत्यु सांप काटने से माता श्रीमती नीरा नागे प्रत्येक को चार-चार लाख रूपए की आर्थिक सहायता राशि प्रदान करने की स्वीकृति दी गई है।
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पेंड्रा । श्रमिकों के कल्याण एवं विकास के लिए श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए श्रमिक पंजीयन एवं नवीनीकरण के लिए 6 से 31 अक्टूबर की अवधि में जिले के चिन्हित 10 ग्राम पंचायतों में मोबाइल शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर सुबह 11 से शाम 4 बजे तक लगेगा। श्रमिक पंजीयन-नवीनीकरण के लिए आधार कार्ड, बैंक खाता, राशन कार्ड, नॉमिनी का आधार कार्ड एवं प्रथम दो बच्चों का आधार कार्ड की मूल प्रति एवं मोबाइल ओटीपी के साथ हितग्राही को शिविर में स्वयं उपस्थित होना अनिवार्य है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत चुकतीपानी में 6 अक्टूबर को, आमाडांड़ में 8 अक्टूबर को, बगड़ी में 9 अक्टूबर को, देवरगांव में 13 अक्टूबर को, बचरवार में 14 अक्टूबर को, भदौरा में 15 अक्टूबर को, भर्रीडांड़ में 16 अक्टूबर को, धनौली में 17 अक्टूबर को, तरईगांव में 30 अक्टूबर को और भस्कुरा में 31 अक्टूबर को मोबाइल शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
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- कवर्धा के गन्ना किसानों के लिए ऐतिहासिक फैसला
रायपुर। मुख्यमंत्री सुशासन तिहार, जनदर्शन, भारतीय किसान संघ और अन्य संगठनों द्वारा लंबे समय से गैर-अंशधारी किसानों को सदस्य बनाने की मांग की जा रही थी। इसलिए पिछले पेराई सत्र में जिन किसानों ने गन्ना दिया है, उन्हें सदस्यता प्रदान की जाएगी। साथ ही, आने वाले पेराई सीजन में सर्वे के अनुसार जो भी गन्ना किसान कारखाने की आवश्यकता अनुसार गन्ना आपूर्ति करेंगे, उन्हें भी अगले वर्ष सदस्यता दी जाएगी।कवर्धा जिले के गन्ना किसानों के लिए ऐतिहासिक सौगात मिली है। भोरमदेव सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना अब गैर-अंशधारी किसानों को भी सदस्यता देने जा रहा है। भोरमदेव सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना मर्यादित कवर्धा ने आगामी पेराई सीज़न 2025-26 में गन्ना आपूर्ति करने वाले गैर-अंशधारी किसानों को भी आने वाले साल में सदस्यता देने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। निर्णय के अनुसार गन्ना देने वाले गैर-अंशधारी किसानों को भी सदस्यता प्रदान की जाएगी। इससे सभी गन्ना किसानों को बराबरी का दर्जा मिलेगा और कारखाने की गन्ना आपूर्ति स्थिर व सुनिश्चित होगी।यह कदम किसानों के हित में है और इससे क्षेत्र में सहकारिता आंदोलन को नई दिशा मिलेगी। भोरमदेव शक्कर कारखाना 03 अप्रैल 2001 को पंजीकृत हुआ था और वर्तमान में इसकी क्षमता 3500 मैट्रिक टन प्रतिदिन है। स्थापना के समय न्यूनतम 2000 रुपए शेयर राशि और 100 रुपए प्रवेश शुल्क तय किया गया था। वर्तमान में इसमें 23,476 अंशधारी सदस्य हैं, जिनमें से हर साल लगभग 12,500 -13,000 किसान ही गन्ना आपूर्ति करते हैं। कारखाने के पेराई लक्ष्य को पूरा करने के लिए साढ़े चार लाख मीट्रिक टन गन्ने की आवश्यकता होती है, लेकिन पिछले वर्ष पर्याप्त गन्ना आपूर्ति नहीं होने से कारखाना समय से पहले बंद करना पड़ा।प्रबंध संचालक मंडल ने किसानों की इस मांग को मानते हुए निर्णय लिया है कि अब भविष्य में गन्ना आपूर्ति करने वाले गैर-अंशधारी किसानों को भी कारखाने की सदस्यता दी जाएगी। कारखाना प्रबंधन का कहना है कि इस निर्णय से न केवल गन्ना आपूर्ति स्थिर होगी बल्कि किसानों का भरोसा भी मजबूत होगा। किसानों ने इस निर्णय का स्वागत किया है और इसे गन्ना उत्पादकों के लिए नया अध्याय बताया है। - -गोदड़ीवाला धाम पहुंचे मुख्यमंत्री : प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामनारायपुर ।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय कल देर रात राजधानी रायपुर के देवपुरी स्थित गोदड़ीवाला धाम पहुंचे, जहाँ उन्होंने संत शिरोमणि बाबा हरदास राम साहिब जी की 34वीं बरसी महोत्सव में शामिल होकर संत परंपरा को नमन किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री गोदड़ीवाला धाम में स्थापित संत गेला राम साहिब जी की प्रतिमा के समक्ष मत्था टेककर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा – “यह मेरा परम सौभाग्य है कि मुझे संत शिरोमणि बाबा हरदास राम साहिब जी की बरसी महोत्सव में शामिल होने का अवसर मिला। यहाँ देशभर से आए पूज्य संतों के दर्शन का लाभ मिल रहा है। मेरी कामना है कि छत्तीसगढ़ पर संतों का आशीर्वाद सदा बना रहे और घर-घर में खुशहाली एवं समृद्धि हो।”मुख्यमंत्री ने बरसी महोत्सव में पधारे देशभर के संत-महात्माओं का छत्तीसगढ़ की पावन भूमि पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि श्री गोदड़ीवाला संत बाबा हरदास राम जी का संपूर्ण जीवन मानव सेवा, त्याग और समर्पण का प्रेरणास्रोत रहा है। उनके चरण पड़ने से छत्तीसगढ़ की यह धरा धन्य हुई है।उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि धाम परिसर में समय-समय पर आयोजित नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर, स्वास्थ्य शिविर और रक्तदान शिविर संत बाबा हरदास राम जी की शिक्षाओं और आदर्शों का जीवंत उदाहरण हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बरसी महोत्सव केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भक्ति, एकता और सामाजिक सेवा का उत्सव है।संत समाज को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या का मायका और भगवान श्रीराम का ननिहाल है। उन्होंने कहा कि राजिम में भगवान श्रीराम और माता सीता द्वारा स्थापित कुलेश्वर महादेव आज भी विराजमान हैं। भगवान श्रीराम ने अपने 14 वर्षों के वनवास में से लगभग 10 वर्ष छत्तीसगढ़ की पावन धरा पर व्यतीत किए। प्रदेशवासी भगवान श्रीराम को आज भी अपना भांजा मानते हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार श्रद्धालुओं को भगवान श्रीराम के दर्शन कराने हेतु ‘श्री रामलला दर्शन योजना’ चला रही है। इस योजना के अंतर्गत पिछले वर्ष 22 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने अयोध्या पहुंचकर श्रीरामलला के दर्शन किए।














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