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- नई दिल्ली। देशभर से सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की इस्पात कंपनियों ने देश में मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा करने के लिए अपनी कोशिशें तेज कर दी हैं। 4 मई को इन इस्पात संयंत्रों ने 3680.30 मीट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) का उत्पादन किया और 4076.65 मीट्रिक टन एलएमओ की आपूर्ति की। इसकी तुलना में, 25 अप्रैल, 2021 को विभिन्न राज्यों को 3131.84 मीट्रिक टन एलएमओ की आपूर्ति की गई थी। वहीं, अप्रैल के मध्य में प्रतिदिन औसतन 1500-1700 मीट्रिक टन एलएमओ भेजा जा रहा था।बीते हफ्ते इस्पात और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की इस्पात कंपनियों के प्रमुखों के साथ कई बैठकें की थीं। उन्होंने इस्पात संयंत्रों से मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश करने का आह्वाहन किया। इसके अलावा मंत्री ने स्वास्थ्य सेवा संबंधी बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए ऑक्सीजन-युक्त बिस्तरों के साथ बड़े आकार की कोविड-देखभाल सुविधाओं का निर्माण करने के लिए भी कहा।सबसे बड़े घरेलू इस्पात उत्पादकों में से एक स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड देश में तरल मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए अपनी क्षमताओं को बढ़ा रही है। भिलाई (छत्तीसगढ़), राउरकेला (ओडिशा), बोकारो (झारखंड), दुर्गापुर एवं बर्नपुर (पश्चिम बंगाल) स्थित अपने एकीकृत इस्पात संयंत्रों से एलएमओ का दैनिक वितरण अप्रैल के दूसरे हफ्ते में लगभग 500 मीट्रिक टन के स्तर से बढ़कर वर्तमान में 1100 मीट्रिक टन से अधिक है। यह कंपनी अब तक 50 हजार मीट्रिक टन से अधिक एलएमओ की आपूर्ति कर चुकी है। अप्रैल, 2021 में सेल ने 15 राज्यों को 17,500 मीट्रिक टन एलएमओ का वितरण की है। इन राज्यों में वे राज्य भी हैं, जहां इसके संयंत्र स्थित हैं।4 मई तक तक बोकारो, राउरकेला और दुर्गापुर स्थित सेल संयंत्रों से देश के विभिन्न हिस्सों के लिए 950 मीट्रिक टन से अधिक एलएमओ ले जाने वाली 14 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों को लोड किया जा चुका है। सेल संयंत्रों को टैंकर भी प्राप्त हुए हैं, जिन्हें एयरलिफ्ट किया गया और लोडिंग के बाद सड़क एवं रेलमार्ग द्वारा उन्हें उनके गंतव्य स्थलों तक भेजा गया। रेलवे, वायु सेना, इस्पात संयंत्र और ऑक्सीजन संयंत्र टैंकरों के परिवहन के लिए किए जा रहे प्रयासों का समन्वय कर रहे हैं। 5 मई को 4 क्रायोजेनिक टैंकरों को ऑस्ट्रेलिया के पर्थ से भारतीय वायु सेना द्वारा एयरलिफ्ट किया गया।
- नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुती सुजुकी इंडिया ने बुधवार को बताया कि अप्रैल में उसका कुल उत्पादन 1 लाख 59 हजार 955 इकाई रहा जो मार्च के मुकाबले सात प्रतिशत कम हैं। कंपनी ने सामान्य फाइलिंग के दौरान बताया कि उसने दो वर्ष पहले इसी महीने में 1 लाख 72 हजार 433 वाहनों का उत्पादन किया था।मारुती सुजुकी ने बताया कि इस महीने आल्टो और एस-प्रेस्सो की 29 हजार 56 इकाइयों को उत्पादन किया गया जबकि मार्च में यह संख्या 28 हजार 519 की थी। उसने कहा कि वेगन आर, सेलेरियो, इग्निस, स्विफ्ट, बलेनो और स्विफ्ट डिज़ायर का उत्पादन मार्च में हुए 95 हजार 186 इकाइयों के मुकाबले 83 हजार 432 का रहा। इसी तरह उपयोगिता वाहन में जिप्सी, अर्टिगा, एस-क्रॉस, विटारा ब्रेज़ा और एक्सएल6 की उत्पादन संख्या भी अप्रैल में 31 हजार 59 रही जो मार्च में 32 हजार 421 इकाइयों की रही थी। कंपनी ने कहा कि हल्के वाणिज्यिक वाहन सुपर कैरी का उत्पादन अप्रैल 2 हजार 390 इकाइयों को रहा जो मार्च में 2,397 इकाई रहा था। मारुती सुजुकी ने कहा, ''कोरोना संक्रमण के कारण लगे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के वजह से उसने अप्रैल 2020 में कोई उत्पादन नहीं किया था इसलिए अप्रैल 2020 और अप्रैल 2021 की उत्पादन मात्रा के बीच तुलना का कोई मतलब नहीं है।---
- नयी दिल्ली। अवसंरचना क्षेत्र की प्रमुख कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) ने बुधवार को कहा कि वह जल्द ही पूरे भारत में विभिन्न अस्पतालों को 22 ऑक्सीजन जनरेटर देगा, ताकि कोविड-19 महामारी के चलते पैदा हुई ऑक्सीजन की गंभीर कमी को दूर किया जा सके। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया, ‘‘एलएंडटी जल्द ही भारत के ऐसे अस्पतालों में 22 ऑक्सीजन जनरेटर पहुंचाना शुरू कर देगा, जहां इनकी सबसे अधिक जरूरत है। ये इकाइयां हवा से मेडिकल ग्रेड की ऑक्सीजन तैयार करेंगी।'' एलएंडटी ने बताया कि इनमें से नौ उपकरणों की पहली खेप नौ मई तक भारत पहुंचेगी। कंपनी ने कहा कि इन्हें 15 मई से अस्पतालों को दिया जाएगा।
- मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) कोविड19 संकट से त्रस्त अर्थव्यवस्था में वित्तीय संसाधनों का प्रवाह बढ़ाने के लिए सरकारी प्रतिभूति खरीद कार्यक्रम (जी-सैप 1.0) के तहत 20 मई को 35,000 करोड़ रुपये की दूसरी खरीद करेगा। उम्मीद है कि इससे कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के बीच बांडों पर निवेश के प्रतिफल में स्थिरता बहाल होगी। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार सुबह एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पिछले महीने 25,000 करोड़ रुपये की पहली खरीद को बाजार की जोरदार प्रतिक्रिया मिली थी। इसके साथ ही उन्होंने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर से अर्थव्यवस्था के विभिन्न हिस्सों को राहत देने के लिए कई उपायों की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि आरबीआई दो सप्ताह में 35,000 करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूतियों (जी-सेक) की दूसरी खरीद करेगा। बॉन्ड खरीद कार्यक्रम पर स्पष्टता लाने के लिए दास ने जी-सैप 1.0 नामक नए इंस्ट्रूमेंट के तहत पहली तिमाही के दौरान खुले बाजार के परिचालन (ओएमओ) के जरिए एक लाख करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूतियों को खरीदने के लक्ष्य की घोषणा की थी। महंगाई पर उन्होंने कहा कि खाद्य और ईंधन मुद्रास्फीति ने महंगाई को बढ़ा दिया है।उन्होंने कहा कि सामान्य मानसून के पूर्वानुमान से खाद्य मुद्रास्फीति में मदद मिलेगी।आरबीआई गवर्नर ने एक अनिर्धारित घोषणा में कहा कि केंद्रीय बैंक कोविड-19 संक्रमण के मामलों में दोबारा बढ़ोतरी से पैदा हुए हालात की निगरानी करता रहेगा और इससे निपटने के लिए सभी संसाधनों को तैनात करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमें वायरस से लड़ने के लिए अपने संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करना होगा।''
- नयी दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने अर्थव्यवस्था को समर्थन देने और वर्तमान संकट के चलते कर्ज चुकाने में असमर्थ लोगों एवं कारोबारियों को राहत देने के लिये बुधवार को विभिन्न उपायों की घोषणा की। इसके तहत जहां कुछ व्यक्तिगत तथा छोटे कर्जदारों को कर्ज की किश्तों का पुनर्गठन कर कर्ज चुकाने के लिए अधिक समय देने की अनुमति दी गयी, वहीं बैंकों से टीका निर्माताओं, अस्पतालों और कोविड से संबंधित स्वास्थ्य ढांचे को प्राथमिकता के आधार पर कर्ज देने को कहा गया। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि दो साल तक के लिये कर्ज पुनर्गठन की सुविधा उन व्यक्तियों और लघु एवं मझोले उद्यमों को मिलेगी, जिन्होंने 2020 में अपने ऋण का पुनर्गठन नहीं कराया था और उनके कर्ज के खाते 31 मार्च, 2021 तक सामान्य रूप से चलते रहे हों यानी उस पर ब्याज तथा किस्त की अदायगी होती रही हो। ऋण पुनर्गठन की यह सुविधा 25 करोड़ रुपये तक के कर्ज वाली इकाइयों के लिये उपलब्ध होगी।उन्होंने कहा कि 50 हजार करोड़ रुपये का नकदी समर्थन बैंकों को उपलब्ध कराया जाएगा ताकि वे प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन विनिर्माताओं, टीके के आयातकों/आपूर्तिकर्ताओं और चिकित्सा उपकरणों के आपूर्तिकर्ताओं समेत अन्य को नया कर्ज दे सके। इस नये कर्ज की मियाद तीन साल तक होगी और यह रेपो दर पर मिलेगा। यह सुविधा 31 मार्च 2022 तक उपलब्ध रहेगी। उन्होंने बांड खरीदारी कार्यक्रम की भी घोषणा की।उल्लेखनीय है कि कोविड महामारी की पहली लहर से जब अर्थव्यवस्था उबर रही थी और वृद्धि के रास्ते पर लौट रही थी, तभी महामारी एक बार फिर तेजी से फैलने लगी। इसको देखते हुए कई राज्यों ने इसकी रोकथाम के लिये ‘लॉकडाउन' और अन्य पाबंदियां लगायी है। जिससे कारोबारी गतिविधियों पर असर पड़ा है। आरबीआई देश की आर्थिक स्थिति, बही-खातों पर दबाव तथा कर्ज प्रवाह के बारे में चर्चा के लिये बैंक प्रमुखों और एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों) के साथ हाल के सप्ताह में बैठक करता रहा है। बैंक आरबीआई से खुदरा और छोटे कर्जदारों के लिये तीन महीने की कर्ज लौटाने से मोहलत देने की कथित तौर पर मांग करते रहे हैं। बांड खरीद कार्यक्रम की जानकारी देते हुए दास ने कहा कि आरबीआई सरकारी सरकारी प्रतिभूति खरीद कार्यक्रम (जी-सैप) के तहत 20 मई 35,000 करोड़ रूपये मूल्य की सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद करेगा। आरबीआई ने बैंकों को फंसे कर्ज के एवज में राशि अलग रखने को लेकर ‘फ्लोटिंग' प्रावधान (लाभ का वह हिस्सा जिसे बैंक आपात स्थिति के लिये रखते हैं) के उपयोग की भी अनुमति दी है। इससे बैंकों पर फंसे कर्ज के एवज में अलग से पैसे की व्यवस्था करने की जरूरत नहीं होगी। दास ने कहा कि आरबीआई के अनुसार परिदृश्य काफी अनिश्चित बना हुआ है इसके नीचे जाने का जोखिम है लेकिन मुद्रास्फीति के अनुमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा जा रहा। उन्होंने कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2020-21 महामारी का वर्ष रहा। इसके समाप्त होने के साथ भारतीय अथर्व्यवस्था अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले तेजी से पुनरूद्धार और सकारात्मक वृद्धि के रास्ते पर थी... संक्रमण की रफ्तार भी घट रही थी लेकिन पिछले कुछ सप्ताह में स्थिति उल्लेखनीय रूप से बदल गयी है।'' दास ने कहा, ‘‘पूर्व की तरह, केंद्रीय बैंक कोविड-19 संक्रमण के मामलों में दोबारा बढ़ोतरी से पैदा हुए हालात की निगरानी करता रहेगा और इससे निपटने के लिए सभी संसाधनों का उपयोग करेगा।'' उद्योग मंडल सीआई के अध्यक्ष उदय कोटक ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने कोविड 2.0 के खिलाफ अभियान में वित्तीय क्षेत्र के मामले में कमर कस ली है। उसका स्पष्ट रूप से जोर जीवन और आजीविका बचाने पर है। मूडीज इनवेस्ट सर्विस ने कहा, ‘‘भारत में खराब होती स्थिति को देखते हुए आरबीआई ने व्यक्तियों और छोटे कारोबारियों के 25 करोड़ रुपये तक के कर्ज के एक बारगी पुनर्गठन की अनुमति दी है।'' उसने कहा, ‘‘यह उपाय पिछले साल कर्ज लौटाने को लेकर दी गयी मोहलत की तुलना में हल्का है। साथ ही पुनर्गठित कर्ज का अनुपात भी कम होगा। इसके बावजूद बैंकों की संपत्ति गुणवत्ता को लेकर जोखिम की स्थिति उभरी है।'' आर्थिक परिदृश्य के बारे में आरबीआई गवर्नर ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में पुनरूद्धार के प्रमुख संकेत दिख रहे हैं लेकिन विभिन्न देशों और क्षेत्रों में गतिविधियां असमान बनी हुई है। दास ने कहा कि देश में 2020-21 में खाद्यान्न का रिकार्ड उत्पादन और बफर स्टॉक से खाद्य सुरक्षा और मांग बढ़ने, रोजगार सृजन और कृषि कच्चा माल तथा आपूर्ति से अर्थव्यवस्था अन्य क्षेत्रों को समर्थन मिला सका। लेकिन संपर्क गहन सेवाओं में फिलहाल बड़ी गिरावट की आशंका है। उन्होंने कहा कि सामान्य मानसून के पूर्वानुमान से खाद्य मुद्रास्फीति खासकर अनाज और दलहन की कीमतों को थामने में मदद मिलेगी। दास के अनुसार मुद्रास्फीति में वृद्धि कोविड-19 संक्रमण की स्थिति और स्थानीय स्तर पर पाबंदियों से आपूर्ति श्रृंखला तथा ‘लॉजिस्टिक' पर पड़ने वाले असर पर निर्भर करेगी। उन्होंने कहा कि 50,000 करोड़ रुपये की नकदी सुविधा से बैंक योजना के तहत कोविड कर्ज बही खाता तैयार कर सकते हैं। रिजर्व बैंक ने लघु-ऋण बैंकों के लिए 10,000 करोड़ रुपये के विशेष दीर्घकालिक रेपो परिचालन की भी घोषणा की।
- नयी दिल्ली । केंद्र सरकार ने बुधवार को स्पष्ट करते हुए कहा कि कंपनियों द्वारा कोरोना स्वास्थ केंद्रों के निर्माण पर लगाए गए पैसे को कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) गतिविधियों में जोड़ा जाएगा। कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय की तरफ जारी ताजा स्पष्टीकरण में यह जानकारी दी गई है। मंत्रालय ने कहा कि अस्थायी अस्पतालों और अस्थायी कोरोना देखभाल केंद्रों की स्थापना या निर्माण में खर्च को कंपनी कानून के तहत एक कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी गतिविधि माना जाएगा। मंत्रालय के अनुसार कोरोना देखभाल के लिए स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के निर्माण, मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादन, ऑक्सीजन भंडारण संयंत्रों की स्थापना, ऑक्सीजन सांद्रता, वेंटिलेटर, सिलेंडर और कोरोना से संबंधित अन्य चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति या इसी तरह की अन्य गतिविधियां सीएसआर में शामिल हैं। मंत्रालय ने इस संबंध में बुधवार को परिपत्र भी जारी कर दिया। उसने कहा कि सरकारी तथ निजी कंपनियां कुछ शर्तों के साथ सीएसआर खर्च को जिम्मेदारी के रूप में अन्य कंपनियों के साथ मिलकर खर्च कर सकती हैं। कंपनियों को दरअसल तीन साल के वार्षिक औसत शुद्ध लाभ का दो से तीन प्रतिशत सीएसआर गतिविधियों में खर्च करना होता हैं।
- नयी दिल्ली । टाटा स्टील को वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही जनवरी-मार्च में 7,161.91 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ हुआ। मुख्य रूप से आय बढ़ने से कंपनी का लाभ बढ़ा। टाटा स्टील ने बुधवार को बीएसई को दी सूचना में कहा कि एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में कंपनी को 1,615.35 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। कंपनी की कुल आय मार्च 2021 को समाप्त तिमाही में उछलकर 50,249.59 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में 37,322.68 करोड़ रुपये थी। टाटा स्टील का कुल खर्च आलोच्य तिमाही में बढ़कर 40,052 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 2019-20 की चौथी तिमाही में 35,432.42 करोड़ रुपये था।
- मुंबई । देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के प्रकोप से निपटने के लिए सिटी बैंक ने बुधवार को 200 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। सिटी बैंक के अलावा अमेरिका की फार्गो कंपनी ने तीस लाख डॉलर, स्विस बैंक ने 15 लाख डॉलर और अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट ने दस लाख डॉलर मदद के तौर पर देने की घोषणा की। सिटी बैंक के एशिया क्षेत्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीटर बबेज ने कहा, ‘‘हम भारत में 100 वर्षों से भी अधिक समय से है और यह देश हमारे बीस हजार से अधिक कर्मचारियों का घर हैं। हम स्वास्थ्य संकट की इस घड़ी में भारत की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'' बैंक ने एक बयान में कहा कि वह चिकित्सा और मानवीय जरूरतों में 75 करोड़ रुपये की तत्काल राहत देगा जबकि पिछले वित्त वर्ष में वह 75 करोड़ की मदद कर चुका हैं। इस राशि का इस्तेमाल ऑक्सीजन की आपूर्ति, अस्पतालों में बेड जोड़ना, डायग्नोस्टिक टेस्टिंग सिस्टम, व्यक्तिगत सुरक्षा किट और भारत के फ्रंटलाइन हेल्थकेयर श्रमिकों के लिए अन्य आपूर्त के लिए किया जाएगा। उसने कहा कि शेष राशि का उपयोग सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे के लिए और युवाओं को रोजगार योग्य कौशल प्रदान करने के लिए किया जाएगा। वेल्स फार्गो ने भी कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए राहत प्रयासों सहायता करते हुए 22 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। इस राशि का इस्तेमाल गैर-सरकारी संगठनों के माध्यम से अस्पताल की क्षमता बढ़ाने, ऑक्सीजन सांद्रता और महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति करने में किया जाएगा। वही अपोलो ग्लोबल मनेजमेंट ने भी मदद का हाथ बढ़ाते हुए सात करोड़ रुपये यानी दस लाख डॉलर की सहायता की घोषणा की है। जिसमे वह कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए तुरंत हजारों ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर और अन्य जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरण मुहैया कराएगा। इसके अलावा स्विस बैंक का यूबीएस ग्रुप एजी भारत में चल रहे राहत अभियान में 15 लाख डालर (11 करोड़ रुपये) की मदद करेगा। वह चिकित्सा की आपूर्ति में योगदान देगा।
- नई दिल्ली। सोने की कीमत में लगातार दो दिन की तेजी के बाद बुधवार को गिरावट देखने को मिली। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 317 रुपये सस्ता हो गया। दूसरी ओर चांदी की कीमत में 2 हजार 328 रुपये की उछाल आई।विदेशों में सोने में गिरावट के असर से स्थानीय सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 317 रुपये की गिरावट के साथ 46 हजार 382 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्युरिटीज ने यह जानकारी दी है। मंगलवार को सोना 46 हजार 699 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ था। इसके उलट, चांदी 2 हजार 328 रुपये के उछाल के साथ 70 हजार 270 रुपये प्रति किलो ग्राम पर पहुंच गयी। पिछले सत्र में यह 67 हजार 942 रुपये पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना मामूली गिरावट के साथ 1,776 डॉलर प्रति औंस पर आ गया था और चांदी 26.42 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित चल रह चल रही थी।वायदा कीमतों में तेजीमजबूत हाजिर मांग के कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे स्थानीय वायदा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 34 रुपये की तेजी के साथ 46 हजार 905 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में जून महीने की डिलिवरी के लिए सोने की कीमत 34 रुपये यानी 0.07 प्रतिशत की तेजी के साथ 46 हजार 905 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इसमें 10 हजार 437 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली के कारण सोना वायदा कीमतों में तेजी आई। वैश्विक स्तर पर न्यूयार्क में सोने की कीमत 0.02 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,776.30 डॉलर प्रति औंस हो गया।चांदी भी चमकीमजबूत हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे वायदा कारोबार में बुधवार को चांदी की कीमत 42 रुपये की तेजी के साथ 69 हजार 691 रुपये प्रति किलो हो गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के जुलाई डिलीवरी वाले वायदा अनुबंध का भाव 42 रुपये यानी 0.06 प्रतिशत की तेजी के साथ 69 हजार 691 रुपये प्रति किलो हो गया। इस वायदा अनुबंध में 8,985 लॉट के लिए सौदे किए गए। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि चांदी वायदा कीमतों में तेजी का मुख्य कारण घरेलू बाजार में तेजी के रुख की वजह से कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली करना था। हालांकि, वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में चांदी का भाव 0.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26.49 डालर प्रति औंस रह गया।
- नई दिल्ली । पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बुधवार को लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी हुई। पेट्रेलियम उत्पादों का खुदरा कारोबार करने वाली सरकारी कंपनियों द्वारा पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान करीब 18 दिनों तक कीमतों में यथास्थित बनाए रखने के बाद एक बार फिर दैनिक आधार पर संशोधन शुरू किया गया है। तेल विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार पेट्रोल की कीमत में 19 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 21 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई है। राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल अब 90.74 रुपये प्रति लीटर और डीजल 81.12 रुपये प्रति लीटर के भाव पर मिल रहा है। कराधान (वैट) की स्थानीय दरों और भाड़े में अंतर के आधार पर देश के अलग-अलग हिस्सों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में अंतर होता है। इससे पहले मंगलवार को पेट्रोल 15 पैसे प्रति लीटर और डीजल 18 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ था। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 96.95 रुपये से बढ़कर 97.12 रुपये प्रति लीटर हो गई, जबकि डीजल का भाव 87.98 रुपये से बढ़कर 88.19 रुपये हो गया।
- नयी दिल्ली । प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी सैमसंग ने मंगलवार को कहा कि वह देश में कोरोना संक्रमण के खिलाफ जारी लड़ाई को मजबूती प्रदान करने के लिए 50 लाख डॉलर यानी 37 करोड़ रुपये की सहायता करेगा। वहीं, पेटीएम ने कहा है कि वह कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में वह भारत सरकार को मदद करते हुये 12 से 13 शहरों में आक्सीजन संयंत्र लगायेगा। सैमसंग ने एक बयान में कहा कि वह केंद्र और उत्तर प्रदेश तथा तमिलनाडु सरकार को तीस लाख डॉलर की मदद करेगा। वह बीस लाख डॉलर की चिकित्सा सामग्री भी देगा जिसमे 100 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर, तीन हजार ऑक्सीजन सिलेंडर और दस लाख एलडीएस सिरिंज शामिल हैं। उसने कहा कि एलडीएस सिरिंज इंजेक्शन में भरे जाने वाली दवा की बर्बादी को कम करने में काम आता है। इस सिरिंज से वैक्सीन की डोज की बर्बादी भी कम होगी। सैमसंग ने इन सीरिंज के निर्माता को उत्पादन क्षमता बढ़ाने में मदद भी की है। सैमसंग ने कहा कि वह अपने पचास हजार से अधिक कर्मचारियों को कोरोना का टीका भी लगवायेगा जिसका खर्च वह खुद उठाएगा। सैमसंग ने इससे पहले अप्रैल 2020 में कोरोना के खिलाफ शुरूआती जंग में बीस करोड़ का योगदान दिया था। वही पेटीएम ने भी कहा कि उसका योगदान भी 20 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। पेटीएम फॉउंडेशन भी कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में मदद करने के लिये 12 से 13 शहरों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करेगा। ये ऑक्सीजन प्लांट सीधा अस्पतालों में स्थापित किये जायेंगे। पेटीएम ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना के लिए राज्य सरकारों और अस्पतालों के साथ बातचीत कर रहा है। ये संयंत्र पेटीएम फाउंडेशन द्वारा सरकारी अस्पतालों को निशुल्क प्रदान किए जाएंगे। पेटीएम इसके अलावा मई मध्य तक 21,000 से अधिक ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर सरकारी अस्पतालों, कोविड देखभाल केंद्रों, निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम समेत रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों को भेजेगा। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के भीषण प्रकोप के कारण कई राज्यों के अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड और चिकित्सा ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो गई है। ऑक्सीजन की कमी की वजह से कई शहरों में कई संक्रमित मरीजों की मौत भी हो गई है जिसे देखते हुये सैमसंग और पेटीएम ने ये मदद की घोषणा की है।
- नई दिल्ली। स्थानीय सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने का दाम 97 रुपये की तेजी के साथ 46 हजार 758 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया। एचडीएफसी सिक्युरिटीज ने यह जानकारी दी है। पिछले दिन के कारोबार में सोना 46 हजार 661 रुपये प्रति दस ग्राम के भाव पर बंद हुआ था।चांदी भी 1,282 रुपये के उछाल के साथ 70 हजार 270 रुपये प्रति किलो ग्राम हो गई। पिछले कारोबारी सत्र में यह 68 हजार 988 रुपये पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव मामूली गिरावट के साथ 1,788 डालर प्रति औंस रह गया, वहीं चांदी 26.90 डालर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्यूरिटीज में वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ''न्यूयॉर्क स्थित जिंस एक्सचेंज कॉमेक्स में सोने की हाजिर कीमत मंगलवार को मामूली गिरावट के साथ 1,788 डॉलर प्रति औंस थी।-----
- मुंबई। शेयर बाजारों में मंगलवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही और बीएसई सेसेक्स 465 अंक लुढ़क कर बंद हुआ। प्रमुख शेयरों में बिकवाली से शेयर बाजार शुरूआती बढ़त को बरकरार नहीं रख पाये और अंतत: गिरावट में बंद हुये। कारोबारियों के अनुसार कोविड-19 की गंभीर स्थिति तथा विदेशी कोषों की लगातार बिकवाली से बाजार पर असर पड़ा है। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स शुरूआती कारोबार मे बढ़त के साथ खुला। लेकिन दोपहर बाद के कारोबार में तेजी बरकरार नहीं रह पायी और यह 465.01 अंक यानी 0.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 48,253.51 पर बंद हुआ। इसी प्रकार, एनएसई निफ्टी 137.65 अंक यानी 0.94 प्रतिशत टूटकर 14,496.50 अंक पर बंद हुआ।सेंसेक्स में शामिल शेयरों में सर्वाधिक 2.26 प्रतिशत की गिरावट डा. रेड्डीज में आयी। इसके अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज, सन फार्मा, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी लि., इन्फोसिस, महिंद्रा एंड महिंद्रा और भारती एयरटेल भी नुकसान में रहे। दूसरी तरफ, ओएनजीसी, बजाज फाइनेंस, टीसीएस, नेस्ले इंडिया, एसबीआई और कोटक बैंक आदि लाभ में रहे। इनमें 1.86 प्रतिशत तक की तेजी आयी। एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ''कई अच्छी मझोली कंपनियों के तिमाही परिणाम अच्छे नहीं रहने की वजह से शेयर बाजार नीचे आया। राज्यों के स्तर पर लॉकडाउन लगाये जाने से बाजार में चिंता दिखी और दोपहर के कारोबार में धातु और दवा कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली की गयी।'' रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीतिक प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि बाजार में कोविड-19 संक्रमण के मामले को लेकर चिंता है। इससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि कई राज्यों में रोजाना कोविड-संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, यह चिंता का कारण है। हालांकि, महाराष्ट्र और दिल्ली समेत कई हिस्सों में नये मामलों की संख्या कम हुई है, जो राहत की बात है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को जारी आंकड़े के अनुसार देश में एक दिन में कोविड-19 के 3,57,229 मामले आने के साथ ही संक्रमण के कुल मामले दो करोड़ का आंकड़ा पार कर गए हैं। वहीं 3,449 और लोगों की मौत से मृतकों की संख्या 2,22,408 पर पहुंच गई है। एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग और सोल बढ़त में रहे जबकि शंघाई और तोक्यो अवकाश के कारण बंद रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में बढ़त का रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.79 प्रतिशत बढ़त के साथ 68.77 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। वहीं, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे मजबूत होकर 73.85 पर बंद हुआ।शेयर बाजारों के पास उपलब्ध आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक सोमवार को पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने 2,289.46 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
- मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में सकारात्मक रुख के चलते भारतीय रुपया लगातार दूसरे दिन मंगलवार को कारोबार समाप्त होने के साथ 10 पैसे चढ़कर 73.85 पर बंद हुआ। वैश्विक बाजारों में मजबूत डॉलर, घरेलू इक्विटी में नुकसान और कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के चलते स्थानीय मुद्रा के लाभ में कुछ रुकावट रही।रिलाइंस सेक्युरीटीज के वरिष्ठ अनुसंधान विश्लेषक श्रीराम अय्यर ने कहा, "मंगलवार को भारतीय रुपए में लगातार दूसरे दिन बढ़त देखी गयी क्योंकि कारोबारियों ने अपने डॉलर के बड़े सौदों को हल्का किया" अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में स्थानीय इकाई अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 73.83 पर खुली, फिर दिन के कारोबार में 73.76 और 73.97 रुपये प्रति डालर के बीच उतार चढ़ाव में रही। रुपया सोमवार को कारोबार की समापति पर अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 73.95 पर बंद हुआ। यह पिछले दिन के बंद भाव के मुकाबले 10 पैसे की मजबूती में रहा। इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.42 प्रतिशत बढ़कर 91.33 पर आ गया। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 1.81 प्रतिशत बढ़कर 68.78 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। बहरहाल, देश में कोरोना वायरस की स्थिति को देखते हुये कारोबारियों में चिंता रही। उनका मानना है कि विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन लगने से आर्थिक क्षेत्र में आने वाले सुधार की गति धीमी पड़ सकती है।--
- न्यूयार्क। अमेरिकी कंपनी वेरिजॉन ने सोमवार को कहा कि वह अपनी मीडिया इकाई...एओएल और याहू में अपनी हिस्सेदारी निजी इक्विटी कंपनी को 5 अरब डॉलर में बेचेगी। वेरिजॉन ने कहा कि वह वेरिजॉन मीडिया को अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट को बेचेगी। कंपनी के अनुसार वह नई कंपनी में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी रखेगी। इस नई कंपनी को याहू कहा जाएगा।याहू पिछली सदी के अंत में इंटरनेट का जाना-माना चेहरा था। बाद में गूगल और फेसबुक जैसी कंपनियों के आने के साथ याहू की बाजार हिस्सेदारी कम होती चली गयी। एओएल पोर्टल था जो इंटरनेट के शुरूआती दिनों में उपयोग करने वालों को आकर्षित करता था और उन्हें जोड़ता था। वेरिजॉन ने 2015 में एओएल का अधिग्रहण किया था। इस पर उसने 4 अरब डॉलर से अधिक खर्च किया था। उम्मीद थी कि एओएल के अधिग्रहण के साथ वह तेजी से मोबाइल बाजार में प्रवेश करेगी। योजना के अनुसार डिजिटल विज्ञापन बिक्री के लिये एओल के मजबूत विज्ञापन मंच का उपयोग करना था। इसके दो साल बाद उसने याहू का अधिग्रहण किया था।लेकिन जिस तेजी से गूगल और फेसबुक बढ़े, उससे वेरिजॉन की उम्मीदों को झटका लगा और यह साफ हो गया कि जिस उम्मीद से उसने अधिग्रहण किया था, वह पूरा नहीं हो पाएगा। सौदे के तहत वेरिजॉन को 4.25 अरब डॉलर नकद, 75 करोड़ डॉलर का तरजीही ब्याज और अल्पांश हिस्सेदारी मिलेगी। सौदा इस साल की दूसरी छमाही में पूरा होने की उम्मीद है।
- नयी दिल्ली । वाहन बनाने वाली कंपनी बजाज ऑटो ने सोमवार को कहा कि अप्रैल 2021 में उसकी कुल घरेलू बिक्री 1,34,471 इकाई रही। कंपनी कोविड-19 से संबंधित व्यवधानों के बीच अप्रैल 2020 में कोई भी दोपहिया या वाणिज्यिक वाहन नहीं बेच सकी थी। बजाज ऑटो ने शेयर बाजार को बताया कि उसकी कुल बिक्री अप्रैल में 3,88,016 इकाई रही, जो एक साल पहले की समान अवधि में 37,878 इकाई थी। कंपनी ने बताया कि इस दौरान वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 39,843 इकाई रही, जो पिछले साल अप्रैल में 5,869 इकाई थी। पिछले महीने निर्यात 2,53,545 इकाई रहा, जो अप्रैल 2020 में 37,878 इकाई था।
- नयी दिल्ली । देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) बैंक ने कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में हाथ आगे बढ़ाते हुए सोमवार को 71 करोड़ रूपए आवंटित करने की घोषणा की है। एसबीआई ने एक बयान में कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का सामना करने के लिए बैंक ने कई व्यवस्थाओं में मदद के तौर पर 71 करोड़ रूपए आवंटित किये हैं। उसने बताया कि कुल आवंटित राशि में से 30 करोड़ रूपए अस्थायी अस्पताल के लिए दिए जायेंगे तथा 21 करोड़ रूपए का आवंटन स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद, अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति, कोविड देखभाल केंद्र, एम्बुलेंस, पीपीई किट और मास्क के साथ जरूरतमंद लोगों को भोजन समेत राहत सामग्री मुहैया कराने में किया जायेगा। स्टेट बैंक ने कहा कि दस करोड़ रूपए की राशि सरकार के कोरोना से संबंधित दिशा-निर्देशों का समर्थन करने तथा दस करोड़ रूपए लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए गैर सरकारी संगठनों के बीच दिए जायेंगे। बैंक अपनी 22 हजार शाखाओं के बड़े नेटवर्क के जरिये लोगों की सहायता करेगा। इसके अतिरिक्त बैंक कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए अस्थायी अस्पताल बनाने के लिए विभिन्न नामित अधिकारियों के साथ बातचीत भी कर रहा है। बैंक ने अपने कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों के टीकाकरण के लिए विभिन्न अस्पतालों के साथ समझौता भी किया है। जिसका खर्च बैंक ही उठाएगा।
- नयी दिल्ली। वोल्वो कार इंडिया ने सोमवार को कहा कि उसने कच्चे माल की बढ़ती लागतों को देखते हुये उसकी आंशिक भरपाई के लिए तत्काल प्रभाव से अपनी कारों की कीमतों में दो लाख रुपए तक की वृद्धि की है। स्वीडन की लक्जरी कार निर्माता कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसने तीन मई से अपनी लक्जरी सेडान कार एस90 और प्रीमियम एसयूवी - एक्ससी40, एक्ससी60 और एक्ससी90 की एक्स-शोरूम कीमतें बढ़ा दी हैं। इन मॉडल की कीमतों में एक से दो लाख रुपए तक की वृद्धि की गयी है। कीमतों में वृद्धि के बाद एस90 डी4 इन्सक्रिप्शन की कीमत अब 60.9 लाख रुपए, एक्ससी40 टी4 आर डिजाइन की 41.25 लाख रुपए, एक्ससी60 डी5 इन्सक्रिप्शन की 60.9 लाख रुपए और एक्ससी90 डी5 इन्सक्रिप्शन की 88.9 लाख रुपए (सभी एक्स-शोरूम कीमतें) होगी। हालांकि, कंपनी ने कहा कि हाल में पेश की गयी उसकी कांपेक्ट लक्जरी सेडान कार एस60 की कीमत में बदलाव नहीं किया गया है और वह अब भी 45.9 लाख रुपए में मिलेगी।
- नई दिल्ली। वैश्विक बाजार में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में सुधार तथा रुपये के मूल्य में गिरावट से स्थानीय सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने का दाम 310 रुपये की तेजी के साथ 46 हजार 580 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया। एचडीएफसी सिक्युरिटीज ने यह जानकारी दी है। पिछले दिन के कारोबार में सोना 46 हजार 270 रुपये प्रति दस ग्राम के भाव पर बंद हुआ था। चांदी भी 580 रुपये की तेजी के साथ 67 हजार 429 रुपये प्रति किलो ग्राम हो गई। पिछले कारोबारी सत्र में यह 66 हजार 849 रुपये पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव लाभ के साथ 1,777 डालर प्रति औंस हो गया वहीं चांदी मामूली लाभ के साथ 26.06 डालर प्रति औंस पर बोली गई।वायदा कीमतों में भी तेजीमजबूत हाजिर मांग के कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे स्थानीय वायदा बाजार में सोमवार को सोने का भाव 424 रुपये की तेजी के साथ 47 हजार 161 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में जून महीने की डिलिवरी के लिये सोने की कीमत 424 रुपये यानी 0.91 प्रतिशत की तेजी के साथ 47 हजार 161 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इसमें 10 हजार 558 लॉट के लिये कारोबार हुआ। विश्लेषकों के अनुसार, कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली करने से सोने के भाव में तेजी आई। वैश्विक स्तर पर न्यूयार्क में सोने की कीमत 0.70 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,780 डॉलर प्रति औंस हो गया।चांदी भी चमकीमजबूत हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों को बढ़ाया जिससे वायदा कारोबार में सोमवार को चांदी की कीमत 762 रुपये की तेजी के साथ 69 हजार 128 रुपये प्रति किलो हो गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के जुलाई डिलीवरी वाले वायदा अनुबंध का भाव 762 रुपये यानी 1.11 प्रतिशत की तेजी के साथ 69 हजार 128 रुपये प्रति किलो हो गया। इस वायदा अनुबंध में 8 हजार 778 लॉट के लिये सौदे किये गये। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि घरेलू मांग में तेजी के बीच कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली करने से चांदी वायदा कीमतों में तेजी आई। वैश्विक स्तर पर, न्यूयार्क में चांदी का भाव 1.11 प्रतिशत की तेजी के साथ 26.16 डालर प्रति औंस हो गया।पहली तिमाही में सोने की मांग मे तेजीभारत में सोने की मांग जनवरी- मार्च 2021 तिमाही के दौरान इससे पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 37 प्रतिशत बढ़कर 140 टन पर पहुंच गई। इस दौरान कोविड-19 से जुड़ी सख्ती में राहत मिलने, सोने के दाम नरम पडऩे और दबी मांग निकलने से इस दौरान मांग में तेजी रही। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) ने यह कहा है। डब्ल्यूजीसी के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2020 की पहली तिमाही में कुल मिलाकर सोने की मांग 102 टन रही थी। मूल्य के लिहाज से सोने की मांग पहली तिमाही में 57 प्रतिशत बढ़कर 58 हजार 800 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। जो कि एक साल पहले इसी तिमाही में 37 हजार 580 करोड़ रुपये रही थी।
- नई दिल्ली। विद्युत कंपनी टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने रविवार को कहा कि विजय गोयल ने उसके अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त पद भार संभाल लिया है। कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘विजय गोयल ने 01 मई 2021 (शनिवार) को कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त प्रभार संभाल लिया है।' गोयल टीएचडीसीआईएल के निदेशक (पर्सनल) पद पर बने रहेंगे। वर्ष 1990 में एनएचपीसी से वरिष्ठ कार्मिक अधिकारी के रूप में उन्होंने अपनी सेवा शुरू की। उनको मानव संसाधन प्रबंधन में 35 वर्ष का अनुभव हैं। उल्लेखनीय है कि एनटीपीसी ने मार्च 2020 में 7,500 करोड़ रुपये में टीएचडीसीआईएल में सरकार की 74.49 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था।
- नयी दिल्ली। सरकार ने मार्च और अप्रैल 2021 माह के लिये जीएसटी के मासिक रिटर्न जीएसटीआर-3बी को जमा कराने में देरी पर विलंब शुल्क को माफ कर दिया है। देरी से रिटर्न दायर करने पर लगने वाले दंड ब्याज की दर में भी कमी की गई है। वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कोविड19 की दूसरी लहल के कारण करदाताओं को विभिन्न सांविधिक एवं नियामकीय शर्तों को पूरा करने में आ रही कठिनाई को देखते हुए उसने उनको राहत देने के कई कदम उठाए हैं। पांच करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार करने वाले करदाताओं को मासिक संक्षिप्त रिटर्न दायर करने के लिये 15 दिन का अतिरिक्त समय दिया गया है और वे इस दौरान बिना किसी विलंब शुल्क के कर भुगतान कर सकते हैं। करदाताओं को इन 15 दिनों के लिये नौ प्रतिशत की घटी दर पर ब्याज देना होगा जिसके बाद यह दर 18 प्रतिशत होगी। वहीं पिछले वित्त वर्ष के दौरान पांच करोड़ रुपये तक का कारोबार करने वालों को मार्च और अप्रैल के लिये 3बी रिटर्न दाखिल करने के लिये मूल तिथि के मुकाबले 30 दिन का अधिक समय दिया गया है और देरी से रिटर्न दाखिल करने का विलंब शुल्क भी माफ किया गया है। पहले 15 दिन के लिये ब्याज दर ‘शून्य' होगी, उसके बाद यह नौ प्रतिशत की दर से ली जायेगी और 30 दिन के बाद 18 प्रतिशत की दर से ब्याज देय होगा। केन्द्रीय अप्रतयक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने एक मई को यह अधिसूचना जारी की है जिसमें कहा गया है कि ये रियायतें 18 अप्रैल से प्रभाव में आयेंगी। इसके साथ ही अप्रैल की बिक्री रिटर्न जीएसटीआर-1 को दाखिल करने की समयसीमा 26 मई तक बढ़ा दी गई है जिसे 11 मई को दाखिल किया जाना था। कंपोजीशन डीलरों के लिये जो कि जीएसटीआर- 4 दाखिल करते हैं, वित्त वर्ष 2020- 21 के लिये बिक्री रिटर्न दाखिल करने की समयसीमा एक माह बढ़ाकर 31 मई कर दी गई है। एएमआरजी एण्ड एसोसियेट्स के वरिष्ठ भागीदार रजत मोहन ने कहा कोविड महामारी से उत्पन्न मौजूदा स्थिति को देखते हुये सरकार ने मार्च और अप्रैल 2021 दो माह के लिये अनुपालन संबंधी राहतों की पेशकश की है। इस समय देश के प्रत्येक कारोबारी को अनुपालन में किसी न किसी तरह के विसतार की आवश्यकता है। ‘‘बड़े करदाताओं को विलंब शुल्क से पूरी छूट का लाभ मिलेगा जबकि जीएसटीआर3बी दाखिल करने में 15 दिन की देरी पर ब्याज दर में आंशिक राहत दी गई है। वहीं छोटे करदाताओं को इसी तरह का लाभ 30 दिन की देरी होने पर भी मिलेगा।'' कारोबारी किसी एक महीने की बिक्री का ब्यौरा जीएसटीआर-1 में उसके अगले महीने की 11 तारीख तक भर देते हैं जबकि जीएसटीआर- 3बी को अगले महीने की 20 से 24 तारीख के बीच भरा जाता है।
- नई दिल्ली। कोरोना महामारी से बचाव का टीका बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि कोविड- 19 के टीके 'कोविशील्ड' का उत्पादन पूरे जोरों पर चल रहा है। बहरहाल, वह जब देश में लौटेंगे तो पूरे परिचालन की समीक्षा करेंगे। पूनावाला वर्तमान में ब्रिटेन में हैं जहां वह अपने परिवार के सदस्यों से मिलने गये हैं।पूनावाला ने एक ट्वीट में कहा, ब्रिटेन में अपने सभी भागीदारों और संबंधित पक्षों के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई। बहरहाल, यह बताते हुये मुझे प्रसन्नता है कि पुणे में कोविशील्ड का उत्पादन पूरे जोरों से चल रहा है। कुछ ही दिन में भारत लौटने पर मैं उत्पादन कार्य की समीक्षा करूंगा।'' भारत में कोविड- 19 टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत की जा चुकी है। तीसरे चरण में 18 से 44 आयुवर्ग के युवाओं को यह टीका लगाया जाना था लेकिन टीके की कमी के कारण कुछ राज्यों में इसकी समय पर शुरुआत नहीं हो सकी।उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ, महाराष्ट्र और जम्मू कश्मीर सहित कुछ अन्य राज्यों और संघ शासति प्रदेशों ने टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत की है, लेकिन कर्नाटक और आडीशा में इसकी सांकेतिक शुरुआती ही हो पाई।पूनावाला ने इससे पहले शनिवार को उन पर कोविड- 19 के टीके को लेकर बनाये जा रहे दबाव के बारे में कहा। देश में तेजी से बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये उन पर यह दबाव रहा। भारत इस समय कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है। पूनावाला को सरकार की ओर से इस सप्ताह की शुरुआत में वाई श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई गई। उसके बाद 'दि टाइम्स' को एक साक्षात्कार में उन्होंने भारत में कुछ ताकतवर लोगों की तरफ से धमकाने वाले कॉल किये जाने की बात कही। यह कॉल कोविशील्ड की दवा की आपूर्ति को लेकर किये गये। कोविशील्ड आक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका का कोविड- 19 से बचाव का टीका है जिसका एसआईआई भारत में उत्पादन कर रहा है। उन्होंने कहा कि लंदन आने का उनका फैसला मुख्यतौर पर अपनी पत्नी और बच्चे से मिलने के लिये था। इसके अलावा इस दौरे का मकसद व्यवसायिक गतिविधियों को बढऩे को लेकर भी है। एसआईआई ने पिछले सपताह ही राज्यों के लिये अपने टीके की कीमत 400 रुपये से घटाकर 300 रुपये कर दी। इससे पहले कंपनी ने केन्द्र सरकार को कोविशील्ड 150 रुपये में उपलब्ध कराई थी। देश में टीकाकरण अभियान में एसआईआई की कोवीशील्ड के अलावा भारत बायोटेक की कोवैक्सिन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
- मुंबई। टी रविशंकर को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का डिप्टी गवर्नर बनाया गया है। वह केंद्रीय बैंक की अनुषंगी कंपनी इंडियन फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी एंड एलाइड सर्विसेज के चेयरमैन थे।रविशंकर आरबीआई के चार डिप्टी गवर्न स्तर के अधिकारियों में एक होंगे। बीपी कानूनगो के दो अपैल को सेवानिवृत्त होने के बाद से डिप्टी गवर्नर का चौथा पद खाली था। कानूनगो एक साल सेवा विस्तार के बार सेवानिवृत्त हुए। केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने शनिवार को रविशंकर की नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी दी। वह कानूनगो के विभाग की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं जो फिनटेक, सूचना प्रौद्योगिकी, भुगतान प्रणाली और लोखिम निगरानी के प्रभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उनकी नियुक्ति तीन वर्ष या उनकी सेवानिवृत्ति की तिथि में जो भी पहले होगा, तब तक के लिए की गयी है।आरबीआई के अन्य तीन डिप्टी गवर्नर में माइकल डी पात्रा, मुकेश जैन और राजेश्चर राव शामिल हैं। रविशंकर सितंबर 1990 में आरबीआई में अनुसंधान अधिकारी के रूप में नियुक्त किए गए थे। उन्होंने बीएचयू से विज्ञान एवं सांख्यिकी में स्नात्कोत्तर स्तर की पढ़ाई की। वह इंस्टिट्यूट आफ इकोनामिक ग्रोथ से विकास योजना का डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी किए हुए हैं। वह पिछले साल इंडियन फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी एंड एलाइड सर्विसेज के चेयरमैन बनाए गए थे। इससे पहले वह अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष और बांग्लादेश के केंद्रीय बैंक के साथ भी भारत सरकार की ओर से काम कर चुके हैं।---
- नई दिल्ली। वाहन निर्माता किआ इंडिया ने शनिवार को बताया कि इस साल मार्च में 19 हजार 100 इकाई वाहनों के बिक्री की तुलना उसने अप्रैल के दौरान डीलरों को 16 हजार 111 इकाई वाहनों की बिक्री की है । अप्रैल की बिक्री में मार्च की तुलना में 16 प्रतिशत की गिरावट रही। कोविड-19 के कारण देशव्यापी तालाबंदी की वजह से कंपनी ने पिछले साल अप्रैल में वाहन की कोई भी इकाई की बिक्री नहीं की थी।किआ ने बताया कि वह पिछले महीने, भारत में शीर्ष पांच सबसे अधिक बिकने वाले कार ब्रांडों में से एक रहा। यह ऑटो निर्माता कंपनी संचयी रूप से 2.5 लाख बिक्री हासिल करने वाली सबसे तेज ब्रांड के रूप में उभरी है। किआ ने कहा कि इस ब्रांड ने केवल 22 महीनों में ही यह उपलब्धि हासिल कर ली, वह भी तब, जब उसके केवल तीन उत्पाद ही बाजार में थे। पिछले महीने, कंपनी ने अपनी एसयूवी सेल्टोस की 8,086 इकाइयों, कॉम्पैक्ट एसयूवी सोनेट की 7,724 इकाइयों और प्रीमियम बहुउद्देशीय वाहन, कार्निवल की 301 इकाइयों की बिक्री की।---
- नई दिल्ली। देश की प्रमुख दोपहिया विनिर्माता हीरो मोटोकॉर्प ने शनिवार को कहा कि उसने अप्रैल 2021 में 3 लाख 72 हजार 285 इकाइयों की बिक्री की, जो इस साल मार्च के मुकाबले 35 प्रतिशत कम है। कंपनी ने मार्च 2021 में 5 लाख 76 हजार 957 इकाइयों की बिक्री की थी। कंपनी ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के प्रकोप के चलते अप्रैल में बिक्री प्रभावित हुई।समीक्षाधीन महीने के बिक्री आंकड़ों की तुलना पिछले साल के समान महीने से नहीं की जा सकती है, क्योंकि उस दौरान देशव्यापी लॉकडाउन के चलते न तो कोई भी वाहन तैयार हुआ और न ही डीलरों को भेजा गया। दोपहिया वाहन विनिर्माता ने कहा कि अपने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उसने पूरे भारत में अपने विनिर्माण संयंत्रों में कामबंदी को आगे बढ़ाने का फैसला किया है। इन संयंत्रों में परिचालन 10 मई को फिर से शुरू होगा। इस बीच एमजी मोटर इंडिया ने बताया कि अप्रैल में उसकी बिक्री 2,565 इकाई रही। पिछले साल इसी महीने में कंपनी की बिक्री शून्य थी। आइशर मोटर समूह की कंपनी वीई कॉमर्शियल व्हीकल्स लिमिटेड ने बताया कि उसकी बिक्री अप्रैल में 2,145 इकाई थी। कंपनी ने पिछले साल के समान महीने में सिर्फ 85 इकाइयों की बिक्री की थी।