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नई दिल्ली। .सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनटीपीसी ने कोयला बिजली घरों से निकलने वाली राख (फ्लाई ऐश) के बेहतर इस्तेमाल को लेकर नये विचारों को आमंत्रित करते हुये एक प्रतियोगिता की घोषणा की है।
कंपनी की विज्ञप्ति के अनुसार इस प्रतियोगिता का मकसद उसके बिजली कारखानों से निकलने वाली शत प्रतिशत राख के इस्तेमाल के बारे में नये विचारों को सामने लाना है। यह प्रतियोगिता 20 अप्रैल से शुरू हो गई है और 19 मई 2021 को बंद हो जायेगी।इस प्रतियोगिता अभियान के जरिये एनटीपीसी अपने कर्मचारियों के साथ साथ आम जनता को भी राख के उडऩे से पर्यावरण को होने वाले नुकसान से बचाने के लिये नये विचारों के योगदान के लिये प्रेरित करना है। एनटीपीसी ने इस प्रतियोगिता के लिये कुल 12 लाख रुपये का पुरस्कार रखा है जिसमें पहले विजेता को पांच लाख रुपये दिये जायेंगे।एनटीपीसी की चिंता उसके कोयला बिजली घरों से निकलने वाली राख के टिकाऊ इस्तेमाल को लेकर है। वह चाहती है कि इसके इस्तेमाल का कोई टिकाऊ निदान देने वाला विचार उसके सामने आये। एनटीपीसी के संयंत्रों से निकलने वाली राख का इस्तेमाल वैसे सीमेंट, कंक्रीट, कंक्रीट के उत्पाद, सेल्यूलर कंक्रीट उत्पादों, ईंट, ईंट के ब्लाक, टाइल बनाने में किया जा रहा है। एनटीपीसी ने अपने कोयला आधारित बिजलीघरों में सूखी राख की उपलब्धता के लिये भंडारण प्रणाली स्थापित की है। फ्लाईऐश को एक स्थान से दूसरे स्थान पर सुरक्षित तरीके से ले जाने के लिये एनटीपीसी रेलवे नेटवर्क का इसतेमाल करती है। एनटीपीसी के देशभर में 70 बिजली घर है, इनमें 26 नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनायें है। इनकी कुल 65,825 मेगावाट बिजली उत्पादन की स्थापित क्षमता है। कंपनी के 18 गीगावाट उत्पादन क्षमता की परियोजनायें निर्माणाधीन हैं जिसमें से पांच गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनायें हैं। - नई दिल्ली। अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने ब्रिटेन के प्रतिष्ठित कंट्री क्लब और लक्जरी गोल्फ रिसार्ट, स्टोक पार्क को 5.70 करोड़ पाउंड (करीब 592 करोड़ रुपये) में खरीद लिया है।रिलायंस का यह अधिग्रहण उसके आबरॉय होटल और मुंबई में उसके द्वारा विकसित की जा रही, होटल व्यवस्थित आवासीय सुविधाओं में किये गये मौजूदा अधिग्रहण के साथ हो रहा है।रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पिछले चार सालों के दौरान 3.3 अरब डालर के अधिग्रहण की घोषणा की है। इसमें से 14 प्रतिशत खुदरा क्षेत्र में किया गया, 80 प्रतिशत प्रौद्योगिकी, मीडिया और दूरसंचार क्षेत्र में वहीं शेष छह प्रतिशत निवेश ऊर्जा क्षेत्र में किया गया है।रिलायंस ने गुरुवार देर शाम भेजी गई नियामकीय सूचना में कहा है कि ब्रिटेन स्थित स्टोक पार्क उसके उपभोक्ता और आतिथ्य संपत्ति क्षेत्र का हिस्सा बनेगी। कंपनी ब्रिटेन के बकिंघमशायर में एक होटल और गोल्फ कोर्स की मालिक है। नियामकीय सूचना में कहा गया है, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट्स एण्ड होल्डिंग्स लिमिटेड (आरआईआईएचएल) ने 22 अप्रैल 2021 को ब्रिटेन में स्थापित कंपनी स्टोक पार्क लिमिटेड की समूची चुकता शेयर पूंजी का अधिग्रहण कर लिया है। यह अधिग्रहण 5.70 करोड़ पाउंड में किया गया।
- -हमारे लिए देश प्रथम, कोविड संक्रमण से निपटने में सहयोग देने के लिए जेएसपीएल प्रतिबद्ध: नवीन जिन्दल-छत्तीसगढ़, ओडि़शा, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, राजस्थान, दिल्ली जैसे राज्यों को भेजे जा रहे हैं ऑक्सीजन सेलेंडररायपुर। चाहे जनहित, जनसेवा के मुद्दे हों या फिर राष्ट्रीय आपदा, जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के चेयरमैन और कुरुक्षेत्र के पूर्व सांसद श्री नवीन जिन्दल हमेशा सबसे पहले मदद करने के लिए ना केवल आगे आए हैं, बल्कि उद्योग जगत को भी इस दिशा में नई राह दिखाई और एक मिसाल कायम की। आज जब देश कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहा है, तो ऐसे में नवीन जिंदल ने मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति करने की दिशा में पहल की और एक बार फिर अन्य कंपनियों को इसके लिए प्रेरित किया। लिहाजा आज कई नामी कंपनियां इस दिशा में मदद के लिए आगे आ रही हैं।बात आम लोगों को अपने घरों में स्वतंत्र रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराने का सम्मान पाने का हक दिलाने की हो या फिर कोरोना महामारी जैसी राष्ट्रीय आपदा में मदद करने की हो, नवीन जिंदल ने हमेशा एक सितारा बनकर लोगों का मार्गदर्शन किया और खुद इस दिशा में पहल करके साबित किया कि उनकी कंपनी जेएसपीएल केवल उत्कृष्ट स्टील बनाना नहीं जानती, बल्कि फौलादी जज्बा भी रखती है। देश में जब कोरोना जैसी महामारी ने पिछले साल दस्तक दी तो किसी ने नहीं सोचा था कि यह एक दिन भयावह मंजर के रूप में सामने आएगी। जब देशवासियों ने पहली बार कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन देखा और उसके कुछ दुष्परिणाम से भी वाकिफ हुए। और जब लोगों के पास काम नहीं था, रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई, जो नवीन जिंदल ने मसीहा बनकर उनकी मदद की। राष्ट्रीय आपदा की इस घड़ी में उन्होंने पीएम केयर्स फंड में 25 करोड़ रुपए और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री राहत कोष में 2 करोड़ रुपए की ना केवल मदद की, बल्कि जिन स्थानों में उनके संयत्र लगे हैं, वहां लोगों को भोजन आपूर्ति करने से लेकर राशन सामग्री का भी वितरण किया, ताकि कोई भूखा ना सोये । छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में उन्होंने महीनों तक यह अभियान जारी रखा। इतना ही नहीं रायगढ़ स्थित अपने फोर्टिस ओपी जिंदल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में उन्होंने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। यहीं नहीं उन्होंने राज्य सरकार द्वारा बनाए गए नए कोविड सेंटरों में संसाधन जुटाने में भी आगे बढ़कर मदद की।कोरोना वायरस की लहर से देश संभल भी नहीं पाया था कि संक्रमण का दूसरा और भी भयावह रूप अब जब सामने आया है और संक्रमितों के इलाज के लिए मेडिकल ऑक्सीजन की कमी पडऩे लगी है। ऐेसे में नवीन जिंदल ने अपने स्टील उत्पादक संयंत्रों में मेडिकल ऑक्सीजन का निर्माण शुरू किया और अब उसकी आपूर्ति न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, ओडि़शा, तेलंगाना जैसे कई राज्यों को भी करने की जिम्मेदारी ली और उसे पूरा करना भी शुरू कर दिया है। श्री जिंदल ने भरोसा दिलाया है कि जेएसपीएल अन्य प्रदेशों और प्रतिष्ठित संस्थानों की ओर से आ रही मांग की आपूर्ति करने के लिए कृतसंकल्पित है।
हमारे लिए देश प्रथम, कोविड संक्रमण से निपटने में सहयोग देने के लिए जेएसपीएल प्रतिबद्ध: नवीन जिन्दलजेएसपीएल के चेयरमैन श्री नवीन जिन्दल ने देशवासियों को भरोसा दिलाया है कि संकट की इस घड़ी में वे उनके साथ हैं, पास हैं। उन्होंने कहा है कि देश हमारे लिए प्रथम है और कोविड 19 की दूसरी लहर को मात देने में जेएसपीएल केंद्र और राज्य सरकारों का हरसंभव सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है।जेएसपीएल के अनुसार इस समय अंगुल प्लांट में 500 टन लिक्विड ऑक्सीजन का स्टॉक है, जिसका इस्तेमाल मरीजों की जान बचाने में किया जा सकता है। इसके अलावा जेएसपीएल प्रतिदिन 100 टन ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में सक्षम है और राज्य सरकारों को सहयोग देने के लिए तैयार है। हाल ही में जेएसपीएल के रायगढ़ प्लांट से 16-16 टन के दो ऑक्सीजन टैंकर जबलपुर भेजे गए हैं। इसी तरह गुना जिले के राघवगढ़ में 16 टन का ऑक्सीजन टैंकर भेजा गयाहै । रायगढ़ प्लांट से भोपाल 1 टैंकर और दिल्ली 2 टैंकर रवाना किये गए हैं। रायगढ़ से ही रायपुर के लिए 16-16 टन के दो टैंकर भेजे गए। अंगुल प्लांट से 20 टन ऑक्सीजन तेलंगाना भेजी गई है।गौरतलब है कि पिछले साल मार्च महीने में जब कोरोना संक्रमण की पहली लहर आई थी तब उसकी रोकथाम और मरीजों की जान बचाने के लिए अकेले ओडिशा में जेएसपीएल ने 750 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति अपने अंगुल प्लांट से की थी। इसी तरह रायगढ़ से 50 टन ऑक्सीजन और 300 से अधिक सिलेंडरों की आपूर्ति जरूरतमंदों को की गई थी। अब एक बार फिर जेएसपीएल ने लोगों की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई का जिम्मा उठाया है। जेएसपीएल के फौलादी जज्बे को एक बार फिर सलाम...... - - जेएसपीएल के अंगुल प्लांट में 500 टन लिक्विड ऑक्सीजन का स्टॉक, 100 टन प्रतिदिन आपूर्ति की क्षमता। तेलंगाना, मध्यप्रदेश और दिल्ली भेजे जा रहे टैंकर-रायगढ़ से भी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और दिल्ली भेजे जा रहे ऑक्सीजन के टैंकर- दिल्ली और राजस्थान की भी जेएसपीएल करेगा मदद-ओडिशा और छत्तीसगढ़ की अनेक संस्थाओं को कोविड19 की पहली लहर के समय से ही भेजी जा रही ऑक्सीजन की खेपरायपुर। जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के चेयरमैन और कुरुक्षेत्र के पूर्व सांसद श्री नवीन जिन्दल ने कहा कि देश हमारे लिए प्रथम है और कोविड 19 की दूसरी लहर को मात देने में जेएसपीएल केंद्र और राज्य सरकारों का हरसंभव सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत और दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल से बातचीत के बाद उन्होंने कहा कि प्रत्येक जीवन अनमोल है और लोगों का जीवन बचाने के लिए वह हरसंभव सहयोग करेंगे।श्री जिन्दल ने देशवासियों को भरोसा दिलाया है कि संकट की इस घड़ी में वे उनके साथ हैं, पास हैं। इस समय जेएसपीएल अंगुल प्लांट में 500 टन लिक्विड ऑक्सीजन का स्टॉक है, जिसका इस्तेमाल मरीजों की जान बचाने में किया जा सकता है। इसके अलावा जेएसपीएल प्रतिदिन 100 टन ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में सक्षम है और राज्य सरकारों को सहयोग देने के लिए तैयार है।इसी सप्ताह मध्यप्रदेश से सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता श्री विवेक तनखा के अनुरोध पर जेएसपीएल के रायगढ़ प्लांट से 16-16 टन के दो ऑक्सीजन टैंकर जबलपुर भेजे गए। इसी तरह गुना जिले के राघवगढ़ में 16 टन का ऑक्सीजन टैंकर भेजा गया, जिसके लिए वहां के विधायक श्री जयवर्धन सिंह ने श्री नवीन जिन्दल का धन्यवाद किया। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने भी इस सेवा के लिए आभार व्यक्त किया। इसके बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से बातचीत में श्री नवीन जिन्दल ने विश्वास दिलाया कि रायगढ़ प्लांट से उन्हें हरसंभव मदद दी जाएगी, जिसके प्रत्युत्तर में श्री चौहान ने कहा, "आपके सहयोग से हमें कोविड19 के खिलाफ युद्ध में एक नई ताकत मिलेगी।" इसके बाद रायगढ़ प्लांट से भोपाल 1 टैंकर और दिल्ली 2 टैंकर रवाना किये गए। रायगढ़ से ही रायपुर के लिए 16-16 टन के दो टैंकर भेजे गए हैं।महामारी के खिलाफ जंग में अग्रिम मोर्चे से कमान संभालते हुए जेएसपीएल ने 22 अप्रैल को अपने अंगुल प्लांट से 20 टन ऑक्सीजन तेलंगाना भेजी। आज राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के बतरा अस्पताल, मेदांता अस्पताल और आर्टेमिस अस्पताल के लिए तीन टैंकर ऑक्सीजन रवाना करने की तैयारी है। अन्य प्रदेशों और प्रतिष्ठित संस्थानों की ओर से भी मांग आ रही है, जिसे पूरा करने के लिए जेएसपीएल कृतसंकल्प है। अंगुल प्लांट से भी मध्यप्रदेश के लिए बड़ी खेप भेजने की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा तेलंगाना से आठ और टैंकर आने की सूचना है।गौरतलब है कि पिछले साल मार्च महीने में जब कोरोना संक्रमण की पहली लहर आई थी तब उसकी रोकथाम और मरीजों की जान बचाने के लिए अकेले ओडिशा में जेएसपीएल ने 750 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति अंगुल प्लांट से की थी। इसी तरह रायगढ़ से 50 टन ऑक्सीजन और 300 से अधिक सिलेंडरों की आपूर्ति जरूरतमंदों को की गई थी।
- नयी दिल्ली। टोरेन्ट पावर लिमिटेड ने कहा है कि वह गुजरात में 1,250 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 300 मेगावॉट क्षमता का सौर बिजली संयंत्र लगाएगी। कंपनी ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि उसने उत्पादित बिजली 25 साल की अवधि के लिये 2.22 रुपये प्रति यूनिट की दर से बेचने को लेकर समझौता किया है।बयान के अनुसार, ''टोरेन्ट पावर लि. ने गुजरात में 300 मेगावॉट क्षमता के सौर बिजली संयंत्र के लिये वितरण कंपनी के साथ दीर्घकालीन बिजली खरीद समझौता किया है।'' परियोजना को बिजली खरीद समझौते के क्रियान्वयन की तारीख से 18 महीने के भीतर चालू किया जाएगा। परियोजना की अनुमानित लागत करीब 1,250 करोड़ रुपये है।
- बेंगलुरु । कोविड-19 की पहली लहर और मार्च 2020 से सरकार द्वारा देश भर में लगाए गए कठोर लॉकडाउन के कारण कई व्यवसायों और कंपनियों को भारी नुकसान हुआ और अंतत: घाटे में आने के बाद वो बंद हो गये। किंतु उन्हीं परिस्थितियों में बेंगलुरु की 25 वर्षीय उद्यमी विभा हरीश ने 2020 में अपना कारोबार शुरू कर महज एक साल में उसे जमकर चमकाया। उसी का नतीजा है कि आज उनका नाम फोर्ब्स एशियाज 30 ‘अंडर 30' सूची में शामिल हो गया है।हरीश की कंपनी ‘कॉस्मिक्स' हर्बल पोषण और पौधों से सप्लीमेंट बनाती है और फिलहाल सबसे तेजी से आगे बढ़ रही कंपनियों में से एक है। स्थापना के महज एक साल के भीतर अपने उत्पादों की गुणवत्ता, उत्पादन और मार्केटिंग के तरीकों से हरीश की कंपनी का वार्षिक टर्नओवर दो करोड़ रुपये का हो गया है। अपनी किशोरावस्था में स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझने वाली हरीश को महिलाओं के लिए उचित पोषण और पोषक तत्वों की कमी समझ आयी और इसी के आधार पर उन्होंने अपना व्यवसाय शुरू किया। हरीश ने बताया, ‘‘मेरी मां ने एलोपैथिक दवाओं की जगह पर हर्बल (आयुर्वेदिक) दवाएं लेने की सलाह दी। मैंने जड़ी-बूटियों का उपयोग शुरू कर दिया। पश्चिम में हर्बल उत्पादों के उपयोग और हमारे देश में आयुर्वेद के महत्व से प्रेरित होकर मैंने खुद ही प्रयोग करना शुरू कर दिया।'' हरीश ने व्यवसाय का गुर अपने माता-पिता से सीखा। साथ ही सप्लाई चेन मैनेजमेंट विषय से इंजीनियरिंग की डिग्री ने भी उसकी खूब मदद की। हरीश ने कहा, ‘‘जड़ी-बूटियों के बारे में मैं अपनी दिलचस्पी से सीख रही थी, लेकिन फिर मुझे लगा कि इन चीजों को सही तरीके से नहीं बेचा जा रहा है क्योंकि सही वैज्ञानिक सूचनाएं साझा नहीं की जा रही हैं।'' कॉस्मिक्स के पास फिलहाल आठ उत्पाद हैं जो आंत, लीवर, नींद, केश और त्वचा के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं।
- नयी दिल्ली। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 वैक्सीन की कीमत राज्य सरकारों के लिए 400 रुपये प्रति खुराक तथा निजी अस्पतालों के लिए 600 रुपये प्रति खुराक होगी।एसआईआई ने ट्विटर पर जारी एक बयान में कहा कि यह अगले दो महीनों में वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाया जाएगा। बयान के मुताबिक, ''हमारी क्षमता का 50 प्रतिशत भारत सरकार के टीकाकरण कार्यक्रम के लिए, और बाकी 50 प्रतिशत क्षमता राज्य सरकारों और निजी अस्पतालों के लिए होगी।ÓÓ
- मुंबई। अंतरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को रुपया छह पैसे के नुकसान से 74.94 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर आ गया। कोविड-19 संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी तथा विभिन्न राज्यों द्वारा आवाजाही पर अंकुश से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई, जिससे रुपया नीचे आया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 75.25 प्रति डॉलर पर खुला। यह कारोबार के दौरान 74.82 से 75.26 प्रति डॉलर के बीच रहा। अंत में रुपया छह पैसे के नुकसान से 74.94 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। मंगलवार को रुपया 74.88 प्रति डॉलर रहा था। बुधवार को रामनवमी के मौके पर बाजार बंद रहे थे।इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.07 प्रतिशत के नुकसान से 91.09 पर आ गया। स्थास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में एक दिन में संक्रमण के 3.14 लाख नए मामले आए हैं। यह किसी भी देश में एक दिन का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। इस तरह देश में अब संक्रमण का आंकड़ा 1,59,30,965 पर पहुंच गया है। इस बीच, ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.54 प्रतिशत के नुकसान से 64.97 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।-file photo
- नयी दिल्ली । रिन्यू पावर ने गुजरात में अपनी 105 मेगावॉट की सौर परियोजना को चालू कर दिया है। कंपनी ने बुधवार को यह जानकारी दी। कंपनी ने बयान में कहा कि इस परियोजना का गुजरात ऊर्जा विकास निगम लि. (जीयूवीएनएल) के साथ 25 साल का बिजली खरीद करार है। इसके तहत वह राज्य को 2.68/केवीएच के शुल्क पर स्वच्छ बिजली उपलब्ध कराएगी। यह परियोजना गुजरात के पाटन जिले में स्थित है। इससे राज्य में रिन्यू की कुल परिचालन वाली सौर क्षमता 145 मेगावॉट पर पहुंच जाएगी। साथ ही इससे देशभर में उसकी सौर क्षमता 4.7 गीगावाट की हो जाएगी। मार्च से रिन्यू पावर ने गुजरात और राजस्थान में 500 मेगावॉट की पवन और सौर ऊर्जा परियोजनाओं को चालू करने की घोषणा की है। रिन्यू पावर के संस्थापक, चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुमंत सिन्हा ने कहा, ‘‘गुजरात की 105 मेगावॉट की परियोजना का चालू होना हमारे के लिए काफी महत्वपूर्ण है। यह परियोजना कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ने के बीच चालू की गई है जिससे हमारी टीम की प्रतिबद्धता का पता चलता है। हम देश के 2030 तक 450 गीगावॉट के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्य में योगदान देना चाहते हैं।
- नयी दिल्ली। देश में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच बैंक यूनियनों ने भारतीय बैंक संघ (आईबीए) से स्थिति में सुधार आने तक बैंक कर्मचारियों को संक्रमण से बचाने के लिये सेवाओं को सीमित करने और लोगों के शाखाओं में आकर लेन-देन के कार्यों को कम कर करीब तीन घंटे किये जाने का आग्रह किया है। नौ श्रमिक संगठनों का शीर्ष मंच यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (यूएफबीयू) ने आईबीए के चेयरमैन राज किरण राय जी को भेजे पत्र में कहा है कि शाखाओं में ग्राहकों का आना लगातार जारी है। ग्राहक सभी प्रकार की सेवाओं के लिये आ रहे हैं। इससे संक्रमण फैलने का खतरा है। यूएफबीयू ने कहा, ‘‘हम बैंक कर्मचारियों के लगातार संक्रमित होने, अस्पतालों में उनके भर्ती होने और मृत्यु की सूचना से व्यथित हैं।'' यूनियन ने कहा इस विकट स्थिति को देखते हुए बैंक कर्मचारियों की तरफ से अपील है कि इस पर तुरंत गौर किया जाए और निर्णय किया जाए। बैंक यूनियनों ने स्थिति ठीक होने तक बैंक सेवाएं केवल जरूरी कार्यों तक सीमित करने और कामकाज के घंटे कम कर 3-4 घंटे किये जाने की मांग की है। यूएफबीयू ने संकुल बैंकिंग (क्लस्टर या हब) की व्यवस्था किये जाने की भी मांग की है। इसके तहत प्रत्येक इलाके में हर बैंक की कुछ शाखाओं को चिन्हित किया जाए ताकि बैंक कर्मचारी बारी-बारी से काम कर सके और संक्रमण से बच सके। पिछले सप्ताह भी यूएफबीयू ने इसी प्रकार के अनुरोध को लेकर वित्तीय सेवा विभाग के सचिव देबाशीष पांडा को पत्र लिखा था।
- नयी दिल्ली । देश के प्रमुख उद्योगपति रतन टाटा ने प्रौद्योगिकी आधारित मेलरूम प्रबंधन एवं लॉजिस्टिक्स कंपनी मेलिट में निवेश किया है। हालांकि, टाटा ने कंपनी में कितना निवेश किया है इसका खुलासा नहीं किया गया है। मेलिट ने कहा है कि उसकी देशभर में अगले पांच साल में 500 मेलरूम शुरू करने के अलावा भंडारगृह और वितरण केंद्र स्थापित करने की योजना है। मेलिट देश की प्रमुख कंपनियों के अलावा टाटा समूह की कई बड़ी कंपनियों को कुरियर, कार्गो, 3पीएल, मेलरूम प्रबंधन डिजिटल समाधान और डाक सेवाएं उपलब्ध कराती है।
- नई दिल्ली। दवा और चिकित्सा उपकरण बनाने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने मंगलवार को कहा कि उसने भारत के औषधि नियामक से अपने एक खुराक वाले टीके के चिकित्सीय परीक्षण के लिये अनुमति मांगी है। इसका मकसद स्थानीय नियमन का अनुपालन करना है। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (यूएसएफडीए) ने फरवरी में जॉनसन एंड जॉनसन के कोविड-19 रोधी टीके को मंजूरी दे दी थी। इस टीके की एक ही खुराक की जरूरत पड़ती है।कंपनी ने एक बयान में कहा, ''जॉनसन एंड जॉनसन स्वास्थ्य प्राधिकरणों और दुनिया के बेहतरीन वैज्ञानिकों के साथ मिलकर दुनिया भर में अपने कोविड-रोधी टीके जॉनसन के आपात उपयोग को लेकर जरूरी आंकड़े उपलब्ध करा रही है।''उल्लेखनीय है कि सरकार ने पिछले सप्ताह दूसरे देशों में उत्पादित उन सभी टीकों के आपात उपयोग के लिये तेजी से मंजूरी देने का निर्णय किया, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन या अमेरिका, यूरोप, ब्रिटेन या जापान में नियामकों से मंजूरी मिली है। सरकार के इस निर्णय के बाद जॉनसन एंड जॉनसन ने परीक्षण की मंजूरी मांगी है। बयान के अनुसार, ''हमने भारतीय औषधि महानियंत्रक से अपने एकल खुराक वाले कोविड रोधी टीका जॉनसन के क्लिनिकल परीक्षण को पूरा करने के लिये मंजूरी को लेकर आवेदन दिया है ताकि स्थानीय नियमन को पूरा किया जा सके।'' कंपनी के टीके को रेफ्रिजरेटर तापमान पर रखा जा सकता है।
- नयी दिल्ली । दोपहिया वाहन बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी हीरो मोटो कॉर्प ने मंगलवार को कहा कि वह देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए ग्लोबल पाट्र्स सेंटर (जीपीसी) समेत अपने सभी कारखानों में परिचालन अस्थायी रूप से रोक रही है। कंपनी की सालाना रिपोर्ट के अनुसार देश भर में उसके छह कारखाने हैं। ये कारखाने हरियाणा के धारूहेड़ा, गुरुग्राम, आंध्र प्रदेश के चित्तूर, उत्तराखंड के हरिद्वार, राजस्थान के नीमराणा और गुजरात के हलोल में हैं। इन कारखानों की उत्पादन क्षमता 90 लाख इकाई है। जीपीसी नीमराणा में स्थित है। हीरो मोटो कॉर्प ने एक बयान में कहा, ‘‘सभी कारखाने और जीपीसी स्थानीय स्तर पर स्थिति के अनुसार 22 अप्रैल से एक मई के बीच अलग-अलग रूप से चार दिन के लिये बंद रहेंगे।'' कंपनी कारखाना बंद होने के दौरान समय का उपयोग विनिर्माण संयंत्रों के रखरखाव कार्यों में करेगी।हीरो मोटो कॉर्प ने कहा, ‘‘कारखानों को बंद करने से मांग पूरा करने में समस्या नहीं होगी। कई राज्यों में स्थानीय स्तर पर ‘लॉकडाउन' से मांग पर असर पड़ा है। उत्पादन में नुकसान की भरपाई तिमाही की बची हुई अवधि में की जाएगी।'' बयान के अनुसार सभी कारखानों में कामकाज इस अल्प अवधि के बंद के बाद सामान्य रूप से शुरू होगा। कंपनी के सभी कॉरपोरेट कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी घर से काम कर रहे हैं। सीमित संख्या में कर्मचारी बारी-बारी से जरूरी सेवाओं के लिये दफ्तर आ रहे हैं।
- नयी दिल्ली । सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टेक महिंद्रा ने सोमवार को कहा कि उसने हाइब्रिड क्लाउड सेवा देने वाली डिजिटल ऑन अस का 12 करोड़ डॉलर (करीब 898 करोड़ रुपये) में अधिग्रहण किया है। टेक महिंद्रा ने एक बयान में कहा कि कंपनी ने क्लाउड-नेटिव डेवलपमेंट, हाइब्रिड क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर और एसआरई (साइट रिलायबिलिटी इंजीनियरिंग) ऑटोमेशन (स्वाचालन) के क्षेत्र में स्थिति सुदृढ़ करने के लिये डिजिटल ऑन अस में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि टेक महिंद्रा ने यह अधिग्रहण 12 करोड़ डॉलर में किया है। डिजिटल ऑन अस अमेरिकी कंपनी है और इसका मुख्यालय सैन जोस में है। 31 दिसंबर, 2020 को समाप्त वित्त वर्ष में कंपनी की आय 3.06 करोड़ डॉलर थी।
- मुंबई ।कोविड-19 के बढ़ते मामलों और देश के कुछ हिस्सों में लॉकडाऊन लगाये जाने की आशंकाओं के चलते निवेशकों की झल्लाहट बढ़ने से विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी डालर के मुकाबले रुपया 52 पैसे गिरकर 74.87 (अनंतिम) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अन्तर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में, डॉलर के मुकाबले रुपया 74.80 पर खुला और कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 74.79 और नीचे में 75.05 के बीच घटता बढ़ता रहा। लेकिन अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 52 पैसे की गिरावट दर्शाता 74.87 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। शुक्रवार को यह 74.35 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। इस बीच, विश्व की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला, डॉलर सूचकांक, 0.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 91.11 रह गया। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सोमवार को 882.61 अंक की गिरावट के साथ 47,949.42 अंक पर बंद हुआ। ब्रेंट क्रूड वायदा 0.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66.55 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।-file photo
- नयी दिल्ली । कोविड महामारी के बीच एसबीआई जनरल इंश्योरेंस ने ग्राहकों के लिए ‘हेल्पलाइन' शुरू की है। कंपनी ने सोमवार को कहा कि वह स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों और दावों की प्रक्रिया को लेकर ग्राहकों से संपर्क कर रही है। कंपनी ने ग्राहकों की मदद के लिए एक नंबर शुरू किया है, जो चौबीसों घंटे काम करेगा। एसबीआई जनरल इंश्योरेंस अपने ग्राहकों की इस ‘हेल्थ लाइन' के जरिये मेडिकल पॉलिसियों से लेकर पॉलिसी कवर से संबंधित सवालों का जवाब उपलब्ध करा रही है। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच कंपनी का यह कदम काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। स्वास्थ्य सेवा ढांचे पर भारी दबाव के बीच संक्रमित लोग अस्पतालों में दाखिले के लिए काफी संघर्ष कर रहे हैं। एबसीआई जनरल इंश्योरेंस ने अपने स्वास्थ्य बीमा ग्राहकों के लिए चौबीसों घंटे सातों दिन की हेल्पलाइन ‘हेल्थलाइन' शुरू की है। इसमें ग्राहकों को एक टोल फ्री नंबर और मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया गया है जिसपर वे चौबीसों घंटे अपनी किसी समस्या के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
- नयी दिल्ली । लार्सन एंड टुब्रो ने सोमवार को कहा कि उसके निर्माण और खनन मशीनरी कारोबार (सीएमबी) के 75 साल पूरे हो गए हैं। कंपनी ने एक बयान में कहा कि इन 75 वर्षों के दौरान सीएमबी कारोबार ने देश में विभिन्न उपकरणों की 60,000 से अधिक इकाइयों की आपूर्ति की। इन मशीनों ने देश के अवसंरचना विकास में महत्वपूर्ण योगदान किया।लार्सन एंड टुब्रो के सीईओ और प्रबंध निदेशक एस एन सुब्रह्मण्यन ने कहा कि कंपनी के पास राष्ट्र निर्माण के लिए जरूरी महत्वपूर्ण उपकरणों की अग्रणी विरासत है और देश में इंजीनियरिंग डिजाइन तथा विनिर्माण क्षमताओं के विकास में वह सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि कंपनी को इस बात को लेकर काफी प्रसन्नता है कि उसके निर्माण और खनन मशीनरी कारोबार ने पिछले 75 सालों से खनन और निर्माण क्षेत्र की आधुनिक उपकरणों और बेहतर सेवा के जरिये महत्वपूर्ण जरूरतों को पूरा किया है।
- नयी दिल्ली । भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) ने सोमवार को कहा कि शिव सुब्रमणियम रमण ने बैंक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक का पदभार संभाल लिया है। सिडबी की विज्ञप्ति के अनुसार उनकी नियुक्ति 19 अप्रैल, 2021 से तीन साल के लिये हुई है। सिडबी सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई) के वित्त पोषण और उन्हें बढ़ावा तथा विकास कार्यों से जुड़ा प्रमुख संस्थान है। इस नियुक्ति से पहले रमण नेशनल ई-गवर्नेन्स सर्विसेज लि. (एनईएसएल) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी थे। रमण 1991 बैच के भारतीय ऑडिट और लेखा सेवा अधिकारी हैं और एनईएसएल में आने से पहले झारखंड के प्रधान महालेखाकार (2015-16) थे।
- दुर्ग। भिलाई इस्पात संयंत्र ने छत्तीसगढ़ प्रदेश के संकटकालीन जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ऑक्सीजन की निरन्तर आपूर्ति सुनिश्चित की है। बीएसपी बिरादरी ने छत्तीसगढ़ में ऑक्सीजन की बढ़ती जरूरत को ध्यान में रखते हुए मेडिकल क्षेत्र में ऑक्सीजन की आपूर्ति को निर्बाध गति से कायम रखा। बीएसपी अस्पतालों के साथ-साथ शासन व प्रशासन के आवश्यकतानुसार प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों को भी ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है।सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा संचालित ऑक्सीजन प्लांट-2 जो कि प्रतिदिन 25 टन मेडिकल ऑक्सीजन तथा "बिल्ड, ओन व आर्पोरेट" अर्थात् बीओओ-आधारित मेसर्स प्रॉक्स एयर से 240 टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन का निरन्तर उत्पादन किया जा रहा है। इस प्रकार भिलाई इस्पात संयंत्र प्रतिदिन 265 टन मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन कर रहा है।ऑक्सीजन प्लांट-2 ने अप्रेल-2020 से 15 अप्रेल-2021 के मध्य विभिन्न प्रकार के कुल 6016 आक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति की है। जिसमें 6 नॉर्मल क्यूबिक मीटर वाले 4006 एवं 2.6 नॉर्मल क्यूबिक मीटर वाले 926 तथा 1.3 नॉर्मल क्यूबिक मीटर वाले 1084 ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई की है।जिला प्रशासन को ऑक्सीजन की नि:शुल्क आपूर्तिबीएसपी दुर्ग के जिला प्रशासन को भी मदद स्वरूप आकस्मिक रूप से नि:शुल्क ऑक्सीजन उपलब्ध करा रहा है। 31 मार्च, 2021 से लेकर 15 अप्रैल, 2021 तक 80 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने के साथ ही 81 खाली ऑक्सीजन सिलेंडर्स को ऑक्सीजन भरकर वापस किया गया। इस प्रकार 161 सिलेंडर्स जिला प्रशासन को नि:शुल्क उपलब्ध कराया गया।
- नई दिल्ली। इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजऱ कोपरेटिव लिमिटेड-इफ्को गुजरात में अपनी कालोल इकाई में प्रति घंटे 200 घन मीटर की क्षमता का ऑक्सीजन संयंत्र लगाने जा रही है और कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए ऑक्सीजन की कमी से जूझ अस्पतालों को मुफ्त में इसकी आपूर्ति की जाएगी।इस संयंत्र में चिकित्सकीय ऑक्सीजन का उत्पादन होगा और 700 बड़े डी प्रकार के सिलेंडरों को प्रतिदिन और मांग के आधार पर 300 मध्यम बी प्रकार के सिलेंडरों को भरकर अस्पतालों को निशुल्क आपूर्ति की जाएगी। सिलेंडर फिर भरवाने के लिए अस्पतालों को अपने सिलेंडर लाने होंगे। इफ्को से सिलेंडर लेने पर सुरक्षा जमा राशि ली जाएगी ताकि ऑक्?सीजन की कालाबाज़ारी रोकी जा सके। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में देश के विभिन्न राज्य चिकित्सकीय ऑक्सीजन की भारी कमी से जूझ रहे हैं।
- नयी दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि उन्होंने भारत में कोविड-19 के प्रकोप को रोकने के संबंध में विभिन्न उद्योग संगठनों से सलाह ली है और केंद्र सरकार, राज्यों के साथ मिलकर लोगों की जान और आजीविका बचाने के लिए काम करती रहेगी। उन्होंने कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से देश की अर्थव्यवस्था को होने वाले नुकसान से बचने के लिए कारोबारियों से सुझाव भी मांगे। कोरोना वायरस महामारी के चलते पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान अर्थव्यवस्था में 23.9 प्रतिशत का संकुचन हुआ था। वित्त मंत्री ने ट्वीट किया, इन व्यवसाय / चैंबर नेताओं में से प्रत्येक के साथ टेलीफोन पर बात की। उद्योग और उद्योग संघों से जुड़े मामलों पर उनकी राय ली। उन्हें बताया कि भारत सरकार विभिन्न स्तर पर कोविड की रोकथाम कर रही है। जीवन और आजीविका बचाने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। वित्त मंत्री ने सीआईआई प्रमुख उदय कोटक, फिक्की के अध्यक्ष उदय शंकर और एसोचैम के अध्यक्ष विनीत अग्रवाल सहित उद्योग संघों के प्रमुखों से बात की। इसके अलावा उन्होंने टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन, एलएंडटी के अध्यक्ष ए एम नाइक, टीसीएस के प्रबंध निदेशक राजेश गोपीनाथन, मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर सी भार्गव, टीवीएस समूह के चेयरमैन वेणु श्रीनिवासन और हीरो मोटो कॉर्प के प्रबंध निदेशक पवन मुंजाल सहित कई कारोबारी प्रमुखों से कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर बात भी की। वित्त मंत्री ने पिछले हफ्ते साफ किया था कि सरकार बड़े पैमाने पर लॉकडाउन नहीं लगाएगी और सिर्फ कोविड-19 की श्रृंखला को तोड़ने के लिए स्थानीय स्तर पर रोकथाम का सहारा लिया जाएगा।
- नयी दिल्ली। टाटा स्टील ने रविवार को घोषणा की कि उसने कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिये विभिन्न राज्य सरकारों और अस्पतालों को दैनिक आधार पर 300 टन चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति की है। टाटा स्टील ने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘देश की जरूरत को ध्यान में रखते हुए, हम विभिन्न राज्य सरकारों और अस्पतालों को रोजाना 200-300 टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहे हैं। हम कोरोना की रोकथाम के लिये जारी अभियान में साथ हैं और निश्चित रूप से इससे पार पांएगे।''निजी क्षेत्र की जेएसपीएल ने भी कहा कि वह अपने अंगुल (ओड़िशा) और रायगढ़ (छत्तीसगढ़) स्थित कारखानों से 50 से 100 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रही है। इससे पहले, सार्वजनिक क्षेत्र की सेल ने शनिवार को ट्विटर पर लिखा था, ‘‘सेल ने अपने एकीकृत इस्पात कारखाने बोकारो (झारखंड), भिलाई (छत्तीसगढ़), राउरकेला (ओड़िशा), दुर्गापुर और बर्नपुर (पश्चिम बंगाल) से कोविड मरीजों के उपचार के लिये 99.7 प्रतिशत शुद्धता वाले 33,300 टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति की है।''आर्सेलर मित्तल निप्पन स्टील इंडिया लि. (एएमएनएस इंडिया) ने कहा कि वह गुजरात में स्वास्थ्य केंद्रों को प्रतिदिन 200 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रही है। उल्लेखनीय है कि पेट्रोलियम और इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने को लेकर शुक्रवार को मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस्पात मंत्रालय के अनुसार इस्पात कारखानों में 28 ऑक्सीजन संयंत्र हैं। ये संयंत्र सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में स्थित हैं जो प्रतिदिन 1,500 टन चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहे हैं।
- नयी दिल्ली। विमान सेवा देने वाली कंपनी एयर एशिया इंडिया ने रविवार को कहा कि वह 15 मई तक बुक किये गये टिकट में यात्रा समय और तारीख बदलाव के लिये कोई शुल्क नहीं लेगी। एयरलाइन ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि अनिश्चितता बढ़ने और यात्रा पाबंदियों के बीच यात्रियों की सुविधाओं के लिये यह कदम उठाया है। एयर एशिया इंडिया की विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘सभी बुकिंग के लिये 15 मई तक यात्रा समय और तारीख में असीमित मात्रा में बदलाव किये जा सकते हैं और इसके लिये यात्रियों को कोई शुल्क नहीं देना होगा।'' इससे पहले, इंडिगो और स्पाइसजेट समेत कई विमानन कंपनियों ने इसी प्रकार की घोषणा की है और यात्रियों को बिना किसी शुल्क के यात्रा तारीख में बदलाव की सुविधा दी है। इसका कारण कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामले के बीच देश भर में विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा लगायी गयी पाबंदियां हैं।
- नई दिल्ली। इस्पात की कीमतों को अभी नीचे आने में कम से कम दो साल लगेंगे। जिंदल स्टील एंड पावर लि. (जेएसपीएल) के प्रबंध निदेशक वी आर शर्मा ने एक समाचार एजेंसी के साथ बातचीत में कहा कि चालू वित्त वर्ष में भी देश में इस्पात की मांग उत्पादन से अधिक रहने का अनुमान है।उन्होंने कहा कि 2021-22 में इस्पात की मांग 14 से 15 करोड़ टन रहने की उम्मीद है जबकि उत्पादन 12.5 करोड़ टन रहने का अनुमान है। इस्पात कीमतों को नीचे आने में कितना समय लगेगा, इस बारे में शर्मा ने कहा, ''मांग की वजह से कीमतों को नीचे आने में करीब दो साल लगेंगे''। भारत में अप्रैल में हॉट रोल्ड काइल (एचआरसी) का दाम 58 हजार रुपये प्रति टन था। वहीं एक अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस्पात के दाम 735 से 740 डॉलर प्रति टन थे। एक साल पहले की तुलना में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दाम करीब 50 प्रतिशत ऊंचे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि भारत और अन्य देशों ने महामारी की वजह से प्रोत्साहन पैकेज घोषित किया है। इसकी वजह से खपत बढ़ी है। जब तक यह पैकेज समाप्त नहीं होता है, दाम ऊंचे स्तर पर बने रहेंगे। इस्पात की मांग के बारे में उन्होंने कहा कि 2020 के कैलेंडर साल में चीन को छोड़कर दुनियाभर में मांग में कमी आई। चीन में इस्पात की मांग छह से सात प्रतिशत बढ़ी। इस दौरान भारतीय इस्पात उद्योग की मांग 10 प्रतिशत घटकर 9.9 करोड़ टन रही।
- नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने अपने कई मॉडलों के दाम 22 हजार 500 रुपये तक बढ़ाने की घोषणा की है। कंपनी ने कहा कि प्रोडक्शन लागत में बढ़ोतरी की वजह से कई मॉडल्स के दाम बढ़ाए गए हैं।शेयर बाजारों को भेजी सूचना में मारुति ने कहा, 'विभिन्न लागत में बढ़ोतरी की वजह से कंपनी को चुनिंदा मॉडलों के दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं कंपनी ने सेलेरियो और स्विफ्ट को छोड़कर सभी मॉडलों के दाम बढ़ाए गए हैं।कंपनी ने कहा कि नई कीमतें शुक्रवार से ही लागू हो गई हैं. जिसके चलते दिल्ली शोरूम में विभिन्न मॉडलों के दाम औसतन 1.6 प्रतिशत बढ़ गए हैं। कंपनी भारतीय बाजार में ऑल्टो से लेकर एस-क्रॉस तक विभिन्न मॉडल बेचती है। दिल्ली शोरूम में इन मॉडलों की कीमत 2.99 लाख से 12.39 लाख रुपये है। इससे पहले इस साल 18 जनवरी को कंपनी ने चुनिंदा मॉडलों के दाम 34 हजार रुपये तक बढ़ाने की घोषणा की थी।