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इस्लामाबाद. अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में 6.3 तीव्रता के दो भूकंप में कम से कम 15 लोग मारे गए और लगभग 40 अन्य घायल हो गए। अफगानिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण ने यह जानकारी दी। राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण के प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुल्ला जान ने बताया कि हेरात में जेंदा जान जिले के चार गांवों को भूकंप और झटकों से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि दर्जनों मकान क्षतिग्रस्त हो गये हैं। अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण ने बताया कि 6.3 तीव्रता के झटके आए। भूकंप का केंद्र हेरात शहर से 40 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में था। बाद में भी 5.5 तीव्रता का झटका आया। सर्वेक्षण की वेबसाइट पर पोस्ट किया गया एक नक्शा इस क्षेत्र में सात भूकंपों का संकेत देता है। हेरात शहर के निवासी अब्दुल समदी ने कहा, ‘‘लोग अपने घरों से बाहर निकल गए हैं। घर, कार्यालय और दुकानें सभी खाली हैं। आगे और झटके आने की आशंका है।'' समदी ने कहा, ‘‘मैं और मेरा परिवार अपने घर के अंदर थे। मुझे भूकंप महसूस हुआ।'' समदी ने कहा कि उनका परिवार शोर मचाने लगा और बाहर निकल गया और वापस अंदर जाने से डर रहा है। टेलीफोन लाइन ठप हो जाने के कारण प्रभावित क्षेत्रों से सटीक विवरण प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में हेरात शहर में सैकड़ों लोग अपने घरों और कार्यालयों के बाहर सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं। हेरात प्रांत की सीमा ईरान से लगती है। स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, भूकंप आसपास के फराह और बदगीस प्रांतों में भी महसूस किया गया। तालिबान द्वारा नियुक्त आर्थिक मामलों के उप प्रधानमंत्री अब्दुल गनी बरादर ने हेरात और बदगीस में भूकंप में मारे गए लोगों और घायलों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। जून 2022 में, पूर्वी अफगानिस्तान में शक्तिशाली भूकंप आया, जिसमें कई मकान जमींदोज हो गए। यह भूकंप अफगानिस्तान में दो दशकों में सबसे भीषण था, जिसमें कम से कम 1,000 लोग मारे गए और लगभग 1,500 लोग घायल हो गए।
- स्टॉकहोम। ईरान की मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी को महिलाओं के दमन के खिलाफ संघर्ष करने के लिए इस वर्ष का नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाली वे 19वीं महिला होंगी। वे अभी जेल में हैं और ईरान के प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्ताओं में से एक हैं। नरगिस मोहम्मदी को 13 बार गिरफ्तार किया जा चुका है और पांच बार दोषी ठहराया गया है। उन्हें 31 साल की जेल तथा 154 कोडों की सजा सुनाई जा चुकी है।नोबेल शांति पुरस्कार 10 दिसम्बर को नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में प्रदान किया जायेगा। इसमें लगभग दस लाख अमरीकी डॉलर की राशि भी दी जायेगी।नरगिस मोहम्मदी इस समय ईरान की जेल में बंदरगिस मोहम्मदी इस समय ईरान की जेल में बंद हैं। ईरान में साल 2019 में हुए हिंसक विरोध-प्रदर्शन की एक पीड़िता के स्मारक में शामिल होने के बाद अधिकारियों ने नवंबर में मोहम्मदी को गिरफ्तार कर लिया था। मोहम्मदी को 13 बार कैद किया गया और पांच बार दोषी ठहराया जा चुका है। नरगिस को कुल 31 साल जेल की सजा सुनाई गई है।नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाली 19वीं महिलाबता दें कि साल 2003 में मानवाधिकार कार्यकर्ता शिरीन एबादी के पुरस्कार जीतने के बाद वह नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाली 19वीं महिला और दूसरी ईरानी महिला हैं।महसा अमिनी की मौत के बाद जेल गईं मोहम्मदीनरगिस मोहम्मदी 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद हुए देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन के लिए जेल गईं। महसा अमिनी पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद मौत हो गई थी। इस आंदोलन ने ईरान में साल 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से देश के कट्टरपंथियों के लिए अब तक की सबसे तीव्र चुनौतियों में से एक को जन्म दिया। आंदोलन मे सरकार की कार्रवाई में 500 से ज्यादा लोग मारे गए जबकि 22,000 से अधिक को गिरफ्तार किया गया।
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वाशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का पालतू श्वान ‘कमांडर' अब व्हाइट हाउस में उनके साथ नहीं रहेगा। यह फैसला कर्मचारियों और यूएस सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों को काटने की घटनाओं के बाद लिया गया। अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन की प्रवक्ता ने बुधवार देर रात यह जानकारी दी। प्रथम महिला की संचार निदेशक एलिजाबेथ एलेक्जेंडर ने बताया कि राष्ट्रपति बाइडन और उनकी पत्नी व्हाइट हाउस के कर्मचारियों और हर दिन उनकी सुरक्षा में तैनात कर्मियों की सुरक्षा को महत्व देते हैं। उन्होंने ई-मेल के जरिए एक बयान में कहा,‘‘राष्ट्रपति और उनकी पत्नी यूएस सीक्रेट सर्विस सहित सभी कर्मियों के धैर्य के लिए आभारी हैं। ‘कमांडर' फिलहाल व्हाइट हाउस परिसर में नहीं हैं जबकि इसे लेकर आगे उठाए जाने वाले कदमों पर विचार किया जा रहा है।'' एलेक्जेंडर ने हालांकि यह नहीं बताया है कि दो वर्ष के जर्मन शेफर्ड नस्ल के इस श्वान को कहां भेजा गया है।
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लंदन. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बुधवार को कहा कि ब्रिटेन एक नस्लवादी देश नहीं है और उनकी गाथा एक ब्रिटिश कहानी है। सुनक ने पार्टी नेता के रूप में कंजरवेटिव पार्टी के अपने पहले सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ब्रिटेन एक नस्लवादी देश नहीं है और उनकी त्वचा का रंग कोई ‘‘बड़ी बात'' नहीं है। उन्होंने कार्यभार संभालने के लगभग एक साल बाद इस भाषण को अपने राजनीतिक करियर का सबसे महत्वपूर्ण भाषण करार दिया। सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति ने राजनीतिक मंच पर पहली बार पदार्पण किया। वह मैनचेस्टर में कंजरवेटिव पार्टी के सम्मेलन में अपने पहले भाषण के लिए सबसे अच्छे दोस्त'' ऋषि सुनक का परिचय देने के लिए सामने आईं। इसके बाद सुनक ने अपनी योजनाओं के बारे में बताया कि उन्हें उम्मीद है कि अगले चुनावों में उन्हें ब्रिटिश जनता का जनादेश मिलेगा। सुनक ने कहा, ‘‘कभी भी किसी को यह न कहें कि यह एक नस्लवादी देश है। ऐसा नहीं है।''
उन्होंने कहा, मेरी गाथा एक ब्रिटिश कहानी है। एक कहानी इस बारे में है कि कैसे एक परिवार तीन पीढ़ियों तक थोड़े से लोगों के साथ डाउनिंग स्ट्रीट तक पहुंच सकता है।'' उन्होंने दर्शकों में अपने अग्रिम पंक्ति के कैबिनेट सदस्यों की ओर इशारा किया, जिनमें भारतीय मूल की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन और ऊर्जा मंत्री क्लेयर कॉटिन्हो भी शामिल थीं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पहले ब्रिटिश एशियाई प्रधानमंत्री होने पर गर्व है, लेकिन आप जानते हैं, मुझे इससे भी अधिक गर्व है कि यह कोई बड़ी बात नहीं है। और बस याद रखें: यह कंजरवेटिव पार्टी थी जिसने ऐसा किया, न कि (विपक्षी) लेबर पार्टी ने।'' सुनक ने स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों से जुड़ी कई घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा प्रस्ताव है कि भविष्य में हम धूम्रपान की उम्र हर साल एक वर्ष बढ़ा दें। इसका अर्थ है कि आज 14 साल के बच्चे को कभी भी कानूनी तौर पर सिगरेट नहीं बेची जाएगी और वे और उनकी पीढ़ी धूम्रपान मुक्त हो सकते हैं।'' - रोम। इटली के वेनिस शहर में एक बस फ्लाईओवर से नीचे गिर गई, जिससे कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई और 18 अन्य घायल हो गए। वेनिस के एक अधिकारी के अनुसार, बस यूक्रेनी नागरिकों सहित विदेशी पर्यटकों को ले जा रही थी, तभी वह मेस्त्रे में मंगलवार को एक फ्लाईओवर से नीचे गिर गई और उसमें आग लग गई। दमकलकर्मी और अन्य आपात कर्मियों ने शवों को निकालने तथा आग बुझाने के लिए रातभर काम किया।वेनिस दमकलकर्मी दल के कमांडर माउरो लुओंगो ने कहा, ‘‘बस में लोगों ने अपने आप को आग की लपटों से घिरा पाया। घटनास्थल का दृश्य खौफनाक था। कुछ शवों को निकालने में करीब एक घंटे तक का वक्त लगा।'' वेनिस के मेयर लुइगी ब्रुगनारो ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर बताया कि घटनास्थल का दृश्य तबाही जैसा था और उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों के लिए शहर में शोक की घोषणा की है। वेनिस शहर के एक अधिकारी रेनातो बोरासो ने बताया कि वेनिस के पुराने शहर से महज नौ किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में हुए इस हादसे में घायल हुए चार लोगों की हालत गंभीर है। मृतकों में दो बच्चे शामिल हैं। घायलों को क्षेत्र के पांच अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।स्थानीय मीडिया के मुताबिक, बस फ्लाईओवर के नीचे से गुजर रही मेस्त्रे की रेल पटरियों से कुछ मीटर दूर गिरी और उसमें आग लग गई। वेनेतो क्षेत्र के गवर्नर लुका जेइया ने आरएआई सरकारी टेलीविजन को बताया कि हादसे की वजह का अभी पता नहीं चला है। उत्तरी वेरोनो शहर के समीप 2017 में एक बस दुर्घटना में 16 लोगों की मौत हो गई थी। 2013 में इटली की सबसे भीषण सड़क दुर्घटनाओं में से एक में 40 लोगों की जान चली गई थी।
- कोपेनहेगन। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने क्वांटम डॉट्स की खोज और संश्लेषण के लिए मौंगी जी बावेंडी, लुईस ई ब्रूस और एलेक्सी आई एकिमोव को रसायन विज्ञान में 2023 नोबेल पुरस्कार देने का फैसला किया है। आज क्वांटम डॉट्स नैनोटेक्नोलॉजी के टूलबॉक्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। रसायन विज्ञान में 2023 का नोबेल पुरस्कार विजेता सभी नैनोवर्ल्ड की खोज में अग्रणी रहे हैं। नैनोटेक्नोलॉजी के ये सबसे छोटे घटक अब टेलीविजन और एलईडी लैंप से अपनी रोशनी फैलाते हैं, और कई अन्य चीजों के अलावा ट्यूमर सेल्स को हटाते समय सर्जनों का मार्गदर्शन भी कर सकते हैं।नैनोटेक्नोलॉजी में क्वांटम डॉट्स का बहुत महत्वरसायन विज्ञान का अध्ययन करने वाला प्रत्येक व्यक्ति यह सीखता है कि किसी तत्व के गुण इस बात से नियंत्रित होते हैं कि उसमें कितने इलेक्ट्रॉन हैं। हालांकि, जब पदार्थ नैनो-डायमेंशन में सिकुड़ जाता है तो क्वांटम फेनोमेना पैदा होता हैं। ये पदार्थ के आकार से नियंत्रित होते हैं। रसायन विज्ञान 2023 में नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने इतने छोटे कण बनाने में सफलता हासिल की है कि उनके गुण क्वांटम घटना से निर्धारित होते हैं। कण, जिन्हें क्वांटम डॉट्स कहा जाता है, अब नैनोटेक्नोलॉजी में बहुत महत्व रखते हैं।तीनों वैज्ञानिकों ने क्या कियारसायन विज्ञान के लिए नोबेल समिति के अध्यक्ष जोहान एक्विस्ट ने कहा कि क्वांटम डॉट्स में कई आकर्षक और असामान्य गुण हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि उनके आकार के आधार पर उनके अलग-अलग रंग होते हैं। 1980 के दशक की शुरुआत में एलेक्सी एकिमोव रंगीन कांच में आकार-निर्भर क्वांटम प्रभाव बनाने में सफल रहे। यह रंग कॉपर क्लोराइड के नैनोकणों से आया और एकिमोव ने प्रदर्शित किया कि कण का आकार क्वांटम प्रभावों के माध्यम से कांच के रंग को प्रभावित करता है। कुछ साल बाद, लुई ब्रूस दुनिया के पहले वैज्ञानिक थे जिन्होंने किसी तरल पदार्थ में स्वतंत्र रूप से तैरते कणों में आकार-निर्भर क्वांटम प्रभाव साबित किया।
- स्टाकहोम। भौतिकी का नोबेल पुरस्कार इस बार उन तीन वैज्ञानिकों को देने की घोषणा की गई जिन्होंने सेकेंड के सबसे छोटे हिस्से के दौरान परमाणुओं में इलेक्ट्रॉन का अध्ययन किया। अमेरिका में ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी के पियरे अगस्टीनी, जर्मनी में मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट ऑफ क्वांटम ऑप्टिक्स तथा लुडविग मैक्सिमिलियन यूनिवर्सिटी ऑफ म्यूनिक के फेंरेस क्रौस और स्वीडन स्थित लुंड यूनिवर्सिटी की एने लुइलिये को भौतिकी के क्षेत्र में इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा जाएगा। रॉयल स्वीडिशएकेडमी ऑफ साइंसेज के महासचिव हैंस एलेग्रेन ने मंगलवार को स्टाकहोम में पुरस्कार की घोषणा की। एकेडमी के अनुसार, ‘‘उनके प्रयोगों ने मानवता को परमाणुओं और कणों में इलेक्ट्रॉन की दुनिया का अन्वेषण करने के नये औजार उपलब्ध कराये हैं।'' इसमें कहा गया है कि उन्होंने ‘‘प्रकाश की अत्यंत छोटी तरंगें बनाने का तरीका प्रदर्शित किया है जिसका उपयोग उन तीव्र प्रक्रियाओं को मापने के लिए किया जा सकता है जिनमें इलेक्ट्रॉन चलते हैं या ऊर्जा बदलते हैं।'' नोबेल पुरस्कार में 1.1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर (10 लाख अमेरिकी डॉलर) की नकद राशि प्रदान की जाती है। यह धन पुरस्कार के संस्थापक स्वीडिश नागरिक अल्फ्रेड नोबेल की संपत्ति में से दिया जाता है जिनका 1896 में निधन हो गया था। पिछले साल तीन वैज्ञानिकों ने संयुक्त रूप से यह पुरस्कार यह साबित करने के लिए जीता था कि लघु कण अलग किये जाने के बाद भी एक दूसरे से संपर्क बनाकर रखते हैं। पहले इस अवधारणा पर संदेह प्रकट किया गया था लेकिन अब वास्तविक जगत के विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए इस पर अनुसंधान किया जा रहा है।इससे पहले सोमवार को चिकित्सा क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार काटालिन कारिको और ड्रयू वीसमैन को कोविड-19 से लड़ने के लिए एमआरएनए टीकों के विकास से संबंधित उनकी खोजों के लिए प्रदान करने की घोषणा की गयी। रसायनविज्ञान के क्षेत्र में योगदान के लिए इस पुरस्कार की घोषणा बुधवार को की जाएगी। बृहस्पतिवार को साहित्य के क्षेत्र के लिए नोबेल पुरस्कार विजेता के नाम की घोषणा की जाएगी। नोबेल शांति पुरस्कार शुक्रवार को और अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा नौ अक्टूबर को की जाएगी। नोबेल पुरस्कार विजेताओं को अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि 10 दिसंबर को आयोजित समारोह में सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया जाता है। उनकी इच्छा के अनुसार प्रतिष्ठित नोबेल शांति पुरस्कार ओस्लो में प्रदान किया जाता है, वहीं अन्य समारोह स्टॉकहोम में आयोजित किये जाते हैं।
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वाशिंगटन ।अमरीका में एक असाधारण कार्यवाही में प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष केवी मेकार्थी को पद से हटा दिया गया है। अमरीकी संसद के इतिहास में पहली बार सदन के अध्यक्ष को 210 के मुकाबले 216 मतों से हटाया गया। 208 डेमोक्रेटिक सदस्यों के साथ आठ रिपब्लिकन सदस्यों ने भी मेकार्थी को हटाने के पक्ष में वोट दिया। फ्लोरिडा के दक्षिणपंथी रिपब्लिकन प्रतिनिधि मेट गेट्ज ने यह प्रस्ताव रखा था। मेकार्थी पर संघीय व्यय में कटौती के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने और राष्ट्रपति जो-बाइडेन को सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया।
स्पीकर को हटाए जाने से सदन का विधायी कामकाज रूक गया है। यदि अमरीकी कांग्रेस वित्त पोषण की अवधि नहीं बढ़ाती है तो 17 नवंबर की समय-सीमा के बाद दूसरी बार सरकारी कामकाज ठप्प होने की आशंका है।संभावना है रिपब्लिकन सांसद अगले सप्ताह नये स्पीकर के चुनाव का प्रयास करेंगे। -
वाशिंगटन. भारतीय-अमेरिकियों ने विश्व की अग्रणी सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के मुख्यालय रेडमंड में गणेशोत्सव मनाया और इस दौरान भगवान गणेश की 15 फुट की मूर्ति की पूजा-अर्चना की। इस मूर्ति को भक्तों ने ‘रेडमंड राजा' नाम दिया है। इस कार्यक्रम में लगभग 20,000 भारतीय-अमेरिकी शामिल हुए। यह मूर्ति रेडमंड के पार्क के बीचों-बीच एक भव्य मंच पर स्थापित की गई। इस मंच की साज-सज्जा किसी भारतीय महल की याद दिलाती है। इस मौके पर स्थानीय संगीतकारों के समूह ‘बीट्स ऑफ रेडमंड' के 150 से अधिक कलाकारों ने ढोल-ताशा बजाकर गणपति की पूजा-अर्चना की। ‘बीट्स ऑफ रेडमंड' 2019 से सिएटल के इस उपनगर में वार्षिक उत्सव का आयोजन कर रहा है। इस समूह की स्थापना दीपाली साने और आनंद यशवंत साने से की थी। भगवान गणेश की इस मूर्ति को कुशल कारीगर सुशांत ने भारत के मुंबई में बनाया और वहां से इसे रेडमंड लाया गया। मूर्ति को 40 फुट के भव्य मंच पर स्थापित किया गया। इस दौरान स्वयंसेवकों ने प्रसाद के रूप में 12,000 से अधिक लड्डू और 1,000 फल वितरित किए। इस उत्सव में कई स्थानीय नेता भी शामिल हुए। सैन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्यदूत के. श्रीकर रेड्डी ने भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार और सामुदायिक एकता को बढ़ावा देने में इस त्योहार के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने यह ‘‘यादगार'' कार्यक्रम आयोजित करने के लिए ‘बीट्स ऑफ रेडमंड' की सराहना की। एक मीडिया विज्ञप्ति में बताया गया कि रेड्डी ने सिएटल महानगरीय क्षेत्र में एक नया भारतीय वाणिज्य दूतावास खोले जाने की भी घोषणा की।
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टापाचुला (मैक्सिको) मैक्सिको में ग्वाटेमाला सीमा के निकट एक राजमार्ग पर मालवाहक ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से उसमें सवार कम से कम 10 महिला प्रवासियों की मौत हो गई और 17 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे में मारी गई सभी महिलाएं क्यूबा की नागरिक थीं। राष्ट्रीय आव्रजन संस्थान ने बताया कि क्यूबा के जिन नागरिकों की मौत हुई है, वे सभी महिलाएं थीं और उनमें से एक की आयु 18 वर्ष से कम थी। संस्थान ने बताया कि ट्रक चालक स्पष्ट रूप से तेज गति से वाहन चला रहा था और उसने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया। ट्रक में 27 प्रवासी सवार थे। हादसे के बाद ट्रक चालक घटनास्थल से फरार हो गया। चियापास राज्य के नागरिक सुरक्षा कार्यालय ने बताया कि यह दुर्घटना रविवार को पिजिजियापन शहर के निकट एक राजमार्ग पर हुई। कार्यालय ने दुर्घटना के बाद की तस्वीरें भी साझा कीं, जिसमें राजमार्ग के एक ओर दुर्घटनाग्रस्त ट्रक लुढ़का नजर आ रहा है जबकि दूसरी ओर हादसे के शिकार लोग सड़क पर पड़े दिखाई दे रहे हैं।
- स्टाकहोम। इस बार चिकित्सा क्षेत्र का पुरस्कार काटालिन कारिको और ड्रयू वीसमैन को कोविड-19 से लड़ने के लिए एमआरएनए टीकों के विकास से संबंधित उनकी खोजों के लिए प्रदान किया जाएगा। नोबेल असेंबली के सचिव थॉमस पर्लमैन ने सोमवार को स्टाकहोम में पुरस्कार की घोषणा की।कारिको हंगरी स्थित सेगेन्स यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं, वहीं पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाते हैं। वीसमैन ने पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी में कारिको के साथ यह अनुसंधान किया। पुरस्कार समिति ने कहा, ‘‘अपने अभूतपूर्व अनुसंधान के माध्यम से, जिसने एमआरएनए और हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली के संपर्क को लेकर हमारी समझ को मौलिक रूप से बदल दिया है, पुरस्कार विजेताओं ने आधुनिक समय में मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक के दौरान टीके के विकास में अभूतपूर्व योगदान दिया।'' पर्लमैन ने बताया कि जब उन्होंने इस घोषणा से कुछ देर पहले दोनों वैज्ञानिकों से संपर्क किया तो वे पुरस्कार की खबर सुनकर प्रफुल्लित हुए। शरीर क्रिया विज्ञान या चिकित्सा क्षेत्र में पिछले साल का नोबेल पुरस्कार स्वीडिश वैज्ञानिक स्वांते पाबो को मानव विकास की उन खोजों के लिए प्रदान किया गया था, जिन्होंने निएंडरथाल डीएनए के रहस्यों को उजागर किया था। इससे कोविड-19 के प्रति हमारी संवेदनशीलता सहित हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी मिली। इससे पहले पाबो के पिता सुन बर्गस्ट्रोम को 1982 में चिकित्सा क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था। भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा मंगलवार को और रसायनविज्ञान के क्षेत्र में योगदान के लिए इस पुरस्कार की घोषणा बुधवार को की जाएगी। बृहस्पतिवार को साहित्य के क्षेत्र के लिए नोबेल पुरस्कार विजेता के नाम की घोषणा की जाएगी। नोबेल शांति पुरस्कार शुक्रवार को और अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा नौ अक्टूबर को की जाएगी। नोबेल पुरस्कार में 1.1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर (10 लाख डॉलर) का नकद इनाम दिया जाता है। यह धन पुरस्कार के संस्थापक स्वीडिश नागरिक अल्फ्रेड नोबेल की संपत्ति में से दिया जाता है जिनका 1896 में निधन हो गया था।
- वाशिंगटन. अमेरिका में भारतवंशी कैंसर चिकित्सक कमल मेंघराजानी समेत 15 लोगों को ‘व्हाइट हाउस फेलो' की 2023-2024 श्रेणी के लिए चुना गया है। मेंघराजानी को विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति कार्यालय में तैनात किया गया है। वह ल्यूकेमिया के मरीजों का इलाज करती हैं। मेंघराजानी अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय ‘व्हाइट हाउस' के वरिष्ठ कर्मचारियों, कैबिनेट सचिवों और अन्य शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों के साथ काम करते हुए एक साल बिताएंगी। ‘व्हाइट हाउस' ने 20 सितंबर को एक बयान में कहा कि न्यूयॉर्क में रहने वालीं मेंघराजानी ‘व्हाइट हाउस फेलो' की 2023-2024 श्रेणी के लिए चुने गए 15 ‘‘उल्लेखनीय रूप से प्रतिभाशाली, समर्पित और निपुण'' लोगों में से एकमात्र भारतीय अमेरिकी हैं। हाल में ‘व्हाइट हाउस' की घोषणा के बाद मेंघराजानी ने सोशल मीडिया ‘एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, ‘‘राष्ट्रपति जो बाइडन ने व्हाइट हाउस फेलो के रूप में मेरी नियुक्ति की घोषणा की। अब तक चुने गए पहले कैंसर विशेषज्ञ के रूप में मैं कैंसर उपचार और स्वास्थ्य परिणाम टीम के साथ इस नयी भूमिका में हमारे रोगियों के लिए नेतृत्व, सेवा और नवाचार करने को लेकर उत्साहित हूं।'' मेंघराजानी ने अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर एक पोस्ट में कहा कि वह राष्ट्रपति कार्यालय के तहत विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति कार्यालय में कैंसर उपचार और स्वास्थ्य परिणाम टीम के साथ काम करेंगी। बयान में कहा गया है कि ‘मेमोरियल स्लोअन केटरिंग कैंसर सेंटर' में संकाय सदस्य के रूप में मेंघराजानी ने शीघ्र निदान और रोकथाम पर केंद्रित कैंसर अनुसंधान किया और निकारागुआ, बोलीविया तथा युगांडा सहित वैश्विक संदर्भों में संवेदनशील आबादी के लिए स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के प्रयासों का नेतृत्व किया। बयान के अनुसार, उद्यमी के रूप में मेंघराजानी ने कैंसर के इलाज में जरूरतों को पूरा करने और तेजी से कैंसर निदान के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के इस्तेमाल को लेकर एक स्टार्टअप की सह-स्थापना की है। इसमें कहा गया है कि उन्होंने गैर-लाभकारी संस्था ‘नौरिश इंटरनेशनल' को विकसित करने में मदद की, जो छात्र नेताओं को अंतरराष्ट्रीय विकास कार्यों में सामाजिक उद्यमियों के रूप में शामिल करती है। ‘व्हाइट हाउस फेलो प्रोग्राम' असाधारण युवा नेताओं को संघीय सरकार के उच्चतम स्तरों पर काम करने का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करता है। इसकी शुरुआत 1964 में की गई थी। फेलो ‘व्हाइट हाउस' के वरिष्ठ कर्मचारियों, कैबिनेट सचिवों और अन्य शीर्ष-रैंकिंग प्रशासनिक अधिकारियों के साथ काम करते हुए एक वर्ष बिताते हैं और प्रशासन को अपने समुदायों में बेहतर नेताओं के रूप में सेवा करने के लिए तैयार करते हैं।
- केप केनावेरल (अमेरिका)। नासा के एक अंतरिक्ष यात्री और दो रूसी अंतरिक्ष यात्री एक साल से अधिक समय तक अंतरिक्ष में रहने के बाद बुधवार को पृथ्वी पर लौट आए। इसके परिणामस्वरूप अमेरिकी नागरिक फ्रैंक रूबियो ने सबसे लंबी अमेरिकी अंतरिक्ष उड़ान का रिकॉर्ड बनाया। तीनों अंतरिक्ष यात्री कजाकिस्तान के एक दूरदराज के इलाके में एक सोयुज कैप्सूल से उतरे। उनका मूल अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष के मलबे की चपेट में आ गया था और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर उसका सारा कूलेंट खत्म हो गया था जिसके बाद सोयुज कैप्सूल का इस्तेमाल किया गया। जो मिशन 180 दिन का होना चाहिए था वह 371 दिन के प्रवास में बदल गया। रुबियो ने एक अंतरिक्ष उड़ान के सबसे अधिक समय तक रहने के नासा के पिछले रिकॉर्ड को रखने वाले मार्क वंदे हेई की तुलना में अंतरिक्ष में दो सप्ताह अधिक समय बिताया। रूस का 1990 के दशक के मध्य का 437 दिन अंतरिक्ष प्रवास का विश्व रिकॉर्ड है।रूबियो और अंतरिक्ष यात्रियों सर्गेई प्रोकोपयेव और दमित्री पेतेलिन को वापस धरती पर लाने वाले सोयुज कैप्सूल को प्रतिस्थापन के रूप में फरवरी में भेजा गया था। रूसी इंजीनियरों को पिछले साल के आखिर में संदेह हुआ था कि अंतरिक्ष के मलबे से उनके मूल यान का रेडियेटर क्षतिग्रस्त हो गया है। इंजीनियरों को फिक्र हुई कि कूलिंग नहीं होने पर कैप्सूल के इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य संसाधन खतरनाक स्तर तक गर्म हो सकते हैं और इस वजह से यह यान खाली वापस आया।
- लंदन। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे विंस्टन चर्चिल का लंदन स्थित पुराना युद्ध कार्यालय (ओडब्ल्यूओ) अब एक लक्जरी होटल की शक्ल में फिर से खुल गया है। हिंदुजा समूह के स्वामित्व वाले इस होटल का उद्घाटन एक संगीत कार्यक्रम के साथ हुआ। मशहूर संगीतकार लॉर्ड एंड्रयू लॉयड वेबर एवं एंड्रिया बोसेली की शानदार प्रस्तुति ने इस कार्यक्रम को यादगार बना दिया। ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय की बहन राजकुमारी ऐन ने ओडब्ल्यूओ होटल का औपचारिक तौर पर उद्घाटन किया। उनके साथ हिंदुजा समूह के सह-चेयरमैन जी पी हिंदुजा भी मौजूद थे। इस कार्यक्रम में ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी थोड़ी देर के लिए पहुंचे थे। कई सांसद, उद्यमी, होटल कारोबारी और फिल्म एवं टेलीविजन जगत के सितारे भी इसमें शामिल हुए। हिंदुजा समूह ने 120 कमरों वाली इस युद्धकालीन इमारत का अधिग्रहण आठ साल पहले किया था। डाउनिंग स्ट्रीट के ठीक सामने व्हाइटहॉल पर बनी इस पुरानी इमारत से ही चर्चिल ने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन का नेतृत्व संभाला था। इस इमारत का निर्माण वर्ष 1906 में हुआ था और इसका डिजाइन वास्तुकार विलियम यंग ने बनाया था।से नया रंग-रूप देकर एक आलीशान होटल के तौर पर विकसित किया गया है और रैफल्स लंदन का नाम दिया गया है। इसका संयुक्त रूप से विकास हिंदुजा समूह और फ्रांसीसी होटल कंपनी एकॉर ने किया है।
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वाशिंगटन. अमेरिका में मीडिया संस्थानों के नए चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों के अनुसार, 2024 में होने वाले आम चुनावों में लोकप्रियता के मामले में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से पीछे हैं। ‘वॉशिंगटन पोस्ट' और ‘एबीसी न्यूज' के सर्वेक्षण के परिणामों में यह दावा किया गया है। सर्वेक्षण के अनुसार, ‘‘ट्रंप को 51 और बाइडन को 42 अंक मिले हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने के दावेदारों में ट्रंप अपने प्रतिद्वंद्वियों से काफी आगे हैं। रिपब्लिकन पार्टी की नामांकन प्रक्रिया जनवरी में न्यू हैम्पशायर प्राइमरी और आयोवा कॉकस से आधिकारिक रूप से आरंभ होगी। रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने के अन्य दावेदारों में से साउथ कैरोलाइना की पूर्व गवर्नर निकी हेली और उद्यमी विवेक रामास्वामी की लोकप्रियता हालिया सप्ताह में बढ़ी है। इसके बावजूद ट्रंप उनसे बहुत आगे हैं और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उनके पार्टी का उम्मीदवार बनने की पूरी संभावना है। ‘वॉशिंगटन पोस्ट-एबीसी न्यूज' द्वारा रविवार को जारी सर्वेक्षण परिणामों में कहा गया है कि रिकॉर्ड संख्या में अमेरिकियों का कहना है कि बाइडन के कार्यकाल में उनकी स्थिति खराब हुई है। तीन-चौथाई लोगों का कहना है कि बाइडन की आयु बहुत अधिक हो गई है तथा एक और कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति पद संभालना उनके लिए संभव नहीं है। उनका कहना है कि पीछे मुड़कर विश्लेषण करने पर ट्रंप बेहतर नजर आते हैं। बहरहाल, ‘वाशिंगटन पोस्ट' सर्वेक्षण के नतीजों से असहमत है। अमेरिका के इस प्रमुख समाचार पत्र ने कहा कि सर्वेक्षण के अनुसार ट्रंप बाइडन से 10 अंक से आगे नजर आ रहे है, लेकिन यह परिणाम अन्य सर्वेक्षणों के परिणामों से मेल नहीं खाता क्योंकि अन्य सर्वेक्षणों के अनुसार दोनों प्रतिद्वंद्वियों के बीच कड़ा मुकाबला है। -
ह्यूस्टन. अमेरिका की प्रमुख मिडिल स्कूल विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) प्रतियोगिता के अंतिम चरण में पहुंचने वाले प्रतिभागियों में कुल 16 भारतीय-अमेरिकी विद्यार्थी शामिल हैं। इस प्रतियोगिता का नाम 'थर्मो फिशर साइंटिफिक जूनियर इनोवेटर्स चैलेंज' (थर्मो फिशर जेआईसी) है।
सोसायटी फॉर साइंस ने 20 सितंबर को बताया कि वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और शिक्षकों की एक राष्ट्रव्यापी समिति ने शीर्ष 300 कनिष्ठ नवोन्मेषकों में 30 का चयन किया। इन शीर्ष 300 कनिष्ठ नवोन्मेषकों की घोषणा इस महीने की शुरुआत में की गई थी। चुने गए 30 नवोन्मेषक अब अगले महीने वाशिंगटन में अंतिम चरण की प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे, जहां हफ्तेभर के दौरान एक निर्णायक मंडल उनके वैज्ञानिक अनुसंधान, संचार, रचनात्मकता और सहयोग कौशल का मूल्यांकन करेगा। विद्यार्थी 100,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक के पुरस्कारों के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। -
पोर्टो नोवो (बेनिन). बेनिन की राजधानी पोर्टो नोवो के दक्षिण में स्थित एक व्यावसायिक इमारत में आग लगने से कम से कम 35 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। बेनिन के सरकारी प्रसारक द्वारा जारी वीडियो में आग बुझने के बाद इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त नजर आई और आसपास खड़ी कई कार तथा मोटरसाइकिल खाक हो गईं। अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना उस स्थान पर हुई, जो गैसोलीन के भंडारण के लिए जाना जाता है। उन्होंने बताया कि आग लगने के बाद आसपास मौजूद लोगों ने तीन लोगों की जान बचाई। अधिकारी ने कहा कि आग लगने की घटना शनिवार को हुई।
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जोहानिसबर्ग. दक्षिण अफ्रीका के उत्तरी लिम्पोपो प्रांत में कामगारों को खदान तक ले जा रहे ट्रक और बस की आमने-सामने की टक्कर में 20 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। निर्माण कंपनी मुर्रे और रॉबर्ट्स सीमेंटेशन ने कहा कि रविवार को हुई दुर्घटना में मारे गए लोगों में 17 उसके कर्मचारी थे। यह घटना उस वक्त हुई जब इन कामगारों को जिम्बाब्वे सीमा के पास मुसीना में वेनेशिया खदान में ले जाया जा रहा था। कंपनी ने कहा कि वह मृतकों के परिवारों को सहायता प्रदान कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि कामगार खनन कंपनी डी बीयर्स के स्वामित्व वाली खदान में एक भूमिगत परियोजना पर काम करने जा रहे थे। प्रांतीय परिवहन मंत्री फ्लोरेंस रैडजिलानी ने सोमवार को दुर्घटनास्थल का दौरा किया और ट्रक चालकों से यात्रा के समय सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘हम कानून प्रवर्तन अधिकारियों के जरिये इन चालकों को संदेश देते हैं कि उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वाहन सड़क पर चलने योग्य है, ताकि आप निर्दोष लोगों के जीवन को खतरे में न डालें।'' -
नई दिल्ली। ब्रिटेन सरकार ने 4 अक्टूबर से वीजा शुल्क में वृद्धि की घोषणा की है। ब्रिटेन जाने वाले भारत सहित विश्व के यात्रियों को 6 महीने से कम की अवधि के लिए वीजा शुल्क में 15 पाउंड की वृद्धि होगी। विद्यार्थियों के लिए वीजा शुल्क एक सौ 27 पाउंड महंगा हो जाएगा। शुल्क दरों में ये बदलाव देश के सार्वजनिक क्षेत्र के वेतन में हुई वृद्धि से निपटने के लिए किया गया है। यह वृद्धि वीजा की विभिन्न श्रेणियों पर लागू होगी, लेकिन इसके लिए संसद की स्वीकृति लेनी आवश्यक होगी।
टेन के गृह मंत्रालय ने पुष्टि की है कि शुक्रवार को संसद में कानून के माध्यम से पेश किए गए इन बदलावों के परिणामस्वरूप छह महीने से कम समय के लिए यात्रा वीज़ा की लागत बढ़कर 115 पाउंड हो जाएगी। इसके अलावा, ब्रिटेन के बाहर से विद्यार्थी वीज़ा के लिए आवेदन करने का शुल्क भी बढकर, देश में आवेदनों के लिए ली जाने वाली राशि के बराबर यानि 490 पाउंड हो जाएगी। यह समायोजन ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक द्वारा जुलाई में की गई इस घोषणा के बाद किया गया है कि सार्वजनिक क्षेत्र के वेतन में वृद्धि को समायोजित करने के लिए वीज़ा शुल्क और स्वास्थ्य अधिभार में काफी वृद्धि की जाएगी। -
केप केनावेरल. नासा ने बृहस्पतिवार को कहा कि अज्ञात उड़न तश्तरियों (यूएफओ) के अध्ययन के लिए नई वैज्ञानिक तकनीक जरूरी होंगी जिनमें आधुनिक उपग्रह शामिल हैं। नासा ने यूएफओ पर एक साल तक चले अध्ययन के बाद यह निष्कर्ष जारी किया।
नासा ने एक स्वतंत्र दल को यह काम सौंपा था जिसने अपनी 33 पन्नों की रिपोर्ट में आगाह किया है कि यूएफओ को लेकर नकारात्मक धारणा इस बारे में जानकारी एकत्रित करने में बाधक बन रही है। लेकिन अधिकारियों ने कहा कि नासा के शामिल होने से इस बारे में नकारात्मकता को दूर करने में मदद मिलेगी। नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने इस दिशा में पारदर्शी प्रयासों का वादा किया। -
व्लादिवोस्तोक, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘मेक इन इंडिया' पहल की सराहना करते हुए कहा है कि घरेलू उद्योगों को आगे बढ़ाने के लिए हमारा देश भारत जैसे अपने भागीदारों की सफलता का अनुकरण कर सकता है। पुतिन ने मंगलवार को रूस के सुदूर-पूर्व क्षेत्र के एक प्रमुख बंदरगाह शहर व्लादिवोस्तोक में आठवें पूर्वी आर्थिक मंच के पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही। रूस में बनी कारों पर एक सवाल के जवाब में पुतिन ने कहा, ‘‘आप जानते हैं, हमारे पास उस समय घरेलू स्तर पर निर्मित कारें नहीं थीं, लेकिन अब हमारे पास हैं। यह सच है कि वे मर्सिडीज या ऑडी कारों की तुलना में मामूली दिखती हैं, जिन्हें हमने भारी राशि खर्च 1990 के दशक में खरीदा था। लेकिन मुद्दा यह नहीं है। मुझे लगता है कि हम अपने कई भागीदारों का अनुकरण कर सकते हैं। भारत इसका एक उदाहरण है।'' प्रधानमंत्री मोदी ने निवेश को सुविधाजनक बनाने, नवोन्मेषण को बढ़ावा देने, कौशल विकास को बढ़ाने, बौद्धिक संपदा की सुरक्षा और सर्वश्रेष्ठ विनिर्माण बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए ‘मेक इन इंडिया' अभियान की शुरुआत 2014 में की थी। ‘मेक इन इंडिया' पहल चार स्तंभों पर आधारित है, जिन्हें न केवल विनिर्माण बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी भारत में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए मान्यता मिली है। रूसी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘वे भारत में बने वाहनों के इस्तेमाल पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी ‘मेक इन इंडिया' कार्यक्रम को बढ़ावा देने में सही काम कर रहे हैं। वह सही हैं।'' उन्होंने आगे कहा कि रूस में विनिर्मित वाहनों का उपयोग करना बिल्कुल सही होगा।
पुतिन ने कहा, ‘‘हमारे पास रूस में बने वाहन हैं, हमें उनका उपयोग करना चाहिए। यह बिल्कुल ठीक है। इससे हमारी विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की प्रतिबद्धताओं का कोई उल्लंघन नहीं होगा। यह सरकार की खरीद से संबंधित होगा। हमें इस संबंध में एक निश्चित श्रृंखला बनानी चाहिए। इससे यह तय होगा कि विभिन्न वर्गों के अधिकारी किन कारों को चला सकते हैं, ताकि वे देश में बनी कारों का इस्तेमाल कर सकें। पुतिन ने कहा कि भारत-पश्चिम एशिया-यूरोपीय आर्थिक गलियारा (आईएमईसी) किसी भी तरीके से रूस को प्रभावित नहीं करेगा। इससे रूस को लाभ ही होगा। आईएमईसी की घोषणा शनिवार को नयी दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन से इतर संयुक्त रूप से अमेरिका, भारत, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, जर्मनी इटली और यूरोपीय संघ के देशों ने की थी। -
सेविले (स्पेन) .एयरबस डिफेंस एंड स्पेस कंपनी ने बुधवार को पहला सी295 परिवहन विमान भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी को सौंपा। भारतीय वायु सेना के आधुनिकीकरण के उद्देश्य से सरकार ने ‘एयरबस डिफेंस एंड स्पेस कंपनी' के साथ दो साल पहले 21,935 करोड़ रुपये में 56 सी295 परिवहन विमानों को खरीदने का सौदा किया था। एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने इसे भारतीय वायुसेना और भारत के लिए एक महत्वपूर्ण दिन करार दिया।
एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने कहा, ‘‘यह हमारे लिए, विशेष रूप से भारतीय वायु सेना के लिए और पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है, जो एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है, जिसमें हम इनमें से 40 विमानों का निर्माण भारत में करेंगे। यह विमान आवश्यकता पड़ने पर हमारी सेनाओं को अग्रिम मोर्चे पर ले जाने की क्षमता को जबरदस्त तरीके से मजबूती प्रदान करेगा। '' स्पेन के सेविले शहर में बुधवार को आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय वायु सेना प्रमुख वी.आर. चौधरी को एयरबस कंपनी के उत्पादन संयंत्र में यह विमान सौंपा गया। इस समझौते के तहत एयरबस 2025 तक सेविले में शहर में अपने उत्पादन संयंत्र से ‘फ्लाई-अवे' (उड़ान के लिये तैयार) स्थिति में पहले 16 सी295 विमानों की आपूर्ति करेगा। इसके बाद दोनों कंपनियों के बीच हुई एक औद्योगिक साझेदारी के हिस्से के रूप में शेष 40 विमानों का निर्माण और संयोजन भारत में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड(टीएएसएल) द्वारा वड़ोदरा में किया जाएगा। इस अवसर पर वायु सेना प्रमुख ने नए विमान में उड़ान भी भरी। यह विमान 15 सितंबर को सेविले से दिल्ली के लिए रवाना होगा। एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने कहा, ‘‘ पहला विमान स्पेन में तैयार किया गया है, वहीं 17वें विमान को 2026 में वडोदरा में तैयार कर अंतिम रूप दिया जाएगा। यह एक ऐतिहासिक क्षण होगा क्योंकि पहली बार एक सैन्य परिवहन विमान पूरी तरह से भारत में निर्मित किया जाएगा। '' स्पेन में भारत के राजदूत दिनेश पटनायक ने कहा कि सी295 विमान को तय समय से 10 दिन पहले एयरबस द्वारा वायुसेना को सौंप दिया गया। पटनायक ने कहा कि सी295 परियोजना भारत-स्पेन द्विपक्षीय संबंधों, विशेषकर आर्थिक जुड़ाव को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगी तथा इस परियोजना से दोनों देशों के संबंधों को एक नया आयाम मिलेगा। पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वड़ोदरा में सी295 विमानों की विनिर्माण सुविधा की आधारशिला रखी थी। यह किसी निजी संघ द्वारा भारत में निर्मित किया जाने वाला पहला सैन्य विमान होगा। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) छह दशक पहले सेवा में आए पुराने एवरो-748 विमानों के अपने बेड़े को बदलने के लिए सी295 विमान खरीद रही है। सी295 को एक बेहतर विमान माना जाता है, जिसका उपयोग 71 तक सैनिकों या 50 तक पैराट्रूपर्स के सामरिक परिवहन के लिए किया जाता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल उन स्थानों पर सैन्य साजो-सामान और रसद पहुंचाने के लिए किया जाता है, जहां मौजूदा भारी विमानों के जरिए नहीं पहुंचा जा सकता। सी295 विमान पैराशूट के सहारे सैनिकों को उतारने और सामान गिराने के लिए काफी उपयोगी है। इसका उपयोग किसी हादसे के पीड़ितों और बीमार लोगों को निकालने के लिए भी किया जा सकता है। यह विमान विशेष अभियानों के साथ-साथ आपदा की स्थिति और समुद्री तटीय क्षेत्रों में गश्ती कार्यों को पूरा करने में सक्षम है। पिछले साल इस समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद एयरबस ने कहा था कि सी295 कार्यक्रम के तहत कंपनी अपने औद्योगिक भागीदारों के सहयोग से विमान निर्माण और उनके रख-रखाव की विश्व स्तरीय सुविधाएं भारत में लाएगी। भारत के लिए निर्मित पहले सी295 विमान ने मई में सेविले में अपनी पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की थी। दूसरे विमान का निर्माण सेविले उत्पादन संयंत्र में अंतिम चरण में है और इसे अगले साल मई में भारतीय वायुसेना को सौंपा जाना तय है। भारतीय वायुसेना के छह पायलट और 20 तकनीशियन पहले ही सेविले सुविधा केंद्र में व्यापक प्रशिक्षण ले चुके हैं। वड़ोदरा में सी295 विमान के लिए निर्माण एवं उत्पादन संयंत्र अगले साल नवंबर में चालू होने वाला है। अधिकारियों ने कहा कि भारतीय वायु सेना सी295 विमानों की दुनिया की सबसे बड़ी संचालक होगी। -
हनोई. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार को कहा कि उन्होंने भारत-अमेरिका साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ “पर्याप्त चर्चा” की और उनके नेतृत्व और नयी दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। बाइडन ने यहां वियतनाम की राजधानी में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ मानवाधिकारों के सम्मान के महत्व को भी उठाया। अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में भारत की अपनी पहली यात्रा पर नयी दिल्ली आए बाइडन ने मोदी के साथ व्यापक बातचीत की। उन्होंने 31 ड्रोन की भारत की खरीद और जेट इंजनों के संयुक्त विकास में आगे बढ़ने का स्वागत करते हुए द्विपक्षीय प्रमुख रक्षा साझेदारी को “गहरा और विविधतापूर्ण” करने का संकल्प व्यक्त किया। बाइडन ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी को उनके नेतृत्व और उनके आतिथ्य तथा जी20 की मेजबानी के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने और मैंने इस बारे में पर्याप्त चर्चा की है कि हम पिछले जून में प्रधानमंत्री की व्हाइट हाउस यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका के बीच बनी साझेदारी को कैसे मजबूत करना जारी रखेंगे।” उन्होंने कहा, “जैसा कि मैं हमेशा करता हूं, मैंने मोदी के साथ मानवाधिकारों के सम्मान और एक मजबूत व समृद्ध देश के निर्माण में नागरिक संस्थाओं और स्वतंत्र प्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका के महत्व को उठाया।” मोदी और बाइडन की द्विपक्षीय वार्ता के बाद शुक्रवार को जारी संयुक्त बयान के अनुसार, “नेताओं ने इस बात पर फिर से जोर दिया कि स्वतंत्रता, लोकतंत्र, मानवाधिकार, समावेशन, बहुलवाद और सभी नागरिकों के लिए समान अवसर के साझा मूल्य हमारी सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं जिसका हमारे देश आनंद लेते हैं और ये मूल्य हमारे संबंधों को मजबूत करते हैं।” बाइडन ने जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत में की गईं महत्वपूर्ण बैठकों के बारे में भी बात की।
उन्होंने कहा, “यह हमारे वैश्विक नेतृत्व और उन चुनौतियों को हल करने के वास्ते हमारी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण क्षण था जो दुनिया भर के लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं। समावेशी विकास और सतत विकास में निवेश करना, जलवायु संकट का समाधान करना, खाद्य सुरक्षा और शिक्षा को मजबूत करना, वैश्विक स्वास्थ्य और स्वास्थ्य सुरक्षा को आगे बढ़ाना इसमें शामिल हैं।” उन्होंने कहा, “हमने दुनिया को दिखाया कि अमेरिका हमारे साझा भविष्य के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण वाला भागीदार है।” भारत को यूरोप से पश्चिम एशिया और इजराइल से जोड़ने वाले गलियारे पर उन्होंने कहा कि यह परिवर्तनकारी आर्थिक निवेश के लिए अनकहे अवसर खोलने जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन में “यूक्रेन में अवैध युद्ध” पर भी चर्चा की गई और न्यायसंगत तथा स्थायी शांति की आवश्यकता पर पर्याप्त सहमति थी। - मराकेश। मोरक्को में आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,000 से अधिक हो गई है और कम से कम 2,059 लोग घायल हुए हैं। देश के गृह मंत्रालय ने शनिवार देर रात बताया कि शुक्रवार देर रात आए भूकंप में 2,012 लोगों की मौत हो गई है और मृतक संख्या अभी और बढ़ने की आशंका है, क्योंकि बचावकर्ता सबसे अधिक प्रभावित दूर-दराज के क्षेत्रों में पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मंत्रालय के मुताबिक, सबसे अधिक 1,293 लोगों की मौत अल हौज प्रांत में हुई है।उसने बताया कि कम से कम 2,059 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 1,404 की हालत गंभीर है।भूकंप के बाद मोरक्को सरकार ने तीन दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है।मोरक्को में शुक्रवार को 6.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जो देश में पिछले 120 साल में आया सबसे भीषण भूकंप है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत कई देशों के नेताओं ने मोरक्को को मदद की पेशकश की है।जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहे प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा था, ‘‘मोरक्को में भूकंप के कारण लोगों की मौत से अत्यधिक दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं। अपने प्रियजन को खोने वाले लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। भारत इस मुश्किल वक्त में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।'' जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने भी ‘एक्स' पर मोरक्को के प्रति संवेदना व्यक्त की।संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र भूकंप प्रभावित आबादी की मदद के प्रयासों में मोरक्को सरकार की सहायता करने के लिए तैयार है।'' इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने मोरक्को में अपने समकक्ष से फोन पर बात की और भूकंप प्रभावित देश को ‘‘हर संभव'' सहायता मुहैया कराने की इजराइल की इच्छा व्यक्त की। गैलेंट ने इजराइली सेना को मोरक्को को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए तैयार रहने का आदेश दिया। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी मोरक्को में आई प्राकृतिक आपदा पर दुख जताया और कहा कि अमेरिकी अधिकारी मोरक्को के साथ संपर्क में हैं, ताकि मदद की पेशकश की जा सके। इसके अलावा तुर्किये, कतर और अल्जीरिया समेत कई अन्य देशों ने भी मदद की पेशकश की।
- मराकेश । मोरक्को में भूकम्प में मरने वालों की संख्या बढकर एक हजार हो गई है। कल देर रात आये भूकम्प में 6 सौ से अधिक लोग घायल हुये हैं। भूकम्प की तीव्रता रियेक्टर पैमाने पर 7 दशमलव दो मापी गई है। भूकम्प से जान-माल को काफी नुकसान पहुंचा है। एक धरोहर स्थल को क्षति पहुंची है। स्थानीय लोगों को रात खुले आसमान में गुजारनी पडी। बचाव दल कार्य में जुटे हैं।


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