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- लंदन।ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और उनकी मंगेतर कैरी साइमंड्स ने अपने-अपने दादा और दो चिकित्सकों के नाम पर अपने नवजात पुत्र का नाम विल्फ्रेड लॉरी निकोलस रखा। इन दोनों चिकित्सकों ने कोविड-19 संक्रमण का उपचार करते हुए बोरिस जॉनसन की जान बचाई थी।सोशल मीडिया पर इसकी घोषणा करते हुए 32 वर्षीय साइमंड्स ने कहा कि शिशु का नाम उनके दादा लॉरी, जॉनसन के दादा विल्फ्रेड और पिछले महीने जॉनसन का इलाज करने वाले डॉक्टरों निक प्राइस और निक हार्ट के नाम (निकोलस) पर रखा गया है। विल्फ्रेड लॉरी निकोलस जॉनसन का जन्म बुधवार को लंदन स्थित यूनिवर्सिटी कालेज अस्पताल में हुआ था। इंस्टाग्राम पर शिशु के नाम की घोषणा करते हुए साइमंड्स ने अस्पताल के कर्मचारियों को भी धन्यवाद दिया और कहा, मैं बहुत खुश हूं। बच्चे के जन्म से कुछ सप्ताह पहले ही 55 वर्षीय जॉनसन को सेंट थॉमस अस्पताल से छुट्टी दी गई थी जहां उनका कोरोना वायरस का इलाज चल रहा था। प्रधानमंत्री जॉनसन के कामकाज संभालने के दो दिन बाद ही उनके पुत्र का जन्म हुआ।---
- वाशिंगटन। अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन ने रविवार को कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस महामारी के कारण बुरी तरह प्रभावित हुई है लेकिन इसके इन गर्मियों के आखिर तक फिर से पटरी पर लौटने की उम्मीद है।इस दौरान अमेरिका के राज्यों में मई और जून में कामकाज शुरू होने की उम्मीद है। म्नुचिन ने फॉक्स न्यूज के साथ साक्षात्कार में कहा, हम मई और जून में अर्थव्यवस्था को खोलने जा रहे हैं। आप देखेंगे कि इसके बाद जुलाई, अगस्त और सितंबर में अर्थव्यवस्था वास्तव में फिर से पटरी पर लौटने लगेगी। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने अर्थव्यवस्था में अप्रत्याशित वित्तीय राहत उपाय किये हैं। आप देखेंगे कि अरबों डालर अर्थव्यवस्था में आयेंगे और मेरा मानना है कि इसका उल्लेखनीय असर होगा। कोरोना वायरस महामारी का अमेरिका पर गंभीर असर हुआ है। पिछले दो महीनों के दौरान इस महामारी से अमेरिका में 54 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और नौ लाख से अधिक इस बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं। इससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था पूरी तरह ठप पड़ गई। अमेरिका की 33 करोड़ की आबादी में से 95 प्रतिशत से अधिक लोग घरों में बंद हैं।
- काठमांडू। नेपाल सरकार ने सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों पर 15 मई तक प्रतिबंध लगा दिया है। कोरोना वायरस संकट को लेकर सरकार ने यह एहतियाती कदम उठाया है।कोविड-19 से सुरक्षा और नियंत्रण के लिए उच्च स्तरीय समन्वय समिति की एक बैठक में यह निर्णय किया गया। प्रधानमंत्री कार्यालय सिंह-दरबार में हुई इस बैठक की अध्यक्षता नेपाल के उप-प्रधानमंत्री ईश्वर पोखरेल ने की। इसके अलावा मंत्रिपरिषद की बाद में हेने वाली बैठक में 27 अप्रैल को समाप्त हो रहे लॉकडाउन (बंद) को आगे बढ़ाने का भी निर्णय किया जायेगा। नेपाल के झापा जिले में एक 62 वर्षीय पुरुष को कोरोना वायरस संक्रमण पाए जाने के बाद देश में इससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 49 हो गयी है। अब तक 12 लोगों को इसके इलाज के बाद संक्रमण मुक्त घोषित किया जा चुका है।
- नई दिल्ली। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने विदेशों में फंसे हुए भारतीयों से तीन मई तक सब्र रखने का आग्रह किया है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि लॉकडाउन के नियम विदेशों में फंसे हुए भारतीयों को वापस लाने की अनुमति नहीं देते।देश में कोरोना वायरस के कारण 25 मार्च से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया गया था जिसे तीन मई तक बढ़ा दिया गया। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस सत्र को संबोधित करते हुए मुरलीधरन ने कहा कि उनका मंत्रालय निश्चित रूप से विदेशों में फंसे हुए भारतीयों को लेकर चिंतित है तथा उन्हें जल्द से जल्द देश वापस लाने के लिए प्रयास कर रहा है। अमेरिका में फंसे हुए भारतीय छात्रों के बारे में पूछे जाने पर मुरलीधरन ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण भारतीय छात्र दुनियाभर में फंसे हुए हैं। वे कैरिबियाई देशों से लेकर न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया तक अटके हुए हैं। उन्होंने कहा, विदेश मंत्रालय इस दिशा में काम कर रहा है।जाहिर तौर पर सभी जानते हैं कि मौजूदा हालात में लॉकडाउन की भावना और नियम हमें किसी को देश में लाने की और उन्हें भारत में हवाईअड्डों पर लाकर फंसा देने की इजाजत नहीं देते। विदेश राज्य मंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि राज्यों के बीच यात्रा पर पाबंदी है, वहीं कुछ जिलों और कई अति प्रभावित क्षेत्रों को पूरी तरह सील कर दिया गया है। मुरलीधरन ने कहा, इसलिए मैं तीन मई तक उम्मीद कर रहा हूं। कृपया सब्र रखें। हम न केवल छात्रों बल्कि उन अनेक लोगों के लिए भी निश्चित रूप से चिंतित हैं जो पर्यटन वीजा पर या कामकाजी वीजा पर गये थे।-
- वाशिंगटन। नासा ने घोषणा की है कि वह स्पेसएक्स के एक रॉकेट के जरिए दो अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को 27 मई को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन भेजेगा। यह पिछले करीब एक दशक में अमेरिका से भेजा जाने वाला पहला ऐसा अंतरिक्ष यान होगा जिसमें अंतरिक्ष यात्री सवार होंगे।नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के प्रमुख जिम ब्राइडेनस्टाइन ने ट्वीट किया, 27 मई को नासा एक बार फिर अमेरिकी धरती से अमेरिकी रॉकेट के जरिए अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजेगा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने मई में अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने का लक्ष्य बनाया था। दुनिया भर में कोरोना वायरस महामारी फैलने के बावजूद वह मई में ही इस अभियान को पूरा करेगा। अंतरिक्ष यात्री रॉबर्ट बेनकेन और डगलस हर्ले स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट से आईएसएस के लिए उड़ान भरेंगे। नासा ने बताया कि अंतरिक्ष यात्री 27 मई को शाम चार बजकर 32 मिनट (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार रात आठ बजकर 32 मिनट) पर फ्लोरिडा स्थित केनेडी अंतरिक्ष केंद्र में ऐतिहासिक लॉन्च पैड 39्र से उड़ान भरेंगे। इसी लॉन्च पैड का इस्तेमाल अपोलो और अंतरिक्ष शटल अभियानों के लिए भी किया गया था।----
- वाशिंगटन। अमेरिका में जारी लॉकडाउन के बीच भारतीय दूतावास ने यहां लोकप्रिय कुचिपुडी नृत्य की ऑनलाइन कक्षा शुरू की है । दूतावास के वेबसाइट पर यह जानकारी दी गयी है । इसकी शुरूआत गुरूवार को हुई और इसे फेसबुक पर लाइव किया जाएगा ।यह कार्यक्रम दूतावास के लर्न फ्राम द मास्टर्स सिरीज का हिस्सा है । प्रसिद्ध कुचिपुडी कलाकार भावना रेड्डी इस दक्षिण भारतीय लोकप्रिय नृत्य सप्ताह में दो बार सिखायेंगी। ये कक्षाएं मंगलवार एवं गुरूवार को चलेंगी। भावना रेड्डी को प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी के बिस्मिल्ला खान युवा पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।पिछले महीने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सामाजिक मेल जोल से दूरी रखने की व्यवस्था को 30 अप्रैल तक के लिये बढ़ा दिया है।
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वाशिंगटन। कोरोना वायरस संक्रमित लोगों में ज्यादातर मौतें सांस संबंधी दिक्कतों की वजह से हो रही है और ऐसे में एक अनुसंधान में यह बताया गया है कि नियमित तौर पर व्यायाम करने से श्वसन संबंधी दिक्कतों को कम किया जा सकता है। अमेरिका के वर्जीनिया विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने सलाह दी है कि नियमित तौर पर व्यायाम करना एक्यूट रेस्पेरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम- (सांस संबंधी गंभीर समस्या-एआरडीएस) के इलाज का एक संभावित तरीका हो सकता है। यह अध्ययन रेडॉक्स बायोलॉजी में प्रकाशित हुआ है जिसमें कहा गया है कि इस बात के मजबूत तथ्य हैं कि व्यायाम सांस संबंधी दिक्कतों के गंभीर खतरे को रोक सकता है या उसे कम से कम कर सकता है। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि यूएस सेंटर्स फॉर डिजीज एंड प्रिवेन्शन ने कहा है कि कोविड-19 संक्रमण के साथ जो मरीज भर्ती हैं, उनमें से 20 से 42 फीसदी को सांस संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं। उन्होंने बताया कि आईसीयू में भर्ती मरीजों की संख्या 67 से 85 फीसदी तक हो सकती है। इस महामारी से पहले किए गए अनुसंधान इस ओर इशारा करते हैं कि गंभीर रूप से श्वसन संबंधी दिक्कत वाले मरीजों में से 45 फीसदी की मौत हो सकती है।
- काठमांडू। नेपाल ने भारतीय क्षेत्र से सटे अपने पश्चिमी जिलों में लॉकडाउन को लेकर सख्ती बढ़ा दी । काठमांडू ने यह कदम भारत से लौटे दो लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद उठाया। इन दो नये मामलों के साथ ही नेपाल में कुल संक्रमितों की संख्या नौ हो गई है।अधिकारियों ने बताया कि भारत से लौटे दो लोगों के शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमित पाए जाने के बाद सरकार ने पश्चिमी जिलों कैलाली और कंचनपुर में सुरक्षा बढ़ा दी है। उन्होंने बताया कि इन दोनों जिलों और पश्चिमोत्तर नेपाल स्थित बुगलुंग जिसे कोरोना वायरस से सबसे अधिक संक्रमित स्थान के रूप में चिह्नित किया गाय है में त्वरित जांच की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि सरकार जल्द ही त्वरित जांच टीम इन जिलों में भेजेगी।उल्लेखनीय है कि सरकार ने सात अप्रैल तक लॉकडाउन के तहत पांबदियों को कड़ा कर दिया। नेपाल सरकार के प्रवक्ता और वित्तमंत्री युबा राज खाटीवाड़ा ने बताया कि मंत्रिमंडल की बैठक में सभी नागरिकों को एक स्थानीय प्रशासनिक इकाई से दूसरी इकाई और एक जिले से दूसरे जिले जाने से रोकने का फैसला किया गया।
- नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से टेलीफोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने दुनिया में जारी कोविड-19 महामारी और वैश्विक स्वास्थ्य व अर्थव्यवस्था पर इसके असर पर विचारों का आदान-प्रदान किया।प्रधानमंत्री ने अमेरिका में हुई जन हानि पर गहरी संवेदना प्रकट की और इस बीमारी से जूझ रहे लोगों के जल्द से जल्द सुधार की कामना की। दोनों देशों के बीच विशेष संबंधों पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने इस वैश्विक संकट से मिलकर पार पाने में अमेरिका के साथ भारत की एकजुटता जाहिर की है। दोनों नेताओं ने कोविड-19 के खिलाफ पूरी क्षमताओं के साथ और प्रभावी लड़ाई में भारत व अमेरिका के मिलकर काम करने पर सहमति जाहिर की है।प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक-दूसरे को महामारी के स्वास्थ्य और आर्थिक असर को कम करने के लिए अपने-अपने देश में उठाए गए जरूरी कदमों के बारे में बताया। दोनों नेताओं ने इस मुश्किल दौर में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए योग और आयुर्वेद (पारंपरिक भारतीय जड़ी बूटियों से होने वाला उपचार) जैसे उपचार के महत्व पर भी बात की। उन्होंने सहमति जाहिर की कि उनके अधिकारी वैश्विक कोविड-19 संकट को लेकर एक-दूसरे के संपर्क में रहेंगे।
- वाशिंगटन। विश्व बैंक ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर भारत के लिए एक अरब डॉलर के आपातकालीन कोष को मंजूरी दी है। इस महामारी से देश में करीब 76 लोगों की जान जा चुकी है और लगभग 2,500 लोग संक्रमित हैं।विश्व बैंक ने गुरुवार को कहा कि उसने सहायता परियोजनाओं के पहले चरण के रूप में 1.9 अरब अमरीकी डालर का प्रावधान किया है, जिससे 25 देशों की मदद की जाएगी, और त्वरित प्रक्रिया के जरिए 40 देशों में नए अभियान शुरू किए जाएंगे।इस आपातकालीन वित्तीय सहायता का सबसे बड़ा हिस्सा (एक अरब डॉलर) भारत को मिला है। निदेशक मंडल द्वारा कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने के लिए विकासशील देशों को पहले चरण की सहायता को मंजूरी देने के बाद विश्व बैंक ने कहा, भारत में एक अरब डॉलर के आपातकालीन वित्तपोषण से बेहतर ढग़ से जांच, निजी सुरक्षा उपकरणों की खरीदारी और नई पृथक इकाइयों की स्थापना में मदद मिलेगी।विश्व बैंक ने दक्षिण एशिया में पाकिस्तान के लिए 20 करोड़ डॉलर, अफगानिस्तान के लिए 10 करोड़ डालर, मालदीव के लिए 73 लाख डॉलर और श्रीलंका के लिए 12.86 करोड़ डालर की मंजूरी दी।---
- न्यूयार्क। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने कोविड-19 के बारे में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है, जिसमें इस महामारी को हराने के लिए गहन अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की मांग की है। भारत सहित एक सौ 88 देशों द्वारा सह-प्रायोजित प्रस्ताव को कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ संघर्ष में वैश्विक एकजुटता का नाम दिया गया है। विश्व संगठन द्वारा इस वैश्विक महामारी के बारे में जारी किया गया अपनी तरह का यह पहला दस्तावेज है।इसमें कहा गया है कि महासभा ने महसूस किया है कि इस महामारी से लोगों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और खुशहाली पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ा है। प्रस्ताव में सूचना, वैज्ञानिक जानकारी और उत्कृष्ट पद्धतियों के आदान-प्रदान में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया है। इसमें कहा गया है कि देशों को विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करना होगा।संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कोरोना वायरस के प्रकोप के बारे में विचार-विमर्श किया जाना है, जबकि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से पीडित मरीजों की संख्या दस लाख को पार कर गई है।
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तेहरान। ईरान में भारी बारिश के कारण आयी बाढ़ में 21 लोगों की मौत हो गई है जबकि एक व्यक्ति लापता है। देश की आपात सेवाओं के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
मोज्तबा खालिदी ने ईरान की समाचार एजेंसी आईएसएनए को बताया कि बाढ़ में 22 लोग घायल भी हुए हैं। उन्होंने बताया कि 11 लोगों की मौत फार्स प्रांत में हुई है जबकि होर्मोजान और कौम में तीन-तीन, सिस्तान और बलूचिस्तान में दो-दो और बुशहर और खुजेस्तान में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। खालिदी ने बताया कि एक व्यक्ति अभी लापता है। बाढ़ से पिछले सप्ताह 12 लोगों की मौत हुई थी और खालिदी ने भारी बारिश होने की चेतावनी भी दी थी। फिलहाल ईरान कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहा है। देश में 3 हजार 36 लोगों के मरने और 47 हजार 593 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। - लंदन। कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के सात दिन बाद ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स सोमवार को स्वयं के एकांतवास से बाहर आ गये। राजपरिवार के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।ब्रिटिश राजगद्दी के उत्तराधिकारी प्रिंस चार्ल्स पिछले सप्ताह राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) में कोरोना वायरस परीक्षण कराने के बाद स्कॉटलैंड में शाही बालमोरल संपदा में पृथक रूप से रहने लगे थे। उनके प्रवक्ता ने कहा, क्लीयरेंस हाउस (राजपरिवार निवास)ने सोमवार को पुष्टि की कि डॉक्टरों के परामर्श के बाद प्रिंस ऑफ वेल्स अब स्वयं के एकांतवास से बाहर आ गये हैं। प्रिंस चार्ल्स की पत्नी कैमिला (72) उसी समय जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पायी गयी थीं लेकिन तब से वह भी बालमोरल में अलग रह रही थीं। इस शाही दंपत्ति ने पिछले सोमवार को मेडिकल जांच करायी थी। उससे पहले दोनों जेट विमान से स्कॉटलैंड पहुंचे थे और तब से ही वे वहां थे। तब क्लीयरेंस हाउस ने कहा था, यह पता लगाना संभव नहीं है कि प्रिंस को कैसे यह संक्रमण हुआ क्योंकि पिछले सप्ताहों में वह सार्वजनिक भूमिका को लेकर कई कार्यक्रमों में शामिल रहे थे।
- नेब्रास्का। दुनिया में एक ऐसा भी गांव है, जहां की आबादी सिर्फ एक है। इस गांव में सिर्फ एक महिला रहती है और वो भी काफी बुजुर्ग हो गई है। इस गांव का नाम है मोनोवी, जो अमेरिका के नेब्रास्का राज्य में स्थित है।86 साल की इस महिला का नाम एल्सी आइलर है। वहीं यहां की बारटेंडर से लेकर लाइब्रेरियन और मेयर सब कुछ हैं। साल 2004 से वह अकेली ही इस गांव में रह रही हैं। करीब 54 हेक्टेयर में फैला यह गांव पहले आबाद हुआ करता था। कहा जाता है कि वर्ष 1930 तक यहां 123 लोग रहते थे, लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे आबादी घटनी शुरू हो गई। 1980 तक इस गांव में सिर्फ 18 लोग ही बच गए। उसके बाद साल 2000 आते-आते सिर्फ यहां दो लोग बचे, एल्सी आइलर और उनके पति रूडी आइलर। ॉवर्ष 2004 में रूडी आइलर की भी मौत हो गई, जिसके बाद एल्सी अकेली ही रह गई । वे गांव में ही एक बार चलाती हैं, जहां अमेरिका के अन्य राज्यों के अलावा दूसरे देशों से भी लोग आते -जाते रहते हैं। गर्मियों के दिनों में इस गांव में लोग आकर ठहरते भी हैं और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेते हैं। एल्सी ने अपने बार में मदद के लिए किसी को भी नहीं रखा है। जो लोग यहां आते हैं, वहीं उनकी मदद कर दिया करते हैं। इस गांव में कभी पोस्ट ऑफिस भी हुआ करता था, जो साल 1902 में बना था, लेकिन घटती आबादी की वजह से 1967 में उसे बंद कर दिया गया। बताया जाता है कि इस गांव को छोड़कर लोगों के जाने के पीछे मुख्य वजह रोजगार थी। खुद के और बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए यहां के लोग धीरे-धीरे शहरों में जाकर बस गए।---
- नई दिल्ली। ईरान से 275 भारतीयों का एक और बैच आज सुबह जोधपुर पहुंचा, जहां इन लोगों को सैन्य आरोग्य केन्द्र में रखा गया। निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार जोधपुर हवाई अड्डे पर सिविल प्रशासन और सेना के चिकित्सा दलों ने इन व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जांच की।बाद में उन्हें आइसोलेशन के लिए जोधपुर स्थित सैन्य आरोग्य केन्द्र में भर्ती करा दिया गया। रक्षा प्रवक्ता कर्नल सोम्बित घोष ने बताया कि सैन्य अधिकारियों ने ऑपरेशन नमस्ते के अंतर्गत सैन्य आरोग्य केन्द्रों की स्थापना की है, जहां आइसोलेशन अवधि के दौरान सभी चिकित्सा सुविधाएं और प्रशासनिक सहायता उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि इससे पहले 25 मार्च को 277 भारतीयों को जोधपुर लाया गया था, जो आइसोलेशन अवधि सफलतापूर्वक पूरी कर रहे हैं और सेना के चिकित्सा दल उन पर नियमित रूप से निगरानी रख रहे हैं।़----
- सैन फ्रांसिस्को। दुनिया में कोरोना वायरस के फैलाव को देखते हुए लोगों के खुद को घरों में बंद कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन में तो कहीं- कहीं टॉयलेट पेपर तक नहीं मिल रहे हैं। दुकानें खाली हो चुकी हैं।इसी बीच सैन फ्रांसिस्को में एक मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति के घर पर टॉयलेट पेपर खत्म हो जाने पर उसके दोस्त ने उसकी मदद करने के लिए अजब तरीका निकाला। उसने ड्रोन की मदद से अपने दोस्त के घर टॉयलेट पेपर भेज दिया।
- वाशिंगटन । अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक ने दुनिया के सबसे गरीब देशों की सरकारों से ऋणों का भुगतान रोकने को कहा है ताकि वे कोविड-19 महामारी से निपट सकें। दोनों विश्व संस्थाओं ने एक संयुक्त वक्तव्य में कहा कि विकासशील देशों को वैश्विक आधार पर राहत उपलब्ध कराने और वित्तीय बाजारों को मजबूत संकेत देने के लिए यह कदम जरूरी है।अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक ने जी-20 देशों से इस पहल का समर्थन करने की अपील की है। दोनों अंतरराष्ट्रीय वित्त संस्थाओं ने संयुक्त बयान में यह अपील की। दोनों ने कहा, विश्वबैंक समूह और आईएमएफ का यह मानना है कि ऐसे समय में विकासशील देशों के लिये राहत के संकेत तथा वित्तीय बाजारों के लिये मजबूती के संकेत देना बहुत जरूरी है। यह अपील उन देशों के लिये है, जो सबसे सस्ते वित्तपोषण की व्यवस्था आईडीए के लिये पात्र हैं।--
- काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में आतंकियों ने बुधवार को एक गुरुद्वारे को निशाना बनाया। फिदायीन हमला सुबह 7.30 बजे हुआ, तब यहां सिख समुदाय के सैकड़ों लोग प्रार्थना के लिए जुटे थे। धमाके में कम से कम 25 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। इसके बाद सुरक्षाबलों ने गुरुद्वारे की घेराबंदी कर जवाबी कार्रवाई की और चार आतंकियोंं को मार गिराया। 8 से ज्यादा घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।भारत ने काबुल में गुरूद्वारे पर जघन्य आतंकी हमले की निंदा की है। विदेश मंत्रालय ने इसे अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक स्थल पर कायराना हमला बताया है।भारत ने मृतकों के निकट परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना व्यक्त की है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत अफगानिस्तान के हिन्दू और सिक्ख समुदाय के प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।
- नई दिल्ली। ईरान से एयरइंडिया के विशेष विमान से लाये गये 277 लोग आज सुबह जोधपुर हवाई अड्डा पहुंचे। इन लोगों को जोधपुर सैनिक हवाई अड्डे में बनाये गये विशेष स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया है। इनमें से ज्यादातर लोग जायरीन हैं।रक्षा प्रवक्ता कर्नल सोम्बित घोष ने बताया कि यात्रियों के हवाई अड्डे पर आते ही आरम्भिक जांच की गई। सेना राजस्थान राज्य चिकित्सा विभाग और जोधपुर नागरिक प्रशासन के साथ सहयोग कर रही है। इन यात्रियों के ठहरने और समुचित चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।
- सिडनी। ऑस्ट्रेलिया ने कोविड-19 के आर्थिक दुष्प्रभावों से बचने के लिए कल 38 अरब अमरीकी डॉलर की व्यापक योजना बनाई है। वायरस के फैलाव की रोकथाम के लिए ऑस्ट्रेलिया में रहने वालों को घरेलू यात्राएं रद्द करने को कहा गया है।अधिकारियों ने बताया है कि बीमारी के प्रकोप के बाद घोषित वित्?तीय पैकेज देश के सकल घरेलू उत्पाद के करीब दस प्रतिशत के बराबर है। ऑस्ट्रेलिया में कोविड-19 संक्रमण के एक हजार तीन सौ मामलों का पता चला है और इसकी वजह से सात लोगों की मौत हुई है।---
- कोलंबो। श्रीलंका में चुनाव आयोग ने नोवल कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए, अगले महीने की 25 तारीख को होने वाला संसदीय चुनाव स्थगित करने का फैसला किया है।आयोग के अध्यक्ष महिंदा देशाप्रिया ने कहा है कि चुनाव के लिए नई तारीख की घोषणा स्थिति पर विचार के बाद की जाएगी। उन्होंने बताया कि भरे गए नामांकन बाद में होने वाले चुनाव में वैध माने जाएंगे। गुरुवार को नामांकन भरने का आखिरी दिन था।इस बीच, सरकार ने सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मियों को बुधवार को एक सप्ताह तक घर से काम करने को कहा है। इससे पहले, आज तक कार्यालय बंद कर दिए गए थे। अधिकारियों ने बताया कि चिकित्सा, बैंक, परिवहन और आवश्यक सेवाएं सामान्य दिनों की तरह सुनिश्चित की जाएंगी। श्रीलंका में छह और लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद ऐसे मामलों की संख्या बढ़कर 56 हो गई है।---
- नई दिल्ली। भारत ने रविवार 22 मार्च से एक सप्ताह के लिए सभी अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री उड़ानों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। एक सरकारी बयान में कहा गया है कि राज्य सरकारें निर्देश जारी करेंगी कि 65 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग घर से बाहर न निकलें। इनमें जनप्रतिनिधि, सरकारी कर्मचारी और चिकित्सा पेशेवर शामिल नहीं हैं। इसी तरह 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए भी यही परामर्श दिया जाना चाहिए।रेलगाडिय़ों और विमानों में विद्यार्थिंयों, रोगियों और दिव्यांगों को छोड़कर अन्य सभी की यात्रा किराया छूट निलंबित कर दी जाएगी। राज्यों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे आपात या आवश्यक सेवाओं में लगे कर्मचारियों को छोड़कर निजी क्षेत्र के शेष कर्मियों को घर से काम करने को कहें। केंद्र सरकार के ग्रुप बी और सी के कर्मचारियों से एक सप्ताह छोड़कर कार्यालय आने को कहा जाएगा।---
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घरेलू हिंसा में आमतौर पर महिलाएं पति की हिंसा और क्रूरता का शिकार होती हैं। मगर, इन दिनों सोशल मीडिया में एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है, जो घरेलू हिंसा के दूसरे ही रूप को दिखा रही है। इसमें देखा जा सकता है कि एक पुरुष के सिर पर लेडीज सैंडल की हाई हील धंसी हुई है। वह ऑपरेशन टेबल पर लेटा हुआ है। तस्वीर सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तेजी से वायरल हो रही हैं। यह मामला कहां का है और जिस पुरुष के सिर में सैंडल की हील घुसी हुई है, उसकी पहचान तो उजागर नहीं हुई है। मगर, मीडिया रिपोर्ट्स में इतना जरूर कहा गया है कि जब वह पुरुष सो रहा था, उस दौरान महिला ने उसके सिर पर सैंडल मारी थी। महिला ने भी शायद यह नहीं सोचा होगा कि उसकी सैंडल की हील उसके पति के सिर में इतनी बुरी तरह से अंदर ही घुस जाएगी। बहरहाल, हादसे के बाद घायल पति को महिला ने अस्पताल में भर्ती कराया था। इसके बाद शायद वहां के किसी कर्मचारी ने इस फोटो को खींचकर वायरल कर दिया था। तस्वीर से पता चलता है कि उस समय पुरुष का ऑपरेशन करने की तैयारी चल रही थी और वह आईसीयू के ऑपरेशन टेबल पर लेटा हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया था कि शायद महिला ने पति के फोन में कोई फोटो या संदिग्ध कॉन्टेक्ट नंबर देखा होगा या उसे अपने पति की किसी संदिग्ध गतिविधि का पता चला होगा, जिसके बाद उसने अपना आपा खो दिया होगा।
- नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने कोविड 19 स्थिति को लेकर एक नया यात्रा परामर्श जारी किया है। अफगानिस्तान, फिलीपींस और मलेशिया से भारत आने वालों की यात्रा तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दी गई है। यह परामर्श 31 मार्च तक लागू रहेगा।आज दिन में तीन बजे के बाद से इन देशों से भारत के लिए हवाई उड़ान भी बंद कर दी गई है। एयरलाइन्स प्रारंभिक प्रस्थान से इसे लागू करेंगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि यह एक अस्थायी उपाय है और बाद में इसकी समीक्षा की जाएगी।---
- वाशिंगटन। कोरोना वायरस संक्रमण उपचार के सटीक वैक्सिन के लिए मनुष्य पर पहला परीक्षण कल सिएटल में शुरू हो गया है।अमरीका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान ने बताया कि 18 वर्ष से 55 वर्ष तक की उम्र के 45 स्वस्थ लोगों पर लगभग छह सप्ताह तक परीक्षण किया जाएगा। इन लोगों ने स्वेच्छा से परीक्षण में शामिल होने का निर्णय लिया है। पहले व्यक्ति पर कल वैक्सिन का परीक्षण किया गया।----