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- दुबई. फिनिशर की भूमिका के लिए तैयारी कर रहे विकेटकीपर बल्लेबाज लोकेश राहुल ने बांग्लादेश के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी के अपने पहले मैच से पहले सोमवार को भारतीय टीम के दूसरे अभ्यास सत्र में अपने बड़े शॉट लगाने के कौशल पर काम किया। अपनी तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले राहुल ने आक्रामक शॉट खेलने पर ध्यान केंद्रित किया। ऋषभ पंत एकादश में जगह बनाने के लिए जोर लगा रहे हैं और ऐसे में 32 वर्षीय राहुल अधिक सक्रिय और पावर हिटिंग मानसिकता को अपनाते हुए दिखाई दिए। इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में 29 गेंद पर 40 रन की तेज पारी खेलने वाले राहुल को लगभग हर गेंद पर छक्के लगाने का अभ्यास करते हुए देखा गया। पांचवें या छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार राहुल की भूमिका अंतिम ओवरों में महत्वपूर्ण होगी जहां उन्हें शुरू से ही पारी को गति देने की जरूरत पड़ सकती है और उन्हें ‘रेंज हिटिंग' का अभ्यास करते हुए देखा जा सकता था। हालिया श्रृंखला में आक्रामक बल्लेबाजी करने वाले श्रेयस अय्यर ने भी अपने आक्रामक खेल पर काम किया।इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय 87, 60 और 112 रन बनाकर श्रृंखला के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बने सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल शानदार फॉर्म में दिखे और उन्होंने शानदार ड्राइव तथा पुल सहित कई शानदार स्ट्रोक लगाए। इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में 119 रन की शानदार पारी खेलकर फॉर्म में वापसी करने वाले भारत के कप्तान रोहित शर्मा भी लय में दिखे। उन्होंने लेट कट और टच शॉट का अभ्यास किया। भारतीय बल्लेबाजी के मुख्य आधार विराट कोहली ने भी अपने कौशल को निखारने में समय बिताया। वह गेंद को बल्ले के बीच से और देर से खेलने की कोशिश करते हुए आत्मविश्वास से भरे दिखे। हालांकि रविवार को ट्रेनिंग के दौरान हार्दिक पंड्या के शॉट पर घुटने पर चोट लगने के बाद ऋषभ पंत संघर्ष करते हुए दिखाई दिए। उन्हें थोड़ा लंगड़ाते हुए देखा गया। उन्होंने विकेटकीपिंग और क्षेत्ररक्षण अभ्यास नहीं किया और जब वह बल्लेबाजी करने आए तो लय में भी नहीं दिखे। सत्र की शुरुआत तीन टीम के बीच ‘डायरेक्ट हिट' प्रतियोगिता से हुई। रोहित की अगुआई वाली टीम तीन में पंड्या, अर्शदीप सिंह, रविंद्र जडेजा और श्रेयस थे। भारतीय कप्तान के निर्णायक थ्रो के बाद टीम विजयी हुई। टीम एक में गिल, मोहम्मद शमी, अक्षर पटेल, वरुण चक्रवर्ती और वाशिंगटन सुंदर जबकि टीम दो में कुलदीप यादव, राहुल, हर्षित राणा और कोहली शामिल थे।
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वडोदरा/ कप्तान एशले गार्डनर के हरफनमौला प्रदर्शन के दम पर गुजरात जाइंट्स ने महिला प्रीमियर लीग में रविवार को यूपी वारियर्स को छह विकेट से हरा दिया । गार्डनर ने 39 रन देकर दो विकेट लिये और उसके बाद 32 गेंद में 52 रन बनाये । यह उनका लगातार दूसरा अर्धशतक है जिसके दम पर गुजरात ने तीसरे सत्र में पहली जीत दर्ज की । उसे पहले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने हराया था । पहले गेंदबाजी करते हुए युवा स्पिनर प्रिया मिश्रा के तीन विकेट की मदद से गुजरात जाइंट्स ने यूपी वारियर्स को नौ विकेट पर 143 रन पर रोक दिया । मिश्रा ने चार ओवर में 25 रन देकर तीन विकेट लिये। कप्तान ने 39 रन देकर और डिएंड्रा डोटिन ने 34 रन देकर दो दो विकेट चटकाये । केशवी गौतम को एक विकेट मिला । जीत के लिये 144 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए गुजरात ने दो विकेट 22 रन पर गंवा दिये थे । यूपी वारियर्स ने दोनों छोर से स्पिनरों को गेंद सौंपी और गुजरात की सलामी बल्लेबाज बेथ मूनी और डी हेमलता सस्ते में आउट हो गई । इसके बाद गार्डनर ने लौरा वोल्वार्ट (22) के साथ 42 गेंद में 55 रन की साझेदारी की । गार्डनर ने क्रांति गौड़ को दो चौके लगाकर दबाव हटाया । इसके बाद साइमा ठाकोर को दो छक्के लगाये । वोल्वार्ट ने भी एक छक्का जड़ा और उस ओवर में 20 रन बने । गार्डनर ने अपनी पारी में पांच चौके और तीन छक्के लगाये । वह 12वें ओवर में ताहलिया मैकग्रा का शिकार हुई । इसके बाद हरलीन देयोल (34) और डोटिन (33) ने दो ओवर बाकी रहते गुजरात को जीत तक पहुंचाया ।
इससे पहले यूपी वारियर्स के लिये कप्तान दीप्ति शर्मा ने 27 गेंद में 39 रन बनाये जबकि उमा छेत्री ने 24 और श्वेता सहरावत ने 16 रन का योगदान दिया । अलाना किंग (19) और साइमा ठाकोर (15) ने 13 गेंद में 26 रन बनाये । किरण नवगिरे और वृंदा दिनेश ने कुछ अच्छे शॉट खेले लेकिन डोटिन और गार्डनर ने उन्हें सस्ते में आउट कर दिया । तीसरे ओवर में यूपी वारियर्स का स्कोर दो विकेट पर 22 रन था । नवगिरे को डोटिन ने पगबाधा आउट किया जबकि दिनेश को गार्डनर ने बोल्ड किया । छेत्री और दीप्ति ने पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन गुजरात के गेंदबाजों ने काफी किफायती गेंदबाजी की । पावरप्ले में स्कोर दो विकेट पर 41 रन था । इनकी 43 गेंद में 50 रन की साझेदारी को डोटिन ने तोड़ा जब उन्होंने छेत्री को आउट किया । इसके बाद मिश्रा ने तीन गेंद में दो विकेट लिये । उन्होंने आस्ट्रेलिया की ताहलिया मैकग्रा और ग्रेस हैरिस को पवेलियन भेजा । यूपी का स्कोर 11वें ओवर में पांच विकेट पर 78 रन था । सहरावत और दीप्ति ने वापसी की कोशिश की लेकिन गार्डनर ने शानदार कैच लपककर दीप्ति को पवेलियन भेजा । - हल्द्वानी/ एक सादगीपूर्ण लेकिन जीवंत समारोह के साथ 38वें राष्ट्रीय खेलों का शुक्रवार को समापन हो गया जिसमें मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दोहराया कि भारत 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा ने अगले मेजबान मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा को ध्वज सौंपने से पहले खेलों के समापन की घोषणा की। शाह ने अपने संबोधन में 2036 में ओलंपिक की मेजबानी के लिए भारत की दावेदारी का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैं आज यह कह सकता हूं कि खेलों में भारत का भविष्य बहुत उज्ज्वल है। हम 2036 में ओलंपिक की मेजबानी के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, जब यहां ओलंपिक होंगे तो हमारे खिलाड़ी पदक जीतेंगे और तिरंगे का परचम लहरायेंगे। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ओलंपिक 2036 के मेजबान पर फैसला अगले साल से पहले नहीं लेगी ।शाह ने यहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर में आयोजित समारोह में कहा, ‘‘देव भूमि न केवल राष्ट्रीय खेलों के कारण, बल्कि खेलों में अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन और खेलों की सफल मेजबानी के कारण खेल भूमि में बदल गई है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने यहां देखा कि राष्ट्रीय खेलों के दौरान बनाए गए कुछ रिकॉर्ड अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं। '' शाह और धामी के अलावा जिन अन्य प्रमुख व्यक्तियों ने समापन समारोह में भाग लिया उनमें केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया, मेघालय के मुख्यमंत्री कोंगकल संगमा, उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्य, दिग्गज मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम और ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज गगन नारंग शामिल हैं। शाह ने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में भारत खेलों में और प्रगति करेगा । उन्होंने खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई करते हुए कहा कि मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार देश में खेलों का इकोसिस्टम और विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार कर रही है । उन्होंने कहा ,‘‘जब मोदीजी 2014 में प्रधानमंत्री बने थे तब हमारा खेलों का बजट 800 करोड़ रूपये था जो अब 3800 करोड़ रूपये हो गया है । इससे साबित होता है कि मोदी सरकार खेलों को लेकर कितनी प्रतिबद्ध है ।'' उन्होंने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों ने 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में 15 पदक जीते थे लेकिन अब यह आंकड़ा 26 हो गया है । इसी तरह 2014 में एशियाई खेलों में 57 और 2023 में 107 पदक जीते । मांडविया ने कहा,, ‘‘उत्तराखंड ने देश को बताया है कि यह सिर्फ देवभूमि नहीं बल्कि खेलभूमि भी है। राज्य ने सुनिश्चित किया कि खेलों के दौरान किसी भी खिलाडी को कोई कठिनाई न हो। यह भारत के खेल केंद्र बनने की शुरुआत है।'' उन्होंने कहा, ‘‘यह 2036 तक भारत के ओलंपिक खेलों में शीर्ष 10 देशों में शामिल होने की शुरुआत है। देश में अब एक खेल पारिस्थितिकी तंत्र है। यह खेल सहित हर पहलू में आगे बढ़ रहा है।'' इस अवसर पर उषा ने कहा, ‘‘सफर यहीं खत्म नहीं होता, यह भारतीय खेलों के लिए सिर्फ शुरुआत है।यहां राष्ट्रीय खेलों की शुरुआत 28 जनवरी को हुई थी जिसमें सेना खेल संवर्धन बोर्ड (एसएससीबी) कुल 121 पदक (68 स्वर्ण, 26 रजत, 27 कांस्य) के साथ पिछले छह राष्ट्रीय खेल में पांचवीं बार पदक तालिका में शीर्ष पर रहा। महाराष्ट्र ने 198 (54 स्वर्ण, 71 रजत, 73 कांस्य) के साथ सेना से अधिक पदक जीते लेकिन कम स्वर्ण पदक जीतने के कारण वह दूसरे स्थान पर रहा। यहां तक कि हरियाणा को 153 (48 स्वर्ण, 47 रजत, 58 कांस्य) के साथ सेना से अधिक पदक मिले, लेकिन उसे तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। मेजबान उत्तराखंड 24 स्वर्ण, 35 रजत और 44 कांस्य सहित कुल 103 पदकों के साथ सातवें स्थान पर रहा।
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बेंगलुरू. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (आरसीबी) के टीम निदेशक मो बोबट का मानना है कि विराट कोहली को अगुआई के लिए ‘कप्तानी' की आवश्यकता नहीं है क्योंकि उनमें नेतृत्व करने की स्वाभाविक प्रवृत्ति है और इससे नए कप्तान रजत पाटीदार को फायदा होगा। पाटीदार को बृहस्पतिवार को आईपीएल 2025 से पहले आरसीबी का नया कप्तान नियुक्त किया गया। बोबट ने यहां मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘‘विराट एक विकल्प था (कप्तानी के लिए)। मुझे पता है कि पहली बार में प्रशंसक संभवत: विराट की ओर झुकते। लेकिन विराट के संदर्भ में मेरे कहना यह था कि नेतृत्व करने के लिए विराट को कप्तानी की जरूरत नहीं है।'' उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि हम सभी ने देखा है कि नेतृत्व करना उनकी सबसे मजबूत प्रवृत्तियों में से एक है। मुझे लगता है कि यह उनके अंदर स्वाभाविक रूप से आता है। वह हर परिस्थिति में नेतृत्व करते हैं। लेकिन हमने रजत के लिए भी बहुत प्यार देखा है।'' इंग्लैंड के पूर्व हाई परफोर्मेंस कोच ने कहा कि कोहली ने अपने प्रदर्शन से हमेशा मैदान पर एक मिसाल कायम की है। बोबट ने कहा, ‘‘वह एक उदाहरण के साथ नेतृत्व करते हैं। पिछले साल उन्होंने जितने रन बनाए और जिस स्ट्राइक रेट से रन बनाए वह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण था। मैदान में हर कोई जानता है कि उनके कारण उन्हें अपने स्तर के शीर्ष पर रहना होगा।'' बोबट ने कहा कि पाटीदार के लिए कोहली से सीखने का यह एक शानदार अवसर है। उन्होंने कहा, वह एक उदाहरण हैं। (मुख्य कोच) एंडी (फ्लावर) और मैं उन पर काफी निर्भर हैं। (पूर्व कप्तान) फाफ (डु प्लेसी) ने उन पर काफी भरोसा किया था। हमें पूरा यकीन है कि रजत भी उन पर काफी भरोसा करेंगे।'' बोबट ने कहा कि कोहली ने पाटीदार को कप्तान नियुक्त करने के फैसले का पूरा समर्थन किया है।
- नयी दिल्ली.अपने जमाने के दिग्गज ऑलराउंडर कपिल देव ने कहा कि जसप्रीत बुमराह जैसे अंतर पैदा करने वाले खिलाड़ी का चोट के कारण बाहर हो जाना किसी भी टीम के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। वर्ष 2024 में शानदार प्रदर्शन करने के कारण आईसीसी के टेस्ट और वर्ष का क्रिकेटर चुने गए बुमराह पीठ के निचले हिस्से में दर्द के कारण मंगलवार को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो गए। कपिल ने कहा , ‘‘जसप्रीत बुमराह ने पिछले दो वर्षों में शानदार प्रदर्शन करके अपनी विशिष्ट छाप छोड़ी है। मुझे नहीं लगता कि दुनिया के किसी अन्य तेज गेंदबाज ने उनकी तरह प्रभावशाली प्रदर्शन किया हो।'' उन्होंने कहा, ‘‘बुमराह, रविचंद्रन अश्विन, अनिल कुंबले, जहीर खान जैसे मैच विजेता खिलाड़ियों का चोटिल हो जाना किसी भी टीम के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। मैं यही उम्मीद करता हूं कि बुमराह जल्द से जल्द वापसी करें क्योंकि एक बड़ा खिलाड़ी हमेशा बड़ा खिलाड़ी ही रहता है।'' कपिल ने स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में चुने जाने के फैसले का समर्थन किया। उन्होंने कहा, ‘‘उसके पास योग्यता है और वह अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। जब भी कोई रहस्यमयी गेंदबाज टीम से जुड़ता है तो टीम पर उसका प्रभाव देखा जा सकता है। उसके लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि विरोधी टीम के बल्लेबाज उसकी गेंद को समझने और उन्हें खेलने में कितना समय लगाते हैं।'' कपिल ने कहा, ‘‘लेकिन पिछले एक या दो वर्षों में उसने जिस तरह का प्रदर्शन किया है वह शानदार है।''भारतीय क्रिकेट बोर्ड के कड़े निर्देश के कारण विराट कोहली और रोहित शर्मा को रणजी ट्रॉफी खेलनी पड़ी लेकिन कपिल को यह नागवार गुजरा। उन्होंने कहा,‘‘अगर आप विराट कोहली और रोहित शर्मा के 12 साल बाद रणजी ट्रॉफी में खेलने के बारे में पूछ रहे हैं कि क्या यह सही था। यह किसी भी तरह से अच्छा नहीं लगा। मेरे कहने का मतलब है कि अगर रोहित या कोहली रन बना रहे होते और भारत जीत हासिल करता तो क्या वे रणजी ट्रॉफी में खेलते। प्रदर्शन को मत देखिए व्यवस्था को मजबूत बनाईए।
- नयी दिल्ली. लक्ष्य ओलंपिक पोडियम कार्यक्रम (टॉप्स) के कोर ग्रुप में शामिल करने या उससे बाहर करने के लिए अब खिलाड़ियों का हर वर्ष मूल्यांकन किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को फायदा मिले। अभी तक खिलाड़ियों का प्रत्येक दो वर्ष में मूल्यांकन किया जाता था। यह निर्णय बुधवार को यहां मिशन ओलंपिक सेल की 153वीं बैठक में लिया गया जिसकी अध्यक्षता खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी ने की। कोर ग्रुप में शामिल 179 और डेवलपमेंट ग्रुप में शामिल 130 खिलाड़ियों की नई सूची भी तैयार की गई है। ओलंपिक में पदक जीतने की संभावना रखने वाले खिलाड़ियों को मदद पहुंचाने के लिए 2014 में टॉप्स की स्थापना की गई थी। मूल्यांकन प्रणाली को वार्षिक करने से 2028 में होने वाले ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को मदद मिलेगी। इस बीच मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी) के एक सूत्र ने बताया कि संन्यास ले चुके ओलंपियनों और कोचिंग देने के इच्छुक विश्व स्तरीय खिलाड़ियों के लिए बेहतर प्रोत्साहन राशि पर भी विचार किया जा रहा है। यह सुनिश्चित करने के लिए इस पर विचार किया जा रहा है कि वे देश के बाहर नौकरी के अवसरों की तलाश न करें। सूत्र ने कहा, ‘‘एमओसी को लगा कि केवल कुछ शीर्ष भारतीय खिलाड़ियों को कोच के रूप में नियुक्त किया गया है और उनका वेतन उनकी उपलब्धियों से मेल नहीं खाता है।'' एमओसी ने एथलेटिक्स, तीरंदाजी, बैडमिंटन, मुक्केबाजी, हॉकी, रोइंग, निशानेबाजी, टेबल टेनिस, स्क्वाश, भारोत्तोलन, कुश्ती और तैराकी जैसे 12 ओलंपिक खेलों में प्रगति की निगरानी के लिए उप-समितियों को भी अंतिम रूप दिया।
- अहमदाबाद. भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने बुधवार को स्पष्ट किया कि चैंपियंस ट्रॉफी में केएल राहुल टीम की पहली पसंद के विकेटकीपर होंगे और आक्रामक बल्लेबाज ऋषभ पंत को एक विकल्प के रूप में अंतिम एकादश में शामिल करने पर तुरंत विचार नहीं किया जाएगा। इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैच की वनडे श्रृंखला के लिए जिन खिलाड़ियों का चयन किया गया था उनमें केवल पंत ही ऐसे खिलाड़ी थे जिन्हें खेलने का मौका नहीं मिला। राहुल को पहले दो मैच में छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतारा गया जिसमें वह सहज नजर नहीं आ रहे थे। तीसरे मैच में वह अपने पसंदीदा पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे और उन्होंने 29 गेंद पर 40 रन का उपयोगी योगदान दिया। भारत ने यह मैच 142 रन से जीता। गंभीर ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘राहुल अभी हमारा नंबर एक विकेटकीपर है और अभी मैं इतना ही कह सकता हूं। ऋषभ पंत को मौका मिलेगा लेकिन अभी राहुल अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और हम दो विकेटकीपर बल्लेबाज के साथ नहीं खेल सकते।'' पांचवें नंबर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले राहुल की जगह पहले दो मैच में अक्षर पटेल को उतारने के अपने फैसले को सही ठहराते हुए गंभीर ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के बजाय टीम के हित महत्वपूर्ण होते हैं । उन्होंने कहा, ‘‘हम औसत और आंकड़ों पर गौर नहीं करते। हम यह देखते हैं कि कौन खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर सकता है।'' गंभीर ने इसके साथ ही सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल को चैंपियंस ट्रॉफी की टीम से बाहर करने के फैसले को भी सही बताया जिनकी जगह स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने ली है। उन्होंने कहा, ‘‘इसका एकमात्र कारण यह है कि हम विकेट हासिल करने वाले गेंदबाज के रूप में एक विकल्प चाहते थे और हम सभी जानते हैं कि वरुण चक्रवर्ती वह विकल्प हो सकते हैं। जायसवाल के सामने अभी लंबा भविष्य है और हम केवल 15 खिलाड़ियों का ही चयन कर सकते हैं।
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किंगदाओ (चीन). भारत ने अपने अभियान की शानदार शुरूआत करते हुए बैडमिंटन एशिया मिश्रित टीम चैम्पियनशिप में ग्रुप डी के शुरूआती मुकाबले में बुधवार को मकाऊ को 5 . 0 से हरा दिया । पिछले सत्र में दुबई में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम अब क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई है । दूसरे और आखिरी ग्रुप मैच में बृहस्पतिवार को उसका सामना कोरिया से होगा । मिश्रित युगल टीम सतीश कुमार करूणाकरण और राष्ट्रीय खेल स्वर्ण पदक विजेता आद्या वरियाथ ने लोक चोंग लियोंग और वेंग चि एंग के खिलाफ पहला मैच 21 . 10, 21 . 9 से जीता । पुरूष एकल में 2021 विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता लक्ष्य सेन ने पांग फोंग पुइ को 21 . 16, 21 . 12 से हराया । मालविका बंसोड ने महिला एकल में हाओ वाइ वान के खिलाफ 21 . 15, 21 . 9 से जीत दर्ज की । चिराग शेट्टी और एम आर अर्जुन ने पुरूष युगल मुकाबले में चिन पोन पुइ और कोक वेन वोंग को 21 . 15, 21 . 19 से हराया । महिला युगल में त्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद ने एंग वेंग चि और पुइ चि वा को 21 . 10, 21 . 5 से मात दी ।
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देहरादून. उत्तर प्रदेश के भाला फेंक खिलाड़ी सचिन यादव, हरियाणा की 18 साल की ऊंची कूद खिलाड़ी पूजा सिंह और हिमाचल प्रदेश के लंबी दूरी के धावक सावन बेरवाल ने बुधवार को यहां एथलेटिक्स प्रतियोगिता के अंतिम दिन राष्ट्रीय खेलों के नए रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीते। नीरज चोपड़ा और किशोर जेना जैसे स्टार खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में 25 साल के यादव ने अपने पांचवें और अंतिम प्रयास में भाले को 84.39 मीटर की दूरी तक फेंककर स्वर्ण पदक जीता। यादव ने 2015 में बनाए राजिंदर सिंह के 82.23 मीटर के राष्ट्रीय खेलों के पिछले रिकॉर्ड में सुधार किया। यादव ने अपनी स्पर्धा के बाद कहा, ‘‘मेरा लक्ष्य विश्व एथलेटिक्स का स्वत: पात्रता स्तर (85.50 मीटर) हासिल करना था लेकिन मैं इसमें चूक गया।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने लक्ष्य के करीब हूं और अगली प्रतियोगिता में 85.50 मीटर की दूरी हासिल करने में सक्षम होना चाहिए।'' यादव का 84.39 मीटर अब चोपड़ा (89.94 मीटर), जेना (87.54 मीटर), शिवपाल सिंह (86.23 मीटर) और देविंदर सिंह कांग (84.57 मीटर) के बाद किसी भारतीय के करियर का पांचवां सर्वश्रेष्ठ थ्रो है। भाला फेंक का रजत और कांस्य भी उत्तर प्रदेश के नाम रहा। रोहित यादव ने 80.47 मीटर के साथ दूसरा जबकि विकास शर्मा ने 79.33 मीटर से तीसरा स्थान हासिल किया। हरियाणा के फतेहाबाद जिले के एक राजमिस्त्री की बेटी पूजा ने 1.84 मीटर के प्रयास से 2023 सत्र में जीते महिलाओं की ऊंची कूद के स्वर्ण पदक को बरकरार रखा। उन्होंने 2022 में पश्चिम बंगाल की स्वप्ना बर्मन के 1.83 मीटर के राष्ट्रीय खेलों के पिछले रिकॉर्ड में सुधार किया। पूजा का निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1.85 मीटर है जो राष्ट्रीय अंडर-20 रिकॉर्ड भी है।
तमिलनाडु की गोबिका के (1.79 मीटर) ने रजत जबकि कर्नाटक की अभिन्या शेट्टी (1.77m) ने कांस्य पदक जीता। बेरवाल ने 13 मिनट 45.93 सेकेंड के साथ पुरुष 5000 मीटर दौड़ का स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने सेना के जी लक्ष्मणन के 2015 में बनाए 13 मिनट 50.05 सेकेंड के राष्ट्रीय खेलों के पिछड़ने रिकॉर्ड को बेहतर किया। यह बेरवाल का मौजूदा खेलों में दूसरा स्वर्ण और दूसरा राष्ट्रीय खेलों का रिकॉर्ड है। उन्होंने शनिवार को पुरुष 10 हजार मीटर स्पर्धा भी 28 मिनट 49.93 सेकेंड के राष्ट्रीय खेलो के रिकॉर्ड समय के साथ जीती थी। हरियाणा के गगन सिंह ने 14 मिनट 00.04 सेकेंड के साथ रजत पदक जीता जबकि मध्य प्रदेश के सुनील डावर ने 14 मिनट 01.33 सेकेंड के समय से कांस्य पदक हासिल किया। महिला 400 मीटर बाधा दौड़ में तमिलनाडु की विथ्या रामराज ने 58.11 सेकेंड के समय के साथ राष्ट्रीय खेलों का लगातार तीसरा स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने 2022 और 2023 में भी स्वर्ण पदक जीते थे। इस स्पर्धा का 55.42 सेकेंड का राष्ट्रीय रिकॉर्ड संयुक्त रूप से उनके और पीटी उषा के नाम है। पेरिस ओलंपिक में भारत की चार गुणा 400 मीटर रिले टीम का हिस्सा रहीं रामराज राष्ट्रीय खेलों में लगातार तीसरा स्वर्ण पदक जीतकर महिला 100 मीटर बाधा दौड़ की खिलाड़ी ज्योति याराजी और पुरुष 110 बाधा दौड़ के खिलाड़ी तेज शिरसे की सूची में शामिल हो गईं। पुरुष 400 मीटर बाधा दौड़ का स्वर्ण गुजरात के रुचित मोरी ने 50.97 सेकेंड के समय से जीता जबकि महिला गोला फेंक में पंजाब की जैस्मिन कौर ने 15.97 मीटर के प्रयास से शीर्ष स्थान हासिल किया। महिला 5000 मीटर की चैंपियन उत्तराखंड की अंकिता ध्यानी (15 मिनट 56.03 सेकेंड) बनीं जबकि चार गुणा 400 मीटर मिश्रित रिले में केरल ने तीन मिनट 25.35 सेकेंड के साथ बाजी मारी। - नयी दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह कमर की चोट के कारण आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो गए हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की। चयन समिति ने पाकिस्तान में 19 फरवरी से शुरू होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए बुमराह की जगह हर्षित राणा को टीम में शामिल किया है। चयनकर्ताओं ने वरुण चक्रवर्ती को भी टीम में शामिल किया है। वह यशस्वी जायसवाल की जगह लेंगे, जिन्हें शुरुआत में घोषित टीम में शामिल किया गया था। हाइब्रिड मॉडल समझौते के तहत भारत टूर्नामेंट के अपने सभी मुकाबले दुबई में खेलेगा।आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए घोषित भारतीय टीम में रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल (उप-कप्तान), विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेट कीपर), ऋषभ पंत (विकेट कीपर), हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, हर्षित राणा, मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह, रवींद्र जडेजा और वरुण चक्रवर्ती शामिल हैं।
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा के एक सोशल मीडिया पोस्ट को कोट करते हुए एक प्रेरणादायक संदेश दिया। नीरज चोपड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने पोस्ट में कहा था कि स्वस्थ रहने के लिए आपको एथलीट या फिटनेस उत्साही होने की आवश्यकता नहीं है। पोस्ट में नीरज ने एक लेख साझा किया था।
भारत को फिट बनाने के अभियान में पीएम मोदी का करें सहयोगनीरज चोपड़ा के इसी पोस्ट को कोट करते हुए पीएम मोदी ने एक्स पर कहा कि नीरज चोपड़ा द्वारा लिखा गया एक ज्ञानवर्धक और प्रेरक लेख, जो मोटापे से लड़ने और स्वस्थ रहने की आवश्यकता पर जोर देता है। इससे पहले नीरज चोपड़ा ने अपने एक्स अकाउंट पर एक लेख शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा था, “स्वस्थ रहने के लिए आपको एथलीट या फिटनेस उत्साही होने की आवश्यकता नहीं है। मोटापे के खिलाफ लड़ाई एक ऐसी चीज है जिसका हमें डटकर सामना करना होगा। आइए हम सब मिलकर भारत को फिट बनाने के माननीय पीएम नरेंद्र मोदी जी के सपने का समर्थन करें!”खेल और फिटनेस से आ सकता है बड़ा बदलावनीरज चोपड़ा ने अपने लेख में कहा था कि जब मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारत में मोटापे से लड़ने का आह्वान सुना, तो यह मेरे दिल को छू गया। मैं पहले से ही जानता था कि अधिक वजन होने से क्या संघर्ष होता है, इससे क्या कलंक लगता है और खेल और फिटनेस से क्या बड़ा बदलाव आ सकता है। मेरा खुद का सफर – एक अधिक वजन वाले बच्चे से लेकर ओलंपिक पोडियम तक – दृढ़ संकल्प, सही मानसिकता और अनुशासित दृष्टिकोण का परिणाम रहा है। अगर हमारे पास ये सभी दृष्टिकोण हैं, तो कोई भी बाधा पार कर सकते हैं।भारत के सभी आयु समूहों में मोटापे में हो रही वृद्धिनीरज ने आगे लिखा था कि मोटापा सिर्फ़ शारीरिक दिखावट से जुड़ा नहीं है, यह स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती से जुड़ा है। आज, भारत में सभी आयु समूहों में मोटापे में खतरनाक वृद्धि देखी जा रही है। बचपन में मोटापा एक गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है, क्योंकि ज़्यादा से ज़्यादा युवा लोग फास्ट फूड, स्क्रीन पर बहुत ज्यादा समय बिताने और शारीरिक गतिविधियों की कमी के कारण गतिहीन जीवनशैली अपना रहे हैं। इससे न सिर्फ उनके शारीरिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है, जिससे उनका आत्म-सम्मान कम होता है और मधुमेह और हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम बढ़ता है। -
मुंबई,। श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने सोमवार को यहां कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के लिए भारत को रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों से रनों की जरूरत होगी। उन्होंने साथ ही कहा कि इस प्रतियोगिता में उपमहाद्वीप की टीमों के पास अधिक संतुलित गेंदबाजी आक्रमण होगा। पाकिस्तान और दुबई में 19 फरवरी से शुरू होने वाले आठ देशों के टूर्नामेंट से पहले रोहित और कोहली की फॉर्म चर्चा का विषय बनी हुई है। रोहित ने रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ अपना 32वां एकदिवसीय शतक जड़कर फॉर्म में वापसी के संकेत दिए लेकिन कोहली नवंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट में नाबाद 100 रन बनाने के बाद से अब तक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।
मुरलीधरन ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से, क्योंकि वे विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं। हमेशा कहा जाता है कि कौशल स्थायी होता है (और) फॉर्म अस्थायी होती है। इसलिए वे फॉर्म में आ जाएंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘रोहित ने शतक बनाया है और विराट भी फॉर्म में आ जाएंगे। निश्चित रूप से, भारत की जीत के लिए उन्हें इस टूर्नामेंट में फॉर्म में होना चाहिए।'' मुरलीधरन ने कहा कि उपमहाद्वीप की टीमों के पास पाकिस्तान और यूएई की परिस्थितियों के लिए संतुलित आक्रमण होगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह (स्पिन गेंदबाजी) अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि पाकिस्तान में विकेट स्पिनरों के लिए मददगार होंगे, यहां तक कि यूएई में भी। मुझे लगता है कि स्पिनर इस टूर्नामेंट में बड़ी भूमिका निभाएंगे।'' मुरलीधरन ने कहा, ‘‘दुनिया में बहुत सारे अच्छे स्पिनर हैं क्योंकि अगर आप भारत को लें तो टीम में लगभग चार स्पिनर हैं और अगर आप अफगानिस्तान को देखें तो उनके पास भी अच्छा स्पिन आक्रमण है (और) यहां तक कि बांग्लादेश के पास भी। उपमहाद्वीप के हर देश में अच्छे स्पिनर हैं।'' मुरलीधरन ने कहा, ‘‘भारत के पास ऑलराउंड आक्रमण है क्योंकि उनके पास बहुत अच्छे स्पिनर और तेज गेंदबाज भी हैं। यहां तक कि पाकिस्तान के साथ भी ऐसा है। उपमहाद्वीप के देशों के पास इस तरह की खेल परिस्थितियों के लिए संतुलित आक्रमण है।'' -
देहरादून. मध्य प्रदेश के देव कुमार मीना ने सोमवार को यहां पुरुष पोल वॉल्ट में 5.32 मीटर के राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीता। एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं के तीसरे दिन आठ स्वर्ण पदक दांव पर लगे थे जिसमें से पंजाब ने तीन जीते जबकि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, सेना, तमिलनाडु और मेजबान उत्तराखंड के खाते में एक-एक स्वर्ण पदक आया। उन्नीस साल के देव ने 2023 के अपने खिताब का बचाव करते हुए स्वर्ण पदक जीता और एस शिवा के 5.31 मीटर के राष्ट्रीय रिकॉर्ड में भी सुधार किया जो उन्होंने गुजरात में 2022 राष्ट्रीय खेलों के दौरान बनाया था। इससे पहले देव का निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5.20 मीटर था जो उन्होंने पिछले साल पटना में इंडिया ओपन अंडर-23 प्रतियोगिता जीतने के दौरान बनाया था। तमिलनाडु के जी रीगन (पांच मीटर) ने रजत जबकि उत्तर प्रदेश के कुलदीप कुमार (पांच मीटर) ने कांस्य पकद जीता। उत्तर प्रदेश की अनुष्का यादव ने महिला तार गोला फेंक में खेलों के रिकॉर्ड 62.89 मीटर के प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले राष्ट्रीय खेलों का रिकॉर्ड उत्तर प्रदेश की तान्या चौधरी के नाम था जिन्होंने 62.47 मीटर के प्रयास से 2023 राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। सोमवार को तान्या 59.74 मीटर के प्रयास से दूसरे स्थान पर रहीं जबकि उत्तर प्रदेश की ही नंदिनी ने 58.89 मीटर के प्रयास से कांस्य पदक जीता। पुरुष गोला फेंक में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक पंजाब के तेजिंदर पाल सिंह तूर ने 19.74 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता। गत चैंपियन मध्य प्रदेश के समरदीप सिंह गिल (19.38 मीटर) और पंजाब के प्रभकृपाल सिंह (19.04 सेकेंड) ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते। रविवार को महिला 100 मीटर बाधा दौड़ का स्वर्ण पदक जीतने वाली आंध्र प्रदेश की ज्योति याराजी ने अपनी हीट 23.85 सेकेंड में जीतकर 200 मीटर फाइनल में जगह बनाई। सेना के सुमित कुमार ने आठ मिनट 46.26 सेकेंड के समय के साथ पुरुष 3000 मीटर स्टीपलचेज का स्वर्ण जीता जबकि गिटसन धर्मारे, आकाश बाबू, वासन और अश्विन कृष्णा की तमिलनाडु की चार गुणा 400 मीटर रिले टीम ने भी खिताब अपने नाम किया। महिला 3000 मीटर स्टीपलचेज में उत्तराखंड की अंकिता नौ मिनट 53.63 सेकेंड के साथ शीर्ष पर रहीं जबकि पंजाब की निहारिका वशिष्ठ ने 13.37 मीटर के प्रयास से महिला त्रिकूद का स्वर्ण पदक जीता। महिला चार गुणा 400 मीटर रिले का स्वर्ण पदक रमनदीप कौर, ट्विंकल चौधरी, किरणपाल कौर और रशदीप कौर की पंजाब की टीम के नाम रहा।
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नयी दिल्ली। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय में रविवार को यहां शतकीय पारी खेलकर लंबे समय से चली आ रही खराब लय को पीछे छोड़ते हुए चैंपियंस ट्रॉफी से पहले आत्मविश्वास हासिल करने में सफल रहे। इस शतकीय पारी के बाद रोहित दबाव से बाहर निकलने में सफल रहेंगे। जीत के लिए 305 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए रोहित ने 90 गेंद की पारी में 12 चौके और सात छक्के की मदद से 119 रन बनाये। भारतीय पारी के 26वें ओवर में आदिल राशिद की गेंद पर छक्के के साथ उन्होंने 76 गेंद में अपने करियर का 32वां वनडे शतक पूरा किया। शतक बनाने के बाद रोहित ने जब भारतीय ड्रेसिंग रूम की तरफ बल्ला उठा कर अभिवादन किया तो उनके चेहरे पर आत्मसंतुष्टि की झलक महसूस की जा सकती थी। एक अच्छा प्रदर्शन करने वाला कप्तान वह होता है जिसे ड्रेसिंग रूम में सम्मान मिलता है।
ऐसा नहीं है कि बल्ले से खराब प्रदर्शन के दौरान भारतीय टीम में रोहित का सम्मान कम हुआ हो लेकिन अपनी शर्तों पर खेलने वाले इस खिलाड़ी के लिए यह करियर का सबसे चुनौतीपूर्ण समय रहा। घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड श्रृंखला की शुरुआत के बाद से खराब प्रदर्शन के कारण रोहित का आत्मविश्वास भी डगमगा गया था। चेहरे पर मुस्कान रखने वाले और ड्रेसिंग रूम में अपने मजाकिया अंदाज के लिए जाने जाने वाले भारतीय कप्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने 17 से अधिक वर्षों में सबसे तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में उनके बल्ले से निकले छक्कों ने आलोचकों को काफी हद तक जवाब दे दिया। रोहित इस दौरान पुराने अंदाज में दिखे। वह पहले से मन बनाकर शॉट खेलने की जगह गेंद को उसकी ‘मैरिट' पर खेल रहे थे। साकिब महमूद, गुस एटकिंसन, जेमी ओवरटन ने भारतीय कप्तान को स्विंग से छकाने की कोशिश में फुल लेंथ से गेंदबाजी करने का फैसला किया लेकिन रोहित ने शानदार टाइमिंग के साथ गेंद पर प्रहार किया। पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता देवांग गांधी ने कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट में एक बोलचाल की भाषा है ‘लाइन से लाइन मिलाना या लाइन के पार मारना'। वह पिछली पारियों में गेंद को जोर से मारने की कोशिश कर रहा था। वह आज हर गेंद को टाइम कर रहा था। उसकी मानसिकता स्पष्ट थी और उसने अपने अनुभव का पूरा इस्तेमाल किया। रोहित ने इस पारी में 2023 विश्व कप के विपरित उसने आक्रमण किया और जरूरत पड़ने पर रक्षात्मक बल्लेबाजी भी की। उसने छक्के लगाकर स्ट्राइरेट को कम नहीं होने दिया। रोहित को पता था कि 20 गेंदों में 40 रन की आक्रामक पारी वनडे प्रारूप में शायद में पर्याप्त नहीं होगी। वह 2023 में विश्व कप के दौरान जोखिम वाले शॉट खेल सकते थे लेकिन लय में वापसी के लिए उनके उन्हें क्रीज पर समय बिताने की जरूरत थी। रोहित ने आखिरकार लंबे समय के बाद अपने अंदाज में बड़ी पारी खेली। -
कटक। कप्तान रोहित शर्मा (119 रन) के विस्फोटकीय शतक और शुभमन गिल (60 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 136 रन की साझेदारी से भारत ने रविवार को यहां दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में इंग्लैंड को चार विकेट से हराकर तीन मैच की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली। पिछले लंबे समय से रन बनाने के लिए जूझ रहे रोहित ने बल्लेबाजी के मुफीद पिच पर 26वें ओवर में आदिल राशिद की गेंद पर लांग ऑफ में खूबसूरत छक्का जड़कर वनडे में अपना 32वां सैकड़ा पूरा कर सुकून की सांस ली जो उनके चेहरे पर साफ दिख रहा था। इसके लिए उन्होंने 76 गेंद खेली जिसमें सात छक्के और नौ चौके जड़े थे। बाराबती स्टेडियम में बाएं हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 35 रन देकर तीन विकेट झटके जिससे भारत ने मध्य के ओवरों में अपनी पकड़ मजबूत करते हुए इंग्लैंड को 49.5 ओवर में 304 रन पर समेट दिया। फिर भारत ने रोहित की 12 चौके और सात छक्के जड़ित 90 गेंद की पारी से यह लक्ष्य 44.3 ओवर में छह विकेट पर 308 रन बनाकर हासिल कर लिया। चैंपियंस ट्रॉफी से पहले यह जीत भारत के लिए मनोबल बढ़ाने वाली होगी। रोहित ने श्रेयस अय्यर (44 रन) के साथ तीसरे विकेट के लिए 70 रन की भागीदारी निभाई। भारतीय कप्तान की पारी का अंत 30वें ओवर में लियाम लिविंगस्टोन की गेंद को ऊंचा खेलने की कोशिश में मिडविकेट पर आदिल राशिद को कैच देकर हुआ। तब टीम का स्कोर तीन विकेट पर 220 रन था। इसके बाद अक्षर पटेल (नाबाद 41 रन) और रविंद्र जडेजा (नाबाद 11 रन) ने आसानी से टीम तक पहुंचाया।
पिछले मैच में सस्ते में आउट हुए रोहित ने मैच में शुरू से ही आक्रामक होकर खेलने की रणनीति बनाई। उन्होंने दूसरे ही ओवर में गुस एटिकन्सन की गेंद को फ्लिक करते हुए मिडविकेट पर उठा दिया जो सीधा छक्के के लिए पहुंचा जिसका स्वागत दर्शकों ने खुशी से चिल्लाकर दिया। भारतीय कप्तान ने फॉर्म में वापसी करते हुए अगले ओवर में साकिब महमूद की गेंद को कवर के ऊपर छह रन के लिए भेज दिया। फिर पांचवें ओवर में भी रोहित ने महमूद की गेंद को छक्के के लिए भेजकर अपने इरादे जतला दिए। उन्होंने महज 30 गेंद में चार चौके और चार छक्के से अर्धशतक जड़ दिया। गिल ने 14वें ओवर में मार्क वुड की गेंद पर एक रन लिया जिससे दोनों के बीच 100 रन की साझेदारी पूरी हुई। अपनी रफ्तार से वुड हालांकि बल्लेबाजों को परेशान कर रहे थे लेकिन रोहित और गिल ने पूरी तरह दबदबा बनाये रखा। गिल ने अगले ओवर में आदिल राशिद पर एक रन लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया।
रोहित फिर से पुरानी लय में दिख रहे थे और उन्होंने तेजी से रन जुटाते हुए फिर एटकिन्सन पर लांग लेग पर छक्का जड़ दिया। इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने गेंदबाजी में बदलाव करते हुए जेमी ओवरटन (पांच ओवर में 27 रन देकर दो विकेट) को गेंदबाजी पर लगाया जिन्होंने आते ही बेहतरीन यॉर्कर पर गिल को बोल्ड कर दिया जिससे उनकी 52 गेंद की पारी का अंत हुआ जिसमें नौ चौके और एक छक्का शामिल था। अब विराट कोहली (05) क्रीज पर थे और दर्शकों का उत्साह देखने लायक था। इस स्टार ने संभलकर खेलने के बाद एक चौका जड़ा था लेकिन आदिल राशिद की गेंद पर बल्ला छुआ बैठे और मैदानी अंपायर ने नॉटआउट करार किया लेकिन रिव्यू लिए जाने के बाद अल्ट्राऐज में स्पाइक दिखने के बाद पवेलियन पहुंच गए। पहले वनडे में अर्धशतक जड़ने वाले श्रेयस अय्यर उतरे और अब 20 ओवर के बाद भारत का स्कोर दो विकेट पर 151 रन था। फ्लडलाइट की खराबी के कारण खेल लगभग 35 मिनट तक रोकना पड़ा। जब फ्लडलाइट खराब हुई तब मेजबान टीम ने बिना विकेट गंवाये 48 रन बना लिए थे।‘क्लॉक टॉवर' के पास लगी आठ फ्लडलाइट में से एक फेल हो गई जिससे खिलाड़ियों को मैदान से बाहर जाना पड़ा। इससे पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड ने डकेट, रूट और कप्तान जोस बटलर (34 रन) के योगदान से अच्छी नींव रखी। इंग्लैंड का स्कोर 35 ओवर में तीन विकेट पर 200 रन था जिससे लग रहा था कि टीम 330 से अधिक रन बनाने में सफल रहेगी। जडेजा ने आक्रामक बेन डकेट (65 रन) और क्रीज पर जम चुके जो रूट (69 रन) को आउट किया जिससे इंग्लैंड मजबूत शुरुआत को बड़े स्कोर तक नहीं बढ़ा सका। जडेजा की अनुशासित गेंदबाजी ने उनकी रन गति पर लगाम कसी। लियाम लिविंगस्टोन ने 32 गेंद में दो चौके और दो छक्के से 41 रन और आदिल राशिद ने पांच गेंद में 14 रन नहीं बनाए होते तो स्कोर यहां तक नहीं पहुंचता। -
रुद्रपुर (उत्तराखंड)। एशियाई खेलों की टीम स्पर्धा के स्वर्ण पदक विजेता तमिलनाडु के निशानेबाज पृथ्वीराज तोंडईमान ने रविवार को यहां राष्ट्रीय खेलों की पुरुष ट्रैप स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता जबकि मध्य प्रदेश की नीरू ढांडा महिला स्पर्धा में शीर्ष पर रहीं। तोंडईमान ने ट्रैप फाइनल में 42 का स्कोर बनाकर शीर्ष स्थान हासिल किया जबकि राजस्थान के अली अमन इलाही ने 41 के साथ रजत पदक जीता। उत्तराखंड के आर्यवंश त्यागी ने 29 के साथ कांस्य पदक प्राप्त किया। तोंडईमान 2023 में हांग्झोउ एशियाई खेलों में पुरुष ट्रैप टीम स्पर्धा में स्वर्ण जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। महिला वर्ग में मध्य प्रदेश की नीरू ढांडा ने 43 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता। दिल्ली की कीर्ति गुप्ता (42 अंक) से पहला स्थान हासिल करने से चूक गईं जबकि हरियाणा की आशिमा अहलावत (32 अंक) ने कांस्य पदक जीता।
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नयी दिल्ली। सरकार ने खेल मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में एक समिति गठित की है, जिसके तीन सदस्य ओलंपिक पदक विजेता खिलाड़ी होंगे। यह समिति प्रतिभाओं की पहचान करने और उन्हें निखारने, निष्पक्ष और पारदर्शी चयन सुनिश्चित करने, अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले एथलीटों के प्रदर्शन की निगरानी और कोच का मूल्यांकन करने के बारे में सलाह देगी। सत्रह सदस्यीय खेल विशेषज्ञ सलाहकार समिति की सदस्य प्रसिद्ध मुक्केबाज मैरी कॉम, टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस और बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल होंगी, जिन्होंने ओलंपिक पदक जीते हैं। केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे समिति की उपाध्यक्ष होंगी और खेल सचिव/संयुक्त सचिव संयोजक होंगे। खेल मंत्रालय के परिपत्र के अनुसार, समिति में सरकारी प्रतिनिधि और विभिन्न खेलों के सेवानिवृत्त प्रतिष्ठित एथलीट शामिल हैं। समिति के उद्देश्यों में प्रतिभाओं की पहचान करना और सब-जूनियर एवं जूनियर स्तर के एथलीटों के विकास के लिए प्रशिक्षण संबंधी सलाह देना, निष्पक्ष और पारदर्शी चयन सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय एथलीटों/टीमों के चयन पर नजर रखना शामिल है। इसके अलावा, समिति राष्ट्रीय शिविरों के दौरान कोचिंग सुविधाओं और राष्ट्रीय टीमों से जुड़े भारत/विदेशी प्रशिक्षकों के प्रदर्शन का निरीक्षण व विश्लेषण करेगी।
समिति के अन्य सदस्य हैं -- शाइनी अब्राहम (एथलेटिक्स), हीना सिद्धू (निशानेबाजी), मेजर जनरल वीके भट्ट (रोइंग), जफर इकबाल (हॉकी), पी के गर्ग (नौकायन), अरमांडो कोलाको (फुटबॉल), अशोक कुमार (कुश्ती), भानु सचदेवा (तैराकी), पारुल दानसुखभाई परमेर (पैरा बैडमिंटन), ‘टॉप्स' के सीईओ और साई (भारतीय खेल प्राधिकरण) में टीम प्रभाग के कार्यकारी निदेशक। विशेषज्ञ सलाहकार समिति के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के मकसद से निगरानी/पर्यवेक्षी गतिविधियों के लिए केवल विशेषज्ञ खिलाड़ियों/प्रशिक्षकों/अधिकारियों से बना एक खेल विशेषज्ञ पैनल भी गठित किया गया है। खेल विशेषज्ञ पैनल में भी 17 सदस्य हैं - डोला बनर्जी (तीरंदाजी), भैरवी नाइक (साइक्लिंग), मोहन उक्रापांडियन (वॉलीबॉल), अलका तोमर (कुश्ती), शिव सिंह (मुक्केबाजी), अश्विनी नचप्पा (एथलेटिक्स), रानी रामपाल (हॉकी), दीपक हुडा (कबड्डी), विजेंदर सिंह (मुक्केबाजी), आर राजन (बास्केटबॉल), सौरव घोषाल (स्क्वैश), कैवास बिलिमोरिया (जूडो), हंसा शर्मा (भारोत्तोलन), देवेन्द्र कुमार राठौड़ (जिमनास्टिक), देबाशीष विश्वास (पर्वतारोहण), राहुल चोकसी (मल्लखंब) और रचना शर्मा (एथलेटिक्स)। -
देहरादून. आंध्र प्रदेश की ज्योति याराजी और महाराष्ट्र के तेजस शिरसे ने रविवार को यहां राष्ट्रीय खेलों की एथलेटिक्स प्रतियोगिता के दूसरे दिन खेलों के रिकॉर्ड समय के साथ क्रमश: महिला 100 मीटर बाधा दौड़ और पुरुष 110 मीटर बाधा दौड़ में लगातार तीसरे स्वर्ण पदक जीते। अपने स्पर्धाओं में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक शिरसे और याराजी ने इससे पहले गुजरात और गोवा में हुए पिछले दो राष्ट्रीय खेलों में भी स्वर्ण पदक जीते थे। गत एशियाई चैंपियन और 2023 में हुए हांगझोउ एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता 25 साल की याराजी ने फाइनल में 13.10 सेकेंड के समय के साथ 13.22 सेकेंड के अपने पिछले राष्ट्रीय खेलों के रिकॉर्ड में सुधार किया जो उन्होंने 2023 में बनाया था। याराजी का राष्ट्रीय रिकॉर्ड 12.78 सेकेंड है।
पश्चिम बंगाल की मौमिता मंडल ने 13.36 सेकेंड के साथ रजत पदक अपने नाम किया जबकि तमिलनाडु की नित्या रामराज ने 13.60 सेकेंड के समय के साथ कांस्य पदक जीता। बाइस साल के शिरसे ने 13.65 सेकेंड के समय के साथ 13.71 सेकेंड के अपने राष्ट्रीय खेलों के पिछले रिकॉर्ड में सुधार करते हुए स्वर्ण पदक जीता। उनका राष्ट्रीय रिकॉर्ड 13.41 सेकेंड का है जो उन्होंने पिछले साल बनाया था। तमिलनाडु के मानव राजनारायणन ने 14.03 सेकेंड के साथ रजत जबकि केरल के मुहम्मद लजान ने 14.23 सेकेंड के समय के साथ कांस्य पदक जीता। -
हैम्बर्ग (जर्मनी). विश्व चैंपियन डी गुकेश दो बाजियों के क्वार्टर फाइनल में फाबियानो करुआना से भिड़ेंगे क्योंकि अमेरिकी खिलाड़ी ने अनूठे प्रारूप वाले फ्रीस्टाइल शतरंज ग्रैंड स्लैम में मुकाबले के लिए भारतीय खिलाड़ी को चुना है। गुकेश ने 10 प्रतिभागियों के बीच आठवें स्थान पर रहते हुए नॉकआउट चरण में जगह बनाई। स्लोवेनिया के व्लादिमीर फेदोसेव और अमेरिका के लेवोन अरोनियन नॉकआउट में जगह बनाने में नाकाम रहे। रेपिड शतरंज नियमों के तहत खेले गए राउंड रोबिन चरण के बाद फेदोसेव और अरोनियन अंतिम दो स्थान पर रहे थे। फ्रांस के अलीरेजा फिरोजा ने अंतिम दौर में शीर्ष पर चल रहे उज्बेकिस्तान के जावोखिर सिंदारोव को हराकर अंक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया। टूर्नामेंट के नियमों के अनुसार राउंड रोबिन के बाद शीर्ष तीन खिलाड़ियों को क्वार्टर फाइनल में अपने विरोधियों को तय करने का अधिकार है। फिरोजा ने अंतिम आठ में अपने प्रतिद्वंद्वी के रूप में जर्मनी के विन्सेंट केमर को चुना जबकि सिंदारोव ने अमेरिका के हिकारू नाकामुरा को चुनकर सभी को चौंका दिया। करुआना ने गुकेश को चुना। एक अन्य मुकाबला नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन और उज्बेकिस्तान के नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव के बीच होगा।
नॉकआउट एक अलग प्रारूप होगा और क्लासिकल शतरंज नियमों के तहत खेला जाएगा।
इस प्रारूप में बाजी की शुरुआत से ठीक पहले मोहरों की स्थिति बदल दी जाती है और बाजी शुरू करने के कौशल के बजाय वास्तविक शतरंज कौशल की परीक्षा होती है। मोहरों को रखने के 960 अलग-अलग तरीके हैं इसलिए यह प्रारूप अब तक ‘शतरंज 960' के नाम से लोकप्रिय है। प्रत्येक नॉकआउट में दो बाजियां होंगी और टाई होने पर विजेता का निर्धारण करने के लिए कम अवधि की बाजियां खेली जाएंगी। इस टूर्नामेंट की कुल इनामी राशि 7,50,000 अमेरिकी डॉलर है जिसमें से दो लाख डॉलर विजेता को मिलेंगे। इस साल अब तक पांच टूर्नामेंट की घोषणा की जा चुकी है और शीर्ष तीन पर रहने वाले खिलाड़ियों के लिए डेढ़ लाख डॉलर, एक लाख डॉलर और 50 हजार डॉलर का अतिरिक्त बोनस -
नयी दिल्ली. महान स्पिनर आर अश्विन ने भारत और न्यूजीलैंड को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए सबसे मजबूत टीमें करार देते हुए कहा कि मुख्य खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया को हल्के में नहीं लिया जा सकता है क्योंकि बड़ी प्रतियोगिताओं में यह टीम अपने खेल के शीर्ष पर होती है। आईसीसी का यह प्रमुख टूर्नामेंट 19 फरवरी को पाकिस्तान में शुरू होगा लेकिन भारत अपने सभी मैच हाइब्रिड मॉडल के तहत दुबई में खेलेगा। अश्विन ने अपने ‘यूट्यूब चैनल' पर कहा, ‘‘भारत को दुबई में घरेलू माहौल जैसे मैदान पर खेलने का फायदा मिलेगा। भारत का सामना करने वाली टीमों को लगेगा कि वे भारतीय परिस्थितियों में ही खेल रहे हैं। यह निश्चित रूप से अन्य टीमों के लिए एक समस्या है।'' अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई वर्षों के अंतराल के बाद त्रिकोणीय श्रृंखला की वापसी हुई और अश्विन का मानना है कि भारतीय टीम को भी चैंपियंस ट्रॉफी की बेहतर तैयारी के लिए इंग्लैंड के खिलाफ द्विपक्षीय श्रृंखला के बजाय त्रिकोणीय टूर्नामेंट में खेलना चाहिए था। भारत के इस पूर्व स्पिनर ने कहा, ‘‘इंग्लैंड के खिलाफ खेलकर क्या चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत की तैयारी पर्याप्त होगी? क्या हमें त्रिकोणीय श्रृंखला भी खेलनी चाहिए थी? पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका पाकिस्तान की परिस्थितियों में खेल रहे हैं, जिससे उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी में मदद मिलेगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने इस बड़े टूर्नामेंट से पहले सिर्फ इंग्लैंड के खिलाफ खेला है। दुबई में पिछली बार टी20 विश्व कप को लेकर हमारे पास सुखद यादें नहीं है। दुबई में टॉस वास्तव में महत्वपूर्ण हो जाता है। मुझे लगता है कि टॉस जीतना महत्वपूर्ण होगा।'' अश्विन ने कहा कि ट्रेंट बोल्ट और टिम साउदी की गैरमौजूदगी में भी न्यूजीलैंड भारत के लिए मुश्किल चुनौती पेश करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘भारत के बाद, न्यूजीलैंड चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे मजबूत टीमों में से एक है। साउदी और बोल्ट जैसे खिलाड़ी नहीं खेल रहे हैं इसलिए उनके गेंदबाजी आक्रमण पर सवालिया निशान है। मैट हेनरी के साथ टीम में कौन होगा? क्या यह विल ओ-राउरकी होंगे, जो अगली पीढ़ी का चैंपियन बनने की क्षमता रखते हैं। क्या यह बेन सीयर्स होंगे? '' उन्होंने कहा, ‘‘ न्यूजीलैंड के पास माइकल ब्रेसवेल और ग्लेन फिलिप्स के साथ एक अनुभवी स्पिन आक्रमण है। यह देखना होगा कि कप्तान मिचेल सेंटनर अपने संसाधनों को किस तरह से इस्तेमाल करते है। न्यूजीलैंड निश्चित रूप से एक मजबूत टीम है। वे भारत को चुनौती देने वालों में से एक हैं।'' अश्विन ने कहा कि आईसीसी टूर्नामेंटों में ऑस्ट्रेलिया हमेशा एक मजबूत टीम रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘ कप्तान के रूप में स्टीव स्मिथ शानदार है। स्मिथ चैंपियंस ट्रॉफी में टीम की कप्तानी करने जा रहे हैं। क्या स्मिथ, हेड, मैक्सवेल और लाबुशेन ने टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचा पायेंगे? मेरा हमेशा से मानना है कि ऑस्ट्रेलिया एक चैंपियन टीम है जो हमेशा प्रमुख टूर्नामेंटों में अपने खेल के शीर्ष पर होती है। उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजी विभाग में कुछ समस्याएं हैं, ऐसे में टीम का प्रदर्शन काफी हद तक स्मिथ की फॉर्म और कप्तानी पर निर्भर करेगा।'' नियमित कप्तान पैट कमिंस और जोश हेजलवुड चोटों के कारण गुरुवार को चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो गए। टीम को मिचेल मार्श की सेवाएं भी नहीं मिलेगी। वह पीठ की चोट से जूझ रहे हैं और 31 जनवरी को टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे। मार्कस स्टोइनिस एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर चुके हैं।
- नयी दिल्ली। यूपी वारियर्स ने रविवार को अनुभवी ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा को डब्ल्यूपीएल 2025 के लिए कप्तान नियुक्त किया क्योंकि नियमित कप्तान एलिसा हीली पैर की चोट के कारण लीग से बाहर हो गई हैं। वारियर्स को उम्मीद है कि दीप्ति डब्ल्यूपीएल 2024 में अपने शानदार प्रदर्शन को दोहराएगी जिसमें उसने आठ पारियों में 136.57 के स्ट्राइक रेट और 98.33 की औसत से 295 रन बनाए थे। दीप्ति ने अपनी ऑफ स्पिन से 7.23 की इकॉनमी रेट से 10 विकेट भी लिए थे। 27 वर्षीय दीप्ति को कप्तानी का भी अनुभव है, उन्होंने घरेलू मैचों में बंगाल और पूर्वी क्षेत्र का नेतृत्व किया है। दीप्ति ने डब्ल्यूपीएल से पहले महिला टी20 चैलेंज में वेलोसिटी का भी नेतृत्व किया था। डब्ल्यूपीएल में भी वह उत्तर प्रदेश की टीम के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है, उसने 16 पारियों में 385 रन बनाए हैं और 19 विकेट लिए हैं। हालांकि वॉरियर्स को इस दौर की बेहतरीन महिला बल्लेबाज हीली की कमी खलेगी। डब्ल्यूपीएल में उन्होंने 17 मैचों में 428 रन बनाए हैं। वॉरियर्स ने इस सत्र के लिए हीली की जगह वेस्टइंडीज की ऑलराउंडर चिनेल हेनरी को टीम में शामिल किया है।
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देहरादून. पश्चिम बंगाल के उभरते हुए तीरंदाज जुयेल सरकार ने चार बार के ओलंपियन तरुणदीप राय को हराकर रिकर्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया जबकि अनुभवी दीपिका कुमारी ने बृहस्पतिवार को 38वें राष्ट्रीय खेलों में महिलाओं के वर्ग का स्वर्ण पदक जीता। तीरंदाजी प्रतियोगिता के छठे और अंतिम दिन झारखंड और महाराष्ट्र ने दो-दो स्वर्ण पदक जीते जबकि पश्चिम बंगाल ने एक पदक जीता। पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली दीपिका ने व्यक्तिगत और टीम स्पर्धा में एक-एक स्वर्ण पदक जीता। मालदा के 18 वर्षीय जुयेल ने सेमीफाइनल में सिक्किम के 40 वर्षीय राय को 6-2 से हराया और फिर फाइनल मुकाबले में सेना के इंद्र चंद इंद्र को 6-4 से हराकर शीर्ष सम्मान हासिल किया। एशियाई खेल 2010 के रजत पदक विजेता राय ने हालांकि तीसरे स्थान के प्लेऑफ में सेना के राहुल को 6-2 से हराकर कांस्य पदक जीता। 30 वर्षीय दीपिका को बिहार की अंकिता को 6-4 से हराने और झारखंड के लिए स्वर्ण पदक जीतने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी जबकि उनकी राज्य की साथी कोमलिका बोरो ने कांस्य पदक जीता। दीपिका, कोमलिका, अंकिता भक्त और तमन्ना वर्मा की झारखंड की महिला टीम अपना जादू नहीं दिखा सकी और एकतरफा फाइनल में महाराष्ट्र से 0-6 से हार गई। हरियाणा ने महिला टीम का कांस्य पदक जीता। गोल्डी मिश्रा, श्रेय भारद्वाज, विष्णु चौधरी और गुरुचरण बेसरा की झारखंड की पुरुष रिकर्व टीम ने रोमांचक फाइनल में उत्तर प्रदेश को 5-4 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। सेना को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। शुकमणी गजानन बाबरेकर और गाथा आनंदराव खडके की महाराष्ट्र की जोड़ी ने रिकर्व मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।
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नई दिल्ली। बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा गुरुवार को तीनों प्रारूपों में 600 अंतरराष्ट्रीय विकेट तक पहुंचने वाले केवल पांचवें भारतीय गेंदबाज बन गए। ऑलराउंडर ने नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ गुरुवार को पहले वनडे में यह उपलब्धि हासिल की।
जडेजा भारतीय गेंदबाजों के एक एलीट क्लब का हिस्साजडेजा ने मैच में अपना तीसरा विकेट लेकर यह उपलब्धि हासिल की, उन्होंने नौ ओवर में 3-26 के आंकड़े के साथ इंग्लैंड को 47.4 ओवर में 248 रन पर समेट दिया। जडेजा अब भारतीय गेंदबाजों के एक एलीट क्लब का हिस्सा हैं, जिन्होंने 600 विकेट का आंकड़ा पार कर लिया है, जो अनिल कुंबले (953), रविचंद्रन अश्विन (765), हरभजन सिंह (707) और कपिल देव (687) के सम्मानित रैंक में शामिल हो गए हैं।इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में जडेजा का प्रदर्शनजडेजा ने 15वें ओवर में आक्रमण में आने के तुरंत बाद सतह से तेज टर्न लेते हुए प्रभाव डाला। जडेजा से पहले अक्षर पटेल ने गेंदबाजी की, लेकिन वनडे सीरीज के पहले मैच में बाएं हाथ के स्पिनरों की जंग में जडेजा का अनुभव निर्णायक साबित हुआ। जडेजा ने मैच का अपना पहला विकेट जो रूट को तेज गेंद पर एलबीडब्लू आउट करके हासिल किया। इसके बाद उन्होंने जैकब बेथेल को आउट करके अहम सफलता हासिल की, जिन्होंने 51 रन बनाए थे। उनका आखिरी विकेट आदिल राशिद को क्लीन बोल्ड करके आया, जिससे उनका स्पैल शानदार रहा।अलग-अलग प्रारुपों में जडेजा का प्रदर्शन2009 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद से जडेजा तीनों प्रारूपों में भारत के पसंदीदा खिलाड़ी रहे हैं। गेंदबाज, बल्लेबाज और क्षेत्ररक्षक के रूप में उनकी बहुमुखी प्रतिभा ने उन्हें पिछले कुछ वर्षों में एक सच्चा मैच विजेता बना दिया है। सभी प्रारूपों में उनके आंकड़े उनकी हरफनमौला प्रतिभा के बारे में बहुत कुछ बताते हैं। टेस्ट में जडेजा ने 3,370 रन के साथ 323 विकेट लिए हैं। वनडे में उन्होंने 198 मैचों में 223 विकेट लिए हैं, जिसमें दो बार पांच विकेट लेने का कारनामा भी शामिल है। पिछले साल भारत द्वारा 2024 टी20 विश्व कप का खिताब जीतने के बाद जडेजा ने टी20 से संन्यास ले लिया था।200 से अधिक वनडे विकेट के साथ जडेजा यह उपलब्धि हासिल करने वाले सात भारतीय गेंदबाजों में शामिल हैं, जिनमें अनिल कुंबले, कपिल देव, जवागल श्रीनाथ, जहीर खान, अजीत अगरकर और हरभजन सिंह शामिल हैं। -
नई दिल्ली। रविंद्र जडेजा और डेब्यूडेंट हर्षित राणा की शानदार गेंदबाजी के बाद शुभमन गिल के धैर्यपूर्ण अर्धशतक के दम पर भारत ने गुरुवार को नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले गए पहले वनडे मैच में इंग्लैंड को चार विकेट से हरा दिया।
इंग्लैंड की पूरी टीम 248 रन पर सिमटीटॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की पूरी टीम 47.4 ओवर में 248 रन पर सिमट गई। इसके बाद गिल (87) और श्रेयस अय्यर (59) के बीच 96 तथा गिल और अक्षर पटेल (52) के बीच 108 रनों की साझेदारी से भारत ने महज 38.4 ओवर में 251/6 रन बनाकर चार विकेट से जीत दर्ज की।लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को ओपनर यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा के रूप में दो शुरुआती झटके लगे। पांचवें ओवर में जायसवाल (15) को जोफ्रा आर्चर ने विकेट के पीछे कैच कराया। अगले ओवर में रोहित शर्मा (2) साकिब महमूद की गेंद पर लिवंगस्टोन को कैच दे बैठे। उस समय भारत का स्कोर 5.2 ओवर में 19 रन था।गिल, अय्यर और अक्षर पटेल ने संभाली पारीइसके बाद गिल ने अय्यर के साथ 64 गेंदों में 96 रनों की साझेदारी की। गिल एक छोर थामे रहे जबकि दूसरे छोर से अय्यर ने मात्र 36 गेंद पर 59 रनों की आतिशी पारी में दो छक्के और नौ चौके लगाए। अय्यर को जैकब बेथेल ने एलबीडब्ल्यू आउट किया, तब तक टीम 16 ओवर में 113 रन बना चुकी थी।अय्यर के बाद बल्लेबाजी करने आए अक्षर पटेल (52) ने समझदारी से खेलते हुए इंग्लैंड के गेंदबाजों के खूब पसीने छुड़ाए और गिल के साथ 108 रन जोड़े। आदिल राशिद की गेंद पर बोल्ड होने से पहले 47 गेंद की अपनी पारी में उन्होंने एक छक्का और छह चौके लगाए। भारत का चौथा विकेट 34वें ओवर में 221 रन पर गिरा, लेकिन तब तक मैच पूरी तरह से इंग्लैंड से दूर जा चुका था।इसके बाद भारत ने केएल राहुल (2) और शुभमन गिल के विकेट जल्दी-जल्दी गंवा दिए। गिल महमूद की शॉर्ट गेंद को खेलते हुए बटलर को ऊंचा कैच दे बैठे। हार्दिक पांड्या (9) और रविंद्र जडेजा (12) ने नाबाद रहते हुए टीम को जीत दिला दी।हर्षित राणा और ऑलराउंडर जडेजा ने तीन-तीन विकेट चटकाएजडेजा ने 39वें ओवर में महमूद की पहली गेंद पर दो रन बनाए। अगली गेंद पर चौका लगाया। तीसरी गेंद पर कोई रन नहीं बना। चौथी गेंद पर एक और चौका लगाकर उन्होंने बिना कोई और विकेट गंवाए भारत की जीत सुनिश्चित की। महमूद और राशिद के खाते में दो-दो विकेट आए जबकि आर्चर और बेथेल को एक-एक विकेट मिला।इंग्लैंड की पारी में डेब्यूटेंट हर्षित राणा और ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने तीन-तीन विकेट चटकाए, जिससे भारत ने गुरुवार को विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन (वीसीए) स्टेडियम में तीन मैचों की सीरीज के पहले वनडे में इंग्लैंड को 47.4 ओवरों में 248 रन पर समेट दिया।अपने डेब्यू मैच में फिल साल्ट द्वारा एक ओवर में 26 रन लुटाने के बाद राणा ने जोरदार वापसी करते हुए 53 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जडेजा ने 26 रन देकर तीन विकेट झटके। भारत ने एक बार फिर घरेलू मैदान पर अपनी गेंदबाजी का जलवा दिखाया और जोस बटलर (52) और जैकब बेथेल (51) के जुझारू अर्धशतकों के बावजूद इंग्लैंड को बड़े स्कोर तक पहुंचने से रोक दिया। शुभमन गिल को प्लेयर ऑफ द मैच के पुरस्कार से नवाजा गया।संक्षिप्त स्कोरभारत 38.4 ओवर में 251/6 (शुभमन गिल 87, श्रेयस अय्यर 59, अक्षर पटेल 52; साकिब महमूद 2-47, आदिल राशिद 2-49)इंग्लैंड 47.4 ओवर में 248 रन पर ऑल आउट (जोस बटलर 52, जैकब बेथेल 51; रवींद्र जडेजा 3-26, हर्षित राणा 3-53) -
नागपुर. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने भविष्य के बारे में अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसे समय में उनके करियर के बारे में बात करना अप्रासंगिक है जब उनका ध्यान इंग्लैंड के खिलाफ तीन एकदिवसीय मुकाबलों और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी पर है। भारत 19 फरवरी से शुरू हो रही चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारी इंग्लैंड के खिलाफ तीन एकदिवसीय मैच की श्रृंखला के साथ करेगा जिसका पहला मैच बृहस्पतिवार को यहां खेला जाएगा। रोहित ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘जब तीन एकदिवसीय और चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होना है तो मेरे लिए अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करना कितना प्रासंगिक है। (मेरे भविष्य पर) खबरें कई वर्षों से चल रही हैं और मैं उन खबरों पर स्पष्टीकरण देने के लिए यहां नहीं हूं।'' भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मेरे लिए तीन मैच (इंग्लैंड के खिलाफ) और चैंपियंस ट्रॉफी बहुत महत्वपूर्ण हैं। मेरा ध्यान इन मुकाबलों पर है और मैं देखूंगा कि इसके बाद क्या होता है।'' रोहित पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं और ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उन्होंने पांच पारियों में 6.20 की औसत से केवल 31 रन बनाए। इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह निकट भविष्य में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बारे में नहीं सोच रहे हैं लेकिन ऐसी खबरें हैं कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने उनसे चैंपियंस ट्रॉफी के बाद अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में बताने को कहा है। भारत अब एकदिवसीय क्रिकेट खेलेगा जिस प्रारूप में रोहित को सबसे अधिक सफलता मिली है। कप्तान ने जोर देकर कहा कि अतीत पर ध्यान देने के बजाय भविष्य की प्रतियोगिताओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। रोहित ने कहा, ‘‘यह एक अलग प्रारूप है, अलग समय है। क्रिकेटरों के रूप में उतार-चढ़ाव आएंगे और मैंने अपने करियर में इनका बहुत सामना किया है। यह मेरे लिए कोई नई बात नहीं है। हम जानते हैं कि हर दिन एक नया दिन होता है, हर श्रृंखला एक नई श्रृंखला होती है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं चुनौती का इंतजार कर रहा हूं, ना कि अतीत में क्या हुआ है इस पर ध्यान दे रहा हूं। मेरे लिए पीछे मुड़कर देखने का कोई कारण नहीं है।'' रोहित ने कहा, ‘‘यह महत्वपूर्ण है कि मैं इस बात पर ध्यान केंद्रित करूं कि आगे क्या होने वाला है और मेरे लिए आगे क्या है। इस श्रृंखला को शानदार तरीके से शुरू करने की कोशिश करूंगा।'' भारत ने 2023 विश्व कप में अपने दबदबे के बाद से केवल दो एकदिवसीय श्रृंखलां खेली हैं जो दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के खिलाफ हुईं। रोहित ने कप्तान में भारत ने आक्रामक क्रिकेट खेलते हुए विश्व कप में सिर्फ एक मैच गंवाया था जो फाइनल था। रोहित ने कहा, ‘‘हम एक खास शैली और ब्रांड की क्रिकेट खेलना चाहते हैं। चाहे इसका मतलब विश्व कप में हमने जो किया, उसे दोहराना हो, हम ऐसा करने की कोशिश करेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन विश्व कप डेढ़ साल पहले हुआ था इसलिए हमें फिर से संगठित होने और यह आकलन करने की ज़रूरत है कि इस श्रृंखला के लिए क्या जरूरी है।'' रोहित ने कहा कि एकदिवसीय प्रारूप में टीम के विकेटकीपर के रूप में लोकेश राहुल और ऋषभ पंत में से किसी एक को चुनना सिरदर्दी होगी लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि पंत के अपनी भूमिका बरकरार रखने की संभावना है। राहुल ने 2023 विश्व कप के दौरान पंत की अनुपस्थिति में विकेटकीपिंग की थी और उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था। रोहित ने कहा, ‘‘राहुल पिछले कई वर्षों से एकदिवसीय प्रारूप में हमारे लिए विकेटकीपिंग कर रहे हैं और उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। अगर आप पिछले 10-15 वनडे देखें तो उन्होंने वही किया है जिसकी टीम को उनसे अपेक्षा थी।'' उन्होंने कहा, ‘‘ऋषभ भी मौजूद हैं। हमारे पास उनमें से किसी एक को खिलाने का विकल्प है। दोनों ही अपने दम पर मैच जिताने की क्षमता रखते हैं।'' भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘यह अच्छी सिरदर्दी होगी कि राहुल या ऋषभ में से किसको खिलाएं। लेकिन अतीत के प्रदर्शन को देखते हुए, निरंतरता बनाए रखना भी हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।