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गुमी (दक्षिण कोरिया). पारुल चौधरी ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए दूसरा रजत पदक जीता और भाला फेंक खिलाड़ी सचिन यादव भी दूसरे स्थान पर रहे जबकि धावक अनिमेष कुजूर ने राष्ट्रीय रिकार्ड तोड़ते हुए कांस्य पदक जीता। इस तरह से 26वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के अंतिम दिन शनिवार को भारत का पदक अभियान जारी रहा। विथ्या रामराज और पूजा ने भी अपनी-अपनी स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीते।
इससे पहले 3000 मीटर स्टीपलचेज में रजत पदक जीतने वाली पारूल चौधरी महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ में 15 मिनट 15.33 सेकंड (15:15.33 सेकंड) का समय लेकर दूसरे स्थान पर रहीं। पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में उभरते सितारे 25 वर्षीय यादव ने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 85.16 मीटर तक भाला फेंका। वह मौजूदा ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम से पीछे रहे, जिन्होंने 86.40 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता। उत्तर प्रदेश में बागपत के निकट खेकड़ा गांव के एक किसान परिवार में जन्में यादव का इससे पहले व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 84.39 मीटर था। इस स्पर्धा में भाग ले रहे भारत के एक अन्य खिलाड़ी यशवीर सिंह ने भी प्रभावित किया तथा 82.57 मीटर का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पांचवां स्थान हासिल किया। इससे पहले कुजूर ने प्रतियोगिता के अंतिम दिन पुरुषों की 200 मीटर दौड़ में शानदार प्रदर्शन करते हुए 20.32 सेकंड का नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाते हुए कांस्य पदक जीता। इस 21 वर्षीय खिलाड़ी ने 20.40 सेकंड का अपना पिछला रिकॉर्ड बेहतर किया, जो उन्होंने इस वर्ष की शुरुआत में राष्ट्रीय फेडरेशन सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में बनाया था। जापान के तोवा उजावा ने 20.12 सेकंड के समय के साथ स्वर्ण पदक, जबकि सऊदी अरब के अब्दुलअजीज अताफी (20.31 सेकंड) ने रजत पदक जीता। महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में एशियाई खेलों की पदक विजेता विथ्या ने भारत को दिन का दूसरा कांस्य पदक दिलाया। तमिलनाडु की 26 वर्षीय एथलीट ने 56.46 सेकंड का समय लेकर पोडियम स्थान हासिल किया। चीन की मो जियादी ने 55.31 सेकंड में स्वर्ण पदक जीता, जबकि बहरीन की ओलुवाकेमी अडेकोया 55.32 सेकंड के साथ दूसरे स्थान पर रही। इस दौड़ में भाग लेने वाली दूसरी भारतीय खिलाड़ी अनु राघवन 57.46 सेकंड का समय लेकर सातवें स्थान पर रहीं। पूजा ने भारत के लिए दिन का तीसरा कांस्य पदक जीता। उन्होंने महिलाओं की 800 मीटर दौड़ 2:01.89 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ पूरी करके तीसरा स्थान हासिल किया। महिलाओं की 200 मीटर की दौड़ में ज्योति याराजी 23.47 सेकंड के समय के साथ पांचवें जबकि नित्या गंधे 23.90 सेकंड के समय के साथ सातवें स्थान पर रहीं। याराजी ने इस सप्ताह की शुरुआत में महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक जीता था। -
गुमी (दक्षिण कोरिया). भारत की फर्राटा धाविका ज्योति याराजी ने स्वीकार किया कि वह 100 मीटर बाधा दौड़ में अपना खिताब बचाने के लिए तनाव में थीं, लेकिन पदक के बजाय समय पर ध्यान देने से उन्हें शांत रहने में मदद मिली और उन्होंने गुरुवार को एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीता। आंध्र प्रदेश की 25 वर्षीय खिलाड़ी और एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता ज्योति ने 12.96 सेकंड का समय निकाला जो प्रतियोगिता का नया रिकॉर्ड है। पिछला रिकॉर्ड 13.04 सेकंड का था, जिसे 1998 में कजाकिस्तान की ओल्गा शिशिगिना और 2011 में चीन की सन यावेई ने बनाया था। एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता ज्योति एशियाई चैंपियनशिप की 100 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक का बचाव करने वाली पांच एथलीटों के चुनिंदा क्लब में शामिल हो गईं। उनसे पहले यह उपलब्धि जापान की एमी अकीमोटो (1979, 1981, 1983) तथा चीन की तीन खिलाड़ियों झांग यू (1991, 1993), सु यिनपिंग (2003, 2005) और सुन यावेई (2009, 2011) ने हासिल की थी। ज्योति ने बाद में कहा, ‘‘निश्चित तौर पर मेरा लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना था, लेकिन मैंने टाइमिंग पर ध्यान केंद्रित किया क्योंकि जब आप पदक पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं, तो आप दबाव महसूस करते हैं। इसलिए मैंने समय के बारे में सोचते हुए इसे सकारात्मक पक्ष में बदल दिया और यह वास्तव में काम आया।'' ज्योति ने 2023 में एशियाई चैंपियनशिप में 13.09 सेकंड के प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता। उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय 12.78 सेकंड है जो राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी है। उन्होंने कहा, ‘‘सच कहूं तो यहां एक और खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। मैं अच्छा प्रदर्शन करने को लेकर थोड़ा तनाव में थी।''
- मुंबई. स्टार भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली को बुधवार को विश्व बॉलिंग लीग (डब्ल्यूबीएल) में रणनीतिक निवेशक घोषित किया गया। विश्व बॉलिंग लीग ने हाल ही में एमएलबी सुपरस्टार और तीन बार की विश्व सीरीज चैंपियन मूकी बेट्स की टीम ओएमजी को लीग में पहली फ्रेंचाइजी के रूप में पेश किया। कोहली ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मैंने 11 साल की उम्र में बॉलिंग खेलना शुरू किया और 12 साल की उम्र तक गेंद को स्पिन करना सीख गया था।'' उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि यह खेल कितना लोकप्रिय है जबकि इसे व्यावसायिक रूप में कम सराहा जाता है। बॉलिंग को फिर से परिभाषित करने के लिए आदि के मिश्रा का दृष्टिकोण अद्वितीय है और ई1 सीरीज में टीम ब्लू राइजिंग के साथ हमारी सफलता के बाद मैं एक निवेशक और भागीदार के रूप में डब्ल्यूबीएल से जुड़कर रोमांचित हूं।''
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लखनऊ. लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान ऋषभ पंत पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ मंगलवार को यहां खेले गए मैच के दौरान धीमी ओवर गति के लिए 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। इम्पैक्ट प्लेयर सहित अंतिम एकादश में शामिल अन्य खिलाड़ियों पर 12 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
आईपीएल की मीडिया विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘यह धीमी ओवर गति से संबंधित आईपीएल की आचार संहिता के तहत उनकी टीम का सत्र का तीसरा अपराध था, इसलिए ऋषभ पंत पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।'' विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘इम्पैक्ट प्लेयर सहित अंतिम एकादश में शामिल अन्य खिलाड़ियों में से प्रत्येक पर 12 लाख रुपये या उनकी मैच फीस का 50 प्रतिशत (जो भी कम हो) जुर्माना लगाया गया है।'' पंत की 61 गेंदों पर नाबाद 118 रन की शानदार पारी के बावजूद मेजबान लखनऊ को इस मैच में छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। -
गुमी (दक्षिण कोरिया). भारतीय महिलाओं ने एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दूसरे दिन बुधवार को यहां शानदार प्रदर्शन किया जब रूपल चौधरी (400 मीटर) और पूजा (1500 मीटर) ने रजत पदक जीते। यूनुस शाह ने पुरुष 1500 मीटर में कांस्य पदक जीतकर भारत के कुल पदक की संख्या को पांच तक पहुंचाया। इसमें मंगलवार को जीता गुलवीर सिंह (10,000 मीटर) का स्वर्ण पदक भी शामिल है। रूपल ने महिलाओं के 400 मीटर फाइनल में 52.68 सेकेंड का समय निकालकर दूसरा स्थान हासिल किया और भारत के लिए दिन का पहला पदक जीता। इसी स्पर्धा में हमवतन विथ्या रामराज 53.00 सेकेंड के समय के साथ पांचवें स्थान पर रहीं। जापान की नानाको मात्सुमोतो (52.17 सेकेंड) ने स्वर्ण जबकि उज्बेकिस्तान की जोनबीबी हुकमोवा (52.79 सेकेंड) ने कांस्य पदक जीता। पूजा ने महिलाओं की 1500 मीटर स्पर्धा में चार मिनट 10.83 सेकेंड के समय के साथ भारत को दूसरा रजत पदक दिलाया। भारत की ही लिली दास चार मिनट 13.81 सेकेंड के समय के साथ चौथे स्थान पर रहते हुए पदक से चूक गईं। चीन की ली चुनहुई ने चार मिनट 10.58 सेकेंड के समय से स्वर्ण पदक जीता जबकि जापान की तोमाका किमुरा ने सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए चार मिनट 11.56 सेकेंड के समय से कांस्य पदक अपने नाम किया। रूपल ने 2022 में विश्व अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट बनकर इतिहास रच दिया था। उन्होंने उस समय चार गुणा 400 मीटर रिले में रजत और महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। यूनुस शाह ने पुरुषों की 1500 मीटर स्पर्धा में तीन मिनट 43.03 सेकेंड का समय लेकर तीसरा स्थान हासिल किया। जापान के काजुतो लिजावा ने तीन मिनट 42.56 सेकेंड के निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से स्वर्ण पदक जीता जबकि दक्षिण कोरिया के जेयुंग ली (तीन मिनट 42.79 सेकेंड) ने दूसरा स्थान हासिल किया। गुलवीर के स्वर्ण पदक के अलावा पहले दिन सर्विन सबेस्टियन ने भी 20 किमी पैदल चाल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। अन्य नतीजों में विशाल थेनारासु कयालविझी 45.57 सेकेंड के निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के बावजूद चौथे स्थान पर रहते हुए पदक से चूक गए। लंबी कूद में शैली सिंह और ऐंसी सोजन ने महिला वर्ग के फाइनल में जगह बनाई। शैली 6.17 मीटर के प्रयास से 20 खिलाड़ियों के बीच तीसरे स्थान पर रहीं। ऐंसी ने 6.14 मीटर के प्रयास से फाइनल में जगह सुनिश्चित की। बाधा दौड़ में ज्योति याराजी ने अपनी हीट (शुरुआती दौर की रेस) में 13.18 सेकेंड का समय लेकर तीसरे स्थान पर रहते हुए अगले दौर में जगह बनाई।
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मुंबई. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अब तक के सबसे महंगे खिलाड़ी ऋषभ पंत ने आखिरकार लखनऊ सुपर जायंट्स के अंतिम लीग में शतक जड़कर कमाल कर दिया लेकिन टीम जीत से चूक गई जबकि अक्षर पटेल की दिल्ली कैपिटल्स अच्छी शुरूआत के बाद राह से भटक गई। पूर्व विजेता चेन्नई सुपर किंग्स, राजस्थान रॉयल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स का निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा और सनराइजर्स हैदराबाद ने पूरे टूर्नामेंट में खराब प्रदर्शन किया। इस साल आईपीएल के 70 मैच के शुरुआती दौर को खत्म होने में 10 दिन के ब्रेक सहित कुल 67 दिन लगे और अभी तक टूर्नामेंट के दौरान काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिले। प्लेऑफ शुरू होने से पहले अब तक का उतार-चढ़ाव का सफर इस प्रकार है:
युवा खिलाड़ियों ने दमदार प्रदर्शन किया:
राजस्थान रॉयल्स के वैभव सूर्यवंशी जब पिछले दिसंबर में ‘मेगा नीलामी' में चुने गए थे तो उनकी उम्र 13 साल थी और मई में 14 साल की उम्र में वह गुजरात टाइटन्स के खिलाफ 35 गेंद पर आईपीएल में सबसे तेज शतक और अब तक दूसरा सबसे तेज शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय खिलाड़ी बन गए। उन्होंने अपने शानदार स्ट्रोक प्ले और जोश से खेल के दिग्गजों को मंत्रमुग्ध कर दिया था।
भारत के टी20 अंतरराष्ट्रीय सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा भी शतक लगाने वालों खिलाड़ियों में शामिल थे। इस सूची में पंजाब किंग्स के ‘अनकैप्ड' (जिसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला हो) प्रियांश आर्य भी शामिल थे जिन्होंने अपना पहला आईपीएल शतक जड़ा। प्रभसिमरन सिंह ने भी दिखाया कि उनमें दम है जबकि आयुष म्हात्रे ने अपने प्रदर्शन से चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को मुस्कुराने का मौका दिया। सनराइजर्स हैदराबाद की खराब फॉर्म :
पिछले साल की उपविजेता एसआरएच सबसे खतरनाक बल्लेबाजी लाइन-अप के साथ उतरी थी लेकिन उसका आक्रामक रवैया पूरी तरह विफल रहा। एसआरएच ने आईपीएल की शुरुआत राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ छह विकेट पर 286 रन से दूसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाकर की और समापन कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ तीन विकेट पर 278 रन से तीसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाकर किया। टीम के पास बल्लेबाजी के लिए कोई ‘प्लान बी' नहीं था जिसमें नितीश कुमार रेड्डी ने काफी हद तक निराश किया और पावरप्ले में गेंदबाजी करने के लिए एक बेहतरीन स्पिनर नहीं होने से उन्हें नुकसान हुआ। सीएसके ने सीखा सबक :
सीएसके ने इस साल सबक सीखा क्योंकि उसे युवा प्रतिभाओं को बेंच पर रखने और सिर्फ एमएस धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ियों पर निर्भर रहने की अपनी रणनीति को छोड़ना पड़ा। 17 वर्षीय मुंबई के बल्लेबाज म्हात्रे ने टीम की परेशानियों के बावजूद अच्छा प्रदर्शन किया जबकि दक्षिण अफ्रीका के डेवाल्ड ब्रेविस ने अंत में शानदार प्रदर्शन किया। अफगानिस्तान के 20 वर्षीय नूर अहमद सीएसके के सबसे सफल स्पिनर रहे जबकि आर अश्विन और रविंद्र जडेजा अन्य विकल्प थे।साई सुदर्शन ने दमदार बल्लेबाजी की :
युवा सुदर्शन ने दिखाया कि जोखिम लिए बिना भी रन जुटाए जा सकते हैं। वह अभी तक 670 से ज्यादा रन बनाकर सूची में शीर्ष पर है और इसका ईनाम उन्हें इंग्लैंड के टेस्ट दौरे के लिए राष्ट्रीय टीम में शामिल करने से मिला। गुजरात टाइटन्स का यह बल्लेबाज इस सत्र के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शामिल रहा।मुंबई इंडियंस ने हमेशा की तरह ही प्रदर्शन किया :
मुंबई इंडियंस ने हमेशा ही तरह धीमी शुरूआत करने के बाद प्लेऑफ में जगह बनाई। पहले पांच मैच में चार हार के साथ शुरूआत करने के बाद हार्दिक पंड्या की टीम अगले छह मैच जीतकर शीर्ष टीमों में पहुंच गई। रोहित शर्मा और तिलक वर्मा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए लेकिन सूर्यकुमार यादव ने दिखाया कि वह इसमें सर्वश्रेष्ठ क्यों है। जसप्रीत बुमराह ने 10 मैच में 17 विकेट चटकाए हैं।राजस्थान रॉयल्स के लिए खराब सत्र :
संजू सैमसन की फिटनेस और अन्य खिलाड़ियों में जज्बे की कमी के कारण टीम निचले स्थान पर रही सीएसके से ऊपर रही। जोस बटलर, अश्विन, युजवेंद्र चहल और ट्रेंट बोल्ट जैसे खिलाड़ियों से अलग होने से उसका संतुलना शायद कुछ ज्यादा ही बिगड़ गया।दिल्ली कैपिटल्स शानदार शुरूआत के बाद पटरी से उतरी:
आईपीएल की शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि टीम कोई गलती नहीं करेगी लेकिन लगातार निरंतर प्रदर्शन के मामले में टीम पिछड़ गई। पहले छह में से पांच जीत के साथ शुरुआत करने के बाद टीम तालिका में शीर्ष पर थी लेकिन अचानक गिरावट से अगले आठ में से पांच मैच गंवा बैठी। केकेआर का प्रदर्शन खराब रहा, लेकिन रहाणे डटे रहे:
कप्तान अजिंक्य रहाणे अकेले दम पर डटे रहे, लेकिन फ्रेंचाइजी के सबसे महंगे खिलाड़ी और उप-कप्तान वेंकटेश अय्यर के लिए सत्र काफी खराब रहा। पहले आठ मैच में पांच हार के साथ गत चैंपियन के लिए प्लेऑफ की दौड़ काफी पहले ही खत्म हो गई थी।मार्श और पूरन ने दबदबा कायम रखा:
पहले आठ मैच में पांच जीत ने लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) को अंतिम चार में जगह बनाने का मौका दिया, लेकिन पंत का बल्ले से खराब प्रदर्शन, मध्य क्रम में गहराई की कमी और गेंदबाजी में विविधता की कमी के कारण वे फिर से प्लेऑफ से चूक गए। लेकिन मिचेल मार्श, निकोलस पूरन और एडेन मारक्रम ने उन्हें मजबूती दी। पंजाब किंग्स का उदय :
पिछले एक साल में कप्तान श्रेयस अय्यर के प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है कि वह हमेशा संघर्ष करने वाली टीम के बदलाव के सूत्रधार रहे। दृढ़ अय्यर और ऑस्ट्रेलियाई रिकी पोंटिंग जैसे कोच के साथ इस बात में कोई संदेह नहीं था कि पीबीकेएस को हराना काफी मुश्किल होगा और केकेआर के खिलाफ सबसे कम स्कोर (111 रन) का बचाव करने जैसा प्रदर्शन इसका एक उदाहरण है।गिल की गुजरात टाइटन्स ने उड़ान भरी :
तीन साल पहले गुजरात टाइटन्स में शामिल होने के बाद से उन्होंने प्रत्येक सत्र में कम से कम 400 रन तो बनाए ही हैं लेकिन गिल ने सिर्फ उदाहरण ही पेश नहीं किया बल्कि यह सुनिश्चित किया कि उनकी टीम राशिद खान जैसे मुख्य गेंदबाज की खराब फॉर्म के बावजूद दौड़ में आगे रहे। -
बैंकॉक/ भारत के पांच मुक्केबाज बुधवार को यहां चौथे थाईलैंड ओपन अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे और सेमीफाइनल में जगह बनाने की कोशिश करेंगे। पुरुषों के ड्रॉ में जुगनू (85 किग्रा) का सामना कजाखस्तान के बेकजत तंगतर से होगा जबकि दीपक (75 किग्रा) का सामना दक्षिण कोरिया के किम ह्योन-ताए से होगा। महिला वर्ग में तमन्ना (51 किग्रा) का सामना चीनी ताइपे की लियू यू-शान से होगा जबकि प्रिया (57 किग्रा) की भिड़ंत दक्षिण कोरिया की पार्क आह-ह्यून से होगी और अंजलि (75 किग्रा) का सामना जापान की नाओका कसाहारा से होगा। भारत ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में 19 सदस्यीय मजबूत दल उतारा है जिसमें चीन, कजाखस्तान, उज्बेकिस्तान, दक्षिण कोरिया और मेजबान थाईलैंड जैसे देशों के प्रतिभाशाली मुक्केबाज शामिल हैं। मंगलवार को क्वार्टर फाइनल चरण में पांच भारतीय मुक्केबाजों का सफर समाप्त हो गया। महिलाओं के ड्रॉ में यसिका राय (48 किग्रा) और आभा सिंह (54 किग्रा) सर्वसम्मत निर्णय से अपने मुकाबले हार गईं। पुरुषों के वर्ग में पवन बर्तवाल का 55 किग्रा वर्ग में शानदार प्रदर्शन समाप्त हो गया जबकि नोथोई सिंह (50 किग्रा) और ध्रुव सिंह (80 किग्रा) को भी हार का सामना करना पड़ा।
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लखनऊ/ कार्यवाहक कप्तान जितेश शर्मा (नाबाद 85) की आक्रामक अर्धशतकीय पारी और मयंक अग्रवाल (नाबाद 41) के साथ पांचवें विकेट के लिए 45 गेंद में 107 रन की अटूट साझेदारी से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टी20 मैच में मंगलवार को यहां लखनऊ सुपर जायंट्स को आठ गेंद शेष रहते छह विकेट से हराकर प्लेऑफ में अपना दूसरा स्थान पक्का किया। इस जीत के साथ ही आरसीबी ने 14 मैचों में 19 अंक के साथ तालिका में दूसरे स्थान के साथ क्वालीफायर एक में अपनी जगह पक्की कर ली। टीम अब बृहस्पतिवार को शीर्ष पर काबिज पंजाब किंग्स का सामना करेगी जबकि इसके अगले दिन एलीमिनेटर एक में गुजरात टाइटंस का सामना मुंबई इंडियंस से होगा। सुपर जायंट्स ने कप्तान ऋषभ पंत की नाबाद 118 रन की पारी के बूते तीन विकेट पर 227 रन बनाये लेकिन आरसीबी ने 18.4 ओवर में चार विकेट पर 230 रन बना कर इस लीग में सफलतापूर्वक सबसे बड़े लक्ष्य का अपना रिकॉर्ड कायम किया। आरसीबी ने इसके साथ ही दूसरे टीम की घरेलू मैदान में लगातार सात मैच जीतने का रिकॉर्ड भी कायम किया।
प्लेयर ऑफ द मैच जितेश ने 33 गेंद की नाबाद पारी में आठ चौके और छह छक्के लगाकर बेखौफ बल्लेबाजी की। उन्हें मयंक का अच्छा साथ मिला जिन्होंने 23 गेंद की नाबाद पारी में पांच चौके जड़े। विराट कोहली ने 30 गेंद में 10 चौके की मदद से 54 रन बनाने के अलावा फिल सॉल्ट (30) के साथ पहले विकेट के लिए 34 गेंद में 61 रन की साझेदारी के साथ आरसीबी को शानदार शुरुआत दिलायी। सुपर जायंट्स के लिए विलियम ओरुर्के ने दो विकेट लिये लेकिन उन्होंने अपने चार ओवर में 74 रन खर्च किये। दिग्वेश राठी और आकाश सिंह को एक-एक सफलता मिली। पूरे सत्र में खराब लय के कारण आलोचना झेलने वाले पंत ने 61 गेंद की नाबाद पारी में 11 चौके और आठ छक्के लगाने के साथ दूसरे विकेट के लिए मिचेल मार्श के साथ 78 गेंद में 152 रन की साझेदारी कर के बड़े स्कोर की नींव रखी। मार्श ने 37 गेंद में चार चौके और पांच छक्के की मदद से 67 रन बनाये। आरसीबी के लिए नुवान तुषारा ने चार ओवर में 26 रन देकर एक विकेट लिया। भुवनेश्वर कुमार और रोमारियो शेफर्ड को भी एक-एक सफलता मिली लेकिन दोनों काफी महंगे साबित हुए। लक्ष्य का पीछा करते हुए सॉल्ट ने आकाश और ओरुर्के का स्वागत शुरुआती दो ओवरों में चौके साथ स्वागत किया। कोहली ने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज के खिलाफ लगातार चार चौके जड़ अपने तेवर दिखाये। आरसीबी ने इस ओवर से 22 रन बटोरे। सॉल्ट ने राठी और शाहबाज अहमद के खिलाफ चौके जड़े जिससे आरसीबी ने चार ओवर में बिना किसी नुकसान के 50 रन पूरे कर लिये। कोहली ने आवेश खान के खिलाफ चौके के साथ आरसीबी के लिए अपने करियर के 9000 रन पूरे किये।
सॉल्ट आकाश की धीमी शॉट पिच गेंद से सामंजस्य नहीं बैठ सके और एक्स्ट्रा कवर में राठी को आसान कैच देकर पवेलियन लौटे। रजत पाटीदार (14) ने कलाई के शानदार इस्तेमाल से ओरुर्के के खिलाफ छक्का जबकि कोहली ने इस गेंदबाज के खिलाफ चौका जड़ दिया। अब तक महंगे रहे ओरुर्के ओवर की आखिरी दो गेंदों पर पाटीदार और लियाम लिविगस्टोन (शून्य) को चलता कर सुपर जायंट्स को बड़ी सफलता दिलाई। कोहली ने आकाश के खिलाफ चौके से 27 गेंद में मौजूदा सत्र का आठवां अर्धशतक पूरा किया तो वहीं मयंक अग्रवाल ने लगातार तीन चौके लगाकर जरूरी रन गति को नियंत्रण में रखा। राठी ने किफायती ओवर डाला जिसका फायदा आवेश खान का कोहली के विकेट के तौर पर मिला। कोहली कवर क्षेत्र के ऊपर से खेलने की कोशिश में आयुष बडोनी को कैच दे बैठे। इस मैच में टीम की अगुवाई कर रहे जितेश शर्मा ने क्रीज पर आते ही चौका जड़ने के बाद ओरुर्के के खिलाफ लगातार गेंदों पर छक्का और फिर शानदार रिवर्स स्कूप पर चौका लगा कर ओवर से 17 रन बटोरे। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने शाहबाज अहमद के खिलाफ दो चौके और एक छक्का लगा कर मयंक के साथ 21 गेंद में अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की। मयंक ने भी ओवर की आखिरी गेंद पर चौका लगाया जिससे टीम ने 21 रन बटोर कर जरूरत रनगति को 10 के करीब कर दिया। जितेश ने आक्रामक तेवर जारी रखते हुए आवेश के खिलाफ लगातार दो चौके लगाये और फिर राठी की गेंद पर छक्के के साथ 22 गेंद में अपने आईपीएल करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने इसके बाद ओरुर्के के खिलाफ दो चौके और दो छक्के लगाने के बाद आयुष बड़ोनी के खिलाफ छक्के के साथ टीम को यादगार जीत दिला दी। इससे पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर मार्श ने तुषारा के खिलाफ शुरुआती ओवर में चौका लगाया तो वही सत्र का अपना पहला मैच खेल रहे मैथ्यू ब्रिट्जके (14) ने कृणाल पंड्या की गेंद पर छक्का जड़ दिया। वह हालांकि तुषारा की यॉर्कर गेंद पर बोल्ड हो गये। पूरे सत्र में खराब बल्लेबाजी के कारण आलोचना झेलने वाले पंत ने यश दयाल के खिलाफ छक्का और दो चौके के साथ चौथे ओवर से 18 रन बटोर कर अपने तेवर दिखाये। उन्होंने भुवनेश्वर कुमार के खिलाफ भी डीप मिडविकेट के ऊपर से शानदार छक्का और फिर चौका लगाकर लय में वापसी का संकेत दिया। पंत ने 10वें ओवर में सुयश शर्मा के खिलाफ छक्का और दो चौके लगाकर 30 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने इससे पहले मौजूदा सत्र का इकलौता अर्धशतक 14 अप्रैल को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ जड़ा था। पंत ने उस मैच में 63 रन बनाये थे। इस बीच मार्श ने शेफर्ड की गेंद को लांग ऑन के ऊपर से गेंद को दर्शकों के पास भेज कर मौजूदा सत्र में अपने 600 रन पूरे किये। मार्श ने अगले ओवर में सुयश के खिलाफ छक्के के साथ 31 गेंद में अपना पचासा पूरा किया। इसी ओवर में पंत ने लगातार गेंदों पर चौका और छक्का लगाया। मार्श ने 16वें ओवर में भुवनेश्वर की शुरुआती दो गेंदों पर छक्के जड़े लेकिन अगली गेंद पर विकेट के पीछे लपके गये। पंत ने भुवनेश्वर के अगले ओवर में चौके के साथ 54 गेंद में आईपीएल करियर का अपना दूसरा शतक पूरा करने के साथ टीम के स्कोर को 200 के पार पहुंचा दिया। निकोल्स पूरन (13) बड़े शॉट खेलने में संघर्ष कर रहे थे लेकिन पंत ने शतक पूरा करने के बाद आखिरी दो ओवरों में यश दयाल और शेफर्ड के खिलाफ छक्के लगाकर टीम के स्कोर को 225 रन के पार पहुंचाया। -
सुहल (जर्मनी) .भारतीय निशानेबाज तेजस्वनी ने सोमवार को यहां आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता जिससे चीन को पछाड़कर भारत तालिका में शीर्ष पर रहा । हरियाणा की 20 वर्ष की तेजस्विनी का यह विश्व कप में पहला पदक है । जूनियर निशानेबाजों के लिए दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत तीन स्वर्ण, चार रजत और चार कांस्य सहित कुल 11 पदकों के साथ तालिका में शीर्ष पर है। तेजस्विनी ने आठ महिलाओं के फाइनल में पांच शॉट लगाकर कुल 31 अंक बनाए।
व्यक्तिगत तटस्थ एथलीट के तौर पर भाग ले रही बेलारूस की एलिना नेस्टियारोविच ने 29 के साथ रजत पदक जीता जबकि हंगरी की मिरियम जाको ने 23 अंक बनाकर कांस्य पदक हासिल किया। तेजस्विनी इससे पहले क्वालिफिकेशन चरण में 575 अंक के साथ चौथे स्थान पर रही थी। चीन की ताओताओ झाओ इसमें 589 अंक के साथ शीर्ष पर थी। ताओताओ (18) हालांकि फाइनल में चीनी ताइपे की येन-चिंग चेंग (22) के बाद पांचवें स्थान पर रही।
महिलाओं की 25 मीटर स्पर्धा में अन्य भारतीय रिया शिरीष थट्टे, नाम्या कपूर और दिवांशी क्वालिफिकेशन में क्रमशः 15वें, 18वें और 24वें स्थान पर रहीं। भारत ने पिछले पांच में से चार आईएसएसएफ जूनियर स्पर्धाओं में शीर्ष स्थान हासिल किया है । इससे पहले भारत सुहल में 2023 विश्व कप और पिछले साल पेरू के लीमा में संयुक्त जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में शीर्ष पर रहा था । -
रोसारियो (अर्जेंटीना). भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने चिली को 2-1 से हराकर यहां चार देशों के टूर्नामेंट में अपने अभियान की शानदार शुरुआत की। भारत के लिए सुखवीर कौर (39वें मिनट) और कनिका सिवाच (58वें मिनट) ने गोल किए, जबकि चिली के लिए जावेरीया सैन्ज (20वें मिनट) ने एकमात्र गोल किया। जावेरीया ने 20वें मिनट में गोल करके चिली को बढ़त दिलाई जिससे दूसरे हाफ में भारतीय टीम दबाव में रही। भारत ने हालांकि तीसरे क्वार्टर में सुखवीर के 39वें मिनट के गोल से बराबरी हासिल की। फिर कनिका ने 58वें मिनट में गोल करके टीम की जीत सुनिश्चित कर दी। भारत का अगला मुकाबला अब रविवार (भारतीय समयानुसार सोमवार) को उरुग्वे से होगा।
- सुहल (जर्मनी) .भारत की शांभवी क्षीरसागर ने आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप में शनिवार को महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीता जबकि ओजस्वी ठाकुर को रजत पदक मिला । भारत अब दो स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य के साथ शीर्ष पर है ।शांभवी ने 24 शॉट के फाइनल में 253 स्कोर किया जबकि ओजस्वी उनसे 1.2 अंक पीछे रह गई । इटली की कार्लोटा सालाफिया को कांस्य पदक मिला । पुरूष पर्ग में खेलो इंडिया युवा खेलों के चैम्पियन नारायण प्रणव को कांस्य पदक मिला जिन्होंने फाइनल में 227 . 9 स्कोर किया । वह अमेरिका के ब्रेडेन पीसेन (250) और चीन के हुआंग लिवांलिन (250.3) से पीछे रहे । इससे पहले क्वालीफाइंग दौर में उसने 632 . 1 स्कोर करके 77 खिलाड़ियों के बीच पहला स्थान हासिल किया था ।
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कुआलालंपुर. भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने शनिवार को यहां मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट में जापान के युशी टनाका पर सीधे गेम में जीत दर्ज कर छह साल में पहली बार बीडब्ल्यूएफ टूर्नामेंट के पुरुष एकल फाइनल में प्रवेश किया। 2021 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता श्रीकांत ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए सटीक नेट प्ले और आक्रामक खेल की बदौलत दुनिया के 23वें नंबर के खिलाड़ी टनाका को रोमांचक मुकाबले में 21-18, 24-22 से शिकस्त दी। श्रीकांत ने जीत के बाद कहा, ‘‘मैं बहुत खुश हूं, काफी समय के बाद यहां तक पहुंचा हूं। ''
श्रीकांत 2019 इंडिया ओपन में उपविजेता रहे थे और इसके बाद से इस 32 वर्षीय खिलाड़ी का बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर में पहला फाइनल है। उन्होंने 2017 में चार खिताब जीते थे। पूर्व विश्व नंबर एक खिलाड़ी श्रीकांत पिछले कुछ सत्र में खराब फॉर्म और फिटनेस के दौर से गुजर रहे हैं जिससे अब वह विश्व रैंकिंग में 65वें स्थान पर मौजूद हैं। उन्होंने कहा, ‘‘शारीरिक रूप से मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। लेकिन मैंने पिछले साल ज्यादा मैच नहीं खेले। अब क्वालीफाइंग खेल रहा हूं। इस बार सब ठीक रहा। मैं पिछले महीने से कड़ी मेहनत कर रहा हूं। '' श्रीकांत ने कहा, ‘‘बहुत लंबे समय के बाद ये जीत मिली। ''
श्रीकांत 2017 में चार बीडब्लयूएफ खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने थे और फिर उन्होंने भारत को टीम स्पर्धा में राष्ट्रमंडल खेलों का पहला स्वर्ण पदक दिलाया। लेकिन उसके तुरंत बाद उनका संघर्ष शुरू हो गया। हालांकि वह 2019 में अच्छी फॉर्म में थे, लेकिन चोटों और कोविड-19 महामारी के कारण क्वालीफायर रद्द होने के कारण श्रीकांत तोक्यो ओलंपिक के लिए क्वलीफाई करने से चूक गए। उन्हें छोटी चोटें लगती रहीं जिसमें टखने की चोटें ज्यादा रहीं जिससे उनकी निरंतरता प्रभावित हुई। फिर वह स्पेन में 2021 विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष शटलर बने। उन्होंने 2022 में भारत की ऐतिहासिक थॉमस कप जीत में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपने सभी छह मैच जीते। लेकिन फिर उनकी फॉर्म में गिरावट आने लगी। श्रीकांत इस साल की शुरुआत में थाईलैंड ओपन सुपर 300 में क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे जबकि उनका आखिरी सेमीफाइनल 2023 में स्विस ओपन और मकाऊ ओपन में रहा। हालांकि पिछले तीन महीनों में उन्होंने कड़ी ट्रेनिंग की और फिटनेस पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कोच आरएमवी गुरुसाईदत्त और पारुपल्ली कश्यप की निगरानी में रैलियों में तेजी लाने पर काम किया। आगे की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर श्रीकांत ने कहा, ‘‘मैंने कुछ भी योजना नहीं बनाई है। यह सिर्फ शारीरिक रूप से फिट होने, चोट से मुक्त होने और फिर जितना संभव हो उतने टूर्नामेंट खेलने के बारे में है। मैं आगे कौन सा टूर्नामेंट खेलूंगा, यह तय नहीं है। '' उन्होंने कहा, ‘‘यह सिर्फ ट्रेनिंग और खुद को शारीरिक रूप से फिट रखने की बात है और अगर मैं खेलूंगा तो निश्चित रूप से जीतने के लिए। मैं खुद को ठीक होने, ट्रेनिंग लेने और खेलने के लिए पर्याप्त समय देना चाहता हूं। '' शुरुआती गेम में श्रीकांत ने टनाका की गति का मुकाबला करने की कोशिश करते हुए कुछ गलतियां कीं और 1-5 से पीछे हो गए। कुछ बेहतरीन स्ट्रेट स्लाइस और स्मैश से इस भारतीय ने अंतर कम किया, लेकिन जापानी खिलाड़ी ने एक शानदार क्रॉस स्मैश के साथ पांच अंक की बढ़त बनाए रखी। श्रीकांत ने धीरे धीरे रैलियां बनाईं और जापान के खिलाड़ी को गलतियां करने पर मजबूर करते हुए स्कोर 8-9 कर दिया। हालांकि ब्रेक के समय टनाका ने तीन अंक की बढ़त बनाए रखी। भारतीय खिलाड़ी ने 14-14 की बराबरी की और शानदार क्रॉस-कोर्ट रिटर्न से 19-16 की बढ़त हासिल कर ली। स्मैश ने उन्हें दो गेम प्वाइंट दिलाए और उन्होंने पहला गेम अपने नाम कर लिया।
टनाका ने दूसरे गेम में फिर जोरदार शुरुआत कर 3-0 के बाद 7-2 की बढ़त बना ली।
लेकिन पहले गेम की तरह ही श्रीकांत ने आक्रामक तरीके से जवाब दिया और स्कोर 8-9 कर जल्द ही स्कोर बराबर कर दिया। टनाका ने कुछ आसान गलतियां कीं जिससे श्रीकांत 13-10 से आगे हो गए। लेकिन जापानी खिलाड़ी ने वापसी करते हुए स्कोर 17-17 कर दिया। फिर श्रीकांत ने मैच प्वाइंट हासिल किया, लेकिन टनाका ने इसे बचा लिया और स्कोर 20-20 कर दिया।
फिर टनाका ने स्कोर 22-22 कर दिया। लेकिन टनाका के वाइड शॉट से श्रीकांत मैच अपने पक्ष में कर लिया। -
मुंबई. चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने शनिवार को स्वीकार किया कि शीर्ष क्रिकेटर विराट कोहली और रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने से पैदा हुई कमी को पूरा करना मुश्किल है लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि इंग्लैंड के आगामी दौरे पर अन्य खिलाड़ी जिम्मेदारी उठाएंगे। रोहित ने सात मई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी जबकि कोहली ने 12 मई को संन्यास लिया। अगले महीने 20 जून से शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैच की श्रृंखला के लिए भारत की 18 सदस्यीय टीम की घोषणा करने के बाद अगरकर ने मीडिया से कहा, ‘‘जब क्रिकेट के दिग्गज संन्यास लेते हैं तो यह हमेशा मुश्किल होता है। उनकी जगह भरना बहुत बड़ा काम है। लेकिन इसे देखने का एक तरीका यही है कि यह दूसरों के लिए एक मौका है। '' इन दो सुपरस्टार की जगह बाएं हाथ के युवा साई सुदर्शन और अनुभवी करुण नायर को टीम में शामिल किया गया है। अगरकर ने खुलासा किया कि कोहली ने पिछले महीने संभवत: चैंपियंस ट्रॉफी के बाद उनसे संपर्क किया था और टेस्ट क्रिकेट छोड़ने की इच्छा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, ‘‘विराट ने अप्रैल के शुरू में (बीसीसीआई - चयन समिति से) संपर्क किया था और उन्हें लगा कि उन्होंने अपना सब कुछ दे दिया है। अगर उन्हें लगता है कि वे खुद के निर्धारित मानकों पर खरे नहीं उतर सकते तो आपको उनका सम्मान करना चाहिए। '' पिछले एक साल में लगातार निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कोहली और रोहित दोनों के पारंपरिक प्रारूप में भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं जिसका उदाहरण 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा रहा। कोहली ने पर्थ में शतक बनाकर धमाकेदार शुरुआत की लेकिन फिर उनका बल्ला शांत पड़ गया और दौरे के अंत में वह पांच टेस्ट मैचों में 23 के औसत से 190 रन ही बना पाए। वहीं रोहित पहले टेस्ट के बाद टीम में शामिल हुए थे, उनका भी प्रदर्शन निराशाजनक रहा और उन्होंने पांच टेस्ट पारियों में 6.2 के औसत से सिर्फ 31 रन बनाए। वह सिडनी में पांचवें और अंतिम टेस्ट से भी बाहर रहे। श्रृंखला की गंभीरता को देखते हुए कोहली और रोहित से इंग्लैंड दौरे तक रुकने के लिए मनाने की कोशिश की गई तो इस सवाल पर अगरकर ने काफी स्पष्ट रूप से कहा कि आगामी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र (2025-27) के लिए एक नयी टीम बनाना प्राथमिकता है। उन्होंने मुख्य कोच गौतम गंभीर की ही तरह बातों को दोहराते हुए कहा, ‘‘जब कोई खिलाड़ी संन्यास लेने का फैसला लेता है तो यह फैसला उसका होता है। संन्यास एक व्यक्तिगत फैसला होता है। यह एक नया डब्ल्यूटीसी (विश्व टेस्ट चैंपियनशिप) चक्र है और आप एक टीम बनाने में मदद करने के लिए सभी चीजों को देख रहे हैं। '' ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि कोहली विदाई श्रृंखला के लिए इंग्लैंड जाना चाहते थे लेकिन अगरकर ने इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहा। उन्होंने बस इतना कहा कि टेस्ट क्रिकेट से दूर जाने का फैसला पूरी तरह से इस स्टार बल्लेबाज का था। उन्होंने कहा, ‘‘जब कोई फैसला करता है तो यह हमारा नहीं होता। हमारा काम किसी खिलाड़ी को चुनना है। लेकिन जब कोई दिग्गज (दो बड़े क्रिकेटर) संन्यास लेता है तो उनकी जगह को भरना मुश्किल होगा।
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नयी दिल्ली. पंजाब किंग्स की सह-मालिक और बॉलीवुड अदाकारा प्रीति जिंटा ने सेना महिला कल्याण संघ (एडब्ल्यूडब्ल्यूए) को उसकी पहल 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत 1.10 करोड़ रुपये का दान दिया है। यह योगदान पंजाब किंग्स के कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) निधि के तहत दिया गया है।
पंजाब किंग्स ने एक बयान में कहा, ‘‘इस दान का उद्देश्य वीर नारियों को सशक्त बनाना और उनके बच्चों की शिक्षा में सहयोग करना है।'' प्रीति जिंटा ने इस अवसर पर जयपुर में एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘हमारे सशस्त्र बलों के बहादुर परिवारों के लिए कुछ करना सम्मान और जिम्मेदारी दोनों है। हमारे सैनिकों द्वारा किए गए बलिदानों का कभी सही मायने में मूल्य चुकाया नहीं जा सकता है, लेकिन हम उनके परिवारों के साथ खड़े हो सकते हैं और उनकी आगे की यात्रा का समर्थन कर सकते हैं। हमें भारत की सशस्त्र सेनाओं पर बहुत गर्व है और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए उनके प्रयासों के लिए हम उनका अटूट समर्थन करते हैं। हम राष्ट्र और हमारी बहादुर सेनाओं के साथ एकजुट हैं। -
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम को नया टेस्ट कप्तान मिल गया है। 25 वर्षीय दाएं हाथ के बल्लेबाज शुभमन गिल को इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए भारत का 37वां टेस्ट कप्तान बनाया गया है। मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने आज शनिवार को 20 जून से शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए 18 सदस्यीय भारतीय टीम का ऐलान किया। गिल को कप्तान बनाए जाने के फैसले पर अजीत अगरकर ने कहा कि इस निर्णय पर पिछले एक साल से चर्चा चल रही थी।
उन्होंने बताया कि गिल युवा हैं, लेकिन उनमें काफी सुधार हुआ है और ड्रेसिंग रूम से उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिली हैं। अगरकर ने कहा, “आप किसी को सिर्फ एक-दो सीरीज के लिए कप्तान नहीं बनाते। हमने पिछले कुछ वर्षों में गिल के साथ प्रगति देखी है। इसमें कोई संदेह नहीं कि यह काम चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन वह इसके लिए तैयार हैं।” शुभमन गिल ने अब तक भारत के लिए 32 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 35.1 की औसत से 1893 रन बनाए हैं, जिनमें 5 शतक और 7 अर्धशतक शामिल हैं। वे पहले सलामी बल्लेबाज और तीसरे नंबर पर भी बल्लेबाजी कर चुके हैं। रोहित शर्मा के हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद यह जिम्मेदारी गिल को सौंपी गई है।गिल के पास नेतृत्व का अनुभव सीमित है। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में केवल 5 मैचों में कप्तानी की है, जिसमें 1 जीत, 2 हार और 2 ड्रॉ शामिल हैं। हालांकि, उन्होंने पिछले साल जिम्बाब्वे में भारत को टी20 सीरीज में 4-1 से जीत दिलाई थी और व्हाइट-बॉल क्रिकेट में उप-कप्तान भी रह चुके हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने दुबई में 2025 चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती थी। फिलहाल वह आईपीएल 2025 में गुजरात टाइटन्स की कप्तानी कर रहे हैं और उनकी टीम अंक तालिका में शीर्ष पर है तथा प्लेऑफ में पहुंच चुकी है। अगरकर ने यह भी बताया कि तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इंग्लैंड दौरे पर नहीं होंगे क्योंकि वह पूरी तरह फिट नहीं हैं। उन्होंने कहा, “पिछले सप्ताह उन्हें कुछ परेशानी हुई और एमआरआई करवाई गई। डॉक्टरों ने बताया कि वह पांच टेस्ट खेलने के लिए फिट नहीं हैं। ऐसे में हमने उनके बजाय पूरी तरह फिट खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया है।”तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को लेकर अगरकर ने बताया कि वह इंग्लैंड में सभी पांच टेस्ट नहीं खेलेंगे। उन्होंने कहा, “हमने उनसे बात की है और वह इसके लिए सहमत हैं। उनका कार्यभार सीमित किया जाएगा ताकि वे अपनी भूमिका निभा सकें। चाहे वह तीन टेस्ट हों या चार, वह टीम के लिए एक बड़ी संपत्ति हैं।” साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि केएल राहुल को कप्तानी नहीं दी गई है, हालांकि वह टीम के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी होंगे। अगरकर ने यह भी कहा कि गिल और मुख्य कोच गौतम गंभीर इंग्लैंड पहुंचने के बाद ओपनिंग कॉम्बिनेशन पर फैसला लेंगे।- -
बेंगलुरू. भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम बुधवार को चार देशों के टूर्नामेंट के लिये अर्जेंटीना रवाना हो गई जहां रोसारियो में 25 मई से दो जून तक यह टूर्नामेंट खेला जायेगा । इस साल चिली में एफआईएच जूनियर विश्व कप की तैयारी के लिये महत्वपूर्ण इस टूर्नामेंट में भारत के अलावा अर्जेंटीना, उरूग्वे और चिली की टीमें खेलेंगी । भारत को हर टीम के खिलाफ दो मैच खेलने हैं । तुषार खांडेकर की कोचिंग में भारतीय टीम की कमान निधि के हाथ में होगी जबकि हीना बानो उपकप्तान होंगी । पहले दौर में भारत 25 मई को चिली से, 26 मई को उरूग्वे और 28 मई को अर्जेंटीना से खेलेगा ।
कप्तान निधि ने कहा , हम इस टूर्नामेंट को लेकर काफी रोमांचित हैं । हम अभ्यास पर काफी मेहनत कर रहे हैं और उम्मीद है कि वह प्रदर्शन में नजर आयेगा । मजबूत टीमों से खेलकर हमारे प्रदर्शन में सुधार होगा । -
मुंबई. एकमात्र उपलब्ध प्ले ऑफ स्थान के लिए चुनौती पेश कर रही मुंबई इंडियन्स और दिल्ली कैपिटल्स की टीम बुधवार को जब यहां आमने-सामने होंगी तो दोनों की नजरें इस मुकाबले को जीतकर अपना दावा मजबूत करने पर टिकी होंगी। मुंबई का पलड़ा हालांकि भारी नजर आ रहा है। टीम ने बेहद खराब शुरुआत के बाद जोरदार वापसी की और अब शीर्ष चार में शामिल है। दिल्ली की शुरुआत काफी अच्छी रही थी लेकिन टीम अपने पिछले छह मैच में सिर्फ एक जीत दर्ज कर पाई है। सोमवार को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ लखनऊ सुपरजाइंट्स की हार के साथ टीम की प्ले ऑफ में जगह बनाने की उम्मीद भी खत्म हो गई जिससे अब मुकाबला मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स के बीच होगा। गुजरात टाइटन्स, पंजाब किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने पहले ही नॉकआउट में जगह पक्की कर ली है। मुंबई इंडियंस (14 अंक) और दिल्ली कैपिटल्स (13 अंक) दोनों के पास प्ले ऑफ में जगह बनाने का मौका है लेकिन वानखेड़े स्टेडियम में मेजबान टीम प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगी। मुंबई की जीत से उनके 16 अंक हो जाएंगे और टीम अक्षर पटेल की अगुवाई वाली टीम की पहुंच से बाहर हो जाएगी वहीं दिल्ली कैपिटल्स को आगे बढ़ने के लिए अपने बचे हुए दोनों मुकाबले जीतने की जरूरत है। दोनों टीमों को अपने आखिरी मुकाबले पंजाब किंग्स के खिलाफ खेलने हैं। मुंबई इंडियंस की फॉर्म और गहराई उनके पक्ष में है। टीम को हालांकि लगभग दो सप्ताह पहले गुजरात टाइटन्स के खिलाफ करीबी मैच में हार का सामना करना पड़ा था। लगातार छह जीत के बाद मुंबई को यह हार झेलनी पड़ी थी। जीत के साथ मुंबई की टीम प्लेऑफ में पहुंच जाएगी लेकिन हार की स्थिति में उनका भाग्य 24 मई को दिल्ली और पंजाब के बीच होने वाले मुकाबले के नतीजे पर निर्भर करेगा। महेला जयवर्धने के मार्गदर्शन में खेल रही टीम हालांकि दिल्ली को हराकर अगर-मगर पर विराम लगाना चाहेगी। मुंबई के सुपरस्टार रोहित शर्मा पर सभी की नजरें होंगी क्योंकि टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के बाद यह उनका पहला मैच होगा। यह अनुभवी बल्लेबाज अपनी पूरी ताकत झोंकने और अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए उत्सुक होगा। मुंबई की टीम अपने मौजूदा संयोजन का भी पूरा लाभ उठाना चाहेगी जिसमें रेयान रिकेल्टन और कॉर्बिन बॉश प्रमुख भूमिकाओं में हैं। प्लेऑफ से पहले ये दोनों दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रीय टीम के साथ जुड़ने के लिए रवाना होंगे। सूर्यकुमार यादव बल्ले से अपनी बेहतरीन फॉर्म को जारी रखना चाहेंगे लेकिन मुंबई को तिलक वर्मा के लय हासिल करने की उम्मीद होगी। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज मौजूदा सत्र में प्रभाव छोड़ने में विफल रहा है और पिछले पांच मैच में तीन बार दोहरे अंक में भी नहीं पहुंच पाया। इस ब्रेक से जसप्रीत बुमराह और ट्रेंट बोल्ट जैसे गेंदबाजों को जरूरी आराम और थकान से उबरने का मौका मिला होगा। दिल्ली को गुजरात के खिलाफ पिछले मैच में अपने शीर्ष तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क (14 विकेट) की कमी खली जो आईपीएल के बहाल होने पर वापस नहीं लौटे। स्टार्क की गैरमौजूदगी में दिल्ली ने गुजरात के खिलाफ पिछला मैच 10 विकेट से गंवाया। दिल्ली की टीम लोकेश राहुल (493 रन) के प्रदर्शन पर काफी निर्भर है जिन्होंने गुजरात टाइटन्स के खिलाफ शानदार शतक बनाया था। इस मैच में दिल्ली कैपिटल्स की गेंदबाजी की कमजोरियां उजागर हो गईं लेकिन स्टार्क की जगह आए मुस्ताफिजुर रहमान ने शानदार गेंदबाजी की। दिल्ली ने आईपीएल की शुरुआत छह में से पांच मैच जीतकर की थी लेकिन दूसरे हाफ में उसका प्रदर्शन काफी खराब रहा है। कुलदीप यादव (12 विकेट) ने एक छोर से नियंत्रण बनाया है लेकिन कप्तान अक्षर के लिए यह सत्र काफी हद तक निराशाजनक रहा है जिन्होंने अब तक 263 रन बनाने के अलावा सिर्फ पांच विकेट चटकाए हैं। टीम इस प्रकार हैं:
मुंबई इंडियंस: हार्दिक पंड्या (कप्तान), रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, रॉबिन मिंज, रेयान रिकेल्टन, श्रीजीत कृष्णन, बेवन जैकब्स, तिलक वर्मा, नमन धीर, विल जैक्स, मिचेल सेंटनर, राज अंगद बावा, रघु कुमार, कॉर्बिन बॉश, ट्रेंट बोल्ट, कर्ण शर्मा, दीपक चाहर, अश्विनी कुमार, रीस टॉपले, वीएस पेनमेत्सा, अर्जुन तेंदुलकर, मुजीब उर रहमान और जसप्रीत बुमराह। दिल्ली कैपिटल्स: अक्षर पटेल (कप्तान), मुस्ताफिजुर रहमान, अभिषेक पोरेल, करुण नायर, लोकेश राहुल, ट्रिस्टन स्टब्स, आशुतोष शर्मा, विपराज निगम, कुलदीप यादव, मोहित शर्मा, मुकेश कुमार, समीर रिजवी, दर्शन नालकांडे, त्रिपुराना विजय, दुष्मंता चमीरा, फाफ डु प्लेसी, टी नटराजन, अजय जादव मंडल, मनवंत कुमार एल और माधव तिवारी। समय: मैच शाम 7:30 बजे शुरू होगा। -
लखनऊ/ अभिषेक शर्मा की 20 गेंद में 59 रन की ताबड़तोड़ पारी के बाद हेनरिच क्लासेन (28 गेंद में 47), कामिन्दु मेंडिस (21 गेंद में 32 रन पर रिटायर्ड हर्ट) और इशान किशन (28 गेंद में 35 रन) के उपयोगी योगदान से सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टी20 मैच में सोमवार को यहां लखनऊ सुपरजायंट्स (एलएसजी) को छह विकेट से शिकस्त दी। इस हार के साथ ही एलएसजी की टीम प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गयी। एलएसजी की यह 12 मैच में सातवीं हार है और टीम 10 अंक के साथ तालिका में सातवें स्थान पर है। सनराइजर्स 12 मैच में चौथी जीत के साथ आठवें पायदान पर है। एलएसजी ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर सात विकेट पर 205 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया लेकिन एसआरएच ने 18.2 ओवर में चार विकेट पर लक्ष्य हासिल कर लिया। इस मैदान पर यह पहली बार है जब लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम ने 200 से अधिक रन बनाकर जीत दर्ज की। अभिषेक ने पारी की शुरुआत में ही चार चौके और छह छक्के लगाये जिससे लक्ष्य का पीछा करते समय एसआरएच की टीम कभी दबाव में नहीं आयी। उन्होंने रवि बिश्नोई के खिलाफ लगातार चार छक्के जड़ने के दौरान 18 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। इससे पहले मिशेल मार्श और एडेन मारक्रम की बेहतरीन अर्धशतकीय पारियों और दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 115 रन की साझेदारी की बदौलत एलएसजी ने प्रतिस्पर्धी स्कोर खड़ा किया। मार्श ने 39 गेंद की पारी में छह चौके और चार छक्के की मदद से 65 जबकि मारक्रम ने 38 गेंद में 61 रन की पारी में चार छक्के और इतने ही चौके जड़े। निकोलस पूरन ने भी 29 गेंद में 45 रन का योगदान दिया।
सनराइजर्स पहले ही प्रतियोगिता से बाहर हो चुकी थी और एलएसजी को टूर्नामेंट में बने रहने के लिए इस मैच में जीत की जरूरत थी। एलएसजी की बड़ी जिम्मेदारी उनके नए कप्तान ऋषभ पंत के नाम रहेगी। वह रिकॉर्ड 27 करोड़ की राशि पर खरे नहीं उतर सके। सनराइजर्स की पारी का मुख्य आकर्षण अभिषेक द्वारा लेग स्पिनर रवि बिश्नोई की लगातार चार गेंदों पर लगाए गए छक्के थे। उन्होंने इसमें से तीन छक्के कदमों का इस्तेमाल कर लगाये। गेंदबाजी विभाग में एलएसजी के लिए सिर्फ दिग्वेश राठी (37 रन पर दो विकेट) ही प्रभावित कर सके।
राठी ने जब आठवें ओवर में अभिषेक को कैच कराने के बाद अपने चिरपरिचित अंदाज में ‘नोटबुक' जश्न मनाया। इसके बाद अभिषेक के साथ उनकी नोकझोंक हुई। अंपायरों के तुरंत हस्तक्षेप से हालांकि यह मामला आगे नहीं बढ़ा। मैच के बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच हाथ मिलाकर बातचीत करते देखा गया। अभिषेक इस दौरान राठी के कंधे पर हाथ रख कर उनसे बात करते दिखे। इससे पहले मार्श और मारक्रम की आक्रामक पारी से एलएसजी ने पावरप्ले में बिना किसी नुकसान के 69 रन बना लिये। मार्श ने अपने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस की गेंद पर छक्का लगाकर शुरुआत की, जबकि मारक्रम ने पारी के दूसरे ओवर में पदार्पण कर रहे वामहस्त स्पिनर हर्ष दुबे के खिलाफ स्ट्रेट में बाउंड्री लगाई। कमिंस ने रणजी ट्रॉफी में रिकॉर्ड विकेट लेने वाले दुबे को जल्द ही गेंद थमा दी और एलएसजी के सलामी बल्लेबाजों ने इस नये खिलाड़ी को निशाना बनाने की पूरी कोशिश की। मार्श ने उनके पहले ओवर की दूसरी गेंद पर लांग ऑन की तरफ छक्का जड़ा जबकि मारक्रम ने इस गेंदबाज के दूसरे ओवर में अपनी पारी का पहला छक्का लगाया। पारी के इस चौथे ओवर में मारक्रम को स्टंप करने का मुश्किल मौका किशन ने गंवा दिया। उन्हें नौवें ओवर में पारी का दूसरा जीवनदान मिला जब अनिकेत वर्मा ने जीशान अंसारी की गेंद पर उनका कैच टपका दिया। उन्होंने इसका जश्न दुबे के खिलाफ छक्का जड़ा लेकिन इस 22 साल के गेंदबाज ने मार्श को आउट कर इस लीग की पहली सफलता हासिल की। तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी के लिए कप्तान ऋषभ पंत का खराब लय जारी रहा। वह सात रन बनाकर मलिंगा की गेंद पर रिटर्न कैच दे एलएसजी की टीम इसके बाद 11वें से 15वें ओवर तक दो विकेट के नुकसान पर 38 रन ही बना सकी।
पूरन ने आक्रामक पारी खेलकर टीम को 200 रन के करीब पहुंचाया लेकिन वह सहजता से छक्के लगाने में संघर्ष करते दिखे। मौजूदा सत्र में पहली बार गेंदबाजी कर रहे नीतिश रेड्डी ने आखिरी ओवर में 20 रन खर्च किये। आकाश दीप ने अपनी पहली और पारी की आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर एलएसजी के स्कोर को 200 रन के पार पहुंचा दिया। - नयी दिल्ली. पूर्व भारतीय कप्तान और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने पेशेवर तौर पर क्रिकेट से जुड़ने की चाह रखने वाले लोगों को सफलता के लिए खुद को परख कर अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करने की सलाह दी। कोच के तौर पर भारत को टी-20 विश्व चैंपियन बनाने के बाद मौजूदा सत्र में आईपीएल फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स के साथ काम कर रहे द्रविड़ ने ‘ जियो हॉटस्टार' के ‘हल्ला बोल' के एपिसोड में कहा, ‘‘ क्रिकेट में अच्छा होना और सिर्फ क्रिकेट का अभ्यास करना निश्चित रूप से आपको कुछ सफलता दिलायेगा। मैंने हालांकि जिन अच्छे और महान खिलाड़ियों के साथ काम किया है या ड्रेसिंग रूम साझा किया है उनमें एक चीज सामान्य देखी है, वह यह है कि वे वास्तव में अपनी क्षमता के बारे में जानते थे।'' टेस्ट क्रिकेट में द्रविड़ भारत के लिए दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि अगर आप एक व्यक्ति के तौर पर खुद को पहचानते हैं और लगातार विकसित होते रहते हैं, तो आपके पास अपनी क्षमता को अधिकतम करने का सबसे अच्छा मौका होता है।'' द्रविड़ ने स्पष्ट किया कि वह तुलना में विश्वास नहीं करते।द्रविड़ ने कहा, ‘‘यह व्यक्तिगत मामला है, आप खुद को दूसरे लोगों के साथ आंक नहीं सकते, खुद की तुलना दूसरे लोगों से नहीं कर सकते। आपका काम खुद से और आपको जो कौशल मिले हैं, उनसे सर्वश्रेष्ठ प्राप्त करना है। यह तभी संभव है जब आप मैदान पर एक क्रिकेटर के रूप में और मैदान के बाहर एक व्यक्ति के रूप में भी विकसित होंगे।'
- नयी दिल्ली. खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने रविवार को खेलो इंडिया पहल के दायरे को व्यापक बनाने की घोषणा की जिसमें इस साल से स्कूली खेल, मार्शल आर्ट, तटीय खेल और ‘वाटर स्पोर्ट्स' शामिल होंगे। खेलो इंडिया का वार्षिक कैलेंडर लॉन्च करते हुए मांडविया ने कहा कि सरकार जल्द ही खेलो इंडिया खेलों और अन्य प्रतियोगिताओं की एक श्रृंखला शुरू करेगी जिसमें खेलो इंडिया ‘नॉर्थ-ईस्ट गेम्स' भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य भारत के खेल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना, जमीनी स्तर पर प्रतियोगिताओं को बढ़ावा देना और प्रतिभाओं की पहचान के लिए साल भर के लिए रणनीतिक कार्यक्रम प्रदान करना है। मांडविया ने कहा, ‘‘खेलो इंडिया वार्षिक कैलेंडर केवल एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह भारत को वैश्विक खेल महाशक्ति में बदलने के लिए भारत की घरेलू प्रतियोगिता संरचना को मजबूत करने वाला एक रणनीतिक खाका है। '' उन्होंने कहा, ‘‘पिछले एक दशक में भारतीय खेलों में उल्लेखनीय परिवर्तन आया है। हमने खेलो इंडिया पहल के तहत नियमित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के साथ एक गतिशील और समावेशी खेल पारिस्थितिकी तंत्र बनाया है। '' मांडविया ने कहा, ‘‘हम जल्द ही खेलो इंडिया ‘बीच गेम्स' (केआईबीजी), खेलो इंडिया स्कूल गेम्स (केआईएसजी), खेलो इंडिया ‘वाटर स्पोर्ट्स', खेलो इंडिया ‘नॉर्थ-ईस्ट गेम्स' आदि की शुरुआत करेंगे। '' उन्होंने कहा कि ये टूर्नामेंट भारत की युवा प्रतिभाओं की पहचान करने, उन्हें निखारने और तैयार करने में अहम होंगे। खेलो इंडिया मंच में पहले से ही चार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता शामिल हैं जिसमें खेलो इंडिया युवा खेल, खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेल, खेलो इंडिया पैरा खेल और खेलो इंडिया शीतकालिन खेल शामिल हैं।
- दुबई। भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा कि भारत के पूर्व टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते समय ऊब जाते थे इसलिए उन्होंने 2019 में ‘हिटमैन' को सलामी बल्लेबाज बनाने का फैसला किया। शास्त्री का यह फैसला ‘मास्टर स्ट्रोक' साबित हुआ और इसने पारंपरिक प्रारूप में रोहित के करियर को नया मोड़ दिया। शास्त्री 2017 में भारत के मुख्य कोच बने और 2021 में उन्होंने राहुल द्रविड़ को कमान सौंप दी। उनके चार साल के कार्यकाल के दौरान रोहित भारत के सबसे आक्रामक टेस्ट सलामी बल्लेबाज में से एक बन कर उभरे। शास्त्री ने ‘आईसीसी रिव्यू' में कहा, ‘‘चार, पांच नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए यह लड़का ऊब जाता था। मैंने फिर इस पर विचार करना शुरू किया कि वह वनडे क्रिकेट में इतना सफल क्यों है? वह बल्लेबाजी के लिए मैदान पर जल्दी जाना पसंद करता है।भारत के इस पूर्व दिग्गज हरफनमौला ने कहा, मैंने सोचा कि अगर उसे पहले बल्लेबाजी के लिए भेजा जाए तो उसके पास तेज गेंदबाजों को खेलने, शॉट लगाने के लिए पर्याप्त समय होगा। उसके लिए मंच तैयार था। वह अगर इसे अपना ले तो उसके टेस्ट करियर को नयी दिशा मिल सकती है।'' रोहित ने हाल ही में खेल के इस पारंपरिक प्रारूप को अलविदा कह दिया। उन्होंने अपने शानदार करियर में 67 मैचों में 12 शतक और 18 अर्धशतक की मदद से 4,301 रन बनाये। शास्त्री ने कहा कि उन्होंने 2019 विश्व कप के दौरान ही रोहित का इस्तेमाल टेस्ट में सलामी बल्लेबाज के रूप में करने का फैसला कर लिया था। वह इस विश्व कप में पांच शतक और 81 की औसत से 648 रन बनाकर टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे थे। इस पूर्व ऑलराउंडर ने कहा कि उन्होंने तत्कालीन कप्तान विराट कोहली के साथ रोहित को सलामी बल्लेबाज के तौर पर आगे बढ़ाने के विचार पर चर्चा की थी। रोहित को तुरंत सफलता मिली, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शीर्ष क्रम में अपने पहले टेस्ट में दो शतक जड़े। शास्त्री ने रोहित के बारे में कहा, ‘‘उन्होंने पांचवें और छठे नंबर पर काफी बल्लेबाजी की लेकिन वह पूरी एकाग्रता नहीं दिखा पाते थे। वह 20 , 30 रन बनाकर अपना विकेट गंवा देते थे। (मैंने सोचा) चलो उसे दबाव में डालते हैं और उसे (बल्लेबाजी क्रम में) ऊपर भेजते हैं। मुझे याद है कि मैंने उससे वेस्टइंडीज में कहा था ‘हम चाहते हैं कि तुम पारी का आगाज करो'।' रोहित ने टेस्ट के अपने 12 शतकों में से नौ शतक सलामी बल्लेबाज के तौर पर लगाये है। उन्होंने कहा, मैं अगर गलत नहीं हूं तो यह (फैसला) अगस्त 2019 में लिया गया था। उस विश्व कप के बाद। विश्व कप में उसने शानदार बल्लेबाजी की थी। इसलिए उनका फॉर्म बहुत अच्छा था। उसने इसके बारे में कुछ समय तक विचार किया होगा। वह इससे असहज नहीं था।शास्त्री ने कहा, उसने पारी का आगाज करते हुए अपने पहले टेस्ट मैच में शतक जड़ा था। मैं अगर गलत नहीं हूं, तो उन्होंने पहली पारी में 100 रन बनाए और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा क्योंकि वह इसका लुत्फ उठाने लगा था।'' शास्त्री ने कहा कि रोहित ने अपनी तकनीक और नरम हाथों से शॉट खेलने का काफी अभ्यास किया। उसने अपनी तकनीक पर बहुत काम किया क्योंकि मुझे लगता है कि उसने इंग्लैंड में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी की थी। इंग्लैंड में परिस्थितियां काफी अलग होती है।
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कोलकाता. भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने शनिवार को बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के साथ ‘बहुत अच्छे' संबंध का हवाला देते हुए शनिवार को उम्मीद जताई की ईडन गार्डन्स इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के फाइनल की मेजबानी करेगा। भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष के कारण बीसीसीआई ने आईपीएल को एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया। इसका फाइनल पहले 25 मई को कोलकाता में खेला जाना था लेकिन बोर्ड ने संशोधित कार्यक्रम में तीन जून को खेले जाने वाले फाइनल के स्थल की जानकारी नहीं दी है। गांगुली से जब पूछा गया कि क्या कोलकाता मूल कार्यक्रम के अनुसार ही फाइनल मैच की मेजबानी करेगा तो बीसीसीआई और सीएबी के इस पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हम कोशिश कर रहे हैं। क्या फाइनल को स्थानांतरित करना इतना आसान है ? यह ईडन का प्लेऑफ है, और मुझे यकीन है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा। मुझे उम्मीद है।'' प्रशंसकों के वर्ग ने शुक्रवार को प्रतिष्ठित स्थल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि आईपीएल फाइनल कोलकाता में ही आयोजित किया जाए। गांगुली ने यहां ‘ऑल इंडिया इनविटेशन इंटर-स्कूल रेगेटा' के फाइनल के दौरान कहा, ‘‘विरोध से कोई खास मदद नहीं मिलती। बीसीसीआई का बंगाल क्रिकेट संघ के साथ बहुत अच्छा रिश्ता है।'' प्लेऑफ स्थलों को तय करने में देरी पर गांगुली ने कहा, ‘‘ कोलकाता नाइट राइडर्स ने इस मैदान पर अपने लीग मैच समाप्त कर लिए हैं, इसलिए ईडन पहली सूची में नहीं है।'' ईडन गार्डन को 2024 सत्र में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिताब जीतने के कारण इस सत्र के फाइनल के मेजबानी का अधिकार मिला था। इस स्थल ने मौजूदा सत्र के उद्घाटन मैच की भी मेजबानी की थी। आईपीएल के मूल कार्यक्रम के अनुसार ईडन गार्डन्स को 23 मई को क्वालीफायर दो और 25 मई को फाइनल की मेजबानी करनी थी। बीसीसीआई ने हालांकि फाइनल के लिए नए स्थल के बारे में चुप्पी साध रखी है, जिससे अटकलों को और बल मिला है। इस प्रस्तावित बदलाव के पीछे का कारण मौसम का पूर्वानुमान है, क्योंकि उस इस शहर में समय दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत होती है। भारत में टेस्ट क्रिकेट को हाल ही में दोहरा झटका लगा जब कप्तान रोहित शर्मा और दिग्गज बल्लेबाज़ विराट कोहली ने खेल के पारंपरिक प्रारूप से संन्यास ले लिया। गांगुली ने खासकर कोहली के फैसले पर आश्चर्य व्यक्त किया और दोनों खिलाड़ियों को उनके शानदार करियर के लिए बधाई दी। गांगुली ने कहा, ‘‘यह उनका अपना फ़ैसला है। क्या कोई अपनी इच्छा के बिना खेल छोड़ सकता है? लेकिन यह एक शानदार करियर रहा है और रोहित शर्मा के लिए भी यही बात लागू होती है। कोहली के संन्यास ने मुझे चौंका दिया है।'' रोहित ने सबसे पहले लाल गेंद के करियर को अलविदा कहा और कुछ दिनों बाद कोहली ने भी ऐसा ही किया, जिससे टीम में एक बड़ा खालीपन आ गया। गांगुली ने चयनकर्ताओं से टीम के अगले कप्तान के चयन में सावधानी बरतने की सलाह देते हुए कहा, ‘‘यह एक ऐसा फैसला है जिस पर चयनकर्ताओं को सावधानी से विचार करना चाहिए। इसके कई फायदे और नुकसान हैं। उन्हें लंबे समय के बारे में सोचना होगा। ''
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बुकारेस्ट. भारत के आर प्रज्ञानानंदा ने अलीरेजा फिरोजा और मैक्सिम वाचियेर लाग्रेव के साथ रोमांचक टाइब्रेक प्लेआफ मुकाबला जीतकर सुपरबेट शतरंज क्लासिक टूर्नामेंट अपने नाम किया । जीत के बाद प्रज्ञानानंदा ने एक्स पर लिखा ,‘‘अविश्वसनीय अनुभव । अभी अभी बुकारेस्ट में सुपरबेट शतरंज क्लासिक टूर्नामेंट जीता । मेरी टीम और सहयोगियों को लगातार हौसलाअफजाई करने के लिये धन्यवाद ।'' प्रज्ञानानंदा, वाचियेर लाग्रेव और फिरोजा नौ दौर के बाद 5.5 अंक लेकर बराबरी पर थे जिससे विजेता का फैसला त्रिकोणीय टाइब्रेकर से हुआ । टाइब्रेकर में पहली दो बाजियां ड्रॉ रहने के बाद प्रज्ञानानंदा ने तीसरी बाजी और खिताब जीता । भारत के विश्व चैम्पियन डी गुकेश चार अंक लेकर नौवें स्थान पर रहे । अब ग्रैंड शतरंज टूर का अगला टूर्नामेंट सुपर युनाइटेड रैपिड और ब्लिट्ज एक जुलाई से क्रोएशिया में खेला जायेगा ।
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दोहा. दोहा डाइमंड लीग में नीरज चोपड़ा के लिए प्रदर्शन ‘खट्टा-मीठा' रहा क्योंकि वह आखिरकार 90 मीटर या इससे अधिक का थ्रो करने वाले खिलाड़ियों के क्लब में शामिल हो गए लेकिन उन्हें दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। ग्रोइन की चोट लगभग ठीक होने के साथ इस स्टार भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी को इस सत्र में 90 मीटर से अधिक के और थ्रो करने की उम्मीद है। दोहरे ओलंपिक पदक विजेता 27 वर्षीय नीरज ने तीसरे प्रयास में भाले को 90.23 मीटर तक पहुंचाया और 90 मीटर या इससे अधिक करने वाले खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो गए जिसकी अगुआई उनके वर्तमान कोच चेक गणराज्य के जान जेलेजनी कर रहे हैं। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले तीसरे एशियाई और कुल मिलाकर 25वें खिलाड़ी बने। हालांकि जर्मनी के जूलियन वेबर ने बाजी पलट दी और अपने छठे और अंतिम थ्रो में 91.06 मीटर के प्रयास के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया और स्वर्ण पदक जीता। अपने कंधों से बोझ उतरने के बाद नीरज ने कहा कि उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन आना अभी बाकी है और प्रशंसक इस साल उनसे 90 मीटर की और थ्रो की उम्मीद कर सकते हैं। अब आत्मविश्वास से भरे और चोट मुक्त नीरज जेलेजनी के मार्गदर्शन में कुछ पहलुओं को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। पिछले साल नवंबर में जेलेजनी को नीरज के कोच के रूप में नियुक्त किया गया था लेकिन इस दिग्गज भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि वे फरवरी से ही साथ काम कर रहे हैं। नीरज ने स्पर्धा के बाद कहा, ‘‘मैं 90 मीटर के प्रयास से बहुत खुश हूं लेकिन यह असल में थोड़ा खट्टा-मीठा अनुभव है। लेकिन कोई बात नहीं मैं और मेरे कोच अब भी मेरे थ्रो के कुछ पहलुओं पर काम कर रहे हैं। हमने इस साल फरवरी में ही साथ काम करना शुरू किया था। मैं अब भी चीजें सीख रहा हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘वह आमतौर पर डाइमंड लीग में नहीं जाते लेकिन वह मेरे साथ आए क्योंकि उन्होंने मुझे कहा कि आज 90 मीटर के आंकड़े को हासिल करने का दिन है।'' नीरज ने कहा, ‘‘पिछले कुछ वर्षों से मुझे हमेशा ग्रोइन में कुछ महसूस होता था। इस वजह से मैं अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे पाया। इस साल मैं बहुत बेहतर महसूस कर रहा हूं। हम कुछ पहलुओं पर भी काम करेंगे और इसलिए मेरा मानना है कि मैं इस साल विश्व चैंपियनशिप से पहले की प्रतियोगिताओं में 90 मीटर से अधिक भाला फेंक सकता हूं।'' विश्व चैंपियनशिप 13 से 21 सितंबर तक तोक्यो में आयोजित की जाएगी।
अब जब 90 मीटर का आंकड़ा पार हो गया है तो अपने अगले लक्ष्य के बारे में पूछे जाने पर नीरज ने कहा, ‘‘मेरा अगला लक्ष्य 90 मीटर ही है। मुझे लगता है कि मैं और आगे फेंकने के लिए तैयार हूं। यह एक लंबे सत्र की शुरुआत है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं बहुत खुश हूं कि जान जेलेजनी मेरे कोच हैं और हमने दक्षिण अफ्रीका में बहुत मेहनत की है। हम अब भी कुछ पहलुओं पर काम कर रहे हैं।'' नीरज ने कहा कि यहां की परिस्थितियों ने भी उन्हें बड़े थ्रो करने में मदद की और जेलेजनी ने भी उनसे कहा कि वह 90 मीटर का आंकड़ा पार कर सकते हैं। नीरज ने कहा, ‘‘जब मैं वार्मअप थ्रो कर रहा था तो मेरे कोच ने कहा, आज वह दिन है जब मैं 90 मीटर थ्रो कर सकता हूं। मेरे 90 मीटर थ्रो के बाद भी उन्होंने मुझे कहा कि मैं दो-तीन मीटर और दूर तक थ्रो कर सकता हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘हवा निश्चित रूप से मदद करती है और मौसम थोड़ा गर्म है और इससे मदद मिलती है। यह साल की पहली प्रतियोगिता है इसलिए हर कोई लंबे समय के बाद एक नई मानसिकता के साथ आया था'' नीरज ने कहा, ‘‘मैंने जूलियन (वेबर) से भी कहा कि हम 90 मीटर थ्रो कर सकते हैं। मैं उसके लिए भी खुश हूं। हमने इतने वर्षों से 90 मीटर के थ्रो के लिए बहुत मेहनत की है और इसलिए हम खुश हैं। यह हमारे बीच अच्छी प्रतिस्पर्धा है और अगली प्रतियोगिता में हम एक-दूसरे को फिर से कड़ी टक्कर देंगे तथा और बेहतर थ्रो करेंगे।'' नीरज को मलाल है कि उन्होंने पहले भी जब राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा था तो उन्हें दो बार दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा पहले भी हुआ था। जब मैंने तुर्कू में 89 मीटर से अधिक की दूरी से राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था तो मैं दूसरे स्थान पर रहा था। स्टॉकहोम डाइमंड लीग में जब मैंने 89.94 मीटर का थ्रो किया तो मैं फिर से दूसरे स्थान पर रहा, यहां भी ऐसा ही हुआ।'' वेबर ने कहा कि उन्होंने कुछ अतिरिक्त नहीं किया लेकिन उन्हें लग रहा था कि वह यहां 90 मीटर का आंकड़ा पार कर सकते हैं। वेबर ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि यह कैसे हुआ। मेरे फिजियोथेरेपिस्ट की बदौलत मुझे बहुत अच्छी मालिश मिली। आज बहुत मजा आया। नीरज ने पहली बार 90 मीटर से अधिक का प्रयास किया और मैं अपने आखिरी थ्रो में उससे आगे निकल गया।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं उसके लिए बहुत खुश था। हम लंबे समय से 90 मीटर थ्रो के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे थे और हम दोनों ने आज इसे हासिल किया। इसलिए यह हमारे लिए बहुत खास था।'' वेबर 90 मीटर से अधिक का प्रयास करने वाले दुनिया के 26वें भाला फेंक खिलाड़ी बने। दो बार के विश्व चैंपियन और पेरिस ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स 84.65 मीटर के अपने शुरुआती थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे। -
नयी दिल्ली. हॉकी इंडिया ने अर्जेंटीना के रोसारियो में होने वाले आगामी चार देशों के टूर्नामेंट के लिए शनिवार को 24 सदस्यीय भारतीय जूनियर महिला टीम की घोषणा की जिसमें गोलकीपर निधि को कप्तान बनाया गया है जबकि हिना बानो उप-कप्तान होंगी। यह टूर्नामेंट 25 मई से दो जून तक खेला जाएगा जिसमें भारत और मेजबान अर्जेन्टीना के अलावा उरुग्वे और चिली की टीम हिस्सा लेंगी। दिसंबर में होने वाले जूनियर विश्व कप की तैयारी के हिस्से के रूप में भारतीय टीम प्रत्येक टीम के खिलाफ दो मैच खेलेगी जो उसे अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन करने, टीम संयोजन का आकलन करने और रणनीतियों को बेहतर करने में मदद करेगा। भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम के कोच तुषार खांडेकर ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘हम इस टीम से अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की पहचान करना चाहते हैं, विशेषकर जूनियर विश्व कप को देखते हुए जो सिर्फ छह महीने दूर है। यह दौरा खिलाड़ियों को बहुमूल्य अंतरराष्ट्रीय अनुभव प्रदान करेगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘दीर्घकाल में हम उन्हें सीनियर टीम में जगह बनाने के लिए भी तैयार कर रहे हैं। यह बदलाव तभी संभव है जब वे विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करें जो इस दौरे को बेहद महत्वपूर्ण बनाता है।'' टीम में दूसरे गोलकीपर के रूप में एंजिल हर्षा रानी मिंज शामिल हैं जबकि विद्याश्री वी को स्टैंडबाई रखा गया है। रक्षापंक्ति में ममिता ओरम, लालथंतलुआंगी, मनीषा, पूजा साहू, पार्वती टोपनो, नंदिनी और साक्षी शुक्ला को जगह मिली है। मिडफील्ड में प्रियंका यादव, अनीशा साहू, रजनी केरकेट्टा, बिनिमा धन, खैदेम शिलेमा चानू, संजना होरो, सुप्रिया कुजूर और प्रियंका डोगरा शामिल होंगी। हुडा खान और मुनमुनी दास को स्टैंडबाय मिडफील्डर के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। अग्रिम पंक्ति में हिना बानो, सोनम, सुखवीर कौर, गीता यादव, लालरिनपुई, कनिका सिवाच और करमनप्रीत कौर शामिल हैं। सेलेस्टिना होरो को स्टैंडबाय के रूप में नामित किया गया है। भारत का पहला मैच 25 मई को चिली से होगा।