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कुआलालंपुर। एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने शनिवार को कोरिया की विश्व चैंपियन सेओ सेउंग जे और कांग मिन ह्युकडिश की जोड़ी को को सीधे गेम में हराकर मलेशिया ओपन सुपर 1000 पुरुष युगल फाइनल में प्रवेश किया। विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज भारतीय जोड़ी ने सत्र के अपने पहले टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में दूसरे गेम में शानदार वापसी करते हुए जीत दर्ज की। सात्विक और चिराग की जोड़ी ने इस करीबी मुकाबले का पहला गेम 21-18 से जीता । दूसरे गेम में कोरिया की जोड़ी के पास छह गेम प्वाइंट लेकिन भारतीय जोड़ी ने लगातार आठ अंक जुटा कर इस गेम को 22-20 से जीतने के साथ फाइनल का टिकट पक्का किया। सात्विक और चिराग इस तरह अपने दूसरे सुपर 1000 खिताब से केवल एक कदम दूर है। उन्होंने इस स्तर का अपना पहला खिताब पिछले साल जून में इंडोनेशियाई ओपन में जीता था। भारतीय जोड़ी ने इंडोनेशिया ओपन में भी इसी कोरियाई जोड़ी को हराया था। विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर काबिज कांग मिन और सेओ सेउंग के खिलाफ चार मैचों की भारतीय सात्विक और चिराग की जोड़ी की यह तीसरी जीत है। क्वार्टर फाइनल में एकतरफा जीत से उत्साहित भारतीय जोड़ी ने इस मुकाबले में भी 9-5 की बढ़त के साथ अच्छी शुरुआत की। भारतीय जोड़ी ने इसके बाद शटल को दो बार कोर्ट के बाहर खेल दिया और कोरियाई की जोड़ी ने कुछ चतुराई भरी खेल से लगातार चार अंक बनाये। चिराग ने इसके बाद हैरतअंगेज शॉट खेलकर कोरिया के खिलाड़ियों को चौंका दिया। भारतीय जोड़ी एक बार फिर से चार अंक (17-13) की बढ़त बनाने में सफल रही। भारतीय जोड़ी के पास इसके बाद चार गेम प्वाइंट थे और सेओ तथा कांग की जोड़ी ने अपने रक्षण के स्तर को ऊंचा किया। सात्विक और चिराग की जोड़ी तीसरे प्रयास में अंक हासिल कर पहला गेम जीत लिया। सेओ और कांग ने दूसरे गेम में सतर्क शुरुआत करने के बाद अपना दबदबा बनाना शुरू किया। इस जोड़ी ने 9-4 और फिर कुछ शानदार रैली के दम पर 11-6 की बढ़त के साथ भारतीय जोड़ी को परेशान किया। पहले गेम में सेओ बेहतर खिलाड़ी लगे तो वही दूसरे गे में कांग ने ज्यादा प्रभावित किया। कोरिया की टीम 17-11 से आगे थी और सात्विक तथा चिराग इस गेम में वापसी का की कोशिश कर रहे थे। सात्विक और चिराग ने 14-20 से पिछड़ने के बाद शानदार मानसिक माजबूती दिखाई जिससे कोरियाई जोड़ी ने कई बार शटल को नेट पर खेल दिया। उन्होंने सही समय पर लय हासिल कर लगातार आठ अंक जुटा कर कोरिया की जोड़ी को हैरत में डालते हुए मैच जीत लिया। सात्विक और चिराग सबसे सफल भारत की पुरुष युगल जोड़ी है। इस जोड़ी ने एशियाई खेलों के बैडमिंटन में अपना और देश का पहला स्वर्ण पदक जीता। इसके अलावा एशियाई चैंपियनशिप और इंडोनेशिया ओपन सुपर 1000 का खिताब भी जीता है।
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अल रेयान (कतर). भारत ने शनिवार को यहां एएफसी एशियाई कप फुटबॉल टूर्नामेंट के शुरूआती ग्रुप मैच में 50वें मिनट तक मजबूत आस्ट्रेलियाई टीम को गोल नहीं करने दिया लेकिन अंत में उसे 0-2 से हार का सामना करना पड़ा। आस्ट्रेलिया के लिए ग्रुप बी के इस मैच में जैक्सन इरविन ने 50वें और जोर्डन ब्रोस ने 73वें मिनट में गोल दागा। भारत 18 जनवरी को दूसरे मैच में उज्बेकिस्तान से भिड़ेगा।
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नई दिल्ली। केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने घोषणा की है कि उनका मंत्रालय अगले दो महीनों में खेलो इंडिया योजना के तहत देश भर में एक हजार खेलो इंडिया केंद्र स्थापित करेगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा परिकल्पित खेल महोत्सव, खासदार क्रीड़ा महोत्सव के छठे संस्करण का उद्घाटन आज श्री ठाकुर ने नागपुर के यशवंत स्टेडियम में किया। इस मौके पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी मुख्य रूप से मौजूद रहे। खेलों के लिए बजट आवंटन पर जोर देते हुए खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि पहले खेल बजट सिर्फ 800 करोड़ रुपये का था, अब केंद्र सरकार ने इसे बढ़ाकर 3200 करोड़ रुपये यानी चार गुना कर दिया है।
श्री अनुराग ठाकुर ने देश के खिलाड़ियों के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ साल पहले देश में खेल के अनुकूल माहौल नहीं था लेकिन अब भारत ने एशियाई खेलों में पदकों का शतक पूरा कर कीर्तिमान स्थापित किया है। महाराष्ट्र के पारंपरिक खेल जैसे मल्लखंब (मल्लखंब) के साथ-साथ देश के अन्य पारंपरिक खेलों को राष्ट्रीय और खेलो इंडिया खेलों का हिस्सा बनाया गया है। उन्होंने कहा कि इन पारंपरिक खेलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लाने और ओलंपिक में भी इन खेलों को स्थान दिलाने के प्रयास किये जायेंगे।इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों से इस खेल महोत्सव में प्रतिभागियों की संख्या बढ़ रही है। इस महोत्सव के पीछे एक ही उद्देश्य है कि नागपुर क्षेत्र के खिलाड़ी राज्य के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर जाकर अच्छे खिलाड़ी बनेंगे और उनके प्रदर्शन से देश का नाम रोशन होगानागपुर के सांसद और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा परिकल्पित इस 17 दिवसीय खेल महाकुंभ में 60 खेल शामिल होंगे जो नागपुर शहर के 66 मैदानों पर खेले जाएंगे। इस खेल महोत्सव में 1.35 करोड़ रुपये से अधिक के पुरस्कार भी बांटे जायेंगे।इस खेल आयोजन में भाग लेने वाले सभी एथलीटों को एक वर्ष की अवधि के लिए 2 लाख रुपये का बीमा कवर भी दिया जाएगा। इस उद्घाटन समारोह के अवसर पर इस खेल महोत्सव के आयोजक, पदाधिकारी, स्थानीय जन-प्रतिनिधि, विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएँ, खेल टीमों के प्रशिक्षक एवं खिलाड़ी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। - रांची. भारतीय महिला हॉकी टीम की मुख्य कोच यानेके शॉपमैन ने बृहस्पतिवार को स्वीकार किया कि उनकी टीम ने हांगझोउ एशियाई खेलों के जरिये पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने का मौका गंवा दिया लेकिन अब उन्हें यकीन है कि शनिवार से शुरू हो रहे ओलंपिक क्वालीफायर के जरिये वह पेरिस का टिकट कटायेंगे । पिछले साल हांगझोउ एशियाई खेलों के जरिये सीधे ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने से चूकी भारतीय टीम यहां क्वालीफाइंग टूर्नामेंट खेलेगी । यहां 13 से 19 जनवरी तक होने वाले क्वालीफायर में भाग ले रही आठ में से शीर्ष तीन टीमें पेरिस ओलंपिक खेलेंगी । शॉपमैन ने कहा ,‘‘ हम एशियाई खेलों में चूक गए लेकिन अतीत को भुलाकर यहां अच्छा खेलेंगे । हमें पहले से बेहतर खेलना होगा और ऐसा करने पर ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर सकते हैं ।'' भारत पूल बी में अमेरिका के खिलाफ शनिवार को अपने अभियान का आगाज करेगा। इसके बाद 14 जनवरी को न्यूजीलैंड और 16 जनवरी को इटली से खेलना है । नॉकआउट मैच 18 और 19 जनवरी को होंगे। कोच ने कहा ,‘‘ अमेरिका खतरनाक टीम है । हमने उनके खिलाफ खेला है हालांकि पिछला प्रदर्शन और रैंकिंग यहां मायने नहीं रखती । हमारी टीम अच्छी है और हम टूर्नामेंट के लिये तैयार हैं ।'' कप्तान सविता पूनिया ने कहा कि उनकी टीम आक्रामक हॉकी खेलेगी ।उन्होने कहा ,‘‘ हमारी ताकत आक्रामक हॉकी है हालांकि हम डिफेंस में भी अच्छे हैं । हम इन मैचों में आक्रामक खेल दिखायेंगे । हमारा फोकस दूसरी टीमों के बारे में सोचने की बजाय अपनी ताकत पर होगा ।''
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नयी दिल्ली. हॉकी इंडिया ने 22 जनवरी से दक्षिण अफ्रीका में होने वाले चार देशों के टूर्नामेंट के लिये भारत की 26 सदस्यीय टीम का ऐलान किया है जिसमें जूनियर स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले युवा खिलाड़ियों को भी मौका मिला है । पेरिस ओलंपिक की तैयारी के लिये महत्वपूर्ण माने जा रहे इस टूर्नामेंट में तोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारत का सामना फ्रांस, नीदरलैंड और मेजबान दक्षिण अफ्रीका से होगा । टीम की कमान हरमनप्रीत सिंह के हाथ में ही होगी जबकि एफआईएच वर्ष के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीतने वाले हार्दिक सिंह उपकप्तान होंगे । जूनियर स्तर पर शानदार प्रदर्शन करने वाले युवा अराइजीत सिंह हुंडल और बॉबी सिंह धामी पहली बार सीनियर स्तर पर खेलेंगे । गोलकीपिंग में पवन को कृशन पाठक और पी आर श्रीजेश के साथ मौका दिया गया है । पिछले टूर्नामेंट से ब्रेक पर रहे अनुभवी मिडफील्डर मनप्रीत सिंह की भी वापसी हुई है । मुख्य कोच क्रेग फुल्टोन ने इस दौरे के बारे में कहा ,‘‘ओलंपिक सत्र की शुरूआत दक्षिण अफ्रीका दौरे से करने को लेकर हम काफी उत्साहित है जहां हमें बेहतरीन टीमों से खेलने का मौका मिलेगा ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ हमने बड़ी टीम चुनी है ताकि सभी खिलाड़ियों को मौका मिल सके और एफआईएच प्रो लीग से पहले मैं सभी को मैच हालात में खेलते देख सकूं । दो जूनियर खिलाड़ी भी चुने गए हैं जिन पर नजरें रहेंगी ।'' भारतीय टीम 22 और 24 जनवरी को फ्रांस से (दोपहर 2.30 से), 26 जनवरी को दक्षिण अफ्रीका से (रात 9. 30 से) और 28 जनवरी को नीदरलैंड से (दोपहर दो बजे से) खेलेगी । भारतीय टीम :
गोलकीपर : पी आर श्रीजेश, कृशन पाठक और पवन
डिफेंडर : जरमनप्रीत सिंह, जुगराज सिंह, अमित रोहिदास, हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), वरूण कुमार, सुमित, संजय, रबिचंद्र सिंह मोइरांगथम मिडफील्डर : विवेक सागर प्रसाद, नीलाकांता शर्मा, राजकुमार पाल, शमशेर सिंह, विष्णुकांत सिंह, हार्दिक सिंह, मनप्रीत सिंह फॉरवर्ड : मनदीप सिंह, अभिषेक, सुखजीत सिंह, गुरजंत सिंह, ललित उपाध्याय, आकाशदीप सिंह, अराइजीत सिंह हुंडल, बॉबी सिंह धामी । -
मोहाली. मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने बुधवार को स्वीकार किया कि भारतीय खिलाड़ियों को टी20 विश्व कप से पहले एक समूह के रूप में खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिलेंगे और उन्होंने कहा कि जून में होने वाले इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट से पहले उन्हें मानसिक रूप से लचीला बने रहने की जरूरत है। अफगानिस्तान के खिलाफ गुरुवार से यहां शुरू होने वाली तीन मैच की टी20 श्रृंखला विश्व कप से पहले भारत की अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला होगी। उस संदर्भ में द्रविड़ ने कहा कि टीम चयन के लिए प्रबंधन को आईपीएल 2024 पर भी थोड़ा निर्भर रहना होगा। द्रविड़ ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘पिछले टी20 अंतरराष्ट्रीय विश्व कप (2022) के बाद हमने एकदिवसीय विश्व कप को प्राथमिकता दी लेकिन उसके बाद हमारे पास उतने अधिक टी20 मैच नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह टी20 विश्व कप इस मायने में थोड़ा अलग है कि इसकी तैयारी के लिए बहुत अधिक समय नहीं है। हमें उपलब्ध क्रिकेट पर और थोड़ा-बहुत आईपीएल पर भी निर्भर रहना होगा।'' द्रविड़ ने खिलाड़ियों के उन परिस्थितियों से सामंजस्य बैठाने की आवश्यकता पर जोर दिया जहां उन्हें सामूहिक रूप से खेलने का समय नहीं मिल सकता। उन्होंने कहा, ‘‘शायद हमें एक साथ खेलने के बहुत अधिक मौके नहीं मिलें इसलिए हमें इसके आसपास काम करना होगा। आपको बस सामंजस्य बैठाने और लचीला होने की जरूरत है। एकदिवसीय विश्व कप से पहले हमारी अच्छी तैयारी थी। यहां तक कि पिछले टी20 विश्व कप से पहले भी हमने एक समूह के रूप में एक साथ कई मैच खेले थे। इस बार शायद हमारे पास उतने मैच नहीं होंगे लेकिन यह सब आगे बढ़ते हुए खुद को ढालने के बारे में है।” कुछ प्रमुख खिलाड़ी जैसे तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा अफगानिस्तान के खिलाफ तीन मैच की टी20 श्रृंखला नहीं खेलेंगे। द्रविड़ ने कहा कि जितनी क्रिकेट खेली जा रही है उसे देखते हुए खिलाड़ियों को आराम देना भी जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘‘सभी खिलाड़ियों के लिए हर समय खेलना असंभव है, खासकर उन खिलाड़ियों के लिए जो तीनों प्रारूप खेल रहे हैं। हमें जो महत्वपूर्ण है उसे प्राथमिकता देनी होगी।'' भारत के मुख्य कोच ने कहा, ‘‘इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैच की घरेलू श्रृंखला को ध्यान में रखते हुए बुमराह, सिराज और जडेजा इस श्रृंखला में नहीं खेल रहे। पिछले दो वर्षों में हम लगातार थोड़ा बहुत रोटेशन करते रहे हैं।
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मेलबर्न. विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज नोवाक जोकोविच और इगा स्वियातेक को अपेक्षा के अनुरूप साल के पहले ग्रैंड स्लैम आस्ट्रेलियाई ओपन में शीर्ष वरीयता दी गई है । टूर्नामेंट रविवार से यहां खेला जायेगा ।
टूर्नामेंट में महिला और पुरूष वर्ग में वरीयता पाने वाले शीर्ष दस खिलाड़ियों की सूची इस प्रकार है ।
पुरूष :
1 . नोवाक जोकोविच
2 . कार्लोस अलकाराज
3 . दानिल मेदवेदेव
4 . यानिक सिनेर
5 . आंद्रेइ रूबलेव
6 . अलेक्जेंडर ज्वेरेव
7 . स्टेफानोस सिटसिपास
8 . होल्गर रूने
9 . हुबर्ट हुरकाज
10 . एलेक्स डि मिनौर
महिला :
1 . इगा स्वियातेक
2 . एरिना सबालेंका
3 . एलेना रिबाकिना
4 . कोको गॉ
5 . जेसिका पेगुला
6 . ओंस जबाउर
7 . मरकेटा वोंड्रोसोवा
8 . मारिया सक्कारी
9 . बारबोरा क्रेइसिकोवा
10 . बीट्रिज हदाद माइया -
मोहाली. अफगानिस्तान की टीम भारत के खिलाफ गुरुवार से यहां शुरू हो रही टी20 श्रृंखला में अपने ‘ट्रंप कार्ड' राशिद खान के बिना ही खेलेगी लेकिन कप्तान इब्राहिम जदरान को टीम से अपने मजबूत प्रारूप में अच्छे प्रदर्शन उम्मीद है। वनडे विश्व कप के बाद नवंबर में राशिद ने पीठ की सर्जरी करायी थी, उन्हें टीम में शामिल किया गया था लेकिन वह ‘रिहैबिलिटेशन' के कारण तीनों मैच में उपलब्ध नहीं हो पायेंगे। जदरान ने मैच पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘वह पूरी तरह से फिट नहीं है। वह ‘रिहैबिलिटेशन' कर रहा है। हमें श्रृंखला में उसकी कमी खलेगी। राशिद की अनुपस्थिति में कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जिन पर हमें भरोसा है। '' उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास काफी खिलाड़ी हैं जैसे मुजीब जदरान जो काफी क्रिकेट खेल चुके हैं। हमें उन पर पूरा भरोसा है। राशिद के बिना हमें परेशानी होगी लेकिन हमें किसी भी तरह के हालात के लिए तैयार रहना चाहिए। '' भारत में वनडे विश्व कप में अफगानिस्तान का प्रदर्शन सुर्खियों में रहा था। टीम लीग चरण में गत चैम्पियन इंग्लैंड और पाकिस्तान को हराकर सेमीफाइनल की दौड़ में बनी हुई थी। अफगानिस्तान की पारी का आागज करने वाले जदरान वनडे विश्व कप के प्रदर्शन के बाद केवल एक दिन के लिए ही घर जा सके थे लेकिन वह जानते हैं कि इसके बाद प्रशंसकों की उम्मीदें भी काफी बढ़ चुकी हैं। जदरान ने कहा, ‘‘मैं केवल एक दिन के लिए घर गया था लेकिन साथी खिलाड़ियों ने बताया कि सभी लोग बहुत खुश थे। देशवासी अब हमसे काफी उम्मीद लगाते हैं। अफगानिस्तान के लोगों को सिर्फ यही चीज खुशी दे रही है। '' उन्होंने कहा, ‘‘भारत से उसकी सरजमीं पर भिड़ना बहुत मुश्किल है लेकिन हम यहां जीतने के लिए और अपना कौशल दिखाने आये हैं। हमारी टी20 टीम में काफी अच्छे खिलाड़ी हैं और हम इस प्रारूप में काफी अच्छे भी है जिससे मुझे पूरा भरोसा है कि हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे। '' इस श्रृंखला से अफगानिस्तान को टी20 विश्व कप की तैयारियों में मदद मिलेगी और उन्हें लगता है कि टीम को बल्लेबाजी विभाग में सुधार करना चाहिए। जदरान ने कहा, ‘‘हमारे पास दुनिया का सर्वश्रेष्ठ स्पिनर मौजूद है, हमारे पास तेज गेंदबाज भी हैं लेकिन हमारा लक्ष्य बल्लेबाजी में सुधार करना है। '' वह टी20 विश्व कप से पहले अपना स्ट्राइक रेट भी सुधारना चाहते हैं। उनका 27 मैच में 103 का स्ट्राइक रेट है। जदरान के रहमानुल्लाह गुरबाज के साथ पारी का आगाज करने की उम्मीद है।
कप्तान ने कहा, ‘‘मैं वनडे में टीम में ‘एंकर' की भूमिका निभाता हूं। टी20 में मेरा लक्ष्य स्ट्राइक रेट में सुधार करने का है लेकिन यह भी हालात पर निर्भर करता है। जब टीम को जरूरत हो तो आपको भी आकर्षक शॉट खेलने में सक्षम होना चाहिए। मैं इस पर काम कर रहा हूं। अगर मैं अपना स्ट्राइक रेट बढ़ा सकूं तो यह टीम के लिए अच्छा होगा। -
जकार्ता. रुद्रांक्ष पाटिल और मेहुली घोष की जोड़ी ने मंगलवार को यहां 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा जीतकर भारत को निशानेबाजी एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में पांचवां स्वर्ण पदक दिलाया। भारतीय जोड़ी ने फाइनल में शेन युफान और झू मिंगशुआई की चीन की जोड़ी को 16-10 से हराया।
रुद्रांक्ष और मेहुली की जोड़ी क्वालीफिकेशन में कुल 631.3 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रही थी। युफान और मिंगशुआई ने 632.3 अंक के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया था। रिदम सांगवान और अर्जुन सिंह चीमा की जोड़ी को हालांकि 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में थू विन्ह ट्रिनह और कुआंग हुइ फाम की वियतनाम की जोड़ी के हाथों शिकस्त के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा। रिदम और अर्जुन की जोड़ी क्वालीफिकेशन में 582 अंक के साथ शीर्ष पर रही थी। वियतनाम की जोड़ी ने 580 अंक के साथ दूसरा स्थान हासिल किया था। फाइनल में हालांकि वियतनाम की जोड़ी बेहतर प्रदर्शन करते हुए खिताब जीतने में सफल रही। भारत के अर्जुन बाबुता और इलावेनिल वालारिवान की जोड़ी 629 . 0 अंक लेकर छठे स्थान पररही ।
जूनियर मिश्रित टीम एयर राइफल वर्ग में ईशा टकसाले और उमामहेश मेडिनेनी की जोड़ी ने चीन के चू जिकिंग और पेन बोवेन को 17 . 11 से हराकर स्वर्ण पदक जीता । इसी स्पर्धा में अभिनव साव और अन्वी राठौड़ ने स्थानीय खिलाड़ियों पी स्टीवन फारेल सावेरियो और एम पुत्री फाडिलाह को 16 . 10 से हराया । सोमवार को युवा निशानेबाजों वरूण तोमर और ईशा सिंह ने पुरुष और महिला 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतते हुए भारत के लिए दो ओलंपिक कोटा हासिल किए थे। ये दोनों स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की क्रमश: पुरुष और महिला टीम का भी हिस्सा थे। इन दोनों के क्वालीफाई करने के साथ पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले भारतीय निशानेबाजों की संख्या 15 हो गई है जो तोक्यो खेलों में देश के सबसे बड़े निशानेबाजी दल की बराबरी है। - नयी दिल्ली। भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों से सम्मानित किया गया जहां क्रिकेटर मोहम्मद शमी तालियों की गड़गड़ाहट के बीच पहुंचे।बैडमिंटन खिलाड़ियों चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी को 2023 में शानदार प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया। उन्होंने 2023 में एशियाई खेलों में अपना और बैडमिंटन में देश का पहला स्वर्ण पदक जीता। इसके अलावा एशियाई चैंपियनशिप और इंडोनेशिया ओपन सुपर 1000 का खिताब भी जीता।यह पुरुष जोड़ी वर्तमान में मलेशिया ओपन सुपर 1000 में खेल रही है और इसलिए समारोह में शामिल नहीं हुई।हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती के उपलक्ष्य में आम तौर पर 29 अगस्त को होने वाले खेल पुरस्कार समारोह को पिछले साल 23 सितंबर से आठ अक्टूबर तक हुए हांगझोउ एशियाई खेलों के कारण स्थगित कर दिया गया था।राष्ट्रपति भवन में समारोह में 26 खिलाड़ियों और पैरा खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।पिछले साल दुनिया की नंबर एक जोड़ी बनने वाले चिराग और सात्विक की नजरें पेरिस ओलंपिक पर टिकी हैं। फिलहाल दूसरी विश्व रैंकिंग पर काबिज इस जोड़ी का इस साल होने वाले पेरिस खेलों के लिए क्वालीफाई करना लगभग तय है।टखने की चोट से उबर रहे शमी सम्मान हासिल करने के लिए समारोह में मौजूद थे। उन्होंने पिछले साल एकदिवसीय विश्व कप में सात मैच में 24 विकेट चटकाए थे और भारत को फाइनल में जगह दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।शमी ने सोमवार रात को खेल मंत्रालय द्वारा इस साल के राष्ट्रीय खेल पुरस्कार विजेताओं के लिए आयोजित समारोह के दौरान कहा, ‘‘मेरा लक्ष्य जहां तक संभव हो खुद को फिट रखना है क्योंकि अगले दो टूर्नामेंट और श्रृंखलाएं बड़ी हैं। मैं फिटनेस पर ध्यान दूंगा।’’हाल में शतरंज ग्रैंडमास्टर बनीं आर वैशाली को भी अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वह स्टार ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद की बड़ी बहन हैं।कोनेरू हम्पी और द्रोणावल्ली हरिका के बाद ग्रैंडमास्टर बनने वाली वैशाली देश की तीसरी महिला खिलाड़ी हैं।युवा स्टार पिस्टल निशानेबाज 19 वर्षीय ईशा सिंह भी जकार्ता में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में हिस्सा लेने के कारण समारोह के लिए नहीं पहुंच सकीं। उन्होंने सोमवार को 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में व्यक्तिगत और टीम स्वर्ण जीतकर पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया।इस वर्ष अर्जुन पुरस्कार के लिए चुने गए अन्य दिग्गज खिलाड़ियों में पूर्व जूनियर विश्व चैंपियन और पिछले साल सीनियर चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता पहलवान अंतिम पंघाल, पिछले साल विश्व चैंपियनशिप के कांस्य विजेता मुक्केबाज मोहम्मद हुसामुद्दीन और पैरा तीरंदाज शीतल देवी शामिल थे।हांगझोउ एशियाई खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली शीतल के फोकोमेलिया नामक एक दुर्लभ स्थिति के कारण दोनों हाथ नहीं हैं और वह दोनों हाथों के बिना तीरंदाजी करने वाली पहली अंतरराष्ट्रीय पैरा तीरंदाज हैं। इस वर्ष द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेताओं में शतरंज कोच आरबी रमेश भी शामिल हैं जिन्होंने प्रज्ञानानंदा को तैयार किया है।खेल रत्न विजेताओं को 25 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है जबकि अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार में 15 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है।2023 के राष्ट्रीय खेल पुरस्कार विजेता इस प्रकार हैं:-2023 के लिए मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार: चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी (बैडमिंटन)।-अर्जुन पुरस्कार: ओजस प्रवीण देवताले (तीरंदाजी), अदिति गोपीचंद स्वामी (तीरंदाजी), मुरली श्रीशंकर (एथलेटिक्स), पारुल चौधरी (एथलेटिक्स), मोहम्मद हुसामुद्दीन (मुक्केबाजी), आर वैशाली (शतरंज), मोहम्मद शमी (क्रिकेट), अनुश अग्रवाल ( घुड़सवारी), दिव्यकृति सिंह (घुड़सवारी ड्रेसेज), दीक्षा डागर (गोल्फ), कृष्ण बहादुर पाठक (हॉकी), सुशीला चानू (हॉकी), पवन कुमार (कबड्डी), रितु नेगी (कबड्डी), नसरीन (खो-खो), पिंकी ( लॉन बॉल्स), ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर (निशानेबाजी), ईशा सिंह (निशानेबाजी), हरिंदर पाल सिंह संधू (स्क्वाश), अयहिका मुखर्जी (टेबल टेनिस), सुनील कुमार (कुश्ती), अंतिम पंघाल (कुश्ती), नाओरेम रोशिबिना देवी (वुशु), शीतल देवी (पैरा तीरंदाजी), इलूरी अजय कुमार रेड्डी (दृष्टिबाधित क्रिकेट), प्राची यादव (पैरा कैनोइंग)।-उत्कृष्ट प्रशिक्षकों के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार (नियमित श्रेणी): ललित कुमार (कुश्ती), आरबी रमेश (शतरंज), महावीर प्रसाद सैनी (पैरा एथलेटिक्स), शिवेंद्र सिंह (हॉकी), गणेश प्रभाकर देवरुखकर (मल्लखंभ)।-उत्कृष्ट प्रशिक्षकों के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार (जीवन पर्यंत श्रेणी): जसकीरत सिंह ग्रेवाल (गोल्फ), भास्करन ई (कबड्डी), जयंत कुमार पुशीलाल (टेबल टेनिस)।-जीवन पर्यंत उपलब्धि के लिए ध्यानचंद पुरस्कार: मंजूषा कंवर (बैडमिंटन), विनीत कुमार शर्मा (हॉकी), कविता सेल्वराज (कबड्डी)।-मौलाना अबुल कलाम आजाद (एमएकेए) ट्रॉफी 2023: गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर (समग्र विजेता विश्वविद्यालय), लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, पंजाब (प्रथम रनर अप), कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र (द्वितीय रनर अप)।
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नयी दिल्ली. जकार्ता में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर्स में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में ओलंपिक कोटा हासिल करने वाली ईशा सिंह के पिता सचिन सिंह ने कहा कि व्यवस्थित प्रशिक्षण और अनुशासन उनकी बेटी की सफलता की कुंजी है। उन्नीस वर्षीय ईशा के लिए सोमवार का दिन यादगार बन गया। उन्होंने व्यक्तिगत के अलावा टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक भी जीता। ईशा ने जब भारत के लिए पेरिस ओलंपिक का 15वां कोटा हासिल किया तो उनके पिता सचिन भी जकार्ता की रेंज में उपस्थित थे। सचिन ने कहा,‘‘मुझे लगता है कि व्यक्तिगत गौरव से अधिक उसने कोटा हासिल करके देश का गौरव बढ़ाया है।'' उन्होंने कहा,‘‘ जब वह 13 वर्ष की थी तब से हमने उसके करियर के लिए बहुत सावधानी से योजना बनाई थी। हमें पूरा विश्वास था कि वह जल्द ही पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल करेगी। उसके व्यवस्थित प्रशिक्षण और अनुशासन ने इसे सुनिश्चित किया। वह 2019 से लगभग हर प्रतियोगिता के लिए भारतीय टीम का हिस्सा रही। इससे पता चलता है कि उसने निरंतर अच्छा प्रदर्शन किया।'' ईशा ने पिछले साल एशियाई खेलों में टीम स्पर्धा के स्वर्ण सहित कुल चार पदक जीते थे।
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नयी दिल्ली. उभरते हुए निशानेबाज वरुण तोमर हमेशा से अपने रिश्ते के भाई ओलंपिक निशानेबाज सौरभ चौधरी के नक्शेकदम पर चलना चाहते थे और 20 साल के इस निशानेबाज ने सोमवार को जकार्ता एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर की पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीतकर भारत के लिए ओलंपिक कोटा हासिल किया। तोमर शुरुआत से कई बार के विश्व कप स्वर्ण पदक विजेता और 2018 एशियाई खेलों के चैंपियन सौरभ के साथ उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में उनकी घरेलू रेंज में अभ्यास करते हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत स्वर्ण पदक उन्हें 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगा। तोमर ने बताया, ‘‘ मैंने अपने रिश्ते के बड़े भाई सौरभ को देखकर सात साल पहले निशानेबाजी शुरू की थी। वह मेरी प्रेरणा रहे हैं, उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में ही सफलता हासिल की थी। मैं हमेशा उनके जैसा बनना और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता हासिल करना चाहता था।'' जूनियर विश्व चैंपियनशिप में टीम स्पर्धा के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता वरुण ने कहा, ‘‘ मैंने सौरभ से एक साल बाद निशानेबाजी शुरू की और हम दोनों के पास शुरुआत में बागपत के बेनोली गांव में एक ही कोच (अमित श्योराण) थे।।'' बागपत के गढ़ी कांगरान गांव के रहने वाले वरुण प्रतियोगिता के शुरुआती दिन व्यक्तिगत और टीम दोनों में स्वर्ण पदक जीतकर भारत के लिए 14वां ओलंपिक कोटा हासिल किया। बीस साल के तोमर ने फाइनल में 239.6 अंक के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया जबकि उनके हमवतन अर्जुन चीमा ने 237.3 अंक के साथ रजत पदक जीता। मंगोलिया के देवाखु एंखताइवान (217.2) ने कांस्य पदक अपने नाम किया। इससे पहले तोमर (586), अर्जुन (579) और उज्जवल मलिक (575) की भारतीय टीम कुल 1740 अंक के साथ टीम स्पर्धा में शीर्ष पर रही थी। ईरान और कोरिया ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते। किसान परिवार से आने वाले तोमर ने कहा, ‘‘ मुझे मार्गदर्शन देने के लिए सौरभ जैसा कोई मौजूद था, इससे मुझे काफी मदद मिली। सौरभ के अलावा मेरे परिवार में कोई भी निशानेबाज नहीं है।'' वरुण को लगभग सात साल के प्रशिक्षण के बाद पिछले साल सफलता मिली। उन्होंने भोपाल और काहिरा में विश्व कप में व्यक्तिगत कांस्य पदक जीते। इसके बाद उनका चयन राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई) में प्रशिक्षण (कर्णी सिंह निशानेबाजी परिसर) के लिए हुआ। वह अब भारतीय सेना में कार्यरत हैं।
राष्ट्रीय राइफल कोच दीपक दुबे ने कहा, ‘‘मैंने हमेशा वरुण के शांत स्वभाव की सराहना की है। वह सौरभ की तरह ही है। वह निशानेबाजी परिसर में किसी के साथ बहुत कम बातचीत करता है। वह अभ्यास में कोई कोताही नहीं बरतता है।'' दुबे ने कहा, ‘‘वह अभी जूनियर खिलाड़ी की तरह है लेकिन उसके खेल में तेजी से सुधार हो रहा है। पिछले साल दो विश्व कप में सफलता और आज व्यक्तिगत स्वर्ण पदक इस बात का संकेत है कि उसकी तकनीक और जज्बे में कोई कमी नहीं है। -
रांची. अटैकिंग मिडफील्डर नवनीत कौर ने सोमवार को कहा कि भारतीय महिला टीम लगातार तीसरी बार ओलंपिक कोटा हासिल करने को लेकर आश्वस्त है और यहां की परिस्थितियों की जानकारी आठ टीम के हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर से पहले मेजबान टीम को अच्छी स्थिति में रखेगी। सविता पूनिया के नेतृत्व में भारतीय टीम ने पिछले साल नवंबर में यहां मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंधा एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। मेजबान टीम ने फाइनल में जापान को 4-0 से हराकर प्रतियोगिता में अपना लगातार दूसरा खिताब जीता था।
नवनीत ने हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति में कहा, ‘‘रांची में जल्दी पहुंचने से हमें मुख्य पिच (मैदान) पर कुछ सत्र अभ्यास का मौका मिला और इससे हमें मौसम के अनुकूल ढलने में भी मदद मिली।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भी इस स्थल पर खेल चुके हैं इसलिए हम पिच से अच्छी तरह वाकिफ हैं।'' तोक्यो ओलंपिक खेलों में ऐतिहासिक चौथे स्थान पर रही भारतीय टीम ने परिस्थितियों को समझने के लिए लगभग एक सप्ताह बिताया। भारतीय टीम ने खूंटी जिले के कुछ और स्थलों पर भी प्रशिक्षण लिया। नवनीत ने कहा, ‘‘हमने खूंटी जिले में भी जाकर प्रशिक्षण लिया जो हमारे कुछ साथियों का घर है और उन बच्चों के चेहरे पर उत्साह देखना अविश्वसनीय था जो हमारी हौसलाअफजाई करने आए थे।'' भारत को पूल बी में रखा गया है और वह अपना अभियान शनिवार को अमेरिका के खिलाफ शुरू करेगा और इसके अगले दिन न्यूजीलैंड से भिड़ेगा। एक दिन के आराम के बाद 16 जनवरी को भारत का मुकाबला इटली से होगा। पूल ए में विश्व नंबर पांच जर्मनी, एशियाई खेलों के पूर्व चैंपियन जापान, चिली और चेक गणराज्य को जगह मिली है। प्रत्येक पूल से शीर्ष दो टीम सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी और शीर्ष तीन में रहने वाली टीमों को पेरिस ओलंपिक 2024 में जगह मिलेगी। सेमीफाइनल 18 जनवरी को होंगे जबकि फाइनल और कांस्य पदक का प्ले ऑफ मुकाबला 19 जनवरी को होगा।
यह टूर्नामेंट शुरुआत में से चीन में होना था लेकिन चीन की महिलाओं के पेरिस ओलंपिक के लिए सीधे क्वालीफाई करने के बाद हॉकी इंडिया ने एफआईएच से प्रतियोगिता को भारत में स्थानांतरित करने का अनुरोध किया था।
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जकार्ता. भारतीय निशानेबाजों ने सोमवार को यहां एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में अपने अभियान की शानदार शुरुआत करते हुए पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। वरूण तोमर (586), अर्जुन सिंह चीमा (579) और उज्जवल मलिक (575) की भारतीय टीम कुल 1740 अंक के साथ शीर्ष पर रही। ईरान और कोरिया ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते। वरूण और अर्जुन ने व्यक्तिगत फाइनल में भी जगह बनाई।
इस प्रतिष्ठित महाद्वीपीय प्रतियोगिता में पेरिस ओलंपिक के लिए कुल 16 कोटा स्थान दांव पर लगे हैं। पुरुषों और महिलाओं के लिए 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में चार कोटा हैं जिसमें से अधिकतम तीन भारतीय निशानेबाजों को मिल सकते हैं। ईशा सिंह, रिदम सांगवान और सुरभि राव महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में उतरेंगी जहां भारत को अभी पेरिस खेलों का कोटा हासिल करना है। इस प्रतियोगिता में 26 देशों के लगभग 385 निशानेबाज पेरिस कोटा हासिल करने के अलावा 256 पदक (84 स्वर्ण, 84 रजत और 88 कांस्य पदक) जीतने के लिए जकार्ता की सेनायन निशानेबाजी रेंज में चुनौती पेश करेंगे। भारत पहले ही राइफल, पिस्टल और शॉटगन स्पर्धाओं में 13 ओलंपिक कोटा स्थान हासिल कर चुका है। राइफल में जहां सभी कोटा स्थान सुरक्षित हो गए हैं वहीं पिस्टल में तीन कोटा हासिल हुए हैं। -
जकार्ता. भारत के उभरते हुए निशानेबाज वरूण तोमर ने सोमवार को यहां एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर की पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीतकर भारत के लिए 14वां ओलंपिक कोटा हासिल किया। भारत ने इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता के पहले दिन टीम स्वर्ण पदक सहित कुल तीन पदक के साथ अपने अभियान का आगाज किया। बीस साल के तोमर ने फाइनल में 239.6 अंक के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया जबकि उनके हमवतन अर्जुन चीमा ने 237.3 अंक के साथ रजत पदक जीता। मंगोलिया के देवाखु एंखताइवान (217.2) ने कांस्य पदक अपने नाम किया। इससे पहले तोमर (586), अर्जुन (579) और उज्जवल मलिक (575) की भारतीय टीम कुल 1740 अंक के साथ टीम स्पर्धा में शीर्ष पर रही थी। ईरान और कोरिया ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते। इस प्रतिष्ठित महाद्वीपीय प्रतियोगिता में पेरिस ओलंपिक के लिए कुल 16 कोटा स्थान दांव पर लगे हैं। पुरुषों और महिलाओं के लिए 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में चार कोटा हैं जिसमें से अधिकतम तीन भारतीय निशानेबाजों को मिल सकते हैं। ईशा सिंह, रिदम सांगवान और सुरभि राव महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में उतरेंगी जहां भारत को अभी पेरिस खेलों का कोटा हासिल करना है। इस प्रतियोगिता में 26 देशों के लगभग 385 निशानेबाज पेरिस कोटा हासिल करने के अलावा 256 पदक (84 स्वर्ण, 84 रजत और 88 कांस्य पदक) जीतने के लिए जकार्ता की सेनायन निशानेबाजी रेंज में चुनौती पेश करेंगे। भारत इस प्रतियोगिता से पहले राइफल, पिस्टल और शॉटगन स्पर्धाओं में 13 ओलंपिक कोटा स्थान हासिल कर चुका है। राइफल में जहां सभी कोटा स्थान सुरक्षित हो गए हैं वहीं पिस्टल में तीन कोटा हासिल हुए हैं।
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कोलकाता. तीरंदाज अदिति स्वामी के माता-पिता अपनी बेटी के अर्जुन पुरस्कार समारोह में शामिल होने के लिए सोमवार सुबह को कड़ाके की सर्दी के बीच दिल्ली पहुंचने के बाद ‘सूट (कार्यक्रम के लिए औपचारिक पोशाक)' ढूंढने के लिए पालिका बाजार गये। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में एक औपचारिक समारोह में वार्षिक राष्ट्रीय खेल पुरस्कार प्रदान करेंगी।। दिल्ली पहुंचने के बाद महाराष्ट्र के सतारा की इस तीरंदाज के पिता गोपीचंद और माता शैला स्वामी को एहसास हुआ कि वे राष्ट्रपति की उपस्थिति में राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह में पहनने के लिए बिना औपचारिक पोशाक के आए हैं। ऐसे में वे अपने जीवन के ‘सबसे खास दिन' के लिए औपचारिक कपड़े खरीदने के लिए कनॉट प्लेस के पालिका बाजार पहुंचे। गोपीचंद ने बताया, ‘‘हम अपने सामान्य कपड़ों के साथ आए हैं लेकिन यहां आने के बाद अदिति ने मुझसे कहा कि हमें इस अवसर के लिए कुछ औपचारिक पोशाक चाहिये।'' सतारा में कन्हेर गांव के प्राथमिक विद्यालय के गणित के शिक्षक गोपीचंद ने कहा, ‘‘हमारे बच्चे को राष्ट्रपति से अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करते देखना हमारे लिए गर्व का एक अद्वितीय क्षण होगा। यह एक माता-पिता के लिए सबसे यादगार पल होगा। इसके लिए हमें तैयार रहना चाहिए।'' अदिति पिछले साल सबसे कम उम्र की विश्व तीरंदाजी चैम्पियन बनी थी। इसके बाद से उनकी जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आये। अदिति की अब तक के सफर पर गौरवान्वित होते हुए गोपीचंद ने कहा, ‘‘ विश्व कप पदक, विश्व चैंपियन, एशियाई खेलों के पदक और अब अर्जुन पुरस्कार। हमने कभी नहीं सोचा था कि वह इतनी तेजी से आगे बढ़ेगी। जिंदगी तेजी से आगे बढ़ रही है और हम यहां राष्ट्रपति भवन के निमंत्रण पर आए हैं। यह एक सपने जैसा लगता है।'' अदिति को 2023 के लिए विश्व खेलों के साल की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी पुरस्कार के लिए भी नामांकित किया गया है। विजेता का फैसला बुधवार से शुरू होने वाले सार्वजनिक मतदान से किया जाएगा। यह मतदान जनवरी के आखिर तक चलेगा लेकिन 22 जनवरी को शुरुआती कट ऑफ के बाद मुकाबले में शीर्ष 10 खिलाड़ी ही रहेंगे।
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नयी दिल्ली. अमेच्योर गोल्फ की विश्व रैंकिंग में शीर्ष 50 में शामिल इकलौती भारतीय अवनि प्रशांत के लिए अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में देश का प्रतिनिधित्व करना सम्मान की बात है। सत्रह साल की अवनि इस महीने दो अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भारत की अगुवाई करेंगी। वह नौ से 12 जनवरी तक तक दक्षिणी गोल्फ क्लब में वार्षिक ऑस्ट्रेलियाई मास्टर्स ऑफ एमेच्योर चैम्पियनशिप में भाग लेगी। इसमें चार सदस्यीय भारतीय टीम में दो पुरुष और दो महिला खिलाड़ी शामिल हैं। इसके बाद चारों खिलाड़ी 16 से 19 जनवरी 2024 तक ऑस्ट्रेलियाई एमेच्योर चैंपियनशिप में खेलेंगे।
हीना कांग टीम की दूसरी महिला खिलाड़ी है जबकि संदीप यादव और रोहित पुरुष वर्ग में चुनौती पेश करेंगे। भारतीय टीम में सबसे कम उम्र की खिलाड़ी अवनि ने इन टूर्नामेंटों में भाग लेने के लिए पेशेवर बनने की अपनी योजना को रोकने का फैसला किया है। अमेच्योर वर्ग की दो बार की राष्ट्रीय विजेता अवनि ने कहा, ‘‘भारत के लिए खेलना हमेशा सम्मान की बात है। 2023 मैं कुछ अच्छे परिणाम हासिल करने में सफल रही।'' उन्होंने कहा, ‘‘मेरा दीर्घकालिक लक्ष्य पेशेवर गोल्फ खेलना है, लेकिन अभी ऑस्ट्रेलिया में होने वाले दोनों आयोजन बहुत प्रतिष्ठित हैं। मेरा पूरा ध्यान इसी पर है। उम्मीद है कि यह साल मेरे लिए पिछले साल से बेहतर होगा। -
डरबन. दक्षिण अफ्रीका के महान बल्लेबाज एबी डिविलयर्स इस बात से खफा हैं कि हाल में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच समाप्त हुई श्रृंखला में केवल दो टेस्ट मैच ही खेले गये जिसके लिए उन्होंने दुनिया भर में धड़ल्ले से चल रही टी20 लीग को जिम्मेदार ठहराया। डिविलियर्स ने बड़ी श्रृंखला की वकालत करते हुए कहा कि अगर दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम का पता करना है तो ‘कुछ तो बदलना होगा'। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली गयी टेस्ट श्रृंखला 1-1 से बराबरी पर छूटी जिसमें मेजबान टीम ने सेंचुरियन में शुरुआती टेस्ट पारी और 32 रन से जीता जबकि मेहमान टीम ने केप टाउन में सात विकेट से दूसरा टेस्ट मैच जीता। डिविलियर्स ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘‘मैं इससे खुश नहीं हूं कि श्रृंखला में तीसरा टेस्ट नहीं था। आपको इसके लिए टी20 क्रिकेट को जिम्मेदार ठहराना होगा जो दुनिया भर में खेली जा रही हैं। '' उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं जानता कि किसे दोषी ठहराया जाये लेकिन मैं समझता हूं कि कुछ तो गलत है। अगर आप सभी टीमों को प्रतिस्पर्धा करते हुए देखना चाहते हो और दुनिया में कौन सर्वश्रेष्ठ टीम है, यह देखना चाहते तो कुछ तो बदलाव करना होगा। '' दक्षिण अफ्रीका अब फरवरी में न्यूजीलैंड का दौरा करेगी जो भी दो टेस्ट मैच की श्रृंखला के लिए ही होगा। लेकिन जब क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने इस श्रृंखला के लिए दूसरे दर्जे की टीम की घोषणा की तो सभी काफी हैरान हो गये क्योंकि इसमें ‘अनकैप्ड' (जिसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला हो) नील ब्रांड टीम की अगुआई करेंगे। इस श्रृंखला की तारीखें एसए20 लीग (दक्षिण अफ्रीका टी20 लीग) के दूसरे चरण के साथ पड़ रही हैं जो 10 जनवरी से 10 फरवरी के बीच खेली जायेगी जिसमें दक्षिण अफ्रीका के ज्यादातर खिलाड़ी खेल रहे हैं। डिविलियर्स को लगता है कि टेस्ट क्रिकेट दबाव में है और उन्हें स्वीकार किया कि खिलाड़ी और कोच उन्हीं टूर्नामेंट को चुनेंगे जिसमें अच्छी धनराशि मिल रही है। उन्होंने कहा, ‘‘इससे दुनिया भर के क्रिकेट में हलचल मचा दी है और स्पष्ट कर दिया है कि टेस्ट क्रिकेट दबाव में है और यहां तक कि वनडे क्रिकेट भी क्योंकि पूरी प्रणाली ही टी20 क्रिकेट की ओर झुक रही है। '' डिविलयर्स ने कहा, ‘‘खिलाड़ी, बोर्ड और कोच उसी ओर झुकेंगे जहां ज्यादा धनराशि होगी। आप उन्हें दोषी नहीं ठहरा सकते क्योंकि वे अपने परिवार के साथ भविष्य के बारे में सोच रहे हैं।
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नयी दिल्ली. हॉकी इंडिया ने बेंगलुरु में भारतीय खेल प्राधिकरण (साईं) परिसर में सोमवार से शुरू होने वाले जूनियर महिला राष्ट्रीय कोचिंग शिविर के लिए रविवार को 41 सदस्यीय टीम घोषित की। हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति के अनुसार खिलाड़ियों का चयन 2023 में घरेलू चैंपियनशिप के प्रदर्शन के आधार पर किया गया। एक महीने तक चलने वाले इस शिविर में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को कोच तुषार खांडेकर के पास रिपोर्ट करनी होगी। शिविर छह फरवरी को समाप्त होगा। खांडेकर ने कहा,‘‘खिलाड़ियों का चयन हॉकी इंडिया जूनियर महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप, क्षेत्रीय चैंपियनशिप के अलावा जूनियर महिला अकादमी राष्ट्रीय चैंपियनशिप और क्षेत्रीय चैंपियनशिप में प्रदर्शन के आधार पर किया गया है।'' उन्होंने कहा,‘‘मेरा शुरू से मानना है कि भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है। मैं इन नए खिलाड़ियों के साथ काम करने को लेकर उत्सुक हूं। इन्हें अगले जूनियर विश्व कप को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा।'' शिविर के लिए चुने गए खिलाड़ी इस प्रकार हैं:
गोलकीपर: विद्याश्री वी, अदिति माहेश्वरी, निधि, एंगिल हर्षरानी मिंज
डिफेंडर: लालथंटलुआंगी, नीरू कुल्लू, ममिता ओरम, थौंजाओजम निरुपमा देवी, ज्योति सिंह, अंजलि बरवा, पवनप्रीत कौर, पूजा साहू मिडफील्डर: प्रियंका डोगरा, रजनी करकेट्टा, एफ लालबी अक्सियामी, मनीषा, निराली कुजूर, हिना बानो, क्षेत्रमयुम सोनिया देवी, अनिशा साहू, प्रियंका यादव, खैदेम शिलेमा, सुप्रिया कुजूर, जयसिकदीप कौर, बिनिमा धान, हुदा खान, साक्षी राणा फॉरवर्ड: सोनम , संजना होरो, देचम्मा पीजी, इशिका, हिमांशी शरद गवांडे, कनिका सिवाच, निशा मिंज, यमुन्ना, गीता यादव, गुरमेल कौर, लालरिनपुई, मुनमुनी दास, अश्विनी पंजाब कोलेकर, सुनेलिता टोप्पो। स्टैंडबाय: लखीमोनी मजुवार (गोलकीपर), ममतेश्वरी लहरे (डिफेंडर), सेजल (फॉरवर्ड)। - मुंबई.। छह बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज एमसी मेरीकोम का मानना है कि खिलाड़ियों की नयी पीढ़ी में उनकी तरह सफलता हासिल करने का जज्बा नहीं है और वे सिर्फ एक बड़ी उपलब्धि से संतुष्ट हो जाते हैं। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता ने यह भी कहा कि वह 41 साल की उम्र में भी ‘सुपर फिट' हैं और उनमें ‘अधिक से अधिक हासिल करने' की ललक बरकरार है। मेरीकोम आने वाले समय में पेशेवर बनने के विकल्प पर विचार कर रही है। उन्होंने शनिवार को एक कार्यक्रम के इतर कहा, ‘‘मैं लड़ूंगी (मुक्केबाजी), वह लड़ने (खेलने) की भावना केवल मेरीकोम में है। मेरे पास अन्य खेल सितारों से कुछ अनोखा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं 41 साल की हूं, मैं इस साल से कोई भी अंतरराष्ट्रीय (एमेच्योर) प्रतियोगिता में नहीं उतर सकती क्योंकि उम्र सीमा है। मैं हालांकि अपने खेल को एक, दो या तीन साल तक जारी रखना चाहती हूं।'' इस दिग्गज ने कहा कि जब उन्होंने मुक्केबाजी शुरू की थी तब की तुलना में खेलों में अधिक सुविधाएं और विकल्प होने के बावजूद वर्तमान पीढ़ी में पर्याप्त जज्बा नहीं है। छह बार की विश्व चैम्पियनशिप विजेता खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ मैं सुपर फिट हूं, मैं और अधिक हासिल करना चाहता हूं, वह भूख मुझमें है। मौजूदा समय की युवा पीढ़ी एक बार चैंपियन बन कर संतुष्ट हो जाती है।'' उन्होंने कहा, ‘‘अगर मेरी तरह उनमें भी वह जज्बा और वह भूख हो तो हमारे देश में और अधिक पदक आयेंगे।
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सिडनी. आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेविड वॉर्नर ने शनिवार को यहां अपने घरेलू मैदान एससीजी पर पाकिस्तान के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट में 75 गेंद में 57 रन बनाकर अपने शानदार करियर का अंत किया। आस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान पर आठ विकेट की जीत से श्रृंखला में 3-0 से क्लीन स्वीप किया।
वॉर्नर जानते हैं कि वह ‘हर किसी के पसंदीदा' नहीं रहे हैं और उनका कहना है कि अगर उन्हें यह सब फिर से शुरू करना होता तो वह शायद थोड़ा और धैर्य दिखाते। वॉर्नर ने मेजबान प्रसारक ‘फॉक्स क्रिकेट' से कहा, ‘‘इतने वर्षों में, मैं हर किसी का पसंदीदा खिलाड़ी नहीं रहा हूं। लेकिन मैंने जितना हो सके उतना अच्छा खेल खेला और टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश की। '' उन्होंने कहा, ‘‘अगर मेरे पास फिर से यही समय होता और मुझे यह पता होता, तो मैं शायद थोड़ा और धैर्य दिखाता। '' वॉर्नर को आक्रामक खिलाड़ी के तौर पर देखा जाता है जो हमेशा छींटाकशी के लिए तैयार रहता। हमेशा प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ियों से शब्दों की जंग में शामिल रहते जो विशेषकर उनके करियर के शुरूआती हिस्से में हुआ। वह दक्षिण अफ्रीका में 2018 में गेंद से छेड़छाड़ विवाद का भी केंद्र में रहे थे जिसके लिए उन पर प्रथम श्रेणी क्रिकेट से एक साल का निलंबन लगा और आस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी से उन्हें आजीवन प्रतिबंध झेलना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने शुरूआत की थी तो टीम में मेरी भूमिका यही थी कि प्रतिद्वंद्वी टीम को उकसाऊं। पर ये शुरूआती दिन थे और पहली धारणा को बदलने का दूसरा मौका नहीं मिलता। लेकिन मैंने वह भरोसा फिर से बनाने की कोशिश की है। '' वॉर्नर ने कहा कि वह बाद के वर्षों में शीर्ष स्तर के क्रिकेट में अपने रवैये में बदलाव करने में सफल रहे जिसमें उन्होंने शराब पीना भी बंद कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं जुनून से खेल रहा था और मैं थोड़ा शांत हो गया हूं और असल में मैं ऐसा ही हूं। ''
वॉर्नर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि खेल भी बहुत बदल गया है। आप कई खिलाड़ियों के साथ और खिलाफ खेल रहे हो। आपको आक्रामक होने की कोई जरूरत नहीं है, ऐसा करने के अन्य तरीके भी हैं। '' वॉर्नर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में महान रिकी पोंटिंग (27368) के बाद सभी प्रारूपों में 18612 रन के साथ आस्ट्रेलिया के दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज के तौर पर खेल को अलविदा कहा। उन्होंने टेस्ट में 44.49 की औसत से 8786 रन बनाये जिनमें 26 शतक और 37 अर्धशतक जड़े थे। उन्होंने 161 वनडे में 45.30 की औसत से 6932 रन जोड़े जिसमें 22 शतक और 33 अर्धशतक शामिल रहे। वह पहले ही वनडे से संन्यास की घोषणा कर चुके हैं, लेकिन दुनिया भर में टी20 अंतरराष्ट्रीय और घरेलू टी20 लीग के लिए उपलब्ध रहेंगे। - भुवनेश्वर. रेलवे की जिम्नास्ट प्रणति दास के लिए गुरुवार का दिन यादगार रहा जब उन्होंने यहां कलात्मक जिम्नास्टिक सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में ‘पैरलल बार' और ‘फ्लोर एक्सरसाइज' स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते जबकि ऑल-अराउंड महिला वर्ग में दूसरे स्थान पर रहीं। प्रणति की टीम की साथी प्रणति नायक के लिए भी दिन अच्छा रहा। उन्होंने वॉल्ट में स्वर्ण और बैलेंस बीम में कांस्य पदक जीता। त्रिपुरा का प्रतिनिधित्व करते हुए ओलंपियन दीपा करमाकर ने ऑल-अराउंड श्रेणी में स्वर्ण सहित तीन पदक जीते। 30 वर्षीय स्टार जिमनास्ट ने ‘वॉल्ट अनईवन बार्स' में भी रजत पदक जीता। ओडिशा के राकेश कुमार पात्रा ने ऑल-अराउंड और रिंग्स में दो स्वर्ण पदक के अलावा पैरलल बार्स में रजत और हॉरिजेंटल बार्स में कांस्य पदक जीता। सेना के गौरव कुमार ने भी फ्लोर एक्सरसाइज में एक स्वर्ण सहित चार पदक जीते। उन्हें पास पैरलल बार और हॉरिजेंटल बार्स में रजत पदक और ऑल-अराउंड श्रेणी में कांस्य पदक भी जीते। रेलवे के सिद्धार्थ वर्मा वॉल्ट में स्वर्ण और पॉमेल हॉर्स में रजत पदक जीतने के अलावा ऑल-अराउंड में दूसरे स्थान पर रहे। हरियाणा के योगेश्वर ने हॉरिजेंटल बार्स में स्वर्ण और पॉमेल हॉर्स में कांस्य पदक जीता।
- जोहानिसबर्ग. बायें हाथ के तेज गेंदबाज नमन तिवारी के चार विकेट की बदौलत भारत ने गुरुवार को यहां अफगानिस्तान को नौ विकेट से हराकर तीन देशों के अंडर-19 टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया। टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला करने के बाद भारत ने अफगानिस्तान को 33 ओवर में 88 रन पर समेट दिया जिसमें तिवारी ने सात ओवर में एक मेडन से 11 रन देकर चार विकेट झटके। उन्हें साथी तेज गेंदबाजों धनुष गौड़ा और अराध्य शुक्ला का पूरा साथ मिला जिन्होंने दो दो विकेट चटकाये। ऑफ स्पिनर प्रियांशु मोलिया को भी दो विकेट मिले।सलामी बल्लेबाज आदर्श सिंह ने 39 गेंद में नाबाद 52 रन (छह चौके, दो छक्के) की पारी खेली जिससे भारत ने 227 गेंद रहते जीत हासिल की। यह भारत की तीन मैच में तीसरी जीत थी।भारत अब शनिवार को अंतिम राउंड रॉबिन मैच में मेजबान टीम से भिड़ेगा।फाइनल बुधवार को खेला जायेगा।
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नवी मुंबई. भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने गुरुवार को कहा कि क्षेत्ररक्षण और फिटनेस विभाग में त्वरित सुधार संभव नहीं है लेकिन उनकी टीम हाल ही में नियुक्त पूर्णकालिक सहयोगी स्टाफ की मदद से उन कमियों को दूर कर लेगी। टीम लंबे समय से क्षेत्ररक्षण और फिटनेस की समस्या से जूझ रही है। भारतीय टीम शुक्रवार से यहां शुरू होने वाली तीन मैचों की टी20 श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने की तैयारी कर रही है और ध्यान इस बात पर है कि नौ मैच में से छह में दोहरे अंक में पहुंचने में नाकाम रही हरमनप्रीत इससे कैसे उबरती हैं। इसके अलावा भारत ने ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में 0-3 की हार के दौरान अंतिम दो मैच में कुल आठ कैच छोड़े जिसमें से सात दूसरे मैच में टपकाए। हरमनप्रीत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर हम टीम के प्रदर्शन के बारे में बात करें तो हम टुकड़ों में बहुत अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं। क्षेत्ररक्षण और फिटनेस ऐसी चीजें हैं जिनके बारे में हम लंबे समय से बात कर रहे हैं। हम इस पर काम भी कर रहे हैं।'' अक्टूबर के अंत में टीम के मुख्य कोच नियुक्त किए गए अमोल मजूमदार ने इंग्लैंड के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला से पूर्व अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि मुनीष बाली (क्षेत्ररक्षण) और ट्रॉय कूली (गेंदबाजी) सहयोगी स्टाफ के सदस्य होंगे। हरमनप्रीत ने कहा, “सबसे अच्छी बात यह है कि अब हमारे पास नियमित सहायक स्टाफ है। बीच में हमारे पास कई कोच थे जिनके क्षेत्ररक्षण और फिटनेस पर अपने विचार थे।'' उन्होंने कहा, ‘‘अभी हमारे पास मुनीष सर हैं, उन्हें समय देना होगा। वह बहुत अनुभवी कोच हैं और उन्होंने कई खिलाड़ियों के साथ काम किया है। वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं लेकिन एक महीने में परिणाम मिलना मुश्किल है।'' हरमनप्रीत ने कहा कि भारत को समग्र प्रदर्शन में सुधार के लिए मैदान पर गलतियों को कम करने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘यह अच्छी बात है कि हमें अच्छी टीम (ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड) के खिलाफ खेलने और उनके खिलाफ खुद को परखने का मौका मिल रहा है। अगर हम दिन-ब-दिन गलतियां कम करने में सफल रहे, तो टीम का प्रदर्शन बेहतर होगा।'' अपनी स्वयं की फॉर्म पर उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अच्छी शुरुआत मिल रही है लेकिन मैं उसे बड़े स्कोर में नहीं बदल पा रही हूं। मुझे लगता है कि किस्मत भी अहम भूमिका निभाती है क्योंकि मैं कुछ बार अजीब तरीके से आउट हुई।'' हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘ऐसा नहीं था कि मैंने खराब शॉट खेले या उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की लेकिन वे आउट होने के अजीब तरीके थे। मैं कड़ी ट्रेनिंग और बल्लेबाजी का अभ्यास कर रही हूं ताकि ऐसा न लगे कि मेरी फॉर्म खराब है।'' हरमनप्रीत ने कहा कि भले ही वर्तमान में भारतीय टीम के पास कोई मानसिक अनुकूलन कोच नहीं है लेकिन मजूमदार काफी अनुभवी हैं और खिलाड़ियों को चुनौतियों से निपटने में मदद करते हैं।
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केपटाउन। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गुरुवार को श्रृंखला बराबर करने वाली सात विकेट की जीत को भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट प्रारूप में सर्वश्रेष्ठ में से एक करार दिया और इसे 2021 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा में मिली ऐतिहासिक जीत के बराबर रखा। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने मिलकर दक्षिण अफ्रीका के 20 में से 15 विकेट झटके जिससे भारत ने पांच सत्र के अंदर मेजबानों को हराकर शानदार वापसी की। भारत को पहले टेस्ट में सेंचुरियन में पारी और 32 रन से हार मिली थी। टेस्ट इतिहास के सबसे छोटे मैच के खत्म होने के बाद रोहित ने कहा, ‘‘यह हमारी सर्वश्रेष्ठ टेस्ट जीत में से एक है। हम यहां कभी नहीं जीते थे, यह हमारी सभी जीत के साथ सबसे ऊपर है। '' वह किसी अन्य टेस्ट की जीत से इसकी तुलना नहीं करना चाहते लेकिन रोहित को लगता है कि ब्रिसबेन में मिली जीत भी इतनी ही महत्वपूर्ण थी क्योंकि 33 साल में आस्ट्रेलिया को दौरा करने वाली टीम वहां नहीं हरा सकी थी। रोहित ने कहा, ‘‘कहीं और मिली टेस्ट जीत से तुलना करना मुश्किल है। इन टेस्ट को रैंकिंग देना मुश्किल है। प्रत्येक टेस्ट मैच की अपनी अहमियत होती है। मुझे लगता है कि गाबा में आस्ट्रेलिया पिछली बार 1988 में हारा था। तो यह उनका गढ़ बन गया था और हमने जिस तरह से टेस्ट जीता, वह महत्वपूर्ण था। '' उन्होंने कहा, ‘‘आप टेस्ट को रैंक नहीं कर सकते। हालांकि यह जीत ऊपर ही होगी। यह दिखाता है कि यह कितना महत्वपूर्ण स्थल है और यह आकर जीतने का श्रेय टीम को जाता है। '' रोहित ने हालांकि घुमा फिराकर कहा कि वह तीन मैच की टेस्ट श्रृंखला खेलना पंसद करेंगे लेकिन इस ड्रा को 2024 की अच्छी शुरूआत कहेंगे। उनसे जब पूछा गया कि क्या तीन मैच की टेस्ट श्रृंखला आदर्श होती तो कप्तान ने कहा, ‘‘यह हमारे हाथ में नहीं है। मैं मैच के कार्यक्रम का फैसला नहीं कर सकता, मैं कुछ और ही करूगा। जो है, वही खेलना है। हमें इस श्रृंखला में खेलने पर गर्व है। '' उन्होंने कहा, ‘‘हमने पहला मैच गंवा दिया, वे अच्छा खेले। हम यहां जीते, हम अच्छा खेले। हम यहां कभी नहीं जीते थे तो इस युवा टीम के लिए यह गर्व का पल है। इस श्रृंखला से हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा। '' भारत विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंच गया है और कप्तान ने कहा कि धीमी ओवर गति से अंक गंवाने के बाद इस मैच को जीतना महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा, ‘‘टेस्ट मैच जीतना महत्वपूर्ण है। नये साल की यह शुरूआत अच्छी है। हमने ओवर गति के कारण कुछ अंक गंवा दिये थे इसलिये यह जीत महत्वपूर्ण थी।
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