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- बर्लिन। दुनिया के शीर्ष जलवायु वैज्ञानिकों ने सोमवार को आगाह किया कि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन पर देश तेजी से प्रतिबद्धता नहीं निभाते हैं तो धरती पर तापमान एक प्रमुख खतरे के बिंदु से आगे निकल जाएगा। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि जलवायु परिवर्तन पर अंतरसरकारी पैनल (आईपीसीसी) की रिपोर्ट ने सरकारों और निगमों द्वारा जलवायु संबंधी वादों के टूटने का खुलासा किया, जिसमें उन पर हानिकारक जीवाश्म ईंधन पर टिके रहने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह शर्मसार करने वाली फाइल है, जो खोखली प्रतिज्ञाओं को दर्शाती है।'' वर्ष 2015 के पेरिस जलवायु समझौते में सरकारें इस सदी में वैश्विक तापमान में वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने पर सहमत हुई थीं। हालांकि, कई विशेषज्ञों का कहना है कि तापमान वृद्धि के पूर्व-औद्योगिक काल के स्तर से 1.1 डिग्री सेल्सियस अधिक हो जाने के मद्देनजर लक्ष्य प्राप्ति के लिए ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में भारी कटौती ही एकमात्र उपाय है। पैनल ने कहा, ‘‘(राष्ट्रीय संकल्पों से) अनुमानित वैश्विक उत्सर्जन तापमान को 1.5 सेल्सियस तक सीमित करता है और 2030 के बाद इसे दो डिग्री सेल्सियस तक सीमित करना कठिन बना देता है।'' रिपोर्ट के सह-अध्यक्ष, इंपीरियल कॉलेज लंदन के जेम्स स्की ने बताया, ‘‘अगर हम अभी जो कर रहे उसे जारी रखते हैं तो हम तापमान को दो डिग्री तक सीमित नहीं करने जा रहे हैं, 1.5 डिग्री की तो बात ही नहीं करें।'' रिपोर्ट में कहा गया है कि जीवाश्म ईंधन के बुनियादी ढांचे में निवेश और कृषि के लिए बड़े पैमाने पर वनों के सफाया से पेरिस लक्ष्य कमजोर हुआ है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख गुतारेस ने कहा, ‘‘पेरिस में सहमत 1.5 डिग्री की सीमा को पहुंच के भीतर रखने के लिए हमें इस दशक में वैश्विक उत्सर्जन में 45 प्रतिशत की कटौती करने की आवश्यकता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन वर्तमान जलवायु प्रतिज्ञाओं का मतलब उत्सर्जन में 14 प्रतिशत की वृद्धि होगी।'' रिपोर्ट के लेखकों ने कहा है कि उन्हें ‘‘पूरा विश्वास'' है कि देश ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कटौती करने के अपने प्रयासों को आगे नहीं बढ़ाते हैं तो सदी के अंत तक ग्रह औसतन 2.4 सेल्सियस से 3.5 सेल्सियस गर्म हो जाएगा। यह ऐसा स्तर है जिस के बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि निश्चित रूप से दुनिया की अधिकतर आबादी पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ेगा। गुतारेस और रिपोर्ट के सह-अध्यक्षों के कड़े शब्दों के बावजूद पूरी रिपोर्ट में किसी खास देश को जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है। सुझाए गए समाधान में जीवाश्म ईंधन से सौर और पवन जैसी अक्षय ऊर्जा की तरफ बढ़ने, परिवहन का विद्युतीकरण, संसाधनों का अधिक कुशल उपयोग और ऐसे उपायों के लिए भुगतान करने में असमर्थ गरीब देशों के लिए बड़े पैमाने पर वित्तीय सहायता शामिल हैं।
- इंदौर. मध्यप्रदेश के इंदौर में पुलिस ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों पर कार्रवाई करते हुए एक करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम इन वारदातों के शिकार लोगों को पिछले तीन महीने में वापस कराई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। अतिरिक्त उपायुक्त (अपराध निरोधक शाखा) गुरुप्रसाद पाराशर ने बताया कि जनवरी से मार्च के बीच कुल 1.03 करोड़ रुपये शिकायतकर्ताओं को ठगों से वापस कराए गए हैं और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया,‘‘हमें मिलने वाली शिकायतों के अध्ययन से पता चलता है कि ज्यादातर लोग इनामों और रोजगार की लुभावनी पेशकश के लालच में फंसकर ऑनलाइन ठगी के शिकार होते हैं।'' पाराशर ने बताया कि ठग गिरोहों द्वारा लोगों को उनके मोबाइल पर वेब लिंक या वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) भेजकर जाल में फंसाया जाता है और उनके खातों से रकम उड़ा ली जाती है।
- काहिरा. सूडान में पिछले हफ्ते ब्लू नील नदी में एक नौका के पलट जाने से कम से कम 23 महिलाएं डूब गईं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। सरकारी ‘सूना' समाचार एजेंसी के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी सेनार प्रांत में शुक्रवार को नौका के पलटने और डूबने के समय उसमें 29 लोग सवार थे। नौका में एक चालक को छोड़कर बाकी सभी महिलाएं थीं। पांच यात्रियों को बचा लिया गया। नौका किस वजह से डूबी, इस बारे में पता नहीं चल पाया है। महिलाएं सूकी क्षेत्र में खेतों में काम करने वाली दिहाड़ी मजदूर थीं। घटना उस वक्त हुई जब वे घर लौट रही थीं। हादसे के बाद 13 शव निकाले गए और बचावकर्मी 10 अन्य की तलाश कर रहे हैं। ब्लू नील इस अफ्रीकी देश में लोगों और सामानों के परिवहन के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम है। यह दुनिया की सबसे लंबी नदियों में से एक नील नदी से राजधानी खार्तूम के उत्तर में व्हाइट नील के साथ मिलती है। नौका पर क्षमता से ज्यादा लोगों के सवार होने के कारण पहले भी इस तरह के हादसे होते रहे हैं। वर्ष 2018 में सूडान में नील नदी में एक नौका के पलटने से 21 छात्रों समेत 22 लोगों की मौत हो गई थी।-file photo
- लॉस एंजिलिस। अमेरिका में रहने वाली पाकिस्तानी गायिका अरूजा आफताब को उनके गाने ‘मोहब्बत’ के लिए प्रतिष्ठित ग्रैमी पुरस्कार से नवाजा गया है। उन्हें यह पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ वैश्विक संगीत प्रदर्शन श्रेणी में दिया गया है।‘रिकॉर्डिंग एकेडमी’ ने इंस्टाग्राम के अपने आधिकारिक पेज पर लिखा है कि 37 वर्षीय गायिका-संगीतकार ग्रैमी पुरस्कार हासिल करने वाली पहली पाकिस्तानी महिला हैं।सऊदी अरब में पाकिस्तानी प्रवासी परिवार में जन्मीं आफताब ने प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल करने के बाद इंस्टाग्राम लिखा, “ या अल्लाह… मुझे इस पल पर व्यक्तिगत रूप से बहुत गर्व है, साथ में संगीत जगत के लिए भी गर्व है।”पाकिस्तानी अभिनेत्री माहिरा खाने कहा कि उन्हें पुरस्कार विजेता संगीतकार पर गर्व है। बहरहाल, यह साफ नहीं है कि आफताब ग्रैमी पुरस्कार पाने वाली पहली पाकिस्तानी कलाकार हैं या पहली पाकिस्तानी महिला हैं।अल्बम ‘वल्चर प्रिंस’ के ‘मोहब्बत’ गाने को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की 2021 की ग्रीष्मकालीन ‘प्लेलिस्ट’ में शामिल किया गया था। 64वें वार्षिक ग्रैमी पुरस्कारों का आयोजन रविवार रात लास वैगास में किया गया था।
- अम्मान। जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय के सौतेले भाई शहजादे हमजा ने रविवार को अपना शाही खिताब त्याग दिया। राजघराने को अस्थिर करने की साजिश रचने के आरोप में करीब एक साल से घर में ही नजरबंद रहे हमजा ने ट्वीट कर यह जानकारी साझा की। हमजा ने बाद में ट्वीट कर कहा कि उन्होंने अपना खिताब इसलिए छोड़ दिया क्योंकि ''मेरे मूल्य, हमारे संस्थानों के दृष्टिकोण, प्रवृत्तियों और आधुनिक तरीकों के अनुरूप नहीं हैं।'' वहीं, शाही घराने ने कहा कि शहजादे हमजा ने कथित साजिश में अपनी भूमिका के लिए पिछले महीने माफी मांग ली थी। हमजा को राजघराने को अस्थिर करने की साजिश में शामिल रहने के आरोप में पिछले साल अप्रैल में नजरबंद किया गया था। तब एक वीडियो में हमजा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि उन्हें सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की सजा दी जा रही है।
- काहिरा. बेहतर जीवन की तलाश में उत्तरी अफ्रीका से यूरोप की ओर जा रहे प्रवासियों की एक नौका भूमध्य सागर में डूब गई है। नौका में 90 से अधिक प्रवासी सवार थे। डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स नामक एक सहायता समूह ने यह जानकारी दी है। डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने शनिवार देर रात कहा कि प्रवासी जिस नौका में सवार थे, वह नौका पिछले हफ्ते लीबिया से यूरोप की ओर जा रही थी। समूह के मिशन प्रमुख जुआन मटियास गिल ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि नौका में कब परेशानी हुई। फ्रांसीसी एमएसएफ नाम से भी प्रचलित समूह के मुताबिक एक तेल टैंकर ने शनिवार तड़के चार प्रवासियों को बचा लिया। सुरक्षित बचे प्रवासियों के मुताबिक नौका पर करीब 100 लोग सवार थे।-file photo
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संयुक्त राष्ट्र/जिनेवा. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि ब्रिटेन में पहली बार मिला ओमीक्रोन का नया स्वरूप कोरोना वायरस के पिछले स्वरूपों की तुलना में अधिक संक्रामक प्रतीत होता है। डब्ल्यूएचओ ने अपने नवीनतम अपडेट में कहा कि एक्स ई रीकांबिनेंट (बीए.1-बीए.2) नाम के नए ओमीक्रोन स्वरूप का पहली बार ब्रिटेन में 19 जनवरी को पता चला था और तब से इसके 600 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है। इसने कहा कि ओमीक्रोन का यह नया स्वरूप कोरोना वायरस के पिछले स्वरूपों की तुलना में अधिक संक्रामक प्रतीत होता है जो दुनिया के लिए चिंता का विषय है।
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अश्गाबात . भारत और तुर्कमेनिस्तान ने आपदा प्रबंधन और वित्तीय आसूचना समेत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिये चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने बहुआयामी साझेदारी को और मजबूत करने के लिए द्विपक्षीय व्यापार और ऊर्जा सहयोग का विस्तार करने पर सहमति व्यक्त की। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तुर्कमेनिस्तान के अपने समकक्ष सर्दार बर्दीमुहामेदोव से मुलाकात की और शनिवार को यहां द्विपक्षीय और क्षेत्रीय सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की। भारत के राष्ट्रपति की स्वतंत्र तुर्कमेनिस्तान की यह पहली यात्रा है, जो तुर्कमेनिस्तान के नए राष्ट्रपति बर्दीमुहामेदोव के पद संभालने के कुछ दिनों बाद हुई है। तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति बर्दीमुहामेदोव के साथ अपनी बैठक के दौरान, राष्ट्रपति कोविंद ने द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति और संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की तथा विभिन्न क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘हम अपनी बहुआयामी साझेदारी को और मजबूत करने के लिये प्रयासों को तेज करने पर सहमत हुए हैं। आर्थिक संबंध द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करते हैं। हम द्विपक्षीय व्यापार का विस्तार करने के लिए और अधिक प्रयास करने पर सहमत हुए। हमारे व्यापारिक समुदायों को अपने संपर्क को और मजबूत करना चाहिए, एक दूसरे के नियमों को समझना चाहिए और व्यापार तथा निवेश के नए क्षेत्रों की पहचान करनी चाहिए।'' दोनों नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय उत्तर दक्षिण परिवहन गलियारे (आईएनएसटीसी) और अंतरराष्ट्रीय परिवहन एवं पारगमन गलियारे पर अश्गाबात समझौते के महत्व पर प्रकाश डाला। कोविंद ने कहा कि ईरान में भारत द्वारा निर्मित चाबहार बंदरगाह का उपयोग भारत और मध्य एशिया के बीच व्यापार में सुधार के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग आज की हमारी चर्चा के प्रमुख क्षेत्रों में से एक था। तुर्कमेनिस्तान-अफगानिस्तान-पाकिस्तान-भारत (तापी) पाइपलाइन पर, मैंने सुझाव दिया कि तकनीकी और विशेषज्ञ स्तर की बैठकों में पाइपलाइन की सुरक्षा और प्रमुख व्यावसायिक सिद्धांतों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जा सकती है।'' राष्ट्रपति भवन के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के अनुसार, ‘‘राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अश्गाबात में ‘‘स्वतंत्रता स्मारक'' (इंडिपेंडेंस मोन्यूमेंट) पर पुष्पांजलि अर्पित की और एक पौधा लगाया।'' राष्ट्रपति बर्दीमुहामेदोव द्वारा आयोजित संगीत संध्या के साथ एक भोज में राष्ट्रपति कोविंद शामिल हुए। बाद में दोनों नेता कलाकारों के प्रदर्शन की सराहना करने के लिए उनके पास गए। राष्ट्रपति कोविंद और उनके तुर्कमेनिस्तान समकक्ष के बीच वार्ता के दौरान, दोनों देशों ने आपदा प्रबंधन जैसे सहयोग के नए क्षेत्रों की भी पहचान की। कोविंद ने डिजिटलीकरण की दिशा में तुर्कमेनिस्तान द्वारा किये जा रहे प्रयासों के मद्देनजर उसके साथ साझेदारी करने के लिए भारत की इच्छा व्यक्त की और कहा कि अंतरिक्ष पारस्परिक रूप से सहयोग का एक अन्य क्षेत्र हो सकता है। कोविंद ने कहा, ‘‘हमारे देश सदियों पुरानी सभ्यता और सांस्कृतिक संबंधों को साझा करते हैं। बातचीत के दौरान, मैंने एक दूसरे के क्षेत्र में नियमित सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के महत्व को रेखांकित किया। हमने दोनों देशों की आबादी को प्रभावित करने वाली कोविड-19 महामारी के प्रभावी प्रबंधन पर बारीकी से सहयोग करने की आवश्यकता पर जोर दिया।'' तुर्कमेनिस्तान भारत-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन ढांचे में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार है, जिसकी पहली मेजबानी भारत ने इस साल जनवरी में की थी। इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत तुर्कमेनिस्तान के साथ अपने संबंधों को महत्व देता है।
राष्ट्रपति कोविंद ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) का विस्तार किये जाने की स्थिति में भारत की स्थायी सदस्यता के दावे के साथ-साथ 2021-22 की अवधि के लिए यूएनएससी के अस्थायी सदस्य के रूप में भारत की पहल का समर्थन करने के लिए तुर्कमेनिस्तान को धन्यवाद दिया। बुधवार को विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने कहा था, ‘‘राष्ट्रपति की राजकीय यात्रा न सिर्फ द्विपक्षीय रूप से बल्कि विस्तारित पड़ोस की अवधारणा और भारत-मध्य एशिया भागीदारी में भूमिका को लेकर तुर्कमेनिस्तान को हम कितना महत्व देते हैं, इसकी पुष्टि करती है।'' तुर्कमेनिस्तान के पास प्राकृतिक गैस का बहुत बड़ा भंडार है । वर्मा ने कहा था, ‘‘तुर्कमेनिस्तान रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जगह पर मध्य एशिया में स्थित है और ‘कनेक्टिविटी' एक ऐसी चीज है, जिस पर हमें लगता है कि तुर्कमेनिस्तान के साथ साझेदारी के फायदे मिलेंगे। हमने तुर्कमेनिस्तान सहित मध्य एशियाई देशों को एक अरब डॉलर के ऋण की पेशकश की है। - बीजिंग. चीन में पिछले साल शादियों की संख्या 36 वर्ष के निचले स्तर पर चली गयी, जिससे दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले इस देश में जनसांख्यिकीय संकट जोर पकड़ रहा है। इस बीच विशेषज्ञों का कहना है कि इससे देश में जन्म दर में गिरावट आएगी। आंकड़े बताते हैं कि चीन में 2021 में 76.3 लाख जोड़ों ने विवाह पंजीकरण कराया है, जो नागरिक मामलों के मंत्रालय द्वारा 1986 से जारी आंकड़ों की दृष्टि से अब तक का सबसे निम्नतर आंकड़ा है। सरकारी समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स' ने जनसांख्यिकी से जुड़े एक स्वतंत्र विशेषज्ञ ही याफू को उद्धृत करते हुए लिखा है कि विवाह पंजीकरण की संख्या में आई गिरावट से चीन में जन्मदर में गिरावट दर्ज की जाएगी। राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) के वर्षवार तुलनात्मक अध्ययन से पता चलता है कि पिछले साल चीन की आबादी में पांच लाख से कम बढ़ी है। इस प्रकार जन्म दर में लगातार पांचवें साल गिरावट दर्ज की गयी। आंकड़े बताते हैं कि चीन में पिछले तीन साल में विवाह पंजीकरण के मामले में गिरावट दर्ज की गयी। वर्ष 2019 में एक करोड़ से कम जोड़ों ने विवाह पंजीकरण कराये, जबकि 2020 में यह आंकड़ा 90 लाख से कम तथा 2021 में 80 लाख से कम रहा। ग्लोबल टाइम्स की खबर के अनुसार, 2021 में जितने जोड़े शादी के बंधन में बंधे, वह आंकड़ा 2013 के आंकड़ों की तुलना में महज 56.6 प्रतिशत है। गौरतलब है कि 2013 में विवाह बंधन में बंधने वाले जोड़ों की संख्या सर्वाधिक थी।
- हेरात। अफगानिस्तान के पश्चिमी प्रांत हेरात में बम विस्फोट में 12 लोग मारे गए और 25 घायल हो गए। टोलो समाचार एजेंसी के अनुसार विस्फोटक खेल के मैदान में दबाया गया था और जब युवा वहां खेल रहे थे तब उसमें विस्फोट हो गया। प्रांत के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मृतकों की संख्या की पृष्टि की है। अभी तक किसी गुट ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है। पिछले वर्ष अगस्त में तालिबान के सत्ता हथियाने के बाद से अफगानिस्तान में कई हमले हुए हैं।
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नई दिल्ली। श्रीलंका में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। अभूतपूर्व आर्थिक संकट से परेशान सैकड़ों लोगों के राष्ट्रपति भवन पर धावा बोलने के एक दिन बाद आपातकाल लगाने का निर्णय लिया गया। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने कल राजपत्र जारी कर देश में तत्काल प्रभाव से आपातकाल की घोषणा की।
राष्ट्रपति के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शनों को देखते हुए सेना को बिना किसी मुकदमे के संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार करने और हिरासत में रखने की अनुमति दी गई है।इससे पहले, गुरुवार को मौजूदा आर्थिक संकट को हल करने में सरकार की विफलता पर विरोध प्रदर्शन के लिए लोग राष्ट्रपति आवास के बाहर एकत्र हो गए थे। प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प में पत्रकारों सहित दस लोग घायल हो गए। कोविड महामारी के कारण पर्यटन क्षेत्र के बुरी तरह प्रभावित होने से श्रीलंका की अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है। श्रीलंका में विदेशी मुद्रा भंडार घटने के कारण भोजन, ईंधन, बिजली और गैस की कमी हो गई है। श्रीलंका ने मित्र देशों से आर्थिक मदद मांगी है। - वाशिंगटन) अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा कि कोविड-19 संकट के बावजूद भारत को बीते कुछ वर्षों में रिकॉर्ड प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त हुआ है और पूंजीगत प्रवाह के जोखिम को कम करने के लिए भारत में कुछ सुरक्षा उपाय हैं। आईएमएफ की पहली उप प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पूंजीगत प्रवाह के अनेक लाभ होते हैं। वे आवश्यक निवेशों के लिए वित्तपोषण उपलब्ध करवाते हैं और कुछ प्रकार के जोखिमों के खिलाफ सुरक्षा देने में मदद करते हैं। भारत में पूंजी प्रवाह होने से देशों को कई लाभ होते हैं और उन पूंजी प्रवाहों को प्राप्त करने से भी लाभ होता है।'' आईएमएफ ने पूंजी प्रवाह के उदारीकरण और प्रबंधन पर संस्थागत दृष्टिकोण (आईवी) की समीक्षा पर एक दस्तावेज जारी किया। आईवी को 2012 में अपनाया गया था और यह पूंजी प्रवाह से संबंधित नीतियों पर कोष परामर्श के लिए लगातार आधार प्रदान करता है। गोपीनाथ ने एक सवाल के जवाब में कहा कि बड़ी मात्रा में पूंजी प्रवाह होने से अन्य प्रकार के वित्तीय जोखिम जुड़े होते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक भारत की बात है तो वहां बड़ी संख्या में पूंजी प्रतिबंध पहले से लागू हैं। बाहरी माहौल के बदलावों से निपटने के लिए भारत की सरकार इन प्रतिबंधों का इस्तेमाल काफी सक्रियता के साथ करती है।'' उन्होंने कहा, ‘‘पूंजी प्रवाह के लिहाज से भारतीय अर्थव्यवस्था में कई सुरक्षा व्यवस्थाएं हैं। लेकिन यह अभी भी अपने पूंजी खातों को उदार बनाने की प्रक्रिया में है। जैसे-जैसे उसका वित्तीय बाजार गहरा होगा, वित्तीय संस्थान गहरे होंगे, यह पूंजी प्रवाह के अधिक रूपों की अनुमति देने की ओर बढ़ सकता है।'' भारतीय-अमेरिकी गोपीनाथ ने कहा कि पूंजी प्रवाह होने चाहिए क्योंकि ये प्राप्तकर्ता देशों के लिए विशेष तौर पर लाभदायक होते हैं हालांकि ये वृहद-आर्थिक चुनौतियों और वित्तीय स्थिरता के जोखिम भी पैदा कर सकते हैं।
- वाशिंगटन. भारतीय-अमेरिकी समुदाय की फ्लोरिडा की एक छात्रा की कलाकृति यूएस कैपिटोल यानी देश के संसद भवन में दिखायी जाएगी, जो इस समुदाय के लिए गर्व की बात है। फ्लोरिडा में टैम्पा हाई स्कूल की 11वीं कक्षा की छात्रा श्रद्धा कार्तिक को टैम्पा म्यूजियम ऑफ आर्ट में हुई एक ‘कांग्रेसनल आर्ट कम्पीटिशन' का विजेता घोषित किया गया है। इस प्रतियोगिता में हाई स्कूल के छात्र अमेरिकी संसद में अपनी कला प्रदर्शित किए जाने की स्पर्धा में भाग लेते हैं। कांग्रेस सदस्य कैथी कैस्टर द्वारा जारी एक मीडिया विज्ञप्ति के अनुसार, चेन्नई के अपने माता-पिता के साथ एक साल की उम्र में अमेरिका आने वाली श्रद्धा कार्तिक ने इस साल गहनता और सटीकता से बनायी ‘‘पेन्सिव गेज'' ग्रेफाइट ड्राइंग से पहला स्थान हासिल किया है। कार्तिक की यह खुद की कलाकृति ‘धारणा बनाम वास्तविकता' को दर्शाती है। उसने कहा, ‘‘मैं यह देखना चाहती थी कि क्या मैं अपना वैसा चित्र बना सकती है जैसी कि मैं हूं और न कि वैसा जैसा कि मैं सोचती हूं कि मैं हूं।'' बयान में कहा गया है कि कार्तिक सात साल की उम्र से चित्रकारी कर रही है। कला से कार्तिक को वास्तुकला के क्षेत्र में अपने करियर में मदद मिलेगी क्योंकि वह हाई स्कूल के बाद वास्तुकला की पढ़ाई करना चाहती है। इसमें कहा गया है कि यह कार्तिक की पहली कला स्पर्धा नहीं है। वह आठवीं कक्षा से सल्वाडोर डाली म्यूजियम वार्षिक कला प्रतियोगिता में हिस्सा लेती रही है और उसकी कलाकृति को हर साल प्रदर्शित करने के लिए चुना जाता है।
- बीजिंग. ‘चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस' के दुर्घटनाग्रस्त हुए ‘बोइंग 737-800' विमान के अभी तक 49,000 से अधिक टुकड़े बरामद हुए हैं। चीन के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। ‘चाइना ईस्टर्न एयरलाइन्स' की उड़ान एमयू5735 कुनमिंग से दक्षिणपूर्वी चीन के ग्वांगझू जाते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। हादसे में विमान में सवार सभी 132 लोग मारे गए थे। दुर्घटना के बाद आसपास के इलाके में आग भी लग गई थी। सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ' के अनुसार, चीन के नागरिक उड्डयन प्रशासन के विमानन सुरक्षा मामलों के निदेशक झू ताओ ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि वुझोउ में करीब 10 दिनों के तलाश अभियान में ‘हॉरिजॉन्टल स्टेबलाइज़र', इंजन और ‘राइट विंग टिप' के अवशेष सहित विमान के कुछ महत्वपूर्ण हिस्सों के टुकड़े बरामद हुए हैं। ताओ ने बताया कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इसमें विमान का बिना किसी चेतावनी के गिर जाना, गिरने के बाद हवाई यातायात नियंत्रकों को पायलटों से कोई जवाब ना मिलना और मलबे में विमान के बेहद छोटे-छोटे टुकड़े मिलना शामिल है। गुआंग्शी सरकार के एक अधिकारी झांग ज़्हिवेन ने बताया कि 22,000 क्यूबिक मीटर (8,00,000 क्यूबिक फीट) से अधिक मिट्टी की खुदाई की गई और विमान के 49,117 टुकड़े मिले हैं। घटनास्थल के काफी दूर, चढ़ाई पर होने, इसके बाद बारिश और फिर कीचड़ के कारण तलाश अभियान के दौरान काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। झू ने बताया कि प्राथमिक जांच रिपोर्ट दुर्घटना के 30 दिन के भीतर दी जाएगी। हादसा 21 मार्च को हुआ था।
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काठमांडू। नेपाल सरकार ने दो पड़ोसी देशों के बीच सीमा पार रेलवे के व्यवहार्यता अध्ययन के लिए चीन द्वारा प्रदान किए जाने वाले अनुदान और तकनीकी सहायता को मंजूरी दे दी है। सरकार के प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी। चीन-नेपाल सीमा पार रेलवे परियोजना के चीन-सहायता प्राप्त व्यवहार्यता अध्ययन के लिए तकनीकी सहायता योजना' पिछले सप्ताह चीनी विदेश मंत्री वांग यी की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच हुए नौ समझौतों में से एक है। नेपाल सरकार के प्रवक्ता और संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ज्ञानेंद्र बहादुर कार्की ने मंगलवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान सोमवार के कैबिनेट के फैसले के बारे में जानकारी दी। इसी तरह, नेपाल सरकार ने भी नेपाल और चीन के बीच शून्य सीमा शुल्क और कोटा-मुक्त सुविधा से संबंधित आशय पत्र के साथ-साथ दोनों देशों के बीच ग्रिड कनेक्शन के व्यवहार्यता अध्ययन के संबंध में समझौते को मंजूरी देने का निर्णय लिया। वांग ने अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और अन्य शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत की थी और द्विपक्षीय संबंधों तथा आपसी सहयोग पर चर्चा की थी।
- यरुशलम. इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट की अगले सप्ताह होने वाली भारत यात्रा स्थगित कर दी गई है और इसके लिए नई तिथि तय की जाएगी। प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बेनेट की जांच में रविवार शाम को कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई थी और अभी वह घर पर पृथक-वास में रहकर काम कर रहे हैं। वह तीन से पांच अप्रैल के बीच भारत की यात्रा करने वाले थे। मीडिया सलाहकार ने कहा, “प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट की भारत यात्रा स्थगित कर दी गई है और इसके लिए नई तारीख तय की जाएगी।”
- कोलंबो. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि बिम्स्टेक के सदस्य देशों को आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद का मुकाबला सामूहिक रूप से करना चाहिए। जयशंकर ने विशेष रूप से संपर्क, ऊर्जा और समुद्री क्षेत्र में सहयोग को तेज करने एवं इसे विस्तार देने की भारत की प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया। कोलंबो में 18वीं बिम्स्टेक मंत्रिस्तरीय बैठक में जयशंकर ने यूक्रेन की स्थिति के बारे में भी बात की और कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखने तथा यहां तक कि स्थिरता को भी अब हल्के में नहीं लिया जा सकता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय तंत्र एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहा है, शायद हाल की स्मृति में यह सबसे कठिन में से एक है। कोविड-19 महामारी की चुनौतियां अब तक पूरी तरह से समाप्त नहीं हुई हैं कि यूक्रेन में हाल के घटनाक्रम ने अंतरराष्ट्रीय बेचैनी को बढ़ा दिया है।'' विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘हम सभी ने रेखांकित किया है कि अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने और यहां तक कि स्थिरता को भी अब हल्के में नहीं लिया जा सकता है। हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि वैश्विक अर्थव्यवस्था से और कुछ मामलों में अपनी घरेलू अर्थव्यवस्थाओं के भीतर प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।'' बिम्सटेक सदस्य देशों के साथ भारत के सहयोग का जिक्र करते हुए जयशंकर ने कहा कि बंदरगाह केंद्रों, नौका सेवाओं, तटीय जहाजरानी, ग्रिड कनेक्टिविटी और मोटर वाहनों की आवाजाही पर सहयोग महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने राष्ट्रीय विकास प्रयासों में जो कुछ भी हासिल कर सकते हैं, वह निश्चित रूप से एक शांतिपूर्ण, सुरक्षित और स्थिर वातावरण पर आधारित है।'' जयशंकर ने कहा, ‘‘हम आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय अपराध और मादक पदार्थ-तस्करी या साइबर हमले जैसी नयी चुनौतियों की अनदेखी नहीं कर सकते ।'' उन्होंने जोर देकर कहा कि ये सभी आर्थिक विकास के उनके प्रयासों को प्रभावित करते हैं। जयशंकर ने कहा, ‘‘हमें कानूनी ढांचे के शेष तत्वों को स्थापित करने की आवश्यकता है जो हमारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अधिक निकटता एवं अधिक प्रभावी ढंग से सहयोग करने में सक्षम बनाएंगी।'' उन्होंने यह भी कहा कि अंतर बिम्सटेक व्यापार और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के प्रयासों को तेज किया जाना चाहिए। क्षेत्रीय आपूर्ति और मूल्य श्रृंखलाओं के नेटवर्क के विकास से बाहरी झटकों के प्रति संवेदनशीलता कम होगी और अर्थव्यवस्थाओं को अधिक लचीलापन और पारदर्शिता मिलेगी। जयशंकर ने कहा कि उन्हें बुधवार को शिखर सम्मेलन में ‘चार्टर और मास्टर प्लान' को अपनाए जाने की उम्मीद है। विदेश मंत्रालय ने उनके संबोधन पर एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘कल हमारे नेता बिम्सटेक चार्टर को अपनाएंगे। बिम्सटेक के लिए संस्थागत ढांचे को विकसित करने के हमारे प्रयास में यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। लेकिन हमें इस उपलब्धि पर आराम से नहीं बैठना चाहिए और इसके बजाय ‘अगले कदम' पर आगे बढ़ना चाहिए जिसे बिम्सटेक को और मजबूत करने के लिए उठाया जा सकता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि हम प्राथमिकता वाले संस्थान-निर्माण कार्यों और सहयोग के क्षेत्रों की पहचान करेंगे और अपने वरिष्ठ अधिकारियों को (बिम्सटेक के) महासचिव के साथ काम करने का जिम्मा सौंपेंगे।'' उन्होंने बिम्सटेक के सभी भागीदारों से आपदा से बचाव करने में सक्षम अवसंरचना गठबंधन (सीडीआरआई) में शामिल होने पर विचार करने का भी आग्रह किया। जयशंकर ने कहा, ‘‘हम अपने राष्ट्रीय विकास प्रयासों में जो कुछ हासिल कर सकते हैं, वह निश्चित रूप से शांतिपूर्ण, सुरक्षित और स्थिर वातावरण पर आधारित है।'' जयशंकर ने हिंद-प्रशांत में आक्रामक चीनी गतिविधियों का परोक्ष रूप से उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘बंगाल की खाड़ी एसडीजी 14 लक्ष्यों को प्राप्त कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय समुद्री कानून, विशेष रूप से यूएनसीएलओएस को ध्यान में रखते हुए ‘समुद्र में एक अच्छा माहौल' सुनिश्चित करना इसकी प्राथमिकता है।'' समुद्री कानून पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीएलओएस) समुद्र में अवैध गतिविधियों का मुकाबला करने सहित महासागरों में गतिविधियों पर लागू कानूनी ढांचे को निर्धारित करता है। इस सम्मेलन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य चीन को लंबे समय से आपत्तियां हैं। उन्होंने कहा कि बिम्सटेक के संबंध में भारत सभी प्रासंगिक नीतियों और दृष्टिकोण को वहन करेगा। पहला- ‘पड़ोसी प्रथम' के रूप में इसे सर्वोच्च प्राथमिकता देना, दूसरा- हमारे ‘सागर' दृष्टिकोण के अनुरूप, इसकी पूर्ण समुद्री क्षमता का एहसास और तीसरा- हर महत्वपूर्ण समय में चाहे वह मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) की स्थिति हो, कोविड या आर्थिक सुधार हो, पहले प्रतिक्रिया देने वाले के रूप में उपस्थित रहना। भारत और श्रीलंका के अलावा बिम्स्टेक के बांग्लादेश, म्यांमा, थाईलैंड, नेपाल और भूटान सदस्य हैं। बिम्स्टेक समूह के अध्यक्ष के रूप में श्रीलंका शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च को बिम्स्टेक समूह के डिजिटल शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जिसमें सदस्य देशों के बीच आर्थिक जुड़ाव बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किए जाने की उम्मीद है। जयशंकर ने आगामी बिम्सटेक अध्यक्ष के रूप में थाईलैंड के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री दोन प्रमुदविनई का भी स्वागत किया। उन्होंने कहा, ‘‘भारत बिम्सटेक के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए आपकी अध्यक्षता के दौरान आपके और आपके देश के साथ काम करने को लेकर आशान्वित है।'' जयशंकर सोमवार को कोलंबो पहुंचे और उन्होंने श्रीलंका के शीर्ष नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। श्रीलंका को मौजूदा आर्थिक संकट से उबारने के लिए भारत द्वारा आर्थिक राहत पैकेज देने के बाद से यह श्रीलंका की उनकी यह पहली यात्रा है।
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रियाद। सऊदी अरब में एक ऊंट इतनी महंगी कीमत में बिका है, जिसके बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। यह दुनिया का सबसे महंगा ऊंट बताया जा रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस ऊंट की बोली 7 मिलियन सऊदी रियाल यानी करीब 14 करोड़ 23 लाख रुपये लगाई गई है। गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इस ऊंट के लिए सऊदी अरब में सार्वजनिक नीलामी का आयोजन किया गया था। नीलामी का एक वीडियो सोशल मीडियो पर सामने आया है। इसमें पारंपरिक पोशाक पहने एक शख्स माइक्रोफोन के जरिए नीलामी में बोली लगाता दिख रहा है।
ऊंट की खासियत जान होगी हैरानी
सऊदी अरब में इतनी महंगी कीमत में नीलाम किया गया ऊंट दुनिया के बेहद दुर्लभ ऊंटों में माना जाता है। यह ऊंट अपनी विशेष सुंदरता तथा अनूठेपन के लिए दुनियाभर में चर्चित है। दुनिया में इस प्रजाति के ऊंट बहुत ही कम हैं। हम सभी जानते हैं कि ऊंट सऊदी अरब के लोगों के जीवन में शामिल है। सऊदी अरब में विश्व का सबसे बड़ा ऊंटों का मेला भी लगता है। - लॉस एंजिलिस (अमेरिका)। जेन कैंपियन ने मनोविज्ञान पर आधारित अपनी फिल्म ‘द पावर ऑफ द डॉग' के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का अकादमी पुरस्कार जीत कर इतिहास रच दिया। वहीं, विल स्मिथ ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और जेसिका चेस्टन ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का ऑस्कर अपने नाम किया। सर्वश्रेष्ठ निर्देशक की श्रेणी में कैंपियन की पहली ऑस्कर जीत है। वह सर्वश्रेष्ठ निर्देशन श्रेणी में दो बार नामांकित होने वाली पहली महिला भी बनीं और पिछले साल ‘नोमैडलैंड' के लिए क्लो झाओ की जीत और 2010 में ‘हर्ट लॉकर' के लिए कैथरीन बिगेलो की जीत के बाद एकमात्र तीसरी महिला निर्देशक बनी हैं। फिल्म की कहानी निर्देशक के मूल स्थान न्यूजीलैंड पर केंद्रित है। नेटफ्लिक्स पर दर्शकों, आलोचकों, समीक्षकों की खासी सराहना बटोर चुकी इस फिल्म में बेनेडिक्ट कंबरबैच, कोडी स्मिट-मैकफी, कर्स्टन डंस्ट और जेसी पेलेमन्स हैं। कैंपियन (67) ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘मुझे निर्देशन पसंद है क्योंकि यह कहानी में गहरे तक डूबने के समान है। फिर भी, एक दुनिया को दिखाने का काम बड़ा अनुभव हो सकता है। अच्छी बात यह है कि मैं अकेली नहीं हूं। ‘द पावर ऑफ द डॉग' में मैंने उन अभिनेताओं के साथ काम किया जिन्हें मैं अपना दोस्त कहती हूं। बेनेडिक्ट कंबरबैच, कर्स्टन डंस्ट, कोडी स्मिट-मैकफी, जेसी पेलेमन्स और मेरी पूरी टीम जो सच्चे दिल से फिल्म से जुड़ी।'' कैंपियन को ‘एन एंजेल एट माई टेबल', ‘होली स्मोक!' फिल्मों के निर्देशन और टीवी सीरीज ‘टॉप ऑफ द लेक' के सह-निर्माण के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने फिल्म के निर्माताओं और सहयोगियों और फिल्म का समर्थन करने के लिए नेटफ्लिक्स का आभार व्यक्त किया। हॉलीवुड अभिनेता विल स्मिथ ने ‘किंग रिचर्ड' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता की ऑस्कर ट्रॉफी अपने नाम की। अभिनेता ने अपने पिता रिचर्ड विलियम्स की कहानी को दर्शाने के लिए उन पर भरोसा जताने को लेकर टेनिस स्टार वीनस और सेरेना विलियम्स को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि उन्होंने इसे टीवी पर नहीं देखा होगा। मैं आपकी कहानी को लेकर मुझ पर भरोसा करने के लिए वीनस और सेरेना और पूरे विलियम्स परिवार को धन्यवाद कहना चाहता हूं। यही मैं करना चाहता हूं। मैं इसका एक दूत बनना चाहता हूं।'' अभिनेत्री जेसिका चेस्टन ने 94वें अकादमी पुरस्कार में जीवनी आधारित फिल्म ‘द आइज ऑफ टैमी फेय' में अमेरिकी प्रचारक टैमी फेय मेसनर की भूमिका के लिए अपनी पहली ऑस्कर ट्रॉफी जीती। अभिनेत्री को पिछली ऑस्कर विजेता ओलीविया कोलमैन (‘द लॉस्ट डॉटर'), पेनेलोप क्रूज (‘पैरेलल मदर्स') और निकोल किडमैन (‘बीइंग द रिकार्डोस') से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा। चेस्टन को उनकी ट्रॉफी पिछले साल सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का ऑस्कर जीतने वाले एंथनी हॉपकिंस ने दी। अभिनेत्री-डांसर एरियाना डीबोस को 94वें अकादमी पुरस्कारों में स्टीवन स्पीलबर्ग के प्रतिष्ठित ब्रॉडवे संगीतमय पर आधारित ‘वेस्ट साइड स्टोरी' में अपनी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार मिला। गोल्डन ग्लोब, एसएजी अवार्ड और बाफ्टा सहित सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री श्रेणी में सभी प्रमुख पुरस्कार जीतने के बाद डीबोस विजेता के रूप में सबसे आगे थीं। डीबोस ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘जिस किसी ने भी कभी आपकी पहचान पर सवाल उठाया है या आप खुद ऐसी दुनिया में जी रहे हैं... तो मैं आपसे यह वादा करती हूं कि वास्तव में हमारे लिए भी एक जगह है।'' दिलचस्प यह है कि छह दशक पहले ‘वेस्ट साइड स्टोरी' में रीटा मोरेनो ने अनीता की भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का ऑस्कर जीता था और उस फिल्म का निर्देशन भी स्पीलबर्ग ने किया गया था। वहीं, एक परिवार के बारे में बनी और दिल को छू लेने वाली फिल्म ‘कोडा' ने यहां 94वें अकादमी पुरस्कारों में ‘बेस्ट पिक्चर' का पुरस्कार अपने नाम किया।
- लॉस एंजिलिस (अमेरिका)। भारतीय वृत्तचित्र ‘राइटिंग विद फायर' को ऑस्कर में सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र की श्रेणी में ‘समर ऑफ सोल' ने मात दे दी। ‘राइटिंग विद फायर' दलित महिलाओं द्वारा चलाए गए एक समाचार पत्र ‘खबर लहरिया' पर आधारित कहानी है। इस मीडिया संगठन की पूरी टीम वक्त के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए प्रिंट मीडिया छोड़कर पूरी तरह डिजिटल माध्यम को अपना लेती है। हॉलीवुड के सबसे बड़े पुरस्कार समारोह ऑस्कर के 94वें संस्करण में सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र श्रेणी में ‘एसेंशन', ‘एटिका' और ‘फ्ली' भी दौड़ में थीं। ‘राइटिंग विद फायर' का निर्देशन रिंटू थॉमस और सुष्मित घोष ने किया है। पुरस्कार समारोह आयोजित होने से कुछ हफ्ते पहले, फिल्म उस समय विवादों में घिर गई थी, जब अखबार संगठन ने एक बयान जारी कर कहा था कि वृत्तचित्र में उनकी कहानी को सही से प्रस्तुत नहीं किया गया है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इससे फिल्म की ऑस्कर जीतने की संभावनाएं प्रभावित हुई या नहीं। ग्रामीण मीडिया संगठन 'खबर लहरिया' ने पिछले सप्ताह कहा था कि ‘राइटिंग विद फायर' में उनके बारे में जो कुछ दिखाया-बताया गया है, वह अधूरा है। ‘खबर लहरिया' की संपादक कविता बुंदेलखंडी ने कहा था, ‘‘ हमें इस बात पर बहुत गर्व है कि हमारे संगठन पर इस तरह का वृत्तचित्र बनाया गया....हम जानते हैं कि स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं के पास यह विशेषाधिकार है कि वे अपने ढंग से कहानी पेश कर सकते हैं, लेकिन हमारा यह कहना है कि पिछले 20 वर्षों से हमने जिस तरह की स्थानीय पत्रकारिता की है या करने की कोशिश की है, फिल्म में वह नजर नहीं आती।'
- पेशावर। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सोमवार को एक यात्री वैन गहरी खाई में गिर गई जिससे उसमें सवार महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम सात लोगों की मौत हो गई तथा 10 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि वाहन मरदान जिले से अपर पीर जिले के कालकोट जा रहा था जब एक मोड़ पर चालक वैन को संभाल नहीं पाया। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती किया गया है। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान ने मृतकों के प्रति शोक व्यक्त किया और घायलों को इलाज की सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया।
- बोस्टन। कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान पाया गया है कि 2020 के बसंत और 2021 के बसंत में अमेरिका में हर पांच में से एक व्यक्ति संभावित रूप से अवसाद का शिकार हुआ। वित्तीय संपत्तियों ने अवसाद के लक्षणों को कम करने में सहायता की, लेकिन इनसे एक सीमा तक ही मदद मिली। हाल में प्रकाशित अनुसंधान में कोविड-19 के कारण अमेरिकी आबादी के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़े प्रभाव को रेखांकित किया गया है। इसके तहत मानसिक स्वास्थ्य एवं संपत्तियों का आकलन करने के लिए मार्च 2020 में एक राष्ट्रीय अध्ययन शुरू किया था। कोविड-19 एक राष्ट्रीय आपात स्थिति थी, क्योंकि मौत की संख्या बढ़ रही थी। स्कूल, कार्यस्थल एवं सरकारी कार्यालय बंद थे और अमेरिकियों को घर पर रहने को कहा गया था।अनुसंधाकर्ताओं ने उस समय अपने अध्ययन में पाया कि 27.8 प्रतिशत अमेरिकी वयस्कों ने गतिविधियों में रुचि समाप्त होने या उदास एवं निराशावान महसूस करने जैसे अवसाद के लक्षणों की शिकायत की। अवसादग्रस्त वयस्कों की यह संख्या महामारी से पहले के समय की तुलना में तिगुनी थी। महामारी से पहले यह संख्या 8.5 प्रतिशत थी। अनुसंधाकर्ताओं के लिए सर्वाधिक हैरानी वाली बात यह है कि महामारी के एक साल बाद भी अवसाद की दर ऊंची है, जबकि संक्रमण और मौत की दर कम हुई है। सर्वेक्षण के अनुसार, अवसाद के लक्षणों की शिकायत करने वाले वयस्कों की संख्या बढ़कर 32.8 प्रतिशत हो गई है। इससे भी खराब बात यह है कि 2021 की संख्या में वे लोग भी शामिल हैं, जिन्होंने अप्रैल 2020 और अप्रैल 2021 दोनों में अवसाद के लक्षणों की शिकायत की है। अनुसंधाकर्ता यह भी पता लगाना चाहते थे कि कौन सी संपत्तियां-वित्तीय, शारीरिक और सामाजिक- वैश्विक महामारी के दौरान लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं। अनुसंधाकर्ताओं ने पहले सर्वेक्षण में पाया गया कि महामारी के दौरान जिनके पास अपेक्षाकृत कम संपत्तियां--खासकर कम वित्तीय संपत्तियां-- थीं, उनके कोविड-19 संबंधी तनाव से प्रभावित होने की अधिक आशंका थी।अनुसंधाकर्ताओं अगला कदम अपेक्षाकृत कम संपत्तियों के साथ वैश्विक महामारी झेलने वाले और इस दौरान नौकरी खोने, रिश्तों से जुड़ी सम्पत्तियां या वित्तीय परेशानियों का सामना करने वाले लोगों संबंधी अन्य क्षेत्रों का अध्ययन करना है। संपत्तियां व्यक्ति को तनाव से निपटने में मदद कर सकती है, लेकिन वे भी महामारी के दौरान तनाव के नुकसानदेह प्रभावों से लोगों को नहीं बचा सकतीं। हमारा अनुसंधान दर्शाता है कि भले ही वैश्विक महामारी का असर कम होता प्रतीत होता है, लेकिन अमेरिकी अब भी इसका प्रभाव झेल रहे हैं और आगामी लंबे समय तक उनके मानसिक स्वास्थ्य पर इसका दुष्प्रचार जारी रह सकता है।
- कोलंबो. श्रीलंका के सबसे पुराने अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर परिचालन रविवार को फिर शुरू हुआ। अधिकारियों ने बताया कि रतमलाना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा देश का पहला अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा है। उन्होंने बताया कि यहां 54 साल में पहली बार कोई अंतरराष्ट्रीय विमान उतरा है। यह 50 सीटों वाला विमान मालदीव से आया था। विमानन अधिकारियों ने बताया कि मालदीव से कोलंबो तक उड़ान का संचालन सप्ताह में तीन दिन किया जाएगा और बाद में इसे बढ़ाकर सप्ताह में पांच बार किया जाएगा। साठ के दशक में भंडारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बनने के बाद रतमलाना पर सिर्फ घरेलू उड़ानों का परिचालन होने लगा था। रतमलाना हवाईअड्डा 1938 में बना था।
- बीजिंग। ‘चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस' के दुर्घटनाग्रस्त हुए ‘बोइंग 737-800' विमान का दूसरा ‘ब्लैक बॉक्स' मिल गया है। यह विमान पिछले सप्ताह दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और इस हादसे में विमान में सवार 132 लोगों की मौत हो गई थी। इस विमान का ‘कॉकपिट वाइस रिकॉर्डर' चार दिन पहले मिल गया था। इसके बाद से ‘फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर' की तलाश की जा रही थी। इन दो रिकॉर्डर की मदद से जांचकर्ता यह पता लगा सकते हैं कि विमान आसमान से अचानक नीचे क्यों गिरा। चाइना ईस्टर्न एयरलाइन्स की उड़ान संख्या एमयू5735 सोमवार को कुनमिंग से दक्षिणपूर्वी चीन के ग्वांगझू आते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। सरकारी प्रसारक ‘सीसीटीवी' और आधिकारिक संवाद समिति शिन्हुआ ने अधिकारियों से हवाले से फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर मिलने की जानकारी दी।
- एवरेट. अमेरिका के वाशिंगटन राज्य के एक पुलिस अधिकारी की शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई और इस संबंध में एक संदिग्ध को एवरेट में सिएटल के उत्तर से गिरफ्तार किया गया है। प्राधिकारियों ने यह जानकारी दी। एवरेट पुलिस ने एक विज्ञप्ति में बताया कि मृतक की पहचान 41 वर्षीय डान रोचा के रूप में की गई है।स्नोहोमिश काउंटी के शेरिफ कार्यालय के प्रवक्ता कोर्टनी ओ कीफ ने विज्ञप्ति में बताया कि रोचा का स्टारबक्स के पार्किंग क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधि कर रहे 50 वर्षीय एक व्यक्ति से झगड़ा हुआ जिसके बाद पुलिसकर्मी को गोली मारी गई। ‘डेली हेराल्ड' की खबर के अनुसार, घटनास्थल के पास के अपार्टमेंट में रहने वाले जॉर्ज लाबावे ने कहा कि उसने अपराह्न दो बजकर 15 मिनट पर गोली चलने की आवाज सुनी। खबर के अनुसार, लाबावे ने कहा कि उसने पार्किंग क्षेत्र में पुलिसकर्मी का शरीर जमीन पर गिरा हुआ देखा। लाबावे ने कहा कि उसने देखा कि एक व्यक्ति बंदूक लेकर कार में जा रहा था। ओ कीफ ने बताया कि पुलिस ने संदिग्ध के वाहन का पीछा किया और उसे पकड़ लिया गया।