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नयी दिल्ली/ लगभग 100 किलोग्राम वजनी और छह फुट पांच इंच लंबे, मजबूत कद-काठी वाले सचिन यादव ने अपनी पहली ही विश्व चैंपियनशिप में अपने आदर्श नीरज चोपड़ा सहित भाला फेंक के खेल के तीन सुपरस्टार को पछाड़कर वैश्विक पहचान हासिल की। नीरज, पेरिस ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम और डाइमंड लीग ट्रॉफी विजेता जूलियन वेबर से आगे रहकर यादव ने बृहस्पतिवार को तोक्यो में इस प्रतियोगिता के फाइनल में वह कर दिखाया जो असंभव लग रहा था क्योंकि उत्तर प्रदेश के इस 25 वर्षीय खिलाड़ी के लिए चीजें अनजान थी। बागपत के पास खेकड़ा गांव के एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले यादव ने 85.16 मीटर के अपने पिछले व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को बेहतर करते हुए पहले प्रयास में 86.27 मीटर की थ्रो के साथ चौथा स्थान हासिल किया। प्रतियोगिता से पूर्व स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार माने जा रहे वेबर 86.11 मीटर के प्रयास से पांचवें स्थान पर रहे जबकि गत चैंपियन नीरज ने आठवां स्थान हासिल किया। पाकिस्तान के नदीम 82.75 मीटर के साथ दसवें स्थान पर रहे। यादव अमेरिका के कांस्य विजेता कर्टिस थॉम्पसन (86.67 मीटर) से 0.40 मीटर पीछे थे। लंदन ओलंपिक 2012 के चैंपियन त्रिनिदाद एवं टोबैगो के केशोर्न वालकॉट ने 88.16 मीटर के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने 87.38 मीटर के साथ रजत पदक जीता। यादव ने अपने शुरुआती वर्षों में एक योग्य कोच के बिना अभ्यास किया। उन्हें भाला फेंक से उनके पड़ोसी संदीप यादव ने परिचित कराया जिन्होंने इस लंबे कद के युवा को मनोरंजन के लिए क्रिकेट खेलते देखा था। अपने गांव में एक दोस्ताना क्रिकेट मैच के दौरान संदीप ने यादव को अच्छी गति से गेंदबाजी करते देखा।
यादव ने पहले कहा था, ‘‘यह पांच या दस ओवरों का एक मजेदार मैच था जो आमतौर पर गांव के मैदानों पर युवा खेलते हैं। संदीप भाई ने मुझे देखा और कहा कि मेरे कंधे की गति अच्छी है और मैं तेज गेंद फेंक रहा हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने मुझे भाला फेंकने की सलाह दी। बाद में उन्होंने मुझे नयी दिल्ली में (जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के राष्ट्रीय भाला फेंक अकादमी में) जाने-माने भाला फेंक कोच नवल सिंह से प्रशिक्षण लेने की सलाह दी। इस तरह मैंने शुरुआत की।" यह तब की बात है जब यादव लगभग 19 साल के थे।
शुरुआत में यादव के पास कोई उचित कोच नहीं था और कम सफल भाला फेंक खिलाड़ी संदीप ही उनका मार्गदर्शन कर रहे थे। जिला और राज्य स्तर पर कुछ प्रतियोगिताओं के बाद यादव ने पहली बार 2000 में अंतर-विश्वविद्यालय प्रतियोगिता के दौरान एक राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया और फाइनल में 66.09 मीटर के थ्रो के साथ सातवें स्थान पर रहे। वह 2021 तक 70 मीटर की दूरी नहीं छू पाए लेकिन उसी साल उन्हें कोहनी में चोट लग गई जिसके लिए सर्जरी करानी पड़ी। उनके पिता को उनके इलाज के लिए कर्ज लेना पड़ा। चोट से उबरने के बाद यादव का प्रदर्शन बेहतर हुआ। मई 2023 में रांची में हुए फेडरेशन कप के दौरान उन्होंने प्रतिष्ठित 80 मीटर का आंकड़ा पार कर लिया। वह 80.27 मीटर के साथ तीसरे स्थान पर रहे लेकिन उससे भी बढ़कर, 80 मीटर क्लब में शामिल होने से अधिकारियों और कोचों का ध्यान उनकी ओर गया। संदीप ने ही जाने-माने कोच नवल सिंह को यादव को अपने मार्गदर्शन में लेने के लिए राजी किया था। संदीप ने नवल के अधीन प्रशिक्षण लिया था जिन्होंने ओलंपियन शिवपाल सिंह और पैरालंपिक स्वर्ण विजेता सुमित अंतिल और नवदीप सिंह जैसे खिलाड़ियों को कोचिंग दी है। -
तोक्यो. गत चैम्पियन नीरज चोपड़ा ने बुधवार को पहले ही थ्रो में स्वत: क्वालीफिकेशन का 84 . 50 मीटर का आंकड़ा पार करके विश्व चैम्पियनशिप पुरूष भालाफेंक स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश कर लिया । दो बार के ओलंपिक पदक विजेता 27 वर्ष के नीरज ने क्वालीफिकेशन दौर में ग्रुप ए में पहला ही थ्रो 84 . 85 मीटर का फेंका । चोपड़ा सबसे पहले थ्रो फेंकने के लिये उतरे थे और फाइनल में जगह बनाने के साथ ही रवाना भी हो गए । स्वत: क्वालीफिकेशन का 84 . 50 मीटर का आंकड़ा छूने वाले या सर्वश्रेष्ठ 12 खिलाड़ी बृहस्पतिवार को होने वाले फाइनल में जगह बनायेंगे । जर्मनी के जूलियर वेबर ने भी 87 . 21 मीटर के थ्रो के साथ क्वालीफाई कर लिया । ग्रुप ए में शामिल 19 खिलाड़ियों में केशोर्न वालकॉट, याकूब वालेश और भारत के सचिन यादव भी हैं । ग्रुप बी में पाकिस्तान के ओलंपिक चैम्पियन अरशद नदीम, एंडरसन पीटर्स, जूलियस येगो, रोहित यादव ,यशवीर सिंह भी हैं । बुडापेस्ट में पिछली विश्व चैम्पियनशिप में नीरज ने 88 . 17 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण जीता था जबकि नदीम दूसरे और वालेश तीसरे स्थान पर रहे थे ।
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दुबई. स्पिनर वरूण चक्रवर्ती पहली बार आईसीसी टी20 अंतरराष्ट्रीय गेंदबाजों की रैंकिंग में पहले स्थान पर पहुंच गए हैं और यह उपलब्धि हासिल करने वाले तीसरे भारतीय बने । आईसीसी ने एक बयान में कहा ,‘‘ भारतीय स्पिनर वरूण चक्रवर्ती को 2025 में लगातार अच्छे प्रदर्शन का ईनाम मिला है और वह आईसीसी पुरूष टी20 खिलाड़ियों की रैंकिंग में नंबर एक पर काबिज हो गए हैं ।'' चक्रवर्ती से पहले जसप्रीत बुमराह और रवि बिश्नोई आईसीसी टी20 गेंदबाजी रैंकिंग में शिखर पर पहुंच चुके हैं । चक्रवर्ती ने न्यूजीलैंड के जैकब डफी को पछाड़कर पहला स्थान हासिल किया ।
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मुल्लांपुर. उपकप्तान स्मृति मंधाना ने किसी भारतीय महिला बल्लेबाज का दूसरा सबसे तेज वनडे शतक जड़ा जिससे मेजबान टीम ने बुधवार को यहां दूसरे दूसरे एक दिवसीय क्रिकेट मैच में ऑस्ट्रेलिया को 102 रन से करारी शिकस्त देकर तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर दी। पहले बल्लेबाजी के लिये भेजे जाने पर भारत के लिये बायें हाथ की बल्लेबाज मंधाना ने 91 गेंद में 117 रन बनाये जिसमे 14 चौके और चार छक्के शामिल थे । उन्होंने अपना शतक सिर्फ 77 गेंद में पूरा किया । जिससे मेजबान टीम ने 292 रन से अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया । इसके बाद कई कैच छूटने के बावजूद मेजबान टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 40.5 ओवर में 190 रन पर आउट करके बड़ी जीत दर्ज की। भारत को पहले मैच में आठ विकेट से पराजय झेलनी पड़ी थी । तीसरा और आखिरी मैच 20 सितंबर को नयी दिल्ली में खेला जायेगा । ऑस्ट्रेलिया की टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए लय में नहीं दिखी। भारत की धारदार गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण ने उन्हें पहले 10 ओवर दो विकेट पर 25 ही बनाने दिए। भारत ने शानदार गेंदबाजी की जिसमें क्रांति गौड़ ने 9.5 ओवर में 28 रन देकर तीन विकेट चटकाए। दीप्ति शर्मा ने 30वें ओवर के बाद दो विकेट चटकाकर ऑस्ट्रेलिया के लिए जीत का रास्ता बंद कर दिया। रेणुका ठाकुर (28 रन देकर एक विकेट) ने दूसरे ओवर में जॉर्जिया वोल (शून्य) को आउट कर मैच की लय तय की और गौड़ ने खतरनाक एलिसा हीली (09) को पांचवें ओवर में अरुंधति रेड्डी के हाथों कैच आउट करा दिया। एलिस पैरी (44) ने बेथ मूनी (18) के साथ तीसरे विकेट के लिए 50 रन और एनाबेल सदरलैंड (45) के साथ चौथे विकेट के लिए 46 रन जोड़कर महत्वपूर्ण साझेदारी बनाने की कोशिश की। लेकिन बढ़ती रन गति ने ऑस्ट्रेलिया को दबाव में रखा। हरलीन देओल ने मूनी (18) को 15वें ओवर में स्नेह राणा की गेंद पर जीवनदान दिया लेकिन इसी गेंदबाज ने 17वें ओवर में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज को रेड्डी के हाथों कैच करा दिया। राधा ने 21वें ओवर में सदरलैंड का कैच टपकाया, लेकिन 25वें ओवर में इस बाएं हाथ की स्पिनर ने अपनी ही गेंद पर पैरी का कैच लपककर बड़ा विकेट हासिल किया। भारत के लिए एक और अहम पल 30वें ओवर में आया जब कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कवर पर एक बेहतरीन कैच लपककर सदरलैंड को 45 रन पर आउट कर दिया जिससे ऑस्ट्रेलिया पांच विकेट पर 134 रन के स्कोर पर मुश्किल में पड़ गया। गौड ने 33वें ओवर में एश्ले गार्डनर (17) का कैच टपका दिया लेकिन अगले ओवर में राधा ने दीप्ति की गेंद पर डीप मिडविकेट पर उनका कैच लपकने में कोई गलती नहीं की। गार्डनर के आउट होने के बाद 36वें ओवर में तहलिया मैकग्रा (16) भी आउट हो गईं जिनका रेड्डी ने दीप्ति की गेंद पर शानदार कैच लपका। इस तरह ऑस्ट्रेलिया की चुनौती कमजोर पड़ गई। इतिहास में यह पहली बार है कि विश्व में दबदबा रखने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम कोई वनडे मैच 100 या उससे अधिक रनों से हारी है। इससे पहले मंधाना ने 77 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। भारत की किसी महिला बल्लेबाज के सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड भी उनके ही नाम है । उन्होंने राजकोट में इस साल जनवरी में आयरलैंड के खिलाफ 70 गेंद में शतक पूरा किया था । मंधाना और प्रतिका रावल (25) ने भारत को दमदार शुरूआत देते हुए पहले विकेट के लिये 11 . 3 ओवर में 70 रन जोड़े । रावल अच्छी लय में दिख रही थीं लेकिन एशले गार्डनर की गेंद पर कवर में जॉर्जिया वेयरहेम को कैच दे बैठी । गार्डनर ने 39 रन देकर दो विकेट लिये । हरलीन देयोल (10) और कप्तान हरमनप्रीत कौर (17) ने अच्छी शुरूआत की लेकिन बड़ा स्कोर नहीं बना सकीं ।
दूसरी ओर मंधाना ने एक छोर संभाले रखा । उन्होंने वेयरहेम को स्लॉग स्वीप खेलकर डीप मिडविकेट में छक्का लगाया और 45 गेंद में अर्धशतक पूरा किया । अगली गेंद पर उन्होंने चौका जड़ा । उन्होंने वेयरहेम को अगले ओवर में दो और चौके और एक छक्का लगाया । वहीं ताहलिया मैकग्रा को मिड आफ पर चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया । मंधाना 33वें ओवर में आउट हुई जब मैकग्रा की गेंद पर मिडविकेट सीमा पर गार्डनर को कैच थमाया । उनके आउट होने के बाद रनगति धीमी हुई लेकिन दीप्ति शर्मा (53 गेंद में 40) और रिचा घोष (33 गेंद में 29) ने अच्छी पारियां खेली । भारतीय टीम एक समय 300 रन के पार जाती दिख रही थी लेकिन मंधाना के आउट होने के बाद इससे चूक गई । आस्ट्रेलिया के लिये डार्सी ब्राउन ने 42 रन देकर तीन विकेट लिये ।
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर देश की प्रमुख खेल हस्तियों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके खेलों के प्रति प्रोत्साहन और व्यक्तिगत सहयोग को याद किया। खिलाड़ियों ने सोशल मीडिया पर संदेश साझा करते हुए पीएम मोदी की नेतृत्व क्षमता और स्नेह का जिक्र किया।
बैडमिंटन स्टार पी.वी. सिंधु ने एक भावुक पोस्ट लिखते हुए कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से कई बार मुलाकात की है और उन यादों को हमेशा संजोकर रखेंगी। उन्होंने लिखा, “जब मोदी जी प्रधानमंत्री बने, तब मेरे करियर में जीतों का सिलसिला शुरू हुआ। ऐसा लगता है मानो मेरी यात्रा और उनका नेतृत्व साथ-साथ चल रहे थे।” सिंधु ने अपने ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप की जीतों और पद्म भूषण सम्मान के अवसर पर हुई मुलाकातों को भी याद किया।वहीं टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने कहा, “प्रधानमंत्री से हर मुलाकात प्रेरणादायक रही है। उन्होंने खिलाड़ियों की व्यक्तिगत यात्राओं में गहरी रुचि ली और हर स्तर पर सहयोग दिया है। उनके इस खास दिन पर मैं उन्हें शुभकामनाएं देती हूं।”शतरंज ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद ने प्रधानमंत्री की विनम्रता और नवाचार की सराहना करते हुए एक व्यक्तिगत किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने गुजराती थाली पसंद करने की बात कही, तो मोदी जी ने तुरंत उन्हें स्टेट गेस्ट हाउस में ले जाकर थाली खिलाई और कहा, “मैं चाहता हूं कि आपको सबसे बेहतरीन थाली मिले।” आनंद ने इसे एक अविस्मरणीय अनुभव बताया।क्रिकेट जगत से भी कई दिग्गजों ने बधाइयां दीं। सचिन तेंदुलकर ने एक्स पर लिखा, “आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं। आने वाला साल स्वास्थ्य, खुशी और ऊर्जा से भरा हो।” टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “माननीय प्रधानमंत्री को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं।” पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने लिखा, “आपको अच्छे स्वास्थ्य और सफलता के साथ आगे भी देश का नेतृत्व करते देखने की कामना करता हूं।” सुरेश रैना ने कहा, “आपके मार्गदर्शन में भारत ने विकास, वैश्विक पहचान और राष्ट्रीय एकता के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।”रेसलर बबीता फोगाट ने प्रधानमंत्री को “दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता और विकसित भारत के ध्वजवाहक” बताते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा पिता समान स्नेह और मार्गदर्शन दिया है। उन्होंने प्रार्थना की कि प्रधानमंत्री लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के साथ देश की सेवा करते रहें। -
नई दिल्ली। बीसीसीआई ने आज मंगलवार को टीम इंडिया के नए प्रमुख प्रायोजक के रूप में अपोलो टायर्स का ऐलान किया। यह करार मार्च 2028 तक चलेगा। इस दौरान भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेट टीमों की जर्सी पर सभी प्रारूपों में अपोलो टायर्स का लोगो दिखाई देगा। यह समझौता ड्रीम11 की जगह लेगा, जो अब तक टीम इंडिया का प्रमुख प्रायोजक था।
बीसीसीआई ने इसे अपोलो टायर्स का भारतीय क्रिकेट में पहला कदम बताया और कहा कि क्रिकेट देश का सबसे लोकप्रिय खेल है, ऐसे में यह साझेदारी रणनीतिक और ऐतिहासिक है। संस्था ने यह भी बताया कि कड़ी बोली प्रक्रिया के बाद मिली यह साझेदारी प्रायोजन मूल्य में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाती है, जो भारतीय क्रिकेट की बढ़ती व्यावसायिक अपील को साबित करती है।बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा कि अपोलो टायर्स का आगमन भारतीय टीमों की मेहनत और लगातार अच्छे प्रदर्शन का प्रमाण है। उन्होंने इस साझेदारी को सिर्फ एक व्यावसायिक समझौता नहीं, बल्कि दो भरोसेमंद और सम्मानित संस्थानों की साझेदारी बताया। बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि यह ऐतिहासिक अवसर भारतीय क्रिकेट की अटूट भावना और अपोलो टायर्स की अग्रणी विरासत को जोड़ता है। उन्होंने बताया कि प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया से यह साबित हुआ है कि टीम इंडिया और बीसीसीआई के ब्रांड पर बाजार का गहरा विश्वास है।अपोलो टायर्स लिमिटेड के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक नीरज कंवर ने कहा कि टीम इंडिया का प्रमुख प्रायोजक बनना कंपनी के लिए राष्ट्रीय गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि यह साझेदारी उपभोक्ताओं के विश्वास को और मजबूत करेगी, अपोलो की नेतृत्वकारी भूमिका को प्रदर्शित करेगी और भारतीय खेलों को सर्वोच्च स्तर पर समर्थन देगी। -
-लगातार 3 मैच जीतकर भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंची
-भारत ने एशिया कप 2025 में लगातार 3 मैच जीतकर बनाया इतिहास-एशिया कप में महासमुंद की दिव्या भारतीय बास्केटबॉल टीम में शामिलमहासमुंद / अंडर 16 वूमेंस एशिया कप 2025 का आयोजन मलेशिया में 13 से 19 सितम्बर 2025 तक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें भारतीय अंडर 16 महिला बास्केटबॉल टीम में छत्तीसगढ़ से महासमुंद जिले की दिव्या रंगारी पिता विनोद रंगारी शामिल है। इसके अलावा भारतीय टीम में तमिलनाडु, कर्नाटका, केरल, महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना के खिलाड़ी शामिल हैं। एशिया कप में इंडिया टीम ने शानदार खेल खेलते हुए पहले मैच में ईरान को 70 - 67 अंकों से हराया, दूसरे मैच में इंडिया ने उज्बेकिस्तान को 81- 69 अंकों से हराया, तीसरे मैच में इंडिया ने समोआ को 71 - 54 के बड़े अंतर से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। एशिया कप में लगातार 3 मैच जीतकर भारतीय टीम ने इतिहास रच दिया है तथा सेमीफाइनल में पहुंच गई है। भारतीय टीम 18 सितंबर को सेमीफाइनल मैच खेलेगी। प्रदेश व जिले में खुशी की लहर है। सेमीफाइनल में प्रवेश करने पर छत्तीसगढ़ प्रदेश बास्केटबॉल संघ के श्री राजीव जैन अध्यक्ष, चेयरमैन श्री विजय अग्रवाल, श्री नरेश डाकलिया, श्री राजीव चैबे, श्री राजेश गौर, भारतीय टीम के मुख्य प्रशिक्षक अनिथा पॉलदुरई, सहायक प्रशिक्षक श्री रोहित एवं श्री उमा कांत, सांसद श्रीमती रूपकुमारी चैधरी, विधायक महासमुंद श्री योगेश्वर राजू सिंहा, कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, सीईओ श्री हेमंत नंदनवार, अपर कलेक्टर सचिन भूतड़ा, रवि साहू, जिला बास्केटबॉल संघ महासमुंद के अध्यक्ष नुरेन चंद्राकर, गौरव चंद्राकर, सचिव शुभम तिवारी, मनीष श्रीवास्तव, खेल अधिकारी खेल एवं युवा कल्याण मनोज धृतलहरे, संतोष कुमार सोनी, किरण महाडीक, हुलसी चंद्राकर, तारिणी चंद्राकर, अभिषेक अंबिलकर, कुलेश्वर चंद्राकर, पिता विनोद रंगारी, माता सपना रंगारी, सुभाष मंडल, श्रेया घोष, राइमा दास एवं खिलाड़ियों ने शुभकामनाएं दी। - दुबई. भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने रविवार को यहां एशिया कप के एकतरफा मुकाबले में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को सात विकेट से हराने के बाद कहा कि यह जीत उनके जन्मदिन पर देशवासियों के लिए ‘रिटर्न गिफ्ट' है। भारतीय स्पिनरों में कुलदीप यादव ने तीन, अक्षर पटेल और वरूण चक्रवर्ती ने दो दो विकेट झटके। पाकिस्तान का कोई भी बल्लेबाज इस तिकड़ी के सामने टिक नहीं सका और टीम नौ विकेट पर 127 रन ही बना सकी । जवाब में भारत ने 15 . 5 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया । सूर्यकुमार ने छक्का लगाकर जीत दिलाई और सीधे डगआउट में चले गए । अभिषेक शर्मा ने 12 गेंद में 31 रन बनाये और पाकिस्तान के सबसे बड़े गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी की जमकर धुनाई की। अपना 35वां जन्मदिन मना रहे सूर्यकुमार ने 37 गेंद में नाबाद 47 रन बनाये । सूर्यकुमार ने कहा, ‘‘ यह जीत सुखद अहसास है और यह जीत मेरी तरफ से भारत को बेहतरीन ‘रिटर्न गिफ्ट' है। मैं हमेशा कोशिश करता हूं कि अंत तक क्रीज पर बना रहूं और आज मैच समाप्त कर खुश हूं। '' उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ खेलना भी किसी अन्य प्रतिद्वंद्वी की तरह ही है। उन्होंने कहा, ‘‘हम हर विपक्षी टीम के लिए एक ही तरह की रणनीति के साथ आते हैं। कुछ महीने पहले टीम ने भारत ने कई स्पिनरों के साथ चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी और वहीं से इसकी शुरूआत हुई। मैं स्पिनरों का मुरीद हूं। '' अंत में सूर्यकुमार ने कहा, ‘‘हम पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़े हैं। हम अपनी एकजुटता व्यक्त करते हैं और हम आज की जीत को सशस्त्र बलों को समर्पित करना चाहते हैं। '' कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को लगातार दूसरे मैच में ‘प्लेयर ऑफ़ द मैच' चुना गया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कुछ अलग नहीं किया। बस रणनीति पर अमल करने पर मेरा ध्यान था। मैं बस बल्लेबाज के हिसाब से गेंदबाजी कर रहा था। मुझे अब भी अपनी गेंदबाजी पर काम करना होगा। मैं मैच दर मैच बेहतर होने का प्रयास करता रहूंगा।
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लिवरपूल. भारतीय मुक्केबाजों जैसमीन लंबोरिया (57 किग्रा) और मीनाक्षी हुड्डा (48 किग्रा) ने अपना नाम इतिहास में दर्ज कराते हुए यहां विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में कड़े मुकाबलों में अपने-अपने वर्ग में खिताब जीते जबकि भारत ने विदेशी सरजमीं पर महिला वर्ग में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए चार पदक अपने नाम किए। जैसमीन ने पेरिस ओलंपिक की रजत पदक विजेता पोलैंड की जूलिया जेरेमेटा को हराकर फीदरवेट वर्ग में चैम्पियन बन गई। पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने वाली जैसमीन ने 57 किग्रा के फाइनल में शनिवार को देर रात 4 . 1 (30-27, 29-28, 30-27, 28-29, 29-28) से जीत दर्ज की । जैसमीन ने कहा, ‘‘मैं जो महसूस कर रही हूं उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकती। मैं पिछली दो विश्व चैंपियनशिप में क्वार्टर फाइनल में हार गई थी लेकिन विश्व कप जीत से मेरा हौसला बढ़ा और मैंने तय किया कि मुझे एकतरफा मैच जीतने हैं। मैंने बस अपनी रणनीति और खेल पर ध्यान केंद्रित किया।'' पदार्पण कर रही मीनाक्षी ने रविवार को जैसमीन की उपलब्धि को दोहराते हुए पेरिस ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता कजाखस्तान की नाजिम काइजेबे को 48 किग्रा वर्ग के फाइनल में 4-1 से हराकर जुलाई में विश्व कप में मिली हार का बदला चुकता किया। नुपूर शेरोन (80 प्लस किलो) और पूजा रानी (80 किलो) को गैर ओलंपिक भारवर्ग में क्रमश: रजत और कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा । भारत ने प्रतियोगिता में चार पदक जीते जो विदेशी सरजमीं पर उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
इस जीत के साथ जैसमीन और मीनाक्षी विश्व चैम्पियन बनने वाली भारतीय मुक्केबाजों की सूची में शामिल हो गई हैं। इससे पहले छह बार की चैम्पियन एम सी मेरीकोम (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018), दो बार की विजेता निकहत जरीन (2022 और 2023), सरिता देवी (2006), जेनी आरएल (2006), लेखा केसी (2006), नीतू गंघास (2023), लवलीना बोरगोहेन (2023) और स्वीटी बूरा (2023) यह खिताब जीत चुकी हैं। तीसरी बार विश्व चैंपियनशिप में भाग ले रही 24 वर्षीय जैसमीन ने मुकाबले में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया। शुरू में दोनों मुक्केबाज़ एक-दूसरे को परख रही थीं लेकिन रेफरी के उकसावे पर जेरेमेटा ने पहला वार किया। ओलंपिक फ़ाइनल में लिन यू-टिंग से हारने वाली पोलैंड की यह मुक्केबाज़ तेज़ और सटीक थी और रक्षात्मक रणनीति का इस्तेमाल करते हुए तेज़ी से अंदर-बाहर हो रही थी। उन्होंने पहला राउंड 3-2 से जीत लिया। लेकिन दूसरे राउंड में भारतीय खिलाड़ी ने जोरदार वापसी की। जैसमीन ने मुकाबले पर नियंत्रण बनाया तथा आक्रमण और रक्षण के बीच शानदार समन्वय स्थापित किया जिससे सभी जज उनके पक्ष में हो गए। जब अंतिम फैसला सुनाया गया, तो आमतौर पर शांत रहने वाली जैसमीन ने हल्की सी चीख़ मारी और फिर हाथ उठाकर अपनी निराश प्रतिद्वंद्वी को शालीनता से गले लगा लिया। पदक समारोह में, जब पूरे स्टेडियम में भारतीय राष्ट्रगान गूंज रहा था, तो उनकी आंखें चमक उठीं। उनका यह पदक भारत को ओलंपिक भार वर्ग में मिला एकमात्र पदक है।
फाइनल में मीनाक्षी ने अपनी शारीरिक क्षमता का पूरा फायदा उठाया। उन्होंने अपनी लंबी पहुंच का इस्तेमाल करते हुए काइजेबे पर तीखे प्रहार किए और विश्व चैंपियनशिप में कई पदक जीतने वाली इस मुक्केबाज को लगातार दबाव में रखा। चौबीस साल की मीनाक्षी बैकफुट पर सहज दिखीं और उन्होंने सीधे मुक्के जड़े जबकि कजाखस्तान की 31 वर्षीय अनुभवी मुक्केबाज पूरी आक्रामकता के साथ आगे बढ़ रही थीं। पहला राउंड गंवाने के बाद काइजेबे ने दूसरे राउंड में आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने भारतीय मुक्केबाज के शरीर पर वार किए और 3-2 से राउंड जीत लिया। मीनाक्षी ने तुरंत पलटवार किया। मौके की जरूरत को देखते हुए उन्होंने तीसरे राउंड में अधिक आक्रामकता दिखाई और पूरे दबदबे के साथ विरोधी मुक्केबाज पर मुक्के बरसाए और जीत दर्ज की। एक अन्य फाइनल में नुपूर को पोलैंड की तकनीकी रूप से कुशल अगाता काज्मार्स्का से 2-3 से हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद उन्हें रजत पदक मिला। नुपूर अपने लंबे कद के बावजूद मुकाबले में खुद को हावी नहीं कर पाईं। उन्होंने शानदार शुरुआत की और मुक्कों की झड़ी लगा दी, लेकिन काज़्मार्स्का ने लगातार आक्रामकता से जवाब दिया और ऐसे वार किए कि भारतीय खिलाड़ी निढाल हो गई। जैसे-जैसे मुकाबला आगे बढ़ा, नुपूर मुक्के मारने में हिचकिचाने लगीं, जबकि पोलैंड की खिलाड़ी लगातार आक्रमण करती रही। निर्णायक क्षण अंतिम राउंड में आया जब अगाता ने एक ज़बरदस्त अपरकट लगाया जो मुकाबला 3-2 से उनके पक्ष में करने और उनके पहले विश्व ख़िताब को सुनिश्चित करने के लिए काफ़ी था। इससे पहले सेमीफाइनल में पूजा को स्थानीय खिलाड़ी एमिली एस्क्विथ के हाथों 1-4 के विभाजित फैसले से हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था। पूजा ने राउंड के बाद अपने नपे-तुले खेल से बढ़त बना ली। लेकिन एस्क्विथ ने तेज़ी से अपने खेल की रणनीति में बदलाव करते हुए 34 वर्षीय पूजा की लय को बेअसर कर दिया। -
दुबई। कुलदीप यादव के हुनर और अक्षर पटेल के अनुशासित प्रदर्शन का पाकिस्तान के बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं था और भारत ने एशिया कप के एकतरफा मुकाबले में रविवार को चिर प्रतिद्वंद्वी को अपेक्षा के अनुरूप सात विकेट से हरा दिया । पहलगाम आतंकी हमले के कारण इस मैच के बहिष्कार की मांग के बावजूद मैदान खचाखच भरा था और 85 प्रतिशत भारतीय प्रशंसक थे जिन्होंने सूर्यकुमार यादव की टीम को पहली गेंद से आखिर पर पाकिस्तान को दबाव में रखते देखा । वहीं टॉस के समय और मैच खत्म होने के बाद भी पाकिस्तानी टीम से हाथ नहीं मिलाया । स्पिनर अक्षर ने चार ओवर में 18 रन देकर दो, कुलदीप ने चार ओवर में 18 रन देकर तीन और वरूण ने चार ओवर में 24 रन देकर एक विकेट लिया । पाकिस्तान का कोई भी बल्लेबाज इस तिकड़ी के सामने टिक नहीं सका और टीम नौ विकेट पर 127 रन ही बना सकी । जवाब में भारत ने 15 . 5 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया । सूर्यकुमार ने छक्का लगाकर जीत दिलाई और सीधे डगआउट में चले गए । अभिषेक शर्मा ने 12 गेंद में 31 रन बनाये और पाकिस्तान के सबसे बड़े गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी की जमकर धुनाई की । अफरीदी ने दो ओवर में 23 रन दे डाले और उन्हें विकेट भी नहीं मिली । अपना 35वां जन्मदिन मना रहे सूर्यकुमार ने 37 गेंद में नाबाद 47 रन बनाये । अभिषेक ने आक्रामक शुरूआत करके पाकिस्तान की वापसी की सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया । शुभमन गिल जल्दी आउट हो गए और अभिषेक भी चौथे ओवर में लौट गए लेकिन सूर्यकुमार और तिलक वर्मा (31 गेंद में 31 रन) ने तीसरे विकेट के लिये 56 रन जोड़े । भारत ने गेंदबाजी के दौरान ही एक बार फिर दिखा दिया कि दोनों टीमों के प्रदर्शन में जमीन आसमान का अंतर है। अक्षर, कुलदीप और वरूण ने मिलकर 40 डॉट गेंदें डाली और जसप्रीत बुमराह ने भी 15 डॉट गेंद फेंकी । इसी से पाकिस्तानी बल्लेबाजों पर बने दबाव का पता चल जाता है । शाहीन शाह अफरीदी ने अगर आखिर में 16 गेंद में नाबाद 33 रन नहीं बनाये होते तो पाकिस्तान 125 रन के पार भी नहीं पहुंचता । सूर्यकुमार यादव टॉस हार गए और पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा से हाथ भी नहीं मिलाया । भारत ने पहली वैध गेंद से ही दबाव बना दिया और सईम अयूब खाता खोले बिना हार्दिक पंड्या की गेंद पर प्वाइंट में बुमराह को कैच दे बैठे । बुमराह ने चार ओवर में 28 रन देकर दो विकेट लिये । उन्होंने पिछले मैच में सर्वाधिक रन बनाने वाले मोहम्मद हारिस (तीन) को पवेलियन भेजा । वह पूल शॉट खेलने के प्रयास में फाइन लेग में खड़े पंड्या को कैच देकर लौटे ।
साहिबजादा फरहान ने 44 गेंद में 40 रन बनाये और बुमराह को दो छक्के भी जड़े लेकिन भारत के किसी स्पिनर का सामना नहीं कर पाये । पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने खराब शॉट खेले और उनमें तकनीक का भी अभाव नजर आया । फखर जमां (15 गेंद में 17 रन) ने अक्षर के सामने जोखिम उठाने का साहस किया हालांकि स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ उनका कैरियर रिकॉर्ड बेहतर रहा है । अक्षर के आते ही फखर ने उन्हें खराब शॉट खेला और लांग आन पर तिलक वर्मा को कैच दे दिया ।
पाकिस्तानी कप्तान सलमान तीन रन बनाकर पवेलियन लौट गए जो गेंद की लैंग्थ और अतिरिक्त उछाल को भांप ही नहीं पाये । बायें हाथ के बल्लेबाज मोहम्मद नवाज को कुलदीप की गुगली ने परेशान किया । फरहान को भी कुलदीप ने रवाना किया । इसके साथ ही बहुदेशीय टूर्नामेंटों में भारत के खिलाफ पाकिस्तान का लचर प्रदर्शन जारी रहा । - -पॉवर कंपनी के अध्यक्ष डॉ. रोहित यादव ने किया पुरस्कृतरायपुर । 47वीं ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी शटल बैडमिंटन टूर्नामेंट में केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड का दबदबा रहा। केरल के खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया और तीनों इवेंट में विजेता का खिताब हासिल किया।तीन दिनों से चल रहे आल इंडिया बैडमिंटन टूर्नामेंट का समापन आज पुरस्कार वितरण के साथ सम्पन्न हुआ। समापन समारोह के मुख्य अतिथि ऊर्जा सचिव व पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन व जनरेशन कंपनी के अध्यक्ष डॉ. रोहित यादव थे।उन्होंने कहा कि बैडमिंटन ऐसा खेल है जिसे हर कोई एक न एक बार जरूर खेला होगा। यहां हुए खेल के प्रदर्शन को देखकर बचपन याद आ गया। विद्युत कंपनियों की यह अच्छी परंपरा है कि हर राज्य खेल गतिविधि करते हैं और राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिलता है। उससे बिजली कर्मियों में अनुशासन और टीम भावना का विकास होता है। वे अपने शरीर को चुस्त-दुरूस्त और फिट भी रख पाते हैं।समापन समारोह की अध्यक्षता उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री एसके कटियार ने की । विशेष अतिथि के रूप में पारेषण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री राजेश कुमार शुक्ला एवं वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री भीम सिंह कंवर के साथ ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष व कार्यपालक निदेशक श्री केएस मनोठिया, केंद्रीय क्रीड़ा एवं कला परिषद के महासचिव एमएस चौहान,कार्यपालक निदेशक जेएस नेताम, मुख्य अभियंता श्री संजीव सिंह सहित कार्यपालक निदेशक-मुख्य अभियंतागण उपस्थित थे।ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी शटल बैडमिंटन टूर्नामेंट का आयोजन छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज की सेंट्रल स्पोर्ट्स एंड कल्चरल कमेटी किया, जिसमें 10 राज्यों के 65 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया।टीम इवेंट में केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड विजेता रहा। उपविजेता तमिलनाडु पावर डिस्ट्रीब्यूशन कार्पोरेशन रही। तीसरे स्थान पर कर्नाटक पावर ट्रांसमिशन कार्पोरेशन रही। मेन्स डबल में केरल के श्याम प्रसाद व विष्णु राजेंद्रन विजेता रहे। दूसरे स्थान पर आन्ध्रप्रदेश के बी उदय भास्कर व के संकेश तथा तीसरे स्थान पर तेलंगाना के बी कृष्णकांत व के दिनेश रेड्डी रहे।मेन्स सिंगल में केरल के श्याम प्रसाद प्रथम व अजय सतीश नायर द्वितीय रहे। तीसरे स्थान पर छत्तीसगढ़ के अविनेश पाठक ने बाजी मारी। इस तरह तीनों इवेंट में केरल के खिलाड़ियों ने पहला स्थान बनाये रखा।आभार प्रदर्शन कमेटी के सचिव श्री राजेश सिंह ने कियाव मंच संचालन प्रबंधक (जनसंपर्क) श्री गोविन्द पटेल ने किया।पूरे टुर्नामेंट में चीफ रेफरी रहे श्री प्रताप भट्टाचार्य व मैच कंट्रोरल गुरदीप सिंह तथा अंपायर हेम पांडेय, घनश्याम सोनी, आदित्य भट्टाचार्य, अनुराग डे व श्रीराम यादव को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।देशभर के विद्युत कंपनियों के अधिकारी-कर्मचारियों के बीच खेल को प्रोत्साहित करने के लिए ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड विभिन्न टूर्नामेंट का आयोजन करती है, जिसमें इस बार छत्तीसगढ़ को आल इंडिया बैडमिंटन टूर्नामेंट की जिम्मेदारी मिली। इसमें कर्नाटका पॉवर ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, कर्नाटका पॉवर कार्पोरेशन, तमिलनाडु पावर डिस्ट्रीब्यूशन कार्पोरेशन लिमिडेट, यूपी पावर कार्पोरेशन लिमिटेड, केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, आंध्रप्रदेश ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, तेलंगाना ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, असम स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, दिल्ली ट्रांस्को लिमिटेड की टीम ने हिस्सा लिया।
- -10 राज्यों के विद्युत कर्मियों के बीच हो रही स्पर्धा, आज होगा समापन,-पॉवर कंपनी के अध्यक्ष डॉ. रोहित यादव करेंगे पुरस्कृतरायपुर । 47वीं ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी शटल बैडमिंटन टूर्नामेंट के टीम इवेंट में केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड विजेता रही। उपविजेता तमिलनाडु पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कार्पोरेशन लिमिटेड रही। कल 13 सितंबर को ओपन सिंगल और ओपन डबल के सेमीफाइनल और फाइनल मैच के साथ शाम 4 बजे पुरस्कार वितरण समारोह मोवा स्थित आई स्पोर्ट्स कोर्ट में रखा गया है, जिसमें मुख्य अतिथि ऊर्जा सचिव व पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन व जनरेशन कंपनी के अध्यक्ष डॉ. रोहित यादव होंगे।समापन समारोह की अध्यक्षता उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री एसके कटियार करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में पारेषण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री राजेश कुमार शुक्ला एवं वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री भीम सिंह कंवर के साथ ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष व कार्यपालक निदेशक श्री केएस मनोठिया व निदेशक श्री आरए पाठक एवं कार्यपालक निदेशक-मुख्य अभियंतागण उपस्थित रहेंगे।ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी शटल बैडमिंटन टूर्नामेंट का आयोजन छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज की सेंट्रल स्पोर्ट्स एंड कल्चरल कमेटी कर रही है, इसमें 10 राज्यों के 65 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। कमेटी के महासचिव व कार्यपालक निदेशक (वित्त) श्री एमएस चौहान ने बताया कि आज दूसरे दिन सुबह टीम इवेंट का फाइनल मैच केरल और तमिलनाडु के बीच खेला गया। टूर्नामेंट के नियमानुसार दोनों टीम के बीच सिंगल के तीन और डबल के दो मैच होने थे। जो टीम इन पांच मैच में अधिक बार जीतेगी, वही विजेता होगा।इस तरह केरल के खिलाड़ियों ने एकतरफा खेल का प्रदर्शन करते हुए पहले दो सिंगल और एक डबल मैच में जीत दर्ज कर ली। केरल टीम के श्याम प्रसाद एम ने तमिलनाडु के ए चंद्रशेखर को 21-4 और 21-6 से हराया। दूसरे मैच में केरल के अजय सतीश ने तमिलनाडु के वी सुंदरेश्वर को 21-10 और 21-8 से परास्त किया। तीसरे मैच में केरल के श्याम प्रसाद एम और विष्णु राजेंद्रन की जोड़ी ने तमिलनाडु के के श्रीधर व वी सुंदरेश्वर को 21-4, 21-13 से पराजित किया।इस तरह तीन मैच जीतकर केरल ने फाइनल का कप अपने नाम कर लिया। टीम इवेंट में उपविजेता तमिलनाडु की टीम रही। तीसरे स्थान पर कर्नाटक और चौथे स्थान पर आंध्रप्रदेश की टीम रही।ओपन सिंगल के मुकाबले में दिनभर कड़े मुकाबले हुए, जिसमें सभी खिलाड़ियों ने जमकर पसीना बहाया और बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। कल 13 सितंबर को सुबह ओपन सिंगल का सेमीफाइनल मैच होगा, जिसमें केरल के अजय सतीश और तेलंगाना के बी कृष्णाकांत तथा छत्तीसगढ़ के अविनेश पाठक व केरल के श्याम प्रसाद एम के बीच मुकाबला होगा। इन दोनों मैच के दोपहर तीन बजे विजेता फाइनल मैच खेलेंगे। ओपन डबल के सेमीफाइनल मैच में तेलंगाना और आंध्रप्रदेश तथा केरल और तेलंगाना के बीच भिंडत होगी। इसमें तेलंगाना के बी हरीश, के प्रवीण, आंध्रप्रदेश के बी उदय भास्कर, के संतोष, केरल के श्याम प्रसाद एम, विष्णु राजेंद्रन, तेलंगाना के बी कृष्णाकांत, के दिनश रेड्डी के बीच रोचक मुकाबले होंगे। पूरे टुर्नामेंट में चीफ रेफरी प्रताप भट्टाचार्य व मैच कंट्रोरल गुरदीप सिंह हैं। साथ ही हेम पांडेय, घनश्याम सोनी, आदित्य भट्टाचार्य, अनुराग डे व श्रीराम यादव निर्णायक की भूमिका निभा रहे हैं।देशभर के विद्युत कंपनियों के अधिकारी-कर्मचारियों के बीच खेल को प्रोत्साहित करने के लिए ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड विभिन्न टूर्नामेंट का आयोजन करती है, जिसमें इस बार छत्तीसगढ़ को आल इंडिया बैडमिंटन टूर्नामेंट की जिम्मेदारी मिली हुई है। इसमें कर्नाटका पॉवर ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, कर्नाटका पॉवर कार्पोरेशन, तमिलनाडु पावर डिस्ट्रीब्यूशन कार्पोरेशन लिमिडेट, यूपी पावर कार्पोरेशन लिमिटेड, केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, आंध्रप्रदेश ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, तेलंगाना ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, असम स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, दिल्ली ट्रांस्को लिमिटेड की टीम हिस्सा ले रही है।
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नई दिल्ली। युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को कहा कि वर्तमान सरकार का दीर्घकालिक दृष्टिकोण भारत को दुनिया के शीर्ष दस खेल देशों में शामिल करना है।हमने प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा दिए गए विज़न के अनुसार एक 10 साल का और 25 साल का योजना तैयार की है। हमारा लक्ष्य भारत को एक विकसित देश बनाना है और भारत को दुनिया के शीर्ष 10 खेल देशों में शामिल करना है। इन योजनाओं को जल्द लागू किया जाएगा, और इसके लिए जरूरी नीतिगत बदलाव भी किए जाएंगे।”
“आने वाले समय में, हम पहले से ही महसूस कर सकते हैं कि भारतीय खेल क्षेत्र में बदलाव हो रहे हैं। हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि भारतीय ध्वज हर मंच पर गर्व से लहराए। हमें खेल को एक कदम और आगे बढ़ाना होगा – इसे एक सार्वजनिक आंदोलन बनाना होगा, एक सामूहिक मिशन, जहां हर नागरिक इससे जुड़ा महसूस करे और भारत की खेल सफलता में योगदान दे,” मांडविया ने 2025 के PlayCom – Business of Sports Summit में अपने संबोधन में कहा।उन्होंने आगे कहा कि खिलाड़ियों को भारत में विभिन्न खेल लीग्स में प्रतिस्पर्धा करने और सफल होने के लिए और प्रयास किए जाने चाहिए। “इसके लिए हमें एक मजबूत कामकाजी संस्कृति बनानी होगी, प्रतिभाओं की जल्दी पहचान करनी होगी, और उन्हें व्यवस्थित तरीके से बढ़ावा देना होगा। हमारे प्रसिद्ध एथलीट इस प्रयास का केंद्र होने चाहिए, और हमें और अधिक अवसर पैदा करने होंगे ताकि प्रतिभाशाली खिलाड़ी भारत में प्रतिस्पर्धा कर सकें और आगे बढ़ सकें।”मांडविया ने 11 जून, 2024 को युवा मामलों और खेल मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था और इस दौरान उन्होंने जो सुधार किए, उनका जिक्र किया। इनमें राष्ट्रीय खेल शासक विधेयक और राष्ट्रीय डोपिंग (संशोधन ) विधेयक का ऐतिहासिक रूप से पारित होना शामिल है।“देश में बेहतर खेल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने और खेल में अधिक रुचि पैदा करने के लिए हमें सुधार और सकारात्मक बदलाव लाने की आवश्यकता है। हमने पहले ही Fit India और Khelo India जैसी योजनाओं की शुरुआत की है, साथ ही TOPS जैसी योजनाएं भी शुरू की हैं, और उच्च प्रदर्शन करने वाले एथलीटों के लिए एक समग्र दृष्टिकोण के साथ सुविधाएं प्रदान की हैं।”“हमने एक दृष्टिकोण दस्तावेज़ तैयार किया है और एक खेल नीति बनाई है। हम सबसे अच्छा मॉडल चाहते हैं, लेकिन वह हमारा अपना मॉडल होना चाहिए। देशभर में बहुत सारी प्रतिभाएं हैं, और इन प्रतिभाओं को एक मजबूत खेल पारिस्थितिकी तंत्र के माध्यम से अवसर मिलने चाहिए। अच्छे शासन को सुनिश्चित करने के लिए हमने स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल पेश किया, जो एथलीट केंद्रित है।”“पहले, खेल संघ अपने विवादों पर ज्यादा ध्यान देते थे बजाय एथलीटों के, लेकिन अब हमारी प्राथमिकता एथलीटों को खेल का केंद्र बनाना है। यह विधेयक महिला खिलाड़ियों की अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भी काम करेगा, क्योंकि हम महिला खिलाड़ियों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने अंत में कहा, “खेल प्रशासन का उद्देश्य विवाद पैदा करना नहीं, बल्कि उन्हें हल करना होना चाहिए। इसलिए, हमने स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल में तत्काल विवाद समाधान की व्यवस्था की है। एथलीटों के हितों की रक्षा के लिए विशेष प्रावधान बनाए गए हैं,”। - पुणे. महाराष्ट्र क्रिकेट संघ ने बुधवार को शॉन विलियम्स को क्रिकेट निदेशक के रूप में नियुक्त किया जबकि यह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी इससे पहले राज्य की टीम के साथ कई वर्षों तक विभिन्न भूमिकाओं में काम कर चुका है। विलियम्स 2008-12 तक महाराष्ट्र के मुख्य कोच रहे। इस दौरान टीम ने रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया और 2009-10 में राष्ट्रीय टी20 खिताब भी जीता। उन्हें 2012 में महाराष्ट्र क्रिकेट संघ का महाप्रबंधक नियुक्त किया गया था और उनके कार्यकाल के दौरान महाराष्ट्र अंडर-19 टीम ने कूच बिहार ट्रॉफी जीती और 2013-14 में कर्नाटक के खिलाफ रणजी ट्रॉफी फाइनल में उपविजेता रही जबकि अंडर-25 टीम ने सीके नायडू ट्रॉफी जीती। विलियम्स उस बांग्लादेशी टीम के मुख्य कोच भी रहे हैं जिसने 2007 के पहले टी20 विश्व कप में सुपर आठ के लिए क्वालीफाई किया था।
- नयी दिल्ली. ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त अगले महीने होने वाले एशियाई युवा खेलों के लिए भारतीय टीम के मिशन प्रमुख होंगे जबकि भारतीय आइस स्केटिंग संघ के अध्यक्ष अमिताभ शर्मा 2026 शीतकालीन ओलंपिक में यही भूमिका निभाएंगे। बुधवार को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की कार्यकारी समिति की बैठक में ये फैसले किए गए। लंदन ओलंपिक 2012 में कांस्य पदक जीतने वाले योगेश्वर ने पीटीआई को बताया, ‘‘हां, मैं बहरीन में होने वाले एशियाई युवा खेलों के लिए मिशन प्रमुख के रूप में जा रहा हूं। आज आईओए की कार्यकारी समिति की बैठक में यह फैसला किया गया।'' योगेश्वर उत्कृष्ट खिलाड़ी (एसओएम) में से एक के रूप में आईओए कार्यकारी समिति के सदस्य भी हैं।एशियाई युवा खेलों का तीसरा सत्र उज्बेकिस्तान के ताशकंद में आयोजित होने वाला था लेकिन मध्य एशियाई देश ने इससे नाम वापस ले लिया। एशियाई ओलंपिक परिषद ने पिछले साल इस बहु-खेल आयोजन की मेजबानी बहरीन को सौंपी थी। इस प्रतियोगिता में खिलाड़ी 24 खेलों में प्रतिस्पर्धा करेंगे। अमिताभ छह से 22 फरवरी 2026 तक इटली के मिलानो कॉर्टिना में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक में भारतीय मिशन प्रमुख होंगे। एक विश्वसनीय सूत्र ने बताया, "हां, वह (शर्मा) शीतकालीन ओलंपिक में भारतीय दल के प्रमुख होंगे।' अमिताभ भी आईओए कार्यकारी समिति के सदस्य हैं। बैठक के एजेंडे में पिछले वित्तीय विवरणों और कुछ अन्य निर्णयों के अनुमोदन से संबंधित अन्य विषय भी शामिल थे।
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हांगझोउ (चीन). भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए बुधवार को यहां एशिया कप के सुपर चार चरण के अपने पहले मैच में कोरिया को 4-2 से हराया। पूल बी में सात अंक के साथ शीर्ष पर रहे भारत के लिए वैष्णवी विठ्ठल फाल्के (दूसरे मिनट), संगीता कुमारी (33वें मिनट), लालरेमसियामी (40वें मिनट) और रुतुजा ददासो पिसल (59वें मिनट) ने गोल दागे। कोरिया की ओर से दोनों गोल यूजिन किम (33वें और 53वें मिनट) ने किए। भारत अपने अगले मैच में बृहस्पतिवार को चीन से भिड़ेगा।
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नई दिल्ली। एशिया कप 2025 में भारत ने अपने अभियान की शुरुआत यूएई के खिलाफ मैच से की है। दुबई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे इस मुकाबले में भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। टीम इंडिया 2 फरवरी 2025 के बाद पहली बार टी20 मुकाबला खेल रही है। टॉस के बाद सूर्यकुमार यादव ने कहा कि पिच नई और अच्छी लग रही है, शुरुआती नमी गेंदबाजों को मदद कर सकती है और बाद में ओस पड़ने की संभावना है। उन्होंने बताया कि टीम ने इस मैच से पहले 3-4 अच्छे अभ्यास सत्र किए और तैयारी पूरी है।
भारत ने अपनी प्लेइंग इलेवन में संजू सैमसन को बतौर विकेटकीपर शामिल किया है। हार्दिक पांड्या और शिवम दुबे को सीम बॉलिंग ऑलराउंडर की भूमिका दी गई है, जबकि स्पिन विभाग अक्षर पटेल, कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती के जिम्मे है। जसप्रीत बुमराह पेस आक्रमण का नेतृत्व कर रहे हैं। भारत ने पिछला टी20 मैच फरवरी 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। वहीं, यूएई के कप्तान मुहम्मद वसीम ने कहा कि वे भी गेंदबाजी करना चाहते थे, क्योंकि नई पिच पर शुरुआत में गेंदबाजों को मदद मिल सकती है। उन्होंने बताया कि उनकी टीम हाल ही में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के खिलाफ त्रिकोणीय टी20 सीरीज खेल चुकी है और खिलाड़ियों में आत्मविश्वास है।गौरतलब है कि एशिया कप 2025 का आगाज 9 सितंबर को हुआ था, जिसमें अफगानिस्तान ने हांगकांग को हराया था। भारत और यूएई दोनों ही इस मुकाबले में जीत के इरादे से उतरे हैं। भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन- अभिषेक शर्मा, शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव (कप्तान), तिलक वर्मा, संजू सैमसन (विकेटकीपर), शिवम दुबे, हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, वरुण चक्रवर्ती।यूएई की प्लेइंग इलेवन- मुहम्मद वसीम (कप्तान), अलीशान शराफू, मुहम्मद जोहैब, राहुल चोपड़ा (विकेटकीपर), आसिफ खान, हर्षित कौशिक, हैदर अली, ध्रुव पाराशर, मुहम्मद रोहिद खान, जुनैद सिद्दीकी, सिमरनजीत सिंह। - - 13 सितंबर को होगा समापन, मोवा के बैडमिंटन कोर्ट में होगा आयोजनरायपुर । 47वीं ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी शटल बैडमिंटन टूर्नामेंट का आगाज कल 11 सितंबर को राजधानी में होगा। इसमें 10 राज्यों की पॉवर कंपनियों के खिलाड़ी शामिल होंगे। इसमें लगभग 300 मैच होंगे, जिसमें ओपन सिंगल, ओपन डबल और टीम इवेंट होंगे। इसकी मेजबानी छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज की सेंट्रल स्पोर्ट्स एंड कल्चरल कमेटी कर रही है। स्पर्धा का समापन 13 सितंबर को होगा।आयोजन समिति के प्रमुख व कार्यपालक निदेशक (वित्त) श्री एमएस चौहान ने बताया कि उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन-जनरेशन कंपनी के अध्यक्ष डॉ. रोहित यादव होंगे। अध्यक्षता उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री एसके कटियार करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में पारेषण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री राजेश कुमार शुक्ला एवं वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री भीम सिंह कंवर उपस्थित रहेंगे।विभिन्न राज्यों के खिलाड़ी पहुंच चुके हैं। जिसमें कर्नाटका पॉवर ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, कर्नाटका पॉवर कार्पोरेशन, तमिलनाडू पावर डिस्ट्रीब्यूशन कार्पोरेशन लिमिडेट, यूपी पावर कार्पोरेशन लिमिटेड, केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, आंध्रप्रदेश ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, तेलंगाना ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, असम स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, दिल्ली ट्रांस्को लिमिटेड की टीम शामिल है।
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दुबई/ मैं शुभमन को तब से जानता हूं, जब वह बच्चा था लेकिन पता नहीं उसे मैं याद हूं या नहीं '', यह कहना है संयुक्त अरब अमीरात के बायें हाथ के स्पिनर सिमरनजीत सिंह का । अपने क्रिकेट कैरियर के सबसे बड़े पल भारत के खिलाफ एशिया कप मुकाबले से पहले लुधियाना के 35 वर्ष के इस खिलाड़ी को याद है जब बारह वर्ष का प्रतिभाशाली शुभमन मोहाली में पंजाब क्रिकेट संघ मैदान पर अभ्यास के लिये आता था । उन्होंने कहा ,‘‘ यह 2011 . 12 की बात होगी जब शुभमन 11 या 12 साल का रहा होगा । हम मोहाली में पीसीए अकादमी पर सुबह छह से 11 बजे तक अभ्यास करते थे । शुभमन अपने पिता के साथ सुबह 11 बजे आता था ।'' सिमरनजीत ने कहा ,‘‘ मैं अपने नेट सत्र के बाद काफी अतिरिक्त गेंदबाजी करता था । पता नहीं अब वह मुझे पहचानेगा या नहीं लेकिन उन दिनों मैने उसे काफी गेंदबाजी की है ।'' यूएई के कोच लालचंद राजपूत के अनुसार सिमरनजीत काफी प्रतिभाशाली गेंदबाज हैं । उन्होंने कहा ,‘‘ टी20 क्रिकेट में बायें हाथ के हर स्पिनर में गेंद को लगातार फ्लाइट देने की हिम्मत नहीं होती । सिमरन को पता है कि फ्लाइट से विकेट कैसे लिये जाते हैं ।'' पंजाब के इस गेंदबाज ने अब तक 12 टी20 मैचों में 15 विकेट लिये हैं ।
सिमरनजीत ने कहा ,‘‘ मैने पंजाब में काफी जिला क्रिकेट खेली है । फिर 2017 में रणजी संभावितों में चुना गया । मैने किंग्स इलेवन पंजाब के नेट्स पर भी काफी गेंदबाजी की है ।'' इसके बावजूद सफलता नहीं मिलने से उन्हें समझ में आ गया कि भारत के लिये खेलने का सपना पूरा नहीं होने वाला । फिर कोरोना ने उनकी जिंदगी बदल दी । उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे दुबई में अभ्यास का प्रस्ताव मिला और अप्रैल 2021 में 20 दिन के लिये मुझे यहां आना था । फिर कोरोना की दूसरी लहर के बाद भारत में फिर लॉकडाउन लग गया और मैं महीनों यहीं रह गया ।'' इससे वह यूएई के लिये खेलने के पात्र हो गए चूंकि घरेलू क्रिकेट में तीन और सत्र खेलने की जरूरत थी । उन्होंने पात्रता की शर्त पूरी करने के बाद मुख्य कोच लालचंद राजपूत से संपर्क करके ट्रायल लेने का अनुरोध किया । उन्होंने कहा , 2021 के बाद से मैं दुबई में हूं और जूनियर खिलाड़ियों को कोचिंग देकर अच्छा पैसा मिल रहा है । मैं क्लब क्रिकेट भी खेलता हूं । यूएई टीम में आने के बाद अमीरात क्रिकेट बोर्ड से केंद्रीय करार मिल गया । यह बेहतरीन देश है और मुझे अगर कोई दिक्कत होती तो मैं इसके लिये नहीं खेलता । मेरे मजहब का सम्मान किया जाता है । किसी ने मेरी दाढी के बारे में नहीं पूछा और यह भी नहीं पूछा कि मैं कृपाण क्यो रखता हूं ।'' यह पूछने पर कि उनका परिवार कल भारत के खिलाफ मैच में किसका समर्थन करेगा, उन्होंने कहा, यह कठिन फैसला है । मेरा सपना भारत के लिये खेलने का था लेकिन अब मैं यूएई के लिये खेल रहा हूं तो लगता है कि वे यूएई का समर्थन करेंगे । - दुबई। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने मंगलवार को कहा कि उनकी टीम पाकिस्तान के खिलाफ रविवार को होने वाले एशिया कप के मुकाबले में आक्रामकता पर अंकुश नहीं लगायेगी । भारतीय टीम बुधवार को यूएई के खिलाफ ग्रुप ए का पहला मैच खेलेगी जिसके बाद रविवार को उसका सामना चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगा । सूर्यकुमार ने टूर्नामेंट की पूर्व संध्या पर कप्तानों की प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ मैदान पर आक्रामकता हमेशा रहती है । अगर आपको जीतना है तो इसके बिना काम नहीं चल सकता ।'' उनसे पूछा गया था कि पाकिस्तान के खिलाफ मैच में क्या खिलाड़ी आक्रामकता कम करेंगे । इसी सवाल पर पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा ने कहा ,‘‘ अगर कोई आक्रामक होना चाहता है तो यह उसका फैसला है । जहां तक मेरी टीम का सवाल है तो मैं कोई दिशा निर्देश किसी को नहीं देता ।'' सूर्यकुमार ने कहा कि अच्छे अभ्यास सत्र के बाद उनकी टीम लय में है । उन्होंने कहा ,‘‘ हमने कुछ अच्छे अभ्यास सत्र किये । अच्छा लग रहा है । एशिया कप की सर्वश्रेष्ठ टीमों से खेलना अच्छी चुनौती होगी ।'' भारतीय कोच लालचंद राजपूत की यूएई टीम भले ही कमजोर मानी जा रही हो लेकिन भारतीय कप्तान ने कहा कि वह मेजबान को हलके में नहीं लेंगे । उन्होंने कहा ,‘‘ वे शानदार क्रिकेट खेल रहे हैं और हाल ही में त्रिकोणीय श्रृंखला में कुछ करीबी मुकाबले खेले हैं । उम्मीद है कि वे एशिया कप में अच्छा प्रदर्शन करेंगे ।'' यह पूछने पर कि क्या पहले मैच में भारतीय टीम कोई प्रयोग करेगी, सूर्यकुमार ने कहा ,‘‘ जब आप किसी प्रारूप में खेलते हैं तो आपको यह जानना होता है कि तैयारी कितनी अच्छी है । बिना वजह प्रयोग की क्या जरूरत है । अगर हमें नतीजे मिल रहे हैं तो बदलाव क्यो करेंगे ।''
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हांगझोउ (चीन) । पूल चरण में शानदार प्रदर्शन कर अविजित रही भारतीय महिला हॉकी टीम एशिया कप के सुपर चार चरण के अपने पहले मैच में बुधवार को दक्षिण कोरिया के खिलाफ अपनी प्रभावशाली लय को जारी रखने की कोशिश करेगी। भारत ने इस टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत धमाकेदार तरीके से करते हुए थाईलैंड को 11-0 से रौंदा , इसके बाद जापान के खिलाफ 2-2 ड्रॉ खेला। भारत ने अपने अंतिम मैच में सिंगापुर को 12-0 से हराकर पूल बी में गोल अंतर के आधार पर जापान से आगे रहते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया। भारत इस लय को बनाए रखते हुए खिताब जीतने और अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने की कोशिश करेगा। विश्व रैंकिंग में 10 वें नंबर पर काबिज भारत सुपर चार चरण में विश्व रैंकिंग में 16 वें स्थान की टीम कोरिया के खिलाफ जीत के दावेदार के तौर पर मैदान में उतरेगा। कोरिया के बाद भारत बृहस्पतिवार को खिताब के दावेदार चीन के खिलाफ खेलेगा , उसके बाद शनिवार को जापान से भिड़ेगा। अग्रिम पंक्ति में नवनीत कौर और मुमताज खान पूल स्टेज में पांच - पांच गोल कर शानदार लय में हैं। उनसे उम्मीद होगी कि वे अपनी लय बरकरार रखते हुए टीम को फाइनल में पहुंचाने में अपना योगदान दे। नवनीत , मुमताज और ललरेमसियामी को सिंगापुर के खिलाफ कोई चुनौती नहीं मिली और उन्होंने मौके का पूरा फायदा उठाया। नवनीत और मुमताज ने सिंगापुर के खिलाफ 12-0 की जीत में हैट्रिक जमाई। मिडफील्ड में नेहा , उदिति , शर्मिला और रुतुजा पिसाल ने भी टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
सुपर चार चरण में भारत , चीन , जापान और दक्षिण कोरिया एक - दूसरे के खिलाफ एक - एक मैच खेलेंगे। तालिका में शीर्ष दो स्थान पर रहने वाली टीम फाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी , जबकि बाकी दो टीमें तीसरे और चौथे स्थान के लिए भिड़ेंगी। भारत ने पूल चरण में शानदार प्रदर्शन कर सुपर चार में जगह बनाई है जबकि कोरिया ने पूल ए में दो जीत और एक हार के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए सुपर चार के लिए क्वालीफाई किया। दोनों टीमों के बीच पिछले पांच मुकाबलों में भारत ने तीन बार जीत हासिल की है , जबकि कोरिया ने एक बार विजयी रहा है। एक मैच ड्रॉ रहा। भारत के पास ऐसे में मनोवैज्ञानिक बढ़त होगी। भारत के कोच हरेंद्र सिंह पूल स्टेज में अपनी टीम के प्रदर्शन से खुश हैं।उन्होंने कहा , ‘‘ हम टूर्नामेंट में टीम की शुरुआत से संतुष्ट है। खिलाड़ियों ने कमाल का जज्बा दिखाया है और अनुशासन बनाए रखा है। हमारी टीम आक्रमण कर मौके का पूरा फायदा उठाने में सफल रही है। '' उन्होंने कहा , ‘‘ पूल चरण हमें अपनी गति बनाये रखने के साथ विभिन्न खेल शैलियों के खिलाफ खुद को परखने का अच्छा मौका मिला। सुपर चार चरण में हालांकि एक अलग चुनौती होगी क्योंकि हमें कोरिया , चीन और जापान जैसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी टीमों का सामना करना है। '' भारतीय कोच ने कहा , ‘‘ हमें पता है कि इस चरण में गलती की कोई गुंजाइश नहीं है , इसलिए निरंतरता और संयम महत्वपूर्ण होंगे। हम अपनी क्षमता के अनुसार खेलेंगे तो मुझे यकीन है कि हम अपने लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। '' सुपर चार चरण में भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज चीन है। टीम अगर फाइनल में पहुंचने में सफल रही तो वही भी उसके सामने चीन की चुनौती होने की अधिक संभावना होगी। हरेंद्र के सामने ऐसे में कोरिया के खिलाफ मैच के बाद चीन को मात देने के लिए कारगर रणनीति तैयार करने की चुनौती होगी। -
-खेल से खिलाड़ी का न केवल शारीरिक स्वास्थ्य सही रहता हैं बल्कि जीवन की चुनौतियों से किस तरह से लड़ा जाए ,इसकी भी सीख मिलती हैं-अरुण साव
रायपुर। छत्तीसगढ़ रायफल एसोसिएशन के द्वारा निशानेबाजी प्रतियोगिता का आयोजन 28 अगस्त से 06 सितम्बर से किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ के सभी जिलों से आए शूटर्स ने हिस्सा लिया। बारह दिवसीय इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के करीब 388 शूटर्स ने भाग लिया।इस प्रतियोगिता का आयोजन हर वर्ष जिंदल स्टील के सहयोग से कराया जाता है जिसमें प्रदेश के शूटर्स हर वर्ष भाग लेते रहे हैं।28 अगस्त से शुरू हुई इस प्रतियोगिता के समापन समारोह में उप मुख्यमंत्री अरुण साव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जहां उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश रायफल एसोसिएशन एवं जिंदल स्टील को बधाई दी साथ ही इस चैंपियनशिप में विजयी शूटर्स को भी बधाई दी। उन्होंने कहा चैंपियनशिप में यदि कोई प्रतिभागी भाग लेता हैं तो निश्चित तौर पर उसे कुछ न कुछ सीखने जरूर मिलता हैं इसलिए खिलाड़ी को हार के बाद निराश नहीं होना चाहिए और लगातार प्रयास करते रहना चाहिए।लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ.कमलप्रीत सिंह सचिव ,श्री अनिल साहू प्रमुख सचिव मौसम एवं जलवायु एवं जिंदल स्टील प्रेसिडेंट श्री प्रदीप टंडन विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस बार 388 शूटर्स इस प्रतियोगिता में शामिल हुए जिसमें अलग अलग श्रेणी में 50 मीटर रायफल,10 मीटर एयर रायफल एवं पिस्टल,25 मीटर एयर तथा सेंटर फायर पिस्टल के इवेंट हुए जिसमें सभी शूटर्स ने बढ़- चढक़र हिस्सा लिया। - राजगीर (बिहार). भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि हर मैच के बाद उसका तुरंत विश्लेषण करने और गलतियों से सीख लेने के कारण उनकी टीम एशिया कप में आठ साल के खिताबी सूखे को खत्म करने में सफल रही। भारत ने रविवार को फाइनल में दक्षिण कोरिया को 4-1 से हराकर एशियाई चैंपियन बनने के साथ अगले साल होने वाले विश्व कप के लिए भी क्वालीफाई किया। हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘हम इसके लिए काफी समय से तैयारी कर रहे थे और आज हमने इसे हासिल कर लिया। मैं बहुत खुश हूं। अब हमारा अगला लक्ष्य विश्व कप है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम हर मैच से सीखते हैं। मैं हमेशा कहता रहा हूं कि प्रत्येक मैच में कुछ अच्छा और कुछ बुरा होता है। मायने यह रखता है कि आप उन चीज़ों का विश्लेषण कैसे करते हैं और कितनी जल्दी उस पर काम करते हैं। एक टीम के तौर पर हमने अच्छा बचाव किया है और स्कोरिंग भी शानदार रही है।'' भारत ने एफआईएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण में निराशाजनक प्रदर्शन किया था, जिसमें उसे लगातार सात हार का सामना करना पड़ा था। तब उसने आठ मैचों में 26 गोल खाए थे। लेकिन एशिया कप में भारत ने सात मैचों में केवल नौ गोल खाए और 39 गोल किए। हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘हमने पिछले कुछ मैचों में अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर दी है और इसलिए हमारा परिणाम शानदार रहा है। फ़ॉरवर्ड खिलाड़ियों को इसका श्रेय जाता है कि वे मौकों को गोल में बदल रहे हैं। हम यह सिलसिला जारी रखना चाहते हैं।'' हॉकी इंडिया के अध्यक्ष और पूर्व कप्तान दिलीप टिर्की ने कहा, ‘‘यह पूरे देश के लिए गौरवशाली क्षण है। उम्मीद है कि यह हॉकी खिलाड़ियों की भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का काम करेगी।''
- राजगीर (बिहार). भारतीय हॉकी टीम के लिए कुछ अनुभवी खिलाड़ियों को हटाकर युवा खिलाड़ियों को मौका देने का दांव एशिया कप में सही साबित हुआ जिसके फाइनल में टीम ने दक्षिण कोरिया को 4-1 के बड़े अंतर से हराकर आठ साल बाद इस खिताब जीतने के साथ अगले साल होने वाले विश्व कप का टिकट पक्का किया। यह जीत टीम को भविष्य में और बदलाव कर युवाओं को अधिक मौके देने के लिए प्रेरित करेगी।पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली टीम के तीन खिलाड़ियों, शमशेर सिंह, गुरजंत सिंह और नीलकंठ शर्मा को की जगह मिडफील्डर राजिंदर सिंह और स्ट्राइकर शिलानंद लकड़ा को टीम में शामिल किया गया था। यह कदम एक मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ क्योंकि दोनों युवा खिलाड़ियों ने सिर्फ एक-एक गोल करने के बावजूद हाल ही में खत्म हुए टूर्नामेंट में काफी प्रभावित किया। भारत की कोर टीम में भविष्य में कुछ और बदलाव देखने को मिल सकते हैं। खासकर 28 नवंबर से 10 दिसंबर तक चेन्नई और मदुरै में होने वाले एफआईएच जूनियर विश्व कप के बाद। अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड में 14 से 30 अगस्त तक होने वाले विश्व कप और जापान में 19 सितंबर से शुरू होने वाले एशियाई खेलों को देखते हुए भारत जूनियर विश्व कप के बाद कुछ होनहार जूनियर खिलाड़ियों को सीनियर स्तर पर आजमा सकता है। हॉकी इंडिया की चयन समिति के अध्यक्ष आरपी सिंह ने पहले ही यह साफ कर दिया है कि खराब प्रदर्शन करने वाले कुछ सीनियर खिलाड़ियों को धीरे-धीरे टीम से बाहर किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपनी टीम बनाते समय उभरते खिलाड़ियों पर भी ध्यान देना होगा। अगर हम एक साथ छह-सात सीनियर खिलाड़ियों को टीम से बाहर कर देंगे तो यह कारगर नहीं होगा। चयन समिति की जिम्मेदारी है कि वह सुनिश्चित करें कि जो सीनियर खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, उन्हें धीरे-धीरे टीम से बाहर किया जाए। '' उन्होंने कहा, ‘‘पेरिस ओलंपिक के बाद काफी समय बीत चुका है। हमने यह योजना बहुत पहले ही बना ली थी। अगर हम युवाओं को छोटे टूर्नामेंट में मौका नहीं देंगे, तो हम उन्हें सीधे विश्व कप में नहीं खिला सकते। '' भारत का अक्टूबर से दिसंबर तक का कार्यक्रम काफी व्यस्त है, जिसके दौरान दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट दौरे के अलावा मलेशिया में सुल्तान अजलान शाह कप में हिस्सा लेना है। मुख्य कोच क्रेग फुल्टन इन टूर्नामेंटों में कुछ जूनियर खिलाड़ियों को आजमा सकते हैं। एफआईएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद एशिया कप का खिताब हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली टीम के लिए एक राहत की तरह आया। टीम ने धीमी शुरुआत से उबरते हुए इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता में अपना दबदबा कायम किया और चौथी बार खिताब जीता। उन्होंने पिछली बार 2017 में ढाका में ट्रॉफी जीती थी। टीम इससे पहले 2003 में कुआलालंपुर और 2007 में चेन्नई में एशिया कप चैंपियन बनी थी। भारत ने भले ही अच्छा प्रदर्शन किया हो लेकिन टूर्नामेंट में उसकी शुरुआत उतनी अच्छी नहीं रही। मेजबान टीम को पूल चरण में चीन और कोरिया पर क्रमश: 4-3 और 3-2 से जीत हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। कमजोर कजाखिस्तान को 15-0 से हराने के बाद उनके अभियान ने गति पकड़ी।फुल्टन ने कहा, ‘‘ हमारी शुरुआत अच्छी नहीं रही और खिलाड़ियों को यह बात पता थी। कजाखिस्तान के साथ मैच के बाद हमने लय पकड़ी। उस बड़ी जीत के बाद खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ा।'' सुपर चार चरण में कोरिया के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ ने एक बार फिर भारत को वास्तविकता का एहसास कराया।टीम ने इसके बाद अपने खेल में कुछ सुधार किया और मलेशिया को 4-1 से और फिर चीन को 7-0 से हराया।इस अभियान का एक उत्साहजनक पहलू भारतीय खिलाड़ियों की फिटनेस थी। राजगीर के बेहद गर्म और उमस वाले मौसम में 10 दिनों के अंदर भारतीय खिलाड़ियों ने दबाव वाले सात मैच खेले जो उनके शानदार फिटनेस स्तरों का प्रमाण है। इस टूर्नामेंट ने रक्षा-पंक्ति, मिड-फील्ड और अग्रिम पंक्ति के बीच बेहतर तालमेल देखना बहुत सुखद था।टीम शुरुआती मैचों में रक्षा पंक्ति के लचर प्रदर्शन में सुधार करने में सफल रही।भारतीय मिडफील्ड की कमान अनुभवी मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद और युवा राजिंदर जैसे खिलाड़ियों ने बखूबी संभाली। एक और पहलू जिसने ध्यान खींचा वह थी स्ट्राइकरों का शानदार प्रदर्शन। अभिषेक, सुखजीत सिंह, मनदीप सिंह, लाकरा और दिलप्रीत सिंह ने कुछ बेहतरीन मैदानी गोल किए। अभिषेक आक्रमण में सबसे बेहतरीन खिलाड़ी थे और उन्होंने ‘प्लेयर-ऑफ-द-टूर्नामेंट' का पुरस्कार भी जीता। वहीं, दो साल की चोट के बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी करने वाले लाकरा ने भी गोल करने और गोल के मौके बनाने करने में शानदार प्रदर्शन किया। टूर्नामेंट के शुरुआती चरणों में संघर्ष करने के बावजूद दिलप्रीत ने कोरिया के खिलाफ फाइनल में दो गोल कर अपने कौशल का परिचय दिया। टूर्नामेंट के दौरान कुछ कमियां भी सामने आईं। जिससे टीम को जल्दी उबरना होगा।कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पूल चरण में पेनल्टी कॉर्नर को आसानी से गोल में बदलकर शानदार शुरुआत की, लेकिन जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ा, विरोधी टीमों ने उन्हें सफलता हासिल करने के लिए तरसा दिया। टीम के अन्य ड्रैग फ्लिकर जुगराज सिंह भी अच्छी शुरुआत के बाद लय में नहीं दिखे।दिग्गज पीआर श्रीजेश की संन्यास के बाद गोलकीपिंग की जिम्मेदारी कृष्ण बहादुर पाठक और सूरज करकेरा साझा करते हैं। जहां करकेरा ने प्रभावित किया, वहीं पाठक अपने साधारण प्रदर्शन के बाद सवालों के घेरे में हैं। फुल्टन इस गुत्थी को जल्द सुलझाना चाहेंगे।
- नयी दिल्ली. भारत के दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री और वीरेंद्र सहवाग के साथ-साथ पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण मंगलवार से यूएई में शुरू हो रहे एशिया कप टी20 टूर्नामेंट के लिए सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क के बहुभाषी कमेंट्री पैनल का हिस्सा होंगे। इस टूर्नामेंट के 17वें सत्र में भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, यूएई, ओमान और हांगकांग अगले साल होने वाले आईसीसी टी20 विश्व कप से पहले महाद्वीपीय वर्चस्व के लिए संघर्ष करेंगे। भारत अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को यूएई के खिलाफ करेगा। भारत के पूर्व मुख्य कोच शास्त्री, गावस्कर, संजय मांजरेकर, रॉबिन उथप्पा, बाजिद खान, वकार यूनिस, वसीम अकरम, रसेल अर्नोल्ड और साइमन डूल उन कमेंटेटरों में शामिल हैं जिन्हें प्रसारण के विश्व फीड के लिए चुना गया है। सहवाग, इरफान पठान, अजय जडेजा, पूर्व भारतीय बल्लेबाजी कोच अभिषेक नायर और सबा करीम हिंदी कमेंटेटरों के पैनल में प्रमुख नामों में शामिल हैं। सोनी नेटवर्क के मुख्य राजस्व अधिकारी राजेश कौल ने कहा, ‘‘सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क एशिया कप की वापसी के साथ क्रिकेट प्रसारण को नए सिरे से परिभाषित कर रहा है।'' भरत अरुण तमिल पैनल में डब्ल्यूवी रमन जैसे पूर्व खिलाड़ियों के साथ शामिल होंगे, जबकि तेलुगु पैनल में वेंकटपति राजू और वेणुगोपाल राव जैसे अन्य लोग शामिल होंगे। सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क की विज्ञप्ति में गावस्कर ने कहा, ‘‘सूर्यकुमार यादव के गतिशील नेतृत्व में टीम इंडिया एशिया कप के मंच पर कदम रख रही है। हम दृढ़ता और अनुभव के मिश्रण को टीम का नेतृत्व करते हुए देख रहे हैं। यह विविधतापूर्ण, बहुमुखी और जुझारू टीम भारतीय क्रिकेट के भविष्य का प्रतीक है।'' शास्त्री ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सूर्यकुमार यादव की अगुवाई और शुभमन गिल की उप-कप्तान के रूप में यह भारतीय टीम अनुभव और युवा का एक आदर्श मिश्रण प्रस्तुत करती है। उन्होंने कहा, ‘‘जसप्रीत बुमराह, अभिषेक शर्मा और हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रदर्शन करते रहे हैं, जबकि तिलक वर्मा और हर्षित राणा जैसी प्रतिभाएं टीम में जोश और विकल्प लाती हैं।''




















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