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अहमदाबाद. भारत के स्टार हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या का मानना है कि उनमें दबाव झेलने की क्षमता विकसित हो गई है और उन्हें टीम के लिए महान महेंद्र सिंह धोनी की तरह भूमिका निभाने में कोई परेशानी नहीं है। इस 29 साल के ऑलराउंडर को आतिशी बल्लेबाजी के जाना जाता है लेकिन हाल में श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखलाओं में टीम की अगुवाई करने वाले इस खिलाड़ी ने कहा कि उन्होंने पारी को संभालना सीख लिया है। पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के बाद के चरण में ऐसी भूमिका निभाया करते थे।
न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय में 168 रन की जीत के साथ श्रृंखला को 2-1 से अपने नाम करने वाले भारतीय कप्तान ने कहा, मुझे दूसरे तरीके से जिम्मेदारी लेनी है। जहां मैं हमेशा साझेदारी में विश्वास करता हूं। मैं अपनी टीम और दूसरे अधिक भरोसा और आश्वासन देना चाहता हूं कि कम से कम मैं वहां मौजूद हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैंने इस टीम (टी20 अंतरराष्ट्रीय) में शामिल अन्य खिलाड़ियों के मुकाबले अधिक क्रिकेट खेला है। ऐसे में अनुभव से मैंने दबाव को झेलने के साथ यह सुनिश्चित करना सीखा है कि हर परिस्थिति मे टीम में माहौल शांत रहे।'' धोनी को उनके शांत व्यवहार के लिए जाना जाता है और हार्दिक का मानना है कि अब यह उनकी जिम्मेदारी है कि वे एक बल्लेबाज के रूप में दिग्गज विकेटकीपर की जगह लें। वह इस भूमिका को निभाने के लिए अपने स्ट्राइक-रेट को कम करने लिए तैयार हैं। हार्दिक ने कहा, ‘‘इस तरह, शायद मुझे अपना स्ट्राइक रेट कम करना होगा या नयी चुनौती स्वीकार करनी होगी। यह कुछ ऐसा है जिसे होते हुए मैं देख रहा हूं। मुझे इस तरह की भूमिका निभाने में कोई आपत्ति नहीं है जैसा की माही भाई (धोनी) करते थे।'' हार्दिक ने 87 टी20 मैचों में 142.17 के स्ट्राइक रेट से 1271 रन बनाए हैं।
हार्दिक ने कहा, इमानदारी से कहूं तो मुझे छक्के लगाना पसंद है लेकिन एक खिलाड़ी के तौर पर आपको बेहतर होते रहना होता है। मुझे कुछ और भूमिका निभानी है और मैं बल्लेबाजी के समय साझेदारी में विश्वास करता हूं। भारत ने तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय में शानदार लय में चल रहे शुभमन गिल की नाबाद 126 रन की पारी के बूते भारत ने चार विकेट पर 234 रन बनाने के बाद न्यूजीलैंड की पारी को 66 रन पर समेट कर 168 रन की अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज की। हार्दिक ने तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई करते हुए चार विकेट झटके। उन्होंने नयी गेंद से गेंदबाजी की शुरुआत करने के बाद में पूछे जाने पर कहा, ‘‘ मुझे टी 20 अंतरराष्ट्रीय में नयी गेंद से गेंदबाजी करनी होगी क्योंकि इस टीम में दूसरे गेंदबाज नये है और मैं उन्हें मुश्किल भूमिका नहीं देना चाहता। अगर उनके खिलाफ अधिक रन बन गये तो वे दबाव में आ सकते है। मैं खुद जिम्मेदारी लेकर टीम का नेतृत्व करना चाहता हूं।'' हार्दिक ने कहा कि आगामी एकदिवसीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय विश्व कप को देखते हुए फिलहाल उनका पूरा ध्यान सीमित ओवर की क्रिकेट पर है। उन्होंने अपना पिछला टेस्ट 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। उनकी 2019 में सर्जरी हुई थी और उसके बाद से वह खेल के सबसे लंबे प्रारूप की टीम से बाहर है। पंड्या ने कहा, ‘‘ मैं तब वापसी करूंगा जब मुझे लगेगा कि मेरे लिये टेस्ट क्रिकेट खेलने का सही समय है। अभी, मैं सफेद गेंद के क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने कर रहा हूं, जो महत्वपूर्ण है। -
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया पूर्व दिग्गज विकेटकीपर इयान हीली ने कहा कि भारत दौरे पर अगर पिच पूरी तरह से स्पिनरों की मददगार हुई तो घरेलू टीम का पलड़ा भारी होगा लेकिन अगर पिच बल्लेबाजी और गेंदबाजी के लिये अच्छी हुई तो उनकी टीम के पास जीत दर्ज करने का मौका होगा। दोनों टीमें चार मैचों की बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट श्रृंखला में नौ फरवरी से नागपुर में आमने सामने होगी।
हीली ने ‘एसईएनक्यू ब्रेकफास्ट' से कहा, ‘‘ अगर वह ऐसी पिच तैयार करते हैं जो शुरुआत में बल्लेबाजी के लिए अच्छी हो और खेल के आगे बढ़ने के साथ स्पिनरों की मददगार हो तो ऑस्ट्रेलिया के जीतने की संभावना अधिक होगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मैं पहले टेस्ट के लिए (मिचेल) स्टार्क और (नाथन) लियोन को लेकर चिंतित हूं। अगर वहां की पिच वैसी हुई, जैसा कि हमने पिछले दौरे में देखा था तो भारतीय टीम अच्छी स्थिति में होगी। उस समय पहले दिन से ही गेंद असामान्य उछाल ले रही थी और रूक कर आ रही थी। मुझे लगता है कि ऐसी परिस्थितियों में भारतीय टीम हमसे बेहतर है।'' हीली ने टीम के युवा खिलाड़ियों से दबाव झेलने और क्षेत्ररक्षण में कम गलतियां करने की सलाह दी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं खिलाड़ी उस दबाव (स्थानीय टीम से) से बचने की जगह डटकर उसका सामना करें। '' उन्होंने कहा, ‘‘ भारत में 10 विकेट झटकने के लिए आपको 10 मौके ही मिलेंगे जबकि ऑस्ट्रेलिया में गेंद की उछाल और गति से आप 13 मौके बना सकते है। ऐसे में क्षेत्ररक्षण करते ऑस्ट्रेलिया में आप चूक कर सकते है लेकिन भारत में यह काफी महंगा पडेगा। '' ऑस्ट्रेलिया ने भारत में 2004 के बाद कोई टेस्ट श्रृंखला नहीं जीती है। टीम नौ फरवरी से नागपुर के बाद नयी दिल्ली (17 से 21 फरवरी), धर्मशाला (एक से पांच मार्च) और अहमदाबाद (नौ से 13 मार्च) में मैच खेलेगी। -
नयी दिल्ली. भारत को दुबई में 14 से 19 फरवरी तक होने वाली एशिया मिश्रित टीम बैडमिंटन चैम्पियनशिप में मलेशिया, यूएई और कजाखस्तान के साथ ग्रुप बी में रखा गया है । टूर्नामेंट में 17 टीमें भाग लेंगी जिसके ड्रॉ दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पी वी सिंधू की मौजूदगी में दुबई खेल परिषद में निकाले गए । यह टूर्नामेंट 2021 में कोरोना महामारी के कारण नहीं हो सका था ।
गत चैम्पियन चीन, कोरिया, सिंगापुर और उजबेकिस्तान को ग्रुप ए में रखा गया है जबकि ग्रुप सी में इंडोनेशिया, थाईलैंड, बहरीन , सीरिया और लेबनान है । ग्रुप डी में 2017 की चैम्पियन जापान, चीनी ताइपै, हांगकांग और पाकिस्तान हैं । सभी टीमें राउंड रॉबिन प्रारूप में खेलेंगी और शीर्ष दो टीमें नॉकआउट चरण में जायेंगी । हर मैच में दो एकल और तीन युगल मुकाबले होंगे । भारतीय टीम में सिंधू, आकर्षि कश्यप, लक्ष्य सेन, एच एस प्रणय, सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी, कृष्णा प्रसाद गर्ग और विष्णुवर्धन गौड़ पी , त्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद, अश्विनी भट और शिखा गौतम, ईशान भटनागर और तनीषा क्रास्टो हैं । भारत 2017 में पहले सत्र में क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं जा सका था जबकि 2019 में ग्रुप चरण से ही बाहर हो गया था । -
बेंगलुरू. विश्व के पूर्व नंबर 10 लुकास पॉउले और पिछले साल के चैम्पियन चुन-सीन त्सेंग 20 से 26 फरवरी तक होने वाले बेंगलुरू ओपन के पांचवें सत्र के मुख्य आकर्षण होंगे। इस एटीपी चैलेंजर स्पर्धा का आयोजन कर्नाटक स्टेट लॉन टेनिस एसोसिएशन (केएसएलटीए) द्वारा यहां केएसएलटीए स्टेडियम में किया जाएगा। टूर्नामेंट के निदेशक सुनील यजमान ने कहा, ‘‘ बेंगलुरु हमेशा दुनिया भर के टेनिस खिलाड़ियों के लिए पसंदीदा स्थान रहा है। हम इस बार भी इसी तरह की प्रतिक्रिया देखकर खुश हैं क्योंकि बेंगलुरु ओपन में कुछ शीर्ष नाम खिताब के लिए चुनौती पेश करते नजर आएंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘एटीपी टूर या ग्रैंड स्लैम में प्रवेश करने के लिए बेंगलुरू ओपन ने हमेशा खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में काम किया है।'' फ्रांस के टेनिस स्टार पॉउले ने 2016 अमेरीकी ओपन के चौथे दौर में दिग्गज रफेल नडाल को हरा कर अपने करियर की सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी। उन्होंने 2019 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन में सेमीफाइनल में जगह बनाने के अलावा 2016 में विंबलडन और अमेरीकी ओपन में क्वार्टर फाइनल में भी जगह बनाई। इस 28 वर्षीय खिलाड़ी ने पांच एटीपी टूर खिताब जीते हैं। पॉउले और विश्व रैंकिंग में 110वें स्थान पर काबिज त्सेंग 32 खिलाड़ियों के एकल मुख्य ड्रा का हिस्सा होंगे। टूर्नामेंट का क्वालीफायर 19 और 20 फरवरी को खेला जायेगा।
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नयी दिल्ली. अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने राष्ट्रीय व्हीलचेयर टेनिस चैंपियनशिप का पहला सत्र 27 से 31 मार्च तक इंदौर में करने की मंगलवार को घोषणा की। एआईटीए से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘ एआईटीए ने भारतीय टेनिस के इतिहास में पहली बार राष्ट्रीय व्हीलचेयर चैंपियनशिप 2023 का आयोजन करने की घोषणा की है। इसका आयोजन 27 से 31 मार्च 2023 तक इंदौर टेनिस क्लब में होगा।'' उन्होंने बताया, ‘‘ इसमें पुरुष और महिला दोनों वर्गों के मुकाबले होंगे।''
पुरुषों की स्पर्धा के लिए पुरस्कार राशि ढाई लाख रुपये होगी तो वहीं महिलाओं की चैंपियनशिप में पुरस्कार राशि एक लाख रुपये होगी। -
बेंगलुरू. हॉकी इंडिया ने मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिये भारतीय जूनियर महिला टीम का ऐलान किया जिसमें प्रीति को कप्तान बनाया गया है । रूतुजा दादासो पिसल उपकप्तान होंगी ।
भारतीय टीम 17 से 25 फरवरी के बीच दक्षिण अफ्रीका जूनियर महिला टीम और ए टीम के खिलाफ मैच खेलेगी ।
भारतीय फॉरवर्ड पंक्ति में दीपिका सोरेंग, दीपिका, सुनेलिता टोप्पो, मदुगुला भवानी, अन्नु और तरणप्रीत कौर हैं । वहीं मिडफील्ड में ज्योति छत्री, मंजू चौरसिया, हिना बानू, निकिता टोप्पो, रितिका सिंह, साक्षी राणा और रूतुजा दादासो पिसल होंगी । डिफेंस का जिम्मा ज्योति सिंह, नीलम, महिमा टेटे और ममिता ओरम पर होगा । इनके अलावा अदिति माहेश्वरी, अंजलि बारवा, एडुला ज्योति और भूमिक्षा साहू रिजर्व खिलाड़ी होंगी ।
भारतीय महिला हॉकी टीम की मुख्य कोच यानेके शॉपमैन ने कहा ,‘‘ यह दौरा अपने युवा खिलाड़ियों को आजमाने और उन्हें सही एक्सपोजर देने का सुनहरा मौका है । -
लीसेस्टर. भारतीय टीम से बाहर चल रहे अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे इस साल काउंटी क्रिकेट में लीसेस्टरशर का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस 34 बरस के खिलाड़ी ने पिछले साल जनवरी में भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था।
क्लब से मंगलवार को हुई घोषणा के मुताबिक वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के सत्र के बाद आठ काउंटी मैचों और वनडे कप के पूरे सत्र के लिए इस टीम को अपनी सेवाएं देंगे। आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स का प्रतिनिधित्व करने वाले रहाणे ने लीसेस्टरशर क्रिकेट टीम की वेबसाइट पर जारी बयान में कहा, ‘‘ मैं आगामी सत्र के लिए लीसेस्टरशर से जुड़कर खुश हूं। मैं अपने नये साथियों के साथ खेलने और लीसेस्टर शहर का लुत्फ उठाने का इंतजार कर रहा हूं।'' रहाणे ने 2019 में हैम्पशायर का प्रतिनिधित्व करते हुए अपने काउंटी पदार्पण पर नॉटिंघमशर के खिलाफ शतक बनाया था। इस रणजी सत्र में मुंबई का नेतृत्व करते हुए उन्होंने सात मैचों में 57.63 की औसत और एक दोहरे शतक की मदद से 634 रन बनाए हैं। उन्होंने सभी प्रारूपों में भारत की कप्तानी की है। रहाणे ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 8,000 से अधिक रन बनाए हैं, टेस्ट में 12 उनके नाम 12 और एकदिवसीय में तीन शतक है। उन्होंने 82 टेस्ट में 38.52 की औसत से 4,931 रन और 90 वनडे में 35.26 की औसत से 2,962 रन बनाए हैं। - अहमदाबाद। भारतीय टी20 टीम के उपकप्तान सूर्यकुमार यादव ने इकाना स्टेडियम की पिच विवाद को तवज्जो नहीं देते हुए मंगलवार को कहा कि पिच ज्यादा मायने नहीं रखती और वे किसी भी तरह की सतह पर खेलने के लिए ‘तैयार' है। भारतीय कप्तान हार्दिक पंड्या ने रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय में 100 रन के लक्ष्य को आखिरी ओवर में मुश्किल से हासिल करने के बाद लखनऊ की पिच को हैरान करने वाला बताया था। पिच के असामान्य व्यवहार के लिए क्यूरेटर को दोषी ठहराया गया और उसे बर्खास्त कर दिया गया।सूर्यकुमार ने श्रृंखला के तीसरे और आखिरी टी20 मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘ हमने (हार्दिक और मैंने) बाद में इस बारे में बात की, और यह तय किया कि भविष्य में हमें जो भी (पिच) मिलेगी, हम उसकी शिकायत नहीं करेंगे। यह पूरी तरह ठीक है।'' इस आतिशी बल्लेबाज ने कहा, ‘‘ इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस मिट्टी (पिच) पर खेलते हैं। ये चीजें आपके नियंत्रण में नहीं है। हमने वही किया जो हमारे नियंत्रण में था, हमें उसके अनुकूल ढलना था और उन परिस्थितियों के साथ आगे बढ़ना था। लेकिन यह रोमांचक मैच था।'' सूर्यकुमार ने कहा, ‘‘कोई भी मैच हो, एकदिवसीय या टी20 अंतरराष्ट्रीय, कम स्कोर वाला हो या अधिक स्कोर वाला अगर मैच प्रतिस्पर्धी होता है तो मुझे नहीं लगता है कि विकेट (पिच) मायने रखता है। आप मैदान में जाते है तो आपके पास चुनौती होती है, आप उसे स्वीकार करते है और आगे बढ़ते है।'' पिछले कुछ समय से शानदार लय में चल रहे सूर्यकुमार ने अपनी सफलता का श्रेय घरेलू क्रिकेट के अनुभव को दिया। मुंबई के इस बल्लेबाज ने कहा, ‘‘ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने से पहले मैंने काफी घरेलू क्रिकेट खेली है, जिससे मुझे काफी मदद मिली है।'' उन्होंने कहा, ‘‘आपको खुद से काफी मेहनत करनी होती है और अलग-अलग चुनौतीपूर्ण पिचों पर खेलते हुए की गयी मेहनत को मैंने आगे बढ़ाया। मैंने टीम में इतने सारे अनुभवी खिलाड़ियों को देखकर, उनसे बात कर काफी कुछ सीखा है। '' सूर्यकुमार नौ फरवरी से नागपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू होने वाली बहुप्रतीक्षित श्रृंखला में टेस्ट पदार्पण कर सकते है। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ जाहिर है, हर कोई टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता है। आप अपना क्रिकेट घरेलू स्तर पर शुरू करते हैं तो सिर्फ लाल गेंद से खेलते हैं, और मैंने मुंबई के लिए खेला है।''
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चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमवार को भारतीय अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप विजेता टीम की कप्तान शेफाली वर्मा के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और कहा कि देश और राज्य को इस उपलब्धि पर गर्व है। खट्टर ने रोहतक में शेफाली के परिवार से मुलाकात की और रविवार को पहले अंडर-19 टी20 विश्व कप महिला क्रिकेट में भारत के आईसीसी खिताब जीतने पर उन्हें बधाई दी।
यहां एक आधिकारिक बयान के अनुसार, खट्टर ने कहा कि यह जीत हरियाणा की एक बेटी के नेतृत्व में मिली है और यह हर हरियाणवी के लिए गर्व की बात है। मुख्यमंत्री ने युवा भारतीय टीम को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं। मुलाकात के दौरान शेफाली वर्मा के दादा संत लाल वर्मा एवं पिता संजीव वर्मा ने मुख्यमंत्री को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
भारत ने रविवार को इंग्लैंड पर सात विकेट की शानदार जीत के साथ पहला अंडर -19 विश्व कप जीता। शेफाली वर्मा की अगुआई वाली भारत अंडर-19 टीम ने महिला क्रिकेट में भारत को पहला आईसीसी खिताब दिलाया । -
नयी दिल्ली. विश्व कप में खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय पुरूष हॉकी टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड और सहयोगी स्टाफ के दो अन्य सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है जिसे हॉकी इंडिया ने स्वीकार कर लिया । रीड को अप्रैल 2019 में भारतीय टीम का कोच नियुक्त किया गया था। उनके कोच रहते तोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम ओडिशा में हुए विश्व कप में क्वार्टर फाइनल में जगह नहीं बना सकी और नौवें स्थान पर रही । ऑस्ट्रेलिया के 58 साल के रीड के अलावा विश्लेषण कोच ग्रेग क्लार्क और वैज्ञानिक सलाहकार मिशेल डेविड पेम्बरटन ने भी त्यागपत्र दे दिया है । हॉकी इंडिया द्वारा जारी बयान के अनुसार रीड ने हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की को विश्व कप खत्म होने के एक दिन बाद इस्तीफा सौंपा । टिर्की और हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह ने टीम के प्रदर्शन पर चर्चा के लिये रीड और अन्य सहयोगी स्टाफ से मुलाकात की थी । रीड के अलावा क्लार्क और डेविड ने भी सोमवार को सुबह इस्तीफे दे दिया । तीनों अगले महीने नोटिस पीरियड में रहेंगे । रीड ने कहा ,‘‘ अब मेरे लिये अलग होने और नये प्रबंधन को कमान सौंपने का समय है । इस टीम और हॉकी इंडिया के साथ काम करने में बहुत मजा आया । इस शानदार सफर के हर पल का मैने आनंद लिया । टीम को भविष्य के लिये शुभकामनायें ।'' भारतीय टीम के साथ रीड का कार्यकाल पेरिस ओलंपिक (2024) तक का था।
रीड और उनकी टीम के साथ भारत ने 41 साल बाद ओलंपिक कांस्य पदक जीता था । इसके अलावा टीम ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में रजत और एफआईएच प्रो लीग 2021 . 22 सत्र में तीसरा स्थान हासिल किया । रीड के कोच रहते भारतीय टीम ने 2019 में एफआईएच विश्व सीरिज फाइनल्स जीता था । इसके बाद भुवनेश्वर में ओलंपिक क्वालीफायर जीतकर तोक्यो खेलों के लिये क्वालीफाई किया । रीड समेत तीनों के इस्तीफे स्वीकार करते हुए हॉकी इंडिया अध्यक्ष टिर्की ने कहा ,‘‘ग्राहम रीड और उनकी टीम का भारत सदैव ऋणी रहेगा जिन्होंने हमें अच्छे नतीजे दिये । खासकर ओलंपिक खेल में । हर यात्रा में नये पड़ाव आते हैं और अब हमें भी टीम के लिये नयी सोच के साथ आगे बढना होगा ।'' मेजबान भारत ने विश्व रैंकिंग में पांचवें स्थान पर रहते हुए टूर्नामेंट की शुरुआत की, लेकिन क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में विफल रहा। टीम को क्रॉस-ओवर मैच में शूट-आउट में निचली रैंकिंग की टीम न्यूजीलैंड से हार का सामना करना पड़ा। हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली टीम ने इसके बाद वर्गीकरण मैचों में जापान को 8-0 और दक्षिण अफ्रीका को 5-2 से हराकर अर्जेंटीना के साथ संयुक्त नौवें स्थान हासिल किया। -
बुलंदशहर। अंडर-19 महिला टी-20 विश्व कप टूर्नामेंट में भारत की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाली बुलंदशहर की हरफनमौला खिलाड़ी पार्श्वी चोपड़ा कभी स्केटिंग की दीवानी थीं लेकिन अब क्रिकेट ही उनकी जिंदगी बन गया है। भारत ने पहले महिला अंडर-19 टी-20 विश्व कप के फाइनल में रविवार को इंग्लैंड को सात विकेट से हराकर खिताब पर कब्जा कर लिया।
इस जीत में 16 वर्षीय लेग ब्रेक गेंदबाज पार्श्वी ने चार ओवर में मात्र 13 रन देकर दो महत्वपूर्ण विकेट लिए। भारत की ऐतिहासिक जीत पर जहां देश भर में जश्न का माहौल है, वहीं बुलंदशहर के सिकंदराबाद में पार्श्वी के पिता गौरव चोपड़ा के घर में भी खुशियां छाई हुई हैं। भारत की खिताबी जीत के बाद पार्श्वी के पैतृक निवास सिकंदराबाद में ढोल की धुन पर उनके तमाम रिश्तेदारों ने जमकर नृत्य किया और मिठाइयां बांटी।
पार्श्वी के पिता ने कहा ,‘‘ पार्श्वी बचपन से ही क्रिकेट मैच देखती थी। मगर शुरुआत में उसे स्केटिंग का जुनून था और वह इसमें काफी अच्छा कर रही थी लेकिन स्केटिंग से उसका मन अचानक हटकर क्रिकेट में लग गया। अब क्रिकेट ही उसकी जिंदगी बन चुका है।'' चोपड़ा ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि उनकी बेटी ऐतिहासिक जीत हासिल करने वाली भारतीय टीम का एक अहम हिस्सा है।
उन्होंने कहा ,‘‘ हमने कभी पार्श्वी की कोचिंग में कोई कमी नहीं होने दी। पार्श्वी ने दो अकादमी जॉइन की हैं ताकि उसे रोजाना सीखने का मौका मिले। एक अकादमी हफ्ते में तीन से चार दिन ही चलती है।'' उन्होंने कहा कि पार्श्वी ने सफलता की पहली सीढ़ी हासिल की है। अभी बहुत लंबा सफर है और सीखने की उम्र तो कभी खत्म नहीं होती है।
पार्श्वी की मां शीतल चोपड़ा ने बताया कि पार्श्वी जब 10 साल की थी तब से खेल पर मेहनत कर रही है। वह जब 12 साल की थी तब उसने अपना पहला ट्रायल दिया था, लेकिन तब उसका चयन नहीं हो पाया था। उसके बाद 13 साल की उम्र में उसका चयन हुआ। वह अंडर-16 भी खेल चुकी है। -
लखनऊ। चार बरस की उम्र में अपने पिता को खो चुकी अर्चना देवी ने विषम परिस्थितियों में भी अपनी मां की मेहनत और गुरू की लगन के दम पर अपने क्रिकेट के शौक को जिंदा रखा और उसे परवान चढाया भारतीय क्रिकेटर कुलदीप यादव के सहयोग ने । अर्चना देवी निषाद पहला अंडर 19 महिला विश्व कप जीतकर इतिहास रचने वाली भारतीय टीम की सदस्य हैं ।
दक्षिण अफ्रीका में इंग्लैंड के खिलाफ अंडर 19 महिला क्रिकेट विश्व कप फाइनल में अर्चना देवी ने तीन ओवर में 17 रन देकर दो विकेट हासिल किए । उनकी इस कामयाबी के पीछे बलिदानों का लंबा सिलसिला है जिसकी शुरूआत उन्नाव जिले के एक छोटे से गांव में पुआल से बने घर से हुई । मां सावित्री देवी ने कैंसर के कारण अपने पति को खो दिया था जब अर्चना मात्र चार साल की थी । ऐसे में अपनी बेटी के सपनों को जिंदा रखना उनके लिये कतई आसान नहीं था ।
उन्हें क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं पता लेकिन अपनी बेटी की उपलब्धि पर गर्व है । सावित्री ने कहा,'' क्रिकेट के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानती हूं लेकिन अपनी बिटिया को मैदान पर खेलते देख बहुत खुश हूं । कल रात उसने फोन पर बात करते हुए कहा था कि अम्मा हम जीत गयें । तब से मन बहुत खुश हैं, काश उसके बापू भी इस खुशी में शामिल होते ।'' उन्होंने कहा ,''कल रात से गांव में लडडू बांट रहे हैं और जब बिटिया लौटेंगी तो और लडडू बांटेंगे ।''
अर्चना के भाई ने बताया कि उन्हें डर था कि बार बार बिजली जाने के कारण वे शायद फाइनल मैच नहीं देख पायेंगे लेकिन जब स्थानीस पुलिस के एक अधिकारी को इस बात का पता चला तो उन्होंने उनके घर पर इन्वर्टर और बैटरी भेजी और पूरे गांव ने साथ में टीवी पर मैच देखा । कुलदीप और अर्चना के कोच कपिल पाडेंय ने कहा ,‘‘ मैच जीतने के बाद रविवार रात अर्चना से बात हुई थी जो अपनी जीत से बहुत खुश थी और अब उसका सपना टीम इंडिया के लिए खेलना है ।''
राजधानी लखनऊ से करीब सौ किलोमीटर दूर उन्नाव के बांगरमऊ तहसील क्षेत्र के गंगा कटरी के गांव रतई पुरवा में भारत की जीत के बाद से खुशी का माहौल हैं । मैच समाप्त होने के बाद गांव में लोगों ने नाच गाकर जश्न भी मनाया । रोहित ने बताया कि छठी कक्षा में अर्चना का दाखिला गंजमुरादाबाद स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में कराया गया जहां शिक्षिका पूनम गुप्ता ने उनकी खेल प्रतिभा को पहचाना ।
आठवीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद पूनम उसे लेकर कानपुर में पांडेय के पास ले गयी । पांडेय ने बताया ,''2017 में जब अर्चना मेरे पास आयी तो मैने उससे गेंदबाजी करायी तो मुझे उसके अंदर छिपी प्रतिभा का पता चल गया । लेकिन उसके पास संसाधन नही थे और कानपुर में ठिकाना नहीं था । उसका गांव कानपुर से करीब 30 किलोमीटर दूर था और वह रोज आ जा नहीं सकती थी ।''
पांडे ने पूनम और कुछ अन्य लोगो के सहयोग से उसे कानपुर की जेके कालोनी में किराये पर एक कमरा दिलवा कर उसके रहने और खाने का इंतजाम करवाया । इसके बाद कुलदीप ने उसे क्रिकेट किट दिलवाई । पांडे ने कहा ,''जब कुलदीप कानपुर में होते तो वह अर्चना सहित अन्य बच्चों के साथ अभ्यास करते और उन्हें क्रिकेट की बारीकियां सिखाते । पहले अर्चना मध्यम तेज गेंदबाजी करती थी लेकिन बाद में मैने उसे आफ स्पिन डालने को कहा और फिर वह एक अच्छी आफ स्पिनर बन गयी ।'' -
नयी दिल्ली. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप में खिताब जीतने वाली भारतीय टीम को पांच करोड़ रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की। भारत ने दक्षिण अफ्रीका में फाइनल में इंग्लैंड पर सात विकेट से शानदार जीत दर्ज की।
शेफाली वर्मा की अगुआई वाली भारतीय अंडर-19 टीम वैश्विक टूर्नामेंट में वह अंतिम बाधा पार करने में सफल रही जिसे पार करने में सीनियर टीम को कामयाबी नहीं मिल रही थी। शाह ने खिताबी जीत के बाद ट्वीट किया, ‘‘भारत में महिला क्रिकेट आगे बढ़ रहा है और विश्व कप जीत ने महिला क्रिकेट के कद को कई पायदान ऊपर किया है। मुझे पूरी टीम और सहयोगी स्टाफ के लिए पुरस्कार राशि के रूप में पांच करोड़ रुपये की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। यह निश्चित रूप से शानदार वर्ष है।'' सचिव ने बुधवार को पूरी टीम को अहमदाबाद आने का न्योता भी दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं शेफाली वर्मा और उनकी विजयी टीम को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हमारे साथ जुड़ने और एक फरवरी को तीसरा टी20 अंतरराष्ट्रीय देखने के लिए आमंत्रित करता हूं। यह बड़ी उपलब्धि निश्चित रूप से एक जश्न की हकदार है।' -
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड-बीसीसीआई ने दक्षिण अफ्रीका में आईसीसी अंडर-19 महिला ट्वेंटी-ट्वेंटी विश्व कप जीतने पर भारतीय महिला टीम को पांच करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। भारत ने कल दक्षिण अफ्रीका के पोचेफस्ट्रूम में पहले अंडर-19 महिला ट्वेंटी-ट्वेंटी विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड को सात विकेट से हरा कर ट्राफी पर कब्जा किया। शैफाली वर्मा की कप्तानी में भारत ने उन्हत्तर रन का लक्ष्य 14 ओवर में हासिल कर लिया। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने महिला अंडर-19 ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट विश्व कप जीतने पर भारतीय टीम को बधाई दी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट में कहा है कि इन प्रतिभावान युवा खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया और ये देश के युवाओं विशेष रूप से बालिकाओं के लिए प्रेरणा बन गए हैं। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक जीत से भारत का गौरव बढ़ा है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ट्वीट में कहा है कि भारतीय टीम का शानदार प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है। इससे उदीयमान खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस विशेष जीत पर भारतीय टीम को बधाई देते हुए कहा कि खिलाड़ियों ने शानदार क्रिकेट खेला और उनकी सफलता उदीयमान खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी। श्री मोदी ने भविष्य के टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम को शुभकामनाएं दी। -
भुवनेश्वर. कप्तान थिएरी ब्रिंकमैन के दो गोल की मदद से नीदरलैंड ने रविवार को यहां आक्रामक प्रदर्शन करते हुए दुनिया की नंबर एक टीम आस्ट्रेलिया को 3-1 से हराकर एफआईएच पुरूष हॉकी विश्व कप में कांस्य पदक जीत लिया। ब्रिंकमैन ने 35वें और 40वें मिनट में दो गोल किये जबकि टीम के लिये एक अन्य गोल पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ जिप जानसेन ने 33वें मिनट में दागा। आस्ट्रेलिया के लिये एकमात्र गोल पेनल्टी कॉर्नर विशेष जेरेमी हेवार्ड ने 13वें मिनट में दागा।
नीदरलैंड ने इस तरह लगातार चौथी दफा पोडियम स्थान हासिल किया और टीम इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा पदक जीतने के मामले में आस्ट्रेलिया के बराबर हो गयी है। नीदरलैंड और आस्ट्रेलिया दोनों के अब विश्व कप के 15 चरण में 10-10 पदक हैं।
नीदरलैंड की टीम 2010 में तीसरे स्थान पर रही थी जबकि 2014 और 2018 में उप विजेता बनी थी। उसने 1973, 1990 और 1998 में स्वर्ण पदक जीता था। तीन बार की चैम्पियन आस्ट्रेलिया के लिये 1998 चरण के बाद यह पहला मौका है जब वह बिना पदक स्वदेश लौटेगी। 1998 में टीम चौथे स्थान पर रही थी। पिछले चरण में उसने यहां कांस्य पदक जीता था।
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पोटचेफ्सट्रूम. तेज गेंदबाज टिटास साधु के साथ स्पिनर अर्चना देवी और पार्श्वी चोपड़ा की शानदार गेंदबाजी के दम पर भारतीय महिला टीम ने पहले आईसीसी अंडर-19 टी20 विश्व कप के फाइनल में रविवार को यहां इंग्लैंड को 36 गेंद बाकी रहते सात विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। इस जीत के साथ ही महिला टीम ने किसी भी स्तर पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के वैश्विक खिताब के सूखे को खत्म किया। सीनियर टीम सभी प्रारूपों में तीन मौकों पर विश्व कप के फाइनल में पहुंची है लेकिन हर बार खिताब से दूर रह गयी थी। भारत ने इंग्लैंड की पारी को 17.1 ओवर में महज 68 रन पर समेटने के बाद 14 ओवर में तीन विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर शनिवार को अपना 19वां जन्मदिन मनाने वाली कप्तान शेफाली वर्मा को शानदार तोहफा दिया भारत के लिए सौम्या तिवारी और जी तृषा ने 24-24 रन की पारी खेली दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 46 रन की साझेदारी कर टीम की जीत सुनिश्चित की। टिटास भारत की सफल गेंदबाज रही। उन्होंने चार ओवर में छह रन देकर दो विकेट चटकाये। अर्चना देवी (तीन ओवर में 17 रन) और पार्श्वी चोपड़ा (चार ओवर में 13 रन) ने भी दो-दो विकेट लिये। मन्नत कश्यप (13 रन पर एक विकेट), कप्तान शेफाली वर्मा (16 रन पर एक विकेट) और सोनम यादव (तीन रन पर एक विकेट) भी विकेट चटकाने वाले गेंदबाजों में शामिल रहे। लक्ष्य का पीछा करते हुए शेफाली ने पहली ही गेंद पर हैना बेकर के खिलाफ चौका लगाने के बाद दूसरे ओवर में सोफिया स्मेल के खिलाफ छक्का जड़ा। वह हालांकि एक बार फिर बड़ी पारी खेलने में नाकाम रही और तीसरे ओवर की पहली गेंद पर बेकर का शिकार बना गयी। उन्होने 11 गेंद में 15 रन बनाये। अगले ओवर में ग्रेस स्क्रिवेंस ने शानदार लय में चल रही सलामी बल्लेबाज श्वेता सहरावत (पांच रन) को बेकर के हाथों कैच कराया। दोनों सलामी बल्लेबाजों का विकेट गंवाने के बाद सौम्या तिवारी और जी तृषा ने संभल कर बल्लेबाजी की और बीच-बीच में चौके लगाये। इंग्लैंड के गेंदबाजों ने हालांकि उन्हें तेजी से रन बनाने का मौका नहीं दिया। 10 ओवर के बाद भारत का स्कोर दो विकेट पर 48 रन था। अब तक संभल कर खेल रही तृषा ने 12वें ओवर में एली एंडरसन के खिलाफ दो चौके जड़ दबाव को खत्म कर दिया। उन्होंने 13वें ओवर में स्टोनहाउज के खिलाफ चौका लगाया लेकिन जब टीम को जीत के लिए सिर्फ तीन रन चाहिये थे तब वह बोल्ड हो गयी। सौम्या ने 14वें ओवर की आखिरी गेंद पर जैसे ही विजयी रन पूरा किया भारतीय खिलाड़ियों ने खुशी से मैदान में दौड़ लगाकर इसका जश्न मनाया। इससे पहले टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला करने के बाद टिटास ने शुरुआती ओवर में ही इंग्लैंड की सलामी बल्लेबाज लिबर्टी हीप को आउट कर भारत को शानदार शुरुआत दिलायी। हीप खाता खोले बगैर टिटास को आसान कैच देकर वापस लौट गयी। नींव हॉलैंड ने दूसरे ओवर में ऑफ स्पिनर अर्चना की गेंद पर चौका जड़ा लेकिन इस गेंदबाज ने पारी के चौथे ओवर में दो विकेट झटक कर शानदार वापसी की। अर्चना ने हॉलैंड बोल्ड करने के बाद कप्तान ग्रेस स्क्रिवेंस को चलता किया। हॉलैंड ने 10 जबकि सलामी बल्लेबाज स्क्रिवेंस ने चार रन का योगदान दिया। मैच के पांचवें ओवर में टिटास की गेंद पर विकेट कीपर ऋचा घोष ने रायन मैकडॉनल्ड-ग्रे का कैच टपका दिया। पावर प्ले में इंग्लैंड का स्कोर तीन विकेट पर 22 रन था। शेफाली का टिटास से लगातार चौथा ओवर कराना फायदेमंद रहा। इस तेज गेंदबाज ने सातवें ओवर में सेरेन स्मेल को तीन रन पर बोल्ड कर दिया। मैकडॉनल्ड-गे ने जीवनदान का फायदा उठाते हुए आठवें ओवर में लेग स्पिनर पार्श्वी और नौवें ओवर में मन्नत के खिलाफ चौका जड़ा। पार्श्वी ने 10वें ओवर में सी पवेली (दो रन) और 12वें ओवर में मैकडॉनल्ड-ग्रे को चलता कर इंग्लैंड पर शिकंजा कस दिया। अर्चना ने कवर क्षेत्र में डाइव लगाकर एक हाथ से शानदार कैच लपक कर मैकडॉनल्ड-गे की 24 गेंद में 19 रन की पारी को खत्म किया। इंग्लैंड ने 50 रन पूरे होने से पहले छह विकेट गंवा दिये थे ।
जोजी ग्रोव्स सौम्या (चार रन) के शानदार थ्रो पर रन आउट हुई जो वहीं 14वें ओवर में शेफाली की गेंद पर ऋचा ने हैना बेकर (शून्य) को स्टंप किया। सोफिया स्मेल (11) ने हालांकि शेफाली के इसी ओवर में दो चौके जड़ 10 रन बटोरे।
मन्नत कश्यप ने स्टोनहाउस (11) को सोनम के हाथों कैच कराया तो वहीं सोनम ने 17वें ओवर में सोफिया स्मेल को अपनी गेंद पर कैच कर इंग्लैंड की पारी को खत्म कर दिया। -
नयी दिल्ली. भारत के सीनियर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने खेल प्रेमियों से अनुरोध किया कि आईसीसी ट्राफी जीतने के संबंध में वे स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली के साथ संयम बरतें क्योंकि महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को भी विश्व कप छह प्रयास के बाद मिला था। भारतीय टीम ने पिछला विश्व कप 2011 में जीता था, लेकिन 2013 चैम्पियंस ट्राफी के बाद से टीम को आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) टूर्नामेंट में सफलता नहीं मिली है। अपने पूर्व और मौजूदा भारतीय कप्तान का समर्थन करते हुए अश्विन ने अपने ‘यूट्यूब चैनल' पर कहा, ‘‘यह कहना काफी आसान है कि आपने यह नहीं जीता और वो नहीं जीता। '' उन्होंने कहा, ‘‘1983 विश्व कप के बाद महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर 1992, 1996, 1999, 2003 और 2007 में हुए विश्व कप में खेले थे। और आखिर में 2011 में ही विश्व कप जीत सके। उन्हें ट्राफी जीतने के लिये छह विश्व कप तक इंतजार करना पड़ा। '' अश्विन ने कहा, ‘‘केवल इसलिये कि एक और महान खिलाड़ी एमएस धोनी आये और उन्होंने आते ही विश्व कप खिताब दिला दिया, इसका मतलब यह नहीं है कि हर किसी के साथ ऐसा ही होगा। सही कहा ना। '' करीब एक दशक तक भारतीय टीम के आईसीसी टूर्नामेंट ट्राफी नहीं जीतने से आलोचना होने लगी है। हाल में भारत को पिछले साल नवंबर में आस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों मिली करारी हार झेलनी पड़ी। अश्विन ने क्रिकेट प्रेमियों से रोहित और कोहली को थोड़ा समय देने की बात की। उन्होंने कहा, ‘‘ये खिलाड़ी (रोहित शर्मा, विराट कोहली) 2007 में नहीं खेले थे। रोहित शर्मा 2011 विश्व कप में नहीं खेल सके थे। कोहली 2011, 2015, 2019 में खेले हैं और अब वह 2023 में अपने चौथे विश्व कप में खेलेंगे। '' इस ऑफ स्पिनर ने कहा, ‘‘वे कहते हैं कि उन्होंने (कोहली) आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता है। उन्होंने 2011 में इसे जीता था, उन्होंने 2013 चैम्पियंस ट्राफी जीती थी। '' उन्होंने कहा, ‘‘रोहित शर्मा ने भी 2013 चैम्पियंस ट्राफी जीती थी। इसलिये हमें उन्हें समय देना चाहिए। ये खिलाड़ी द्विपक्षीय श्रृंखलायें, आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) और इतने सारे अन्य मैच खेल रहे हैं। जब आईसीसी टूर्नामेंट की बात आती है तो आपके लिये जरूरी होता है कि मैच के दौरान कुछ अहम क्षण आपके मुताबिक रहें। '' भारत को अक्टूबर-नवंबर में वनडे विश्व कप की मेजबानी करनी है।
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मेलबर्न. ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज हरफनमौला ग्लेन मैक्सवेल ने कहा कि चोट के कारण भारत के आगामी दौरे में नहीं खेलना मुझे पूरी जिंदगी परेशान करेगा। मैक्सवेल को पिछले साल नवंबर में एक मित्र की जन्मदिन की पार्टी के दौरान बाएं पैर में गंभीर चोट लगी थी। इस घटना ने उन्हें तीन महीने के लिए खेल से दूर कर दिया। मैक्सवेल ने ‘फॉक्स क्रिकेट' पर ‘बिग बैश लीग' के मैच के दौरान कमेंट्री करते हुए कहा, ‘‘ शायद यह मुझे पूरी जिंदगी खलेगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘ अपनी टीम के साथी खिलाड़ियों को खेलते हुए देखने का अवसर मिलना अच्छा है, खासकर (भारत में)। मुझे लगता है कि उन्हें (ऑस्ट्रेलिया) वैसी टीम मिल गयी है जो भारत दौरे के लिए सर्वश्रेष्ठ है।'' बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी नौ फरवरी को नागपुर में पहले टेस्ट के साथ शुरू होगी। ऑस्ट्रेलिया को इसके बाद नयी दिल्ली (17 से 21 फरवरी), धर्मशाला (एक से पांच मार्च) और अहमदाबाद (नौ से 13 मार्च) में भी खेलना है। ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम ने 2004 के बाद भारत में कोई टेस्ट श्रृंखला नहीं जीती है। टेस्ट के बाद तीन वनडे - मुंबई (17 मार्च), विशाखापत्तनम (19 मार्च) और चेन्नई (22 मार्च) में खेले जायेंगे। मैक्सवेल टेस्ट श्रृंखला में नहीं खेल पाएंगे लेकिन वह सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिए वापसी कर सकते है।
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राउरकेला। मेजबान देश भारत ने शनिवार को एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 के क्लासिफिकेशन मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 5-2 से हराकर टूर्नामेंट में नौंवा स्थान हासिल कर लिया। बिरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम को जगमग करते हुए अभिषेक (चौथे मिनट), हरमनप्रीत सिंह (11वें मिनट), शमशेर सिंह (44वें मिनट), आकाशदीप सिंह(48वें मिनट) और सुखजीत सिंह (58वें मिनट) ने मेजबान टीम के गोल किये। दक्षिण अफ्रीका के गोल सैमकेलो विम्बी (48वां) और मुस्तफा कासिम (60वां मिनट) ने किये। भारत इस जीत के साथ घरेलू सरजमीन पर हुए टूर्नामेंट में अर्जेंटीना के साथ नौंवे स्थान पर रहा। दक्षिण अफ्रीका ने वेल्स के साथ 11वां स्थान साझा किया।
नौवां स्थान हासिल करने की होड़ में भारत ने पहले मिनट से ही दक्षिण अफ्रीकी अर्द्ध में जगह बनाना शुरू कर दी। उन्हें इसका फल चौथे मिनट में तब मिला जब अभिषेक ने दक्षिण अफ्रीकी अर्द्ध में गेंद को पाकर उसे नेट में दाग दिया। इस क्वार्टर में भारत विपक्षी टीम के लिये बहुत तेज साबित हुआ और उसने कई प्रयासों के बीच 11वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर अर्जित कर लिया। हरमनप्रीत ने इस कॉर्नर को गोल में तब्दील करते हुए भारत की बढ़त दोगुनी कर दी।दो गोल की बढ़त लेने के बाद भारत ने दूसरे क्वार्टर में आक्रामकता के साथ तीन पेनल्टी कॉर्नर अर्जित किये, हालांकि वह हाफ टाइम से पहले स्कोरबोर्ड में और कोई बदलाव नहीं कर सका। हाफ टाइम के बाद दक्षिण अफ्रीका ने बेहतर खेल दिखाते हुए पहले ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर अर्जित किया।अमित रोहिदास को 33वें मिनट में येलो कार्ड देखकर 10 मिनट के लिये फील्ड से बाहर जाना पड़ा, जिसके कारण भारतीय रक्षण से एक खिलाड़ी कम हो गया। दक्षिण अफ्रीका ने इसी मिनट में एक पेनल्टी कॉर्नर अर्जित किया, जबकि 35वें मिनट में वह फील्ड गोल करने के करीब आया। भारतीय रक्षण ने हालांकि दोनों बार गेंद को नेट तक नहीं पहुंचने दिया। क्वार्टर खत्म होने से ठीक पहले शमशेर ने भारत को तीसरी सफलता दिलाई।अभिषेक ने दक्षिण अफ्रीकी अर्द्ध में हवाई पास लेकर गेंद को शमशेर तक पहुंचाया, जिसने गेंद को नेट में दागकर भारत का स्कोर 3-0 कर दिया। मैच के अंतिम 12 मिनटों में आकाशदीप और सुखजीत ने भारत के लिये गोल किये। दक्षिण अफ्रीका के दोनों गोल भी इसी दौरान आये, लेकिन ये गोल सिर्फ जीत-हार का अंतर ही कम कर सके। -
नई दिल्ली। सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की भारतीय जोड़ी ऑस्ट्रेलियन ओपन मिक्स्ड डबल्स के फाइनल में आज दूसरे स्थान पर रही। मेलबर्न पार्क में ब्राजील के लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस की जोड़ी ने इन्हें 7-6, 6-2 से हराकर अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीता।
चौथे और आठवें गेम में, भारतीय जोड़ी ने लुइसा स्टेफनी की सर्विस पर शानदार खेल दिखाया लेकिन टाईब्रेकर में सेट गंवा दिया क्योंकि रोहन बोपन्ना एक बार फिर नौवें गेम में अपनी सर्विस बनाए रखने में नाकाम रहे।रोहन बोपन्ना के साथ, अपना अंतिम ग्रैंड स्लेम खेल रहीं सानिया मिर्जा ने ऑस्ट्रेलियन ओपन में अब तक दो ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट जीते हैं। उन्होंने 2016 में मार्टिना हिंगिस के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन महिला डबल्स और 2009 में महेश भूपति के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन मिक्स्ड डबल्स खिताब जीता था। इससे पहले उन्होंने कहा था कि उनका पेशेवर करियर मेलबर्न में शुरू हुआ था और ग्रैंड स्लैम करियर के समापन के लिए वे इससे बेहतर जगह के बारे में नहीं सोच सकती थीं। -
सिडनी . आस्ट्रेलिया के महान विकेटकीपर इयान हीली ने सफेद गेंद के क्रिकेट में स्टीव स्मिथ को सलामी बल्लेबाज की भूमिका नहीं सौपने पर राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को लताड़ा है । 33 वर्ष के स्मिथ ने बिग बैश लीग में सिडनी सिक्सर्स के लिये चार पारियों में 328 रन बनाये ।
हीली ने कहा कि बतौर सलामी बल्लेबाज स्मिथ की उपलब्धियों को अनदेखा कर पाना मुश्किल है ।उन्होंने स्मिथ की तुलना डॉन ब्रेडमैन से करते हुए कहा कि उसे बल्लेबाजी करते देखना सुखद है । यह पूछने पर कि क्या वह टी20 में स्मिथ को सलामी बल्लेबाज की भूमिका में देखना चाहेंगे, उन्होंने कहा ,‘‘ बिल्कुल, क्यो नहीं ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ डेविड वॉर्नर के साथ टी20 विश्व कप में किसने पारी की शुरूआत की । आरोन फिंच ने जो कप्तान था । वॉर्नर और फिंच दोनों ही पुराने फॉर्म में नहीं है । मुझे लगता है कि स्मिथ पारी की शुरूआत कर सकता है ।'' हीली ने कहा ,‘‘ मुझे लगता है कि भारत में होने वाले वनडे विश्व कप में भी उससे पारी की शुरूआत कराई जा सकती है । उसे बल्लेबाजी करते देखना सुखद है और उसे आउट करने के लिये दूसरी टीमों को कितनी मेहनत करनी होती है । उसके और बाकियों के बीच काफी अंतर है । बिल्कुल ब्रेडमैन की तरह । - मुंबई। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने पहली महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) की पांच टीमों की बिक्री से 4669 . 99 करोड़ रुपये हासिल किए जबकि अडाणी स्पोटर्सलाइन ने अहमदाबाद टीम के लिए सबसे अधिक 1289 करोड़ रुपये खर्च किए। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टीम मालिकों मुंबई इंडियंस, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर और दिल्ली कैपिटल्स ने 912 . 99 करोड़ रुपये, 901 करोड़ रुपये और 810 करोड़ रुपये में सफल बोलियां लगाई । कैप्री ग्लोबल होल्डिंग्स ने लखनऊ टीम 757 करोड़ रुपये में खरीदी ।बीसीसीआई सचिव जय शाह ने ट्वीट किया,‘‘ क्रिकेट में आज ऐतिहासिक दिन है। पहली महिला प्रीमियर लीग की टीमों की बोली ने पहली पुरुष आईपीएल 2008 के रिकॉर्ड तोड़ दिए। विजेताओं को बधाई, कुल 4669 . 99 करोड़ रुपये की बोली लगी।'' इससे पहले बीसीसीआई ने लीग के मीडिया अधिकार वायकॉम 18 को 951 करोड़ रूपये में बेचे थे जिससे पांच साल तक प्रति मैच सात करोड़ नौ लाख रुपये मिलने हैं। टूर्नामेंट में एक भी गेंद फेंके जाने से पहले ही डब्ल्यूपीएल दुनिया में आईपीएल के बाद दूसरी सबसे बड़ी टी20 लीग बन गई है। वर्ष 2021 में जब लखनऊ और अहमदाबाद फ्रेंचाइजी के लिए बोली लगी तो आईपीएल टीम खरीदने में नाकाम रहे अडाणी समूह ने डब्ल्यूपीएल की महिला टीम खरीदकर भारतीय क्रिकेट में आधिकारिक रूप से प्रवेश किया। कई लोग पहले ही लीग को महिला आईपीएल कह रहे थे लेकिन बीसीसीआई सचिव ने बुधवार को नाम का खुलासा किया।
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भुबनेश्वर। एफआईएच पुरुष हॉकी विश्वकप के अंतिम दो क्वार्टर फाइनल आज ओडिशा में भुबनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में खेले जाएंगे। तीसरे क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड का मुकाबला जर्मनी से होगा, जबकि चौथे क्वार्टर फाइनल में नीदरलैंड्स, दक्षिण कोरिया के साथ खेलेगा। बेल्जियम और ऑस्ट्रेलिया ने पहले ही विश्वकप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। ऑस्ट्रेलिया ने पहले क्वार्टर फाइनल में स्पेन को 4-3 से पराजित किया जबकि दूसरे सेमीफाइनल में बेल्जियम ने न्यूजीलैंड को 2-0 से हराया।
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नई दिल्ली|सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की भारतीय जोड़ी आज मेलबर्न में ऑस्ट्रेलियन ओपन टेनिस मुकाबले में मिश्रित युगल श्रेणी के सेमीफाइनल में पहुंच गई। क्वार्टर फाइनल में उन्हें प्रतिद्वंद्वी जोड़ी से वाकओवर मिल गया। भारतीय जोड़ी का मुकाबला लातविया की येलेना ओस्तापेंको और स्पेन के डेविड वेगा हर्नांडिज से होना था, लेकिन खेल छोड़कर उनके बाहर हो जाने के कारण सानिया और रोहन बोपन्ना को अंतिम चार में स्वत: प्रवेश मिल गया। इससे पहले उन्होंने उरुग्वे और जापान के खिलाडि़यों की जोड़ी को 6-4, 7-6 से हराया था।
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पोटचेफस्ट्रूम. भारत ने रविवार को यहां श्रीलंका पर सात विकेट की शानदार जीत से महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप में ग्रुप एक सुपर सिक्स चरण में अपना अभियान फिर पटरी पर ला दिया। शनिवार को आस्ट्रेलिया से सात विकेट की हार के बाद टीम की गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए निर्धारित 20 ओवर में श्रीलंका को महज 59 रन पर समेट दिया। सोलह साल की लेग स्पिनर पर्शवी चोपड़ा भारतीय गेंदबाजों में सर्वश्रेष्ठ रहीं जिन्होंने चार विकेट झटके। बायें हाथ के स्पिनर मन्नत कश्यप ने दो विकेट हासिल किये जिससे इन दोनों ने प्रतिद्वंद्वी टीम के बल्लेबाजी क्रम को चरमरा दिया। भारत ने फिर यह लक्ष्य 7.2 ओवर में ही हासिल कर लिया, हालांकि इस दौरान टीम ने शेफाली वर्मा, विकेटकीपर ऋचा घोष और श्वेता सहरावत के विकेट गंवा दिये। सौम्या तिवारी (नाबाद 28 रन) महज 15 गेंद में पांच चौके जड़ दिये।
इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया और तेज गेंदबाज टिटास संधू ने पहली तीन गेंद में नेथमी सेनारत्ना को आउट कर दिया। फिर स्पिनरों ने जल्द ही जिम्मेदारी संभाली और कुछ ही देर में श्रीलंका की टीम संकट में घिर गयी। केवल कप्तान विशमी गुणरत्ने (25) और उम्या रथनायाके (13) ही दोहरे अंक तक पहुंच सकीं। कसी गेंदबाजी कर रही भारतीय गेंदबाजों ने प्रतिद्वंद्वी बल्लेबाजों को स्ट्रोक्स खेलने का जरा भी मौका नहीं दिया और उन्होंने अतिरिक्त रन के रूप में केवल एक रन दिया। सलामी बल्लेबाज और भारतीय सीनियर टीम की सदस्य शेफाली महज 15 रन ही बना सकीं और ऑफ स्पिनर देवमी विहांगा का शिकार हुई जिन्होंने भारत के तीन विकेट झटके।