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- नयी दिल्ली। वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने का भाव 130 रुपये की गिरावट के साथ 56,680 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 56,810 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था।चांदी की कीमत भी 232 रुपये के नुकसान के साथ 69,793 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई।एचडीएफसी सिक्योरिटीज के एक विश्लेषक ने कहा, ‘‘दिल्ली में सोने की हाजिर कीमत 130 रुपये की गिरावट के साथ 56,680 रुपये प्रति 10 ग्राम रही।'' विदेशी बाजारों में सोना गिरावट के साथ 1,911 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। चांदी भी गिरावट के साथ 24.03 डॉलर प्रति औंस पर थी। विश्लेषक ने कहा कि मंगलवार को एशियाई कारोबार के दौरान कॉमेक्स (जिंस बाजार) में सोने की कीमतों में गिरावट रही क्योंकि हालिया तेजी के बाद वायदा कारोबारियों ने मुनाफावसूली की। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में जिंस शोध विभाग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवनीत दमानी ने कहा, ‘‘बुधवार को जापान की नीतिगत बैठक के ऊपर सबकी निगाह रहेगी। वहां के केन्द्रीय बैंक ने दिसंबर की बैठक के दौरान नीतिगत दर को लेकर अप्रत्याशित रूप से आक्रामक रुख दिखाया था।''
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नई दिल्ली। मजबूत वैश्विक रुख के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने के भाव 314 रुपये की तेजी के साथ 56,701 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गए। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 56,387 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुए थे। इस दौरान चांदी भी 1,173 रुपये की तेजी के साथ 70,054 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के एक विश्लेषक ने कहा, ''दिल्ली के बाजारों में सोने का हाजिर भाव 314 रुपये की तेजी के साथ 56,701 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। विदेशी बाजारों में सोना और चांदी दोनों तेजी के साथ क्रमश: 1,916 डॉलर प्रति औंस और 24.22 डॉलर प्रति औंस के भाव पर कारोबार करते दिखे।अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में धीमी वृद्धि की उम्मीद से सोना नौ महीने के उच्चतम स्तर के करीब कारोबार करता दिखा। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (कॉमोडिटीज रिसर्च) नवनीत दमानी ने कहा, 'डॉलर सूचकांक और अमेरिकी प्रतिफल में भी पिछले सप्ताह क्रमश: दो प्रतिशत और 1.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।दमानी ने कहा कि चीन में पिछले सप्ताह भौतिक सोने के प्रीमियम में तेजी से वृद्धि हुई जो नए साल के पहले बाजार के फिर से पूरी तरह से खुलने की उम्मीद से उत्साहित था। इस दौरान भारतीय व्यापारियों ने भारी छूट की पेशकश की क्योंकि स्थानीय बाजार में रिकॉर्ड उच्च कीमत उपभोक्ताओं की धारणा को प्रभावित कर रहे थे। - नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार सोमवार को शुरुआती बढ़त को बरकरार नहीं रख पाये और बीएसई सेंसेक्स 168 अंक से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों का बाजार से पूंजी निकालना जारी रहने तथा सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में गिरावट से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 168.21 अंक यानी 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,092.97 अंक पर बंद हुआ। एक समय सेंसेक्स मजबूती के साथ खुला और 60,586.77 अंक तक गया। बाद में इसमें गिरावट आई और कारोबार के दौरान यह 297.35 अंक तक नीचे चला गया था।नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 61.75 अंक यानी 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,894.85 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में एक्सिस बैंक, एनटीपीसी, एचडीएफसी बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और मारुति के शेयर प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी तरफ टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इन्फोसिस, विप्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और पावर ग्रिड प्रमुख रूप से लाभ में रहे।एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में जबकि जापान का निक्की नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को बढ़त में रहे थे।इस बीच, थोक मुद्रास्फीति दिसंबर में घटकर 22 महीने के निचले स्तर 4.95 प्रतिशत पर आ गई है। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.54 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84.82 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 2,422.39 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
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नई दिल्ली। थोक मूल्यों पर आधारित मुद्रास्फीति की दर दिसम्बर 2022 में 22 महीनों के न्यूनतम स्तर चार दशमलव नौ-पांच प्रतिशत पर आ गई है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार यह गिरावट मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों विशेष रूप से सब्जियों और तिलहन तथा कच्चे तेल की कीमतों में कमी के कारण आई है। नवंबर महीने में यह दर पांच दशमलव 8-5 प्रतिशत थी।
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नयी दिल्ली. सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से सात कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) बीते सप्ताह सामूहिक रूप से 1,07,224.82 करोड़ रुपये बढ़ गया। सबसे अधिक लाभ में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनियां टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इन्फोसिस रहीं। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 360.81 अंक या 0.60 प्रतिशत के लाभ में रहा।
समीक्षाधीन सप्ताह में जहां टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी और जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के बाजार पूंजीकरण में बढ़ोतरी हुई, वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और भारती एयरटेल का मूल्यांकन घट गया। टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 59,349.81 करोड़ रुपये बढ़कर 12,34,637.11 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
इन्फोसिस का बाजार मूल्यांकन 22,997.16 करोड़ रुपये के उछाल के साथ 6,32,684.95 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इन्फोसिस का दिसंबर तिमाही का मुनाफा उम्मीद से बेहतर रहा है। तिमाही के दौरान कंपनी का मुनाफा 13.4 प्रतिशत बढ़ा है। इस बीच, हिंदुस्तान यूनिलीवर की बाजार हैसियत 10,514.42 करोड़ रुपये बढ़कर 6,16,004.09 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। एचडीएफसी का मूल्यांकन 4,904.87 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ 4,78,922.89 करोड़ रुपये रहा। एलआईसी का बाजार पूंजीकरण 3,668.5 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ 4,50,782.59 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एचडीएफसी बैंक की बाजार हैसियत 3,624.89 करोड़ रुपये बढ़कर 8,92,754.89 करोड़ रुपये रही, जबकि आईसीआईसीआई बैंक का मूल्यांकन 2,165.17 करोड़ रुपये बढ़कर 6,09,305.82 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस रुख के उलट रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 47,290.7 करोड़ रुपये की गिरावट के साथ 16,69,280.55 करोड़ रुपये पर आ गया। भारती एयरटेल की बाजार हैसियत 17,373.86 करोड़ रुपये की गिरावट के साथ 4,25,982.59 करोड़ रुपये पर आ गई। एसबीआई का मूल्यांकन 490.85 करोड़ रुपये घटकर 5,35,521.33 करोड़ रुपये रह गया। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, एचडीएफसी, एलआईसी और भारती एयरटेल का स्थान रहा। -
नयी दिल्ली। वैश्विक बाजारों में मजबूत रुख के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव 121 रुपये की तेजी के साथ 56,236 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 56,115 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था।
हालांकि, चांदी की कीमत 145 रुपये की गिरावट के साथ 68,729 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई।विदेशी बाजारों में सोना तेजी के साथ 1,898 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। चांदी 23.73 डॉलर प्रति औंस पर अपरिवर्तित थी। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में जिंस शोध विभाग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवनीत दमानी ने कहा, ‘‘डॉलर के कमजोर होने तथा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में वृद्धि की गति धीमी रहने की उम्मीद से सोने की कीमतों में तेजी दिखी और यह लगातार चौथे सप्ताह लाभ के साथ बंद होने की ओर अग्रसर है।'' दमानी ने कहा कि निवेशकों की निगाह ब्रिटेन के जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) आंकड़े और अमेरिकी मिशिगन के मुद्रास्फीति अनुमान पर होगी। -
नयी दिल्ली. ब्याज दर बढ़ने और इक्विटी शेयर में बेहतर रिटर्न से बीते वर्ष म्यूचुअल फंड की निश्चित आय वाली योजनाओं पर विपरीत असर पड़ा है और इस खंड से शुद्ध रूप से 2.3 लाख करोड़ रुपये निकाले गये हैं। हालांकि ब्याज दर में वृद्धि की गति धीमी पड़ने को देखते हुए इस साल स्थिति पलटने की संभावना है। म्यूचुअल फंड की निश्श्चित आय वाली योजनाओं के तहत बॉन्ड, प्रतिभूतियों जैसे वित्तीय उत्पादों में निवेश किया जाता है। म्यूचुअल फंड कंपनियों का संघ एसोसएिशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार यह वर्ष 2021 में शुद्ध रूप से निकाले गये 34,545 करोड़ रुपये से यह कहीं अधिक है। मॉर्निंगस्टार इंडिया में वरिष्ठ विश्लेषक प्रबंधक (अनुसंधान) कविता कृष्णन ने कहा, ''बॉन्ड, पतिभूतियों में निवेश वाली म्यूचुअल फंड की योजनाओं के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है। ब्याज दर में वृद्धि की गति अब मंद पड़ रही है। इसको देखते हुए 2023 में स्थिति बदलने की संभावना है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मूल्यांकन के लिहाज से इक्विटी शेयर बाजार में दबाव दिख रहा है। ऐसे में निवेशक मध्यम अवधि की बॉन्ड, प्रतिभूतियों में निवेश वाली म्यूचुअल फंड योजनाओं का रुख कर सकते हैं, जो उन्हें अपेक्षाकृत बेहतर रिटर्न दे सकता है...।'' निश्चित आय वाली म्यूचुअल फंड योजनाओं से बीते वर्ष के 12 महीनों में से पांच में निकासी की गयी। कुल मिलाकर हमेशा निवेश के लिये उपलब्ध निश्चित आय वाली म्यूचुअल फंड योजनाओं से 2022 में शुद्ध रूप से 2.3 लाख करोड़ रुपये निकाले गये।
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ग्रेटर नोएडा. इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की फेम-2 योजना के तहत अगले एक साल में देश के विभिन्न शहरों में 7,000 इलेक्ट्रिक बसों के चलने की उम्मीद है। भारी उद्योग मंत्रालय में संयुक्त सचिव हनीफ कुरैशी ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस योजना के तहत 7,000 इलेक्ट्रिक बसों में से 3,000 से अधिक ई-बसें पहले से ही परिचालन में हैं। देश में इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों के उपयोग और विनिर्माण को बढ़ावा देने की योजना फेम इंडिया के दूसरे चरण (फेम इंडिया फेज 2) को 2019 में मंजूरी दी गई थी। फेम-2 के तहत 10 लाख ई-दोपहिया, पांच लाख ई-तिपहिया, 55,000 चार-पहिया और 7,000 ई-बसों को समर्थन देने की योजना है। कुरैशी ने कहा कि सरकार उद्योग के विकास को बढ़ावा देने और देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को तेजी से अपनाने के लिए कदम उठा रही है। उन्होंने कहा, ''कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक परिवहन एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। सरकार ने ईवी को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं शुरू की हैं। फेम एक मांग (संचालित) प्रोत्साहन योजना है। इसके तहत अब तक 7,000 बसों को प्रोत्साहन दिया जा चुका है।'' कुरैशी ने ग्रेटर नोएडा में चल रहे वाहन प्रदर्शनी-2023 में कहा, ''मुझे उम्मीद है कि एक साल के अंदर यह बसें परिचालन में आ जाएंगी। हमारे पास बसों के लिए और योजना भी है।'' उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने देश के ईवी परिदृश्य को मजबूत करने के लिए उन्नत सेल रसायन बैटरी के निर्माण के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना शुरू की है। -
जोहानिसबर्ग. वाहन कंपनी महिंद्रा को वर्ष 2022 के लिए दक्षिण अफ्रीका (एसए) में सबसे तेजी से बढ़ने वाले ब्रांड के रूप में नामित किया गया है। क्योंकि कंपनी की स्थानीय अनुषंगी कंपनी ने पिछले वर्ष कई रिकॉर्ड बनाए। नेशनल एसोसिएशन ऑफ ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स ऑफ साउथ अफ्रीका (एनएएएमएएस) की एक रिपोर्ट में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि आलोच्य अवधि में 'महिंद्रा एसए' की बिक्री की मात्रा 78 प्रतिशत बढ़ी। यह बढ़त नामसा को अपनी बिक्री की रिपोर्ट करने वाले उन सभी वाहन ब्रांडों में सबसे अधिक है। वहीं बाजार के औसत से पांच गुना अधिक है। बिक्री रिपोर्ट के अनुसार, महिंद्रा की 2022 में यात्री वाहन खंड की कुल बिक्री 80 प्रतिशत बढ़ाकर 4,027 वाहन हो गई। इसके अलावा इसकी हल्की वाणिज्यिक --लोकप्रिय पिक अप और बोलेरो रेंज की बिक्री 77 प्रतिशत बढ़कर 8,885 वाहन हो गई। इसमें कहा गया है कि पहली बार सालाना आधार पर रिकॉर्ड 10,000 वाहनों की बिक्री हुई और वर्ष के लिए कुल 14,000 बिक्री के करीब पहुंच गई। 2019 के बाद से यह दूसरा वर्ष जब महिंद्रा, दक्षिण अफ्रीका का सबसे तेजी से बिकने वाला ब्रांड बना। इसके अलावा पिछले पांच वर्षों में यह चौथा वर्ष है जब ब्रांड देश के सबसे तेजी से बढ़ते ब्रांडों में से एक रहा है। महिंद्रा एसए के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राजेश गुप्ता ने 2004 में पहली बार अत्यधिक प्रतिस्पर्धी दक्षिण अफ्रीकी बाजार में प्रवेश करने के बाद से विकास के लिए ठोस नींव बनाने के ठोस प्रयासों की सफलता का श्रेय दिया। -
नयी दिल्ली.केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि श्रीलंका और बांग्लादेश ने भारत से एथेनॉल आयात करने में दिलचस्पी दिखाई है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों यानी श्रीलंका और बांग्लादेश की सरकारों के साथ एथेनॉल के बारे में चर्चा की है। गडकरी ने यहां जैव-इंधन पर सीआईआई सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैंने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री और श्रीलंका के मंत्री के साथ इस विषय पर चर्चा की है। बांग्लादेश और श्रीलंका, दोनों पेट्रोल में एथेनॉल सम्मिश्रण करने के लिए भारत से एथेनॉल के आयात को लेकर उत्सुक हैं।'' मंत्री ने यह भी कहा कि 15 दिनों में पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी के साथ उनकी बैठक है, जिसमें देश में एथेनॉल पंप शुरू करने के लिए नीति बनाने पर चर्चा की जाएगी। मंत्री ने कहा कि एथेनॉल का भविष्य बहुत अच्छा है।
उन्होंने कहा कि सरकार अधिक एथेनॉल खरीदने के लिए उत्सुक है और वैकल्पिक ईंधन के उपयोग को प्रोत्साहित करने के बारे में भी आश्वस्त है। गडकरी ने कहा, ‘‘हरित ईंधन की वजह से प्रदूषण की समस्या भी हल होने जा रही है।'' - नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति की ओर से ऑटो एक्सपो 2023 के दूसरे दिन दो एसयूवी को पेश किया गया। इनमें से एक एसयूवी एकदम नई फ्रॉन्क्स है। कंपनी की ओर से पेश की गई फ्रॉन्क्स में क्या खूबियां हैं। फ्रॉन्क्स की बात करें तो यह कंपनी की ओर से एकदम नई एसयूवी है। इसे कंपनी की ओर से पांच वैरिएंट में पेश किया जा रहा है। इनमें सिग्मा, डेल्टा, डेल्टा प्लस, जेटा और एल्फा हैं। इसे भी जिम्नी की तरह ही सिंगल और ड्यूल टोन कलर स्कीम में पेश किया गया है। मोनो टोन में पांच कलर के विकल्प और ड्यूल टोन में तीन रंगों के विकल्प के साथ यह एसयूवी मिलेगी। इसमें आर्कटिक वाइट, अर्थन ब्राउन, ओपलनट रेड और सिल्वर कलर शामिल हैं।फ्रॉन्क्स में कंपनी की ओर से दो इंजन का विकल्प दिया गया है। पहला इंजन 1.2 लीटर का के सीरीज इंजन है जबकि दूसरे विकल्प के तौर पर एक लीटर का के-सीरीज टर्बो इंजन है। 1.2 लीटर के ड्यूल जेट वीवीटी इंजन से एसयूवी को 89.73 पीएस की पावर और 113 न्यूटन मीटर का टॉर्क मिलेगा। इसे भी आइडल स्टार्ट/स्टॉप तकनीक के साथ जोड़ा गया है। 1.2 लीटर इंजन के साथ एसयूवी में पांच गियर मैनुअल और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का विकल्प भी मिलता है।एक लीटर के के-सीरीज टर्बो इंजन से एसयूवी को 100.06 पीएस की पावर और 147.6 न्यूटन मीटर का टॉर्क मिलता है। इस इंजन के साथ मिलने वाली एसयूवी में आइडल स्टार्ट/स्टॉप, रीजनरेटिव ब्रेकिंग, इलेक्ट्रिक टॉर्क असिस्ट तकनीक को ऑफर किया जा रहा है। इसके साथ ही एसयूवी में पांच स्पीड मैनुअल और छह स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का विकल्प दिया जा रहा है। दोनों तरह के इंजन के साथ एसयूवी में 37 लीटर का फ्यूल टैंक मिलता है। आगे के पहियों में डिस्क और पीछे के पहियों के लिए ड्रम ब्रेक दिए गए हैं। एसयूवी में 195/60 आर16 के टायर मिलेंगे।फ्रॉन्क्स की लंबाई 3995 एमएम है और इसकी चौड़ाई 1765 एमएम, ऊंचाई 1550 एमएम, व्हीबेस 2520 एमएम है। इसका टर्निंग रेडियस 4.9 मीटर है। इसमें 308 लीटर का बूट स्पेस मिलता है।फ्रॉन्क्स एसयूवी में कंपनी हेड्स अप डिस्प्ले, 360 डिग्री व्यू कैमरा, 22.86 सेमी का स्मार्ट प्ले प्रो इंफोटेनमेंट सिस्टम, आर्किमिस साउंड सिस्टम, वायरलैस एंड्राइड और एपल कार प्ले, ऑनबोर्ड वॉयस असिस्टेंट, ओवर द एयर अपडेट, यूएसबी, ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, चार स्पीकर, दो ट्विटर, टीएफटी डिस्प्ले, गियर शिफ्ट इंडीकेटर, वायरलैस चार्जर, पैडल शिफ्टर, क्रूज कंट्रोल, इलेक्ट्रिक फोल्डेबल ओआरवीएम, इंजन पुश स्टार्ट/स्टॉप बटन, की-लैस एंट्री, स्टेयरिंग माउंटिड कंट्रोल्स, 60:40 स्पिलट सीट्स, पावर विंडो, क्लाइमेट कंट्रोल, रियर एसी वेंट्स जैसे फीचर्स इस एसयूवी में मिलेंगे।एसयूवी में सेफ्टी फीचर्स के तौर पर ईएसपी, हिल होल्ड असिस्ट, साइड एंड कर्टेन एयरबैग्स, ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स, रिवर्स पार्किंग सेंसर, इलेक्ट्रिक रियर डिफॉगर, आइसोफिक्स चाइल्ड सीट एंकरेज, लाइव व्हीकल ट्रैकिंग, लोकेशन शेयरिंग, ओवर स्पीड अलर्ट, सीट बेल्ट अलर्ट, इमोबिलाइजर, आपातकालीन अलर्ट, ब्रेकडाउन नोटिफिकेशन, स्टोलन व्हीकल नोटिफिकेशन और टो अवे एंड ट्रैकिंग जैसे फीचर्स मिलेंगे।कंपनी की ओर से जिम्नी और फ्रॉन्क्स को पेश करने के बाद इनकी बुकिंग को भी शुरु कर दिया गया है। दोनों ही एसयूवी के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड्स में 11 हजार रुपये देकर बुकिंग करवाई जा सकती है।
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नोएडा (उप्र). ग्रेटर नोएडा के ‘इंडिया एक्सपो मार्ट सेंटर' में बुधवार को ‘ऑटो एक्सपो 2023' का आगाज हो गया, लेकिन आम जनता के लिए यह 13 जनवरी से खुलेगा। ऑटो एक्सपो के पहले दिन अभिनेता शाहरुख खान ने हुंडई की इलेक्ट्रिक कार को लांच किया। ऑटो एक्सपो के 16 वें संस्करण की थीम ‘‘गतिशीलता की दुनिया की खोज'' रखी गई है। आठ दिवसीय एक्सपो के पहले दिन 30 से अधिक वाहन कंपनियों ने अपने वैश्विक और 75 से अधिक अन्य वाहन पेश किए। इनमें आधे से ज्यादा इलेक्ट्रिक और हाइड्रोजन ईंधन चालित वाहन शामिल हैं। वाहनों के लांच के दौरान देश की कई नामी हस्तियां और फिल्मी सितारे ऑटो एक्सपो मार्ट पहुंचे। अभिनेता शाहरुख खान ने हुंडई की इलेक्ट्रिक कार को लांच किया। बुधवार सुबह मारुति की कॉन्सेप्ट कारों के अलावा लग्जरी बस को भी लांच किया गया। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (एसआईएएम) के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा, ‘‘आज इलैक्ट्रिक लग्जरी कोच जेबीएम गैलेक्सी के अलावा अशोक लेलैंड के इलेक्ट्रॉनिक ट्रक, ग्रीव्स कॉटन के तीन इलेक्ट्रिक स्कूटर, एमजी की दो इलेक्ट्रिक कारें लांच हुईं। इसका अनावरण जेबीएम ग्रुप के अध्यक्ष एस के आर्या एवं उपाध्यक्ष निशांत आर्या ने किया। ऑटो एक्सपो में आज टोयोटा किया सहित कई कंपनियों के नए मॉडल लांच हो रहे हैं।'' मेनन ने बताया कि यह सिलसिला शाम पांच बजे तक जारी रहेगा। इस दौरान 75 से अधिक वाहनों को लांच किया जाएगा।
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ग्रेटर नोएडा. इंजीनियरिंग कंपनी ग्रीव्स कॉटन ने ग्रेटर नोएडा में चल रही वाहन प्रदर्शनी-2023 में इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया वाहनों के संस्करण पेश किए। कंपनी ने इस कार्यक्रम में एम्पीयर ब्रांड श्रृंखला- एम्पीयर प्राइमस, एम्पीयर एनएक्सजी और एक बहु-उपयोगिता स्कूटर एम्पीयर एनएक्सयू के नाम से तीन दोपहिया वाहनों को पेश किया। इनका उपयोग डिलीवरी के लिए भी किया जा सकता है। कंपनी ने वाणिज्यिक तिपहिया खंड में इलेक्ट्रिक यात्री वाहन ग्रीव्स ईएलपी, कार्गो ईवी ग्रीव्स ईएलसी और ग्रीव्स एयरो विजन का अनावरण किया। ग्रीव्स इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और कार्यकारी निदेशक संजय बहल ने कहा कि एम्पीयर प्राइमस चालू तिमाही के दौरान उपलब्ध होगा, जबकि बाकी वाहन अगले वित्त वर्ष के दौरान बाजार में आएंगे। -
चेन्नई . हिंदुजा समूह की प्रमुख कंपनी अशोक लेलैंड ने ग्रेटर नोएडा में चल रही वाहन प्रदर्शनी-2023 में बुधवार को सात आधुनिक वाहन समाधान पेश किए। चेन्नई की वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनी ने बुधवार को यह जानकारी दी। कंपनी ने कहा कि पेश किए गए उत्पादों में बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन, ईंधन सेल इलेक्ट्रिक वाहन, हाइड्रोजन आंतरिक दहन इंजन वाहन, एलएनजी, अंतरनगरीय सीएनजी बस और एक लघु यात्री वाहन हैं। कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शेनू अग्रवाल ने कहा, ‘‘यहां वाहन प्रदर्शनी 2023 में अपने नए वाहनों को पेश करते हुए हमें बहुत खुशी हो रही है। वाहन बाजार पिछले दो साल में प्रौद्योगिकी में बदलाव की बड़ी लहर का साक्षी रहा है। इस बीच हरित ईंधन उद्योग के भविष्य के रूप में उभर कर सामने आया है। -
ग्रेटर नोएडा. वाहन कंपनी हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) ने बुधवार को अपने पूर्ण इलेक्ट्रिक मॉडल आयनिक- 5 को पेश किया। इसकी शोरूम कीमत 44.95 लाख रुपये है। इस वाहन को इलेक्ट्रिक वाहन के लिए खासतौर पर विकसित प्लेटफॉर्म ई-जीएमपी पर बनाया गया है।
एचएमआईएल ने कहा कि यह आयनिक-5 की शुरुआती कीमत है और यह पहले 500 ग्राहकों के लिए होगी। बाद में कीमत बढ़ा दी जायेगी। हुंदै पहले ही देश में एक ईवी गाड़ी कोना इलेक्ट्रिक बेचती है। हुंदै मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) उन्सू किम ने यहां ऑटो एक्सपो-2023 में मॉडल को पेश करते हुए कहा, ''आयनिक-5 बुद्धिमत्ता प्रौद्योगिकी, नवाचार और स्थिरता को समाहित करने वाले सिद्धांतों के साथ भविष्य की गतिशीलता की ओर हमारे बदलाव का प्रतिनिधित्व करती है।'' उन्होंने कहा कि मॉडल इलेक्ट्रिक वाहन को तेजी से अपनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
हुंदै ने दिसंबर, 2021 में घोषणा कि थी कि वह देश में 2028 तक लगभग छह इलेक्ट्रिक वाहनों को पेश करने के लिए 4,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी ने अगले कुछ वर्षों में अपने वैश्विक मंच ई-जीएमपी पर आधारित मॉडलों को पेश करने की योजना बनाई है, जिसमें मौजूदा संस्करणों के साथ ही पूरी तरह से नयी गाड़ियां शामिल होंगी।
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ग्रेटर नोएडा। भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वाहन बाजार बनने की क्षमता है और इसमें छोटी कारों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के प्रतिनिधि निदेशक और अध्यक्ष तोशिहिरो सुजुकी ने बुधवार को यह बात कही। यहां आयोजित वाहन प्रदर्शनी 2023 से उन्होंने कहा कि कार्बन निरपेक्षता के लिए भारत के सवाल पर सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहन ही समाधान नहीं हैं और कंपनी फ्लेक्स ईंधन, हाइब्रिड और सीएनजी आदि प्रौद्योगिकियों में संभावनाएं तलाशेगी।
सुजुकी ने कहा कि जहां वाहन क्षेत्र में सुरक्षा संबंधी मुद्दे महत्वपूर्ण हो गए हैं, वहीं यातायात के मूल नियमों का सख्ती से पालन करने और सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले पर्याप्त ढांचे को विकसित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ''मैं देख सकता हूं कि ऐसा समय आ सकता है जब भारत दुनिया में वाहन बाजार के क्षेत्र में सबसे ऊपर आ जाएगा।
मारुति सुजुकी और सुजुकी समूह के तौर पर हम इस अवसर को भुनाना चाहेंगे।'' हालांकि, उन्होंने भारत के शीर्ष पर पहुंचने का का संभावित समय नहीं बताया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं जब कहता हूं कि भारत शीर्ष पर आ सकता है, तो यह उस दृष्टिकोण से है कि भारत में शीर्ष पर आने की क्षमता है और मैं ऐसी संभावना देखता हूं कि भारत सबसे आगे पहुंच सकता है।'' भारत 2022 में जापान को पछाड़कर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा वाहन बाजार बन गया। पहले स्थान पर चीन जबकि दूसरे पर अमेरिका है।
पिछले दो साल में बिक्री में गिरावट देखने वाली छोटी कारों के भविष्य पर सुजुकी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारत में अब भी छोटी कारें महत्वपूर्ण श्रेणी में हैं। भारत की कुल जनसंख्या की तुलना में यहां छोटी कारों की संख्या को देखते हुए कहा जा सकता है कि इन कारों की भविष्य में अच्छी संभावनाएं हैं।'' -
नयी दिल्ली। भारत की आर्थिक वृद्धि दर अगले वित्त वर्ष (2023-24) में घटकर 6.6 प्रतिशत रह जाएगी। विश्व बैंक ने यह अनुमान लगाया है। चालू वित्त वर्ष 2022-23 में वृद्धि दर 6.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है। विश्व बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर अपने ताजा अनुमान में कहा, ‘‘हालांकि, भारत सात सबसे बड़े उभरते बाजारों और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं (ईएमडीई) में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा।'' वित्त वर्ष 2021-22 में आर्थिक वृद्धि दर 8.7 प्रतिशत थी।
वित्त वर्ष 2024-25 में वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है। बयान में कहा गया है, ‘‘वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी और बढ़ती अनिश्चितता का निर्यात और निवेश वृद्धि पर असर पड़ेगा।'' सरकार ने बुनियादी ढांचे पर खर्च और कारोबार के लिए सुविधाओं पर खर्च बढ़ाया है। हालांकि, यह इससे निजी निवेश जुटाने में मदद मिलेगी और विनिर्माण क्षमता के विस्तार को समर्थन मिलेगा।
विश्व बैंक ने कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2023-24 में वृद्धि दर धीमी होकर 6.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इसके बाद यह घटकर छह प्रतिशत से कुछ ऊपर रह सकती है।'' चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में सालाना आाार पर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 9.7 प्रतिशत रही है। इससे निजी खपत और निवेश में वृद्धि का संकेत मिलता है। पिछले साल ज्यादातर समय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के छह प्रतिशत के संतोषजनक स्तर से ऊपर रही।
इसके चलते केंद्रीय बैंक ने मई से दिसंबर के बीच प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 2.25 प्रतिशत की वृद्धि की है। वर्ष 2019 के बाद भारत का वस्तुओं का व्यापार घाटा दोगुना से अधिक हो गया है और यह नवंबर में 24 अरब डॉलर था। कच्चे पेट्रोलियम एवं पेट्रोलियम उत्पादों (7.6 अरब डॉलर) और अन्य वस्तुओं मसलन अयस्क और खनिज मामले में इसके 4.2 अरब डॉलर रहने के कारण व्यापार घाटा बढ़ा है।
विश्व बैंक ने कहा कि भारत ने रुपये के मूल्यह्रास पर अंकुश लगाने के लिए विनिमय दर में उतार-चढ़ाव को रोकने को अपने अंतरराष्ट्रीय भंडार (नवंबर में 550 अरब डॉलर, या सकल घरेलू उत्पाद का 16 प्रतिशत) का उपयोग किया। -
नयी दिल्ली। भारतीय स्टार्टअप कंपनियों के लिए वित्तपोषण पिछले वर्ष की तुलना में 2022 में 33 प्रतिशत घटकर 24 अरब डॉलर रह गया। हालांकि, यह राशि 2019 या 2020 में मिले वित्तपोषण की तुलना में लगभग दोगुनी है। पीडब्ल्यूसी इंडिया की एक रिपोर्ट में बुधवार को यह जानकारी दी गई।
‘स्टार्टअप ट्रैकर-कैलेंडर ईयर 2022' शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया कि वैश्विक नरमी के बावजूद वैश्विक निवेशकों का भारतीय स्टार्टअप परिवेश को लेकर रुख लेकर अब भी सकारात्मक है। रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘भारतीय स्टार्टअप के लिए वित्तपोषण 2022 में करीब 24 अरब डॉलर रहा है जो 2021 की तुलना में करीब 33 प्रतिशत कम है। हालांकि, यह 2020 और 2019 में जुटाए गए कोष की तुलना में अब भी दोगुना से अधिक है।'' वर्ष 2019 में स्टार्टअप को कुल 13.2 अरब डॉलर का कोष मिला था, 2020 में 10.9 अरब डॉलर का और 2021 में 35.2 अरब डॉलर का कोष मिला था।
पीडब्ल्यूसी इंडिया में साझेदार (सौदे) एवं इंडिया स्टार्टअप्स लीडर अमित नावका ने कहा कि कोष गतिविधियों में नरमी के बावजूद ‘सॉफ्टवेयर संबंधी सेवा' और आरंभिक स्तर के वित्तपोषण में तेजी बरकरार है। वित्तपोषण का परिदृश्य दो-तीन तिमाही के बाद सामान्य होने लगेगा।'' रिपोर्ट में कहा गया कि 2021 और 2022 में कुल वित्तपोषण में संख्या के लिहाज से सर्वाधिक 60 से 62 प्रतिशत कोष शुरुआती स्तर के सौदों में गया है और एक सौदे का औसत आकार 40 लाख डॉलर रहा।
विभिन्न शहरों के स्टार्टअप को मिले वित्तपोषण के लिहाज से देखा जाए तो दिसंबर 2022 में भारत के कुल स्टार्टअप में से करीब 82 प्रतिशत बेंगलुरु, एनसीआर और मुंबई से थे। इन शीर्ष तीन शहरों के करीब 28 प्रतिशत स्टार्टअप ने दो करोड़ डॉलर से अधिक का वित्त जुटाया। -
नयी दिल्ली. सार्वजनिक क्षेत्र की एनटीपीसी ने कहा कि उसकी निजी उपयोग वाली खदानों (कैप्टिव) से कोयला उत्पादन सालाना आधार पर अप्रैल-दिसंबर, 2022 में 51 प्रतिशत बढ़कर एक करोड़ 45.5 लाख टन हो गया। एनटीपीसी ने बयान में कहा कि बिजली कंपनी ने एक साल पहले की इसी अवधि में अपनी निजी कोयला खदानों से 96.5 लाख टन कोयले का उत्पादन किया था। तीसरी तिमाही में, एनटीपीसी ने 57.9 लाख टन कोयले का उत्पादन किया और 54.2 लाख टन अपने बिजली संयंत्रों को भेजा है। एनटीपीसी, बिजली मंत्रालय के अधीन देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी है।
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नयी दिल्ली. चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर, 2022 की अवधि में गर्मी देने वाले उपकरणों की मांग में, एक साल की समान अवधि की तुलना में 33 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी, फ्लिपकार्ट ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। फ्लिपकार्ट के अनुसार, दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों और आरा, दरभंगा, दिल्ली, गया, गाजियाबाद, लखनऊ, मुजफ्फरपुर और पटना जैसे शहरों सहित पूरे देश में हीटिंग उपकरणों की मांग में वृद्धि हुई है। फ्लिपकार्ट ने बयान में कहा, ‘‘अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में हीटिंग उपकरण खंड की मांग में 33 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।'' फ्लिपकार्ट के मुताबिक, उपभोक्ता स्मार्ट और सुरक्षित उत्पादों पर खर्च करने के इच्छुक हैं।
फ्लिपकार्ट के बड़े उपकरण खंड के उपाध्यक्ष, हरि कुमार ने कहा, ‘‘देशभर में और विशेष रूप से उत्तर में ग्राहकों के बीच हीटिंग उपकरणों की मांग एक-तिहाई बढ़ी है। हम स्मार्ट हीटिंग उपकरणों को खरीदने के प्रति उपभोक्ताओं के बढ़ती रुचि देख रहे हैं।'' - नई दिल्ली। विश्व बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था में फिर विश्वास व्यक्त किया है। बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि विश्व की सात सबसे बडी उभरती अर्थव्यवस्थाओं और विकासशील देशों में भारत के सबसे तेजी से बढने वाली अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है। विश्व बैंक ने वैश्विक अर्थव्यवस्था की निराशाजनक छवि प्रस्तुत की है, लेकिन कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2023-24 में छह दशमलव छह प्रतिशत की दर से बढने की आशा है। विश्व बैंक ने कहा है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था इस वर्ष तक मंदी के कगार तक पहुंच जाएगी। इसने अमरीका, यूरोप और चीन सहित विश्व की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में वृद्धि दर कम होने का अनुमान व्यक्त किया है। ग्लोबल इकनोमिक प्रोस्पेक्ट्स शीर्षक से अपनी रिपोर्ट में विश्व बैंक ने कहा है कि वार्षिक आधार पर वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में भारत की वृद्धि दर में नौ दशमलव सात प्रतिशत की बढोतरी हुई। विश्व बैंक ने इस वर्ष वैश्विक वृद्धि दर के अपने पहले के तीन प्रतिशत के अनुमान को घटाकर एक दशमलव सात प्रतिशत कर दिया है।
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नयी दिल्ली। लक्जरी कार कंपनी बीएमडब्ल्यू इंडिया ने अपनी नई बीएमडब्ल्यू थ्री सीरीज ग्रैन लिमोजिन मंगलवार को भारतीय बाजार में उतारी है। इसकी शुरुआती शोरूम कीमत 57.9 लाख रुपये है। बीएमडब्ल्यू इंडिया ने बयान में कहा कि भारत में बनी यह कार पेट्रोल और डीजल दोनों संस्करणों में उपलब्ध है। इसके पेट्रोल संस्करण की शोरूम कीमत 57.9 लाख रुपये और डीजल संस्करण की 59.5 लाख रुपये है।
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नयी दिल्ली। कोविड-19 महामारी के बाद अर्थव्यवस्था की स्थिति सुधरने से देश के प्रमुख आठ शहरों में आवासीय बिक्री 34 प्रतिशत बढ़कर नौ साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई। संपत्ति सलाहकार फर्म नाइट फ्रैंक ने मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह आकलन पेश किया। देश के शीर्ष आठ शहरों के संपत्ति बाजारों पर आधारित पिछले छह महीनों की स्थिति पर यह रिपोर्ट तैयार की गई है।
इसके अनुसार, पिछले साल कुल कार्यालय स्थलों की मांग 36 प्रतिशत बढ़कर 5.16 करोड़ वर्ग फुट रही। इस रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल शीर्ष आठ शहरों में आवासीय इकाइयों की बिक्री 34 प्रतिशत बढ़कर 3,12,666 इकाई हो गई। यह पिछले नौ साल का उच्च स्तर है। नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि घरों की कीमत बढ़ने और आवासीय ऋण पर ब्याज दरें बढ़ने के बावजूद वर्ष 2022 में आवासीय इकाइयों की बिक्री बढ़ी है।
आंकड़ों के अनुसार, मुंबई 85,169 इकाइयों के साथ आवासीय बिक्री के मामले में शीर्ष पर रहा। यह आंकड़ा वर्ष 2021 की तुलना में 35 प्रतिशत अधिक है। वहीं दिल्ली-एनसीआर में आवासीय संपत्तियों की मांग 67 प्रतिशत बढ़कर 58,460 इकाई हो गई जबकि बेंगलुरु में मांग 40 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 53,363 इकाई पर पहुंच गई। आलोच्य अवधि के दौरान पुणे में आवास की बिक्री 17 प्रतिशत बढ़कर 43,410 इकाई रही। इसी तरह हैदराबाद में आवासीय संपत्तियों की बिक्री 28 प्रतिशत बढ़कर 31,046 इकाई हो गई।
चेन्नई में बिक्री 19 प्रतिशत और अहमदाबाद में 58 प्रतिशत बढ़कर क्रमश: 14,248 इकाई तथा 14,062 इकाई हो गई। पिछले वर्ष के दौरान कोलकाता एकमात्र ऐसा शहर रहा जहां आवासीय बिक्री में गिरावट देखी गई। यह 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 12,909 इकाई रहा। इसके साथ ही नाइट फ्रैंक इंडिया ने कहा कि भू-राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद देश में कार्यालय क्षेत्र की मांग में जबरदस्त सुधार हुआ है। पिछले वर्ष के दौरान कार्यालय स्थान की मांग के संदर्भ में, बेंगलुरू 1.45 करोड़ वर्ग फुट के साथ सबसे आगे रहा।
इसके बाद दिल्ली-एनसीआर ने 89 लाख वर्ग फुट को कार्यालय स्थल पट्टे पर दिया। बैजल ने कहा, ''हमने एक दशक से अधिक समय में पहली बार सभी प्रमुख रियल एस्टेट खंडों में एक साथ वृद्धि देखी है। वर्ष 2022 में आवासीय, कार्यालय, गोदाम एवं खुदरा रियल एस्टेट सभी खंडों में बिक्री बढ़ी है। -
नयी दिल्ली. अनुराग कुमार को इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ईसीआईएल) का नया चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया है। कार्मिक मंत्रालय ने सोमवार को एक आदेश में यह जानकारी दी। कुमार, वर्तमान में ईसीआईएल के कार्यकारी निदेशक हैं।
इस आदेश में कहा गया है कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने कुमार की सेवानिवृत्ति की तारीख यानी 31 जनवरी 2026 तक के लिए इस पद पर नियुक्ति को मंजूरी दी है। - नई दिल्ली। दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने का भाव 105 रुपये की गिरावट के साथ 56,160 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 56,265 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।चांदी भी 833 रुपये टूटकर 68,725 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के एक विश्लेषक ने कहा, ''अमेरिकी डॉलर में गिरावट से बाजार को समर्थन मिलने के बाद मंगलवार को कॉमेक्स सोने की कीमतों में गिरावट का रुख रहा। विदेशी बाजारों में सोना 1,872 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रहा जबकि चांदी गिरावट के साथ 23.47 डॉलर प्रति औंस रह गई। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (कॉमोडिटीज रिसर्च) नवनीत दमानी ने कहा, ''सात सप्ताह के उच्च स्तर के आसपास पहुंचने के बाद सोने की कीमतों में स्थिरता रही क्योंकि निवेशकों का ध्यान मुख्य रूप से अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के भाषण पर केंद्रित रहा। एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी और रिसर्च एनालिस्ट जतीन त्रिवेदी के अनुसार सोने की कीमतें कमजोर रहीं क्योंकि रुपये की सकारात्मक गति ने घरेलू कीमतों को 55,700 से नीचे रखा। इसमें 135 रुपये की गिरावट आई क्योंकि कॉमेक्स सोना 1880 डॉलर के करीब तटस्थ रहा।