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- ढाका। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी दो दिवसीय बांग्लादेश यात्रा के दूसरे दिन की शुरुआत सत्खिरा स्थित प्राचीन जशोरेश्वरी काली मंदिर में देवी काली की पूजा अर्चना से की और इस दौरान समस्त मानव जाति के कल्याण की कामना की। कई शताब्दियों पुराना यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है। मंदिर परिसर में पहुंचने पर प्रधानमंत्री का स्वागत शंख बजाकर, तिलक लगाकर और अन्य पारंपरिक तरीकों से किया गया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने विधि-विधान से मां काली की पूजा अर्चना की। उन्होंने मां काली को एक मुकुट, साड़ी व अन्य पूजन सामग्रियां भी अर्पित की और अंत में मंदिर की परिक्रमा भी की। बाद में उन्होंने कहा कि मंदिर में पूजा अर्चना कर उन्होंने पूरी मानव जाति के कल्याण की कामना की।उन्होंने कहा, ‘‘आज मुझे 51 शक्तिपीठों में से एक मां काली के चरणों में आने का सौभाग्य मिला। मेरी कोशिश रहती है कि मौका मिले तो 51 शक्तिपीठों में कभी ना कभी जाकर अपना मत्था टेकूं।'' मोदी ने कहा कि वर्ष 2015 में वह जब बांग्लादेश आए थे तो उन्हें मां ढाकेश्वरी के चरणों में शीश झुकाने का अवसर मिला था और आज मां काली के चरणों में आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘आज मानव जाति कोरोना के कारण अनेक संकटों से गुजर रही है, मां से यही प्रार्थना है कि पूरी मानव जाति को कोरोना के इस संकट से जल्द से जल्द मुक्ति दिलाएं।'' प्रधानमंत्री ने ‘‘सर्वे भवंतु सुखिन:'' के मंत्र का उल्लेख किया और ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम'' को भारतीय संस्कृति की विरासत बताते हुए कहा, ‘‘हम पूरी मानव जाति के कल्याण के लिए प्रार्थना करते हैं।'' उन्होंने कहा कि जब यहां मां काली की पूजा का मेला लगता है तो बहुत बड़ी तादाद में भक्त आते हैं जिनमें सीमापार के श्रद्धालु भी शामिल होते हैं। उन्होंने यहां एक सामुदायिक केंद्र के निर्माण की आवश्यकता बताते हुए कहा कि भारत सरकार यहां इसके निर्माण का कार्य करेगी ताकि जब काली पूजा के समय लोग यहां आएं तो यह उनके उपयोग में आए। आपदा के समय भी यह काम आए। उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार यहां पर निर्माण कार्य कराएगी। इसके लिए बांग्लादेश सरकार ने शुभकामनाएं प्रकट की है। इसके लिए मैं उनका आभार प्रकट करता हूं।प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को ढाका पहुंचे थे जहां उनकी अगवानी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने की। हसीना के साथ उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी भी हजरत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उपस्थिति थे। मोदी के सम्मान में 19 तोपों की सलामी और गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद प्रधानमंत्री की यह पहली विदेश यात्रा है। यह यात्रा शेख मुजीबुर रहमान की जन्मशताब्दी, भारत और बांग्लादेश के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के पचास वर्ष पूरे होने और बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के पचास वर्ष पूरे होने से संबंधित हैं। प्रधानमंत्री ने इससे पहले वर्ष 2015 में बांग्लादेश की यात्रा की थी।
- काहिरा । मिस्र की राजधानी काहिरा में शनिवार तड़के नौ मंजिला एक अपार्टमेंट की इमारत ढहने से पांच लोगों की मौत हो गई और तकरीबन 24 अन्य घायल हो गये। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। काहिरा शासन के प्रशासनिक प्रमुख खालिद अब्दुल-अल ने बताया कि बचावकर्मी अल-सलाम में इमारत के मलबे में फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं। उन्होंने एक बयान में बताया कि इस हादसे में 24 अन्य घायल हो गये, जिन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने क्षेत्र को घेर लिया है। कर्मचारी मलबे को हटाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल करते देखे गए। अब्दुल-अल ने बताया कि इमारत ढहने के कारण का तत्काल पता नहीं चल सका है।गौरतलब है कि सरकार ने हाल ही में देशभर में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है और उल्लंघन करने वालों को जेल भेजा जा रहा है। सरकार ने कई मामलों में इमारतों को ढहाने की कार्रवाई भी शुरू की है।
- आयोवा सिटी (अमेरिका) । अमेरिका के आयोवा में एक कैदी ने जेल अधिकारियों पर हमला कर दिया जिसमें एक नर्स और एक अधिकारी की मौत हो गई। इस जेल में आयोवा के कुछ सबसे खतरनाक अपराधी कैद हैं। ‘आयोवा करेक्शन (सुधार) डिपार्टमेंट' की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, हमला मंगलवार सुबह करीब सवा 10 बजे पूर्वी अयोवा के अनामोसा शहर के ‘प्रिजन इंफरमरी' में किया गया। विभाग ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।विभाग ने बयान में कहा, ‘‘ विभाग इस बात की पुष्टि कर सकता है कि एक कैदी ने ‘प्रिजन इंफरमरी' में स्टाफ के कई सदस्यों और कैदियों पर हमला कर दिया। हमले में एक नर्स और एक अधिकारी की मौत हो गई।'' उसने बताया कि अतिरिक्त बल ने मौके पर पहुंच कैदी को काबू में किया। कैदी की पहचान अभी उजागर नहीं की गई है। घटना में घायल लोगों का इलाज चल रहा है। कितने लोग घायल हुए हैं, इस संबंध में भी अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है।
- हांगकांग। हांगकांग ने फाइजर के कोविड-19 रोधी टीके के इस्तेमाल पर बुधवार को रोक लगा दी। वितरक फोसुन ने टीके के एक बैच की बोतलों के ढक्कन खराब होने की जानकारी दी थी, जिसके बाद यह कदम उठाया गया।हांगकांग सरकार की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, इन टीकों के इस्तेमाल को तत्काल रोक दिया गया है। चीनी दवा कम्पनी फोसुन फार्मा और अमेरिकी दवा कम्पनी फाइजर के साथ मिलकर कोविड-19 रोधी टीका बनाने वाली जर्मनी की कम्पनी बायोएनटेक मामले की जांच कर रही है। बयान के अनुसार, बायोएनटेक और फोसुन फार्मा को टीके के सुरक्षित ना होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं। हालांकि एहतियाती तौर पर इस टीके के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है।फाइजर के टीकों पर प्रतिबंध का मतलब है कि यहां के लोगों को फिलहाल चीन द्वारा विकसित सिनोवैक टीके लगवाने का ही विकल्प है।
- ढाका। बांग्लादेश के दक्षिण पूर्व कोक्स बाजार जिले में रोहिंग्या शिविर में भीषण आग लग जाने पर कम से कम 15 लोगों मौत हो गई और 400 अन्य लापता बताए जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। देर रात लगी आग में हजारों झुग्गियां जल कर नष्ट हो गईं। इन झुग्गियों में 45,000 से अधिक लोग रह रहे थे। बचावकर्मियों ने मंगलवार को 15 शव बरामद किये। आग में घायल हुए सैकड़ों लोगों का आसपास के अस्पतालों में इलाज चल रहा है। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के प्रवक्ता जोहानेस वान देर क्लाउ ने प्रेस वार्ता में कहा , ‘‘हमने अब तक 15 लोगों की मौत होने की पुष्टि की है, जबकि 400 लोग अब तक लापता हैं और करीब 10,000 झुग्गियां नष्ट हो गईं। हालांकि, बांग्लादेश के अधिकारियों ने अब तक मृतक संख्या की पुष्टि नहीं की है। सरकार के उप प्रमुख शरणार्थी आयुक्त शमशाद दौजा ने कहा कि आग के कारणों का पता लगाने के लिए एक आधिकारिक जांच शुरू कर दी गई थी।
- सीरियल किलर से जुड़ी आपने ऐसी कई कहानियां सुनी होगी, जो एक-दो नहीं बल्कि कई लोगों की बेरहमी से हत्या की होगी। लेकिन क्या आपने कभी ऐसे सीरियल किलर के बारे में सुना है, जो इंसान नहीं बल्कि बिल्लियों का कत्ल करता हो। आपको ये बात थोड़ी अजीब जरूर लग रही होगी, लेकिन कुछ साल पहले ब्रिटेन के अलग-अलग इलाकों में ऐसी खौफनाक घटनाएं घटी थी, जिसने पूरे देश को हिला दिया था।दरअसल, एक सीरियल किलर पालतू जानवरों को अपना शिकार बनाता था, जिसमें खरगोश और उल्लू के बच्चे भी शामिल हैं। लेकिन इसमें पालतू बिल्लियों की संख्या सबसे अधिक थी। इस शख्स ने पूरे ब्रिटेन में 400 से अधिक बिल्लियों और कई अन्य जीव-जंतुओं की बेरहमी से हत्या की और उनके शव को भी क्षत-विक्षत कर दिए।बता दें कि इस मामले की शुरुआत साल 2014 में दक्षिण लंदन के क्रॉयडन शहर से हुई थी। इसलिए मीडिया ने इसे 'क्रॉयडन कैट सीरियल किलर' का नाम दिया। कुछ लोग इसे 'एम-25 कैट किलर' भी कहते हैं। क्रॉयडन शहर से शुरू हुई ये वारदातें धीरे-धीरे पूरे लंदन में फैल गईं और देखते ही देखते इस कैट सीरियल किलर की दहशत पूरे ब्रिटेन में फैलने लगी।मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा था कि यह सीरियल किलर पालतु पशुओं को खाने-पीने की चीजों से ललचा-फुसलाकर अपने पास बुलाता और फिर धारदार हथियार से वार कर उनकी हत्या कर देता है। इसके बाद वह सबूत मिटाने के लिए उनके शव को बुरी तरह क्षत-विक्षत कर देता है। इस अजीब सीरियल किलर को पकडऩे के लिए दिसंबर 2015 में पुलिस टीम गठित कर एक विशेष ऑपरेशन लांच किया गया, जिसका नाम 'ताकाहे' रखा गया था। इतना ही नहीं सीरियल किलर के खिलाफ सबूत इक_ा करने के लिए पुलिस ने उन बिल्लियों का पोस्टमॉर्टम भी कराया, जिनकी हत्या की गई थी। कहते हैं कि महज 10 बिल्लियों के पोस्टमॉर्टम पर ही 7500 पाउंड यानी करीब सात लाख रुपये खर्च हो गए थे।दिसंबर 2017 में, पुलिस ने उसी साल अगस्त से नवंबर तक नॉर्थम्प्टन के आसपास हुई पांच बिल्लियों की मौत को उसी सीरियल किलर से जोड़ा, लेकिन बाद में पुलिस ने कहा कि नॉर्थम्प्टन में हुई बिल्लियों की मौतें एक दूसरे से जुड़ी नहीं थीं। हालांकि इस मामले में पुलिस ने एक 31 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार जरूर किया था, लेकिन सबूत न होने की वजह से बाद में उसे छोड़ दिया।लगभग तीन साल की जांच के बाद साल 2018 में मेट्रोपोलिटन पुलिस ने इस मामले को यह कहकर बंद कर दिया कि पालतू जानवरों की खासकर बिल्लियों की मौत सड़क हादसों में या फिर किसी जंगली जानवर के हमले में हुई है। हालांकि, लोग यह मानने के लिए तैयार नहीं थे। यहां तक कि कुछ पुलिसवाले भी डिपार्टमेंट की इस थ्योरी से सहमत नहीं थे। उनका मानना था कि इसके पीछे कोई न कोई इंसान ही है। (फाइल फोटो)
- बेरूत। सीरिया में सरकार के नियंत्रण वाले इलाकों से विद्रोहियों के कब्जे वाले अतारेब कस्बे में एक अस्पताल पर गोलेबारी गई, जिसमें एक बच्चे समेत कम से कम छह मरीजों की मौत हो गई और स्वास्थ्यकर्मी घायल हो गए तथा अस्पताल को बंद करना पड़ा।बचावकर्मियों और कार्यकर्ताओं के एक समूह ने यह जानकारी दी। ब्रिटेन स्थित सीरियाई मानवाधिकार निगरानी संगठन ने बताया कि पश्चिमी अलेप्पो के अतारेब में अस्पताल के प्रवेश द्वारा और प्रांगण में गोलेबारी की गई। सीरियन सीविल डिफेंस के स्वयंसेवकों ने बताया कि मारे गए कम से कम छह लोगों में एक बच्चा और एक महिला शामिल है। 'सीरियन अमेरिकन मेडिकल सोसाइटी' ने बताया कि हमले में पांच चिकित्सा कर्मियों समेत 17 लोग घायल हुए हैं।
- डेट्रॉयट (अमेरिका) । डेट्रॉयट के एक हुक्का बार में झगड़े के दौरान एक व्यक्ति ने आठ लोगों पर चाकू से हमला कर दिया, जिसमें तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।पुलिस अधिकारी डैन डोनाकोव्सकी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि ‘टियागा हुक्का लॉन्ज' में तड़के चार बजकर 40 मिनट पर झगड़ा शुरू हुआ था। प्राथमिक जानकारी में पता चला है कि इस दौरान गोलियां भी चलीं, लेकिन वे किसी को लगी नहीं। पुलिस ने बताया कि आठ लोगों पर चाकू से हमला करने के आरोप में 34 वर्षीय व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है
- बहराइच (उप्र) । तेलंगाना राज्य से करीब 10 लाख रुपये के जेवरात व अन्य कीमती सामान कथित तौर पर चोरी करके फरार नेपाली युवक- युवती को उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भारत-नेपाल सीमा के रुपईडीहा बॉर्डर से सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवानों ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। रविवार को एसएसबी के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों युवक-युवती नेपाल भागने के प्रयास में थे, तभी उन्हें गिरफ्तार करके उनके पास से चोरी का सामान बरामद किया गया। एसएसबी के सहायक कमांडेंट अनिल कुमार यादव ने बताया कि तेलंगाना राज्य पुलिस ने सूचना दी थी कि नेपाली मूल के युवक व युवती तेलंगाना से लाखों रुपये के कीमती जेवरात व अन्य सामान चोरी करके नेपाल भागने की फिराक में हैं। यादव ने बताया कि इस संबंध में नेपाल सीमा से लगे उत्तर प्रदेश के सभी बॉर्डर आउटपोस्ट को सतर्क किया गया था। उन्होंने बताया कि शनिवार को नेपाल जाने की कोशिश कर रहे नेपाल के सुर्खेत निवासी आरोपी ललित और कैलाली निवासी आरोपी जाह्नवी को एसएसबी के जवानों ने शक के आधार पर पकड़ कर छानबीन की तो उनके कब्जे से करीब दस लाख रुपये कीमत के सोने-चांदी के जेवरात, नकदी व अन्य वस्तुएं बरामद हुईं। उन्होंने बताया कि पूछताछ में दोनों ने चोरी की बात स्वीकार की है। उन्होंने बताया कि सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के पश्चात नेपाली आरोपी युवक युवती को तेलंगाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
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नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में बांग्लादेश की दो दिवसीय यात्रा पर जा रहे हैं। इस दौरान गणमान्य व्यक्ति विशेष रूप से तैयार खादी के मुजीब जैकेट पहनेंगे। खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने इस तरह के 100 मुजीब जैकेट की आपूर्ति की है। मुजीब जैकेट बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान द्वारा पहने जाने वाले परिधान के रूप में प्रसिद्ध है। उन्हें बांग्लादेश का राष्ट्रपिता कहा जाता है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा, खादी, जो भारत की विरासत का कपड़ा है, माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 26 और 27 मार्च की बांग्लादेश की दो दिवसीय यात्रा के दौरान लोगों की नजरें खींचने के लिये तैयार है। केवीआईसी ने 100 मुजीब जैकेटों की आपूर्ति की है, जो इस यात्रा में गणमान्य व्यक्तियों की पोशाक होगी।'' बयान में कहा गया कि बांग्लादेश शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी को मुजीब बोरसो के रूप में मना रहा है। इसी उपलक्ष्य में ढाका में भारतीय उच्चायोग के इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र ने 100 मुजीब जैकेट का एक ऑर्डर दिया था। खेप को पहले ही ढाका भेज दिया गया है। - 810 दिन में सूरज का एक चक्कर पूरा करता है यह क्षुद्रग्रहवॉशिंगटन। इस साल धरती के करीब से गुजरने वाला ऐस्टरॉइड रविवार को निकलेगा। हालांकि, इससे धरती को किसी तरह का खतरा नहीं है। 2001 एफओ32 नाम का यह ऐस्टरॉइड कई सौ मीटर डायमीटर का है और यह धरती से 20 लाख किमी दूर से गुजरेगा। यह दूरी चांद और धरती के बीच की दूरी से पांच गुना ज्यादा है। यूरोपियन स्पेस एजेंसी के ऐस्टरॉइड एक्सपर्ट डेटलेफ कोशनी के मुताबिक यह ऐस्टरॉइड स्थिर है और खतरनाक रास्ते पर नहीं है। इसे उपकरणों की मदद से ऐस्ट्रोनॉमर्स देख सकेंगे। यह ऐस्टरॉइड हर 810 दिन में सूरज का एक चक्कर पूरा करता है। रविवार को धरती के करीब से गुजरने के बाद यह 2052 में वापस आएगा। वैज्ञानिक इसका इस्तेमाल ऐस्टरॉइड के बारे में और ज्यादा जानने के लिए करेंगे। इस ऐस्टरॉइड की पहली तस्वीर को इटली स्थित वर्चुअल टेलिस्कोप प्रॉजेक्ट ने अपने कैमरे में कैद किया है। इस ऐस्टरॉइड की तस्वीर को उस समय कैमरे में कैद किया गया जब यह विशाल चट्टान धरती से 1.95 लाख किलोमीटर की दूरी पर थी।-File photo
- नई दिल्ली। नेपाल ने भारत की कौवैक्सीन के आपात उपयोग की अनुमति दे दी है। भारत बायोटैक की कोविड वैक्सीन को अनुमति देने वाला नेपाल तीसरा देश है। भारत ने जनवरी में इस वैक्सीन के आपात उपयोग की अनुमति दी थी। उसके बाद इस महीने के आरंभ में जिम्बाब्वे ने इस वैक्सीन के आपात उपयोग की मंजूरी दी थी।नेपाल के औषधि प्रशासन विभाग ने कहा कि भारत में बनी इस वैक्सीन को सशर्त अनुमति दी गई है। नेपाल भारत से एस्ट्राजेनिका की 23 लाख वैक्सीन आयात कर चुका है। इसके अलावा 10 लाख खुराक भारत ने नेपाल को उपहार में दी थी। भारत बायोटैक ने कहा है कि 40 देशों ने कोवैक्सीन में रूचि दिखाई है। ब्राजील, फिलीपिन्स और थाईलैण्ड में इसके आपात उपयोग की अनुमति देने की प्रक्रिया जारी है।
- कोलंबो। मध्य श्रीलंका में शनिवार को एक यात्री बस खड्ड में गिर गई जिससे 13 लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक लोग जख्मी हो गए। पुलिस ने बताया कि कोलंबो से करीब 240 किलोमीटर पूर्व में पासरा शहर के समीप बस एक खड्ड में गिर गई। ऐसा बताया जा रहा है बस इसी शहर के लिए रवाना हुई थी। पुलिस प्रवक्ता अजित रोहन ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि चालक की लापरवाही से हादसा हुआ। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि हादसे में चालक बचा या नहीं। स्थानीय मीडिया ने बताया कि बस में 70 से अधिक यात्री सवार थे।
- मक्का। दुनिया में एक से बढ़कर एक विशाल और आलीशान होटल हैं, जिनकी खूबियां लोगों को हैरान कर देती हैं। ऐसा ही एक होटल सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में बन रहा है, जिसे बनने के बाद दुनिया का सबसे बड़ा होटल कहा जाएगा।आमतौर पर बड़े से बड़े होटलों में मेहमानों के ठहरने के लिए 500 या एक हजार कमरे होते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इस होटल में कुल 10 हजार कमरे होंगे। 12 टावर्स वाले इस आलीशान होटल में कुल 70 रेस्टोरेंट होंगे, जो रात-दिन खुले रहेंगे, यानी मेहमानों के पास में से अपनी पसंद का रेस्टोरेंट चुनने का मौका होगा।। इतनी संख्या में रेस्टोरेंट आज तक किसी होटल में नहीं खुले हैं।इस होटल का नाम 'अबराज कुदाई' रखा गया है। इस होटल की एक खासियत ये भी है कि इमारतों के ऊपर चार हैलीपैड्स भी बनाए गए हैं, जिससे हेलीकॉप्टर से आने-जाने वालों को कोई दिक्कत न हो। यहां का सबसे ऊंचा टावर 45 मंजिला, जबकि सबसे छोटा टावर 30 मंजिला होगा।इस होटल की सबसे खास बात ये है कि इसके पांच फ्लोर को सिर्फ सऊदी अरब के शाही परिवार के इस्तेमाल के लिए ही बनाया गया है, जहां बिना इजाजत आम लोग नहीं जा सकते हैं। माना जा रहा है कि इस होटल में निर्माण में 233 अरब रुपये खर्च होंगे। इसका डिजाइन डार अल-हंदासाह ग्रुप ने तैयार किया है। यह एक अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट डिजाइन फर्म है। पहले ऐसा कहा जा रहा था कि यह होटल 2017 में ही बनकर तैयार हो जाएगा, लेकिन कुछ आर्थिक परेशानियों की वजह से इसका निर्माण कार्य रोक दिया गया था। फिर बाद में जब फिर से इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ तो कहा गया कि यह 2019 या 2020 में तैयार हो जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं और फिर 2020 में तो कोरोना महामारी ने ही दस्तक दे दी, जिसकी वजह से इसका निर्माण का काम रूक गया। फिलहाल इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है कि यह आखिर कब तक बनकर तैयार हो जाएगा।
- दुनिया में बहुत सारे बांध बनाए गए हैं, जिनमें से कुछ बहुत बड़े तो कुछ बहुत ही लंबे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा बांध कौन सा है? दरअसल, दुनिया का सबसे बड़ा बांध चीन में है, जिसका नाम 'थ्री गोर्जेस डैम' है। इंटरनेशनल वाटर पावर एंड डैम कंस्ट्रक्शन पत्रिका के मुताबिक, 2.3 किलोमीटर लंबा, 115 मीटर चौड़ा और 185 मीटर ऊंचा यह बांध दुनिया का सबसे बड़ा पनबिजली बांध है। यह बांध चीन के हुबेई प्रांत में यांग्जी नदी पर बना हुआ है, जिसे दुनिया की तीसरी सबसे लंबी नदी माना जाता है और जिसकी लंबाई छह हजार किलोमीटर से भी अधिक है।कहा जाता है कि इस विशालकाय बांध को बनाने में ढाई लाख करोड़ रुपये से भी अधिक की लागत आई है। इसे बनाने में कुल 18 साल का लंबा समय लगा है। इसके निर्माण का काम साल 1994 में शुरू हुआ था और 2012 में यह बनकर तैयार हो गया था।कहते हैं कि 'थ्री गोर्जेस डैम' बनाने में चार लाख 63 हजार टन स्टील का इस्तेमाल हुआ है। इतने स्टील में तो कई एफिल टॉवर खड़े किए जा सकते हैं। चीन का यह डैम अमेरिका के महान हूवर डैम से 11 गुना अधिक बिजली पैदा कर सकता है। एक अनुमान के मुताबिक, इसमें 22,400 मेगावाट ऊर्जा उत्पन्न करने की क्षमता है, यानी बिजली के उत्पादन में इसका कोई जवाब नहीं है।
- नाकुरू (केन्या)। तंजानिया के राष्ट्रपति जॉन मगुफुली का निधन हो गया है। वे 61 वर्ष के थे।उपराष्ट्रपति सामिया सुलुहू ने बुधवार को बताया कि मगुफुली का हृदय गति रुकने के कारण निधन हो गया। राष्ट्रपति को फरवरी के अंत से सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया था। सोशल मीडिया पर ऐसी अटकलें थीं कि वह बीमार चल रहे हैं लेकिन शीर्ष सरकारी अधिकारियों ने इन बातों का खंडन किया था। मगुफुली अफ्रीका के उन प्रमुख नेताओं में से एक थे जिन्होंने कोविड-19 वैश्विक महामारी को खारिज कर दिया था। उन्होंने पिछले साल कहा था कि तंजानिया ने तीन दिन की राष्ट्रीय प्रार्थना के जरिए इस संक्रामक बीमारी का खात्मा कर दिया।
- नियामे । नाइजर में एक बाजार से लौट रहे लोगों पर मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए बंदूकधारियों ने हमला कर दिया, जिससे कम से कम 58 लोगों की मौत हो गई। नाइजर सरकार ने यह जानकारी दी। सोमवार को हुए इस हमले की अभी किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है । माली और नाइजर की सीमा के निकट के बानीबांगोउ में मवेशियों के एक बड़े बाजार से जब लोग लौट रहे थे, तभी संदिग्धों ने उन पर हमला कर दिया और पास में स्थित खाद्य भंडारों में आग लगा दी। इस संबंध में सरकार के प्रवक्ता अब्दौरहमाने जकारिया ने मंगलवार को नाइजर के सरकारी टीवी चैनल पर जानकारी दी और हमले में मारे गए लोगों के लिए तीन दिन का राष्ट्रीय शोक मनाने की घोषणा की। इससे पहले जनवरी में तिल्लाबेरी इलाके के दो गांवों में हुए हमले में 100 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी भी किसी आतंकवादी संगठन ने नहीं ली थी।
- बोलिविया। बोलिविया की पूर्व राष्ट्रपति जिनी एनेज को मंगलवार को चार महीने के लिए जेल भेज दिया गया। 2019 में तत्कालीन सरकार के तख्तापलट में मदद देने के आरोपों के सिलसिले में जांच एजेंसियों ने उनसे पूछताछ कर रही है।तख्तापलट के लिए मानवाधिकार संगठनों और अमरीकी देशों के संगठन ने जिनी एनेज की कड़ी आलोचना की। तख्तापलट के दौरान भड़की हिंसा में कम से कम 33 लोग मारे गए थे।
- बीजिंग. सालभर से कोरोना वायरस की वजह से आफत झेल रहे चीन को सोमवार को एक नए तरह के हमले का सामना करना पड़ा। चीन की राजधानी बीजिंग में सुबह-सबह ही पूरा आसमान पीला पड़ गया। जिधर भी लोगों की नजरें जा रही थीं, सबकुछ पीला ही नजर आ रहा था। दरअसल, बीजिंग में सोमवार सुबह रेतीले तूफान ने दस्तक दी थी, जिसकी वजह से हर जगह धूल भरी आंधी ही नजर आ रही थी। इसके अलावा, चीन के पड़ोसी देश मंगोलिया में भी रेतीला तूफान आया था। इसकी चपेट में आने की वजह से छह लोगों की मौत हो गई और 80 लोग लापता हो गए।तूफान के चलते 400 फ्लाइट्स कैंसिलचीन की राजधानी बीजिंग में आए तूफान का सीधा असर फ्लाइट्स पर पड़ा। रेतीले तूफान की वजह से 400 फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया गया। यह इस दशक का सबसे भयंकर तूफान बताया जा रहा है। राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि रेत और धूल के कारण उत्तर-पश्चिम में शिनजियांग से लेकर उत्तर-पूर्व में हेइलोंगजियांग और तियानजिन के पूर्वी तटीय बंदरगाह शहर तक 12 प्रांत और क्षेत्र प्रभावित होंगे। केंद्र ने अपनी वेबसाइट पर एक पोस्ट में कहा, "यह सबसे गहन रेतीला तूफान है, जिसे हमारे देश ने 10 वर्षों में पहली बार देखा है, साथ ही साथ यह व्यापक क्षेत्र को कवर करता है।"500 पर पहुंच गया बीजिंग का एयर क्वालिटी इंडक्सबीजिंग का अधिकारिक एयर क्वालिटी इंडक्स रेतीले तूफान की वजह से 500 के स्तर पर पहुंच गया। कुछ जिलों में पीएम10 के रूप में पहचाने जाने वाले पार्टिकल्स 2,000 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गए। हालांकि, चीन के मौसम विभाग ने इस बात की जानकारी दी थी। मौसम विभाग प्रशासन ने सोमवार सुबह एक पीले अलर्ट की घोषणा करते हुए कहा कि यह सैंडस्टॉर्म इनर मंगोलिया से गांसु, शांक्सी और हेबै के प्रांतों में फैल जाएंगेमंगोलिया में भी डस्ट स्टोर्म ने मचाया आंतकचीन के पड़ोसी देश मंगोलिया में भी डस्ट स्टोर्म ने खूब आतंक मचाया। इसकी वजह से एक बच्चे समेत छह लोगों की मौत हो गई। देश के इमरजेंसी मैनेजमेंट डिपार्टमेंट ने एक बयान में बताया कि विभाग को 548 लोगों के नौ प्रांत से लापता होने की जानकारी मिली। ये सभी लोग शनिवार रात से लेकर सोमवार सुबह तक के बीच में गायब हुए थे। हालांकि, इनमें से कई लोगों को बचा भी लिया गया, लेकिन कई अभी भी गायब हैं और उन्हें ढूंढने का अभियान चल रहा है। स्थानीय मीडिया ने बताया है कि इस डस्ट स्टोर्म की वजह से बड़े स्तर पर बिजली गुल होने की भी घटनाएं सामने आई हैं।
- मॉस्को. रूस के वैज्ञानिकों ने पहली बार पानी के अंदर ऐसा टेलिस्कोप लगाया है, तो जो इनर स्पेस यानी धरती के अंदर और आउटर स्पेस यानी अंतरिक्ष दोनों पर नजर रखेगा। ये उन कणों की खोज करेगा जिनकी वजह से धरती का निर्माण हुआ था। यानी दुनिया के सबसे छोटे कण न्यूट्रीनोस। अगर इन कणों की गतिविधि बढ़ जाए, तो काफी नुकसान हो सकता है। इसलिए इनकी निगरानी जरूरी है।रूस के वैज्ञानिकों ने हाल ही में बैकल झील के अंदर एक बड़ा स्पेस टेलिस्कोप लगाया है। इस टेलिस्कोप को साल 2015 से बनाया जा रहा था। इसका काम है न्यूट्रीनोस का पता लगाना। न्यूट्रीनोस दुनिया के सबसे छोटे कण होते हैं। इनकी निगरानी करना या इनकी मात्रा जानना बेहद कठिन है। इसलिए यह टेलिस्कोप लगाया जा रहा है।2500 से 4300 फीट नीचे पानी में तैनात किया गयावैज्ञानिकों ने इस टेलिस्कोप को बैकल-जीवीडी नाम दिया है। इसे बैकल झील में 750 से 1350 मीटर यानी 2500 से 4300 फीट नीचे पानी में तैनात किया गया है। यह झील के किनारे से 4 किलोमीटर दूर है। न्यूट्रीनोस का पता लगाना अत्यधिक कठिन कार्य है, लेकिन पानी एक ऐसा माध्यम है जिससे इनकी जांच करना आसान हो जाता है। इसलिए टेलिस्कोप पानी के अंदर तैनात किया गया है।इस तरह से काम करेगा बैकल-जीवीडी टेलिस्कोपबैकल-जीवीडी एक स्टील और कांच से बना गोलाकार गोता लगाने वाला टेलिस्कोप है, जिसमें कई सारे तार लगे हैं। बैकल-जीवीडी को बर्फ से जमी झील बैकल की गहराइयों में बेहद सतर्कता के साथ डुबाया गया। इसके लिए झील की बर्फ को काटकर चौकोर छेद बनाया गया। इसके बाद बैकल-जीवीडी को धीरे-धीरे झील के हाड़ कंपा देने वाले ठंडे पानी में उतारा गया।रूस के ज्वाइंट इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर रिसर्च के साइंटिस्ट डिमित्री नाउमोव ने कहा कि ये टेलिस्कोप धरती पर बनते-बिगड़ते न्यूट्रीनोस की खोज में साइंटिस्ट्स की मदद करेगा। इससे पूरी दुनिया को पता चलेगा कि न्यूट्रीनोस की मात्रा कम है या ज्यादा। संतुलित है या अंसतुलित। कुछ सालों में ऐसे और टेलिस्कोप बनाकर हम एक घन किलोमीटर तक के क्षेत्रफल में तैनात करेंगे।
- शिकागो (अमेरिका) । शिकागो के साउथ साइड में रविवार की सुबह एक पार्टी के दौरान हुई गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 अन्य घायल हो गये। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस प्रवकता जोस जारा ने एक बयान में कहा, ‘‘यह घटना सुबह करीब चार बज कर 40 मिनट पर हुई। जिन लोगों को गोली लगी, उनकी उम्र 20 से 44 वर्ष के बीच है।'' जारा ने घटना का और विवरण नहीं दिया है। उन्होंने यह भी नहीं बताया कि क्या हमलावर एक ही व्यक्ति था, या गोलीबारी की वजह क्या थी ? दमकल विभाग के प्रवक्ता लैरी मेरिट ने शिकागो सन-टाइम्स से कहा कि गंभीर से लेकर नाजुक हालत वाले सात घायलों को अस्पताल ले जाया गया।
- डेनवर । अमेरिका के कोलोराडो राज्य की राजधानी डेनवर में भीषण बर्फीले तूफान के कारण दो हजार से अधिक उड़ानों को रद्द किया गया है। राष्ट्रीय मौसम सेवा ने शीत तूफान की चेतावनी जारी की और कहा कि शनिवार दोपहर से शनिवार रात तक डेनवर में 18 से 24 इंच बर्फबारी होने और शिलाखंड गिरने की आशंका है। इसके अलावा ‘फ्रंट रेंज' तलहटी के कुछ इलाकों में 30 इंच तक बर्फबारी होने की आशंका है। कोलोराडो परिवहन विभाग ने भी सड़कों के बंद होने की आशंका जताते हुए लोगों से बहुत जरूरी होने पर ही यात्रा करने को कहा है। डेनवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रवक्ता एमिली विलियम्स ने बताया कि शनिवार सुबह हवाई अड्डे पर भीड़-भाड़ रही, लेकिन दिन में करीब 750 उड़ानें रद्द की गईं और रविवार के लिए भी करीब 1,300 उड़ानें रद्द की गई हैं।
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मास्को। कजाकिस्तान की सेना का एक विमान शनिवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार चालक दल के चार सदस्यों की मौत हो गई जबकि दो अन्य घायल हो गए।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। कजाकिस्तान के आपातकालीन मंत्रालय ने कहा कि विमान दुर्घटना के दौरान चालक दल के दो सदस्य बच गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मंत्रालय ने कहा कि देश के सबसे बड़े शहर अलमाटी स्थित हवाईअड्डे पर उतरने के दौरान विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान कजाकिस्तान की राजधानी नूर सुल्तान से अलमाटी के हवाईअड्डे पर पहुंचा था और इसमें चालक दल के छह सदस्यों के अलावा कोई यात्री सवार नहीं था। दुर्घटना के कारणों का तत्काल पता नहीं चल सका है। - सल्त (जॉर्डन)। जॉर्डन के स्वास्थ्य मंत्री ने राजधानी अम्मान के निकट एक अस्पताल में ऑक्सीजन आपूर्ति की कमी के चलते कम से कम छह लोगों की मौत होने के बाद शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जॉर्डन की सरकारी मीडिया ने यह खबर दी है। स्थानीय मीडिया में आईं खबरों के अनुसार जॉर्डन के प्रधानमंत्री बशर-उल-खसावना ने अम्मान से 20 किलोमीटर दूर सल्त कस्बे के एक सरकारी अस्पताल में हुई घटना की जांच का आदेश देते हुए स्वास्थ्य मंत्री नादिर उबेजात से इस्तीफा देने के लिये कहा था। सरकार के मुखपत्र 'अल-राई' ने उबेजात के इस्तीफे देने की खबर की पुष्टि की है।
- वाशिंगटन। एक विशालकाय एस्टेरॉयड 21 मार्च को पृथ्वी के बेहद करीब से गुजरने वाला है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार एस्टेरॉयड 2001 एफओ32 का व्यास 915 मीटर (तीन हजार फुट) है। इसकी खोज बीस साल पहले हुई थी। यह पृथ्वी से 20 लाख किमी दूर से गुजरेगा। ऐसे में पृथ्वी पर इससे ज्यादा असर नहीं होगा।नासा के अनुसार यह एस्टेरॉयड सुबह करीब चार बजे पृथ्वी के करीब से गुजरेगा। इसके बाद वर्ष 2052 तक ये पृथ्वी के करीब नहीं आएगा। इसकी रफ्तार 1 लाख 24 हजार किलोमीटर प्रति घंटे होगी जो पृथ्वी के करीब से गुजरने वाले दूसरे एस्टेरॉयड की तुलना में बहुत अधिक है। नासा के जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी (जेपीएल) के प्रमुख वैज्ञानिक प्रो. लांस बेनर ने बताया कि इस एस्टेरॉयड के बारे में फिलहाल बहुत कम जानकारी है। इसके करीब आने के दौरान अनुसंधान से अंतरिक्ष के कई अनसुलझे रहस्यों को सुलझाने में सफलता मिल सकती है।नासा के खगोलविदों का कहना है कि एस्टेरॉयड के आकार व उसकी संरचना के बारे में विस्तृत जानकारी उसकी सतह पर पडऩे वाली रोशनी से होगी। सूरज की किरणें जब इसकी सतह पर पड़ेगी तो चट्टान चमक उठेंगे। इसी की मदद से खगोलविद खनिजों के 'केमिकल फिंगर प्रिंटÓ तैयार कर विस्तृत जानकारी जुटाएंगे।एस्टेरॉयड की दुनिया को करीब से समझने वाले खगोलविद दुनिया के अन्य हिस्सों से भी इसपर पर नजर रखेंगे। नासा ने कहा है कि पृथ्वी के करीब से गुजरने 95 फीसदी एस्टेरॉयड '2001 एफओ32Ó से बड़े ही रहे हैं, लेकिन इनसे अगली सदी तक पृथ्वी पर किसी तरह का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। नासा पृथ्वी के करीब से गुजरने वाले हर एस्टेरॉयड पर नजर रखता है। 2029 में भी अपोपहिस नाम के एस्टेरॉयड के गुजरने का इंतजार है।सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज के निदेशक प्रो. पॉल कोडस चोडस का कहना है कि यह आकाशीय पिंड जब आसमान के दक्षिणी भाग से गुजरेगा तब उसमें बहुत अधिक चमक होगी। इसे देखने केलिए आधुनिक टेलीस्कोप का प्रयोग होगा जिसमें आठ इंच का अपर्चर होगा। इससे एस्टेरॉयड की हर गतिविधि को करीब से देखा जा सकेगा, हालांकि इसके लिए संभवत: उन्हें तारे के पूरे मानचित्र को भी अपने पास रखना होगा जिससे वे इसे पकड़ सकें।----