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नयी दिल्ली. भारतीय रैकेटलोन टीम ने ब्रिटेन को 137-101 से हराकर ऑस्ट्रिया के ग्राज में पहली बार आयोजित हो रहे नेशन्स कप का खिताब जीता। रैकेटलोन एक संयुक्त खेल है जिसमें प्रतियोगियों को चार रैकेट खेल टेबल टेनिस, बैडमिंटन, टेनिस और स्क्वाश खेलने होते हैं। भारतीय नौसेना से जुड़े हुए कप्तान आशुतोष पेडनेकर ने सप्ताहांत टीम की जीत में अहम योगदान दिया।
विजेता टीम के अन्य सदस्य विक्रमादित्य चौफला, आदर्श विक्रम, सिद्धार्थ नंदल, वरिंदर सिंह और करण तनेजा थे। विश्व विश्वविद्यालय बैडमिंटन चैंपियनशिप 2012 में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले चौफला ने एकल सी श्रेणी में रजत जीता। बाद में उन्होंने करण तनेजा के साथ मिलकर पुरुष युगल में भी रजत पदक हासिल किया। - दुबई। हार्दिक पंड्या एक बार में केवल एक ओवर के लिए ही रणनीति तैयार कर रहे थे और अगर भारत को पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के पहले मैच में जीत के लिए अंतिम ओवर में सात के बजाय 15 रन की जरूरत भी होती तो वह इसके लिए खुद को तैयार रखते। हार्दिक ने इस मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने पहले चार ओवर में 25 रन देकर तीन विकेट लिए और बाद में 17 गेंदों पर नाबाद 33 रन की उपयोगी पारी खेली जिसमें स्पिनर मोहम्मद नवाज पर लगाया गया विजयी छक्का भी शामिल है। भारत ने रविवार को खेले गए इस मैच में पाकिस्तान को पांच विकेट से हराया और इस तरह से ग्रुप में शीर्ष स्थान हासिल किया। इस ग्रुप की तीसरी टीम हांगकांग है। पंड्या ने मैच के बाद कहा,‘‘ इस तरह के लक्ष्य का पीछा करने में आपको प्रत्येक ओवर के लिए रणनीति तैयार करनी होती है। मुझे शुरू से पता था कि उनकी टीम में (जिनके ओवर बचे हैं उनमें) एक युवा गेंदबाज (नसीम या शाहनवाज दहानी) और बाएं हाथ का एक स्पिनर (मोहम्मद नवाज) है।'' उन्होंने कहा,‘‘हमें अंतिम ओवर में जीत के लिए केवल सात रन की दरकार थी लेकिन अगर हमें 15 रन भी चाहिए होते तो मैं उसके लिए खुद को तैयार रखता। मैं जानता था कि 20वें में ओवर में मेरी तुलना में गेंदबाज पर अधिक दबाव था। मैंने चीजों को सरल बनाए रखा।'' जहां तक गेंदबाजी का सवाल है तो पंड्या जानते हैं कि उन्हें बीच-बीच में शार्ट पिच गेंद करनी होगी ताकि बल्लेबाज कोई गलती करें। पंड्या ने कहा,‘‘ गेंदबाजी में परिस्थितियों का आकलन करना और उसके अनुसार गेंदबाजी करना महत्वपूर्ण होता है। गेंदबाजी में मेरा मजबूत पक्ष शॉर्ट पिच गेंदबाजी और सही लेंथ पर गेंदबाजी करना है। यह इनका अच्छी तरह से उपयोग करना और बल्लेबाज को गलतियां करने के लिए मजबूर करने से जुड़ा है।'' भारत अपना अगला मैच बुधवार को हांगकांग के खिलाफ खेलेगा।
- गुरूग्राम। दिल्ली के मुक्केबाज मोहम्मद अजहर ने यहां धर्मवीर सिंह पर सर्वसम्मति से जीत दर्ज करके सुपर फीदरवेट वर्ग में डब्ल्यूबीसी इंडिया का खिताब जीता।रविवार की रात को हुआ यह मुकाबला 32 मिनट तक चला जिसमें जजों ने अजहर को 79-72, 76-75, 79-72 से विजेता घोषित किया।पहले दौर में 25 वर्षीय अजहर को हार का सामना करना पड़ा था। तब तीनों जजों ने उनके खिलाफ फैसला दिया था लेकिन इसके बाद उन्होंने अच्छी वापसी की और अगले सात दौर में जीत दर्ज करके मुकाबला अपने नाम किया।अजहर तकनीकी तौर पर बेहतर मुक्केबाज साबित हुए। उनके नाम पर अब पांच जीत दर्ज हो गई हैं जबकि इतने ही मुकाबलों में उन्हें हार का सामना भी करना पड़ा। अजहर ने चार जीत नॉकआउट में दर्ज की हैं।दूसरी तरफ धर्मवीर के नाम पर सात जीत और चार हार दर्ज हैं। इस मुकाबले को गंवाने से पहले उन्हें आखिरी हार तीन साल पूर्व मिली थी। भारतीय मुक्केबाजी परिषद से मान्यता प्राप्त इन मुकाबलों में पंजाब के जसकरण सिंह ने अपने ही राज्य के हर्षमरदीप सिंह को हराया। मिडिलवेट में शिवा ने छह दौर के मुकाबले में करणजीत सिंह को पराजित किया।
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दुबई। एशिया कप-2022 में भारत और पाकिस्तान का रोमांचक मुकाबला हुआ। दबाव के हालात में हार्दिक पंड्या के हरफनमौला प्रदर्शन के दम पर भारत ने एशिया कप में अपने पहले मुकाबले में रविवार को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को पांच विकेट से हरा दिया। हार्दिक ने पहले गेंदबाजी में अपनी उपयोगिता साबित करते हुए चार ओवर में 25 रन देकर तीन विकेट लिये जिसके दम पर भारत ने पाकिस्तान को 19.5 ओवर में 147 रन पर समेट दिया। इसके बाद लक्ष्य का पीछा करते हुए 17 गेंद में नाबाद 33 रन बनाये और रविंद्र जडेजा (29 गेंद में 35 रन) के साथ 52 रन की साझेदारी करके भारत को जीत दिलाई। हारिस रऊफ के डाले 19वें ओवर में पंड्या के तीन चौकों ने मैच का पासा पलट दिया । भारत को आखिरी तीन गेंद में छह रन की जरूरत थी और हार्दिक ने बायें हाथ के स्पिनर मोहम्मद नवाज को छक्का लगाकर दो गेंद बाकी रहते भारत को जीत दिलाई । इससे पहले भारत के शीर्षक्रम के बल्लेबाजों ने निराश किया । केएल राहुल खाता भी नहीं खोल सके जबकि कप्तान रोहित शर्मा 18 गेंद में 12 रन बनाकर आउट हुए । विराट कोहली ने 34 गेंद में 35 रन बनाये लेकिन बड़ी पारी की ओर बढते हुए वह गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट हुए। पाकिस्तान के लिये पदार्पण कर रहे नसीम शाह ने भारतीय बल्लेबाजों को काफी परेशान किया । एक समय भारत का स्कोर चार विकेट पर 89 रन हो गया था जिसके बाद जडेजा और पंड्या ने जिम्मा संभाला । इससे पहले भुवनेश्वर कुमार और पंड्या की शानदार गेंदबाजी के दम पर भारत ने पाकिस्तान को 147 रन पर आउट कर दिया। भारतीय कप्तान रोहित नें टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया जिसे भुवनेश्वर और हार्दिक की अगुवाई में गेंदबाजों ने सही साबित कर दिखाया। भुवनेश्वर ने चार ओवर में 26 रन देकर चार विकेट लिये जिसमें पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम (10) का बेशकीमती विकेट शामिल था । वहीं हार्दिक ने चार ओवर में 25 रन देकर तीन विकेट चटकाये और पाकिस्तानी मध्यक्रम की कमर तोड़ दी। युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने 33 रन देकर दो विकेट लिये। भारत . पाकिस्तान मैच में खेलने का अर्शदीप का यह पहला अनुभव था।
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विन्सटन-सलेम. एड्रियन मनारिनो शनिवार को यहां लेस्लो जेयर को हराकर विन्सटन-सलेम ओपन टेनिस टूर्नामेंट का खिताब जीतने वाले पहले फ्रांसीसी खिलाड़ी बने। फाइनल के अपने सफर के दौरान लगातार चार वरीयता प्राप्त खिलाड़ियों को हराने वाले 34 वर्षीय मनारिनो गैर वरीयता प्राप्त जेयर को 7-6 (1), 6-4 से हराकर टूर्नामेंट जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए। वह 2013 के चैंपियन जुएर्गन मेल्जर के बाद यहां खिताब जीतने वाले बाएं हाथ के दूसरे खिलाड़ी और इस सत्र में एटीपी टूर पर खिताब जीतने वाले चौथे बाएं हाथ के खिलाड़ी हैं। इससे पहले फ्रांस के चार खिलाड़ी 2019 में बेनोइट पियरे, 2015 में पियरे-ह्यूजेस हर्बर्ट, 2013 में गेल मोनफिल्स और 2011 में जूलियन बेनेटो इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे थे लेकिन उन सभी को उप विजेता बनकर संतोष करना पड़ा।
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ज्यूरिख/नयी दिल्ली। विश्व फुटबाल की संचालन संस्था फीफा के अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने के फैसले को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रशंसकों की जीत करार दिया। फीफा ने एआईएफएफ पर 11 दिन पहले ‘तीसरे पक्ष के अनुचित प्रभाव' के कारण लगाए गए प्रतिबंध को हटा दिया है जिससे भारत को इस साल अक्टूबर में महिला अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी की मंजूरी भी मिल गई है। ठाकुर के मंत्रालय ने फीफा और उच्चतम न्यायालय के बीच समन्वय बिठाकर प्रतिबंध को हटाने में अहम भूमिका निभाई। उच्चतम न्यायालय ने प्रशासकों की समिति (सीओए) का कार्यकाल समाप्त कर दिया था जो कि प्रतिबंध हटाने की पहली शर्त थी।
अनुराग ठाकुर ने ट्वीट किया,‘‘ यह बात साझा करते हुए मैं प्रसन्न हूं कि फीफा परिषद के ब्यूरो ने एआईएफएफ पर लगाया गया प्रतिबंध तुरंत प्रभाव से हटाने का फैसला किया है। फीफा अंडर-17 महिला विश्वकप अब पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 11 से 30 अक्टूबर तक भारत में होगा। यह फुटबॉल प्रशंसकों की जीत है।'' फीफा ने 15 अगस्त को भारत पर प्रतिबंध लगाया था और स्पष्ट किया था कि इसका मतलब भारत अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी नहीं कर सकता है। लेकिन अब भारत का इस प्रतियोगिता की मेजबानी करने का रास्ता साफ हो गया है। एआईएफएफ के चुनाव अब दो सितंबर को होंगे जिसमें दिग्गज फुटबॉलर बाइचुंग भुटिया और पूर्व गोलकीपर कल्याण चौबे अध्यक्ष पद के लिए आमने-सामने हैं। एआईएफएफ को 85 साल के उसके इतिहास में पहली बार प्रतिबंधित किया गया था लेकिन उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को तीन सदस्य प्रशासकों की समिति (सीओए) को बर्खास्त कर दिया था जिससे प्रतिबंध हटाने का रास्ता साफ हो गया था। सीओए की नियुक्ति मई में की गई थी ताकि भारत 11 से 30 अक्टूबर तक होने वाले फीफा अंडर-17 महिला विश्वकप का सुचारू रूप से मेजबानी कर सके।
फीफा ने बयान में कहा,‘‘ फीफा परिषद के ब्यूरो ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) तीसरे पक्ष के प्रभाव के कारण लगाए गए प्रतिबंध को हटाने का फैसला किया है।'' इसमें कहा गया है,‘‘ फीफा के यह पुष्टि प्राप्त करने के बाद कि एआईएफएफ कार्यकारी समिति की शक्तियों को ग्रहण करने के लिए स्थापित की गई प्रशासकों की समिति को भंग कर दिया गया है, यह फैसला किया गया।'' फीफा ने कहा,‘‘ इसके परिणाम स्वरूप फीफा अंडर-17 महिला विश्वकप पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 11 से 30 अक्टूबर 2022 के बीच भारत में ही खेला जाएगा।'' विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था ने कहा कि वह और एशियाई फुटबाल परिसंघ (एएफसी) स्थिति पर निगरानी जारी रखेंगे और सही समय पर चुनाव कराने में एआईएफएफ की मदद करेंगे। एआईएफएफ के कार्यवाहक महासचिव सुनंदो धर ने इस फैसले का स्वागत किया तथा फीफा, एएफसी और अनुराग ठाकुर का उनकी भूमिकाओं के लिए आभार व्यक्त किया। धर ने कहा, ‘‘भारतीय फुटबॉल का सबसे काला समय आखिरकार खत्म हो गया है। एआईएफएफ पर 15 अगस्त की मध्यरात्रि को जो निलंबन लगाया गया था, उसे फीफा ने हटा दिया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम इस तरह के मुश्किल समय में हमारा मार्गदर्शन करने के लिए फीफा और एएफसी, विशेष रूप से एएफसी के महासचिव दातुक सेरी विंडसर जॉन का आभार व्यक्त करते हैं। हम युवा मामले और खेल मंत्रालय और माननीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर का इस मुश्किल समय में हमारे साथ मजबूती से खड़े होने के लिए आभार व्यक्त करते हैं।'' धर ने मंगलवार को फीफा महासचिव फातमा समोरा से एआईएफएफ को निलंबित करने के फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया था। -
लुसाने | ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ट्रैक एवं फील्ड के वैश्विक स्तर पर ‘धीरे-धीरे' पहचान बना रहे भारतीय खिलाड़ियों से प्रभावित हैं और चाहते हैं कि डायमंड लीग जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में देश के एथलीट प्रभावशाली प्रदर्शन करें। चौबीस साल के चोपड़ा को हाल के वर्षों में भारतीय एथलेटिक्स की अभूतपूर्व सफलता का अग्रदूत माना जाता है। उन्होंने शुक्रवार को लुसाने चरण (डायमंड लीग) में स्वर्ण जीता। वह डायमंड लीग मीट में शीर्ष स्थान हासिल करने वाले देश से पहले खिलाड़ी हैं। अपने ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद चोपड़ा ने कहा, ‘‘मुझे और अधिक भारतीय खिलाड़ियों को इन प्रतियोगिताओं में भाग लेते हुए देखकर बहुत खुशी होगी। अपने साथी भारतीय खिलाड़ियों के साथ इस तरह के मंच पर भाग लेना सुखद अनुभव होगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘ अविनाश साबले और (मुरली) श्रीशंकर ने भी इस साल डायमंड लीग में हिस्सा लिया था इसलिए धीरे-धीरे हमारा देश इस स्तर पर पहुंच रहा है और अगर हम यहां बेहतर प्रदर्शन करेंगे तो इससे भारतीय एथलेटिक्स को बड़े स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी।'' हाल ही में लंबी कूद खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर और 3000 मीटर स्टीपलचेज धावक अविनाश साबले ने डायमंड लीग में भाग लिया था। वे हालांकि शीर्ष तीन में जगह नहीं बना सके थे। श्रीशंकर इस महीने की शुरुआत में मोनाको में छठे स्थान पर रहे थे जबकि साबले जून में मोरक्को के रबात में पांचवें स्थान पर रहे थे। चोपड़ा ने लुसाने में पहले प्रयास में 89.08 मीटर दूर भाला फेका जो इस प्रतियोगिता में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रयास साबित हुआ। यह उनके करियर का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास है। चोपड़ा ने कहा, ‘‘ यह जीत हमारे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मुझे लगता है कि हमें केवल ऐसे खेल आयोजनों पर ध्यान नहीं देना चाहिये जिसे दो या चार साल के अंतराल पर खेला जाता है। डायमंड लीग मीट या महाद्वीपीय टूर जैसी प्रतियोगिताएं में एथलीटों को अच्छा मौका मिलता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘इसका (डायमंड लीग) आयोजन हर साल होता है और यह हमें अच्छा करने का मौका देता है। इसमें विश्व स्तरीय एथलीट भाग लेते है और यह वास्तव में प्रमुख टूर्नामेंटों के लिए अच्छी तैयारी करने में मदद करता है। इन टूर्नामेंटों में अच्छा प्रदर्शन करने से भारतीय एथलेटिक्स को भी मदद मिलेगी।'' चोपड़ा को इस जीत से 10,000 डॉलर (लगभग 80,000 हजार रुपये) इनाम के तौर पर मिले।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं सिर्फ ओलंपिक, राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप में ही अच्छा नहीं करना चाहता हूं। डायमंड लीग ट्रॉफी में भी जीत दर्ज करना बड़ी उपलब्धि है।' -
दुबई |लंबे समय तक खराब फॉर्म में रहने का प्रभाव विराट कोहली के मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ा है और इस पूर्व भारतीय कप्तान ने स्वीकार किया कि एशिया कप से पहले एक महीने के लंबे विश्राम के दौरान उन्होंने अपने बल्ले को छुआ तक नहीं। कोहली ने लगभग तीन साल से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई शतक नहीं लगाया है और इस खराब फॉर्म का असर उन पर पड़ा है। उन्होंने खुलासा किया कि अपनी मानसिक मजबूती दिखाने के प्रयास में कुछ अवसरों पर उन्होंने दिखावे का जोश दिखाया। इस पूर्व भारतीय कप्तान ने स्टार स्पोर्ट्स के एक कार्यक्रम में कहा,‘‘ मुझे याद स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं कि मैं मानसिक रूप से कमजोर पड़ गया था।'' उन्होंने कहा,‘‘ पिछले 10 वर्षों में पहली बार मैंने एक महीने तक अपने बल्ले को छुआ तक नहीं। मुझे यह अहसास हुआ कि मैं कुछ अवसरों पर दिखावे का जोश दिखा रहा था।'' कोहली ने इंग्लैंड दौरे के बाद विश्राम ले लिया था तथा वह वेस्टइंडीज और जिंबाब्वे दौरे पर नहीं गए थे। उन्होंने कहा,‘‘ मैं खुद को आश्वस्त कर रहा था तुम्हारे पास जोश और जज्बा है लेकिन मेरा शरीर रुकने के लिए कह रहा था। मेरा दिमाग मुझे विश्राम लेने के लिए कह रहा था।'' खिलाड़ियों का मानसिक स्वास्थ्य वास्तविकता है और हाल में बेन स्टोक्स ने भी इसे स्वीकार किया था। कोहली ने चीजों को खुद पर हावी नहीं होने देने के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा,‘‘ ऐसा अहसास होना सामान्य बात है लेकिन हम इस बारे में बात नहीं करते क्योंकि हम हिचकिचाते हैं। हम मानसिक रूप से कमजोर नहीं दिखना चाहते हैं। मेरा विश्वास करो, मजबूत होने के लिए झूठ बोलना कमजोर होने की तुलना में कहीं अधिक बुरा है।'' कोहली ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय शतक 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता में खेले गए टेस्ट मैच में लगाया था। इंग्लैंड दौरे में पांच मैचों में उनका उच्चतम स्कोर 20 रन रहा। कोहली ने कहा, ‘‘मुझे एक ऐसे व्यक्ति के रूप में देखा जाता है जो मानसिक रूप से बहुत मजबूत है और मैं हूं भी। लेकिन हर किसी की एक सीमा होती है और आपको उस सीमा को पहचानने की जरूरत होती है, नहीं तो चीजें आपके खिलाफ जा सकती हैं।'' उन्होंने कहा,‘‘ इस बार ने मुझे काफी कुछ सिखाया जिन्हें मैं सामने नहीं आने देना चाह रहा था। लेकिन जब वह सामने आए तो मैंने उन्हें आत्मसात किया।'' कोहली अब एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ 28 अगस्त होने वाले मैच में वापसी करेंगे।
उन्होंने कहा,‘‘‘ मैं किसी भी स्थिति में अपनी टीम को जीत दिलाना चाहता हूं। और अगर इसका मतलब है कि जब मैं मैदान से बाहर निकलता हूं तो मेरी सांसें फूल जाती हैं तो ऐसा ही हो।'' - पुणे। मदन और रामजी कश्यप के शानदार प्रदर्शन की बदौलत चेन्नई क्विक गन्स ने शनिवार को यहां अल्टीमेट खो खो लीग में राजस्थान वारियर्स पर जीत दर्ज की। लगातार दो हार के बाद इस मैच में खेल रही चेन्नई क्विक गन्स पूरे मैच में आक्रामक दिखायी दी और उसने 57-36 के अंत से जीत हासिल की। मध्यांतर तक टीम 53-19 से आगे थी।
- नयी दिल्ली। भारत ने बहरीन को 3-1 से हराकर बहरीन के रीफा में खेली जा रही 21वीं एशियाई पुरूष अंडर-20 वॉलीबॉल चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनायी। भारत ने 25-22 25-19 26-28 26-24 से जीत दर्ज की। कप्तान दुष्यंत सिंह, अमन कुमार, समीर चौधरी, अजीत शीको, सचिन डागर ने जीत में अहम योगदान दिया। file photo
- लुसाने। ओलिंपिक चैंपियन जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने लुसाने डायमंड लीग में इतिहास रच दिया है। चोपड़ा ने अपने पहले ही थ्रो में 89.08 मीटर दूर जैवलिन फेंककर जीत दर्ज की। इसके साथ ही वे डायमंड लीग मीटिंग खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। उन्होंने डायमंड लीग फाइनल के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है। यह 7 और 8 सितंबर को स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में होगा। वे अगले साल होने वाली वल्र्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए भी क्वालिफाई कर गए हैं।नीरज चोपड़ा को वल्र्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जेवलिन फाइनल के दौरान चोट लगी थी। वे अपनी जांघ पर पट्टी लपेटते भी नजर आए थे। तब भी उन्होंने 88.13 मीटर दूर जेवलिन फेंककर सिल्वर मेडल जीता था। वल्र्ड एथलेटिक्स इवेंट के बाद नीरज चोपड़ा का एमआरआई स्कैन हुआ था, जिसमें ग्रोइन एंजरी की बात पता लगी। ऐसे में नीरज चोपड़ा को एक महीने के आराम की सलाह दी गई। इसके चलते वे कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा नहीं ले पाए थे। तब उन्होंने एक पोस्ट लिखकर कहा था कि वे निराश हैं कि कॉमनवेल्थ की ओपनिंग सेरेमनी में तिरंगा नहीं थाम पाएंगे।नीरज चोपड़ा ने स्टॉकहोम में हुई डायमंड लीग में 89.94 मीटर के थ्रो के साथ नया नेशनल रिकॉर्ड बनाया था। यह उनका पर्सनल बेस्ट रिकॉर्ड भी था। नीरज ने पहले ही प्रयास में 89.08 मीटर दूर भाला फेंका। वे डायमंड लीग फाइनल के लिए क्वालिफाई कर गए। नीरज ने पहले ही प्रयास में 89.08 मीटर दूर भाला फेंका। वे डायमंड लीग फाइनल के लिए क्वालिफाई कर गए।
- नई दिल्ली । विश्व फुटबॉल संचालन संस्था फीफा द्वारा भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ ) पर लगाया गया प्रतिबंध हटा दिया गया है। फीफा ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की। फीफा ने अपने बयान में कहा, ''परिषद ने 25 अगस्त को एआईएफएफ के निलंबन को तत्काल प्रभाव से हटाने का फैसला किया। अब फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप 11 से 30 अक्टूबर तक भारत में योजना के अनुसार आयोजित किया जा सकता है।'' फीफा द्वारा जारी बयान में आगे कहा गया, ''फीफा को इस बात की पुष्टि मिलने के बाद यह निर्णय लिया गया था कि एआईएफएफ कार्यकारी समिति की शक्तियों को ग्रहण करने के लिए स्थापित प्रशासकों की समिति (सीओए) को समाप्त कर दिया गया है और एआईएफएफ प्रशासन ने एआईएफएफ के दैनिक मामलों पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया था। फीफा और एएफसी स्थिति की निगरानी करना जारी रखेंगे और समय पर चुनाव कराने में एआईएफएफ का समर्थन करेंगे।''दरअसल, मंगलवार (16 अगस्त) को FIFA ने तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप के कारण AIFF को निलंबित कर दिया था। फीफा के नियमों और संविधान के गंभीर उल्लंघन की वजह से यह निर्णय लिया गया था। भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) को अपने 85 साल के इतिहास में पहली बार फीफा से निलंबन झेलना पड़ा। फीफा के इस फैसले ने अक्तूबर में होने वाले अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी के अधिकार भी भारत से छीन लिए गए थे।
- नई दिल्ली । 15 वर्षीय जुडोका लिन्थोई ने शुक्रवार को अंडर-18 विश्व जूडो कैडेट चैंपियनशिप में महिलाओं की 57 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया ।मणिपुर की लिन्थोई ने फाइनल मुकाबले में वाजारी से शुरुआती बढ़त बना ली। वह अंतिम सेकंड में 1-0 से मैच जीतने में सफल रहीं। लिन्थोई जूडो में भारत की पहली अंडर-18 विश्व चैंपियन बनी हैं। 15 वर्षीय यह खिलाड़ी पिछले कुछ सालों में भारत की बेहतरीन जुडोकाओं में रही हैं। वह भारत सरकार के टॉप्स कार्यक्रम का भी हिस्सा हैं। लिन्थोई 2017 में सब-जूनियर नेशनल जूडो चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के बाद सुर्खियों में आईं। लिन्थोई ने स्वर्ण जीतने के बाद कहा, "मैं यह नहीं बता सकती कि मैं कैसा महसूस कर रही हूं, लेकिन मुझे पता है कि मैं इस जीत से बहुत खुश हूं।" इस ऐतिहासिक जीत से पहले लिन्थोई 2021 में राष्ट्रीय कैडेट जूडो चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीती थीं। इसके बाद लेबनान के बेरूत में एशिया-ओशिनिया कैडेट जूडो चैंपियनशिप में कांस्य पदक अपने नाम किया था। वह एशियाई कैडेट और जूनियर जूडो चैंपियनशिप 2022 में भी स्वर्ण पदक जीतने में सफल रही थीं।
- मुंबई,। प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के नौवें सत्र की शुरुआत सात अक्टूबर को होगी जिसमें दर्शकों को स्टेडियम में आने की अनुमति दी जाएगी। आयोजकों ने शुक्रवार को यह घोषणा की। इस प्रतियोगिता के आयोजक मशाल स्पोर्ट्स ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा कि लीग चरण के मैच बेंगलुरू, पुणे और हैदराबाद में खेले जाएंगे। लीग चरण दिसंबर तक चलेगा।कोविड-19 महामारी के कारण पिछले सत्र में दर्शकों को स्टेडियम में आने की अनुमति नहीं दी गई थी। आगामी सत्र के लिए खिलाड़ियों की नीलामी पांच और छह अगस्त को की गई थी।
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आस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे के लिये बोल्ट न्यूजीलैंड टीम में
वेलिंगटन. ट्रेंट बोल्ट को आस्ट्रेलिया के खिलाफ अगले महीने होने वाली चैपल . हैडली वनडे क्रिकेट श्रृंखला के लिये न्यूजीलैंड टीम में शामिल किया गया है । उन्होंने हाल ही में क्रिकेट न्यूजीलैंड के साथ अपना केंद्रीय अनुबंध रद्द कर दिया था । बोल्ट समेत पांच तेज गेंदबाजों को न्यूजीलैंड की 15 सदस्यीय टीम में जगह दी गई है जो तीन वनडे मैचों की श्रृंखला खेलेगी । पसली की चोट से उबरे मैट हेनरी की भी टीम में वापसी हुई है ।मांसपेशी में खिंचाव के कारण वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरा और तीसरा वनडे नहीं खेल सके केन विलियमसन भी न्यूजीलैंड टीम में लौटे हैं । न्यूजीलैंड टीम :केन विलियमसन (कप्तान), फिन एलेन, माइकल ब्रेसवेल, ट्रेंट बोल्ट, डेवोन कोंवे, लॉकी फर्ग्युसन, मार्टिन गुप्टिल, मैट हेनरी, टॉम लाथम, डेरिल मिशेल, जिम्मी नीशाम, ग्लेन फिलिप्स, मिशेल सेंटनेर, बेन सीयर्स, टिम साउदी । -
भोपाल/नयी दिल्ली. पश्चिम बंगाल की आयुषी पोद्दार ने गुरूवार को यहां राष्ट्रीय चयन ट्रायल्स में महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पॉजिशंस टी6 ट्रायल्स में जीत दर्ज की। उन्होंने स्वर्ण पदक के मैच में सैन्य निशानेबाजी इकाई की प्रिया को 16-8 से पराजित किया।
आयुषी ने 587 के स्कोर से शीर्ष पर रहकर फाइनल के लिये क्वालीफाई किया जिसमें वह 402.3 अंक से विजेता रहीं। प्रिया ने 401.5 अंक से दूसरा और अनुभवी लज्जा गोस्वामी ने 400.1 अंक से तीसरा स्थान हासिल किया। जूनियर महिला थ्री पी फाइनल में हरियाणा की रमिता ने अपने ही राज्य की निश्चल को 17-9 से पराजित किया।
गुजरात की हीना जयेशभाई गोहेई ने तीसरा स्थान हासिल किया। वहीं दिल्ली में पुरूषों की 50 मीटर पिस्टल टी6 स्पर्धा में रविंदर ने 562 अंक के स्कोर से जीत हासिल की। राजस्थान के अभिनव चौधरी 560 के स्कोर से दूसरे और नौसेना के कुणाल राणा 559 अंक से तीसरे स्थान पर रहे। पंजाब के निशानेबाज अर्जुन सिंह चीमा ने डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में पुरुषों के 50 मीटर पिस्टल राष्ट्रीय चयन ट्रायल में जीत दर्ज की। अर्जुन ने 562 अंक बनाए और वह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के अविष्कार तोमर से आगे रहे। तोमर ने 558 अंक बनाए। वायु सेना के रविंदर ने भी 558 अंक बनाए लेकिन उन्होंने अंदर के सर्किल पर कम शॉट लगाए थे और इसलिए उन्हें तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। पुरुषों के जूनियर फ्री पिस्टल वर्ग में राजस्थान के अभिनव चौधरी ने 554 अंक बनाकर पहला स्थान हासिल किया। हरियाणा के अंकित तोमर 544 अंक बनाकर दूसरे और उत्तर प्रदेश के अक्षत वर्मा 540 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। लड़कियों के जूनियर फ्री पिस्टल में महाराष्ट्र की साक्षी सूर्यवंशी ने 545 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल किया। हरियाणा की शिखा नरवाल 540 अंक बनाकर दूसरे जबकि उन्हीं के राज्य की दिवांशी 536 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रही। लड़कों के 25 मीटर पिस्टल ट्रायल्स में पंजाब के राजकंवर सिंह संधू 584 अंक बनाकर शीर्ष पर रहे। हरियाणा के समीर और अंकित ने क्रमश: 583 और 580 अंकों के साथ दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। - दुबई,। भारतीय सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल 45 स्थान की छलांग लगाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की बुधवार को जारी ताजा वनडे रैंकिंग में 38वें स्थान पर पहुंच गए हैं। इस 22 वर्षीय बल्लेबाज ने जिंबाब्वे के खिलाफ हाल में समाप्त हुई एकदिवसीय श्रृंखला में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने हरारे में खेले गए आखिरी वनडे मैच में इस प्रारूप में अपना पहला शतक (97 गेंदों पर 130 रन) बनाया था। इस बीच पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली 744 रेटिंग अंकों के साथ पांचवें स्थान पर बने हुए हैं। उन्हें जिंबाब्वे दौरे से विश्राम दिया गया था।भारतीय कप्तान रोहित शर्मा भी छठे स्थान पर बने हुए हैं। उन्हें भी जिंबाब्वे दौरे से विश्राम दिया गया था।जिंबाब्वे के खिलाफ तीन मैचों में 154 रन बनाने के बावजूद अनुभवी सलामी बल्लेबाज शिखर धवन एक पायदान नीचे 12वें स्थान पर खिसक गए हैं। उन्होंने पहले और तीसरे वनडे में अर्धशतक जमाया था।पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम कुल 891 रेटिंग अंकों के साथ वनडे की बल्लेबाजी रैंकिंग में शीर्ष पर बने हुए हैं। उनके बाद दक्षिण अफ्रीका के रासी वान डर डुसेन का नंबर आता है जिनके 789 रेटिंग अंक हैं।गेंदबाजों की सूची में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट चोटी पर काबिज हैं जबकि आलराउंडरों की सूची में बांग्लादेश के शाकिब अल हसन नंबर एक पर बने हुए हैं।
- नयी दिल्ली। बेहतरीन फॉर्म में चल रही रिदम सांगवान ने बुधवार को यहां महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल प्रतियोगिता जीतकर राष्ट्रीय निशानेबाजी चयन ट्रायल्स में हरियाणा का दबदबा बरकरार रखा। रिदम ने स्वर्ण पदक वाले दौर में 31 अंक बनाए। उन्होंने महाराष्ट्र की अभिंद्या अशोक पाटिल को पीछे छोड़ा जिन्होंने 27 अंक बनाए। यहां कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में दिल्ली की किशोरी नाम्या कपूर ने 22 अंक बनाकर तीसरा स्थान हासिल किया। रिदम ने क्वालीफाइंग में 95 प्रतिभागियों में पहला स्थान हासिल किया था। उन्होंने क्वालीफाइंग में 585 अंक बनाए थे। अभिंद्या क्वालीफाइंग में 577 अंक बनाकर पांचवें स्थान पर जबकि नाम्या 575 अंकों के साथ छठे स्थान पर रही थी। महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग में हरियाणा की दिव्यांशी ने पंजाब की सिमरनप्रीत कौर बरार को हराकर स्वर्ण पदक जीता। दिव्यांशी ने 24 जबकि सिमरनप्रीत ने 23 अंक बनाए। खुशी कपूर 16 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रही।
- नयी दिल्ली। भारतीय पुरुष वॉलीबॉल टीम ने मंगलवार को बहरीन के रिफा में एशियाई अंडर-20 चैंपियनशिप के अपने पहले मैच में उलटफेर करते हुए पूर्व चैंपियन जापान को 3-1 से मात दी। भारतीय टीम ने पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 19-25, 25-19, 25-21, 25-23 से जीत दर्ज की। यह टूर्नामेंट 29 अगस्त तक चलेगा।
- नयी दिल्ली। भारत की दिग्गज टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने चोट के कारण अमेरिकी ओपन के आगामी टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया है। सानिया पिछले काफी समय से सिर्फ युगल मुकाबलों में खेलती है।सानिया को यह चोट दो सप्ताह पहले कनाडा में लगी थी। उन्होंने पहले घोषणा की थी कि यह उनके पेशेवर करियर का आखिरी साल होगा। अमेरिकी ओपन से हटने के बाद हालांकि उनके इस फैसले पर असर पड़ सकता है। इस 35 साल की खिलाड़ी ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा कि इस महीने टोरंटो में ‘कैनेडियन ओपन' के दौरान उन्हें चोट लग गयी थी। सानिया ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘‘नमस्कार दोस्तों, एक नयी खबर। मेरे पास साझा करने के लिए बहुत अच्छी सूचना नहीं है। दो सप्ताह पहले कनाडा में मेरी कोहनी में चोट लग गयी थी। मैंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। कल हालांकि जब मेरा स्कैन हुआ तो पता चला कि यह गंभीर चोट है। '' उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे कुछ सप्ताह के लिए खेल से दूर रहना होगा और मैं अमेरिकी ओपन से हट गई हूं।''अमेरिकी ओपन का आयोजन 29 अगस्त से 11 सितंबर तक होगा।सानिया ने इससे पहले कहा था कि 2022 के सत्र के आखिरी में वह खेल को अलविदा कहेंगी। वह हालांकि अब अपनी इस योजना को बदलने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह आदर्श नहीं है और मेरे लिए बुरा समय है और इससे संन्यास की मेरी योजनाएं बदल जायेंगी लेकिन मैं आप सभी को इसकी सूचना देना जारी रखूंगी।'' वह टोरंटो में मेडिसन कीज के साथ महिला युगल के सेमीफाइनल में पहुंची थी। सानिया ने पिछले सप्ताह सिनसिनाटी ओपन में भी हिस्सा लिया था। सानिया ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन, विंबलडन और अमेरिकी ओपन महिला युगल का खिताब एक-एक बार जीता है। उन्होंने इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाई ओपन, फ्रेंच ओपन और अमेरिकी ओपन मिश्रित युगल में एक-एक खिताबी जीता दर्ज की है।
- हरारे। भारत के प्रतिभावान बल्लेबाज शुभमन गिल ने कहा है कि पूर्व आलराउंडर युवराज सिंह ने उन्हें कहा था कि क्रीज पर जमने के बाद अंत तक बल्लेबाजी करने का प्रयास करो। युवराज की यह सलाह गिल के काफी काम आई और उन्होंने यहां जिंबाब्वे के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय के दौरान करियर का पहला अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ा। गिल ने सोमवार को 97 गेंद में 15 चौकों और एक छक्के की मदद से 130 रन की पारी खेली जिससे भारत ने जिंबाब्वे को 13 रन से हराकर श्रृंखला में 3-0 से क्लीनस्वीप किया। उनकी इस पारी की युवराज सहित कई पूर्व खिलाड़ियों ने सराहना की।भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा डाले गए वीडियो में गिल ने कहा, ‘‘जिंबाब्वे आने से पहले मैं उनसे (युवराज) मिला था और उन्होंने मुझे कहा कि तुम अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हो। वहां जाओ और अगर क्रीज पर जम जाओ तो पूरे ओवर खेलने का प्रयास करो।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उन्हें कहा कि शतक नहीं आ रहा और उन्होंने कहा कि चिंता मत करो, यह बनेगा।''वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछली श्रृंखला में नाबाद 98 रन बनाने के बाद बारिश के कारण शतक से महरूम रहे गिल युवराज और विराट कोहली के बाद विदेशी सरजमीं पर शतक जड़ने वाले तीसरे सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज हैं। मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए गिल ने बातचीत के दौरान इशान किशन से कहा, ‘‘यह बल्लेबाजी के लिए एक अच्छा विकेट था। मुझे आपका साथ मिला और भाग्य मेरे पक्ष में था। मेरे लिए यह महत्वपूर्ण था कि मैं इस अवसर का अधिक से अधिक फायदा उठाऊं और मुझे खुशी है कि मैंने ऐसा किया।'' जिंबाब्वे के बल्लेबाज सिकंदर रजा ने भी 95 गेंद में 115 रन की पारी खेली और अपनी टीम को जीत की ओर ले गए लेकिन इसके बाद गिल ने लांग आन में उनका शानदार कैच लपका जिसके बाद भारत 13 रन से जीत दर्ज करने में सफल रहा। गिल ने कहा, ‘‘मुकाबला काफी कड़ा था। हमें उम्मीद नहीं थी कि मुकाबला इतना करीबी रहेगा लेकिन यही क्रिकेट है। जब गेंद हवा में थी तो पहले मैं सोच रहा था कि गेंद आसानी से मेरे पास आएगी। लेकिन गेंद नीचे गिर रही थी और मैंने सिर्फ इसे पकड़ने के लिए गोता लगाया।
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हरारे. शुभमन गिल के करियर के पहले अंतरराष्ट्रीय शतक के बाद गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से भारत ने बेहद करीबी मैच में जिंबाब्वे को सोमवार को यहां 13 रन से हराकर तीन एकदिवसीय मैच की श्रृंखला में 3-0 से क्लीनस्वीप किया। भारत के 290 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जिंबाब्वे की टीम आवेश खान (66 रन पर तीन विकेट), अक्षर पटेल (30 रन पर दो विकेट), कुलदीप यादव (38 रन पर दो विकेट) और दीपक चाहर (75 रन पर दो विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने 49.3 ओवर में 276 रन पर सिमट गई। सिकंदर रजा (95 गेंद में 115 रन, नौ चौके, तीन छक्के) और ब्रेड इवान्स (28) ने आठवें विकेट के लिए 104 रन जोड़कर उलटफेर की उम्मीद जगाई लेकिन टीम ने अंतिम तीन विकेट सिर्फ तीन रन पर गंवा दिए। सीन विलियम्स (46 गेंद में 45 रन) ने भी उपयोगी पारी खेली। जिंबाब्वे के खिलाफ एकदिवसीय क्रिकेट में यह भारत की लगातार 15वीं जीत है। भारत ने यहीं तीन जून 2010 को सात विकेट की हार के बाद से जिंबाब्वे के खिलाफ कोई एकदिवसीय मैच नहीं गंवाया है। गिल ने 97 गेंद में 15 चौकों और एक छक्के की मदद से 130 रन की पारी खेलने के अलावा इशान किशन (61 गेंद में 50 रन, छह चौके) के साथ तीसरे विकेट के लिए 140 रन की साझेदारी की जिससे भारत ने आठ विकेट पर 289 रन का स्कोर खड़ा किया। लक्ष्य का पीछा करने उतरे जिंबाब्वे ने तीसरे ओवर में ही इनोसेंट काइया (06) का विकेट गंवा दिया जिन्हें चाहर ने पगबाधा किया। डीआरएस लेने पर फैसले भारत के पक्ष में गया। विलियम्स ने आते ही तेवर दिखाए। उन्होंने आवेश पर चौका जड़ने के बाद चाहर पर भी दो चौके मारे।
सलामी बल्लेबाज ताकुदवनाशे काइतानो ने आवेश पर पुल से छक्का जड़ा लेकिन यह शॉट खेलने के दौरान चोटिल हो गए और उन्हें रिटायर्ड हर्ट होकर वापस लौटना पड़ा। विलियम्स और टोनी मुनयोगा (15) ने टीम का स्कोर 82 रन तक पहुंचाया। अक्षर ने अपने पहले ही ओवर में विलियम्स को पगबाधा करके इस साझेदारी को तोड़ा। उन्होंने अपनी पारी में सात चौके मारे। आवेश ने अगले ओवर में मुनयोगा को भी कप्तान राहुल के हाथों कैच कराया। रजा अच्छी लय में नजर आए और उन्होंने अक्षर पर दो चौके मारे। अक्षर ने जिंबाब्वे के कप्तान रेगिस चकाबवा (16) का कैच अपनी ही गेंद पर लपका।
काइतानो इसके बाद दोबारा बल्लेबाजी के लिए उतरे लेकिन अगले ओवर में कुलदीप की गेंद पर स्टंप हो गए जिससे टीम का स्कोर पांच विकेट पर 122 रन हो गया। रजा ने चाहर पर चौका और छक्का मारा लेकिन इस तेज गेंदबाज ने रेयान बर्ल (08) को धवन के हाथों कैच करा दिया। ल्यूक जोंगवे (14) ने भी चाहर की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का मारा लेकिन अगले ओवर में कुलदीप की गेंद पर गिल को कैच दे बैठे। रजा ने शारदुल की गेंद पर एक रन के साथ 61 गेंद में अर्धशतक पूरा किया और फिर इसी ओवर में लगातार तीन चौके मारे। जिंबाब्वे को अंतिम 10 ओवर में 95 रन की दरकार थी।
रजा ने इवान्स के साथ मिलकर टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया। उन्होंने चाहर पर छक्का और फिर ठाकुर की गेंद पर एक रन के साथ सिर्फ 88 गेंद में शतक पूरा किया। जिंबाब्वे को अंतिम तीन ओवर में 33 रन की जरूरत थी। रजा ने आवेश के 48वें ओवर में दो चौके और एक छक्का जड़ा लेकिन इवान्स पगबाधा हो गए। अगले ओवर में गिल ने शारदुल की गेंद पर लांग आन पर रजा का शानदार कैच पकड़कर मैच फिर भारत के पक्ष में मोड़ दिया। जिंबाब्वे को इस समय आठ गेंद में 15 रन की जरूरत थी जबकि सिर्फ एक विकेट बचा था। आवेश ने विक्टर नायउची (00) को बोल्ड करके भारत को जीत दिलाई। भारत ने श्रृंखला में टॉस जीतकर पहली बार बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मेहमान टीम हालांकि शुरुआत में लय में नहीं दिखी और 15 ओवर में एक विकेट पर 63 रन ही बना सकी। दोनों अनुभवी सलामी बल्लेबाज कप्तान लोकेश राहुल (46 गेंद में 30 रन) और शिखर धवन (68 गेंद में 40 रन) निराश होंगे कि अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके। चोट के कारण लंबे ब्रेक के बाद वापसी कर रहे राहुल को एशिया कप टी20 से पहले लय हासिल करने का शानदार मौका मिला था। वह हालांकि तेज गेंदबाज ब्रेड इवान्स की गेंद को विकेटों पर खेल गए। इवान्स ने 54 रन देकर पांच विकेट चटकाए। बल्लेबाजों के लिए पहले घंटे में बल्लेबाजी आसान नहीं थी। धवन और राहुल की सलामी जोड़ी भी बड़ी पारी खेलने में नाकाम रही। गिल और किशन के बीच की साझेदारी को छोड़ दिया जाए तो बाकी ओवरों में भारतीय बल्लेबाज उम्मीद के मुताबिक नहीं खेल पाए। वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला के साथ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करने वाले गिल शानदार लय में दिखे और उन्होंने अपनी पारी में 15 चौके और एक छक्का जड़ा। बाइस साल के इस खिलाड़ी ने मैदान में चारों ओर शॉट लगाए। उनके स्ट्रेट ड्राइव और कवर ड्राइव शानदार थे। गिल हालांकि 90 रन बनाने के बाद थोड़े नर्वस दिखे लेकिन अंतत: शतक पूरा करने में सफल रहे।
इवान्स ने गिल के खिलाफ पगबाधा की विश्वसनीय अपील की जिससे मैदानी अंपायर ने ठुकरा दिया। डीआरएस लेने पर रीप्ले में दिखा कि गेंद गिल के बल्ले से टकराने के बाद पैड से लगी। इसी गेंद पर किशन रन आउट हो गए जिन्होंने एक रन लेने की कोशिश की लेकिन गिल का ध्यान अपील पर था और वह रन के लिए नहीं भागे। -
तोक्यो। राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन लक्ष्य सेन ने अपनी शानदार लय जारी रखते हुए सोमवार को यहां बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप के पुरुष एकल के शुरूआती दौर के मुकाबले में डेनमार्क के हैंस-क्रिस्टियन सोलबर्ग विटिंगस को सीधे गेम में शिकस्त दी। पुरुष एकल में सेन के साथ अनुभवी किदांबी श्रीकांत और एचएस प्रणय ने भी शुरूआती दौर के अपने मैचों में जीत दर्ज की। भारतीय खिलाड़ियों ने इसके साथ ही महिला युगल और मिश्रित युगल में जीत दर्ज की जबकि अनुभवी पुरुष एकल खिलाड़ी बी साई प्रणीत को विश्व रैंकिंग के चौथे नंबर के खिलाड़ी चो टिएन के खिलाफ तीन गेम तक चले कड़े मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। पिछले साल स्पेन में इस टूर्नामेंट में पदार्पण पर कांस्य पदक जीतने वाले बीस साल के सेन ने अपने शुरुआती मैच में विटिंगस पर 21-12, 21-11 से जीत हासिल की। विश्व चैंपियनशिप (2019) के कांस्य पदक विजेता प्रणीत को चीनी ताइपे के खिलाड़ी के खिलाफ 15-21, 21-15, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा। प्रणीत ने तोक्यो में लगातार दूसरे साल निराशाजनक प्रदर्शन किया। वह पिछले साल ओलंपिक खेलों के दौरान भी शुरू में बाहर हो गए थे। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता और टूर्नामेंट में 12वीं वरीयता प्राप्त श्रीकांत को आयरलैंड के न्हाट गुयेन पर 22-20 21-19 से जीत दर्ज करने में काफी मेहनत करनी पड़ी, जबकि प्रणय ने ऑस्ट्रिया के लुका रैबर पर 21-12 21-11 की प्रभावशाली जीत हासिल की। श्रीकांत के सामने दूसरे दौर में चीन के झाओ जून पेंग की चुनौती होगी जबकि प्रणय का सामना जापान के दिग्गज केंटो मोमोटा से होगा। इस बीच राष्ट्रमंडल खेलों की पूर्व कांस्य पदक विजेता अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी ने मालदीव की अमीनाथ नबीहा अब्दुल रज्जाक और फातिमथ नबाहा अब्दुल रज्जाक को 21-7, 21-9 से हराकर महिला युगल के दूसरे दौर में प्रवेश किया। अश्विनी और सिक्की को दूसरे दौर में चीन की चेन किंग चेन और जिया यी फैन की शीर्ष वरीयता प्राप्त जोड़ी की कड़ी चुनौती का सामना करना होगा। मिश्रित युगल में तनीषा क्रास्टो और ईशान भटनागर की जोड़ी ने जर्मनी के पैट्रिक स्कील और फ्रांज़िस्का वोल्कमैन को 29 मिनट में 21-13, 21-13 से हराकर अपने अभियान की सकारात्मक शुरुआत की। भारतीय जोड़ी अगले दौर में थाईलैंड की सुपक जोमकोह और सुपिसारा पावसमप्रान की 14वीं वरीयता प्राप्त जोड़ी से भिड़ेगी। महिला युगल के एक अन्य मैच में भारत की पूजा दांडू और संजना संतोष ने पेरू की इनेस लूसिया सालाजार और पाउला रीगल की जोड़ी को 21-6, 10-21, 21-14 से हराया। इससे पहले नौवीं वरीयता प्राप्त लक्ष्य ने 36 साल के अनुभवी खिलाड़ी को ‘फोरहैंड' और ‘क्रॉस कोर्ट रिटर्न' लगाकर परेशान किया। दोनों खिलाड़ियों के बीच यह चौथा मैच था और इससे पहले डेनमार्क के खिलाड़ी ने दो जबकि लक्ष्य ने एक मुकाबला जीता था। विटिंगस ने मैच के दौरान लक्ष्य को तेज-तर्रार रैलियों में उलझाया जिसमें से एक रैली 31 शॉट की था। लक्ष्य ने विनर्स लगाकर इस रैली को अपने नाम किया। दूसरे गेम के मध्य में लक्ष्य ने चार अंकों की बढ़त बनायी जिसके बाद विटिंगस पर दबाव हावी हो गया और वह लगातार गलतियां करते रहे। लक्ष्य ने लगातार पांच अंक बनाकर मैच प्वाइंट हासिल किया और फिर इसे भुनाकर मुकाबला अपने नाम कर लिया। भारत के अन्य खिलाड़ियों में बी सुमीत रेड्डी और मनु अत्री की पुरुष युगल जोड़ी को मासायुकी ओनोडेरा और हिरोकी ओकामुरा से 11-21 21-19 15-21 से हार का सामना करना पड़ा। महिला एकल में मालविका बंसोड़ भी डेनमार्क की लाइन क्रिस्टोफर्सन से 14-21, 12-21 से हारकर पहले दौर में बाहर हो गयी। -
मियामी। भारत के युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद ने शानदार प्रदर्शन करते हुए यहां एफटीएक्स क्रिप्टो कप के अंतिम दौर में विश्व के नंबर एक खिलाड़ी मैगनस कार्लसन को 4-2 से हराया। प्रज्ञानानंद ने कार्लसन से लगातार तीन बाजियां जीती जिनमें टाईब्रेक की दो बाजियां भी शामिल हैं। कार्लसन पर जीत के बावजूद भारत का यह 17 वर्षीय खिलाड़ी अंतिम तालिका में दूसरे स्थान पर रहा।
नार्वे के कार्लसन ने सर्वाधिक अंक हासिल करके खिताब अपने नाम किया। उन्होंने कुल 16 अंक हासिल किए जबकि प्रज्ञानानंद ने 15 अंकों के साथ अपने अभियान का अंत किया। कार्लसन ने मैच के बाद कहा, ‘‘ मैंने पूरे दिन खराब खेल दिखाया लेकिन आखिर में मैंने वह परिणाम हासिल किया जिसका मैं हकदार था। हारना कभी अच्छा नहीं होता, लेकिन यह उतना ही अच्छा समय है।'' एक अन्य किशोर खिलाड़ी अलीरेजा फिरोजा के भी 15 अंक रहे लेकिन उन्हें तीसरा स्थान मिला क्योंकि टूर्नामेंट में पूर्व में प्रज्ञानानंद ने उनको हराया था। कार्लसन और प्रज्ञानानंद के बीच पहली दो बाजियां ड्रॉ रही। नार्वे के खिलाड़ी ने तीसरी बाजी जीती लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने हार नहीं मानी और चौथी बाजी जीतकर मुकाबले को टाईब्रेकर तक खींच दिया। इसके बाद भारतीय खिलाड़ी ने टाईब्रेकर में दोनों बाजियां जीतकर कार्लसन को हैरानी में डाल दिया। प्रज्ञानानंद इस साल बेहतरीन फॉर्म में हैं और इससे पहले ऑनलाइन प्रतियोगिताओं में विश्व चैंपियन कार्लसन को दो बार हरा चुके हैं। उन्होंने हाल में चेन्नई में समाप्त हुए शतरंज ओलंपियाड में भारत बी टीम को कांस्य पदक दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई थी। प्रज्ञानानंद ने कहा मैं ‘‘मैं पिछले कुछ दिनों में और बेहतर प्रदर्शन कर सकता था लेकिन कुल मिलाकर दूसरा स्थान अच्छा है।'' इस भारतीय खिलाड़ी ने फिरोजा पर जीत से अपने अभियान की शुरुआत की थी। उन्होंने अनीश गिरी और लेवोन आरोनियन को भी हराया। अंतिम दौर के अन्य मुकाबलों में फिरोजा ने आरोनियन को 2.5-1.5 से, क्वांग लीम ले (चीन) ने हैंस नीमन को और पोलैंड के जान क्रिजस्टोफ ने अनीश गिरी को 2.5-0.5 से हराया। -
जगदलपुर। मलेशिया में आयोजित वल्र्ड यूथ म्यू थाई चैम्पियनशिप में भारत को ब्रॉन्ज मेडल मिला है। 71 किलोग्राम कैटेगरी में देश का प्रतिनिधित्व कर रहे 13 साल के युवराज सिंह ने यह खिताब हासिल किया है। ब्राजील और इंग्लैंड जैसे देशों के खिलाडिय़ों को रिंग में परास्त कर युवराज सेमीफाइनल में पहुंचे थे। सेमीफाइनल में उज्बेकिस्तान के खिलाड़ी के साथ हुए 3 राउंड के मुकाबले में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
मैच के बाद युवराज ने कहा कि, वल्र्ड म्यू थाई चैम्पियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात है। हर मैच में एक नया अनुभव मिला है। जिस मैच में जीता उसमें भी कुछ नया सीखा और जहां हार मिली वहां भी नया अनुभव प्राप्त किया। इस बार गोल्ड से चूक गया हूं। फिर भी खुश हूं कि खाली हाथ नहीं आ रहा। देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल लाया हूं। अगली बार और कड़ी मेहनत करूंगा और देश को गोल्ड जरूर दिलाऊंगा।
युवराज ने बताया कि, म्यू थाई गेम के लिए रिंग में रोज 4 घंटे पसीना बहाता हूं। कोच अब्दुल हर तरह की टिप्स देते हैं। अच्छी बात यह है कि पैरेंट्स का भी पूरा सपोर्ट मिलता है। जब पीछे पलट कर देखता हूं तो पैरेंट्स की आंखों में मुझसे बहुत उम्मीद नजर आती है। इसी वजह से मेरा मनोबल और बढ़ता है। परिजनों के आशीर्वाद और कोच के बताए टिप्स से वल्र्ड चैम्पियनशिप तक पहुंच पाया। अब रिंग में ज्यादा पसीना बहाने की जरूरत है। 4 घंटे से ज्यादा समय रिंग में दूंगा। युवराज के कोच अब्दुल मोईन ने बताया कि, उज्बेकिस्तान के खिलाड़ी से साथ सेमीफाइनल मुकाबला 3 राउंड का हुआ। पहले राउंड में दोनों की जबरदस्त टक्कर हुई। हालांकि, इस राउंड में उज्बेकिस्तान के खिलाड़ी को एक अंक मिले। दूसरे राउंड में भी उज्बेकिस्तान के खिलाड़ी ने दूसरा अंक हासिल कर लिया और फाइनल में अपनी जगह बनाई। युवराज ने भी अपना बेहतर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि, देशवासियों के आशीर्वाद से वल्र्ड चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है।