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कोलंबो. पूर्व भारतीय क्रिकेटर और इंडियन प्रीमियर लीग टीम चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक सुरेश रैना का नाम लंका प्रीमियर लीग 2023 की खिलाड़ियों की नीलामी की सूची में शामिल है। खिलाड़ियों की नीलामी 14 जून को होगी।
श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेटरों की सूची जारी की जो 31 जुलाई से शुरू होने वाले पांच टीम के टूर्नामेंट के दौरान नीलामी में हिस्सा लेंगे। रैना 2008 से 2021 के बीच आईपीएल के प्रत्येक सत्र में खेले। यह 36 वर्षीय खिलाड़ी हालांकि 2020 में यूएई से स्वदेश लौट आया था जहां कोविड के कारण आईपीएल का आयोजन किया जा रहा था। रैना ने 205 आईपीएल मैचों में 5500 से अधिक रन बनाए हैं जिसमें नाबाद शतक भी शामिल है।
सीएसके के अलावा रैना आईपीएल में गुजरात लायंस का भी प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वह घरेलू टूर्नामेंटों में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते थे। भारतीय क्रिकेट बोर्ड के नियमों के अनुसार अन्य देश में फ्रेंचाइजी लीग में खेलने के लिए भारतीय खिलाड़ी को घरेलू क्रिकेट में सभी प्रारूपों से संन्यास लेना होगा। -
पेरिस. नोवाक जोकोविच ने टेनिस के इतिहास में सबसे ज्यादा ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले पुरूष खिलाड़ी बन गए । उन्होंने फ्रेंच ओपन फाइनल में रविवार को कैस्पर रूड को हराकर 22 बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन रफेल नडाल को पीछे छोड़ दिया । सर्बिया के 36 वर्ष के जोकोविच ने तीन घंटे 13 मिनट तक चले मुकाबले में 7 . 6, 6 . 3, 7 . 5 से जीत दर्ज की । वह नडाल से एक खिताब आगे और अब टेनिस को अलविदा कह चुके रोजर फेडरर से तीन खिताब आगे हो गए । रोलां गैरो पर 14 बार के चैम्पियन नडाल चोट के कारण इस बार नहीं खेल रहे थे ।
जोकोविच ने यहां 2016 और 2021 में भी खिताब जीता है ।
वह टेनिस के इतिहास में हर ग्रैंडस्लैम कम से कम तीन बार जीतने वाले पहले खिलाड़ी बन गए । उन्होंने दस आस्ट्रेलियाई ओपन, सात विम्बलडन और तीन अमेरिकी ओपन जीते हैं । वह एक बार फिर एक कैलेंडर वर्ष में सभी ग्रैंडस्लैम जीतने की राह पर है । रॉड लावेर ने 1969 में यह कारनामा किया था जिसे उसके बाद कोई दोहरा नहीं सका । जोकोविच 2021 में आस्ट्रेलियाई ओपन, फ्रेंच ओपन और विम्बलडन जीतकर उसके करीब पहुंचे थे लेकिन अमेरिकी ओपन फाइनल में दानिल मेदवेदेव से हार गए । विम्बलडन तीन जुलाई से आल इंग्लैंड क्लब पर खेला जायेगा ।
कोरोना महामारी के दौरान टीका नहीं लगवाने के कारण जोकोविच आस्ट्रेलियाई ओपन और अमेरिकी ओपन नहीं खेल सके थे । जोकोविच ने इस खिताब के साथ ही 23 बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन सेरेना विलियम्स की बराबरी भी कर ली जिन्होंने पिछले साल टेनिस से विदा ले ली है । मार्गरेट कोर्ट ने अमैच्योर युग में 24 खिताब जीते हैं लेकिन ओपन युग में जोकोविच और सेरेना सबसे आगे हैं । -
नयी दिल्ली. महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने अनुभवी रविचंद्रन अश्विन को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के लिए भारतीय एकादश में जगह नहीं मिलने को चौकाने वाला फैसला करार देते हुए कहा कि उनकी क्षमता के स्पिनर को प्रभावी होने के लिए अनुकूल परिस्थितियों की जरूरत नहीं होती है। डब्ल्यूटीसी फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 209 रन से हराया। भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड ने टीम में अश्विन को जगह नहीं देने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि बारिश की स्थिति ने उन्हें चौथे विशेषज्ञ तेज गेंदबाज को चुनने के लिए मजबूर किया। तेंदुलकर ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘ भारत को मैच में बने रहने के लिए पहली पारी में बड़ा स्कोर खड़ा करना था, लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके। भारतीय टीम के लिए कुछ अच्छे क्षण थे, लेकिन मैं अश्विन को अंतिम एकादश में शामिल नहीं करने के फैसले को पचा नहीं पा रहा हूं। वह इस समय दुनिया का नंबर एक टेस्ट गेंदबाज है।'' तेंदुलकर को इस तर्क से हैरानी हुई कि अश्विन जैसी क्षमता वाले गेंदबाज को तेज गेंदबाजों के अनुकूल परिस्थितियों में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है, वह भी तब जब इस ऑस्ट्रेलियाई टीम में बायें हाथ के कई बल्लेबाज है। उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने मैच से पहले ही कहा था कि कुशल स्पिनर हमेशा पिच से मिलने पर मदद के भरोसे नहीं रहता। वे हवा, पिच की उछाल और अपनी विविधताओं का इस्तेमाल करता है। यह नहीं भूलना चाहिये कि ऑस्ट्रेलिया के पास शीर्ष आठ में बायें हाथ के पांच बल्लेबाज थे। अश्विन ने डब्ल्यूटीसी के दूसरे सत्र के दो साल के चक्र में 13 टेस्ट में 61 विकेट लिए हैं।
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काकामिगाहारा. भारत ने रविवार को यहां चार बार के चैंपियन दक्षिण कोरिया को 2-1 से हराकर पहली बार महिला जूनियर हॉकी एशिया कप का खिताब जीता। पहला क्वार्टर गोल रहित बराबर रहने के बाद भारत ने 22वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर अनु के गोल की बदौलत बढ़त बनाई। जापान के खिलाफ सेमीफाइनल की निराशा को पीछे छोड़ते हुए अनु ने गोलकीपर के बाईं ओर से गोल दागते हुए भारत को 1-0 से आगे किया। दक्षिण कोरिया ने हालांकि तीन मिनट बाद पार्क सियो यिओन के गोल की बदौलत स्कोर 1-1 कर दिया।
नीलम ने 41वें मिनट में दक्षिण कोरिया की गोलकीपर के दाईं ओर से गोल दागकर भारत को 2-1 से आगे कर दिया जो निर्णायक स्कोर साबित हुआ। भारतीय टीम ने इसके बाद अंतिम क्वार्टर में अपनी बढ़त बरकरार रखते हुए जीत दर्ज की।
दक्षिण कोरिया को पेनल्टी कॉर्नर के रूप में गोल करने के कई मौके मिले लेकिन टीम इसका फायदा नहीं उठा सकी। इससे पहले महिला जूनियर एशिया कप में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2012 में था जब टीम बैंकॉक में पहली बार फाइनल में पहुंची थी लेकिन चीन से 2-5 से हार गई। -
नयी दिल्ली. तकनीकी फैसले लेने में हिचकिचाहट, सीनियर खिलाड़ियों को आईना नहीं दिखा पाना और दूसरी जमात के खिलाड़ियों को तैयार नहीं करने से भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के रूप में महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ को उतनी सफलता नहीं मिल पा रही । इस साल के आखिर में विश्व कप में भी यही हश्र रहा तो उनका अनुबंध बढ़ने की उम्मीद नहीं है । शायद वह खुद ही अनुबंध का विस्तार कराना नहीं चाहेंगे क्योंकि अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पाने की कसक उनके चेहरे पर झलकने लगी है । अपने जमाने में तेज गेंदबाजों को बेखौफ खेलने वाले द्रविड़ बतौर कोच सवालों की बौछार पर बगलें झांकते नजर आते हैं । वहीं इससे पहले कोच रहे रवि शास्त्री सवालों का सीधा जवाब देते थे , फिर वह आपको पसंद आये चाहे नहीं । भारत की आस्ट्रेलिया के हाथों विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप हार के तुरंत बाद पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने स्टार स्पोर्ट्स पर इंटरव्यू के दौरान उनसे सवाल किया ,‘‘ राहुल, तुम लीजैंड रहे हो लेकिन उपमहाद्वीप के बाहर हमारे शीर्षक्रम के बल्लेबाज जूझते क्यो नजर आ रहे हैं ।'' इस पर द्रविड़ ने कहा ,‘‘ हमारे पास शीर्ष पांच में अनुभवी खिलाड़ी हैं जिन्होंने ऊंचे मानक कायम किये हैं । ये खिलाड़ी भविष्य में लीजैंड कहलायेंगे । उन्होंने आस्ट्रेलिया में दो श्रृंखलायें जीती, इंग्लैंड में टेस्ट जीते । हम जो कर सकते हैं, कर रहे हैं ।'' इस बात से ना तो गांगुली संतुष्ट दिखे और न ही लाखों क्रिकेटप्रेमी जो टीवी के आगे नजरें गड़ाये बैठे थे । सीनियर टीम के साथ दो साल के कार्यकाल में अक्सर द्रविड़ इसी तरह नजर आये हैं । उनके कोच बनने पर जितना उत्साह क्रिकेटप्रेमियों में देखा गया था, वह काफूर होता दिख रहा है । भारत की हार के बीज नागपुर, दिल्ली और इंदौर में ही पड़ गए थे जहां डब्ल्यूटीसी अंक लेने के लिये टीम खराब पिचों पर खेली । इससे बल्लेबाजों का आत्मविश्वास डोला और गेंदबाज तैयार नहीं हो सके । ऋषभ पंत के हादसे में घायल होने और जसप्रीत बुमराह की चोट से भारत को नुकसान तो हुआ ही लेकिन बतौर कोच जोखिम नहीं लेने वाले द्रविड़ की रणनीति से भी कोई फायदा नहीं हुआ । वह सीनियर खिलाड़ियों को भी डपट नहीं सके जो रणनीति पर खरे नहीं उतर पा रहे । भारतीय टीम अगले डब्ल्यूटीसी चक्र की शुरूआत एक महीने बाद वेस्टइंडीज दौरे से करेगी । क्या द्रविड़ अगले दो साल के लिये टीम बना सकेंगे जब रोहित, कोहली और पुजारा टीम का हिस्सा नहीं होंगे । क्या वह जोखिम लेंगे या उसी ढर्रे पर चलना पसंद करेंगे । इन सवालों के जवाब सिर्फ द्रविड़ के पास हैं ।
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अल्माटी. भारत की दिव्या देशमुख एशियाई महाद्वीपीय शतरंज चैंपियनशिप की महिला क्लासिकल स्पर्धा में रविवार को यहां चैंपियन बनीं, तो वहीं मैरी एन गोम्स उपविजेता रहीं। सत्रह साल की दिव्या ने कजाकिस्तान की जेनिया बालाबायेवा के साथ नौवें और अंतिम दौर के मुकाबले को ड्रा खेला और 7.5 अंकों के साथ शीर्ष पर रहीं। मैरी ने भी आखिरी दौर में ड्रा खेला और 6.5 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रही।
भारतीय खिलाड़ी साक्षी चितलंगे 5.5 अंकों के साथ सातवें स्थान पर रहीं। अन्य भारतीयों में पीवी नंदीधा (पांच अंक) और आशना मखीजा (पांच अंक) क्रमश: 13वें और 14वें स्थान पर रहीं। स्पर्धा के ओपन वर्ग में ग्रैंडमास्टर अभिमन्यु पुराणिक अंतिम दौर से पहले पदक की दौड़ में थे। वह हालांकि अपने अंतिम दौर के मुकाबले को जीतने में सफल नहीं रही। अजमत उतेगलियायेव के खिलाफ ड्रॉ खेलने के कारण वह 6.5 अंकों के साथ चौथे स्थान पर रहे। शीर्ष वरीय के रूप में शुरुआत करने वाले ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी 6.5 अंकों के साथ छठे स्थान पर रहे। एसपी सेथुरमन का अभियान सातवें स्थान पर खत्म हुआ। उज्बेकिस्तान के ग्रैंडमास्टर शमसुद्दीन वोखिदोव ने शीर्ष स्थान हासिल किया। -
सिंगापुर. भारतीय तीरंदाज एशिया कप के तीसरे चरण में कोरिया और चीन के खिलाफ अपने सभी छह फाइनल मैच में शनिवार को दबाव में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सके और पदक तालिका में अपने अभियान को पांचवें स्थान के साथ खत्म किया। भारत एक भी स्वर्ण पदक जीतने में नाकाम रहा लेकिन टीम ने छह रजत पदक और एक कांस्य पदक अपने नाम किया।
तीरंदाजी ‘पावर हाउस' कोरिया चार स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक के साथ तालिका में शीर्ष पर रहा जबकि चीन चार स्वर्ण और तीन कांस्य पदक के साथ दूसरे स्थान पर रहा। भारत को दिन के शुरुआती मुकाबले में कोरिया से शिकस्त मिली। साक्षी चौधरी, प्रगति और दीपिका की भारतीय महिला कम्पाउंड टीम को इस मुकाबले में 232-234 से हार का सामना करना पड़ा। पुरुषों के कम्पाउंड मुकाबले में भी भारतीय टीम को 235-238 से पराजय का सामना करना पड़ा।
रिकर्व महिला टीम भी फाइनल में कोरिया की चुनौती से पर नहीं पा सकी। रिधि फोर, रूमा बिस्वास और अदिति जायसवाल को 3-5 से हार का सामना करना पड़ा। भारत की पुरुष रिकर्व टीम फाइनल में चीन से 1-5 से हार गयी।
पार्थ सालुंके को पुरुष रिकर्व मैच में चीन के क्यूई जियांगशुओ ने 6-2 से हराया। भारतीय महिला कम्पाउंड तीरंदाज रूमा बिस्वास चीन की एएन किजुआन से 2-6 से हार गयी
प्रगति ने कम्पाउंड महिला व्यक्तिगत तीसरे स्थान के प्लेऑफ में अपनी टीम की साथी दीपशिखा को 147-146 से हराकर भारत के लिए कांस्य पदक जीता।
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नई दिल्ली। सरकार ने वर्तमान ओलंपिक के लिए अब तक चार सौ पचास करोड़ रूपये व्यय किए हैं। यह राशि प्रशिक्षण, उपकरणों और अन्य सुविधाओं पर व्यय की गई है। आवश्यकता होने पर सरकार और अधिक सहयोग देगी ताकि पेरिस ओलंपिक-2024 में भारत नये रिकॉर्ड बना सके।
केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कल नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में कहा कि भारत ने पिछले ओलंपिक, पैरालम्पिक और राष्ट्रमंडल खेलों में अब तक का सर्वोत्तम प्रदर्शन किया है। समारोह का आयोजन इसी महीने बर्लिन में होने वाले विशेष ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक 2023 के लिए एक सौ अठानवे भारतीय खिलाड़ियों की टीम भेजने के अवसर पर किया गया था। श्री ठाकुर ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए लक्षित ओलंपिक पोडियम योजना शुरू करने के साथ खेल के लिए बजट बढ़ाया गया है। केन्द्र ने एशियाई खेलों की तैयारी के लिए अब तक दो सौ बीस करोड़ रूपये से अधिक मंजूर किये हैं। खेल मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि इस वर्ष चीन में होने वाले एशियाई खेलों में भारत अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा। -
सुहल (जर्मनी) . भारतीय ट्रैप निशानेबाज यहां क्वालीफिकेशन में शीर्ष छह में जगह बनाने में नाकाम रहने के बाद पदक दौर में नहीं पहुंच पाए लेकिन इसके बावजूद भारत आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप की अंक तालिका में 15 पदक के साथ शीर्ष पर रहा। भारत ने छह स्वर्ण, छह रजत और तीन कांस्य पदक जीते।
भारत 2019 से भी आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप और विश्व चैंपियनशिप में शीर्ष पर रहा है। भारत के लिए इस टूर्नामेंट में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में सेनयम, पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में धनुष श्रीकांत, पुरुषों की 25 मीटर पिस्टल में अमनप्रीत सिंह, 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम में अभिनव शॉ और गौतमी भनोट तथा गौतमी, स्वाति चौधरी और सोनम मस्कर ने महिला 10 मीटर राइफल टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते। इसके अलावा महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल टीम स्पर्धा में मेगना सादुला, पायल खत्री और सिमरनप्रीत कौर बरार ने भी सोने का तमगा जीता। पुरुषों के ट्रैप स्पर्धा में बख्तयारुद्दीन मालेक पांच दौर में 125 में से 111 के स्कोर के साथ सर्वश्रेष्ठ भारतीय रहे। उन्होंने 23वां स्थान हासिल किया जबकि तवरेज सिंह संधू 105 के स्कोर के साथ 48वें स्थान पर रहे। कबीर शर्मा 104 के स्कोर से 53वें और आर्य वंश त्यागी 102 के स्कोर से 57वें स्थान पर रहे। शारदुल विहान (97) 68वें स्थान पर रहे। महिला ट्रैप में भव्या त्रिपाठी 110 के स्कोर के साथ नौवें स्थान पर रहीं जबकि आशिमा अहलावत (106) 15वें स्थान पर रहीं। सबीरा हारिस और निला राजा बालू दोनों 100 के समान स्कोर के साथ 22वें और 23वें स्थान पर रहीं। दर्शना राठौर ने 96 के स्कोर से 27वां स्थान हासिल किया। - लंदन। भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर स्टीव स्मिथ को रन बनाने में उनकी निरंतरता और उनके अविश्वसनीय औसत को देखते हुए इस पीढ़ी का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज करार किया। कोहली की यह टिप्पणी इस आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी के लिए काफी बड़ी प्रशंसा होगी क्योंकि यह मौजूदा पीढ़ी के एक अन्य शानदार बल्लेबाज द्वारा की गयी है। कोहली ने भारत और आस्ट्रेलिया के बीच चल रहे विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल से पहले कहा, ‘‘मेरा मानना है कि स्टीव स्मिथ इस पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट खिलाड़ी हैं। उन्होंने दिखाया है कि उनकी अनुकूल होने की क्षमता शानदार है। '' उन्होंने कहा, ‘‘हर कोई उनका रिकॉर्ड जानता है, 85-90 टेस्ट में उनका औसत 60 का है जो अविश्वसनीय है। वह जिस तरह से लगातार रन बना रहा है, मैंने पिछले 10 वर्षों में किसी भी टेस्ट खिलाड़ी को ऐसा करते नहीं देखा है। '
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लंदन. ओवल के मुख्य क्यूरेटर ली फोर्टिस ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बुधवार से शुरू होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के लिए पिच उछाल भरी होगी। ओवल की पिच पारंपरिक रूप से उछाल भरी होती है और यह बल्लेबाजी के लिए अनुकूल होती है लेकिन इस बार इसके व्यवहार को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है क्योंकि डब्ल्यूटीसी फाइनल पहला टेस्ट मैच होगा जो कि जून में यहां खेला जाएगा। मैच की पूर्व संध्या पर पिच पर घास दिख रही थी लेकिन खेल शुरू होने से पहले इसे काटा जा सकता है। बादल छाए रहने से ऑस्ट्रेलिया को फायदा मिल सकता है जबकि भारतीय टीम चाहेगी कि धूप खिली रहे। फोर्टिस ने रविचंद्रन अश्विन से उनके यूट्यूब चैनल पर कहा,‘‘ यह ओवल की अच्छी पिच होगी। एक चीज है कि इसमें उछाल होगी। पिच उछाल भरी होगी। उम्मीद है कि बारिश नहीं होगी।
- नयी दिल्ली. भारत के शीर्ष धावक अमलान बोरगोहेन ने बेल्जियम के मेर्कसेम में फ्लैंडर्स कप एथलेटिक्स मीट में 100 और 200 मीटर स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। बोरगोहेन ने 100 मीटर की दौड को 10.70 सेकंड में पूरा किया। उनका राष्ट्रीय रिकॉर्ड हालांकि 10.25 सेकंड है। इस स्पर्धा में जमैका के औब्रे एलन (10.80 सेकंड) और बेल्जियम के विक्टर हॉफमैन्स (11.01 सेकंड) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। इस 25 साल के धावक ने 200 मीटर की दौड़ को पूरा करने के लिए 20.96 सेकंड का समय लिया। वह इसमें हॉफमैन (21.42 सेकंड) और जमैका के सैमुअल रोवे (21.88 सेकंड) को पछाड़ने में सफल रहे। बोरगोहेन का 200 मीटर में राष्ट्रीय रिकॉर्ड 20.52 सेकंड का है।विश्व एथलेटिक्स कैलेंडर में श्रेणी एफ के इस प्रतियोगिता को अंतरराष्ट्रीय एंटवर्प एथलेटिक्स गाला भी कहा जाता है। इस बीच अमेरिका के पोर्टलैंड ट्रैक फेस्टिवल में महिलाओं की 10,000 मीटर दौड़ में भारत की संजीवनी जाधव ने 32 मिनट 46.88 सेकंड के समय के साथ रजत पदक जीता। दूसरी ओर पोलैंड के चोरजो में ओरलेन जानूस कुसोकिंस्की मेमोरियल में भारतीय धाविका ज्योति याराजी 100 मीटर बाधा दौड़ में 13.03 सेकंड के समय के साथ चौथे स्थान पर रही। इस 23 साल की खिलाड़ी का राष्ट्रीय रिकॉर्ड 12.82 सेकंड है।
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बेकेनहैम (ब्रिटेन) . ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन को उम्मीद है कि इस साल इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलते हुए रोहित शर्मा के साथ काफी समय बिताने के बाद वह अपने खेल में भारतीय कप्तान जैसी शांतचितता को जोड़ने में सफल रहेंगे। ग्रीन ने आईपीएल में 452 रन बनाने के अलावा छह विकेट भी लिए तथा मुंबई को प्लेऑफ तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। ग्रीन ने सात जून से भारत के खिलाफ ओवल में शुरू होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल से पूर्व आईसीसी से कहा,‘‘ उन्होंने (रोहित) मैदान पर जो शांतचितता दिखाई उसकी छाप स्पष्ट नजर आ रही थी।'' उन्होंने कहा,‘‘ वह लंबे समय से खेल रहे हैं और 10 वर्षों से ऐसा कर रहे हैं। उनके साथ मैदान पर समय बिताना और बात करना शानदार रहा।'' ग्रीन ने कहा,‘‘ मेरी भूमिका आक्रामक होकर खेलने का प्रयास करना था और ऐसे में उन्होंने इसको लेकर तरीके दिखाए फिर चाहे वह स्पिनरों या तेज गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक बल्लेबाजी करनी हो या फिर क्षेत्ररक्षण करते समय गेंदबाजी में बदलाव करना हो।'' आईपीएल में व्यस्त होने के कारण ग्रीन देर से ऑस्ट्रेलियाई टीम से जुड़े और उन्होंने गुरुवार को पहली बार अभ्यास सत्र में भाग लिया। डब्ल्यूटीसी फाइनल की तैयारियों में जुटे ग्रीन का मानना है कि बेहतरीन फॉर्म में चल रहे विराट कोहली उनकी टीम के लिए सबसे बड़ा खतरा होंगे। उन्होंने कहा,‘‘ विराट कोहली। वह एक ऐसा खिलाड़ी है जो कि बड़े मैचों में हमेशा अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करता है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल बेहद महत्वपूर्ण है और मैं इसमें खेलने के लिए उत्साहित हूं।'' ग्रीन को लगता है कि उन्हें टी-20 प्रारूप से टेस्ट प्रारूप में ढलने में किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी। उन्होंने कहा,‘‘ जब आप मैदान पर होते हैं तोे टेस्ट क्रिकेट जैसा कुछ नहीं होता। मुझे लगता है कि सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी वही है जो इस तरह की परिस्थितियों से सामंजस्य बिठा सके। -
कोलकाता. हार्दिक पंड्या को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज हरफनमौलाओं में से एक बताते हुए दक्षिण अफ्रीका के पूर्व हरफनमौला लांस क्लूजनर ने शनिवार को कहा कि अपने कार्यभार के प्रबंधन के लिये वह टेस्ट क्रिकेट छोड़ सकता है । अपने कैरियर में कई बार चोटों से जूझते आये पंड्या ने आखिरी टेस्ट सितंबर 2018 में खेला था । वह तब से सीमित ओवरों का क्रिकेट ही खेल रहे हैं और आस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल से खुद को बाहर रखा है । क्लूजनर ने कलकत्ता खेल पत्रकार क्लब द्वारा आयोजित बातचीत में कहा ,‘‘ पंड्या शानदार क्रिकेटर है और अगर वह फिट रहता है और 135 की रफ्तार से गेंद डालता है तो उसका सामना करना हमेशा कठिन है । वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ हरफनमौलाओं में से है ।'' पंड्या ने यह कहकर खुद को डब्ल्यूटीसी फाइनल से बाहर कर लिया कि यहां तक पहुंचने के भारत के सफर में एक प्रतिशत योगदान भी नहीं देने के बाद किसी और की जगह लेना अनुचित होगा । यह पूछने पर कि क्या पंड्या ने आसानी से टेस्ट क्रिकेट छोड़ दिया, क्लूजनर ने कहा ,‘‘ शायद । किसी भी क्रिकेटर के लिये सबसे बड़ी कसौटी टेस्ट क्रिकेट होता है । टेस्ट क्रिकेट में इतने बदलाव भी नहीं आये हैं लेकिन मैं समझ सकता हूं कि समय भी बदल गया है ।'' क्लूजनर ने कहा कि भारत डब्ल्यूटीसी फाइनल में तेज गेंदबाजी या स्पिन आधारित आक्रमण उतार सकता है ।
उन्होंने कहा ,‘स्पिन पारंपरिक तौर पर भारत की ताकत रहा है । उनके पास ऐसा आक्रमण है जो किसी भी पिच पर अच्छा खेल सकता है । तेज गेंदबाजों ने भी पिछले कुछ समय में शानदार प्रदर्शन किया है और यही वजह है कि वे लगातार दूसरी बार डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचे हैं । अब हरी भरी पिच पर भी वे बेहतरीन खेल दिखाते हैं ।'' डब्ल्यूटीसी फाइनल में प्रबल दावेदार के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा ,‘‘ यह कहना कठिन है । यह आस्ट्रेलिया के गेंदबाजों और भारत के बल्लेबाजों का मुकाबला होगा । इसमें जो जीतेगा, वही विजेता होगा ।' -
अरुंडेल (पोर्ट्समाउथ) . लगभग 18 महीने बाद भारतीय टीम में वापसी करने वाले सीनियर बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को बीते हुए समय को लेकर कोई खेद नहीं है और वह आस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में उसी जज्बे के साथ बल्लेबाजी करना चाहते हैं जैसी उन्होंने आईपीएल में की थी। रहाणे ने भारत के अभ्यास सत्र से इतर बीसीसीआई टीवी से कहा,‘‘ मैंने 18-19 महीनों के बाद वापसी की है। अच्छा या बुरा जो कुछ भी हुआ, मैं अपने अतीत के बारे में नहीं सोचना चाहता हूं। मैं नए सिरे से शुरुआत करना चाहता हूं और मैंने जो कुछ किया उसे जारी रखना चाहता हूं।'' उन्होंने कहा,‘‘ मैंने निजी तौर पर चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेलने का पूरा आनंद उठाया क्योंकि पूरे सत्र में मैंने अच्छी बल्लेबाजी की। यहां तक कि आईपीएल से पहले घरेलू सत्र में भी मेरा प्रदर्शन अच्छा रहा और मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। इसलिए यह वापसी मेरे लिए थोड़ा भावनात्मक रही।'' आईपीएल चैंपियन चेन्नई का हिस्सा रहे रहाणे ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए काफी प्रशंसा बटोरी और वह इसी जज्बे के साथ आगे भी बल्लेबाजी करना जारी रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा,‘‘ मैं उसी मानसिकता और जज्बे के साथ बल्लेबाजी करना चाहता हूं जैसा मैंने यहां आने से पहले आईपीएल और रणजी ट्रॉफी में की थी। मैं प्रारूप को लेकर नहीं सोचना चाहता हूं फिर चाहे वह टी20 हो या टेस्ट मैच। मैं अभी जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहा हूं उसमें मैं चीजों को जटिल नहीं बनाना चाहता हूं। मैं चीजों को जितना सरल बना कर रखूंगा उतना ही मेरे लिए बेहतर होगा।'' भारत की तरफ से अभी तक 82 टेस्ट मैचों में 4931 रन बनाने वाले रहाणे की अगुवाई में भारत ने 2021 में ऑस्ट्रेलिया में श्रृंखला जीती थी। उन्होंने वर्तमान कप्तान रोहित शर्मा के नेतृत्व कौशल की भी तारीफ की। उन्होंने कहा,‘‘ मेरा मानना है कि टीम संस्कृति बहुत अच्छी है। रोहित टीम को अच्छी तरह से संभाल रहे हैं और राहुल (मुख्य कोच राहुल द्रविड़) भाई भी वास्तव में टीम को अच्छी तरह से आगे बढ़ा रहे हैं। इससे भी मदद मिलती है और टीम का माहौल शानदार है। हर खिलाड़ी एक दूसरे के साथ का पूरा लुत्फ उठा रहा है।'' रहाणे ने अपने परिवार और दोस्तों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने उनके राष्ट्रीय टीम से बाहर होने के दौरान उनका पूरा साथ दिया। उन्होंने कहा,‘‘ यह वास्तव में मेरे लिए भावनात्मक क्षण था। जब मैं टीम से बाहर किया गया तो मेरे परिवार का समर्थन बहुत मायने रखता था। भारत की तरफ से खेलना मेरे लिए बहुत मायने रखता है और मैंने अपनी फिटनेस पर बहुत ध्यान दिया और घरेलू क्रिकेट में खेलने लगा। मुझे पूरा विश्वास था कि मैं फिर से भारत की तरफ से खेल सकता हूं।
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मुंबई. महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने बताया है कि आस्ट्रेलिया के 2011 . 12 के दौरे पर वह पैर के अंगूठे की चोट के साथ खेले थे जिसके दर्द ने उन्हें काफी परेशान किया था । तेंदुलकर के पैर के अंगूठे में वर्ष 2000 में चोट लगी थी जो अगले साल फिर उभर गई जिसकी वजह से वह श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ त्रिकोणीय श्रृंखला नहीं खेल सके थे । भारत ने अप्रैल 2011 में 50 ओवरों का विश्व कप जीता था लेकिन टेस्ट टीम इसी साल इंग्लैंड से 0 . 4 से हार गई थी । तेंदुलकर ने अपनी मराठी किताब ‘शतकांत एकच' के विमोचन के मौके पर कहा ,‘‘ वर्ष 2000 में दक्षिण अफ्रीका में मुझे अंगूठे में चोट लगी थी जिसके बाद मैने इंजेक्शन भी लिये । यह चोट 2011 विश्व कप के बाद उभर गई । अभी तक मुझे नहीं पता कि यह कैसे हुआ ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ मैं छुट्टी पर लंदन में था और वहीं से भारतीय टीम से जुड़ने जा रहा था ।''
तेंदुलकर ने मराठी में कहा कि उन्हें इतना दर्द हो रहा था कि वह सहन नहीं कर पा रहे थे और स्थानीय डॉक्टरों ने उन्हें सर्जरी कराने के लिये कहा । उन्होंने कहा ,‘‘ आस्ट्रेलिया में दर्द बर्दाश्त नहीं हो रहा था । मैने पट्टी बांधी, दो बार इनसोल बदले और किसी तरह खेल रहा था । मेरी हताशा बढती जा रही थी । आस्ट्रेलिया में मैदान काफी कड़े हैं जिससे परेशानी और बढ गई । डॉक्टरों ने कहा कि आपरेशन कराना होगा ।'' तेंदुलकर ने कहा कि उनकी पत्नी अंजलि 48 घंटे के भीतर भारत से आस्ट्रेलिया पहुंची और सही फैसला लेने में मदद की । उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे दौड़ना पड़ता था तो मेरा दर्द बढता जा रहा था । मैने डॉक्टर से बात की जिन्होंने सर्जरी का सुझाव दिया और मेरा दूसरा पैर भी दर्द कर रहा था । मैने अंजलि को बताया और कहा कि यह दर्द और सहन नहीं हो रहा और सर्जरी करा लेते हैं ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ मैने कहा कि मैं टीम को बता रहा हूं कि मैं खेल नहीं सकता । मुझे दर्द हो रहा है और बहुत मुश्किल हो रही है । यह सुनकर अंजलि 48 घंटे के भीतर ब्रिसबेन आ गई और मुझे सर्जरी कराने से रोका ।'' इस मौके पर पूर्व क्रिकेटर किरन मोरे, जहीर खान, प्रवीण आम्रे और पूर्व कोच अंशुमान गायकवाड़ ने भी तेंदुलकर के साथ अपनी यादें साझा की । -
बिश्केक. छोटे ड्रा का पूरा फायदा उठाते हुए मनीषा ने शनिवार को यहां स्वर्ण पदक जीता जबकि रीतिका तीन पहलवानों की स्पर्धा में दूसरे स्थान पर रहीं और सरिता मोर को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा जिससे भारतीय महिला पहलवानों ने यूडब्ल्यूडब्ल्यू रैंकिंग सीरीज टूर्नामेंट में अभियान तीन पदक से समाप्त किया। सरिता ने 59 किग्रा सेमीफाइनल तक एक भी अंक नहीं गंवाया था, उन्होंने तुर्की की एब्रु डागबासी को 4-0 और कजाखस्तान की डायना कायुमोवा को 7-0 से शिकस्त दी। सेमीफाइनल भी करीबी रहा लेकिन वह यूक्रेन की सोलोमिया विनिक से 4-5 से हार गयीं।
तीसरे स्थान के प्लेऑफ में विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता ने कायुमोवा को फिर हराया और इस बार उन्होंने तकनीकी श्रेष्ठता से जीत दर्ज की और एक भी अंक गंवाये बिना महिला स्पर्धा में भारत का पहला पदक जीता। वहीं 65 किग्रा के ड्रा में पांच पहलवान थी जिसमें मनीषा ने सभी तीनों मुकाबले तकनीकी श्रेष्ठता से जीतते हुए फाइनल में प्रवेश किया जिसमें उन्होंने यूक्रेन की युलिया लेस्कोवेट्स को 6-2 से मात दी। तीन पहलवानों की 72 किग्रा स्पर्धा में रीतिका ने इटली की डालमा कानेवा को 7-0 से हराया लेकिन कजाखस्तान की झामिला बाकबरजिनोवा से 0-4 से हार गयीं जिससे उन्हें रजत पदक मिला। नीलम 50 किग्रा वर्ग में चीन की जिकी फेंग से हार गयी।
विनेश फोगाट के टूर्नामेंट में नहीं खेलने से 53 किग्रा में पूजा ने प्रतिनिधित्व किया जिसमें वह चीन की मेयिंग जियांग के खिलाफ एक भी अंक नहीं जुटा सकीं और क्वालीफिकेशन मुकाबले में 0-4 से हार गयीं। सिटो 55 किग्रा वर्ग में एक भी मुकाबला नहीं जीत सकीं। पुरुषों की फ्रीस्टाइल स्पर्धा में दीपक (97 किग्रा) और अनिरूद्ध कुमार (125 किग्रा) पदक दौर में पहुंचने में विफल रहे। भारत ने अभी तक टूर्नामेंट से चार पदक जीत लिये हैं जिसमें मंजीत (55 किग्रा) ने ग्रीको रोमन स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। -
पेरिस. राफेल नडाल को बायें कूल्हे की सर्जरी से उबरने के लिए करीब पांच और महीने का समय लगने की उम्मीद है जिससे उनके इस सत्र के बाकी टूर्नामेंट से बाहर रहने की संभावना है। नडाल के प्रवक्ता बेनिटो पेरेज बारबाडिलो ने शनिवार को कहा कि 22 बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन की शुक्रवार की रात दो सर्जरी की गयी नडाल ने पिछले महीने घोषणा की कि वह कूल्हे की समस्या के कारण फ्रेंच ओपन में नहीं खेल पायेंगे। वह जनवरी से ही इसके कारण खेल से बाहर हैं।
- नयी दिल्ली। भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बायें घुटने का गुरुवार को मुंबई के एक अस्पताल में सफल आपरेशन हुआ जिससे उनके अगले साल इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने की संभावना प्रबल हो गई है । चेन्नई सुपर किंग्स को पांचवां आईपीएल खिताब दिलाने वाले धोनी सोमवार को फाइनल के बाद अहमदाबाद से सीधे मुंबई पहुंचे थे । उन्होंने मशहूर खेल आर्थोपीडिक सर्जन डॉक्टर दिनशॉ पर्डीवाला से सलाह ली जो बीसीसीआई की मेडिकल पैनल में भी हैं । वह ऋषभ पंत समेत कई भारतीय क्रिकेटरों की सर्जरी कर चुके हैं । सीएसके के सीईओ काशी विश्वनाथ ने बताया ,‘‘धोनी के घुटने का कोकिलाबेन अस्पताल में सफल आपरेशन हो गया है । वह ठीक है और आपरेशन सुबह ही हुआ है । मेरे पास विस्तृत जानकारी नहीं है । अभी मुझे इसका ब्यौरा मिलना बाकी है ।'' यह पता चला है कि धोनी को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है।सीएसके प्रबंधन के एक करीबी सूत्र ने बताया, ‘‘ उन्हें पहले ही अस्पताल से छुट्टी मिल गयी है और वह रांची चले गये है। वह अपना रिहैबिलिटेशन शुरू होने से पहले कुछ दिनों के लिए घर पर आराम करेगे। उम्मीद है कि अगले आईपीएल से पहले उनके पास फिट होने का पूरा समय रहेगा।'' धोनी ने पूरे सत्र में बायें घुटने पर पट्टी बांधकर खेला । विकेटकीपिंग करते समय वह ठीक नजर आये लेकिन बल्लेबाजी के लिये अमूमन आठवें नंबर पर उतरे और विकेटों के बीच दौड़ में लय में नहीं दिखे । आईपीएल फाइनल के बाद धोनी ने कहा था ,‘‘ अगर परिस्थितियों को देखे तो मेरे लिये संन्यास लेने का यह सर्वश्रेष्ठ समय है । मेरे लिये यह कहना बहुत आसान है कि अब मैं विदा ले रहा हूं लेकिन अगले नौ महीने तक कड़ी मेहनत करके लौटना और एक सत्र और खेलना कठिन है ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ शरीर साथ देता है तो मैं खेलूंगा । चेन्नई के प्रशंसकों ने जिस तरह से मुझे प्यार दिया, यह उनके लिये मेरा तोहफा होगा कि मैं एक सत्र और खेलूं । उन्होंने जो प्यार और जज्बात दिखाये हैं, मुझे भी उनके लिये कुछ करना चाहिये ।''
- नयी दिल्ली। फ्रेंचाइजी आधारित इंडियन सुपरक्रॉस रेसिंग लीग का भारतीय मोटर स्पोटर्स क्लब महासंघ के साथ साझेदारी में गुरुवार को लांच हुआ । मोटरसाइकिल रेसिंग सीरिज यहां अक्टूबर में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम से शुरू होकर मुंबई, पुणे और अहमदाबाद जायेगी । सुपरक्रॉस इंडिया के निदेशक और सह संस्थापक ऐशान लोखंडे ने यहां एक विज्ञप्ति में कहा ,‘‘ सीएट इंडियन सुपरक्रॉस रेसिंग लीग का लक्ष्य साहस की बानगी पेश करके मोटर स्पोटर्स के शौकीनों का दिल जीतना है ।''
- बिश्केक (किर्गिस्तान) । भारतीय पहलवान मंजीत ने यूडब्ल्यूडब्ल्यू (यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग) रैंकिंग सीरिज प्रतियोगिता में गुरुवार को यहां पुरूषों के ग्रीको रोमन 55 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता। मनजीत क्वार्टर फाइनल में उज्बेकिस्तान के इख्तियार बोटिरोव से 13-4 से हार गए। बोटिरोव के फाइनल में पहुंचने के बाद से मंजीत को दो कांस्य पदकों में से एक के लिए लड़ने का मौका मिला। भारतीय खिलाड़ी ने इसके बाद कजाकिस्तान के यरसिन अबीयर को 14-9 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। इस स्पर्धा का स्वर्ण कजाखस्तान के मरलान मुकाशेव ने बोटिरोव को हराकर जीता।सुमित (60 किग्रा) रेपेशॉज दौर में पहुंचने में सफल रहे जहां उन्हें किर्गिस्तान के बालबाई डोरडोकोव ने हराया। वह इससे पहले क्वार्टर फाइनल में कजाकिस्तान के नूरसुल्तान बाजबायेव से हार गए थे।नीरज भी 67 किग्रा वर्ग में रेपेशॉज दौर में भी हार गए। भारत के तीन अन्य सुनील कुमार (87 किग्रा), नरिंदर चीमा (97 किग्रा) और साहिल (130 किग्रा) क्वालिफिकेशन चरण में हार गए।---
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मेलबर्न. ऑस्ट्रेलिया के युवा ऑफ स्पिनर टॉड मरफी अगले सप्ताह होने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप और एशेज श्रृंखला से पहले अपनी गेंदबाजी में भारतीय दिग्गज रविचंद्रन अश्विन की तरह ‘कैरम बॉल' की विविधता जोड़ना चाहते है। मरफी ऑस्ट्रेलियाई टीम के भारत के पिछले दौरे पर गये थे जहां चार टेस्ट की श्रृंखला में उन्होंने 25.51 की औसत से 14 विकेट चटकाए थे। इस दौरान उन्होंने अश्विन की गेंदबाजी को करीब से देखा था। ‘क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू' के मुताबिक इस 22 साल के गेंदबाज ने कहा, ‘‘ मैं अभी उस (कैरम बॉल) पर काम कर रहा हूं लेकिन अश्विन की तरह इसे करने से अभी काफी दूर हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘ यह सुनने में आसान लगता है लेकिन करने में काफी मुश्किल है। आप में इसे सफलता से करने का आत्मविश्वास होना चाहिये। मुझे ऐसा करने में खुशी होगी। '' उन्होंने कहा, ‘‘ अगर आपकी गेंदबाजी में गेंद को सामान्य से दूसरी ओर घुमाने की विविधता है तो इससे बल्लेबाज को अलग तरह की चुनौती मिलती है।'' मरफी ने हालांकि कहा कि उनका ज्यादा ध्यान अपनी नियमित गेंदबाजी पर होगा।
उन्होंने कहा, आप हमेशा अपनी तरकश में चीजों को जोड़ना या जोड़ने के तरीकों की तलाश में रहते हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपकी मौलिक चीजें सही हो। -
नयी दिल्ली. आगमी एनिमेटड फिल्म ‘स्पाइडर मैन : एक्रॉस द स्पाइडर-वर्स' में भारतीय स्पाइडर मैन के किरदार को अपनी आवाज देने वाले युवा खिलाड़ी शुभमन गिल का कहना है कि जब सिनेमा के सुपरहीरों की बात आती है तो वह अपनी पसंद को लेकर स्पष्ट हैं लेकिन क्रिकेट से किसी एक को आदर्श के तौर चुनना उनके लिए मुश्किल है। उन्होंने कहा कि चाहे सुनील गावस्कर हों, डॉन ब्रैडमैन हों, सचिन तेंदुलकर हों या विराट कोहली हों, प्रत्येक ने क्रिकेट के खेल में अपना अहम योगदान दिया है और उनकी ‘अपनी विरासत है जो अलग-अलग पीढ़ियों को प्रेरणा देती है।' गिल से जब पूछा गया कि उनकी नजर में ‘क्रिकेट का सुपरहीरो' कौन है तो उन्होंने कहा कि ‘कौन बेहतर' है, यह कभी ना खत्म होने वाली व्यर्थ बहस है। उन्होंने कहा, ‘‘कई बार लोग बहस करते हैं कि विराट भाई बेहतर हैं या नहीं, क्या सचिन सर बेहतर हैं, सुनील गावस्कर या डॉन ब्रैडमैन में कौन बेहतर है। सुनील गावस्कर से शुरुआत करें तो उन्होंने पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया है...अगर हम वर्ष 1983 में विश्व कप नहीं जीतते तो हो सकता था कि हमारे पास कभी सचिन सर जैसा खिलाड़ी नहीं होता।'' गिल ने कहा, ‘‘अगर हम वर्ष 2011 का विश्वकप नहीं जीतते तो क्या मैं क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित होता? मुझे नहीं पता...इसलिए कोई एक नाम नहीं ले सकता। उन्होंने अलग-अलग पीढ़ियों के लिए अलग-अलग काम किया है और विभिन्न लोगों को प्रेरित किया है।'' गौरतलब है कि 23 वर्षीय गिल ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2023 में गुजरात टाइटन की ओर से 890 रन बनाकर इस श्रृखंला में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी की उपलब्धि हासिल की है।
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नयी दिल्ली. मोहित शर्मा पिछले साल गुजरात टाइटन्स के नेट गेंदबाज थे और इस साल यह 34 साल का तेज गेंदबाज टीम को लगातार दूसरे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) खिताब के करीब ले गया जिससे हाल में समाप्त हुए 2023 सत्र में उनकी वापसी की दास्तां सुर्खियों में है। चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) के खिताब जीतने के तुरंत बाद हार्दिक पंड्या ने मोहित को गले लगाकर सांत्वना दी जिससे गुजरात टाइटन्स के कप्तान की संवेदना साफ दिखती है जिससे दिखा कि उन्होंने हरियाणा के इस तेज गेंदबाज के इस सत्र में उनके अभियान में योगदान को स्वीकार किया। मोहित 15वें ओवर में पहली चार शानदार गेंद डालने के बाद अंतिम दो गेंद अच्छी नहीं फेंक सके लेकिन इस सत्र में उनके प्रयासों को कमतर नहीं आंक सकता। उन्होंने 14 मैचों में 27 विकेट झटके जिससे वह टीम के साथी और मित्र मोहम्मद शमी के बाद दूसरे स्थान पर रहे। भारत के लिए 2015 विश्व कप सेमीफाइनल में खेलने के बाद मोहित लगभग गुम ही हो गये थे लेकिन आठ साल बाद इस अनुभवी खिलाड़ी ने शानदार वापसी की। हालांकि कोई उन्हें फिर से 50 ओवर के क्रिकेट में खेलते हुए नहीं देख रहा है लेकिन क्या वह अपनी फॉर्म और फिटनेस बरकरार रख सकते हैं ताकि 2024 टी20 विश्व कप की टीम में जगह बना सकें। आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) का यह टूर्नामेंट अगले आईपीएल के तुरंत बाद वेस्टइंडीज और अमेरिका में खेला जायेगा लेकिन मोहित ने निश्चित रूप से खुद को अगले कुछ टी20 में आजमाने के लिए मजबूत दावा पेश किया है। और अगर मोहित जुलाई में वेस्टइंडीज और अमेरिका में भारत की पांच मैचों की टी20 श्रृंखला में दीपक चाहर के साथ खेलते हुए नजर आयेंगे तो यह हैरानी की बात नहीं होगी। हार्दिक भी मोहित से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराने में सफल रहे और वह भी इस तेज गेंदबाज को उच्च स्तर पर एक मौका देना चाहेंगे। मोहित सीएसके में महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में खेलने के बाद 10 साल पहले भारतीय टीम में पहुंचे थे। मोहित ने पिछले महीने टाइटन्स के लिए अपना पदार्पण करने के तुरंत बाद कहा था, ‘‘मैंने आईपीएल और भारतीय टीम के साथ करियर का सबसे ज्यादा हिस्सा माही भाई की अगुआई में खेला है। उनके नेतृत्व में ही मैंने अच्छे नतीजे हासिल किये हैं इसलिये मेरा सर्वश्रेष्ठ निकालने का बड़ा श्रेय उन्हें ही जाता है। '' उन्होंने कहा था, ‘‘लेकिन मेरे लिये अब यह ज्यादा मायने रखता है कि आप खेल का कितना लुत्फ उठाते हो। सीएसके के लिए 2013-2016 तक खेलना मेरे करियर का स्वर्णिम समय रहा लेकिन अगर माहौल की बात की जाये तो आईपीएल में यहां (टाइटन्स के साथ) यह सर्वश्रेष्ठ रहा है।
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लखनऊ. पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेलों में सातवें दिन सोमवार को नौकायन में 12 पदक जीते । गत चैम्पियन कर्नाटक की जैन यूनिवर्सिटी हालांकि पदक तालिका में शीर्ष पर बनी हुई है ।
बरेली के महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड यूनिवर्सिटी के युनूस खान ने नये रिकॉर्ड के साथ एथलेटिक्स स्पर्धा के पहले दिन पुरूषों की 1500 मीटर दौड़ जीती । उन्होंने 3.51.61 मिनट का समय निकाला जो 3.52.54 मिनट के पिछले रिकॉर्ड से काफी बेहतर था । जैन यूनिवर्सिटी के 15 स्वर्ण, आठ रजत और चार कांस्य पदक है जबकि पंजाब यूनिवर्सिटी ने 12 स्वर्ण, सात रजत और 12 कांस्य जीते हैं । अमृतसर की गुरूनानक देव यूनिवर्सिटी के 10 स्वर्ण, 14 रजत और पांच कांस्य हो गए हैं । तैराकी में जैन यूनिवर्सिटी के शिवा श्रीधर और श्रृंगी बांडेकर ने शीर्ष स्थान हासिल किये । यूनिवर्सिटी के 15 स्वर्ण में से 13 इन्हीं दोनों के हैं । उन्हें सर्वश्रेष्ठ पुरूष और महिला तैराक चुका गया । शिवा ने कुल 11 पदक जीते जिनमें आठ स्वर्ण हैं । एथलेटिक्स में पहले दिन 10 स्वर्ण में से महात्मा गांधी पब्लिक यूनिवर्सिटी, कोट्टायम और सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी ने दो दो स्वर्ण जीते । पुरूषों की सौ मीटर दौड़ का स्वर्ण गुरू काशी यूनिवर्सिटी के गुरिंदरवीर सिंह ने जीता । महिला वर्ग में सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी की अवंतिका संतोष नराली विजयी रही । निशानेबाजी में भारत के अंतरराष्ट्रीय सितारों का दबदबा रहा । मनु भाकर ने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल टीम में स्वर्ण जीता जबकि सरबजोत ने पुरूषों की दस मीटर एयर पिस्टल में टीम स्वर्ण और व्यक्तिगत रजत हासिल किया ।