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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पुणे मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण वनाज से चांदनी चौक (कॉरिडोर 2ए) और रामवाड़ी से वाघोली/विट्ठलवाड़ी (कॉरिडोर 2बी) को मंजूरी दे दी है। यह चरण-1 के तहत मौजूदा वनाज-रामवाड़ी कॉरिडोर का विस्तार है।
पुणे की आर्थिक क्षमता को करेगा उजागरपरियोजना की अनुमानित लागत 3626.24 करोड़ रुपये है, जिसे भारत सरकार, महाराष्ट्र सरकार और बाहरी द्विपक्षीय/बहुपक्षीय एजेंसियों द्वारा समान रूप से साझा किया जाएगा। यह रणनीतिक विस्तार पुणे की आर्थिक क्षमता को उजागर करेगा और अर्बन ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाएगा। साथ ही महानगरीय क्षेत्र में सस्टेनेबल और इंक्लूसिव डेवलपमेंट में महत्वपूर्ण योगदान देगा।इस परियोजना को चार साल में पूरा करने का लक्ष्यये दो एलिवेटेड कॉरिडोर 12.75 किलोमीटर तक फैले होंगे और इनमें 13 स्टेशन शामिल होंगे, जो चांदनी चौक, बावधन, कोथरुड, खराडी और वाघोली जैसे तेजी से विकसित हो रहे उपनगरों को जोड़ेंगे। इस परियोजना को चार साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।मुख्य मार्गों पर भीड़भाड़ कम करने में भी मिलेगी मददलॉन्ग-टर्म मोबिलिटी प्लानिंग के तहत, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों से इंटरसिटी बस सेवाओं को चांदनी चौक में इंटीग्रेट किया जाएगा, जबकि अहिल्या नगर और छत्रपति संभाजी नगर, वाघोली में कनेक्ट होंगे। ये विस्तार पौड रोड और नगर रोड जैसे मुख्य मार्गों पर भीड़भाड़ कम करने में भी मदद करेंगे, जिससे सुरक्षित, तेज और पर्यावरण के अनुकूल गतिशीलता विकल्प मिलेंगे।पूरे नेटवर्क में सार्वजनिक परिवहन और यात्रियों की संख्या में होगी वृद्धिये विस्तार प्रमुख आईटी हब, वाणिज्यिक क्षेत्रों, शैक्षणिक संस्थानों और आवासीय क्षेत्रों को सेवाएं प्रदान करेंगे, जिससे पूरे नेटवर्क में सार्वजनिक परिवहन और यात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी। नए गलियारे डिस्ट्रिक्ट कोर्ट इंटरचेंज स्टेशन को लाइन-1 (निगडी-कात्रज) और लाइन-3 (हिंजेवाड़ी-डिस्ट्रिक्ट कोर्ट) के साथ इंटीग्रेट करेंगे।इस परियोजना को महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा किया जाएगा क्रियान्वितइन गलियारों के पूरा होने के बाद, पूरी लाइन 2 के लिए अनुमानित दैनिक वृद्धिशील यात्रियों की संख्या 2027 में 0.96 लाख, 2037 में 2.01 लाख, 2047 में 2.87 लाख और 2057 में 3.49 लाख होने का अनुमान है। इस परियोजना को महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (महा-मेट्रो) द्वारा क्रियान्वित किया जाएगा, जो सभी सिविल, इलेक्ट्रो-मैकेनिकल और संबंधित कार्यों को एग्जीक्यूट करेगा। -
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को ऐतिहासिक मिशन पर जाने के लिए शुभकामनाएं व्यक्त की। शुभांशु शुक्ला एक्सिओम मिशन 4 के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर पहुंचने वाले पहले भारतीय बनेंगे। उन्होंने आईएसएस तक भारत की यात्रा करने और भारतीयों को गौरवान्वित करने के लिए शुभांशु शुक्ला को बधाई दी।राष्ट्रपति मुर्मु ने कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष में उड़ान पर दीं शुभकामनाएं
इसे लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष में उड़ान पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर जानकारी साझा करते हुए लिखा कि जैसे ही ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने भारत के लिए अंतरिक्ष में एक नया मील का पत्थर बनाया, पूरा देश एक भारतीय की सितारों तक की यात्रा से उत्साहित और गौरवान्वित है। वह और अमेरिका, पोलैंड और हंगरी के एक्सिओम मिशन 4 के उनके साथी अंतरिक्ष यात्री साबित करते हैं कि दुनिया वास्तव में एक परिवार है… वसुधैव कुटुम्बकम।” राष्ट्रपति ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा, ”इस मिशन की सफलता के लिए मेरी शुभकामनाएं, जो नासा और इसरो के बीच स्थायी साझेदारी को दर्शाती है। चालक दल द्वारा किए जाने वाले व्यापक प्रयोगों से वैज्ञानिक अध्ययन और अंतरिक्ष अन्वेषण की नई सीमाएं सामने आएंगी।”
पीएम मोदी ने भी शुभांशु शुक्ला को दी बधाई
वहीं पीएम मोदी ने भी शुक्ला को बधाई दी और उन्हें और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को सफलता की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, ”हम भारत, हंगरी, पोलैंड और अमेरिका के अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अंतरिक्ष मिशन के सफल प्रक्षेपण का स्वागत करते हैं। भारतीय अंतरिक्ष यात्री, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने वाले पहले भारतीय बनने की राह पर हैं। वे अपने साथ 1.4 बिलियन भारतीयों की इच्छाओं, आशाओं और आकांक्षाओं को लेकर चल रहे हैं। उन्हें और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को सफलता की शुभकामनाएं!”
भारतीय वायु सेना ने एक्स पर लिखा यह संदेशवहीं सफल लॉन्चिंग के बाद भारतीय वायु सेना ने एक्स पर लिखा आसमान को जीतने से लेकर सितारों को छूने तक-भारतीय वायुसेना के वायु योद्धा की अदम्य भावना से प्रेरित एक यात्रा।नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से एक्सिओम मिशन-4 लॉन्चभारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला बुधवार को एक्सिओम 4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुए। फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर में कॉम्प्लेक्स 39ए से बुधवार सुबह 2:31 बजे ईडीटी (12:01 बजे आईएसटी) एक्सिओम मिशन-4 स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान ने चार अंतरिक्ष यात्रियों के साथ उड़ान भरी।इस मिशन की अवधि 14 दिनइस मिशन की अवधि 14 दिन है। नासा के अनुसार, लॉन्चिंग के अगले दिन 26 जून की शाम लगभग 4 बजकर 30 मिनट पर ड्रैगन कैप्सूल अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से डॉक करेगा। नासा और स्पेसएक्स के सहयोग से एक्सिओम स्पेस ने इस मिशन को तैयार किया है।इसमें कई देशों के अंतरराष्ट्रीय क्रू मेंबरइसमें कई देशों के अंतरराष्ट्रीय क्रू मेंबर शामिल हैं। यह कमर्शियल और वैश्विक अंतरिक्ष एक्सप्लोरेशन में एक बड़ा कदम है। भारत के लिहाज से खास बात ये है कि इसमें भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला भी हैं। किसी भी भारतीय एस्ट्रोनॉट की आईएसएस के लिए ये पहली उड़ान है। भारत, हंगरी और पोलैंड के लिए यह मिशन लंबे अंतराल के बाद मानव अंतरिक्ष यान की वापसी का प्रतीक है।यह ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशनग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला एक ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन पर रवाना हुए हैं, जो देश के गौरव को धरती से परे ले जाएगा। यह भारत के लिए एक ऐसा क्षण है जो स्क्वाड्रन लीडर राकेश शर्मा के मिशन के 41 साल बाद आया है। ऐसे में यह एक मिशन से कहीं बढ़कर है। यह भारत के निरंतर विस्तारित क्षितिज की पुष्टि करता है। उल्लेखनीय है कि भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं। इससे पहले वर्ष 1984 में अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष की यात्रा की थी। राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष से कहा था, ”सारे जहां से अच्छा हिंदुस्ता हमारा।” - नयी दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल सुनिश्चित करने हेतु प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान को संयुक्त निर्देश एवं संयुक्त आदेश जारी करने के लिए अधिकृत किया है। यह उस पुरानी प्रणाली में किया गया परिवर्तन है, जिसमें दो या अधिक सेनाओं से संबंधित निर्देश/आदेश प्रत्येक सेना द्वारा अलग-अलग जारी किए जाते थे। यह कदम सेना, नौसेना और वायुसेना के बीच बेहतर तालमेल और संयुक्तता के लिए 'थिएटराइजेशन मॉडल' को लागू करने के सरकार के प्रयासों के बीच उठाया गया है। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि संयुक्त निर्देशों और संयुक्त आदेशों के 'अनुमोदन, प्रकाशन और क्रमांकन' पर पहला संयुक्त आदेश मंगलवार को जारी किया गया। इस आदेश में प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने, अतिरेक को समाप्त करने तथा अंतर-सेवा सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया गया। रक्षा मंत्रालय ने सीडीएस को शक्तियां प्रदान करने को सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण और परिवर्तन की दिशा में एक बड़ा कदम बताया। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण और परिवर्तन की दिशा में एक बड़े कदम के तहत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस और सैन्य मामलों के विभाग के सचिव को तीनों सेनाओं के लिए संयुक्त निर्देश और संयुक्त आदेश जारी करने के लिए अधिकृत किया है।'' मंत्रालय ने कहा कि यह पहल तीनों सेनाओं में बेहतर पारदर्शिता, समन्वय और प्रशासनिक दक्षता की नींव रखेगी। थियेटराइजेशन मॉडल के तहत सरकार सेना, वायुसेना और नौसेना की क्षमताओं को एकीकृत करना चाहती है तथा युद्धों और अभियानों के लिए उनके संसाधनों का इष्टतम उपयोग करना चाहती है।
- नयी दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस से हाथ मिलाने वाले द्रमुक, समाजवादी नेताओं और अन्य पर निशाना साधते हुए कहा कि वे एक ऐसी पार्टी के साथ बैठे हैं जिसने आपातकाल लगाकर ‘‘लोकतंत्र की हत्या'' की। ‘आपातकाल के 50 वर्ष' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने यह भी कहा कि 25 जून -जिस दिन आपातकाल लगाया गया था - हर किसी को याद दिलाता है कि कांग्रेस सत्ता के लिए किस हद तक जा सकती है। उन्होंने कहा कि 1975 के आपातकाल को भले ही 50 साल हो गए हों, लेकिन कांग्रेस के ‘‘अन्याय, अत्याचार और तानाशाही'' की यादें अभी भी सभी के दिमाग में ताजा हैं। गृह मंत्री ने कहा कि आपातकाल लागू होने के बाद देश भर में 1.1 लाख लोगों - विपक्षी नेताओं, छात्र कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और संपादकों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि इसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने गुजरात और तमिलनाडु में गैर-कांग्रेसी सरकारों को बर्खास्त कर दिया था। शाह ने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से, आपातकाल का दंश झेलने वाले कई लोग अब कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़ गए हैं।'' शाह ने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस के बजाय द्रमुक, समाजवादी और अन्य पार्टियों से पूछना चाहता हूं कि आपको लोकतंत्र के बारे में सवाल पूछने का क्या अधिकार है, जब आपने उस पार्टी से हाथ मिला लिया है जिसने देश में लोकतंत्र की हत्या की है।'' शाह ने कहा कि भारत तानाशाही को स्वीकार नहीं कर सकता क्योंकि यह देश लोकतंत्र की जननी है। उन्होंने कहा, ‘‘अत्याचारी के इर्द-गिर्द रहने वाले एक छोटे से समूह को छोड़कर किसी को भी आपातकाल पसंद नहीं था। यही कारण है कि जब आपातकाल हटा तो भारत के लोगों ने देश की पहली गैर-कांग्रेसी सरकार (केंद्र में) चुनी।'' अपना निजी अनुभव साझा करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि जब आपातकाल लगाया गया था तब वह सिर्फ 11 वर्ष के थे और गुजरात में उनके गांव के 184 लोगों को गिरफ्तार कर साबरमती जेल में रखा गया था।
- नयी दिल्ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को यहां राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र में 'सितारे ज़मीन पर' फिल्म देखी। राष्ट्रपति कार्यालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि इस फिल्म में ‘न्यूरोडायवर्जेंट' स्थिति वाले वास्तविक लोगों को दिखाया गया है, जो विविधता, समानता और समावेश का संदेश देती है। पोस्ट में कहा गया, "फिल्म के निर्माता और मुख्य अभिनेता आमिर खान तथा फिल्म की पूरी टीम भी स्क्रीनिंग पर मौजूद थी।" इससे पहले खान ने राष्ट्रपति भवन में मुर्मू से मुलाकात की थी। राष्ट्रपति कार्यालय ने पोस्ट में कहा, अभिनेता आमिर खान ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।
- पुणे . केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि परियोजनाओं के लिए धन की कोई कमी नहीं है लेकिन नौकरशाही में लचीलेपन की कमी और लीक से हटकर न सोचना चिंता का विषय है। गडकरी ने सोमवार को पुणे में एक कार्यक्रम में कहा कि पूर्व नौकरशाह विजय केलकर ने लचीला रुख अपनाया और वे अपवाद हैं। इस समारोह में केलकर को पुण्यभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे पास धन की कमी नहीं है। मैं हमेशा एक लाख करोड़, 50,000 करोड़ या दो लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं की बात करता हूं। आम तौर पर पत्रकार बड़ी घोषणाओं के मामले में राजनेताओं पर भरोसा नहीं करते। मैं उनसे कहता हूं कि मैं जो कहता हूं उसे रिकॉर्ड करें और अगर काम पूरा नहीं होता है तो ‘ब्रेकिंग न्यूज' चलाएं।'' मंत्री ने यह भी कहा कि चिंता धन की उपलब्धता की बजाय काम की धीमी गति को लेकर है। उन्होंने कहा, ‘‘ ग्रामीण इलाकों में जब मवेशी चरने जाते हैं तो वे एक ही पंक्ति में चलते हैं। वे इतने अनुशासित होते हैं कि कभी भी क्रम नहीं तोड़ते।मुझे कभी-कभी नौकरशाही के बारे में भी यही महसूस होता है। यहां लीक से हटकर विचार अपनाना पूरी तरह मना है। हालांकि केलकर सर ने नीति-निर्माण में लचीलेपन को स्वीकार किया।'' गडकरी ने कहा कि उन्होंने केलकर से उस समय मुलाकात की थी जब वह वित्त आयोग के चेयरमैन थे और उन्हें बताया था कि 3.85 लाख करोड़ रुपये की लागत वाली 406 परियोजनाएं रुकी हुई हैं और बैंकों के सामने तीन लाख करोड़ रुपये की गैर-निष्पादित आस्तियां होने का खतरा है। मंत्री ने कहा, ‘‘ उन्होंने मुझसे पूछा कि इसका कारण क्या है। मैंने उनसे कहा कि इसका एकमात्र कारण नौकरशाह हैं।हमने कुछ परियोजनाओं को समाप्त करके और कुछ में सुधार करके समस्या का समाधान किया। परियोजनाएं फिर से शुरू हुईं और बैंकों को तीन लाख करोड़ रुपये की गैर-निष्पादित आस्तियों से बचाया गया।'' केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘ केलकर ने हर विभाग में उत्कृष्ट कार्य किया, लेकिन वित्त सचिव के रूप में उन्होंने जो नीतियां तैयार कीं, उनका भारत के भविष्य पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ा।'' गडकरी ने बताया कि 2009 में जब (भारत के पूर्व राष्ट्रपति) प्रणब मुखर्जी केंद्रीय वित्त मंत्री थे, तब केलकर कई चुनौतियों का सामना करते हुए माल एवं सेवा कर (जीएसटी) पर आम सहमति बनाने की कोशिश कर रहे थे और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ऐसा किया जाना चाहिए क्योंकि यह देश के हित में था। इस अवसर पर केलकर ने कहा कि राजनेता ही सामाजिक और आर्थिक सुधारों को बढ़ावा देते हैं। न्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि वे ही असली नीति निर्माता हैं क्योंकि वे ही निर्णय लेते हैं।''
- नयी दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत तेजी से आगे बढ़ रही है और जल्द ही इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। वर्ष 2030 तक 2,000 अरब अमेरिकी डॉलर के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करने के लिए निर्यात को बढ़ावा देने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने पहले ही संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया और चार देशों के ईएफटीए (यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ) ब्लॉक के साथ मुक्त व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर कर लिए हैं और ब्रिटेन के साथ बातचीत पूरी हो चुकी है। वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘ अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ बातचीत वास्तव में बेहद तेजी से जारी है और जल्द ही निष्कर्ष पर पहुंच जाएगी।'' ‘इंडिया एक्जिम बैंक' द्वारा यहां आयोजित व्यापार सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि अब अधिक मुक्त व्यापार समझौते करने पर जोर दिया जा रहा है।देश के निर्यात का उल्लेख करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में वस्तुओं एवं सेवाओं का कुल निर्यात 825 अरब अमेरिकी डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जो 2023-24 की तुलना में छह प्रतिशत की वृद्धि है। उन्होंने कहा कि जहां वैश्विक निर्यात में केवल चार प्रतिशत की वृद्धि हुई, वहीं भारत के निर्यातक व्यापार मोर्चे पर वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद तेजी से आगे बढ़ने और 6.3 प्रतिशत की वृद्धि को पार करने में सफल रहे हैं। उन्होंने निर्यातकों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाते हुए उनसे आग्रह किया कि वे नवोन्मेषण पर ध्यान केंद्रित करें तथा अपने उत्पादों के लिए नए बाजार तलाशें। कार्यक्रम में वित्तीय सेवा सचिव एम. नागराजू ने कहा कि भारत की वृद्धि संभावनाएं उज्ज्वल बनी हुई हैं, जबकि विश्व अर्थव्यवस्था भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं और इससे उत्पन्न चुनौतियों से परेशान है। उन्होंने कहा, ‘‘ वैश्विक स्तर पर तमाम चुनौतियों के बावजूद भारत दुनिया में उम्मीद की किरण बना हुआ है।''नागराजू ने कहा कि भारत का निर्यात जिसे वाणिज्य मंत्रालय वैश्विक मूल्य श्रृंखला से जोड़ने के ‘‘ कई प्रयास कर रहा है "... वह चुनौतियों के बावजूद अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि दवा तथा रत्न एवं आभूषण क्षेत्रों से निर्यात में जुझारूपन देखने को मिल रहा है। इसमें वित्त मंत्रालय नीति, योजनाओं और वित्तीय सहायता के माध्यम से समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है। वित्तीय सेवा सचिव ने कहा, ‘‘ हमारी वित्तीय प्रणालियां पर्याप्त पूंजी और कम गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों के साथ मजबूत बनी हैं।'' उन्होंने कहा कि इससे भारत की वित्तीय जरूरतों को मजबूत समर्थन मिलता है।
- नयी दिल्ली. केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि किसी भी क्षेत्र में दो कंपनियों का वर्चस्व अच्छी बात नहीं है और हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। ‘ब्रॉडबैंड इंडिया फोरम' के एक कार्यक्रम में मंत्री ने कहा कि देश में इंटरनेट सेवा प्रदाताओं के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है और सरकार 15 अगस्त से पहले छह गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम को लाइसेंस मुक्त करने के नियम जारी करेगी। इसका इस्तेमाल वाई-फाई सेवाओं और डिजिटल विभाजन को पाटने के लिए किया जाएगा। सिंधिया ने कहा, ‘‘ हमारा काम यथासंभव अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराना है और प्रत्येक क्षेत्र में कड़ी प्रतिस्पर्धा संभव कराना है।एक या दो विमानन कंपनियों का वर्चस्व पर्याप्त नहीं है।''इससे पहले, कार्यक्रम में पूर्व दूरसंचार नियामक भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) के चेयरमैन आर. एस. शर्मा ने कहा कि दूरसंचार क्षेत्र में भी द्वैधाधिकार है और केवल दो सक्रिय सेवा प्रदाता हैं तथा उपभोक्ताओं को किफायती दरों पर ब्रॉडबैंड पहुंच उपलब्ध कराने के लिए और अधिक विकल्प उपलब्ध कराने की जरूरत है। भारतीय दूरसंचार क्षेत्र पर वर्तमान में भारती एयरटेल और रिलायंस जियो का प्रभुत्व है जो सक्रिय रूप से 4जी और 5जी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया ने उच्चतम न्यायालय में दाखिल याचिका में अपने अस्तित्व को लेकर आशंका जाहिर की है। सरकारी बीएसएनएल ने अभी तक अखिल भारतीय स्तर पर 4जी और 5जी सेवाएं शुरू नहीं की हैं। सिंधिया ने कहा कि देश में ब्रॉडबैंड, वाईफाई के लिए फाइबर प्रौद्योगिकी है और जल्द ही उपग्रह सेवाएं भी उपलब्ध होंगी। मंत्री ने कहा, ‘‘ हमें हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा करनी होगी।'' उन्होंने कहा कि उपग्रह संचार सेवाओं के लिए जल्द ही प्रशासनिक आधार पर उपग्रह कंपनियों को स्पेक्ट्रम आवंटित किया जाएगा। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ने हालांकि उपग्रह संचार सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम आवंटन की समयसीमा का खुलासा नहीं किया।
- नयी दिल्ली. भारत ने युद्धरत ईरान और इजराइल से मंगलवार को अपने 1,100 से अधिक नागरिकों को निकाला। इसी के साथ भारतीयों को इन दोनों देशों से सुरक्षित निकालने के लिए शुरू किये गए ‘ऑपरेशन सिंधु' के तहत अबतक 3,170 लोगों को सुरक्षित वापस लाया गया है। विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय के मुताबिक, भारतीय वायुसेना के सी-17 भारी-भरकम विमान का उपयोग करते हुए 400 से अधिक लोगों को इजराइल से वापस लाया, जिन्हें भूमि मार्ग से पहले इजराइल से जॉर्डन और मिस्र ले जाया गया था। इसके अलावा, 161 भारतीयों को सड़क मार्ग से इजराइल से जॉर्डन की राजधानी अम्मान से पहुंचाने के बाद विशेष विमान से स्वदेश लाया गया।विदेश मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को दो विशेष उड़ानों के जरिये कुल 573 भारतीयों, तीन श्रीलंकाई और दो नेपाली नागरिकों को ईरान से निकाला गया। मंत्रालय ने बताया कि ईरान से निकाले गए लोगों के नए जत्थों के साथ, भारत अब तक फारस की खाड़ी के इस देश से 2,576 भारतीयों को वापस ला चुका है। ईरान और इजराइल के बीच युद्ध शुरू होने के बाद पिछले सप्ताह ऑपरेशन सिंधु शुरू किया गया और अबतक भारत ने कुल 3,170 भारतीयों को इन दोनों देशों से निकाला है। पहले जत्थे में 161 भारतीय सड़क मार्ग से इजराइल से जॉर्डन पहुंचे और मंगलवार को सुबह 8.20 बजे अम्मान से विशेष विमान के जरिये उन्हें नई दिल्ली लाया गया। इस समूह का स्वागत विदेश राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा ने हवाई अड्डे पर किया। इजराइल से जॉर्डन के रास्ते 165 भारतीयों के दूसरे समूह को अम्मान से सी-17 विमान से नई दिल्ली वापस लाया गया।इस समूह की अगवानी राज्य मंत्री एल. मुरुगन ने की। इजराइल से मिस्र के रास्ते 268 भारतीयों का एक अन्य समूह शर्म-अल-शेख से सी-17 विमान के जरिये भारत लाया गया और यह विमान पूर्वाह्न 11 बजे नई दिल्ली पहुंचा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि तड़के 3:30 बजे मशहद से नयी दिल्ली पहुंचे एक विशेष विमान से, 292 भारतीय नागरिकों को ईरान से स्वदेश लाया गया। उन्होंने बताया कि 281 भारतीय, तीन श्रीलंकाई और दो नेपाली नागरिकों को ईरान से निकाला गया। यह समूह मशाद से विशेष उड़ान से अपराह्न तीन बजे नई दिल्ली पहुंचा। जायसवाल ने कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंधु के तहत अब तक 2576 भारतीय नागरिकों को ईरान से स्वदेश लाया जा चुका है।'' विदेश मंत्रालय ने बताया कि सोमवार रात एक विशेष उड़ान से 290 भारतीय नागरिकों और एक श्रीलंकाई को ईरानी शहर मशहद से भारत लाया गया। भारत ने ईरान और इजराइल के बीच बढ़ती शत्रुता को देखते हुए दोनों देशों से भारतीयों को वापस लाने के लिए पिछले सप्ताह ‘ऑपरेशन सिंधु' शुरू किया। इजराइल और ईरान ने एक-दूसरे के शहरों और सैन्य तथा रणनीतिक केंद्रों पर एक सप्ताह से अधिक समय में सैकड़ों मिसाइल और ड्रोन दागे हैं। रविवार सुबह अमेरिका द्वारा ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों पर बमबारी के बाद तनाव काफी बढ़ गया।भारत ने बुधवार से ईरानी शहर मशहद, आर्मेनिया की राजधानी येरेवन और तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात से संचालित चार्टर्ड उड़ानों से अपने नागरिकों को निकाला है। ईरान ने मशहद से तीन चार्टर्ड उड़ानों की सुविधा के लिए शुक्रवार को हवाई क्षेत्र संबंधी प्रतिबंध हटा दिए। पहली उड़ान शुक्रवार देर रात 290 भारतीयों के साथ नयी दिल्ली में उतरी और दूसरी शनिवार दोपहर 310 भारतीयों के साथ राष्ट्रीय राजधानी में उतरी। बृहस्पतिवार को येरेवन से एक और उड़ान आई। अश्गाबात से एक विशेष निकासी विमान शनिवार सुबह नई दिल्ली पहुंचा।
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नयी दिल्ली. भारत में 5जी ग्राहकों की संख्या 2030 तक तीन गुना बढ़कर लगभग 98 करोड़ होने का अनुमान है। दूरसंचार गियर बनाने वाली कंपनी एरिक्सन की एक रिपोर्ट में मंगलवार को यह जानकारी दी। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि 4जी उपयोगकर्ताओं की संख्या 2030 तक लगभग 60 प्रतिशत घटकर 23 करोड़ रह जाने का अनुमान है।
एरिक्सन मोबिलिटी रिपोर्ट ने नवंबर में अनुमान लगाया था कि 5जी ग्राहकों की संख्या बढ़कर 97 करोड़ हो जाएगी, जो कुल उपयोगकर्ता आधार का 74 प्रतिशत होगा। रिपोर्ट में कहा गया कि भारत 2024 में प्रति स्मार्टफोन उपयोगकर्ता 32 जीबी के डेटा खपत के लिहाज से दुनिया में सबसे आगे था। इसने नवंबर 2024 की रिपोर्ट में अनुमान जताया था कि 2030 तक मोबाइल फोन पर डेटा खपत 66 जीबी तक बढ़ जाएगी, हालांकि ताजा रिपोर्ट में इस अनुमान को घटाकर 62 जीबी कर दिया है।
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फिरोजाबाद (उप्र). जनपद के थाना शिकोहाबाद क्षेत्र के नगला पोपी में मंगलवार दोपहर कुएं में गिरे एक मोबाइल को निकालने के प्रयास के दौरान तीन युवकों की कथित तौर पर मीथेन गैस से मौत हो गयी। यह जानकारी पुलिस ने दी। पुलिस के अनुसार, घटना अपराह्न करीब एक बजे की है, जब ध्रुव (25) अपने चचेरे भाई अजय (28) और दोस्त चंद्रवीर के साथ कुएं के किनारे बैठा था। पुलिस के अनुसार, उसी दौरान उसका मोबाइल फोन कुएं में गिर गया। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट विशु राजा ने बताया कि ध्रुव मोबाइल निकालने के लिए कुएं में कूद गया, लेकिन जब वह आधे घंटे तक वापस नहीं आया तो अजय भी उसकी मदद के लिए कुएं में कूद गया।
उन्होंने बताया कि जब दोनों वापस नहीं आए तो चंद्रवीर भी कुएं में उतर गया।उन्होंने बताया कि तीनों के बाहर नहीं आने पर मौके पर एकत्रित लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस व प्रशासन को दी। अपर जिला अधिकारी ने बताया कि उन्होंने मौके पर क्षेत्राधिकारी व उप जिलाधिकारी शिकोहाबाद को भेजा। उन्होंने बताया कि दमकल विभाग के कर्मी भी मौके पर पहुंचे और उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ नीचे उतारा गया। उन्होंने बताया कि 4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तीनों युवकों को कुएं से बाहर निकालकर जिला अस्पताल भेजा गया, जहां तीनों को मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह कुआं इसी परिवार की पुश्तैनी जगह पर स्थित है और तीनों युवकों की मौत संभवतः कुएं में मीथेन गैस के कारण हुई है। - शिमला. फिल्म अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद कंगना रनौत ने मंगलवार को राज्य के बंजार विधानसभा क्षेत्र के बजौरा में पीएम पोषण किट वितरित की। कंगना ने कहा कि प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण (पीएम पोषण) योजना के तहत पात्र महिलाओं को पोषण किट वितरित की जा रही हैं और उनके मंडी निर्वाचन क्षेत्र में 17 हजार किट वितरित की जाएंगी। अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर आईं कंगना का स्थानीय लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है।
- नयी दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा अपने कार्यकाल के दूसरे वर्ष के दौरान दिए गए 51 भाषणों के संग्रह का सोमवार को विमोचन किया। सिंह ने इस मौके पर कहा कि यह ‘‘विकसित भारत के दृष्टिकोण का कर्म ग्रंथ'' बनेगा। राष्ट्रपति भवन परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में सिंह ने अंग्रेजी में ‘विंग्स टू आवर होप्स-वॉल्यूम-2' और हिंदी में ‘आशाओं की उड़ान-खंड-2' नाम से प्रकाशित पुस्तक और इसके ई-संस्करण का विमोचन किया। राष्ट्रपति मुर्मू के भाषणों में राष्ट्र के नाम उनके संबोधन से लेकर विभिन्न विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोहों में दिए गए भाषण भी शामिल हैं। राष्ट्रपति के भाषणों को राष्ट्रपति भवन ने संकलित और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रकाशन विभाग ने प्रकाशित किया है।पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन भी मौजूद थे। रक्षामंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह पुस्तक 2047 तक विकसित भारत बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने का साधन बनेगी।'' सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया था कि ‘विंग्स टू आवर होप्स- वॉल्यूम-2' राष्ट्रपति के 51 भाषणों का संग्रह है, जो महामहिम के कार्यकाल के दूसरे वर्ष (अगस्त 2023- जुलाई 2024) के दौरान उनके दृष्टिकोण, दर्शन और प्राथमिकताओं की झलक प्रदान करता है। सिंह ने नवाचार, देश के विकास में महिलाओं के योगदान, समानता और सांस्कृतिक विरासत जैसे विषयों पर राष्ट्रपति द्वारा दिये गए भाषणों के संकलन को 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के सरकार के दृष्टिकोण का सार बताया। उन्होंने कहा, ‘‘यह पुस्तक हमारी गौरवशाली विरासत को संरक्षित करते हुए प्रगतिशील विचारों के साथ विकसित भारत के निर्माण के लिए मार्गदर्शक बनेगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हमारे देश में विविधता के महत्व को जानती हैं और वंचितों के दर्द को पहचानती हैं। यह पुस्तक समानता की भावना का उद्घोष करती है।'' सिंह ने राष्ट्रपति के कुछ विचारों का विशेष उल्लेख किया तथा उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की राष्ट्रीय प्राथमिकताएं बताया, जिनमें विकास के साथ-साथ विरासत, हमारी संस्कृति और सभ्यता की पहचान शामिल हैं। वैष्णव ने ‘विंग्स टू आवर होप्स (वॉल्यूम-2)' को देश के ‘प्रथम नागरिक' के नजरिए से समसामयिक मुद्दों को समझने का माध्यम बताया और उम्मीद जताई कि यह राष्ट्रपति के लोक कल्याणकारी विचारों को भावी पीढ़ियों तक पहुंचाएगा।
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नयी दिल्ली. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने सोमवार को बीजिंग में चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ बैठक के दौरान समग्र क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए सभी प्रकार के आतंकवाद का मुकाबला करने की आवश्यकता पर बल दिया। डोभाल शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन की यात्रा पर हैं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों पक्षों ने भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों में हाल के घटनाक्रम की समीक्षा की और लोगों के बीच अधिक से अधिक संपर्क बढ़ाने सहित द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास को बढ़ावा देने की आवश्यकता को रेखांकित किया।
बयान में कहा गया, ‘‘एनएसए ने क्षेत्र में समग्र शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए सभी प्रकार के आतंकवाद का मुकाबला करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।'' डोभाल ने आतंकवाद का मुकाबला करने पर ऐसे वक्त जोर दिया है जब लगभग डेढ़ महीने पहले भारत ने 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान में कई आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया था। विदेश मंत्रालय ने कहा कि डोभाल और वांग ने आपसी हित के अन्य द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। बयान के अनुसार, ‘‘एनएसए ने कहा कि वह विशेष प्रतिनिधि (एसआर) वार्ता के 24वें दौर के लिए पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर भारत में वांग यी के साथ बैठक करने के लिए उत्सुक हैं।''
- फगवाड़ा .पंजाब के फगवाड़ा में आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने छात्रों को प्रेरित किया और उन्हें निडरता से अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। व्योमिका सिंह ने ‘लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी' (एलपीयू) में शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि उनका जीवन आसान नहीं रहा है, फिर भी लक्ष्य और साहस ने उन्हें हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। एलपीयू की ओर से जारी बयान के अनुसार सिंह ने कहा, ‘‘चाहे आप कुछ भी बनना चाहते हों, चाहे वह चित्रकार हो, अभिनेता हो या पायलट, अपनी जिंदगी के फैसले खुद लो किसी और को अपनी राह तय मत करने दो।'' पिछले महीने विदेश सचिव विक्रम मिसरी और कर्नल सोफिया कुरैशी की मौजूदगी में विंग कमांडर सिंह ने भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में देश को जानकारी दी थी। उन्होंने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह ‘‘वह धन है जो आपको मजबूत बने रहने और नेतृत्व करने की शक्ति देता है।'
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अहमदाबाद. एअर इंडिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के 11 दिन बाद, अधिकारियों ने 259 पीड़ितों की पहचान की पुष्टि की है, जिनमें 199 भारतीय और ब्रिटेन, पुर्तगाल और कनाडा के 60 नागरिक शामिल हैं, जबकि 256 शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं। अहमदाबाद सिविल अस्पताल की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि तीन ब्रिटिश नागरिकों के शवों को विमान से भेजने की प्रक्रिया जारी है। विज्ञप्ति में कहा गया कि 259 पीड़ितों में 199 भारतीय (180 यात्री और 19 जमीन पर चपेट में आए लोग), सात पुर्तगाली नागरिक, 52 ब्रिटिश नागरिक और एक कनाडाई शामिल हैं। 259 पीड़ितों में से 253 की पहचान डीएनए मिलान के आधार पर की गई, जबकि शेष छह की पहचान चेहरे के आधार पर की गई। डीएनए परीक्षण के माध्यम से अब तक पहचाने गए 253 व्यक्तियों में से 240 बोइंग ड्रीमलाइनर विमान में सवार यात्री और 13 गैर-यात्री थे, जो विमान दुर्घटना के बाद जमीन पर मारे गए थे। अस्पताल ने बताया कि 19 गैर-यात्री व्यक्तियों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। इनमें से 13 पीड़ितों की पहचान डीएनए रिपोर्ट से तथा छह की पहचान चेहरे से की गई। अब तक जिन भारतीय पीड़ितों की पहचान हो गई है वे गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, मणिपुर, राजस्थान, महाराष्ट्र, दीव और नगालैंड सहित देश के विभिन्न भागों के रहने वाले थे।
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नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के दो महानतम आध्यात्मिक और नैतिक नेताओं श्री नारायण गुरु और महात्मा गांधी के बीच ऐतिहासिक वार्तालाप के शताब्दी समारोह का मंगलवार को आरंभ करेंगे। यह जानकारी एक आधिकारिक बयान से मिली। यह ऐतिहासिक वार्तालाप 12 मार्च, 1925 को महात्मा गांधी की यात्रा के दौरान शिवगिरी मठ में हुआ था, जो वैकोम सत्याग्रह, धर्मांतरण, अहिंसा, अस्पृश्यता उन्मूलन, मोक्ष प्राप्ति, दलितों के उत्थान आदि विषयों पर केंद्रित था। वैकोम सत्याग्रह केरल में अस्पृश्यता के विरुद्ध एक अहिंसक आंदोलन था जो 1924 में शुरू हुआ था और एक वर्ष से अधिक समय तक चला था। बयान में कहा गया है कि श्री नारायण धर्म संघम ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस समारोह में आध्यात्मिक गुरु और अन्य सदस्य एक साथ आएंगे और भारत के सामाजिक एवं नैतिक ताने-बाने को आकार देने वाले दूरदर्शी संवाद पर विचार करेंगे और उसका स्मरण करेंगे। इसमें कहा गया है कि यह श्री नारायण गुरु और महात्मा गांधी, दोनों द्वारा समर्थित सामाजिक न्याय, एकता और आध्यात्मिक सद्भाव के साझा दृष्टिकोण के लिए एक महत्वपूर्ण श्रद्धांजलि है।
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वाराणसी . केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार शाम दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे। यहां लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाह का स्वागत किया। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। आधिकारिक बयान के अनुसार शाह वाराणसी में अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को मध्य क्षेत्रीय परिषद की अध्यक्षता करेंगे। इस बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शामिल होंगे। ‘एक्स' पर एक पोस्ट में आदित्यनाथ ने कहा,‘‘देवाधिदेव महादेव की पावन नगरी काशी में माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह जी का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन है।'' अमित शाह हवाई अड्डे से सीधे सड़क मार्ग से मैदागिन स्थित बाबा काल भैरव के मंदिर पहुंचे और उन्होंने बाबा काल भैरव की पूजा-अर्चना की। भाजपा की नगर इकाई के अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री बाबतपुर हवाई अड्डे से सीधे सड़क मार्ग से मैदागिन स्थित बाबा काल भैरव के मंदिर पहुंचे और बाबा काल भैरव की पूजा-अर्चना की। अमित शाह के साथ योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
अग्रहरि ने बताया कि बाबतपुर से लेकर काल भैरव मंदिर तक 11 स्थानों पर पार्टी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों और आम जनता ने ढोल, शंख, डमरू और पुष्प वर्षा के साथ अमित शाह का स्वागत किया। वाराणसी के मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने बताया कि योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार बैठक की सभी तैयारियां की जा रही हैं। सोमवार को सभी अतिथि काशी कोतवाल काल भैरव और बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के बाद योगी आदित्यनाथ द्वारा आयोजित रात्रिभोज में शामिल होंगे। मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक 24 जून को पूर्वाह्न करीब 11 बजे से दो बजे तक ताज होटल में प्रस्तावित है। अधिकारियों ने बताया कि बैठक को लेकर प्रशासन की तैयारियां हो चुकी हैं। सुरक्षा की भी चाक- चौबंद व्यवस्था की गई है। अधिकारियों ने बताया कि मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक काशी में पहली बार हो रही है। चौबीस जून को प्रस्तावित 25वीं मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी रहेंगे। होटल ताज में लगभग 11 बजे से दोपहर दो बजे तक चलने वाली बैठक में सुरक्षा और विकास समेत कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा होगी। इस बैठक में चारों राज्यों के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव समेत कई विशिष्टजन तथा नीति आयोग के साथ अंतरराज्यीय परिषद के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे। -
नयी दिल्ली. भारतीय नौसेना के रूस में निर्मित गाइडेड मिसाइल युद्धपोत ‘आईएनएस तमाल' को एक जुलाई को रूस के तटीय शहर कलिनिनग्राद में नौसेना में शामिल किया जाएगा। गाइडेड मिसाइल युद्धपोत ‘आईएनएस तमाल' अनेक मिसाइलों और निगरानी प्रणालियों को ले जाने में सक्षम है।
अधिकारियों ने बताया कि जहाज में 26 प्रतिशत घटक स्वदेशी हैं, जिसमें समुद्र और जमीन दोनों पर निशाना साधने के लिए ब्रह्मोस लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल भी शामिल है। भारतीय नौसेना के अनुसार, युद्धपोत ‘आईएनएस तमाल' 125 मीटर लंबा है और इसका वजन 3900 टन है। इस युद्धपोत में भारतीय और रूसी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों तथा युद्धपोत निर्माण की सर्वोत्तम पद्धतियों का उपयोग किया गया है। नौसेना में शामिल होने के बाद तमाल भारतीय नौसेना की ‘स्वॉर्ड आर्म' में शामिल हो जाएगा। ‘स्वॉर्ड आर्म' भारतीय नौसेना में पश्चिमी बेड़े के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक पद है। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने बताया कि युद्धपोत ‘आईएनएस तमाल' न केवल भारतीय नौसेना की बढ़ती क्षमताओं का प्रतीक होगा बल्कि यह भारत-रूस साझेदारी की सहयोगी ताकत का भी उदाहरण पेश करेगा। आईएनएस तमाल पिछले दो दशकों में रूस से भारतीय नौसेना में शामिल होने वाला क्रिवाक श्रेणी का आठवां युद्धपोत होगा। अधिकारियों ने बताया कि इस युद्धपोत का निर्माण कलिनिनग्राद स्थित यंतर शिपयार्ड में किया गया है और यह विदेशी स्रोत से शामिल किया जाने वाला अंतिम ऐसा पोत है। इस युद्धपोत को नौसेना में शामिल किए जाने के लिए आयोजित होने वाले समारोह की अध्यक्षता पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल संजय जे सिंह करेंगे। इस कार्यक्रम में कई उच्च पदस्थ भारतीय और रूसी रक्षा अधिकारी शामिल होंगे। आईएनएस तमाल तुषिल श्रेणी का दूसरा युद्धपोत है, जो अपने पूर्ववर्ती तलवार और तेग श्रेणी का उन्नत संस्करण है। अधिकारियों ने बताया कि युद्धपोतों की यह श्रंख्ला पूरी होने से भारतीय नौसेना चार विभिन्न श्रेणियों में समान क्षमताओं और उपकरण, हथियार और सेंसर में समानता वाले 10 युद्धपोतों का संचालन करेगी। युद्धपोत ‘आईएनएस तमाल' में ऊर्ध्वाधर रूप से प्रक्षेपित सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, उन्नत 100 एमएम तोप, भारी वजन वाले टारपीडो, तत्काल हमला करने वाले पनडुब्बी रोधी रॉकेट तथा अनेक निगरानी और अग्नि नियंत्रण रडार और प्रणालियां हैं। मधवाल ने कहा, ‘‘तमाल अपने वजन से कहीं अधिक शक्तिशाली है, इसका टन भार और मारक क्षमता का अनुपात बहुत ऊंचा है, इसकी सहनशक्ति बहुत अधिक है, तथा इसकी अधिकतम गति 30 नॉट से अधिक है।'' -
नयी दिल्ली. श्रम मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी पेरोल आंकड़ों के अनुसार, सेवानिवृत्ति निधि निकाय ईपीएफओ ने अप्रैल, 2025 में शुद्ध आधार पर 19.14 लाख सदस्य जोड़े। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह आंकड़ा मार्च, 2025 की तुलना में 31.31 प्रतिशत और अप्रैल, 2024 की तुलना में 1.17 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अप्रैल, 2025 में लगभग 8.49 लाख नए सदस्यों को नामांकित किया, जो मार्च, 2025 की तुलना में 12.49 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। नए सदस्यों में यह वृद्धि रोजगार के बढ़ते अवसरों, कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता और ईपीएफओ के सफल पहुंच कार्यक्रमों के कारण हो सकती है। आंकड़ों के अनुसार, एक उल्लेखनीय पहलू 18-25 आयु वर्ग का प्रभुत्व है। ईपीएफओ ने अप्रैल, 2025 में 18-25 आयु वर्ग में 4.89 लाख नए ग्राहक जोड़े, जो इस दौरान जोड़े गए कुल नए ग्राहकों का 57.67 प्रतिशत है। इस महीने में जोड़े गए 18-25 आयु वर्ग के नए ग्राहकों की संख्या पिछले महीने मार्च, 2025 की तुलना में 10.05 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है। अप्रैल, 2025 के लिए 18-25 आयु वर्ग के लिए शुद्ध पेरोल वृद्धि लगभग 7.58 लाख है, जो मार्च 2025 में पिछले महीने से 13.60 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाती है। आंकड़ों में कहा गया कि यह पहले की प्रवृत्ति के अनुरूप है जो इंगित करता है कि संगठित कार्यबल में शामिल होने वाले अधिकांश व्यक्ति युवा हैं, मुख्य रूप से पहली बार नौकरी चाहने वाले हैं। लगभग 15.77 लाख सदस्य, जो पहले बाहर निकल गए थे, अप्रैल 2025 में फिर से ईपीएफओ में शामिल हो गए। यह आंकड़ा मार्च 2025 की तुलना में 19.19 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। इन सदस्यों ने अपनी नौकरी बदल ली और ईपीएफओ के दायरे में आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए और अंतिम निपटान के लिए आवेदन करने के बजाय अपने संचय को स्थानांतरित करने का विकल्प चुना, इस प्रकार दीर्घकालिक वित्तीय कल्याण की रक्षा की और अपनी सामाजिक सुरक्षा सुरक्षा का विस्तार किया। अप्रैल 2025 में करीब 2.45 लाख नई महिला सदस्य ईपीएफओ से जुड़ीं। यह मार्च 2025 के पिछले महीने की तुलना में 17.63 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। इसके अलावा, महीने के दौरान शुद्ध महिला पेरोल जोड़ लगभग 3.95 लाख रहा, जो मार्च 2025 की तुलना में महीने-दर-महीने 35.24 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि है। महिला सदस्यों में वृद्धि अधिक समावेशी और विविध कार्यबल की ओर व्यापक बदलाव का संकेत है।
पेरोल डेटा के राज्यवार विश्लेषण से पता चलता है कि शीर्ष पांच राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने शुद्ध पेरोल में लगभग 60.10 प्रतिशत की वृद्धि की है, जिससे महीने के दौरान कुल लगभग 11.50 लाख शुद्ध पेरोल जुड़े हैं। सभी राज्यों में से, महाराष्ट्र महीने के दौरान शुद्ध पेरोल में 21.12 प्रतिशत की वृद्धि करके अग्रणी है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने माह के दौरान व्यक्तिगत रूप से कुल शुद्ध वेतन में 5 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की। -
ठाणे. नवी मुंबई के सीवुड्स स्थित एक मंदिर से अज्ञात व्यक्तियों ने 40,000 रुपये की चोरी कर ली। पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। एनआरआई सागरी पुलिस थाना के अधिकारी ने बताया कि मंदिर परिसर की देखरेख करने वाले व्यक्ति की शिकायत पर शनिवार को भारतीय न्याय संहिता(बीएनएस) की धारा 305 (घर या उपासना स्थल में चोरी) और 331(4) (मकान में अनाधिकार प्रवेश/सेंधमारी) के तहत मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि यह घटना 20 जून की सुबह श्री विट्ठल रुक्मिणी मंदिर में हुई। अधिकारी ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार करने के प्रयास किये जा रहे हैं।
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नयी दिल्ली. ‘डार्क मैटर' ब्रह्मांड को खींचता है और ‘डार्क एनर्जी' धकेलती है, ये दोनों ही रहस्य हैं जो आज भी बने हुए हैं। नोबेल पुरस्कार विजेता ब्रायन श्मिद कहते हैं कि यह खोज निर्णायक साबित हुई कि ब्रह्मांड का अधिकांश हिस्सा ऐसे ‘पदार्थों' से बना है जो गुरुत्वाकर्षण को खींचने के बजाय धकेलने में सक्षम बनाता है। अमेरिका में जन्मे ऑस्ट्रेलियाई खगोलशास्त्री ने अमेरिका के एडम रीस और सॉल पर्लमटर के साथ मिलकर 1998 में उस ‘पदार्थ' की खोज की थी, जिसे बाद में ‘डार्क एनर्जी' कहा गया। तीनों को 2011 में भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार मिला। श्मिद ने अपनी खोज के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, ‘‘डार्क एनर्जी वास्तव में यह कह रही है कि अंतरिक्ष से भी ऊर्जा जुड़ी हुई है।'' उन्होंने कहा कि इस खोज ने ब्रह्मांड की कार्यप्रणाली के बारे में हमारी समझ को बदल दिया।
‘लोढ़ा जीनियस प्रोग्राम' के लिए अशोका यूनिवर्सिटी का दौरा करने वाले खगोलशास्त्री श्मिद ने कहा, ‘‘अगर हमारे पास डार्क एनर्जी नहीं होती, तो ब्रह्मांड वक्राकार होता और इसका विस्तार तेजी से नहीं होता — और यह चीज ब्रह्मांडीय वस्तुओं, जैसे आकाशगंगाओं, के दिखने के तरीके को बदल देती है। यह वास्तव में एक बड़ा अंतर पैदा करता है।'' ‘डार्क मैटर' का मतलब ब्रह्मांड में मौजूद उन कणों से है जो आकाशगंगाओं और अन्य संरचनाओं को एक साथ बांधे रखते हैं। कहा जाता है कि इसमें कुछ विशेष गुण होते हैं, जैसे कि यह अदृश्य होता है, क्योंकि यह प्रकाश के साथ कोई प्रतिक्रिया नहीं करता। श्मिद ने कहा, हालांकि, ‘‘जहां डार्क मैटर और परमाणु (जो सामान्य पदार्थ बनाते हैं) ब्रह्मांड को खींच रहे हैं, वहीं ‘डार्क एनर्जी' ब्रह्मांड को बाहर की ओर धकेल रही है। किसी भी समय इस बात का संतुलन होता है कि इस 'संघर्ष' में कौन भारी है — ऐसा लगता है कि अब ‘डार्क एनर्जी' इसमें यह संघर्ष जीत चुकी है और ब्रह्मांड को अलग-अलग दिशाओं में फैला रही है।'' ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान में खगोल विज्ञान के प्रोफेसर श्मिद (58) ने कहा कि यह इसलिए है क्योंकि डार्क एनर्जी का घनत्व ‘बिग बैंग' के समय निर्धारित हो गया था। बिग बैंग को ब्रह्मांड की उत्पत्ति का कारण माना जाता है। यह घटना लगभग 13.8 अरब साल पहले हुई थी। डार्क मैटर उन कणों में शामिल है जो इस घटना के तुरंत बाद बने थे। श्मिद ने कहा, ‘‘और (डार्क एनर्जी) उसी घनत्व पर बनी रही। लेकिन जैसे-जैसे ब्रह्मांड का विस्तार होता गया, परमाणु और डार्क मैटर का घनत्व समय के साथ घटता गया। लगभग 6.5 अरब साल पहले दोनों का घनत्व एक-दूसरे के बराबर हो गया — और उसी बिंदु पर डार्क एनर्जी ने प्रभुत्व हासिल कर लिया और ब्रह्मांड के विस्तार को तेज़ कर दिया। -
नई दिल्ली। बिहार के पुनौराधाम के विकास के लिए नीतीश कुमार सरकार तेज गति से कार्य कर रही है। पिछले साल नवंबर में बिहार कैबिनेट की बैठक में सीतामढ़ी के पुनौराधाम मंदिर के आसपास पर्यटकीय विकास के लिए आधारभूत संरचनाओं के निर्माण के लिए 50.50 एकड़ भूमि अधिग्रहण के लिए 120 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई थी।
इसी बीच आज रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया के जरिए मां जानकी की जन्मस्थली पुनौराधाम को समग्र रूप से विकसित किए जाने से जुड़े भव्य मंदिर सहित अन्य संरचनाओं के डिजाइन के तैयार होने की जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि पुनौराधाम में मां जानकी के भव्य मंदिर का निर्माण हम सभी बिहारवासियों के लिए गौरव और सौभाग्य की बात है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि माता सीता के मंदिर निर्माण के लिए एक ट्रस्ट का भी गठन किया गया है।सीएम नीतीश कुमार ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर फोटो शेयर करते हुए लिखा, ”मुझे बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि जगत जननी मां जानकी की जन्मस्थली पुनौराधाम, सीतामढ़ी को समग्र रूप से विकसित किए जाने हेतु भव्य मंदिर सहित अन्य संरचनाओं का डिजाइन अब तैयार हो गया है, जिसे आपके साथ साझा किया जा रहा है।”उन्होंने आगे ट्रस्ट के गठन की जानकारी देते हुए लिखा, ”इसके लिए एक ट्रस्ट का भी गठन कर दिया गया है ताकि निर्माण कार्य में तेजी आ सके। हमलोग पुनौराधाम, सीतामढ़ी में भव्य मंदिर निर्माण शीघ्र पूरा कराने हेतु कृतसंकल्पित हैं। पुनौराधाम में मां जानकी के भव्य मंदिर का निर्माण हम सभी बिहारवासियों के लिए गौरव और सौभाग्य की बात है।”वहीं, भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने लिखा, ”सनातन संस्कृति की धरा पर, भव्य जानकी धाम का नवसृजन! मां जानकी की पुण्य जन्मस्थली पुनौराधाम (सीतामढ़ी) को एक विशिष्ट धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र के रूप में विकसित करने का मार्ग प्रशस्त हो चुका है। हर्ष और श्रद्धा के साथ सूचित कर रहा हूं कि यहां भव्य जानकी मंदिर सहित कई संरचनाओं का डिजाइन अब तैयार हो चुका है। इसके लिए एक ट्रस्ट का गठन भी कर दिया गया है ताकि कार्य सुचारु व तीव्र गति से आगे बढ़े। यह प्रयास न केवल स्थानीय विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सनातन धर्म की गौरवमयी परंपरा को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। पुनौराधाम में भव्य जानकी मंदिर का निर्माण हर सनातनी के लिए गर्व और आस्था का विषय है। यह धाम आने वाली पीढ़ियों को हमारी संस्कृति, मर्यादा और धर्म की अमूल्य धरोहर से जोड़ने का कार्य करेगा।”बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने एक्स पोस्ट में फोटो शेयर करते हुए लिखा, ”बिहारवासियों के लिए बेहद गर्व और प्रसन्नता की बात है कि जगत जननी मां जानकी की जन्मस्थली पुनौराधाम, सीतामढ़ी को समग्र रूप से विकसित किए जाने हेतु भव्य मंदिर सहित अन्य संरचनाओं का डिजाइन अब तैयार हो गया है। इसके लिए एक ट्रस्ट का भी गठन कर दिया गया है ताकि निर्माण कार्य में तेजी आ सके। पुनौराधाम, सीतामढ़ी में भव्य मंदिर निर्माण शीघ्र पूरा कराने हेतु कृतसंकल्पित हैं। पुनौराधाम में मां जानकी के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य जल्द ही साकार होगा।” -
नई दिल्ली। ‘योगांध्र 2025’ कार्यक्रम के गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश के लोगों की सराहना करते हुए कहा कि जिस तरह से उन्होंने योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए आंदोलन को मजबूत किया है। योगांध्र कार्यक्रम हमेशा लोगों को अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण के लिए प्रेरित करेगा।
पीएम मोदी ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की पोस्ट को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर रिपोस्ट करते हुए लिखा, ”योग एक बार फिर लोगों को साथ लाता है। आंध्र प्रदेश के लोगों को बधाई, जिस तरह से उन्होंने योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए आंदोलन को मजबूत किया है। योगांध्र पहल और विशाखापत्तनम में कार्यक्रम, जिसमें मैंने भी भाग लिया, हमेशा कई लोगों को अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण के लिए प्रेरित करेगा।”इससे पहले ‘योगांध्र 2025’ कार्यक्रम के गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने पर मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इसे आंध्र प्रदेश के नागरिकों की उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा, “मैं आप सभी का धन्यवाद अदा करता हूं, जिन्होंने इसे संभव बनाया। आपका उत्साह और समर्पण प्रेरणादायक रहा। यह रिकॉर्ड दिखाता है कि जब हम एकजुट होकर काम करते हैं, तो क्या हासिल कर सकते हैं। सभी को बधाई।”भारत सरकार की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में कुल 3,00,105 लोगों ने हिस्सा लिया। इसने अब तक के सबसे बड़े योग सत्र का रिकॉर्ड बनाया। प्रधानमंत्री मोदी ने आरके बीच पर आयोजित कॉमन योग प्रोटोकॉल का प्रदर्शन कर प्रतिभागियों का नेतृत्व किया। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री नायडू, डिप्टी सीएम पवन कल्याण, राज्यपाल एस. अब्दुल नजीर और केंद्रीय व राज्य मंत्री शामिल हुए।यह आयोजन आरके बीच से भोगापुरम तक 28 किमी के क्षेत्र में हुआ। इसने 2023 में सूरत में 1.47 लाख प्रतिभागियों के साथ बने रिकॉर्ड को तोड़ा। मुख्य आयोजन से एक दिन पहले विशाखापत्तनम ने 22,122 आदिवासी छात्रों के एक साथ प्रदर्शन के साथ सबसे बड़े सिंक्रोनाइज्ड सूर्य नमस्कार का एक अन्य गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।इसके अलावा राज्य ने विश्व रिकॉर्ड बुक में 21 मान्यताएं हासिल कीं, जो इसकी संगठनात्मक उत्कृष्टता और जन उत्साह को दर्शाती हैं। -
नई दिल्ली। अमेरिका-ईरान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के कारण मिडिल ईस्ट के एयर स्पेस को अचानक बंद कर दिया गया है, जिसके बाद लंदन जाने वाली ब्रिटिश एयरवेज की फ्लाइट को रविवार सुबह चेन्नई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आपातकालीन वापसी करनी पड़ी। फ्लाइट बीए276 चेन्नई से सुबह 6.24 बजे रवाना हुई थी। यह फ्लाइट अपने निर्धारित समय सुबह 5.35 बजे से लगभग एक घंटा पीछे थी। इस फ्लाइट में 247 पैसेंजर्स और 15 क्रू मेंबर्स सवार थे।
विमान बेंगलुरु को पार कर अरब सागर के ऊपर से गुजर रहा था। तभी पायलट को तत्काल सूचना मिली कि मिडिल ईस्ट एयरस्पेस के प्रमुख हिस्सों को बंद कर दिया गया है। इसके चलते लंदन के लिए नियोजित उड़ान मार्ग दुर्गम हो गया है।एयरस्पेस बंद करने की खबर कथित तौर पर ईरानी ठिकानों पर रात भर अमेरिकी सैन्य हमलों के बाद आई, जिसके बाद क्षेत्रीय अधिकारियों ने एहतियातन नागरिक उड़ानों को रोक दिया। अलर्ट की सूचना मिलने पर, फ्लाइट क्रू ने तुरंत चेन्नई और लंदन दोनों एयर ट्रैफिक कंट्रोल सेंटर से संपर्क किया। अधिकारियों ने एयरक्राफ्ट को चेन्नई लौटने का निर्देश दिया।विमान सुबह करीब 10 बजे चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतरा। विमान में सवार सभी 262 लोग सुरक्षित हैं। एयरपोर्ट के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि यात्रियों को लाउंज और आस-पास के होटलों में ठहराने के लिए व्यवस्था की गई थी।ब्रिटिश एयरवेज ने एक बयान में विमान की वापसी की पुष्टि करते हुए कहा कि वह आगे की यात्रा के लिए मौजूद विकल्पों को तलाशा जा रहा है। एयरलाइन ने यात्री सुरक्षा को सबसे बड़ी प्राथमिकता बताते हुए कहा कि वैकल्पिक मार्गों की पुष्टि होने या प्रभावित हवाई क्षेत्र के फिर से खुलने के बाद आगे की जानकारी साझा की जाएगी।रीजनल एयरस्पेस बंद होने के चलते चेन्नई से खाड़ी देशों के लिए कई फ्लाइट्स भी देरी से रवाना हुईं। कुवैत, दोहा, दुबई, शारजाह और अबू धाबी जाने वाली उड़ानों में काफी देरी हुई। कुवैत एयरवेज की एक उड़ान, जो सुबह 3.30 बजे रवाना होने वाली थी, वह सुबह 05.40 बजे रवाना हुई।इसी तरह, दोहा जाने वाली कतर एयरवेज की एक फ्लाइट और दुबई जाने वाली एमिरेट्स की एक फ्लाइट में लगभग एक घंटे की देरी हुई।



























