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- नयी दिल्ली। फैशन ई-कॉमर्स मंच नायका फैशन ने सोमवार को कहा कि उसने ऑनलाइन ज्वैलरी ब्रांड पीपा बेला का अधिग्रहण किया है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि नायका पीपा बेला के साथ फैशन ज्वैलरी खंड में कारोबार का विस्तार होगा।हालांकि, कंपनी ने सौदे के वित्तीय ब्यौरे के बारे में नहीं बताया। पीपा बेला अपनी वेबसाइट पर अपनी सेवाओं की पेशकश करना जारी रखेगी। पीपा बेला की ज्वैलरी लाइन में 1,500 से अधिक डिजाइन शामिल हैं और ब्रांड खासतौर से 22-35 वर्षीय शहरी महिलाओं के लिए है।
- नई दिल्ली। वालमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट ने सोमवार को कहा कि उसने अपनी लॉजिस्टिक्स और डेटा केंद्र क्षमताओं को मजबूत करने के लिए अडाणी समूह के साथ एक वाणिज्यिक साझेदारी की है, जिससे करीब 2,500 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस दोतरफा साझेदारी के तहत फ्लिपकार्ट अडाणी पोट्र्स लिमिटेड एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी अडाणी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड के साथ मिलकर काम करेगी, ताकि आपूर्ति श्रृंखला के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा सके और ग्राहकों को तेजी से सेवाएं मुहैया कराई जा सकें। इसके अलावा फ्लिपकार्ट अपने तीसरे डेटा सेंटर की स्थापना अडाणीकॉनेक्स के चेन्नई स्थित संयंत्र में करेगी। अडाणीकॉनेक्स, एजकॉनेक्स और अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के बीच एक संयुक्त उद्यम है।इस साझेदारी के वित्तीय ब्यौरे की जानकारी नहीं दी गई है। इस भागीदारी के तहत अडाणी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड मुंबई में अपने आगामी लॉजिस्टिक हब में 5.34 लाख वर्ग फुट क्षेत्रफल वाले गोदाम का निर्माण करेगी, जिसे फ्लिपकार्ट को पश्चिमी भारत में ई-कॉमर्स की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए पट्टे पर दिया जाएगा। बयान में कहा गया कि यह केंद्र अत्याधुनिक तकनीकों से लैस होगा और इसके 2022 की तीसरी तिमाही में चालू होने की उम्मीद है। इस केंद्र में बिक्री के लिए उपलब्ध एक करोड़ इकाइयों को रखने की क्षमता होगी। कंपनी ने बताया कि इस साझेदारी से फ्लिपकार्ट की आपूर्ति श्रृंखला को मजबूती मिलेगी, छोटे और मझोले कारोबारियों को मदद मिलेगी तथा 2,500 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार और हजारों की संख्या में अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
- नई दिल्ली। कमजोर वैश्विक संकेतों से दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 57 रुपये की गिरावट दर्शाता 46 हजार 70 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 46 हजार127 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।चांदी का भाव भी 270 रुपये की गिरावट के साथ 66 हजार 43 रुपये प्रति किलोग्राम रह गया। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 66 हजार 313 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव गिरावट के साथ 1,738 डॉलर प्रति औंस रह गया जबकि चांदी 25.08 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ''न्यूयॉर्क स्थित जिंस एक्सचेंज कॉमेक्स में सोने की हाजिर कीमत घटकर 1,738 डॉलर प्रति औंस रह जाने के बाद सोने में गिरावट का रुख रहा।'
- मुंबई। कोविड-19 संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच निवेशकों की जबर्दस्त बिकवाली से सोमवार को सेंसेक्स 1,708 अंक का गोता लगा गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार की समाप्ति पर 1,707.94 अंक या 3.44 प्रतिशत के नुकसान से 47,883.38 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 524.05 अंक या 3.53 प्रतिशत के नुकसान से 14,310.80 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक का शेयर सबसे अधिक आठ प्रतिशत टूट गया। बजाज फाइनेंस, एसबीआई, ओएनजीसी, टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस के शेयर भी टूट गए। सिर्फ डा. रेड्डीज का शेयर करीब चार प्रतिशत के लाभ में रहा। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीतिक -प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘सोमवार को बाजार में आई गिरावट ने घरेलू शेयर बाजारों में मार्च, 2020 में आई जबर्दस्त गिरावट की याद दिला दी। देश में कोविड के मामले बढ़ने से कई राज्यों में लॉकडाउन की संभावना पैदा हो गई है, जिससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
- मुंबई । वृहद आर्थिक आंकड़ों को जारी किये जाने से पहले घरेलू शेयर बाजार में सुस्ती के बीच विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 32 पैसे गिरकर 75.05 (अनंतिम) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इसके अलावा, कच्चे तेल की बढ़ती कीमत, विदेशी निधियों की धन निकासी और देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों से घरेलू मुद्रा पर दबाव बढ़ गया। अन्तर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, डॉलर के मुकाबले रुपया 74.97 पर खुला और कारोबार के दौरान 74.78 से 75.14 रुपये के बीच घट बढ़ में रहा। अंत में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया अपने पिछले बंद भाव शुक्रवार के 74.73 के मुकाबले 32 पैसे की हानि दर्शाता 75.05 रुपये प्रति डालर पर बंद हुआ। रुपये में यह लगातार छठे कारोबारी सत्र में गिरावट आई है।
- नयी दिल्ली। ई-वाणिज्य कंपनी अमेजन ने सोमवार को कहा कि वह अपने और सहयोगी इकाइयों के सभी भारतीय कर्मचारियों के टीकाकरण का खर्चा उठाएगी। कंपनी के बयान के अनुसार इसमें अमेजन फ्लेक्स ड्राइवर्स समेत डिलिवरी व्यवस्था से जुड़े भागीदार, भंडारण भागीदार ‘आई हैव स्पेस', ट्रक भागदारी तथा उन के आश्रित शामिल हैं। यह लाभ इस आनलाइन बिक्री मंच पर पिछले साल से सक्रिय रूप से सूचीबद्ध होने के साथ अमेजन डॉट इन पर सभी विक्रेताओं के लिए भी उपलब्ध होगा बयान के अनुसार, कोविड-19 टीका अब भारत में 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिये उपलब्ध है। अमेजन इंडिया अपने कर्मचारियों, अमेजन डॉट इन पर सूचीबद्ध विक्रेताओं और भागीदारों को टीकाकरण के लिये प्रोत्साहित कर रही है ताकि वे स्वयं, अपने परिवार और समाज के अन्य लोगों की रक्षा कर सके।'' बयान में कहा गया है कि कंपनी अपने, सहयोगी इकाइयों के साथ-साथ भागीदार नेटवर्क से जुड़े सभी भारतीय कर्मचारियों के टीकाकरण का खर्चा उठाएगी।
- नई दिल्ली। देश में बिजली की खपत अप्रैल के पहले सप्ताह में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में करीब 47 प्रतिशत बढ़कर 28.34 अरब यूनिट (बीयू) पर पहुंच गईं। बिजली मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।इससे पता चलता है कि देश में औद्योगिक गतिविधियां सुधर रही हैं और बिजली की वाणिज्यिक मांग बढ़ रही है। पिछले साल अप्रैल के पहले सप्ताह (एक से सात अप्रैल, 2020) के दौरान बिजली की खपत 19.33 अरब यूनिट रही थी। वहीं अप्रैल के पहले सप्ताह के दौरान व्यस्त समय की बिजली की मांग (एक दिन में सबसे ऊंची आपूर्ति) पिछले साल की समान अवधि के 132.20 गीगावॉट से कहीं ऊंची रही। चालू महीने के पहले सप्ताह में सात अप्रैल, 2021 को व्यस्त समय की बिजली की मांग 181.05 गीगावॉट के उच्चस्तर पर पहुंच गई। यह पिछले साल अप्रैल में पूरे महीने में दर्ज 132.20 गीगावॉट से 27 प्रतिशत अधिक है।पिछले साल अप्रैल में बिजली की मांग 2019 के समान महीने के 110.11 अरब यूनिट की तुलना में घटकर 84.55 अरब यूनिट पर आ गई थी। इसकी मुख्य वजह कोरोना वायरस की वजह से मार्च के आखिरी सप्ताह में लगाया गया लॉकडाउन था। इसके साथ ही पिछले साल अप्रैल में व्यस्त समय की बिजली की मांग एक साल पहले के 176.81 गीगावॉट से घटकर 132.20 गीगावॉट रही थी। विशेषज्ञों कहना है कि चालू महीने के पहले सप्ताह में बिजली की ऊंची मांग पिछले साल की समान अवधि के निचले आधार की वजह से है। हालांकि, इससे स्पष्ट तौर पर वाणिज्यिक और औद्योगिक गतिविधियों में सुधार का संकेत मिलता है। हालांकि, इसके साथ ही विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि कोविड-19 संक्रमण के मामले बढऩे के बीच वाणिज्यिक और औद्योगिक गतिविधियां प्रभावित होने से आगामी दिनों में बिजली की मांग में गिरावट आ सकती है।
- नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इस महीने अपनी बेस्ट सेलिंग कार मारुति सुजुकी स्विफ्ट पर 54 हजार तक का डिस्काउंट दे रही है। मार्च महीने में मारुति सुजुकी की स्विफ्ट देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार रही, जहां इसके 21 हजार 714 यूनिट्स को ग्राहकों ने खरीदा।कंपनी Swift LXI वेरिएंट पर 54 हजार रुपए तक का भारी डिस्काउंट दे रही है। इनमें 30 हजार रुपये का कैश डिस्काउंट और 20 हजार रुपये तक का एक्सचेंज बोनस दे रही है। इसके अलावा ग्राहकों को इस पर 4 हजार रुपये तक का स्पेशल बोनस मिल रहा है।Swift Vxi, Zxi, Zxi+ वेरिएंट पर ग्राहकों को कुल 34 हजार रुपये तक की छूट मिल रही है। इनमें 20,000 रुपये तक का एक्सचेंज बोनस दे रही है। 10 हजार रुपए अतिरिक्त छूट है। इसके अलावा ग्राहकों को इस पर 4,000 रुपये तक का स्पेशल बोनस मिल रहा है।यहां ध्यान देना जरूरी है कि यह ऑफर सीमित समय के लिए है। इसके अलावा यह अलग-अलग राज्यों या डीलरशिप पर बदल सकता है।मारुति सुजुकी ने पिछले महीने अपनी 2021 Swift Facelift को भारत में लॉन्च किया। इसकी शुरुआती दिल्ली एक्स-शोरूम कीमत 5.73 लाख रुपये रुपये है।मारुति सुजुकी स्विफ्ट में कॉस्मैटिक बदलाव के साथ कई अपडेट्स और नए फीचर्स दिए गए हैं। इसके एक्सटीयिर को फ्रेश लुक दिया गया है। इसमें नया ग्रिल दिया गया है, जिसमें सिल्वर फिनिश के साथ बीच में क्रोम एक्सेंट दिया गया है। इसमें डुअल-टोन एक्सटीरियर्स के साथ कॉन्ट्रास्ट रूफ दिया गया है। सिफ्ट फेसलिफ्ट भारतीय बाजार में तीन नए डुअल-टोन कलर में उपलब्ध है। इनमें, पर्ल आर्टिक व्हाइट के साथ पर्ल मिडनाइट ब्लैक रूफ, सॉलिड फायर रेड के साथ पर्ल मिडनाइट ब्लैक रूफ, पर्ल मैटेलिक मिडनाइट ब्लू के साथ पर्ल आर्टिक व्हाइट रूफ शामिल हैं।
- बीजिंग। दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा ग्रुप पर चीन के नियामकों ने शनिवार को प्रतिस्पर्धा रोधी व्यवहार के लिए 18.3 अरब युआन (2.8 अरब डॉलर) का जुर्माना लगाया है। चीन में सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी तेजी से बढ़ते प्रौद्योगिकी उद्योगों पर अपना नियंत्रण बढ़ा रही है। पार्टी नेता अलीबाबा सहित चीन की बड़ी इंटरनेट कंपनियों के बढ़ते दबदबे से चिंतित हैं। इन नेताओं का मानना है कि जब उद्योग वित्त, स्वास्थ्य सेवा और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में विस्तार कर रहा है, इंटरनेट कंपनियों का बढ़ता दबदबा चिंता की बात है। पार्टी ने कहा कि इस साल हमारी प्राथमिकता विशेषरूप से प्रौद्योगिकी उद्योगों में एकाधिकार को समाप्त करना है। बाजार नियमन प्रशासन ने कहा कि अलीबाबा पर अपनी दबदबे की स्थिति का लाभ उठाने के लिए यह जुर्माना लगाया गया है। अलीबाबा ने उसके मंच का इस्तेमाल करने वाले रिटेलर्स के बीच प्रतिस्पर्धा को सीमित किया और वस्तुओं की मुक्त आपूर्ति में अड़चन पैदा की। यह जुर्माना 2019 में कंपनी की कुल 455.71 अरब युआन या 69.5 अरब डॉलर की बिक्री के चार प्रतिशत के बराबर है।
- नई दिल्ली। सोने की कीमतें एक बार फिर से बढ़ी हैं। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार शुक्रवार को सोने की कीमतों में 97 रुपये की बढ़त देखने को मिली है। सोना अब 46 हजार 257 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव का हो गया है। पिछले सत्र में सोना 46 हजार 160 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं दूसरी ओर चांदी की कीमत 275 रुपये गिरकर 66 हजार 253 रुपये प्रति किलो हो गई है। पिछले सत्र में चांदी 66,528 रुपये प्रति किलो के स्तर पर बंद हुई थी।एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार गुरुवार को दिल्ली में सोने की कीमत 182 रुपये बढ़कर 45हजार 975 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। पिछले सत्र में सोना 45 हजार 793 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं दूसरी ओर चांदी की कीमतें भी 725 रुपये बढ़ी, जिसके बाद चांदी 66 हजार 175 रुपये प्रति किलो के स्तर पर आ गई। पिछले सत्र में चांदी 65 हजार 450 रुपये प्रति किलो के स्तर पर बंद हुई थी।
- मुंबई। नकारात्मक वैश्विक संकेतों और एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे बड़े शेयरों में गिरावट के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स में शुक्रवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 150 अंक से अधिक की गिरावट हुई। इस दौरान 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 186.94 अंक या 0.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 49,559.27 पर कारोबार कर रहा था।इसी तरह व्यापक एनएसई निफ्टी 44.10 अंक या 0.30 प्रतिशत फिसलकर 14,829.70 पर था। सेंसेक्स में सबसे अधिक दो प्रतिशत की गिरावट बजाज फाइनेंस में हुई। इसके अलावा एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक, एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज भी लाल निशान में थे। दूसरी ओर एचयूएल, सन फार्मा, आईटीसी, ओएनजीसी, पावरग्रिड और एसबीआई में तेजी देखने को मिली।पिछले सत्र में सेंसेक्स 84.45 अंक या 0.17 प्रतिशत बढ़कर 49,746.21 पर और निफ्टी 54.75 अंक या 0.37 प्रतिशत बढ़कर 14,873.80 अंक पर बंद हुआ था। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को सकल आधार पर 110.85 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ 63.18 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
- बिलासपुर । एनटीपीसी सीपत के कार्यकारी निदेशक पद्म कुमार राजशेखरन द्वारा कोविड रोकथाम हेतु वेन्टिलेटर एवं पीपीई किट क्रय करने के लिए आज कलेक्टर डाॅ. सारांश मित्तर को 30 लाख रूपये का चेक आर्थिक सहयोग के रूप में दिया गया। यह राशि सीएसआर मद से दी गई। इस दौरान मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी श्री प्रमोद महाजन भी उपस्थित थे। डॉ. मित्तर ने कोरोना की लड़ाई में सहयोग के लिये उनका आभार व्यक्त किया।
- रायपुर। दिल्ली में नेशनल एम्प्लायर्स फेडरेशन (National employers federation- NEF) के सचिव व निदेशक उद्योग - आर. के. जोशी ने प्रदीप टण्डन को नेशनल एम्प्लायर्स फेडरेशन की छत्तीसगढ़ समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है। प्रदीप टंडन वर्तमान में जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड के प्रेसिडेंट और छत्तीसगढ़ फिक्की के चेयनमैन हैं।श्री जोशी ने कहा कि वे छत्तीसगढ़ समिति फेडरेशन के उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक सभी प्रणालियों तथा अन्य जानकारियां आने वाले समय में प्रदान करते रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि मुझे आशा है, कि आपके सहयोग से हम नेशनल एम्प्लायर्स फेडरेशन को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे और हम मिलकर अब छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ के सदस्यों की सेवा करेंगे।
- नई दिल्ली। सहकारी कंपनी इफ्को ने गुरुवार को कहा कि वह गैर-यूरिया उर्वरकों के 11.26 लाख टन के पुराने स्टॉक को पुरानी खुदरा दरों पर बेचना जारी रखेगी। उसने यह भी कहा है कि नयी दर के ठप्पे वाला उर्वरक अभी किसानों को नहीं बेचा जा रहा है। मौजूदा समय में, इफ्को, यूरिया के बाद सबसे अधिक खपत होने वाला डाय-अमोनियम फास्फेट (डीएपी) प्रति बोरी 1,200 रुपये की दर से बेच रही है। अन्य काम्पलेक्स उर्वरक 925-1,185 रुपये प्रति बोरी की दर से बेचे जाते हैं।
डीएपी, एमओपी और एनपीके जैसे गैर-यूरिया उर्वरकों की खुदरा कीमतें नियंत्रण मुक्त की जा चुकी हैं और निर्माताओं द्वारा निर्धारित की जाती हैं, जबकि केंद्र उन्हें हर साल एक तय सब्सिडी देता है। कुछ निजी उर्वरक कंपनियों ने काम्पलेक्स उर्वरकों की खुदरा कीमतों में वृद्धि की है जो कच्चे माल की बढ़ती वैश्विक कीमतों के मद्देनजर की गई हैं। इफको के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, '' इफको ने 11.26 लाख टन जटिल उर्वरक के पुराने स्टॉक को पुरानी दरों पर ही बेचना जारी रखेगी, जबकि डीएपी की कीमत 1,200 रुपए प्रति बोरी है। नयी दर का माल अभी किसानों के लिए नहीं है।'' उन्होंने कहा कि नया माल कारखानों से बाजार में भंडारण के लिए जारी किया जा रहा है। इसके नए स्टॉक को संयंत्र से खेतों में भेजा गया है। उन्होंने कहा, ''पुराने स्टॉक के समाप्त होने पर नये स्टॉक का विक्रय मूल्य कम भी हो सकता है।'' उन्होंने कहा, ''मोटे तौर पर अप्रैल 2021 में संयंत्र से भेजे गये डीएपी या एनपीके की बोरियों पर अंकित मूल्य, कच्चे माल की वर्तमान कीमतों पर आधारित हैं जो केवल ताजा स्टॉक पर ही लागू होंगी।'' प्रवक्ता ने यह भी कहा कि ''मूल्य में कमी के लिए अंतरराष्ट्रीय आपूर्तिकर्ताओं के साथ चल रही बातचीत अभी तक अनिर्णित है। हम किसान के लाभ के लिए कीमतें कम करने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं।'' कीमतों के बारे में टिप्पणी करते हुए, इफ्को के सीईओ और प्रबंध निदेशक यू एस अवस्थी ने ट्वीट किया, हम इफ्को में, उन ट्वीट्स या खबरों के लिए कड़ी आपत्ति जताते हैं, जिसमें काम्पलेक्स उर्वरकों की कीमतों में वृद्धि को किसी भी राजनीतिक दल या सरकार से जोड़ा जा रहा है। वे नियंत्राण के दायरे से बाहर हैं। किसी भी राजनीतिक दल या सरकार से इसका कोई जुड़ाव नहीं है।
- मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक ने भुगतान बैंकों में एक ग्राहक द्वारा अधिकतम राशि रखे जाने की सीमा एक लाख रुपये से बढ़ाकर दो लाख रुपये कर दी है। सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई), छोटे कारोबारियों समेत ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिये उनकी क्षमता बढ़ाने के इरादे से यह बदलाव तत्काल प्रभाव से किया गया है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद इस आशय की घोषणा की थी। अब तक भुगतान बैंकों के लिये यह सीमा एक लाख रुपये प्रति व्यक्तिगत ग्राहक थी।आरबीआई ने एक परिपत्र में कहा, भुगतान बैंकों की वित्तीय समावेश के क्षेत्र में प्रगति तथा इन बैंकों को कामकाज में अधिक लचीलापन उपलब्ध कराने पर विचार करते हुए दिन के अंत में प्रति व्यक्तिगत ग्राहक अधिकतम राशि रखने की सीमा एक लाख रुपये से बढ़ाकर दो लाख रुपये किये जाने का निर्णय किया गया है।'' खाते में राशि रखने की सीमा दोगुनी करने का निर्णय भुगतान बैंकों के कामकाज की समीक्षा पर आधारित है तथा वित्तीय समावेश के लिये उनके प्रयासों को प्रोत्साहित करने इरादे से किया गया है। साथ ही उन्हें एमएसएमई, छोटे कारोबारियों और व्यापारियों समेत ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम बनाना है। देश में वर्तमान में करीब छह भुगतान बैंक हैं।
- नयी दिल्ली। एसबीआई म्यूचुअल फंड (एमएफ) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसका संपत्ति आधार मार्च तिमाही में 5 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है और वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली देश की पहली म्यूचुअल फंड कंपनी है। एसबीआई एमएफ ने एक बयान में कहा कि उसकी औसत प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति 2020-21 में 35 प्रतिशत बढ़कर 5.04 लाख करोड़ रुपये रही जो इससे पूर्व वित्त वर्ष में 3.73 लाख करोड़ रुपये थी। दिसंबर तिमाही में एसबीआई एमएफ का संपत्ति आधार 4.56 लाख करोड़ रुपये था।बयान के अनुसार औसत प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति में वृद्धि का कारण एसआईपी (व्यवस्थिति निवेश योजना) में जोरदार वृद्धि है और छोटे शहरों से म्यूचुअल फंड योजनाओं का पैठ बढ़ना है। उसका एसआईपी बही-खाता 17 प्रतिशत बढ़कर 1,382 करोड़ रुपये पहुंच गया जो पिछले साल 1,180 करोड़ रुपये था।-
- नयी दिल्ली । केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने स्वास्थ्य और गृह मंत्रालयों से बैंकों और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के कर्मचारियों को प्राथमिक आधार पर कोविड-टीका दिलाये जाने का निर्देश देने का आग्रह किया है। मंत्रलय ने हाल में भेजे पत्र में कहा कि इससे बैंक कर्मचारी अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के बारे में आश्वस्त हो सकेंगे। साथ ही इस कठिन समय में जब कई राज्यों में कोरोना के फिर से नये मामले तेजी से आ रहे हैं, ग्राहकों को अपनी सेवाएं प्रदान करने के लिए उनके मनोबल को बढ़ावा मिलेगा। भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के आंकड़े के अनुसार बैंक कर्मचारियों की कुल संख्या 13.5 लाख है। इसमें से करीब 600 कर्मचारियों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत कोविड-19 के कारण हुई है। प्रतिशत के हिसाब से यह कुल कर्मचारियों का 0.04 प्रतिशत है। वित्त विभाग ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय तथा गृह मंत्रालय को भेजे पत्र में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत लाभ वितरण और निकासी को सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया है। इसी प्रकार, डिजिटल माध्यम से भुगतान पर भरोसा बढ़ा है और एनपीसीआई के कर्मचारियों ने निर्बाध सेवा के लिये महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। उल्लेखनीय है कि पिछले महीने आईबीए ने स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर बैंक कर्मचारियों की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए टीकाकरण में प्राथमिकता के आधार पर उन्हें शामिल करने का आग्रह किया था।-file photo
- मुंबई। देश की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन विनिर्माता हीरो मोटोकॉर्प ने गुरुवार को कहा कि वह स्थाई और अस्थाई कर्मचारियों सहित अपने पूरे कार्यबल को कोविड-19 की वैक्सीन लगवाने का पूरा खर्च उठाएगी। कंपनी ने एक बयान में कहा कि इसके अलावा समूह की दूसरी कंपनियों हीरो फिनकॉर्प, हीरो फ्यूचर एनर्जीज, रॉकमैन इंडस्ट्रीज, हीरो इलेक्ट्रॉनिक्स और एजी इंडस्ट्रीज के लिए भी इसी तरह का अभियान चलाया जाएगा। बयान के मुताबिक हीरो मोटोकॉर्प अपने डीलरों और आपूर्ति श्रृंखला साझेदारों से इस संबंध में बातचीत कर रही है। कंपनी ने बताया कि इसके तहत पूरे समूह सभी कर्मचारियों और आपूर्ति श्रृंखला साझेदारों सहित कुल 80,000 से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाने की योजना है।
- जयपुर। राजस्थान में अब दुपहिया वाहन खरीदने पर एक हेलमेट नि:शुल्क मिलेगा। राज्य सरकार के परिवहन मंत्री ने इस संबंध में एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है । राज्य सरकार के प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी । सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इस संबंध में एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है और इस बारे में राज्य के सभी वाहन डीलर को निर्देश जारी किये जा रहे हैं। खाचरियावास ने बताया कि राज्य सरकार सड़क सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और सड़क दुर्घटनाओं, उनमें घायलों और मृतकों की संख्या में कमी लाना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
- नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में तेजी आने के बाद दिल्ली सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोना 182 रुपये मजबूत होकर 45 हजार 975 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 45 हजार 793 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।इसके अनुरूप लिवाली बढऩे के कारण चांदी का भाव भी 725 रुपये की तेजी के साथ 66 हजार 175 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 65 हजार 450 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ''न्यूयॉर्क स्थित जिंस एक्सचेंज कॉमेक्स में तेजी आने के बाद दिल्ली में 24 कैरेट सोने के हाजिर भाव में 182 रुपये की तेजी आई।'' अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव लाभ के साथ 1,744 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी 25.30 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही।
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नयी दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बुधवार को, सरकार के शहद की गुणवत्ता और मिलावट रोकना सुनिश्चित करने के प्रयास के तहत शहद और अन्य मधुमक्खी उत्पादों के मूल स्रोत की पहचान के लिए ऑनलाइन पंजीकरण पोर्टल का उद्घाटन किया। एक बयान में कहा गया है कि मंत्री ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म 'मधुक्रांतिपोर्टल' का उद्घाटन किया, जो नेशनल मधुमक्खी पालन और शहद मिशन (एनबीएचएम) के तहत राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड(एनबीबी) की एक पहल है। उन्होंने नाफेड के 'हनी कॉर्नर' की भी पेशकश की, जो विशेष रूप से शहद की बिक्री का स्थान हैं।
बयान में कहा गया, ‘‘ शहद और अन्य मधुमक्खी उत्पादों डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पंजीकृत करने के लिए के स्रोत का पता लगाने के उद्देश्य से इस पोर्टल को विकसित किया जा रहा है।'' इस डिजिटल प्लेटफॉर्म के विकास के लिए तकनीकी और बैंकिंग भागीदार, इंडियन बैंक है। इस परियोजना के लिए एनबीबी और इंडियन बैंक के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस पेशकश के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए, तोमर ने कहा कि शहद मिशन से किसानों की आय में वृद्धि, रोजगार सृजन होगा और निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। पहले चरण में बुधवार को मधुमक्खी पालकों का ऑनलाइन पंजीकरण शुरू किया गया, इसके बाद इस व्यापार में अन्य अंशधारकों का पंजीकरण किया गया। दूसरे चरण में देश में शहद के व्यापार में सभी बिक्री लेनदेन, एक मोबाइल ऐप के माध्यम से कैप्चर किए जाएंगे, जो उसके स्रोत का पता लगाने के संदर्भ में अपेक्षित परिणाम दे सकें। - मुंबई । प्रीपेड भुगतान साधन जारीकर्ताओं द्वारा आपस में प्रणालियों की पारस्परिकता को नहीं अपनाने पर नाराजगी जताते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को कहा कि ऐसी कंपनियों को इस बात का प्रावधान करना होगा कि केवाईसी को पूरा करने वाले उसके ग्राहक दूसरी कंपनियों के ग्राहकों के साथ लेनदेन कर सकें। इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ने दिन के अंत में किसी पेमेंट बैंक के एक खाते में रहने वाली अधिकतम धनराशि की सीमा को बढ़ाकर दो लाख कर दिया। गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि प्रीपेड भुगतान साधनों (पीपीआई) को 2018 में पारस्परिकता को अपनाने का विकल्प दिया गया था, जिसमें एक कंपनी के ग्राहक दूसरे पीपीआई या बैंकों के ग्राहकों को धनराशि भेज सकते हैं। यह विकल्प उन मामलों में दिया गया था, जहां केवाईसी (अपने ग्राहकों को जानें) पूरा हो चुका है। दास ने कहा, ‘‘दो साल बीतने के बावजूद पूर्ण केवाईसी पीपीआई की ओर स्थानांतरण नहीं हुआ और इसलिए पारस्परिकता नहीं है। इसलिए पूर्ण केवाईसी पीपीआई के लिए पारस्परिकता को अनिवार्य बनाने का प्रस्ताव है।
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मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को राज्यों के लिए 51 हजार 560 करोड़ रुपये की अंतरिम अर्थोपाय अग्रिमों (डब्ल्यूएमए) की सीमा को सितंबर तक बढ़ा दिया, ताकि उन्हें कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से पैदा हुए वित्तीय तनाव से निपटने में मदद मिल सके।
डब्ल्यूएमए आरबीआई द्वारा राज्यों को दी जाने वाली अल्पकालीन उधार है, ताकि आय और व्यय के अंतर को पूरा किया जा सके। डब्ल्यूएमए दो तरह के होते हैं - सामान्य और विशेष। सामान्य डब्ल्यूएमए शुद्ध उधारी की तरह होते हैं, जबकि विशेष डब्ल्यूएमए को भारत सरकार की प्रतिभूतियों के बदले दिया जाता है और इन्हें अधिक सुरक्षित माना जाता है।इसके साथ ही आरबीआई ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल डब्ल्यूएमए सीमा को बढ़ाकर 47 हजार 10 करोड़ रुपये प्रति वर्ष कर दिया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने चालू वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक समीक्षा की घोषणा करते हुए कहा, हमने रिजर्व बैंक द्वारा गठित एक सलाहकार समिति की सिफारिशों को स्वीकार करने का फैसला किया है, जो राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों की डब्ल्यूएमए सीमा की समीक्षा और अन्य मुद्दों के संबंध में थीं। इसके अनुसार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल डब्ल्यूएमए सीमा को बढ़ाकर 47 हजार 10 करोड़ रुपये करने का निर्णय लिया गया है, जो फरवरी 2016 में तय 32 हजार 225 करोड़ रुपये की सीमा के मुकाबले 46 प्रतिशत अधिक है। - न्यूयॉर्क। फोर्ब्स पत्रिका की ताजा सर्वे रपट के मुताबिक दुनिया में अमेरिका और चीन के बाद सबसे अधिक अरबपति भारत में हैं, जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने चीनी कारोबारी जैक मा को पछाड़कर एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति का स्थान फिर हासिल कर लिया है। फोर्ब्स की दुनिया के अरबपतियों की 35वीं वार्षिक सूची में अमेजन के सीईओ और संस्थापक जेफ बेजोस लगातार चौथे साल शीर्ष पर हैं। फोर्ब्स ने कहा कि बेजोस की शुद्ध संपत्ति 177 अरब अमरीकी डॉलर है, जो एक साल पहले 64 अरब अमरीकी डॉलर थी। इस सूची में दूसरे स्थान पर स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क हैं, जिनकी संपत्ति में डॉलर की मद में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई। मस्क की कुल संपत्ति पिछले साल के मुकाबले 126.4 अरब डॉलर बढ़कर 151 अरब डॉलर हो गई। पिछले साल वह 24.6 अरब डॉलर के साथ इस सूची में 31वें स्थान पर थे। फोर्ब्स ने कहा कि इसकी मुख्य वजह टेस्ला के शेयरों में 705 फीसदी की बढ़ोतरी है।भारत और एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी को वैश्विक अरबपतियों की सूची में 10वां स्थान मिला। उन्होंने 84.5 अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्ति के साथ एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति का दर्जा फिर पा लिया। पिछले साल चीन के जैक मा एशिया के सबसे धनी व्यक्ति थे। इस सूची में मा पिछले साल के 17वें स्थान से गिरकर 26वें स्थान पर आ गए। भारत के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति अडाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी 50.5 अरब अमरीकी डालर की संपत्ति के साथ अरबपतियों की वैश्विक सूची में 24वें स्थान पर हैं। पूनावाला समूह के चेयरमैन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के संस्थापक साइरस पूनावाला वैश्विक सूची में 169वें स्थान पर और भारतीय अरबपतियों की सूची में सातवें स्थान पर हैं। एचसीएल टेक्नालॉजीज के संस्थापक शिव नाडर, भारत के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं और विश्व स्तर पर उनका 71वां स्थान हैं। उनकी कुल संपत्ति 23.5 अरब अमरीकी डॉलर है। फोर्ब्स ने कहा कि किसी भी देश की तुलना में सबसे अधिक 724 अरबपति अमेरिका में हैं। इसके बाद 698 अरबपतियों के साथ चीन है और भारत 140 अरबपतियों के साथ तीसरे स्थान पर है। इसके बाद जर्मनी और रूस का स्थान है।
- मुंबई ।भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को चालू वित्त वर्ष की पहली नीतिगत समीक्षा के दौरान नितिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया और साथ ही कहा कि वृद्धि को समर्थन देने तथा मुद्रास्फीति को लक्षित स्तर पर बनाए रखने के लिए केंद्रीय बैंक उदार मौद्रिक नीति को जारी रखेगा। आरबीआई ने नीतिगत दरों पर लगातार पांचवीं बार यथास्थिति बरकरार रखा और रेपो दर चार प्रतिशत पर अपरिवर्तित है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि हाल में कोविड-19 संक्रमण में बढ़ोतरी ने आर्थिक वृद्धि दर में सुधार को लेकर अनिश्चितता पैदा की है। साथ ही उन्होंने वायरस के प्रकोप को रोकने और आर्थिक सुधारों पर घ्यान दिए जाने की आवश्यकाता पर बल दिया। केंद्रीय बैंक ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए आर्थिक वृद्धि के लक्ष्य को 10.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा। दास ने कहा कि केंद्रीय बैंक प्रणाली में पर्याप्त नकदी सुनिश्चित करेगा, ताकि उत्पादक क्षेत्रों को ऋण आसानी से मिले।